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Lovely update
Excellent
Update thodi badi do rangila bhai
Wating next update,
Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
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- Posts: 30
- Joined: 28 Jul 2020 14:20
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
waiting for the next part
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- Posts: 1
- Joined: 29 Aug 2020 14:29
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
Watting fr update
- rangila
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- Posts: 5698
- Joined: 17 Aug 2015 16:50
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
मैं माला को का हाथ अपने हाथ में पकड़ा,और उसके गाल को चूम लिया, वो शरमाने लगी,फिर मैं अपने होंठ उसके होंठो की तरफ बढ़ाने लगा
और कुछ ही देर में हम एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे
माला जिस तरह से मेरे होंठ चूस रही थी,उससे सॉफ पता चल रहा था,कि वो पहली बार किस कर रही है
मैं धीरे धीरे उसके नीचली होंठ को अपने होंठो में भरके चूस रहा था,और वो मेरे उपरी होंठ चूस रही,माला का हाथ मेरे सीने पे घूम रहा
था,फिर मैं किस तोड़ दिया और उसे देखने लगा,माला अभी भी शरमा रही थी...
फिर मैने किस तोड़ दिया
और उसे देखने लगा,माला अभी भी शरमा रही थी
दिलीप- शरमाएगी तो प्यार कैसे करेगी,और वैसे भी सिर्फ़ आज के लिए मिला हूँ,जी भर के प्यार कर
[यह सुनते ही माला एक बार फिर मेरे होंठ चूसने लगी
मैं भी माला के होंठ चूसने लगा,हम दोनो एक दूसरे के होंठो को बड़े प्यार से चूस रहे थे
कुछ देर तक एक दूसरे के होंठो को चूसने के बाद हम ने किस करना बंद किया
फिर मैं माला के जिस्म को उपर से नीचे तक देखने लगा
माला थी तो साँवली लेकिन प्यार करने लायक थी
मैने माला के सर के बालो को पकड़ के एक साइड किया,और उसके गले पे अपने होंठ रखके चूमने लगा,माला की आआह निकल गयी
कुछ देर तक मैं माला के गले को चूमता रहा
फिर मैं माला की आँखो को चूम के उसके गालो को चूमा फिर उसके पूरे चेहरे को चूमने लगा
मैं उसके चहेरे को चूम के लाल कर दिया
उसके बाद मैं माला के होंठो पे अपनी ज़ुबान फेरने लगा,माला शरमाते हुए अपना मुँह खोल दी,मैं अपनी ज़ुबान उसके मुँह में डाल दिया,माला धीरे-2 मेरी ज़ुबान को चूसने लगी
मैं अपने दोनो हाथ माला की कमर पे रखके सहलाने लगा
माला मेरी ज़ुबान चूस रही थी,कुछ देर बाद मैं माला की ज़ुबान चूसने लगा
और साथ ही माला की कमर सहलाने लगा
फिर मैं अपने होंठ माला के होंठो से अलग किया
दिलीप- अपने कपड़े तू उतारेगी या मैं उतारू
माला-[शरमाते हुए] आप ही उतार दो
[मैं माला की कमीज़ नीचे से पकड़ा और उपर उठाने लगा
माला अपने हाथ उपर करके मेरी मदद की,और मैं माला की कमीज़ उतार दिया
माला अपने हाथ नीचे कर ली
मैने माला को लिटा दिया और उसके उपर आके एक बार उसके होंठ चूसने लगा,साथ ही अपने दोनो हाथ ब्रा के उपर से ही माला के दोनो बूब्स पे रखके सहलाने लगा
माला उम्म्म उम्म्म की आवाज़ें निकालने लगी
कुछ देर तक माला के बूब्स दबाने के बाद मैने माला को पलटने को बोला,वो पेट के बल लेट गयी,मैं ब्रा की स्ट्रीप खोल दिया,माला की पीठ पूरी नंगी हो गयी
फिर मैं अपने होंठ माला की पीठ पे रखके माला की पीठ चूमने लगा
माला कामुकता भरी आवाज़ें निकालने लगी
मैं माला की पूरी पीठ को चूमते हुए माला की कमर सहलाने लगा
और कुछ ही देर में हम एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे
माला जिस तरह से मेरे होंठ चूस रही थी,उससे सॉफ पता चल रहा था,कि वो पहली बार किस कर रही है
मैं धीरे धीरे उसके नीचली होंठ को अपने होंठो में भरके चूस रहा था,और वो मेरे उपरी होंठ चूस रही,माला का हाथ मेरे सीने पे घूम रहा
था,फिर मैं किस तोड़ दिया और उसे देखने लगा,माला अभी भी शरमा रही थी...
