Incest सपना-या-हकीकत

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rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

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Update 40

शाम को 5 बजे मेरी नीद गीता बबिता के शोर मचाने के खुली । आंखे खुलते ही वो दोनो मेरे अगल बगल बैठी दिखी और मुह पर हाथ रखे हस रही थी ।
मुझे अजीब लगा कि इन लोगो को क्या हुआ जो ये ऐसे ह्स रहे है ।
मै थोडा सा झिजक कर - क्या हुआ गुडिया क्यू हस रही हो ।
बबिता हस्ते हुए - भईया अपना चेहरा तो देखो
मैने तुरंत हडबडी मे मोबाइल निकाला और उसमे कैमरा खोला तो देखा कि मेरे माथे पर बिन्दी , मेरे दोनो गाल पे बिन्दी और तो और मेरे ठुडी पर 3 बिन्दी लगी थी । मुझे मेरा चेहरा देख कर खुद हसी आ गई ।
गीता बबिता भी खुब तेज तेज हस रही थी ।मैने जल्दी जल्दी सारे बिन्दी उतार दी ।
गीता - हिहिहिह भैया सिर्फ इतना ही नही और भी है खोजो खोजो ।

मै अचरज से - और कहा है दिख नही रहा
बबिता - वो आप खोजो भईया
मै - ठीक है रहने दो मै खोज लूंगा अब जाने दो मुझे फ्रेश होना
गीता - हा हा जाओ जाओ बाहर बुआ लोग नाना सब देख कर आप पर हसेन्गे हिहिहिहिह
मै गीता तो पकड़ा और लिटा कर उसके पेट मे गुदगुदी करने लगा और वो छटपटाने लगती है जिससे दो तीन बार मेरी उंगलिया उसके मुलायम चुचियो को छू जाती है ।
मै उसे गुदगुदाते हुए - अब बताओ कहा कहा लगाया है तभी छोड़ूंगा तुझे
गीता - हा हा हा हा हा हा हा हा हा अरे भईया रुको तब हिहिहिहिही ना बता हहहहहहाहह ऊंगी हाह्हाहाहाहाहाह्हा
मैने उसे छोड दिया
गीता हाफ्ते हुए - ह्य्य्य्य मै तो मर ही जाती
मै - जल्दी बता नही तो तेरा गला दबा दूगा और सारा प्यार बस गुडिया को मिलेगा ,,,,ये बात मैने उसके गले को दोनो हाथो मे हलका सा पकड कर की
गीता उस्मे भी हस्ने लगी और बोली - भईया प्लीज छोडो ना हिहिहिही बहुत गुदगुदी लग रही है ,, मै बता रही हू ना
मै उसे छोड़ते हुए - हा चल बता
गीता - अपना टीशर्ट उठाओ
मै अपना टीशर्ट उपर किया तो मेरे नाभि के चारो तरफ 5 6 बिंदीया चिपकी
मै गिता को घुरते हुए सारे निकाल दिये
बबिता हसे जा रही है थी ।
मै - अब हो गया ना चलो अब जाने दो
बबिता - अभी कहा भईया अभी भी बाकी है हहहहहहा
मैने तुरंत बबिता की कमर को पकड़ा और चींटी काट लिया
बबिता - अह्ह्ह्ह भैया क्या करते हो दर्द होता है न
मै - चल बता और कहा है नही तो इस बार दाँत लगा कर काटूंगा ।
बबिता थोदा शर्माते हुए - भक्क भैया मै नही ब्ताऊगी आप जाओ बाथरूम मे देख लेना
गीता - मैने बोला था ना वहा मत लगा ,,, अब बता ना क्यू हिहिहिही
बबिता - तू चुप कर सब तेरी वजह से शुरू हुआ
गीता - मै तो बस शुरू किया ना जगह तो सारी तुने चुनी ना
मै उन दोनो को झगड़ते देख बोला
मै - अरे तुम दोनो शांत रहो और ब्तओगी की कहा लगाया है आखिरी बिन्दी
बबिता - भईया आप प्लीज बाथरूम मे जाकर देख लो ना मिल जायेगा
मै - नही तुम लोगो ने बहुत शरारत कर ली अब तुम ही बताओगी की कहा लगायी हो
गीता चहकते हुए - भईया मै बताऊ
बबिता - नही गीता ,, नही तो जान ले मै भी वो ब्ता दूँगी जो तुने किया था ।
गीता झेपते हुए - सॉरी भैया फिर मै नही बताने वाली हिहिहिही

मैने सोचा ये लोग ऐसे नही मानने वाले मुझे ही कुछ ड्रामा करना पडेगा ।

मै ठीक है मत बताओ मै खुद ही जाकर बाथरूम मे सीसे मे देख लूंगा,, लेकिन अब तुम लोग अब मुझसे बात मत करना कभी ,, मैने झुटमुट का गुस्सा करते हुए उठा और बिस्तर से उतरने लगा ।

तभी गीता बबिता एक साथ बोली - नही भैया प्लीज ऐसा मत करो हम बताते है ना
मै एक कातिल मुस्कान से घुमा और उन्के सामने फिर अपना चेहरा सीरियस कर लिया और बिस्तर एक बगल मे खड़ा हो गया जबकि वो दोनो बैठी ही थी ।

मै - ठीक है बताओ लेकिन एक शर्त है उसे तुम लोग ही निकालोगे
बबिता - क्या , नही नही नही भैया हम बता देते हैं आप निकाल लेना जैसे बाकी सब निकाले
मै - लगाया तुम दोनो ने ही था ना तो निकालोगे भी तुम ही
गीता - मैने नही सिर्फ़ बबिता ने भैया
बबिता - और तुने जो किया वो
मै - ठीक है फिर बबिता बिन्दी निकालेगी और गीता ने जो किया वो मेरे सामने फिर से करेगी , हिसाब बराबर
गीता चौकते हुए - नही नही भईया प्लीज
बबिता हस्ते हुए - अब मज़ा आयेगा बहुत हसी आ रही थी ना तुझे ।

मै थोडा कडक होकर - वो सब छोडो और जल्दी से बताओ कहा है और उसे निकालो
गीता बबिता मेरे बातो से सहम गयी और डर हिचकिचाहत उन्के चेहरे पर साफ दिख रहा था ।
मै अंदर ही अंदर बहुत खुश हो रहा था कि ये लोग डर गयी है। हालांकि मै होने वाले रोमांच से अंजान था । मेरे लिए वो बचपन की दो छोटी छोटी गुडिया जैसी ही थी , लेकिन आने वाले पल मे मुझे उनके बडे होने और जवानी में कदम रखने का आभास होने वाला था ।
मैने वापस से बबिता को बोला - गुडिया जल्दी करो मुझे फ्रेश होने जाना है
वाकई उस समय मे मुझे पेशाब ल्गा था लेकिन इत्ना भी तेज नही की कण्ट्रोल ना हो ।

बबिता सहमे हुए मेरे पास आई और घुटने के बल बिस्तर पर बैठ गयी और कान पकड कर बोली - भैया आप प्लीज गुस्सा ना होना
मै थोदा सा नाटक करते हुए तेज आवाज मे - हा ठीक है पहले निकालो कहा लगाया है
बबिता - वो आप अपना लोवर निचे करो
मै चौकते हुए सोचने ल्गा कही इसने मेरे ... नही नही ऐसा नही होगा ये लोग बदमाश है लेकिन ऐसी शरारत नही ,,, ये सब सोच कर मेरे लण्ड मे उभार उठने लगा
मै - लोवर क्यू
बबिता - आप निकालो ना
फिर मैंने लोवर को जांघो तक किया और मेरा अंडरवियर दिखने लगा साथ मे मेरे लण्ड की मोटाई का उभार भी ।

बबिता - अब ये भी निचे करो
मै समझ गया कि जरुर बबिता ने शरारत मे मेरे लण्ड पर बिन्दी लगा दी है
मै - ये तू क्या कह रही है और कहा पे लगा दी है बिन्दी ,, मुझे नँगू पँगू करोगी क्या हिहिहिही
बबिता मुझे हस्ता देख थोड़ी नॉर्मल हुई

बबिता - वो बिन्दी निकालने के लिए आपको नँगू पँगू होना पडेगा ,,इसिलिए तो बोली ना मै कि आप बाथरूम मे जाकर देख लो
मै - ठीक है कोई बात नही अब जान गया हू तो खुद ही निकालो
ये सोच कर की बबिता ने मेरे लण्ड पर बिन्दी लगायी है और वो उसे मेरे सामने निकालेगी ,,मेरा लण्ड और टनटना गया
बबिता शर्माते हुए - हा लेकिन आप पहले ये नीचे करो ,,मेरे अंडरवियर की तरफ इशारा करते हुए बोली
मै भी एक नजर गीता और बबिता को देखा वो अब मुझे बचपन की कोई गुडिया नही दो जवान होती माल नजर आने लगी थी ।
फिर मैने अपना अंडरवियर भी निचे घुटनो तक कर दिया जिससे मेरा लण्ड फुदक कर एक सीध मे बबिता के सामने कडक होकर खड़ा हो गया ।

गीता और बबिता आन्खे फाडे मेरे लण्ड को निहारे जा रही थी ।
गीता - इतना बड़ा ,,,,
जैसे ही मैने गीता की आवाज सुनी मुझे थोदा खुद पर गर्व हुआ और उसकी तरफ देखा तो वो मुझे देख कर शर्मा गयी ।
फिर मै - कहा है बिन्दी गुडिया यहा भी नही दिख रहा है
बबिता - भईया वो आप अपना ये उपर उठाओ ,, उसके निचे चिपकाई हू ताकि आप खोज ना पाओ

मुझे खुशी हो रही और थोडा सा नशा भी की मेरी दो जवान होती बहनों ने खेल खेल में ही बहुत आगे आ चुकी थी
मै - नही मै नही कुछ करने वाला ,तुमने लगाया है तुम्हारी सजा है कि तुम खुद निकालोगी

