फीरोजा ने तकरीबन एक साल बाद सॅम को देखा था फीरोजा की आँखों मे चमक आजाती है सॅम के डील डोल वाले जिस्म को देख
सॅम;आगे बढ़ के फीरोजा के गले मिलता है सॅम फीरोजा से काफ़ी हाइट मे बड़ा था जब वो फीरोजा के गले मिला उसने फीरोजा को थोड़ा अपने सीने से दबा लिया और थोड़ा उपर भी उठा लिया
फीरोजा;अपने भानजे के सीने से लग कर खुश हो जाती है आख़िर ये एक मर्द की पकड़ थी भला कौनसी औरत खुश नही होगी और फीरोजा तो वैसे भी कुँवारी थी उसकी सील अभी तक नही टूटी थी
सॅम;यू आर लुकिंग गॉर्जियस खाला
फीरोजा;ह्म्म्म्म म आते ही शुरू हो गया अब मुझे नीचे तो उतार
सॅम;ओह सॉरी
महक और शबनम वही खड़ी ये सब देख रही थी
फीरोजा;महक और शबनम को लेके अपने रूम मे चली जाती है और आबिद दूसरे रूम मे चला जाता है उससे तो बैठा भी नही जा रहा था
सॅम;कार वाले इन्सिडेंट के बारे पे सोच ही रहा था कि उसे पीठ पे एक ज़ोर दार थप्पड़ लगा
सॅम;औचह
नजमा;सॅम क्या कर रहा था तू कार मे तुझे शरम नही आती मैं तेरे अम्मी हूँ
सॅम;मुझे पता है अम्मी कितनी ज़ोर से मारी आपने
नजमा;अगर मैं कार मे अकेली होती तो तेरी खूब खबर लेती बेशरम खबरदार जो ऐसी हरकत दुबारा की तो
सॅम;चिढ़ते हुए क्या हरकत की मैने बताओ तो ज़रा . बचपन मे आप खुद मुझे पकड़ पकड़ के दूध पिलाती थी और आप ही तो कहती है कि आपने मुझे महक से ज़्यादा दूध पिलाया है
अब अगर मुझे कार मे भूक लगी तो मैने सोचा खाना तो है नही चलो दूध पी लेता हूँ
सॅम ने इतने मासूम अंदाज़ मे कहा कि नजमा को हँसी आ गई
नजमा;उसका कान खेंचते हुए बेशरम जब तू बच्चा था और अब तू बड़ा हो गया है और अगर शबनम या किसी ने देख लिया होता तो
सॅम;तो क्या मैं क्या डरता हूँ किसी से
नजमा;का गुस्सा गायब हो चुका था
ह्म्म्म्म मम पर यहाँ ऐसी वैसी कोई हरकत नही करना समझे अब चल नाना जान से मिल आते है तेरे
सम;यानी घर जाके वो बोलने ही वाला था कि नजमा ने उसे घूर के देखा
और सॅम दिल ही दिल मे मुस्कुराता हुआ नाना जान से मिलने बढ़ गया
सॅम के नाना सत्तार ख़ान अपने वक़्त के एक बहुत बड़े पहेलवानों मे से एक थे पर उमर किस का साथ देती है वक़्त के थपेड़ों ने उन्हे कमज़ोर कर दिया था अब वो अपनी ज़िंदगी की आख़िरी साँसे गिन रही थी
उनकी सारी देख भाल की ज़िम्मेदारी फीरोजा उठा रहे थे
फीरोजा; एक 30 साल की कुँवारी औरत जिसके दिल मे लाखों अरमान हर रात सर उठाते थे और उसे अपनी चूत रगड़ने पे मजबूर कर्देते पर इसके आगे वो कर भी क्या सकती थी
उसका जिस्म एकदम टाइट था चुचे 36डी की कमर 34 और एकदम सपाट पेट रंग सांवला था मगर एक दिलकश लड़की थी फीरोजा
सत्तार;अपनी बेटी नवासे और बहू को देख बहुत खुश हुए वो सिर्फ़ अपने रोज मर्रा के (डेली)के काम करसकते थे उससे ज़्यादा करने जाते तो थक के बैठ जाते
नजमा;सत्तार के पास बैठते हुए कितने कमज़ोर हो गये है आप अब्बू
अब आप यहाँ नही रहेंगे आपको इस बार मेरे साथ चलना ही होगा
