रंडी खाना complete

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josef
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Re: रंडी खाना

Post by josef »

मैं फिर से दूसरा पैक बनाने लगा मेरे दिमाग में शबनम की कही हर एक बात गूंज रही थी...ड्रग्स ??
“तो क्या तुम्हारे पुराने होटल में ड्रग्स भी सप्लाय करते थे”
मैंने} ठोह लेते हुए पूछा
“नही उसके लिए अलग से डीलर है बड़ा रिस्की काम है इसलिए ये काम कोई नही करता सिवाय एक के ….”
मेरी नजर उस पर ही टिकी थी
“खान ...तुम्हारी काजल वाले “
मेरा दिमाग और गर्म हो गया और मैंने अपना पैक एक ही झटके में पी लिया ,मैंने तीसरा पैक बनाया ..
“वो लोग भी डीलर के माध्यम से ही डील करते है,तुम चाहो तो मैं डीलर को तुमसे मिलवा सकती हु “शबनम हर गलत काम की पहुची हुई खिलाड़ी थी ..
“नही यार अगर जरूरत पड़ी तो सोचेंगे ..”मैं बुझे हुए स्वर में बोल पाया
“ओके लेकिन इतने दूर क्यो हो”
वो मेरा कालर पकड़ कर मुझे अपने ऊपर ही खिंच लिया ,हमारे पैक खत्म हो चुके थे और मैं अब शबनम के ऊपर था ,वो मेरे नीचे पड़ी थी और हल्के हल्के मुस्कुराते हुए मुझे देख रही थी..
“यार देव तुम काजल की ओपन रिलेशनशिप वाली बात को मान क्यो नही लेते “
मेरे दिमाग की माँ बहन हो गई थी ये साली काजल हर एक चीज को इसे बताती है…
“देखो आगा तुम मान जाओ तो कितनी लडकिया है जिनके साथ तुम सेक्स कर सकते हो ,,,,...5 तो अभी आयी है और जो यंहा पुरानी है और रश्मि मेडम भी कम माल नही है “शबनम की इन बातो से मुझे उसके ऊपर ही चिढ़ सी आने लगी और गुस्से में खड़ा हुआ लेकिन उसने फिर से मुझे अपने ऊपर खिंच लिया..
“यार तुम तो बुरा ही मान गए “
मैं अब उसके ऊपर पूरी तरह से पसरा हुआ था ,उसके उन्नत वक्ष मेरे सीने से गड रहे थे जिसे इतने दिनों से पाना चाहा था वो मेरे नीचे थी लेकिन पता नही क्यो मुझे उसपर कोई भी इंटरेस्ट नही जग रहा था..
लेकिन वो तो वो थी वो कहा मुझे छोड़ने वाली थी,उसने मेरे सर को अपने मुह के पास लाया और धीरे से फूक मेरे कानो में मार दी ,उसकी इस अदा से मैं भी दीवाना हो गया ,
“क्या कर रही हो”
“बस तम्हे खुस करने की कोशिस “
“इसकी क्या जरूरत है “
“मुझे नही लेकिन तुम्हे तो है ,देखो तुम्हारा ये नाग कैसे खड़ा हो गया है “
सच में मेरा लिंग तनकर उसके जांघो के बीच रगड़ खा रहा था
उसका स्कर्ट ऊपर हो गया था और उसकी पेंटी से मेरा लिंग टकरा रहा था ,मैं पूरी तरह से मदहोश होने लगा
”देव तुम बहुत अच्छे इंसान हो लेकिन अच्छे इंसानों की यंहा कद्र नही होती यार प्लीज़ कमीने हो जाओ “वो अपने कमर को उचकाती हुई बोली,मेरा लिंग उसके योनि से जोरो से रगड़ खाया,
“मान भी जाओ देव ...आगे बढ़ो और ले लो मेरी “
मैं उसके नीचे हाथ ले जाकर उसके कपड़े को खोलने लगा अब वो बस अपने अंतःवस्तो में थी