बबिता सहमी सी थी और मै नाराज ना हो जाऊ इसिलिए उसने अपने नाजुक हाथो से मेरे लण्ड को थामा और उपर की तरफ उठा दिया ,,, बबिता के कोमल हाथो का स्पर्श अपने लण्ड पर पाते ही मेरे लण्ड का बचा कुछ हिस्सा भी पुरे जोश मे फड़कने लगा ,,,फिर बबिता ने मेरे लण्ड और आड़ो के बीच से एक छोटी से बिन्दी को निकाला और खुश होते हुए बोली - हो गया भईया ये रहा हिहिहिही , और मेरे लन्ड़ को छोड दिया जो काफी समय तक हिलता रहा ,,इस दौरान गीता लगातर मेरे खड़े लण्ड पर नजरे बनाये हुई थी ।

मै - हम्म्म चलो ठीक है हो गया ,,अब आगे से ऐसी बदमाशि मत करना ठीक है ,अब मै जा रहा हू फ्रेश होने

बबिता - अरे भईया ऐसे कैसे ,, मुझे सजा दी और गीता को क्यू नही ।

मै - अब उसने क्या किया था
बबिता - उसने तो .... आप इसी से पुछो हिहिहिही
मै - मीठी चलो बताओ अब तुमने क्या किया था
गीता तो मानो मेरे खड़े लण्ड मे खोयी हुई थी और मेरे पूछने का इन्तेजार कर रही थी ।
गीता - भईया वो मै कैसे बताऊ
मै - बता नही सकती तो कर के दिखा दो और तुम्हारी सजा भी पूरी हो जायेगी ,क्यू गुडिया
बबिता ह्स्ते हुए - हा भैया सही कह रहे हो आप इहिहिहिही
मै - चलो मीठी
मेरे इतना कहते ही मीठी घोड़ी बनकर बिस्तर पर से चलते हुए मेरे खड़े लण्ड के सामने आई और अपने मुलायम होठो को सिकोड़ कर मेरे लण्ड सुपाडे को चूम लिया ।

मै शौक मे आ गया कि मै जिन्हे नादान समझ रहा था वो दोनो कीतनी आगे निकली ।
गीता के मुलायम चुम्मी का अह्सास से मुझे बहुत शुकून मिला लेकिन साथ मे नशा भी होने लगा । मैने सोचा अगर ये लोग ऐसी है तो क्यू न थोडा बहुत इनसे मज़ा लू , लेकिन यहा नही बाहर टयूबवेल जहा कोई ना हो ।

मै थोडा नाराज होते हुए अपना अंडरवियर और लोवर उपर कर लिया और बोला - मीठी ये सब क्या है तुम दोनो बहुत बिगड़ गयी हो

गीता मायूस सा मुह बना कर - सॉरी भैया वो आप सो रहे थे तो ये भी सो रहा था और जब बबिता ने आपके वहा पे बिन्दी लगायी तो ये बहुत प्यारा दिख रहा था तो मैने उसे छोटा बाबू समझ कर किस्सी कर लिया ।

बबिता - हा भैयया प्लीज नाराज ना हो
मै - तुम लोगो ने जो किया उसकी सजा अभी और मिलेगी ,
गीता बबिता - क्या अभी और लेकिन क्या
मै - वो तो बाद मे दूँगा लेकिन अभी मेरा गुस्सा कम करना है तो मुझे कही घुमाने ले चलो ।

गीता बबिता एक साथ खुश होते हुए कहा- ठीक है भैया
गीता - चलो आज हम आपको हमारे फेवरिट ट्यूबवेल पर ले जायेंगे इहिहिहिही
बबिता - हा भैया बहुत मज़ा आयेगा ।

मै - ठीक है मै जा रहा हू फ्रेश होने तब तक तुम दोनो तैयार हो लो
गीता - हा ठीक है हमे 20 मिंट लगेगा
मै -20 मिंट क्यू
बबिता - अरे भैया वो हम कपडे लेके जाते है ना वहा हीहीहि
मै - ठीक है जल्दी आओ तुम सब
फिर वो दोनो फुदकते हूए बाहर निकल गयी और मै भी मन मे इन दोनों से मज़े लेने का प्लान बनाते हुए बाथरूम मे गया और फ्रेश हुआ और अपने कमरे मे गया , जहा मा और मौसी दोनो साथ मे सोये थे । मा मौसी की तरफ पीठ करके सोयी थी ।
मै मौसी को देख कर उत्तेजित हो गया और धीरे से दरवाजा बंद करके मौसी के पास लेट गया ।
फिर मैने मौसी की तरफ करवट ली और सारी का पल्लू उनके उपर से हटा दिया ,और ब्लाउज मे कसी हुई चुचिया देख कर मेरे मुह और लण्ड दोनो मे पानी आ गया ।

फिर मैने मुह खोला और ब्लाऊज के उपर से एक चुचि को मुह मे भर कर हल्के दाँत से काटने लगा और ब्लाऊज पर से ही जीभ लगा कर ब्लाउज गिला करने लगा ।
इतने से मेरा मन कैसे भरता
और मै मौसी के कन्धे के बगल मे घुटने के बल आया और लोवर अंडरवियर साथ मे निचे कर लण्ड को मौसी के मुह के सामने हिलाकर खड़ा करने लगा ,,,कुछ ही पलो मेरा लण्ड टनटना गया और मैने लण्ड को खोल्कर सुपाडे को मौसी के नाक के ठीक नीचे रखी जिससे मौसी को मेरे लण्ड की खुस्बु मिले और वो उत्तेजित हो जाये ,,और हुआ भी यही कुछ ही सेकण्ड मे मौसी के चहरे के भाव बदलने लगे और सांसे भारी होने लगी , ज्यादा सांस लेने के लिए अब वो हल्का हल्का मुह खोलकर सांसे भर रही थी ,, मै इसी मौके की तालाश मे थे और लण्ड को उथा कर अब मौसी के मुलायम होठो पर रगड़ने लगा ,, मेरा सुप्पडा अब मौसी के दोनो होठो के बिच मे था और मौसी के मुह की गरम सासे उसे पिघलाने लगी। ऐसे मे जब मौसी से बरदास्त मा हो सका तो उनकी आंखे खुल गयी और मुझे मेरा लण्ड उन्के मुह पर रगडता देख कुछ बोलती उससे पहले मैने अपने मुह पर उंगली रख मा की तरफ इशारा किया जो मौसी की तरफ पीठ किये करवट ले कर सोयी थी ।
फिर मैने लण्ड को उन्के मुह से हटाया और एक जोरदार किस्स मौसी के होठो पर किया जिसमे मौसी ने भी मेरा साथ दिया । फिर मै उठा और वाप्स उसी पोजीशन मे आकर लण्ड को मौसी के मुह के उपर रख दिया और मौसी ने बिना कुछ बोले मेरी आँखो मे देख्ते हुए मुह खोलकर जीभ निकाली और मेरे सुपाडे को चाट लिया ,,,

अह्ह्ज्ज पुरे बदन मे सिहरन सी दौड़ गयी
मैने अपना कमर आगे किया जिससे मेरा लण्ड एक सिरे से मौसी के होठो के बिच से होता हुआ आड़ो तक गया ,,, और मौसी ने एक हाथ से मेरे लण्ड को थामकर उसकी चमडी आगे पीछे करने लगी और जीभ निकाल कर मेरे आड़ो को चाटने लगी।
अब मेरे चेहरे के भाव बदलने लगे थे, मै आखे बंद किये मौसी की कलाबाजी का आनन्द लेने ल्गा ,,,हल्की सिस्किया आने लगी ,,, जिसका पता मौसी को भी था क्योकि मै मेरे लण्ड पर पडने वाले हर अह्सास से सिस्क पडता और मेरे एक हाथ मे कैद मौसी की चूचि दब जाती ,,,जिससे मौसी उत्तेजित होकर मेरे आड़ो को मुह मे भर कर और जोर से चुस्ती

अब ये recycle बन गया था कि जब जब मौसी मेरे आड़ो पर जोर डालती तब तब मै उसकी चुची मिज देता और वो वापस से मेरे सुपाडे पर चमडी आगे पीछे किये मेरे आड़ो को चुस्ती रहती ।
फिर मै खुद पीछे हुआ और लण्ड को उन्के होठो पर वापस ले गया और इस बार मौसी खुद एक कोहनी के सहारे करवट लेकर मेरे लण्ड को चूसने लगी । अब मेरे दोनो हाथ उन्के बालो पर आ गये और मै खुद उनका सर लण्ड पर हल्का दबाता जिससे वो गले तक मेरे लण्ड को ले जाती । बिच बिच मे मौसी मेरे लण्ड को थाम कर उसके सुपाडे पर जीभ नचाती जिससे मेरा रोम रोम में सिहरन होने लगती और मेरी सारी पकड कमजोर होने लगती थी ,,,ऐसे ही 10 मिंट की जोरदार चुसायि के बाद मेरा आखिरी पड़ाव आ चूका था और मौसी के मुह लण्ड कसने लगा ,,, 10 मिंट की लागातार मुह पेलाई से मौसी के मुह की लार गाढी हो गयी थी और मेरा पुरा लण्ड उससे लिपट गया था । आखिरी समय मे मैने मौसी का सर पकड़ा और तेज़ी से उन्के मुह में पेलने लगा जिससे मेरे हर धक्के के साथ मुह से गुउउउक्क्क गुउउउक्क्क्क की आवाज आने लगी और 12 15 झटको मे मै मौसी के मुह मे झड़ने लगा ,,, लेकिन मौसी तो मानो इसी के इंतेजार मे थी जैसे ही मेरा झड़ना शुरू हुआ वो मेरी कमर को खिच कर पुरा का पुरा लण्ड मुह मे भर लिया और मेरा सारा माल मौसी के गले मे गिरने लगा फिर मौसी ने मेरे लण्ड को बाहर निकाल कर अच्छे से साफ करके छोड दिया और सीढ़ी लेट गयी।

