जब मैं वापस आया तो रेणुका मुझे खाना देते हुए बोली " सुनो मम्मी पापा बहुत दिनों से बुला रहे है. तुम कल मेरा टिकेट करवा देना. एक दो हफ्ते मम्मी पापा के पास रह आऊंगी."
मैंने कहा "ठीक है." ये सुन कर रेणुका सोने के लिए चली गयी और मैं खाना खाने लगा.
दो दिन बाद रेणुका दिल्ली चली गयी और मैं फिर पुराने दिनों की तरह राजेश के घर पीने जाने लगा. अब अक्सर दिव्या भी हम लोगों के साथ बैठ जाती कभी कभी बियर भी पी लेती. इतने सालों में ऐसा पहले कभी नही हुआ था. करीब एक हफ्ते बाद सन्डे के दिन मेरा हाथ बहुत दर्द कर रहा था. राजेश ने दोपहर को ही मुझको अपने घर बुला लिया था. हम दोनों बैठे बैठे पी रहे थे और मैं बार बार अपना हाथ दबा रहा था.
राजेश ने मुझसे पुछा "क्या हुआ?"
"कुछ नहीं राजेश भाई. हाथ बहुत दर्द कर रहा है." मैंने जवाब दिया.
"अब रेणुका तो है नही तो मनीष को सब कुछ हाथ से ही करना पड़ता होगा इसीलिए दर्द हो रहा होगा." दिव्या मुस्कुराते हुए बोली.
"अब आपको क्या पता भाभी, रेणुका होती है तब भी मुझको कई बार अपने हाथ से ही काम चलाना पड़ता है." मैंने दिव्या की दोअर्थी बात का जवाब दिया.
"भाई जब रेणुका होती है तब का तो पता नहीं पर जब वो नहीं है तब ज्यादा तकलीफ हो तो मुझे बता देना. मैं कुछ हेल्प करवा दूँगी." दिव्या ने कहा तो मुझे लगा की ये ओपन इनविटेशन है. मैंने राजेश की तरफ देखा तो पाया की वो तो पहले की तरह की पी रहा था जैसे की उसने कुछ सुना ही न हो.
"सोच लो भाभी बाद में पीछे न हट जाना." मैंने बोला.
"मैं तो पीछे नहीं हटती पर हाँ आगे बढ़ने के लिए तुममे हिम्मत है." दिव्या ने हस्ते हुए पुछा.
"हिम्मत तो मुझमे बहुत है बस लोकलाज की फ़िक्र रोकती है." मैंने दिव्या का हाथ पकड़ कर कहा.
अब राजेश ने दिव्या को इशारा किया तो वो उठ कर अन्दर चली गयी. मुझे लगा की अब शायद वो बुरा मान गया है. "देखो भाई ये लोकलाज वोक्लाज की बाते सब फालतू है. अगर आगे बढ़ना है तो ये सब भूलना होगा." राजेश बोला. मुझे समझ नहीं आ रहा था की बात कहा जा रही है. मैं राजेश की बात सुनने लगा. "याद है उस दिन जब तुमने मुझसे पुछा था की कैसे मैं और दिव्या अभी भी नए कपल जैसे एन्जॉय करते है तो मैंने तुम्हे बताया था की हम हमेश नए नए प्रयोग करते रहते है." वो बोला.
"मैंने तो आपसे पुछा था की कैसे एक्सपेरिमेंट पर बात उस दिन अधूरी ही रह गयी थी." मैं कहा.