फिर मैने किस तोड़ दिया
और उसे देखने लगा,माला अभी भी शरमा रही थी
दिलीप- शरमाएगी तो प्यार कैसे करेगी,और वैसे भी सिर्फ़ आज के लिए मिला हूँ,जी भर के प्यार कर
[यह सुनते ही माला एक बार फिर मेरे होंठ चूसने लगी
मैं भी माला के होंठ चूसने लगा,हम दोनो एक दूसरे के होंठो को बड़े प्यार से चूस रहे थे
कुछ देर तक एक दूसरे के होंठो को चूसने के बाद हम ने किस करना बंद किया
फिर मैं माला के जिस्म को उपर से नीचे तक देखने लगा
माला थी तो साँवली लेकिन प्यार करने लायक थी
मैने माला के सर के बालो को पकड़ के एक साइड किया,और उसके गले पे अपने होंठ रखके चूमने लगा,माला की आआह निकल गयी
कुछ देर तक मैं माला के गले को चूमता रहा
फिर मैं माला की आँखो को चूम के उसके गालो को चूमा फिर उसके पूरे चेहरे को चूमने लगा
मैं उसके चहेरे को चूम के लाल कर दिया
उसके बाद मैं माला के होंठो पे अपनी ज़ुबान फेरने लगा,माला शरमाते हुए अपना मुँह खोल दी,मैं अपनी ज़ुबान उसके मुँह में डाल दिया,माला धीरे-2 मेरी ज़ुबान को चूसने लगी
मैं अपने दोनो हाथ माला की कमर पे रखके सहलाने लगा
माला मेरी ज़ुबान चूस रही थी,कुछ देर बाद मैं माला की ज़ुबान चूसने लगा
और साथ ही माला की कमर सहलाने लगा
फिर मैं अपने होंठ माला के होंठो से अलग किया
दिलीप- अपने कपड़े तू उतारेगी या मैं उतारू
माला-[शरमाते हुए] आप ही उतार दो
[मैं माला की कमीज़ नीचे से पकड़ा और उपर उठाने लगा
माला अपने हाथ उपर करके मेरी मदद की,और मैं माला की कमीज़ उतार दिया
माला अपने हाथ नीचे कर ली
मैने माला को लिटा दिया और उसके उपर आके एक बार उसके होंठ चूसने लगा,साथ ही अपने दोनो हाथ ब्रा के उपर से ही माला के दोनो बूब्स पे रखके सहलाने लगा
माला उम्म्म उम्म्म की आवाज़ें निकालने लगी
कुछ देर तक माला के बूब्स दबाने के बाद मैने माला को पलटने को बोला,वो पेट के बल लेट गयी,मैं ब्रा की स्ट्रीप खोल दिया,माला की पीठ पूरी नंगी हो गयी
फिर मैं अपने होंठ माला की पीठ पे रखके माला की पीठ चूमने लगा
माला कामुकता भरी आवाज़ें निकालने लगी
मैं माला की पूरी पीठ को चूमते हुए माला की कमर सहलाने लगा
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
( Marathi Sex Stories )... ( Hindi Sexi Novels ) ....( हिंदी सेक्स कहानियाँ )...( Urdu Sex Stories )....( Thriller Stories )
- rangila
- Super member
- Posts: 5698
- Joined: 17 Aug 2015 16:50
Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
माला की पीठ से होते हुए मैं माला की कमर पे आया,और उसकी पूरी कमर को चूमने लगा
कुछ देर तक माला की कमर चूमने के बाद मैने माला को सीधा किया
माला अपने हाथ अपने बूब्स पे रखके लेटी हुई थी
फिर मैने माला के हाथ उसके बूब्स पे से हटाए और ब्रा भी हटा दिया
माला के बूब्स देखके मैं खो सा गया,एक दम गोल गोल बूब्स थे माला के
फिर मैं माला के दोनो बूब्स पे अपने हाथ रखके मसल्ने लगा