मै भी थक कर टेक लिये वही बैठ गया । फिर एक नजर मा की तरफ देखा तो वो वैसे ही करवट लिये सोयी हुई थी ,, फिर मेरी नजर मौसी पर गयी तो वो अपने मुह पर लगे मेरे माल की उंगली से साफ कर चाट रही थी । मुझे मौसी को देख कर बहुत प्यार आया और मैने उन्के सर पर बहुत प्यार से हल्के हाथो से हाथ फेरते मुस्कुरा कर उनको देखने लगा ,,, बदले मे मौसी मे नजर उपर की और मुझे उनको दुलारता देख वो वाप्स से मेरी गोदी मे आकर मेरे लण्ड को चूम लिया और वापस से वही लेट गयी ।
मै भी थोडी देर आराम किया और तभी गीता बबिता दरवाजे पर आकर मुझे आवाज देने लगी । फिर हमने जल्दी जल्दी अपने कपड़े ठीक किये और फिर मै उठ कर दरवाजा खोल्ने गया ,,फिर वो दोनो तेज आवाज मे बोल्ने लगी - चलो ना भैया देर हो जयेगा नही तो
मा - कहा जा रहे हो तुम लोग अभी
मै मा की आवाज से थोडा चौका शायद गीता बबिता की शोर गुल से उठ गयी हो
गीता - बुआ हम लोग जा रहे भैया को घुमाने आप भी चलो ना और आप भी बड़ी बुआ

मौसी - अरे नही नही बेटा तुम लोग जाओ अभी तुम्हारे बबा की तबियत नही ठीक है कोई तो होना चाहिए ना देख्ने के

अब चौकने की बारी मेरी और मा की थी
मा थोड़े फ़िकर मे - क्या हुआ दीदी बाऊजी
मौसी मुस्करा कर लेकिन आँखो से इशारे करते - अरे डरने की बात नही छोटी सब ठीक है ,,तुम लोग जाओ बच्चो कोई टेनशन ना लेना और राज इन दोनो का ख्याल रखना
बबिता - ठीक है बुआ हम दोनो भैया का ख्याल रखेंन्गे हिहिहिही

मा - बदमाश अब जाओ और जल्दी घर आजाना
गिता बबिता - जी बुआ ,,,चलो भैया
फिर मैं उन लोगो के साथ निकल गया खेतो की तरफ

अब देख्ते है आने वाला पल क्या नये रोमांच लाने वाला है राज के लिए ..
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

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Update 41

मै गीता बबिता के साथ पीछे के रास्ते खेतो की तरफ निकल पडा । धान की खेती से चारो तरफ हरियाली छायी थी और काफी खुशनुमा माहौल था ।
मेरे आगे गीता बबिता चल रहा थी । बबिता ने एक झोला लिया था । दोनो ने कपडे बदल लिये थे वो दोनो अब हाफ टीशर्त और कैफ्री मे थी ।
सबसे आगे बबिता हाथ मे झोला लिये चल रही थी उसके पीछे गीता ।
कैफ्री मे गीता की गाड़ उभर कर सामने दिख रही थी और चल्ते हुए पानी से भरे गुब्बारे के जैसे हिल रही थी । गीता की गाड़ देख कर उत्तेजित हो गया था और मन कर रहा था कि कैसे करके गीता की नरम ताज़ी जवानी को मसल पाऊ । इसी की प्लानिग मे मै चुप था इस दौरान गीता बबिता ने काफी कुछ बताया जो मै अनसुना करते हुए सारा ध्यान गीता की हिलते गाड़ मे लगाये हुए उसके पीछे चल रहा था ।

मै गीता के करीब गया और उसके कन्धे को दोनो हाथो से पीछे से पकदते हुए चलने लगा
मै - मीठी कहा ले जा रही हो मुझे
गीता - एक खास जगह भैया वहा आपको बहुत मज़ा आयेगा
मै - लेकिन कहा
गीता ने उंगलि से इशारा करते हुए बताया वहा
मेने देखा करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर एक पक्का ट्यूबवेल है जिसके बगल मे एक मंजिला मकान भी ब्ना है । फिर मैने वापस मुड कर गाव की तरफ देखा तो हम गाव से काफी दुर आ गये थे ,, इत्ना की आंखे बारीक करने पर दिखे

मै - इत्ना दूर,,क्या खास है यहा गुडिया
बबिता - वो तो चल कर पता चलेगा ना ,, बाबा ने ये खास हम दोनो के लिए बनवाया है और यहा कोई नही आता हिहिहिही

मै खुस हो गया चलो कुछ अच्छा तो हुआ इतना दूर आने का लेकिन इन दोनो को एक साथ कैसे फसाऊ । चलो वहा जाकर कोई जुगाड देखता हू ।
फिर हम तीनो कुछ देर बाद ट्यूबवेल पर आ गये ।
बहुत ही बड़ा हातेदार ट्यूबवेल था । जिसमे पानी एक्थ्था होता था । उसमे सीने बराबर पानी था और चौड़ाई इत्नी की बडे आराम से दस लोग अंदर नहा ले ।
बबिता ने झोले से चाभी निकाली और ट्यूबवेल खोल कर मोटर चालू कर दिया,,,, कुछ ही देर मे हाता भरने लगा ।

गीता - है ना भैया मज़ेदार जगह ,,,
मै खुश होते हुए - हा मीठी ये तो स्विमिंग पूल जैसा है ।
बबिता - हा ये हम लोगो ने बाबा से कह कर बनवाया है हम रोज यहा नहाने आते हैं ।हिहिहिहिह
मै खुश होते हुए चलो फिर नहाते है अजाओ
फिर मै जलदी से अपने कपडे निकाले और अंडरवियर मे आ गया और छपाक से पानी से भरे हाते मे कूद गया

गीता बबिता मुझे उतावला देख हसने लगी
फिर मै थोडा सा तैर कर उन्के सामने आया और पानी के छीटे मारने लगा वो दोनो चिल्लाए हुए पीछे हो गयी।

मै - अरे आजओ ना गुडिया मीठी जल्दी से
फिर बबिता ने झोला टांग दिया और सीढ़ी से उपर आने लगी

मै - अरे कपड़े तो निकालो
बबिता - हम तो ऐसे ही नहाते है और फिर मैने कपडे लाये है ना
मै - धत्त कपड़ो मे नहाने का क्या मज़ा
गीता - वही तो मै भी कहती हू लेकिन यही बोलती है कि कोई आ जायेगा कोई आ जायेगा
मै - अरे कोई नही आयेगा यहा ,,, देखो दूर दूर तक कोई नही है और कोई आता दिखा तो तुरंत घर मे चले जाना

बबीता - हा लेकिन बिना कप्डो के कैसे भैया मुझे शर्म आयेगी ।
गीता - हे भगवान,,, पगली भैया अंडरगार्मेंट्स मे बोल रहे है नँगू पँगू होने को थोडी कह रहे हैं,,,,क्यू भैया

मै तो चाहता था कि नंगे हो जाये लेकिन भूखे पेट को सुखी दाल ही सही ।
मै - हा और क्या देखो मै भी तो अंडरवियर मे हू ।

बबिता -ठीक है भैया आप नहाओ हम कपडे निकाल कर आते है चल गीता
फिर वो दोनो ट्यूबवेल के कमरे मे गयी

यहा मै पानी के खड़े खड़े ये सोच कर मस्त हो रहा था भीगने के बाद गीता बबिता की चुचिया देखने को मिलेगी और यही सोच कर मेरा लण्ड और खड़ा हो गया था । मै सोच ही था कि दोनो बहने अंडर गार्मेंट्स मे मेरे सामने आ गई । दोनो फुल वाली पैंटी और फुल टेप पहना था
सफेद सूती चौडे पटटे वाली टेप मे गीता के डार्क निप्प्ल साफ पता चल रहे थे और रसिली आम जैसी उसकी चुचिया टेप के अन्दर पुरा कसाव लिये थी ,,,गीता की मखमली जान्घे देख कर पानी मे मेरा लण्ड फुकार मारने लगा । वही बबिता ने मरून रंग का polyster वाली पतली पट्टी का टेप पहना था जो उसके बदन से पुरा चिपका था ,,, गुलाबी पैंटी मे बबिता की चिकनी टाँगे कहर बरपाया जा रही थी ।

मुझे खुद को घूरता देख दोनो शर्मा रही थी ।
मै - चलो चलो अजओ जल्दी
गीता - भैया आप किनारे हो जाओ मै दौड़ कर कुदुंगी

फिर मै थोडा किनारे ही गया
गिता कुछ दूर पीछे हट कर दौड़ते हुए मेरी तरफ आने लगी ,,, दौड़ते वक़्त उसकी मोटी चुचिया उपर निचे हो रही थी और वो छपाक से पानी मे कूद गयी जिससे उसका पुरा जिस्म भीग गया ,,,,और उसके बचे चुचे भी अब साफ दिख कर रहे थे ,,,उसके ब्राउन निप्प्ल साफ साफ टेप के उपर नजर आ रहे थे , मै गीता मे मगन था कि तभी छपाक हुई और बबिता भी पानी मे आ गई ।

दोनो ने तेज़ी से मेरी तरफ पानी मारना शुरू कर दिया और मै भी जवाब मे उनकी तरफ पानी मारने लगा । जब वो थक गई तो मै धीरे धीरे तैरते हुए बबिता के पीछे आया और उसको पानी मे से अपनी बाहो मे उठा कर वापस पटक दिया जिससे उसकी टेप उपर चढ़ गयी और उनकी अनछुई नाभि दिख्ने लगी । बबिता ने तुरंत अपने कपडे सही किये ।

बबिता - आह्हह भैया क्या कर रहे हो मुझे ही क्यू परेशान करते हो गिता को क्यू नही
मै मुस्कुराया और गीता को देखा और उसकी तरफ तैरने लगा,,मुझे अपनी तरफ आता देख
गीता चिल्लाते हुए - न्हीईईईईई भैयाआआ प्लीज नही
फिर मैंने उसे किनारे पर घेर लिया और उसकी गुदाज गाड़ के निचे से उसको थामा और उसकी पीठ को थामा और पानी मे वापस पटक दिया ।