मैं उसके होठो को चूमने लगा ,मेरे हाथ उसके उजोरो को मसल रहे थे,उसकी सांसे तेज चल रही थी और वो भी मदहोश हो रही थी ,उसकी पेंटी पूरी तरह के भीग चुकी थी ,और मेरा लिंग मेरे पेंट के ऊपर से ही उसके पेंटी में फसे हुए उसके गहराई को नापने को तैयार बैठा था...वो बार बार वही को रगड़े जा रहा था,शबनम ने ही अपना हाथ बढ़कर मेरे पेंट को उतारना शुरू किया ,मैं थोड़ी ही देर में नंगा हो चुका था,अब भी मेरा लिंग उसके योनि के ऊपर से उसे रगड़ रहा था,वो गीली हो कर बुरी तरह से मचल रही थी ,मेरी उंगलिया उसकी पेंटी में फंस गई और अब उसे मैं नीचे सरकने ही वाला था,मेरा पूरा शरीर ही उसके ऊपर ठौर मेरा लिंग द्वार पर खड़ा हुआ बस इसी इंतजार में था की कब वो एक पर्दा हटे और वो अंदर चला जाए..
ऐसे तो हवस की आग में जल रहा था लेकिन फिर भी मेरे दिमाग ने मुझसे कहा ..
‘ये एक फैसला तेरी जिंदगी बदल देगा
अगर तू उसके पेंटी को नीचे खिंचता हु तो तुझे तेरी काजल के पेंटी उतरने की भी परवाह बंद करनी होगी….’
मैं पागल हो गया ,मेरा दिमाग और मेरा लंड दोनो ही एक अजीब से संघर्ष में फंस गए थे ,एक जोरो से चीख रहा था की उतार इसे उतार ,तो दूसरा कह रहा था की सोच ले ये उतारा तो फिर अपनी बीवी को कैसे बचा पायेगा,
लंड ने कहा : साले वो तो कई लोगो का खा रही है मजे कर रही है ,ऐसी आइटम फिर से नही मिलेगी तुझे ,उतार दे बे चूतिये …
दिमाग ने कहा : मर जाएगा जल जल के ,फिर तेरा प्यार ईमानदार नही रह जाएगा,कैसे रोक पायेगा फिर तू ,अगर वो बोलेगी की तुम भी किसी और के साथ सो के आये हो
लंड ने कहा ; सब तो चोद ही रहे है उसे ऐसे भी वो तेरी कहा सुनती है..
दिमाग ने कहा : लेकिन तेरी इज्जत तो करती है
लंड ने कहा : माँ चुदाये इज्जत
“चुप करो मादरचोदों “मैं जोरो से चिल्लाया शबनम घबरा कर मुझे देखने लगी
“क्या हुआ,क्या हुआ देव ..”
मुझे थोड़ा होश आया
“कुछ नही कुछ नही “
वो हल्के से मुस्कुराई
“पहली बार है ना काजल के सिवा किसी दूसरे का इसीलिए ,अब आ जाओ यार क्यो तड़फा रहे हो ,”
वो खुद ही अपनी कमर ऊपर उठा कर अपने पेंटी को नीचे सरका दी और मेरे कमर को पकड़ कर अपने कमर से रगड़ने लगी,
लंड की तो बांछे खिल गई और दिमाग की मा चुद गई,,
मेरा लिंग उसकी योनि से निकले हुए पानी से भीगने लगा ,वो सिसकिया ले रही थी उसकी आंखे बंद थी लेकिन मुझे लिंग को अंदर नही ले जाता देख कर वो अपने हाथो से ही उसे पकड़कर अपने योनि में रगड़ने लगी,,...
मेरा लिंग भी अब उसके रस से भीग चुका था और हल्का सा सरकता हुआ वो उसके अंदर चला गया…
वाह क्या अहसास था ,उसकी योनि की गर्मी ने तो मुझे दीवाना ही बना दिया गर्म गर्म चुद के पानी से भीगा हुआ मेरा लिंग सरपट सरपट दौड़ाने लगा था,वो उसकी गहराई की मालिश कर रहा था,ऐसा लगा की वो और भी फूल गया है,जब मैं पूरी तरह से उसके अंदर था तब मैंने उसके चहरे को देखा उसकी आंखे बंद थी और वो मेरे कमर को पकड़े हुए उसपर दबाव बना रही थी ,मैं भी अपनी स्पीड को बढ़ता चला गया,सिसकियों का दौर चल पड़ा था और उस ac वाले कमरे में भी हम दोनो पसीने से भीग गए थे,मैं कसी पिस्टल की तरह उसके अंदर बाहर हो रहा था,,हमारे होठ भी एक दूसरे में मिल गई थी ,और थूक से सने हुए होठो ने एक दूसरे की लार को अपने में मिला लिया था,जिस्म मिले हुए थे,पसीना मिला हुआ था,थूक भी मिल चुके थे,और जोरो के झटके के साथ मैंने अपना वीर्य भी उसकी कोख में भर दी……..
उसने भी उत्तेजना में आखरी झटके के साथ ही खुद का पानी छोड़ दिया,अब हमारे रस भी आपस में मिल चुके थे………..
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Rathore
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Re: रंडी खाना

