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Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
- rangila
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- Posts: 5698
- Joined: 17 Aug 2015 16:50
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
थोड़ी देर बाद मैने आधे लंड को ही धीरे-धीरे आगे पीछे करना सुरू किया ओर माला दर्द से सिसकने लगी..
माला-दिलीप¡*आहह..दर्द हो रहा¡*आहह¡¯¡¯
दिलीप- बस माला..थोड़ा रूको..सब ठीक होगा¡*
मैं अपना काम करता रहा और 5 मिनिट के बाद माला नॉर्मल हो गई¡*उसकी आँखे आँसुओ से भर गई थी¡*मैने फिर धक्का मारा ओर पूरा लंड अंदर डाल दिया¡*.
माला-उहूहू..म्मूऊउम्मय्ययी¡*.एम्मॅर..आहह..गगाइइइ¡*.म्मयमायीयी
मैं माला के बूब्स सहलाते हुए उसे किस करने लगा ऑर धीरे धीरे लंड को हिलाने लगा¡*.
करीब 10 मिनट की मेहनत के बाद माला नॉर्मल हुई ऑर बोली...मैने लंड को निकाल कर माला की चूत देखी तो वो लाल हो गई थी....
माला-अब करो¡*दर्द कम है¡*
मैं- ठीक है मेरी रानी..मैं आराम से करता हूँ¡*
माला-ह्म
मैने फिर से लंड डाला और प्यार से माला को चोदना सुरू किया ऑर थोड़ी देर के बाद स्पीड बढ़ाई¡अब माला भी दर्द के साथ मस्ती मे सिसक रही थी¡*
दिलीप- माला..अब ठीक है¡*
माला-आहह..हाँ..दिलीप¡*करो¡आहह
दिलीप- ये लो¡*..प्यार से¡*यीहह
माला- हाँ..दिलीप¡*डालो¡*.आहह
मैने अपनी स्पीड थोड़ी और बढ़ा दी¡*
दिलीप- ये ले माला¡*अब मज़ा करो..
माला-आहह..दिलीप¡*डालो¡*ज़ोर से¡*आहह¡*
दिलीप- मज़ा आ रहा है¡*
माला- हहा¡*.दिलीप¡*बहुत..आहह¡*डालो
मैने थोड़ी देर बाद फुल स्पीड मे माला को चोदना सुरू किया ऑर माला ने भी अपनी गान्ड को उछाल कर लंड का स्वागत करना सुरू किया¡*.
दिलीप- ये ले. मेरी माला..अपने पहले प्यार का ले..
दिलीप-हाँ...दिलीप...फाड़ दो....अब...ज़ोर से...आहह..आहह
दिलीप- ये ले......मज़ा आया...
माला-आहह..दिलीप¡*ज़ोर से..ओरर..तीजेज्ज
मैं तेज़ी से माला को चोद रहा था ऑर माला झड़ने लगी ऑर उसके चूत रस के साथ खून मिक्स हो कर बहने लगा¡*.
माला-दिलीप¡*आहह..मैम्म्म¡*पानी¡*निकला¡*.आअहह
दिलीप- यस..निकाल..दे¡*.ओर निकलेगा¡*.ये ले¡*.
जैसे ही माला झड गई तो मैने लंड को चूत से बाहर निकाल लिया तो देखा कि चूत खून से लाल हो गई थी ऑर पूरी खुल चुकी थी¡*माला भी
अब थोड़ा नॉर्मल थी¡*.
मैने माला को घोड़ी के पोज़ मे आने को कहा ऑर उसके पीछे से उसकी चूत मे लंड डाल दिया¡*.इस बार मैने दो धक्को मे ही पूरा लंड चूत मे डाल दिया¡*.
माला-दिलीप¡*आहह..दर्द हो रहा¡*आहह¡¯¡¯
दिलीप- बस माला..थोड़ा रूको..सब ठीक होगा¡*
मैं अपना काम करता रहा और 5 मिनिट के बाद माला नॉर्मल हो गई¡*उसकी आँखे आँसुओ से भर गई थी¡*मैने फिर धक्का मारा ओर पूरा लंड अंदर डाल दिया¡*.