फिर हम लोग खुब हसे और थोडा तैर कर हाते की बाऊन्दरी पर बैठ गए ।

तभी गीता - भैया मुझे एक नम्बर जाना है ,,,वो छोटी उंगली से इशारा करते हुए बोली
बबिता - मुझे भी
मै - तो यही हाते के बगल मे कर लो
बबिता - भ्क्क्क यहा कैसे
मै - तो ऐसे कप्डे मे कहा जाओगी
गीता - हा सही कह रहे हैं भैया बबिता
मै - तुम दोनो कर लो मै देख रहा हू कोई आये ना
फिर वो दोनो मेरे पीछे उतर गये , दीवाल से लग कर ही बैठ गये और मुझे उन्के मूतने की मधुर धुन आने लगी

मै - गुदिया सिटी क्यू मार रही हो सही से करो कोई देख लेगा आवाज करोगी
गीता - भैया वो हम नही मार रहे
मै जानबुझ कर उन्के सामने आ गया और इधर उधर देखते हुए नाटक करते हुए बोला - कौन है जो सिटी मार रहा है कौन है ।

गीता हस्ती हुई बोली - कोई नही था भैया
जब मै उन दोनो की तरफ देखा तो वो कर चुकी थी पेसाब
मै - फिर कौन था
बबिता - वो भैया जब हम लोग करते है ना सुसु , तो सुसु वाली जगह से आती है सिटी

मै अचरज का भाव बना कर - अच्छा , लेकिन मै करता हू तो नही आती

गीता - भ्क्क्क भैया आप लड्की थोडी हो हीहीहिही
बबिता - चलो भैया फिर से मसती करते है
मै - अरे रुको मुझे भी सुसु करना है
फिर मै उन्के सामने ही खड़े लण्ड को निकाल कर मुतना शुरू कर दिया और वो दोनो आंखे फादे मेरे खड़े लन्द को देख रही थी और जब मैने पेसाब कर लिया तो आखिरी की कुछ बुन्दे अंडरवियर पर गिरा दी

मै - अरे अरे अरे
गीता - क्या हुआ भैया
मै - वो मेरा सुसु अंडरवियर पर गिर गया अब इसको पहन कर कैसे पानी मे जाऊ ,,, ऐसा करो तुम दोनो नहा लो
गीता - क्या भैया आपके बिना मज़ा नही आयेगा ,कोई बात नही भैया आप उसे निकाल दो ,,, वैसे भी आप नँगू पँगू अच्छे लगते हो हिहिहिजी

जहा एक तरफ गीता थोडी फ्रैंक थी वही बबिता शर्मिली
फिर मैने अपना अंडरवियर निकाला और वही किनारे रखा और वापस दोनो के पास आ गया,,, दोनो अब भी कनअखियो से मेरे लण्ड को निहारे जा रही थी ।फिर मैने बबिता को उठा कर वापस पानी मे फेक दिया
और गीता को उठाने गया तो वो छतकने लगी जिससे जल्दी जल्दी में मैने उसे आपने हाथ से थाम लिया और मेरे एक हाथ मे उसकी मुलायम चुचीया आ गई वही दुसरी हाथ मे सिरफ एक जांघ
और उसे भी उठा कर पानी मे डाल दिया जिससे बबिता बहुत खुश हुई
फिर मै भी नंगा पानी मे कूद गया
मैने सोचा कुछ जुगाड लगाऊ कैसे इन लोगो से मज़ा लू । कुछ देर हमने पानी मे और मस्ती की ,,मै खेल खेल मे गीता बबिता को पकड लेता और मेरा लण्ड उनकी गाड़ को छू जाता ,,,लेकिन उनहोंने कोई खास रियक्ट नही किया ,, थोडी देर ऐसे ही समय बिताने के बाद
गीता - भैया आपका मोबाइल कहा है
मै - मेरे लोवर मे होगा क्यू
गीता - चलो ना हम लोग बैठ कर पानी मे पैर डाल कर फील्म देखते है
तभी मानो मेरे प्लान को नही दिशा मिल गयी हो

मै - गुडिया जाओ मोबाइल निकाल कर लाओ
फिर बबिता बाहर निकली और मेरा मोबाईल लाकर दिया
फिर हम तीनो ट्यूबवेल के बड़ी दीवाल की तरफ टेक लगा कर पानी मे पैर डाले बैठ गये । मेरे दाई तरफ गीता और बाई तरफ बबिता बैठ गयी ,,,
गीता - कौन सा फिल्म दिखाओगे बताओ भैया
मै - जो तुम लोग बोलो ,, कहो तो शहर वाले स्विम्मिग पूल वाला लागाऊ जिसमे कैसे विदेश मे लोग नहाते है

बबिता- हा भैया वही लगाओ
गीता - हा भैया लगाओ
मै उन दोनो के भोले पन पर मुस्करा कर जलदी से गूगल पर threesome in pool सर्च किया और एक साइट खुली जिसमे एक स्विमिंग पूल में थ्रीसोम सेक्स का सीन था ।

और मैने वो वीडियो चालू कर दी । वीडियो के शुरू मे एक आदमी पूल मे तैर रहा होता है । इसी बीच पूल मे दो पोर्न स्टार आती है और अप्ने कपड़े निकाल कर पानी मे कूद जाती है और वो भी अलग अलग तैरने लगती है ।

गीता - भैया क्या विदेश मे ऐसे छोटे छोटे कपड़े पहन कर सब लडकिया खुले मे तैरती है
मै - हा मीठी ,,कभी कभी तो वो बिना कपडे के भी तैरती है
बबिता इस बात पर ह्स देती है और वापस वो लोग वीडियो देखने लगती है ।

गीता और बबिता दोनो के एक एक हाथ मेरे कन्धे पर और एक एक हाथ मेरी दोनो जांघो पर थे । और मेरा लण्ड तो क्ब्से खड़ा खड़ा दर्द भी करने लगा था ।

तभी वीडियो मे वो आदमी पुल के किनारे आधे पानी मे खड़ा हो जाता है और इधर दोनो पोर्नस्टार ह्स्ते हुए आपस मे कुछ बाते करती है फिर एक साथ पानी के अन्दर तैरते हुए उस आदमी के पास चली जाती और उनमे से एक लड्की उस आदमी का अंडरवियर निचे कर देती और दुसरी उसके लण्ड को चूम कर पानी मे तैर कर दुसरी तरफ उससे दुर चले जाते है और उस आदमी को उसका अंडरवियर हवा मे दिखा कर चिल्लाते है ।

ये सीन देख कर गीता और बबिता खुब हस्ती है ।
मै - देखा ये दोनो तुम लोगो जैसी ही शरारती है ।
दोनो वापस से हस्ती है और वीडियो देखने लगती है । वीडियो मे वो दोनो लड़किया एक दुसरे को किस्स करती है और उस अदमी को उंगली से अपनी तरफ बुलाती है ।

ये सीन देख कर गीता - हिहिही भैया ये देखो दोनो लड़किया किस्स कर रही है
मै वीडियो को रोक कर - हा वो तो होता है विदेशो मे ऐसे ही
बबिता - हा लेकिन लड्की लड्की मे भी क्या भैया
मै - हा कोई भी किस्स कर सकता है ,,,, अच्छा जब तुम लोग छोटे थे तो क्या मामी प्यार से तुम दोनो को चुम्मी नही देती थी होठो पर गालो पर
गीता - हा भैया देती थी
मै - फिर वही है ,,,हो सकता हो ये दोनो बहने हो और आप मे प्यार जता रही हो
बबिता - हा भैया सही कह रहे हो आप
मै मुस्करा कर तो बताओ क्या तुम दोनो भी आप मे प्यार करते हो
बबिता - मै तो करती हू भैया लेकिन यही हमेशा लड़ती रहती है
गिता - नही भैया हमेशा यही लड़ती है
मै - ठीक है ठीक है , अब कोई झगड़ा नही होगा , और आज से तुम दोनो कोई नही लडेगा ठीक है
दोनो ने हा मे सर हिलाया
मै - ठीक है चलो एक दूसरे को किस्स करो और बताओ कितना प्यार करते हो
बबिता थोडा अजीब सा मुह बना कर - क्या सच मे भैया जरुरी है ये करना
मै - हा , अगर तुम लोग आपस मे प्यार से नही रहोगे तो मै कभी नही आऊँगा तुम दोनो से मिल्ने
गीता - देखा तेरी वजह से फिर भैया नाराज हो गये
बबिता - मै तो तैयार हू तु बता
मै - शांत हो जाओ और एक दुसरे को किस्स करो
फिर गीता और बबिता ने मेरे सामने मेरे कंधो को थामे एक दुसरे की तरफ झुक कर हल्का सा एक दुसरे के होठो को चुमा और वाप्स आ गई ।

मै - अरे ऐसे नही भाई,,, देखा ना वो दोनो लडकिया कैसे की है
गीता - उसके लिए तो हमे खड़ा होना पडेगा
मै - तो उतर जाओ पानी मे
फिर वो दोनो पानी मे उतर गये
मै - हा अब करो किस्स
फिर वो दोनो सामने आई और थोडा शर्मा रही थी फिर गिता ने पहल की और बबिता के चेहरे को थामा और उसके निचले होठो को चुस लिया ।नरम होठो को चूसना किसे नही भाता वही गीता के साथ हुआ आज वो पहली बार किसी के होठो को चुस रही थी और उसे मज़ा मिलना ही था इसलिये वो जोश मे आ गई और बबिता के होठो को चुसने लगी , बबिता भी पहले झिझ्की फिर उसे भी अपने होठ खीचने से एक नया अह्सास मिला और वो भी गीता के होठो को चूसने लगी। दोनो उस नये रोमांच मे आंखे बंद खो गये और तब तक नहीं रुके जब तक उनकी सांसे भारी नही हो गयी । इस दौरान मैने उनदोनो को देखकर थोडा बहुत लण्ड को हिला कर आराम देता रहा
फिर दोनो हस्ते हुए अलग हो गए ।
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

Post by rajan »

गीता - अरे वाह इसमे तो बहुत अचछा लग रहा था
मै - प्यार करने मे खुसी मिलती ही है गुडिया
बबिता - देखा भैया हम दोनो कितना प्यार करते हैं आपस मे हिहिहिही
मै - हा देखा हिहिहिही चलो आजाओ
फिर वो दोनो मेरे अगल बगल वापस उसी पोजीशन मे बैठ गयी । और गीता ने अपने हाथ बढ़ा कर बबिता के गालो को छू कर एक पप्पी लेली । फिर वो दोनो और मै खुब हसे ।
बबिता - भैया लगाओ ना फिल्म देखते है ।

फिर मैने वापस से वीडियो प्ले कर दिया । वीडियो मे वो आदमी उनके इशारा करने पर तैर कर उनके पास जाता है और अपने अंडरवियर निकालने के लिए उनसे झगड़ा करता है
जिसे देख कर वापस से दोनो हसने लगती है ।
इसी बीच वीडियो मे वो आदमी कहता है - If you want some mercy then blow my cock both of you.