Post by Rathore »

Super update
#Rathore– #अंदाज 😎 कुछ #अलग 😏 हैं #मेरे_सोचने 😅 का...!
#सबको 👥 #मंजिल 🏠 का #शौंक हैं और #मुझे 😎 #सही_रास्तों😊 का...!!
:shock: :o :( :arrow:
josef
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Re: रंडी खाना

Post by josef »

उसके नाखून मेरे पीठ पर गड गए थे ,और चहरे में हल्की सी मुस्कान भी खिल गई …
मैं हांफता हुआ उसके ऊपर गिर गया…
वो मेरे बालो को सहला रही थी जबकि मैं उसके गले में लगे पसीने को अपने जीभ से चाट रहा था…
“मजा आया बेबी “
उसने बड़े ही लाड़ से मुझसे पूछा
“बहुत ज्यादा ,और तुम्हे “
“सालो के बाद ऐसे झर रही हु,”वो मेरे गालो पर पप्पी देते हुए बोली…
“क्यो,रवि था ,तेरा पति था फिर भी “
वो हल्के से हँसी …
“रवि में वो बात नही रही ,नशे और सेक्स ने उसे बर्बाद कर दिया है...और पति से तो बोर हो गई हु,वही वही कितना मजा आएगा यार …”
“ओह तो काजल भी मुझसे बोर हो गई होगी “
मैं उतना मायूस फील नही कर रहा था,वो फिर से हँसी …
“अरे उसे तो बड़े बड़े लंड मिल रहे है,और तुमसे इतना प्यार भी मिल रहा है,चांदी तो उसकी ही है …”
वो फिर से खिलखिलाई लेकिन उसकी इस बात ने मेरे दिल के टुकड़े टुकड़े कर दिए ,मैं फिर से उदास हो गया …
वो बड़े पप्यार से मेरे बालो में फिर से हांथ घुमाने लगी …
“वो तुमसे उतना ही प्यार करती है जितना की तुम ...लेकिन देखो ना जैसे तुम अपने हवस के हाथो मजबूर हो गए वो भी हो गई...पैसा और हवस जब दोनो ही साथ मिल जाय तो रुकना बहुत ही कठिन होता है देव….”
अब मैं क्या कहता,मैंने भी तो अपने लंड की बात मान ली थी और उसके ऊपर नंगा चढ़ा हुआ था………
“देव काजल सच में खुसनशिब है की उसे तुम्हारे जैसा पति मिला,तुम हेंडसम हो ,पढेलिखे हो ,उससे प्यार भी करते हो और समझदार भी तो...मेरा पति तो चुतिया है,ना साला काम करता है,ना ही मुझसे प्यार बस वो और उसकी शराब….शराब को पैसे मिल जाय तो बस उसे कुछ नही चाहिए,कभी कभी मेरे ऊपर चढ़ कर कमर हिलाता है,जितने में मैं गर्म होती हु वो झड़ ही जाता है…काजल सच में लक्की है यार ”
वो मेरे सीने को चूमने लगी…
“फिर भी वो ये सब कर रही है…”
“देव तुम यार बड़े ही सेंटी हो जाते हो ,मैंने तुम्हे कहा ना हवस और पैसा...इसके अलावा भी कुछ चीजे है….तुम दोनो का भविष्य ...तुम्हारी बहनों का भविष्य ,...”
मैं सर उठाकर उसके चहरे को देखने लगा ,
“यार कब तक हम ऐसे ही दुसरो की गुलामी करेंगे,अगर हम अपना भी कुछ बना ले तो …”
“मतलब ??”
मैं शबनम की बात समझने की कोशिस कर रहा था
“मतलब की काजल ने मुझे एक सपना दिखाया था…”
मैं अपनी आंखे बड़ी कर उसकी बात पर ध्यान देने लगा
“वो खुद का एक होटल खोलना चाहती है,इन सभी होटलों से बड़ा “
मेरे चहरे में फीकी सी मुस्कान आ गई
“और वो ऐसा अपना जिस्म बेचकर करेगी “
मैं हल्के से व्यंग से भरे हुए स्वर में हंसा
“उसके पास एक प्लान है”
उसकी आंखों में चमक आ गई थी ………….
josef
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Re: रंडी खाना