माला-उहूहू..म्मूऊउम्मय्ययी¡*.एम्मॅर..आहह..गगाइइइ¡*.म्मयमायीयी
मैं माला के बूब्स सहलाते हुए उसे किस करने लगा ऑर धीरे धीरे लंड को हिलाने लगा¡*.
करीब 10 मिनट की मेहनत के बाद माला नॉर्मल हुई ऑर बोली...मैने लंड को निकाल कर माला की चूत देखी तो वो लाल हो गई थी....
माला-अब करो¡*दर्द कम है¡*
मैं- ठीक है मेरी रानी..मैं आराम से करता हूँ¡*
माला-ह्म
मैने फिर से लंड डाला और प्यार से माला को चोदना सुरू किया ऑर थोड़ी देर के बाद स्पीड बढ़ाई¡अब माला भी दर्द के साथ मस्ती मे सिसक रही थी¡*
दिलीप- माला..अब ठीक है¡*
माला-आहह..हाँ..दिलीप¡*करो¡आहह
दिलीप- ये लो¡*..प्यार से¡*यीहह
माला- हाँ..दिलीप¡*डालो¡*.आहह
मैने अपनी स्पीड थोड़ी और बढ़ा दी¡*
दिलीप- ये ले माला¡*अब मज़ा करो..
माला-आहह..दिलीप¡*डालो¡*ज़ोर से¡*आहह¡*
दिलीप- मज़ा आ रहा है¡*
माला- हहा¡*.दिलीप¡*बहुत..आहह¡*डालो
मैने थोड़ी देर बाद फुल स्पीड मे माला को चोदना सुरू किया ऑर माला ने भी अपनी गान्ड को उछाल कर लंड का स्वागत करना सुरू किया¡*.
दिलीप- ये ले. मेरी माला..अपने पहले प्यार का ले..
दिलीप-हाँ...दिलीप...फाड़ दो....अब...ज़ोर से...आहह..आहह
दिलीप- ये ले......मज़ा आया...
माला-आहह..दिलीप¡*ज़ोर से..ओरर..तीजेज्ज
मैं तेज़ी से माला को चोद रहा था ऑर माला झड़ने लगी ऑर उसके चूत रस के साथ खून मिक्स हो कर बहने लगा¡*.
माला-दिलीप¡*आहह..मैम्म्म¡*पानी¡*निकला¡*.आअहह
दिलीप- यस..निकाल..दे¡*.ओर निकलेगा¡*.ये ले¡*.
जैसे ही माला झड गई तो मैने लंड को चूत से बाहर निकाल लिया तो देखा कि चूत खून से लाल हो गई थी ऑर पूरी खुल चुकी थी¡*माला भी
अब थोड़ा नॉर्मल थी¡*.
मैने माला को घोड़ी के पोज़ मे आने को कहा ऑर उसके पीछे से उसकी चूत मे लंड डाल दिया¡*.इस बार मैने दो धक्को मे ही पूरा लंड चूत मे डाल दिया¡*.
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
( Marathi Sex Stories )... ( Hindi Sexi Novels ) ....( हिंदी सेक्स कहानियाँ )...( Urdu Sex Stories )....( Thriller Stories )
- rangila
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- Joined: 17 Aug 2015 16:50
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
माला-आहह..दिलीप¡*आअराम से¡*
दिलीप- अब आराम हो गया माला¡*अब बस मज़े कर¡*
और मैं स्पीड से माला को घोड़ी की तरह चोदने लगा¡*
माला भी अब मस्त हो कर सिसकने लगी थी¡*
दिलीप- ये ले मेरी माला ¡*.अच्छा लगा¡*
माला-आअहह..दिलीप...मस्त है....ज़ोर से....डालूओ
दिलीप- हाँ..ये ले...