बबिता - भैया ये कह रहा है उन लड़कियो को ,,
मै वीडियो को रोका और बोला - अरे उन दोनो ने उस आदमी का अंडरवियर निकाला उसे परेसान किया तो वो भी उन लोगो को सजा दे रहा है

गीता - हा लेकिन वो दोनो तो कैसे खुश हो रही है देखो हिहिहिही पागल है ना सब
मै - अरे सजा इतना मज़ेदार है तो खुश होगी ना
बबिता - मतलब क्या सजा हुई है भैया इन दोनों को

मै वीडियो चालू कर दिया - खुद देखो तुम लोग
फिर वीडियो मे वो आदमी पूल के एक किनारे पानी मे पैर डाले लेट गया और वो दोनो लडकिया उसके दोनो तरफ पानी मे खड़े हो गए और उसके खडे लण्ड को देख कर एक दुसरे से इशारे कर कर हस रही थी । तभी दोनो ने एक एक हाथ से उसके खडे लण्ड को पकड़ा और सहलाने लगी । उपर से निचे की तरफ ,, और मै ये सब सीन देख कर उत्तेजित हो गया था और मेरा लण्ड भी पानी की सतह पर खड़ा हुआ था ।

गीता - हिहिहिही भैया ये दोनो तो बहुत खुश है ,, देखो कैसे उसके बाबू को पकड़ा हुआ है ।
बबिता - हा भैया कितना जोर से खिच रही है उसको दर्द नही हो रहा होगा
मै - अरे नही गुडिया इसमे दर्द नही मज़ा आता है
बबिता - भ्क्क्क इसमे क्या मज़ा हिहिहिही
मै - अरे अभी देखो उसे कितना मज़ा आयेगा
तभी वीडियो मे एक लड्की ने उपर आकर उसका लण्ड मुह मे भर लिया और चूसने लगी और वो आदमी उस लड्की के सर पर हाथ फेरते हुए मज़े मे आहे भर रहा था।

बबिता - आआ भैया देखो वो तो खा गयी उसका बाबू
मै - अरे खा नही रही है उसे चुस रही है ,जैसे हमे कुल्फ़ी चूसने मे मज़ा आता है ना वैसे इसे चुसने मे भी मज़ा आता है

गीता - हा भैया देखो कैसे वो मज़े से चुस रही है ।
बबिता - तभी वो दोनो खुश हो रही थी ना भैया
मै - हा अब समझी ,,, यहा ये दोनो मासूम बाते कर रही थी वहा मेरा लण्ड कडक और कडक हुए जा रहा था ।
इधर वीडियो मे दोनो लद्किया मिलकर उस आदमी का लण्ड बारी बारी से चूसे जा रही थी और ये दोनो बडे ध्यान से देख रही थी ।

मैने वीडियो रोका
गीता - क्या हुआ भैया वीडियो क्यू रोक दिया
मै - क्या सिर्फ़ देखोगी अपने भैया को खुश नही करोगी

बबिता - मतलब भैया
गिता - अरे बुधु भैया कहना चाहते है कि हम लोग भी उनके बाबू को चूसे हिहिहिह क्यू भैया
मै - हा कितनी समझदार है मेरी मीठी और उसके गालो को चूम लिया
बबिता - क्या सच मे उससे आपको मज़ा आयेगा
मै - मुझे ही नही तुम दोनो को भी आयेगा
फिर गीता फटाक से पानी मे उतर गयी और मैने मोबाईल को दीवाल मे एक मोके मे रख दिया । फिर बबिता भी उतर गयी ।

मै - हा मेरी दोनो प्यारी प्यारी बहनो चुसो अपने भैया का लण्ड
गीता और बबिता एक साथ - लण्ड, ये क्या है अब

मै - अरे जिसे तुम लोग बाबू कह रही हो उसे लण्ड कहते है ।
गीता ह्स्ते हुए - हा भैया सही कहा इसका यही नाम होना चाहिए,, लम्बा डण्डा यानी कि लण्ड हिहिहिहिही
बबिता - हा सही कह रही है तू
मै हस्ते हुए - चलो चलो जल्दी करो ना अब

तभी गीता और बबिता दोनो ने उस वीडियो के जैसे एक एक हाथ से मेरे लण्ड को थामा और चमडी को उपर निचे करने ल्गे ।
बबिता - भैया ये कितना गर्म है और मुलायम भी है
गिता - और बहुत टाइट भी है

मै - तो बताओ सबसे पहले कौन चूसेगा
गीता - मै मै ,,,मै बड़ी हू ना
बबिता - नही मै पहले ,मै बड़ी हू
गीता - तू कैसे बड़ी हो गयी
बबिता - देख मै तुझसे लम्बी हू
गीता - हा तो मै मै
बाबीता हस्ते हुए - हा हा अब बोल ना क्या हुआ हीहीहि
गीता - मेरे दूध तुझसे बडे है तो मै हुई ना बड़ी

गीता की बात सुनकर मुझे एक आइडिया आया सोचा लण्ड तो ये चूसेगी ही लेकिन उससे पहले मै इन्के दूध चुस लू ।
मै - अरे अरे तुम दोनो तो फिर से लड़ने लगी
गीता - भैया आप ही बताओ क्या मै इससे बड़ी नही हू क्या
मै दोनो को देखा
मै - हा लग तो रहा है
बबिता - क्या भैया आपको नही लगता मेरी हाईट इससे ज्यादा है
गीता - उससे थोडी होता है मेरे दूध तुझसे बडे है
बबिता - हा तो मेरे भी बडे है , मै लम्बी हू ना तो मेरा नही पता चलता समझी
मै - अरे तुम दोनो शांत रहोगी तो मै कुछ कहू
गिता बबिता - हा भाईया बोलो
मै - मै बारी बारी से तुम दोनो के दूध को पियुन्गा जिसका टेस्टि लगेगा वो बड़ी होगी

गीता - हाहह्ह्हहा क्या भैया आप भी इसमे अभी दूध थोदी ना निकलता है हीहीहि
बबिता - हा भैया आप भी बुधु हो हीहीहि
मै - अरे मै जानता हू कि अभी नही निकलता है ,,लेकिन मै ये कह रहा हू मुझे जिसका भी दूध चूसने मे ज्यादा मज़ा आयेगा वो बड़ी होगी

गीता - हा भैया ठीक है
बबिता - हा मै भी देखती हू
फिर मै भी पानी मे उतर गया और दोनो को पीछे से अपने आगे किया
मै - पहले मै तुम दोनो के दूध दबाउँगा की किसका ज्यादा मुलायम है
गीता - ठीक है भैया
अब मैने अपने दोनो हाथो को आगे की तरफ ले गया । गीता मेरे दाई तरफ थी जबकि बबिता बाई तरफ खड़ी थी । मैने गीता को उसके दाये तरफ से कमर मे डाला और बबिता की बाई तरफ से कमर मे हाथ डाल कर अपने से चिपका लिया और मेरा खड़ा लण्ड अब दोनो की कमर के बीच से झाक रहा था ।
जब मैने दोनो को पकड कर खीचा तो दोनो हसने लगी।

गीता - हीहीहि भैया गुदगुदी लग रही है आराम से प्लीज
फिर मैने बिना कुछ बोले अपने दोनो हाथ उपर ले आया और गीता के दाई चुची और बबिता की बाई चुची को हाथो मे भर लिया ।

बबिता अपने जगह पर सही थी उसके भी दूध बाकई मे बडे थे बस शेप अलग था वो थोड़े चपटे थे ,,वही गीता से दूध गोल होने से उभर कर सामने दिखते थे । दोनो के दूध मेरे मुथ्थी मे आसानी से समा नही रहे थे लेकिन उन दोनो कच्ची कलियो के अनछुए चुचो को दबाने मे एक अलग ही उत्तेजना हो रही थी । मैने भर भर कर उनकी चुचे को मसलना शुरू कर दिया ।

बबिता - अह्ह्ह्ह भैया बहुत मज़ा आ रहा ऐसे ही करो
गीता - हा भैया मुझे भी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह , , आप जितना दबा रहे हो और खुजली हो रही है आह्हह आह्हह
एक तरफ मै उनकी एक एक चुचिया दबा ही रहा था ,,साथ वो भी अपने अपने बचे एक एक चुची को खुद से दबाते हुए मेरे उपर रेगने लगी ।

मैने सोचा ये कुवारी नादान जवानी है इसे बहुत सम्भाल कर भोग्ना होगा । अभी कुछ मजे लेलू फिर रात तो बाकी ही है ।
फिर मैने उन दोनो के चुचे छोड दिये
बबिता ने वापस मेरे हाथ उठा कर अपनी चुची पर रख दिया और बोली - भैया करो ना बहुत खुजली हो रही है अह्ह्ह्ह्ह प्लीज भैया प्लीज
और खुद मेरे हाथ अपनी चुची पर रख कर मसलने लगी। उसका देख कर गीता ने भी वही किया और मेरे हाथ से खुद को चुची रगड़ने लगी।
फिर मैने गीता को पकड़ा और उपर दीवाल पर बिठा दिया और उसके टेप को उपर कर दिया
उसकी हापुस आम जैसी रसिली चुचिया सामने आ गई और मैने लपक एक चुची को मुह मे भर लिया और उसके हल्के भूरे दानेदार निप्प्ल को जीभ से चाटने लगा । गीता तडप उठी ।