Post by josef »

शबनम अभी भी नंगी लेटी हुई थी और मेरे वीर्य को अपने पेंटी से पोछ रही थी ...मुझे तब आश्चर्य हुआ जब उसने अपनी पेंटी को अपने पर्स में डाल लिया ,
“अरे ये क्या कर रही हो,फेक दो इसे “
वो जोरो से हँसी …
“इतनी महंगी पेंटी फेक दु ...और ऐसे भी ये मुझे तुम्हारी याद दिलाएगा,इसे मैं नही धोने वाली..”उसने मुझे आंख मारी,लेकिन उसकी बात से मेरे लिंग में एक उछाल जरूर आ गया…
“चलो रश्मि मेडम से भी मिल लेता हु और तुम उन लकड़ियों की ट्रेनिंग शुरू कर दो …..

मैं रश्मि के केबिन में बैठा हुआ था,वो किसी से फोन से बात कर रही थी,हमेशा की तरह खूबसूरत रश्मि,अच्छी खासी हाइट थी,गोरों चिट्टी लड़की,और चहरे में मालकिनों वाला रुआब ,,..
“ह्म्म्म तो मिस्टर देव कैसा रहा पहला दिन शबनम के साथ “वो फोन रखते हुए बोली,उसके चहरे में एक मुसकान थी,
“अच्छा था मेडम “
“तुम नही सुधारोगे “
मुझे अपनी गलती का अहसास हुआ ,
“सॉरी रश्मि “
वो फिर से हल्के से मुस्कुराई और अपनी कुर्सी से उठाकर मेरे सामने टेबल में आकर बैठ गई,उसके मिनी टाइट स्कर्ट से उसकी दोनो जाँघे चमकने लगी ,वो कमाल की सेक्सी लग रही थी,होठो पे लगा हुआ लाल लिपिस्टिक और उसके काले खुले हुए बाल उसे और भी सेक्सी लुक दे रहे थे,रश्मि को इतना सजकर आते मैंने पहली बार देखा था,
“नजर बचा के क्यो देख रहे हो सीधे ही देख लो..”
वो फिर से हँसी ,लेकिन मैं झेप गया,उसने मुझे अपनी जांघो को छुपकर देखते पकड़ लिया था,वो मेरे बालो में हाथ फेरकर मुस्कुराई ..
“कमान यार देव,इतना शर्माना बंद करो अब तो तुम्हे कस्टमर और लड़कियों के साथ डील करना पड़ेगा…”
वो साली कातिल थी,गजब की मुस्कान थी ,आज तो दिल और लंड दोनो ही बेताब हो रहा था,पहले शबनम और फिर ये …
शायद उसे मेरे पेंट की ऊँचाई का पता चल गया..
“ओह मिस्टर ,ऐसे ऊँचा करने की जरूरत नही है ,फ्रेंड बोला है तुम्हे बॉयफ्रेंड नही “
उसने मेरे पेंट की तरफ इशारा करके मुझे हल्के से डांट दिया और मैं थोड़ा घबरा सा गया,
“सॉरी वो ,....”
“क्या सॉरी साले घंटे भर से तुम शबनम के साथ ऐयासी कर रहे थे और फिर से खड़ा कर रहे हो ,...”वो टेबल से उठकर फिर से अपनी कुर्सी में बैठ गई लेकिन इससे मेरे दिल में एक डर भर गया,वो सच में मुझसे इतना फ्रेंडली थी अगर वो गुस्सा हो गई तो…
“सॉरी मेडम …”मैंने अपना सर झुका लिया था,
“चलो कोई नही आईन्दा से ध्यान रखना ,हम दोस्त है उससे ज्यादा बढ़ने की कोशिस मत करना ओके “
“ओके मेडम “
मैं अभी भी सर झुकाए हुए था,
“अब अगर एक बार भी तुमने मुझे मेडम कहा तो साले जान से मार दूंगी “वो झूठे गुस्से से बोली और हँस पड़ी ,मैं भी उसकी बात से थोड़ा रिलेक्स हो गया था….
“तो….मुझे होटल के सारे डिटेल्स चाहिए ,खासकर अकाउंट के,हो सके तो आज ही ..”
“जी ……..रश्मि “मैंने अपने को सुधारते हुए कहा जिससे वो हल्के से मुस्कुराने लगी ………
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