सत्तार;नही नजमा बेटी मैं यही ठीक हूँ यहाँ तेरी अम्मी के यादें जुड़ी हुई हैं मेरे साथ मैं इसी गाओं मे पैदा हुआ और यही दफ़न होना है मुझे
नजमा;और सभी की आँखों मे आँसू आ गये थे सत्तार की बातें और हालत देख के
सॅम;नानू हम आपको सही इलाज के लिए ले जाना चाहते है जब आप ठीक होज़ाएँगे तब वापस यहाँ आ जाना
सत्तार;नही सॅम बेटा मैं कही नही जाउन्गा
और तुम इतने उदास क्यूँ हो मैं एकदम ठीक हूँ चाहे तो सॅम के साथ कुश्ती लड़वालो
उनकी इस बात पे सभी को हँसी आजाती है और वो इधर उधर की बातें करने लगती है
फीरोजा;किचन चाइ बना रही थी
सॅम;उसके पास आजाता है
खाला एक बात कहूँ
फीरोजा;हाँ बोलो ना बेटा
सॅम;आप सच मे बहुत खूबसूरत लग रहीं है और ये पिंक ड्रेस तो आप पर खूब जच रहा है
फीरोजा;मुस्कुराने लगती है ह्म्म्म्म म क्या बात है खाला को मस्का किस लिए लगाया जा रहा है
सॅम;उफफफफफ्फ़ हो खाला आप भी ना अब सच बोलना भी गुनाह हो गया जाओ मैं आपसे बात नही करता
फीरोजा;सॅम के गले मे बाहें डालते हुए अर्रे रे मेरा बेटा नाराज़ हो गया मैं भी मज़ाक कर रही थी
एक राजा और चार रानियाँ complete
- jay
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).
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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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Re: एक राजा और चार रानियाँ
ओह्ह गुड
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हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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Re: एक राजा और चार रानियाँ
kya bat hai bhai badi thandi saans lekar kahashubhs wrote:ओह्ह गुड
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Re: एक राजा और चार रानियाँ
क्या करे भाई ऐसी कहानी है आहे तो भरी ही जायेगीjay wrote:kya bat hai bhai badi thandi saans lekar kahashubhs wrote:ओह्ह गुड
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फीरोजा को अपने इतने करीब इतना सटा हुआ पाके सॅम के दिमाग़ की घंटी बजने लगती है और वो फीरोजा को अपने से चिपका लेता है जिससे फीरोजा की चूत सॅम के थोड़े से उभरे हुए लंड से जा टकराती है
फीरोजा;अहह क्या कर रहा है छोड़ मुझे
सॅम;पहले एक पप्पी दो
फीरोजा;घबराते हुए ये क्या बात हुई किस बात की पप्पी छोड़ दे मुझे बाजी ऐसे हमे देखेंगी तो क्या सोचेंगी
सॅम;एक खाला अपने भानजे को पप्पी भी नही दे सकती तो क्या फ़ायदा ऐसा भांजा होने का
फीरोजा;ह्म्म्म्म एमोशनल अत्याचार नोट फेर सॅम
सॅम;उसे और अपने से सटाते हुए जो भी समझो जब तक नही छोड़ूँगा जब तक आप मुझे पप्पी नही देदेती
फीरोजा;जल्दी से सॅम के गाल पे किस करदेती है
अब तो छोड़ दे मुझे
सॅम;गाल पे किसने कहा मैं तो होंठो पे कह रहा हूँ
फीरोजा;बुरी तरहा सकपका जाती है क्याआअ शरम कर बेशर्म इंसान मैं तेरी खाला हूँ
हालांकी फीरोजा को भी अब इन्सब बातों मे मज़ा आरहा था
सॅम;कहाँ टस से मस होने वाला था
जल्दी करो खाला वरना कोई अजाएगा