गीता - अह्ह्ह्ह आह्हह भैया आह्हह बहुत मज़ा आ रहा है और चुसो मेरे दूध और आह्हह हा भैया और आह्हह
गीता को उतेजीत देख बबिता भी दीवाल पर चढ़ कर बैठ गयी और अपने टेप को उपर किया और उसके चुचे भी बाहर आ गये ।
मैने हाथ आगे बढ़ा कर उसकी एक चुची को मुथ्थी में भर कर दबाने लगा

बबिता - भैया मेरा भी चुसो ना मुझे भी मज़ा करना है ।
फिर मै मुस्कुराया और हाथ मे पकड़ी हुई बबिता की चुची के निप्प्ल को अपने होठो मे भर कर न्चाने लगा वो सिहर गयी और पानी मे पैर मारने लगी ।
बबिता - आह्हह आह्हह भैया उह्ह्ह कितना अच्छा लग रहा है आह्हह उम्म्ंम्ं और चुसो मेरे दूध और चुसो मेरे प्यारे भैया अह्ह्ज्ज
फिर मै दोनो से थोदा अलग हुआ और वो दोनो वही अपनी नंगी चुचियो पर अपने टेप चढाये बैठी थी मसले जा रही थीं ।

गीता - क्या हुआ भैया और करो ना प्लीज
बबिता - हा भाईया कितना अच्छा लग रहा था ।
मै -हा तुम्हे तो मज़ा आ रहा था ना लेकिन मेरा क्या मुझे भी करना है मज़ा
गीता - भैया लाओ मै तुम्हारे लण्ड को चुस देती हूँ फिर आप मेरा दूध खुब चूसना ना भैया प्लीज
बबिता - क्यू सिर्फ़ तू ही चुसवयेगी क्या मै नही हू
मै - अरे चुप रहो तुम दोनो पहले ये इस घर की चाभी लाई हो गुडिया

बबिता - हा भैया है झोले मे
मै - चलो ठीक है जलदी से कप्डे ठीक करो हम अन्दर जाकर मज़े करेंगे आराम से बिस्तर पर

गीता - अरे भैया यहा क्या दिक्कत है
मै - पगलू यहा कोई देख लेगा तो
गीता - तो क्या हुआ हम लोग तो खेल रहे है ना
मेरा माथा ठनक गया और सोचने लगा साला इन लोगों को कुछ भी नहीं पता है कि क्या सामने करना चाहिए क्या नही , अब कुछ भी करने से पहले इनको समझाना जरुरी हो गया था । नही तो कही घर पर सबके सामने बोल दी ये लोग कि भैया चलो ना मेरे दूध चुसने तो बैंड बज जायेगा ।
मै - नही मेरी मीठी ऐसा नही है । हम जो खेल खेल रहे थे वो यहा कोई नही है इसलिये खेल रहे थे। ये सब बंद कमरे मे या अकेले मे करते है ताकि कोई देखे नही

बबिता - अगर कोई देख ले तो क्या होता है भैया
मै - हीहीहि पगली अगर कोई तुमको ऐसे नँगू देख लेगा तो सबको बताएगा और चिढायेगा ना ,,,क्या तुम दोनो चाहती हो की कोई तुम लोगो चिदाये परेसान करे

गीता - नही नही भैया बिलकुल नही
बबिता - मै तो गीता को चुम्मी भी अकेले मे ही दूँगी अब हा

मै - शाबाश ,जो भी करना अकेले मे मज़ा करना , अगर घर मे किसी को पता चला कि तुम लोग अभी से ये सब कर रहे हो तो मामा मामी नाना सब मारेन्गे आपको ।

गीता - तो क्या हम सब से छिप कर करेंगे सब काम
मै - हा मीठी क्योकि ये सब बडे लोग करते है जिनकी शादी हो गई हो ,,, छोटे बच्चे नही करते है , देखा नही फिल्म मे दोनो लडकिया बड़ी बड़ी थी । वो तो तुम मेरी जान से प्यारी बहने हो इसिलिए तुम दोनो को सिखा रहा हू ।

बबिता और गीता ने मेरे गालो पर चुम्मी दिया और बोली - थैंक्स भैया आप बहुत अच्छे हो हिहिहिही

मै - हा अब जल्दी से घर खोलो और अन्दर चलो मज़े करते है ।
फिर गीता बबिता ने वापस अपनी चुचिया ढक ली और पानी से बाहर जाने लगी दोनो भीगी पैंटी मे उनकी गदरायी गाडो पर चिपकी हुई थी ,,,मन तो कर रहा था कि अभी जाऊ और मुह डाल कर चाट लू ,,,लेकिन मै जल्दीबाजी से नही आराम से सारे काम करना चाहता था ।

फिर बबिता ने झोले से चाभी निकाला और हम लोग अपने कपडे लेकर जो जिस हालात मे था घर मे घुस गया ।
घर मे घुसते ही हमने मेन गेट लॉक किया और बबिता मुझे एक बडे से कमरे मे ले गयी जहा पर बिस्तर रखा हुआ था
फिर हमने जल्दी जल्दी बिस्तर लगाया
अब तक तो हमारे बदन से पानी रिस चुका था
लेकिन गीता बबिता के अंडरगार्मेंट भिगे थे ।
वो दोनो बिस्तर पर जाने को हुई तो
मै - अरे अरे ऐसे चढोगी तो बिस्तर भी गिला हो जायेगा ना

गीता - तो
बबिता - अरे तो कपडे निकाल दे पागल
गीता चौकते हुए - कच्छी भी
मै - क्यू मै नँगू पँगू हू तो तुम लोग क्यू नही ,,,
गीता - भक्क भैया मुझे शर्म आयेगी
मै - तो रुको मै निकाल देता हू
गीता - ब्क्क्क तब तो और आयेगी
मै गीता के करीब गया और उसको पीछे से पकड कर उसके दोनो चुचे को मिजते हुए कहा - और मज़ा भी तो आयेगा ना मीठी
गीता - अह्ह्ह्ह हा भैया
मै - तो मै निकालू
गीता - इस्स्स्स्स अह्ह्ह्ह हा भैया निकाल दो अह्ह्ह्ह
फिर मैने गीता की भीगी टेप पकड़ी और उपर करते हुए निकाल दी । कितना चर्बीदार बदन था उसका ,,, वापस से अपने सीने से सटा कर गीता के चुचे मिजने लगा

गिता - आह्हह भैया और तेज मसलो आह्हह इस्स्स्स्स उम्म्ंम अह्ज्ज मम्मी आह्हह भैया
फिर मैने उसको छोडा और घुटनो के बल बैठ गया अब गीता को मोटी मुलायम फुली हुई रबर सी लचीली गाड़ आसमानी रंग की पैंटी मे चिपकी हुई मेरे साम्ने थी ।

मैने बैठे बैठे ही गीता के कमर से उसकी पैंटी को निचे करना शुरू किया ,,, उसको गुदाज गाड़ का उपरी सिरा और एक लकीर दिखने लगी ,,,कुछ ही पल मे उसकी गाड़ भी नंगी हो गयी
आह्हह उसकी फुली हुई मुलायम सी दिख रही गाड़ पानी से अभी भी भीगी हुई थी ।
फिर मैने उसके मोटे गाड़ को निहारते हुए पूरी पैंटी निचे कर दी और जब गीता ने पैंटी निकालने के लिए पैर उपर किया तो हल्के झाटो वाली पानी से भीगी हुई चुत की लकीर मुझे दिखी ।
फिर मैने बबिता से तौलिया लिया और गीता के एक एक जांघ को अच्छे से पोछा । फिर एक हाथ तौलिया लेकर उसके दोनो जांघो के बीच हाथ डाल कर उसकी चुत से लेकर उसके गाड़ की दरारो मे रगड़ते हुए दो बार तौलिये से साफ किया ,,इस दौरान गीता हल्की सी सिस्क पडी फिर मैने उसके पीठ और पेट ,,और फिर उसके दोनो चुचो अच्छे से तौलिये मे मसल कर साफ किया । जिससे गीता हस रही थी ।
फिर मैने उसे बिस्तर पर जाने को कहा और वो झुक कर घोड़ी बनकर चलती हुई बेड पर चढ़ गयी ।
फिर मेरी नजर बबिता पर गयी जो अब मुझे देख कर शर्मा रही थी ।
मै उसके पास भी गया और टेप निकाल दिया फिर उसके नंगे चुचो को तौलिया से मसल कर पोछा ।फिर उसके सामने बैठ कर उसकी पैंटी को निचे किया,, बबिता की चुत पर गीता के मुकाबले ज्यादा बाल थे । फिर भी उसकी चुत की पतली लकीर और सपाट पेट देख कर मुझे ना रहा गया और मेने उसके नाभि के निचे किस्स कर दिया ।और फिर उसकी पैंटी को पुरा निकाल कर एक एक पैर को अच्छे से पोछा फिर उसकी भी जांघो के बिच हाथ डाल कर पहले सामने से चुत को साफ किया फिर घूमा कर उसकी मुलायम गाड़ के पाटो को फैला कर दरारो को साफ किया । फिर उसे भी पीठ पर हाथ लगा कर बिस्तर पर जाने को बोला
बबिता भी घोड़ी बन कर चढ़ गयी बेड पर और फिर मैने तौलिया लेकर अपने बदन को साफ किया और लण्ड को अच्छे से साफ कर छोड़ दिया ,,जिससे वापस से मेरा लण्ड झुलने लगा ।
जिसे दोनो अपनी रसीली चुचिया मलते हुए देखे जा रही थी ।

देखते हैं दोस्तो आने वाला अपडेट क्या नये रंग लाने वाला है ।
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

Post by rajan »

Update 42

अब तक

बबिता भी घोड़ी बन कर चढ़ गयी बेड पर और फिर मैने तौलिया लेकर अपने बदन को साफ किया और लण्ड को अच्छे से साफ कर दिया ,,जिससे वापस से मेरा लण्ड झुलने लगा । जिसे दोनो अपनी नंगी चुचियो को मसलते हुए निहारे जा रही थी ।