माला आअहे भरने लगी
कुछ देर तक माला के बूब्स को मसल्ने के बाद मैं थोड़ा ज़ोर से माला के बूब्स को मसल्ने लगा
माला फिर भी आहे भरती रही
फिर मैं माला के एक बूब को चूसने लगा
और दूसरे बूब को मसल्ने लगा
बारी बारी मैने दोनो बूब्स को चूसा फिर मैं माला की तरफ देखने लगा
माला थोड़ा शरमाई थोड़ी कामुकता से मुझे देख रही थी
फिर मैं माला के पेट को चूमते हुए माला के बूब्स दबाने लगा,पेट को चूमने के बाद मैं माला के बूब्स को चूसने लगा,और अपनी एक उंगली माला की नाभि में डालके खुरेदने लगा
कुछ ही देर बाद माला का बदन अकड़ गया और उसका जिस्म 3 या 4 झटके खाने के बाद एक दम निढाल हो गया,शायद वो झड गयी थी
फिर मैं माला की शलवार उतारने लगा
माला अपनी गान्ड उठाके अपनी शलवार उतारने में मेरी मदद की
अब माला सिर्फ़ पैंटी में थी
मैने माला की टाँगो को चौड़ा किया और उसकी जाँघो को चूमने लगा
माला आअहे भरने लगी
माला की जाँघो को चूमने के बाद मैने माला की पैंटी को निकाल दिया
मुझे यकीन नही हुआ माला की चूत पे एक भी बाल नही था
मैने माला की चूत की फांको को खोलके देखा छेद बहुत छोटा था
फिर मैं माला की चूत पे अपना मुँह रखके चूसने लगा
कुछ देर तक माला की कमर चूमने के बाद मैने माला को सीधा किया
माला अपने हाथ अपने बूब्स पे रखके लेटी हुई थी
फिर मैने माला के हाथ उसके बूब्स पे से हटाए और ब्रा भी हटा दिया
माला के बूब्स देखके मैं खो सा गया,एक दम गोल गोल बूब्स थे माला के
फिर मैं माला के दोनो बूब्स पे अपने हाथ रखके मसल्ने लगा
माला आअहे भरने लगी
कुछ देर तक माला के बूब्स को मसल्ने के बाद मैं थोड़ा ज़ोर से माला के बूब्स को मसल्ने लगा
माला फिर भी आहे भरती रही
फिर मैं माला के एक बूब को चूसने लगा
और दूसरे बूब को मसल्ने लगा
बारी बारी मैने दोनो बूब्स को चूसा फिर मैं माला की तरफ देखने लगा
माला थोड़ा शरमाई थोड़ी कामुकता से मुझे देख रही थी
फिर मैं माला के पेट को चूमते हुए माला के बूब्स दबाने लगा,पेट को चूमने के बाद मैं माला के बूब्स को चूसने लगा,और अपनी एक उंगली माला की नाभि में डालके खुरेदने लगा
कुछ ही देर बाद माला का बदन अकड़ गया और उसका जिस्म 3 या 4 झटके खाने के बाद एक दम निढाल हो गया,शायद वो झड गयी थी
फिर मैं माला की शलवार उतारने लगा
माला अपनी गान्ड उठाके अपनी शलवार उतारने में मेरी मदद की
अब माला सिर्फ़ पैंटी में थी
मैने माला की टाँगो को चौड़ा किया और उसकी जाँघो को चूमने लगा
माला आअहे भरने लगी
माला की जाँघो को चूमने के बाद मैने माला की पैंटी को निकाल दिया
मुझे यकीन नही हुआ माला की चूत पे एक भी बाल नही था
मैने माला की चूत की फांको को खोलके देखा छेद बहुत छोटा था
फिर मैं माला की चूत पे अपना मुँह रखके चूसने लगा
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
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