फीरोजा;नीचे सर करते हुए मैं नही करती जा
सम;मैं करलूँ
फीरोजा;उसे कुछ कहने के लिए सर उठाती है उसी वक़्त सॅम अपने होंठ फीरोजा के होंठों पे रख देता है
दोनो मे से सिर्फ़ सॅम लिप्स चूस रहा था
कुछ सेकेंड बाद फीरोजा अपने जिस्म को ढीला छोड़ देती है ये उसने जान भुज के नही की थी बल्कि बल्कि उसकी कुँवारी चूत का असर था जो उसे सॅम के होंठ चूसने से रोक नही रहा था
आख़िर कार ये उसकी ज़िंदगे का पहला किस जो था
3मिनट के बाद किसी के कदमों की आवाज़ से दोनो हान्फते हुए अलग होज़ाते है
महक;खाला अम्मी बुला रही है
फीरोजा;सॅम की आँखों मे घूरते हुए अभी आई बेटा
सॅम के चेहरे पे बेशर्मी की मुस्कान थी जिसे फीरोजा अच्छी तरहा जानती थी
फीरोजा;दाँत पीसते हुए नजमा की तरफ चल देती है
रात12पी एम;सभी लोग सोगये थे
आबिद तो जल्दी ही सो चुका था उसके रूम मे शबनम और महक सोए हुए थे
सॅम;और नजमा फीरोजा के रूम मे सोए हुए थे
एक बड़े किंग साइज़ बेड पे पहले सॅम उसके बाद नजमा और लास्ट मे फीरोजा;
नजमा;सॅम की तरफ देखती है जो शाएद सोगया था
वो फीरोजा से धीरे धीरे बातें करने लगती है पर उसे क्या पता था सॅम अपनी दिन भर की कार गुज़ारी सोच रहा है और नींद उसकी आँखों से मीलों दूर है जब उसके कानों में नजमा और फीरोजा की आवाज़ आती है तो वो अपना ध्यान इन्दोनो औरतों की तरफ करदेता है
नजमा;फीरोजा कैसे चल रहा है
फीरोजा;क्या बताऊ बाजी बॅस गुज़र रही है
नजमा;तू मेरे साथ चल मैं तेरी शादी करवा देती हूँ
फीरोजा;नही बाजी मैं चली गयी तो अब्बू को कौन देखेगा
नजमा;अब्बू को मैं मेरे पास रखलूँगी तू कबतक अपनी चूत को रगड़ रगड़ के तरसाएगी
फीरोजा;क्या करूँ बाजी और कर भी क्या सकती हूँ
नजमा;क्यूँ किसी से चुदि नही क्या इन्दिनो
फीरोजा;कैसे बात कर रही हो आप मैं किस से चुदवाउन्गी भला
फीरोजा थोड़ा गुस्से मे आ गई थी
नजमा;नाराज़ मत हो बस कुछ दिनो की बात है फिर सब ठीक होज़ायगा
तू फिकर मत कर और नजमा फीरोजा के चुचे मसल देती है
फीरोजा;उनह नही कुछ ठीक नही होगा मेरी किस्मत ही खराब है
नजमा;तेरी क्या मेरी भी किस्मत खराब है मैं भी तो तरस गयी हूँ लंड के लिए बाहर चुदा भी नही सकती और अब तो शबनम का दर्द भी नही देखा जाता
फीरोजा;हाँ बाजी बेचारी
पर कम से कम वो लंड का मज़ा तो लेचुकी है मैं तो अभी तक
वो बोलते बोलते रुक गयी
नजमा;अर्रे बेवकूफ़ एक बार औरत लौडा लेलेती हैना फिर वो बर्दाश्त नही करसकती तू बस खुद को कुछ दिन संभाल मैं कुछ करते हूँ तेरे बारे में
ऐसे ही कुछ बातें करने बाद दोनो बहनें सोजाती है
फीरोजा;अहह क्या कर रहा है छोड़ मुझे
सॅम;पहले एक पप्पी दो
फीरोजा;घबराते हुए ये क्या बात हुई किस बात की पप्पी छोड़ दे मुझे बाजी ऐसे हमे देखेंगी तो क्या सोचेंगी
सॅम;एक खाला अपने भानजे को पप्पी भी नही दे सकती तो क्या फ़ायदा ऐसा भांजा होने का
फीरोजा;ह्म्म्म्म एमोशनल अत्याचार नोट फेर सॅम
सॅम;उसे और अपने से सटाते हुए जो भी समझो जब तक नही छोड़ूँगा जब तक आप मुझे पप्पी नही देदेती