माला-आहह..आह..दिलीप...फाड़ दूओ....मज़ाअ...आहह....आ...गायाअ...
दिलीप- अभी ओर मज़े करवाउन्गा..आगे...
दिलीप-आहह¡*¡*मैं¡*..भी करना..चाहती¡*आहह¡*.हुउऊउ
मैं पूरी स्पीड मे 5 मिनिट माला को चोदता रहा ऑर माला फिर से झड़ने लगी¡*
माला- दिलीप¡*..मेरा¡*पानी,¡*आहह¡*..आहह¡*निकल¡*.रहा.....
माला झड़ने लगी ऑर उसकी चूत मे पानी के साथ मेरा लंड अंदर बाहर होते हुए फ्यूच फॅक करने लगा¡*.ऑर चुदाई का महॉल गरम हो गया¡*
माला-ओह्ह..दिलीप¡*ह¡*आहह
दिलीप- येस्स..माला¡*यस¡*
माला-दिलीप.आआ¡*..आहह..आहह¡*आहह¡*.
पूरे रूम मे अब आवाज़े गूंजने लगी
मैं भी अब झड़ने के करीब था
तो मैं पूरी स्पीड से माला को चोदने लगा
और कुछ ही देर में मैं माला की चूत में झड़ने लगा...
और कुछ ही देर में मैं माला की चूत में झड़ने लगा
और साइड में लेट गया
कुछ देर बाद मैं बाथरूम गया और नाहके अपने कपड़े पहेन लिया
माला के रूम में जाके देखा तो वो सो चुकी थी
मैं उसके माथे को चूमा और अपने घर की तरफ चल दिया
मेरे जाने के बाद माला अपनी आँखें खोली
और रोने लगी
दिलीप- अब आराम हो गया माला¡*अब बस मज़े कर¡*
और मैं स्पीड से माला को घोड़ी की तरह चोदने लगा¡*
माला भी अब मस्त हो कर सिसकने लगी थी¡*
दिलीप- ये ले मेरी माला ¡*.अच्छा लगा¡*
माला-आअहह..दिलीप...मस्त है....ज़ोर से....डालूओ
दिलीप- हाँ..ये ले...
माला-आहह..आह..दिलीप...फाड़ दूओ....मज़ाअ...आहह....आ...गायाअ...
दिलीप- अभी ओर मज़े करवाउन्गा..आगे...
दिलीप-आहह¡*¡*मैं¡*..भी करना..चाहती¡*आहह¡*.हुउऊउ
मैं पूरी स्पीड मे 5 मिनिट माला को चोदता रहा ऑर माला फिर से झड़ने लगी¡*
माला- दिलीप¡*..मेरा¡*पानी,¡*आहह¡*..आहह¡*निकल¡*.रहा.....
माला झड़ने लगी ऑर उसकी चूत मे पानी के साथ मेरा लंड अंदर बाहर होते हुए फ्यूच फॅक करने लगा¡*.ऑर चुदाई का महॉल गरम हो गया¡*
माला-ओह्ह..दिलीप¡*ह¡*आहह
दिलीप- येस्स..माला¡*यस¡*
माला-दिलीप.आआ¡*..आहह..आहह¡*आहह¡*.
पूरे रूम मे अब आवाज़े गूंजने लगी
मैं भी अब झड़ने के करीब था
तो मैं पूरी स्पीड से माला को चोदने लगा
और कुछ ही देर में मैं माला की चूत में झड़ने लगा...
और कुछ ही देर में मैं माला की चूत में झड़ने लगा
और साइड में लेट गया
कुछ देर बाद मैं बाथरूम गया और नाहके अपने कपड़े पहेन लिया
माला के रूम में जाके देखा तो वो सो चुकी थी
मैं उसके माथे को चूमा और अपने घर की तरफ चल दिया
मेरे जाने के बाद माला अपनी आँखें खोली
और रोने लगी
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- rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
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- Pavan
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- Joined: 19 Apr 2020 21:40
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
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