अब आगे


फिर मै दो कदम चल कर बिस्तर तक गया और अपना लण्ड हाथ मे थामे उसको सहलाते हुए बबिता को इशारा किया की मेरी तरफ आये और बबिता घोड़ी बन कर चलती हुई आई और मेरे लण्ड को थाम लिया और आगे पीछे करने लगी। आह्ह उसके नरम हाथो का अह्सास बहुत मज़ेदार था कुछ ही देर मे मेरा लण्ड उसकी मुथ्थी मे भरने ल्गा ।
बबिता - भैया ये तो और बड़ा हो रहा है
मै - जब इसको चुसोगी तो और बड़ा होगा गुडिया ,,चलो चुसो अब
और मैने मीठी को इशारे से अपने पास बुलाया जो ना जाने क्ब्से ललछायी नजरो से मेरे लण्ड को निहारे जा रही थी वो भी घोड़ी बन कर मेरे पास आई तो मैने उसे अपने सामने खड़ा होने को कहा और वो खदी हो गयी ।

मै - गुडिया चुसो ना अब देखो मत
तभी गुडिया ने मेरे मोटे सुपाडे को मुह मे लिया आह्हह उसके गर्म ससो की तपन से मेरे लण्ड मे एक नयी हलचल आ गई और मेने गीता को कमर से अपनी तरफ खीचते हुर उसके एक चुचे को मुह मे भर लिया

निचे बबिता अब तक मेरे आधे लण्ड को निगल चुकी थी
फिर मैने उसके सर पर हाथ रख कर खुद की कमर को हिलाना शुरू कर दिया । जिससे मेरा आधा लण्ड बबिता के मुह मे अन्दर बाहर होने लगा और यहा मेरे लगातर जीभ घुमाने से गीता अह्हे भर रही थी ।

गीता - आह्हह भैया और चुसो मेरे दूध ,,आह्ह
गीता की तेज आह सुन कर बबिता ने उपर देखते हुए लण्ड को चुस्ने लगी । वो बस मुह खोले लण्ड को अंदर बाहर कर रही थी फिर थोडी ही देर मे उसे अफनाहत होने लगी और उसने मेरे लण्ड को बाहर निकाल दिया ,,बबिता का लार मेरे सुपाडे से होते हुए मेरे आड़ो तक रिसने ल्गा था ।
बबिता के अलग होते ही मैने गीता की चुची छोड उसे निचे बिठा दिया और वो मेरे दोनो पैरो के दोनो तरफ अपने पैर कर मुझे बान्ध लिया और मेरे लण्ड को थामा गप्प से आधा लण्ड मुह मे भर लिया और चूसने लगी वो बबिता के मुकाबले ज्यादा से ज्यादा मेरे लण्ड को मुह मे भर रही थी और मै भी उत्तेजित होकर उसके सर को पकड कर लण्ड पर दबाता था । इसी बीच बबिता गीता के पीछे खड़ी होकर मेरी तरफ झुकी ,और मेने भी लपक कर उसकी मौसमी जैसी चुची को मुह मे भर लिया ।
गीता बबिता के मुकाबले बहुत ही अच्छे से लण्ड को चुस रही थी जिससे मै और ज्यादा उत्तेजित था ,,,वही मेरे चुची चूसने से बबिता खुब चिखे जा रही थी

बबिता - इस्स्स भैया खा जाओ मेरे दूध ,,नोच लो अह्ह्ज आह्ह इश्ह्ह और चुसो अझ ,,
बबिता - आह्हह भैया मेरे सुसु निकलेगा लग रहा है आह्हह
मै अब बहुत उत्तेजित था
मैने बबिता को अलग किया और गिता का सर थाम कर उसे भी अलग किया ,,,दोनो का मानो कोई कीमती सामान छीन गया हो ऐसे वो मुह बना रही थी

मै तुरंत बिस्तर लेट गया और गिता को बोला - मीठी तुम लण्ड चुसो अब ,, और वो तुरंत पल्ती ग्प्प्प से मुह मे लण्ड को भर लिया ।

बबिता - और मै भैया मुझे प्यार नही करोगे ,,,देखो यहा क्यू खुजली हो रही है ।
बबिता अपनी चुत को फैल कर मुझे दिखाती हुई बोली

मै - उसी खुजली को तो दुर करने वला हू ,, आजाओ और अपनी चुत मेरे मुह पर रख तुम भी गीता के साथ लण्ड चुसो
बबिता - ये चुत क्या है भैया वो तो मै नही लाई हूँ
मै - अच्छा अपनी गाड़ को मेरे मुह मे रखो तब अभी जहा खुजली हो रही है ना उसे चुत कहते है उसे चाट कर साफ कर दूँगा तो नही होगी
बबिता - सच भैया ,, और वो घूम कर मेरे लण्ड की तरफ मुह करके मेरे मुह पर अप्नी चुत को रख कर लेट गयी ।
बबिता के चुत की भीनी खुशबू पाकर मेरा लण्ड और भी ज्यादा उत्तेजित हो चुका था। मैने जीभ आगे करते हुए बबिता के गादो को थामा और उसकी चुत के बालो मे जीभ से उसके दाने को खोजने लगा ।
मेरे जीभ के खुरदूरे स्पर्श को अपनी नाजुक चुत पर पाकर बबिता सिस्क उठी
बबिता - आह्हह भैया आप तो खुजली बढ़ा रहे हो , लेकिन मज़ा आ रहा है
बबिता की उत्तेजना देख मैने उसकी गाड़ को और निचे के उसकी चुत के दाने से गाड़ की छेद तक अपनी लार को जीभ से लीपने लगा । बबिता और भी ज्यदा तडप उठी
मैने जीभ को उसकी कसी गाड़ की छेद पर न्चाने लगा और वो छटपटाने लगी ,,फिर मैने जीभ को नुकीला करते हुए बबिता की कमर को और खीचा और उसकी गर्म गीली चुत मे जीभी डाल के मुह हिलाने ल्गा ,,कुछ ही पलो मे बबिता मेरे जीभ पर ही एठने लगी

बबिता - आह्हह भैया आह्हह मेरा सुसु निकल रहा है अझ्ज्ज आह्हह बहुत दर्द हो रहा कमर मे आह्हह आह्हह
और बबिता ने अपनी जांघो मे मेरे सर को जकड़ लिया भलाभल मेरे मुह में झडटी रही ।उसके चुत के नमकीन पानी का स्वाद पाकर मेरा लन्द और उबाल लेने गया जिसे गीता बडे मन से सब कुछ भूल कर चूसे जा रही थी और इधर बबिता निधाल होकर मेरे पेट पर गिर चुकी थी ।
फिर थोडी पलो मे मैने बबिता को खुद से किनारे बाये तरफ किया और गीता को बोला
मै - मीठी जरा उपर आ
गीता मे बड़ी मासूमियत से मेरा लण्ड मुह से निकाला और मेरे पास आ गई

हालाकि गीता और बबिता को लण्ड चूसने का तजुर्बा नही था , नही तो अब मेरी मा या मौसी मुझे दो बार झाड़ देती

गीता को पास बुला कर अपने दाये लिटा लिया और उसके मम्मो को मुह मे भर कर चूसने लगा और एक मम्मे को दबाने लगा ,,एक बार फिर से कमरा गीता से कामुक सिसकियो से गुजने ल्गा

इसीबिच मैने गीता के बाये मम्मे को चुस्ते हुए अपने बाये हाथ से गीता की चुत को सहलाना शुर कर दिया जिससे गीता और भी ज्यादा तडप उठी ये उसकी चुत पर पहला किसी लडके का स्पर्श था ,,,गीता ने चुत पर मेरे हथेली को रेगता पाकर अपनी जांघो को खोल दिया और मै अच्छे से उसकी चुत को मलने लगा और वो पहले से ज्यादा अपनी गाड़ पटकते हुए सीसक्ने लगी

गीता - आह्हह भैया बहुत खुजली हो रही है वहा
मै - हा मिथी अभी चुस कर साफ कर दूँगा तेरा भी
गीता - अह्ह्ज भैया जल्दी चुसो ना मेरी चुत आह्ह
मैने भी मौका देखा और सरक कर निचे गया और गीता की जांघो को चौड़ा करके लपालप उसकी चुत चाटने ल्गा और वही गीता मेरे सर को दबाते हुए गाड़ पटक्ने लगी और चिलाने लगी
इधर मैने गीता को उसकी जांघो के बिच की खुजली को मिटा रहा था और इसी बिच बबिता ना जाने कब उठ कर मेरी ही गाड़ में हमला कर दिया
उसकी नुकीली जीभ ने मेरे गाड़ की जीभ को कुरेदना शुरू कर दिया और मेरे होठो की पकड गीता के चुत पर बढती जा रही थी । बबिता ने अनजाने में ही सही पहली बार मेरे गाड़ के छेद को चाट कर मेरी बची कुची वासना को और भडका दिया , नतीजन मैने गीता के जांघो को और ऊचा कर अप्नी जीभ को उसकी चुत मे घुसा लिया और सीधा सीधा अंदर की तरफ खोदने ल्गा ,,,जिस्से गिता और ज्यादा सीसकने लगी

वही बबिता ने अपनी पोजीशन को बद्ला और मेरे जांघो के बिच अपना सर डाल दिया और मेरे झूलते लण्ड को मुह मे भर कर चूसने लगी ।अब मेरी तडप बढने लगी मैने तेज़ी से गिता की चुत को चुस्ते हुए उसकी चुची को मिजने लगा ,,,वही बबिता निचे लेटे लेटे मेरे सुपाडे को चुस रही थी

गीता - अह्ह्ह्हा ह्ह्ह्हा हहह आह्हह भैयहा आह्हह दर्द हो रहा आह्ह मेरा सुसु आने वाला है ,आह्हह मम्मी आह्हह ,,,,गीता ने मेरे सर को जांघो को कस लिया और गाड़ उचका कर झडने लगी ,, उसकी चुत का गर्म पानी मेरे मुह और जीभ पर फैलने लगा और मैने उसकी जांघो से लेकर गानड़ की छेद तक सब कुछ जीभ से चाट कर साफ किया ।