नए पड़ोसी complete
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Re: नए पड़ोसी
"आज पूरी कर लेते है. पर पहले वादा करो की बात अगर बुरी भी लगे तो मुझसे ही कहोगे किसी और से नहीं कहोगे." राजेश ने मेरी तरफ देखा. मैंने हाँ में सर हिलाया तो वो बोला "देखो सबसे पहले मैंने दिव्या को पूरी छूट दे रखी है की वो जिसके साथ उठे बैठे सोये मुझे कोई ऐतराज नहीं होता और ऐसे ही उसने मुझे छूट दे दी, इससे एक दुसरे के ऊपर हमारा भरोसा बहुत बढ़ गया क्योंकि हम जो भी करते एक दुसरे को बताते जरूर है. इसके अलावा भी कई चीजे हमने की जैसे रोलप्ले, डर्टी सेक्स वगेरह पर सबसे कामयाब जो प्रयोग रहा वो था वाइफ स्वैपिंग का." राजेश ने कहा.
मुझे भरोसा नहीं हुआ जो राजेश ने कहा. मैंने कहा "ये आप क्या कह रहे है."
राजेश बोला "तुमने तो देखा ही है की मेरे घर तमाम लोग आते रहते है पर वो मेरे कोई दोस्त या रिश्तेदार नहीं है. वो यहाँ आते थे अपनी बीवी को दिव्या के साथ बदलने. अब देखो अभी तुम ऐसे बिहेव कर रहे थे की दिव्या के हाँ करते ही तुम उसके ऊपर चड़ जाते पर क्या तुम रेणुका को भी यही छूट देने को तैयार हो. अगर हाँ तो बोलो हम बात आगे बढ़ाते है."
मैं तो वैसे ही शॉक हो गया था की राजेश मुझसे वाइफ स्वैपिंग की बात कर रहा था. मैं क्या जवाब देता. अगर यही बात राजेश ने मेरी शादी से पहले कही होती तो मैं फ़ौरन हाँ कर देता क्योंकि रश्मि दीदी पर मुझे भरोसा था की वो मेरी बात नहीं टालती और रश्मि दीदी के साथ दिव्या को एक्सचेंज कर लेता पर रेणुका मुझसे ही ठीक से सेक्स नहीं करती किसी दुसरे के साथ का तो सवाल ही नहीं था.
"आराम से सोच लो. शाम तक बता देना." राजेश ने गंभीर आवाज में कहा और मैं वहां से उठ कर वापस अपने घर आ गया.
मुझे भरोसा नहीं हुआ जो राजेश ने कहा. मैंने कहा "ये आप क्या कह रहे है."
राजेश बोला "तुमने तो देखा ही है की मेरे घर तमाम लोग आते रहते है पर वो मेरे कोई दोस्त या रिश्तेदार नहीं है. वो यहाँ आते थे अपनी बीवी को दिव्या के साथ बदलने. अब देखो अभी तुम ऐसे बिहेव कर रहे थे की दिव्या के हाँ करते ही तुम उसके ऊपर चड़ जाते पर क्या तुम रेणुका को भी यही छूट देने को तैयार हो. अगर हाँ तो बोलो हम बात आगे बढ़ाते है."
मैं तो वैसे ही शॉक हो गया था की राजेश मुझसे वाइफ स्वैपिंग की बात कर रहा था. मैं क्या जवाब देता. अगर यही बात राजेश ने मेरी शादी से पहले कही होती तो मैं फ़ौरन हाँ कर देता क्योंकि रश्मि दीदी पर मुझे भरोसा था की वो मेरी बात नहीं टालती और रश्मि दीदी के साथ दिव्या को एक्सचेंज कर लेता पर रेणुका मुझसे ही ठीक से सेक्स नहीं करती किसी दुसरे के साथ का तो सवाल ही नहीं था.
"आराम से सोच लो. शाम तक बता देना." राजेश ने गंभीर आवाज में कहा और मैं वहां से उठ कर वापस अपने घर आ गया.
- Kamini
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Re: नए पड़ोसी
mast update
.तबाही.....शादी का मन्त्र .....हादसा ..... शैतान से समझौता ..... शापित राजकुमारी ..... संक्रांति काल - पाषाण युगीन संघर्ष गाथा ....
- Ankit
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Re: नए पड़ोसी
superb update