फीरोजा;जल्दी से सॅम के गाल पे किस करदेती है
अब तो छोड़ दे मुझे
सॅम;गाल पे किसने कहा मैं तो होंठो पे कह रहा हूँ
फीरोजा;बुरी तरहा सकपका जाती है क्याआअ शरम कर बेशर्म इंसान मैं तेरी खाला हूँ
हालांकी फीरोजा को भी अब इन्सब बातों मे मज़ा आरहा था
सॅम;कहाँ टस से मस होने वाला था
जल्दी करो खाला वरना कोई अजाएगा
फीरोजा;नीचे सर करते हुए मैं नही करती जा
सम;मैं करलूँ
फीरोजा;उसे कुछ कहने के लिए सर उठाती है उसी वक़्त सॅम अपने होंठ फीरोजा के होंठों पे रख देता है
दोनो मे से सिर्फ़ सॅम लिप्स चूस रहा था
कुछ सेकेंड बाद फीरोजा अपने जिस्म को ढीला छोड़ देती है ये उसने जान भुज के नही की थी बल्कि बल्कि उसकी कुँवारी चूत का असर था जो उसे सॅम के होंठ चूसने से रोक नही रहा था
आख़िर कार ये उसकी ज़िंदगे का पहला किस जो था
3मिनट के बाद किसी के कदमों की आवाज़ से दोनो हान्फते हुए अलग होज़ाते है
महक;खाला अम्मी बुला रही है
फीरोजा;सॅम की आँखों मे घूरते हुए अभी आई बेटा
सॅम के चेहरे पे बेशर्मी की मुस्कान थी जिसे फीरोजा अच्छी तरहा जानती थी
फीरोजा;दाँत पीसते हुए नजमा की तरफ चल देती है
रात12पी एम;सभी लोग सोगये थे
आबिद तो जल्दी ही सो चुका था उसके रूम मे शबनम और महक सोए हुए थे
सॅम;और नजमा फीरोजा के रूम मे सोए हुए थे
एक बड़े किंग साइज़ बेड पे पहले सॅम उसके बाद नजमा और लास्ट मे फीरोजा;
नजमा;सॅम की तरफ देखती है जो शाएद सोगया था
वो फीरोजा से धीरे धीरे बातें करने लगती है पर उसे क्या पता था सॅम अपनी दिन भर की कार गुज़ारी सोच रहा है और नींद उसकी आँखों से मीलों दूर है जब उसके कानों में नजमा और फीरोजा की आवाज़ आती है तो वो अपना ध्यान इन्दोनो औरतों की तरफ करदेता है
नजमा;फीरोजा कैसे चल रहा है
फीरोजा;क्या बताऊ बाजी बॅस गुज़र रही है
नजमा;तू मेरे साथ चल मैं तेरी शादी करवा देती हूँ
फीरोजा;नही बाजी मैं चली गयी तो अब्बू को कौन देखेगा
नजमा;अब्बू को मैं मेरे पास रखलूँगी तू कबतक अपनी चूत को रगड़ रगड़ के तरसाएगी
फीरोजा;क्या करूँ बाजी और कर भी क्या सकती हूँ
नजमा;क्यूँ किसी से चुदि नही क्या इन्दिनो
फीरोजा;कैसे बात कर रही हो आप मैं किस से चुदवाउन्गी भला
फीरोजा थोड़ा गुस्से मे आ गई थी
नजमा;नाराज़ मत हो बस कुछ दिनो की बात है फिर सब ठीक होज़ायगा
तू फिकर मत कर और नजमा फीरोजा के चुचे मसल देती है
फीरोजा;उनह नही कुछ ठीक नही होगा मेरी किस्मत ही खराब है
नजमा;तेरी क्या मेरी भी किस्मत खराब है मैं भी तो तरस गयी हूँ लंड के लिए बाहर चुदा भी नही सकती और अब तो शबनम का दर्द भी नही देखा जाता
फीरोजा;हाँ बाजी बेचारी
पर कम से कम वो लंड का मज़ा तो लेचुकी है मैं तो अभी तक
वो बोलते बोलते रुक गयी
नजमा;अर्रे बेवकूफ़ एक बार औरत लौडा लेलेती हैना फिर वो बर्दाश्त नही करसकती तू बस खुद को कुछ दिन संभाल मैं कुछ करते हूँ तेरे बारे में
ऐसे ही कुछ बातें करने बाद दोनो बहनें सोजाती है
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