वही बबिता मेरे आड़ो को पकडे हुए मेरे सुपाडे को चुस रही थी और मेरे लिये अब सबर करना मुस्किल हो गया
और मेरा लण्ड और मोटा हो गया साथ ही मैने अपने सुपाडे को ढील दी जिससे मेरा सारा पानी बबिता के मुह मे भरने लगा और वो ढ्चकने लगी
मैने जल्दी से लण्ड बाहर निकाला और तब तक उसका मुह मेरे माल से भर गया था जिसे वो घूट घूट करके पिए जा रही थीं जैसे ही उसके मुह का माल खतम हुआ उसकी नजर मेरे भिगे लण्ड पर गयी और उठ कर तेज़ी से मेरे लण्ड को जीभ निकालकर मलाई के जैसे चाटने लगी और अच्छे से मेरे लण्ड को साफ करके मुह पोछ लिया और हसने लगी ।

मैं भी उसको खुश देख कर मुस्कुरा पडा वही गीता झडने के बाद खुद की सासे बराबर कर चुकी थी और बबिता को मेरा लण्ड चुस्ते देख रही थी ।

गीता - वाह्ह भैया आज तो म्ज़ा आ गया इस खेल मे
बबिता - हा भैया इतना मजेदार और टेस्टि खेल हमने नही खेला था कभी

मै - अभी यही नही और भी बहुत कुछ मज़े कराउँगा तुम दोनो को मेरी गुडिया मीठी
गीता बबिता - सच भैया

मै - हा लेकिन किसी को ये सब मत बताना और बस तुम दोनो आपस मे मज़े करना ठीक है
गीता बबिता खुश होते हुए - हा ठीक है भैया म्ज़ा आयेगा

मै - आज रात मे मै तुम लोगो को फिल्म दूँगा देखने के लिए,,जिससे तुम लोग अच्छे से लण्ड चूसना सिख सकते हो और जब मै घर चला जाऊंगा तो तुम दोनो अकेले मे मज़े कर सकते हो ।

गीता - सच मे भैया क्या मै भी बबिता के दुध और चुत को चुस सकती हू
मै - हा बिलकुल लेकिन किसी को पता ना चले सब अकेले मे करना

बबिता - जी भैया
मै - हा चलो अब कपड़े पहन लो और घर चलते है ।
गीता - भैया मन नही भरा है चलो ना एक बार और
मै - नही पागल लेट हो जायेगा , देख अभी 7 बजने को हो गये है और कल फिर आएगे ना

फिर वो दोनो खुश हुई और मेरे उपर झोल गयी जिससे मेरा बैलेंस बिगड़ गया और मै गिर पड़ा वो दोनो भी नंगी मेरे उपर आ गई और एक साथ मेरे गालो को काट लिया ,,,उन्के नंगे बदन का स्पर्श मुझे फिर से उत्तेजित करने ल्गा लेकिन फिर मैने खुद को सम्भाल और उनको उठने को बोला
हमने कपडे पहने फिर घर और ट्यूबवेल मे ताला लगाकर चल दिये गाव की तरफ।
शाम होते होते हम लोग रास्ते मे बात करते हुए घर जाने लगे । इस दौरान मैने कुछ पोर्न वीडियो डाउनलोड किये और गीता बबिता को सावधान किया की घर में गाव मे कोई गलती ना करे ।

घर पहुच कर हम लोगो ने चाय नास्ता किया । और यहा मा और मौसी ने साडी उतार कर मैक्सि पहन ली थी । लेकिन मा कुछ परेशान लग रही थी और उसका चेहरा साफ बता रहा था की कुछ बात जरुर है ।
मै सही टाईम का इंतजार किया और जब मा कमरे मे गयी तो मै भी झट से उसके पीछे चला गया और वो मुझे देखते ही बोली

मा - नही राज अभी नही मेरा मन नही है ,,, उसे लगा मै मज़े करने आया था
मै मा को पकड कर बिस्तर पर बिठाते हुए - अरे मा मै उसके लिए नही आया हू , मै तो इस बात से परेशान हू कि मेरी प्यारी मा इतनी परेसान क्यू है ।
मा - सॉरी बेटे मै खाम्का तुझे डाट रही थी , लेकिन तुझे कैसे पता मै परेशान हू
मै - अरे मै भी तो आपका ही अंश हू ना मा ,, आपको तकलीफ होगी तो मुझे भी बेचैनी होती है
मा मुस्कुरा कर मुझे अपने सीने से लगाते हुए - धत्त बदमाश ,,कितना प्यारा है रे तू और कितना ख्याल रखता है मेरी ।
मै मा के कमर मे हाथ डाल कर उन्के चुचो मे अपने चेहरे को फेरा और बोला - वो सब छोडो ये बताओ आखिर क्या बात है जो आपको परेसान किये है

मा - क्या बताऊ बेटा , काफी समय से बाऊजी की तबियत ठीक नहीं चल रही थी और आज बहुत दिन बाद दीदी आई थी तो बाऊ जी का मन हुआ दीदी के साथ ,,, मज़े तो किये लेकिन जोश जोश मे उनकी तबियत और ज्यादा बिगड़ गयी है ,,,
मै - फिर
मा - अभी थोडी देर पहले डॉक्टर आये था,,, चेक करने के लिए पता चला कि बाऊ जी का बीपी बहुत ज्यादा है और इनको ज्यादा मेहनत का काम या थकावट देने वाले काम नही करने है । साथ ही बोले है कि सेक्सुअल ऐक्टिविटी भी नही करनी है कोई अब नही तो आगे जाकर ऐडमिट भी करना पडेगा ।

मै समझ गया कि मा का दुख का असली कारण क्या था ,, नाना की तबियत खराब होने से वो अब चाह कर भी उनका मोटा उछलता लण्ड नही ले सकती थी ।
मैने मा के कन्धे पर हाथ रखा और बोला - आप चिंता ना करो मा ,, नाना जल्द ही ठीक हो जायेगे

मा भरी हुई आँखो से - हा फिर भी मै खुद के मनोइच्छा के लिए उनके जान का रिस्क नही ले सकती हू ।

मै मा को चिल कराते हुए - अरे मा मै हू ना आपके लिए
मा - चल बड़ा आया मेरे लिये,, क्या करेगा तू बता जरा
मै - मै अपनी मा को इतना प्यार दूँगा की वो सारे गम भूल जायेगी और
मा - और क्या
मै - घर जब दो दो लण्ड मिलेंगे रोज तो काहे का गम हाहाह्हाहा
मा मेरे कान खीचते हुए - बहुत बोलने ल्गा है हा
मै - अरे मा नाना नही तो मामा है ना
मा - नही राज मै उसका लण्ड नही ले सकती
मै - क्यू मा वो भी तो आपके भाई है ना
मा - मेरी इच्छा थी कि मेरे चुत मे सिरफ मेरे अपनो का लण्ड जाये ,,, जिनसे मेरा खुन का रिस्ता हो
मै - तो क्या मामा आपके अपने नही है
मा - नही बेटा वो गोद लिया हुआ है ।
मै चौक कर - क्या कह रही हो मा
मा - हा राज ,,, बाऊजी के हम दो ही बेटीया थी ,,काफी समय से मा को कोई बेटा ना हुआ तो बाऊजी ने अपने एक दोस्त के बेटे को गोद ले लिया ।

मै - अच्छा तो क्या ये बात मामा को पता है
मा - नही बेटा और उसे पता भी न चले ,, हमने कभी उसे अपने से पराया नही किया है ।
मै- तो फिर क्यू आप मौसी के साथ मज़े करती थी ।
मा - राजेश ने मेरे चुचो को चुसने और मसलने के अलावा कोई काम नही कर पाया है मेरे साथ । मैने उसे अपने बदन का एक भी हिस्सा नही छूने देती थी ,,, क्योकि मै दीदी के साथ ही खुश थी । वो बस दीदी को जम कर भोग्ता और कभी कभी मेरे दूध पिता था । लेकिन काफी सालो से वो मुझ्से दुर है अब

मै - तो क्या आज रात मे आप मामा और मौसी मज़े करोगे की नही
मा - बेटा मन तो थोदा बहुत था मेरा दीदी के साथ लेकिन बाऊजी की तबीयत से मेरा सारा मूड खराब कर दिया और आज शाम को ही राजेश तेरी मामी के यहा चला गया है


मै खुश हो गया और बोला - इसका मतलब आज रात मे हम लोग मज़े कर सकते है ना
मा - हा लेकिन कैसे दीदी तो मेरे साथ ही सोयेगी
मै - ठीक है फिर मै मौसी को भी
मा - आहाहा इतना आसान थोडी है
मै - मा मै जानता हू मौसी लण्ड की भुखी औरत है आप सब मुझ पर छोड दो मै कुछ ना कुछ जुगाड लगा लूंगा
मा - हा लेकिन कैसे
फिर मैने मा को अपना प्लान ब्ताया
मै - देखो मा तुम मौसी को पूरी नंगी करके मज़े करना और मै दरवाजे से अंदर अपनी मोबाइल ने झुट मुट का वीडियो बनाते हुए अपना खड़ा लण्ड हिलाते आप दोनो के सामने आ जाऊंगा और मै आपके सामने शर्त रखन्गा की मुझे भी मौसी के साथ मज़े करने दो नही तो ये वीडियो मै मौसा पापा सबको दिखा दूँगा ।

मा - अरे फिर तो वो खुद बोलेगी दिखा दो हिहिही
मै - मा इसिलिए तो मै अपना खड़ा लण्ड लेके जाऊंगा उन्के सामने ताकि वो मेरे ऑफ़र को चाह के भी नही मना करेगी ।

मा - अरे वाह तुने तो बड़ी कमजोर नस पकड़ी
मै - बेटा किसका हू मा ,,, मा की चुचियो को मसलते हुए बोला ।


देखते है दोस्तो ये रात राज के लिए क्या नये रोमांच लाने वाली है
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