Incest मैं अपने परिवार का दीवाना

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naik
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना

Post by naik »

shaandaar mazedaar lajawab update dost
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rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना

Post by rangila »

[इधर मैं पक रहा था टीचर्स का लेक्चर अपनी जिंदगी में दूसरी बार सुनके,शूकर है कॉलेज ऑफ हुआ और मैं वँया को साथ लेके गाओं की
तरफ आने लगा,वँया पीछे से मेरे गले लग गयी मैं बाइक स्लो कर दिया

वँया- अब तुमपे कभी हाथ नही उठाउंगी प्लीज़ मुझसे बातें करो ना
इतनी बुरी भी नही हूँ,जितना तुम समझते हो
और तुम किसी के भी पास जाओ,मैं कुछ नही बोलूँगी

दिलीप- तो तुम्हे लगता है कि मैं तुमसे बात इसी लिए नही कर रहा हूँ,ताकि तुम मुझे किसी के साथ भी सोने की इजाज़त दे दो

वँया- काश तुम मेरे पहले वाले दिलीप होते,जो सिर्फ़ मेरा प्यार देखता[मैं बाइक रोक दी और पीछे मूड के वँया को देखने लगा

दिलीप- तुम कभी भी मुझे समझ नही पाओगी

वँया- एक बार और तुम समझा दो

दिलीप- तुम से बहुत प्यार करता हूँ

[वँया मेरे सीने से लग गयी,और मैं उसके माथे को चूम लिया
[फिर हम घर पहुँचे

मैं सीधा अपने रूम में आया
और वो मेमोरी कार्ड अपने मोबाइल में डाला
और चेक करने लगा

3 या 4 वीडियोस थे

मैं वीडियो प्ले किया और जो मैं देखा मुझे उसपे यकीन नही हुआ फिर मैने दूसरा वीडियो देखा तीसरा भी वीडियोस देखा और चौथा,4
वीडियोस हमारे कॉलेज की 4 मेडम के एमएमएस,जिसमें वो चुदवा रही हैं
और इसमें वो मिसेज़ भी हैं जिनको सिर्फ़ गुस्सा ही आता है
खैर मैं वो मेमोरी कार्ड अपने फोन से निकालके छिपा दिया


फिर हम सबने खाना खाया

और मैं सीधा बिम्ला के घर पहुँचा

बिम्ला मुझे देखके सोच में पड़ गयी

दिलीप- आप बाहर जाओ

[मेरी बात सुनके वो घर से बाहर चली गयी

मैं माला के रूम में गया,बिम्ला की बेटी का नाम माला है
वो पढ़ाई कर रही थी
मुझे देखके वो घबरा गयी
मैं उसके पास बैठ गया
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rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना

Post by rangila »

दिलीप- अपनी माँ से इतनी गंदी बाते करते हुए तुझे शरम नही आई
और अभी घबरा रही है

माला- छोटे मालिक आप मुझे ग़लत मत समझना

दिलीप- इतनी इज़्ज़त किस लिए दे रही है

माला- आप मेरी लिए इतना कुछ कर रहे हैं

दिलीप- क्या कर रहा हूँ तेरे लिए

[माला शरमाने लगी

माला- आप बहुत अच्छे हैं

दिलीप- मेरी अच्छाई की तारीफ़ बाद में करना
पहले यह बता मैने तेरे साथ ऐसा क्या कर दिया,जो तू मुझसे प्यार करने लगी

माला- उस दिन आप अगर मेरे साथ वो सब करते तो मैं आपको रोकती भी नही,लेकिन वो वासना होती

दिलीप- इसी लिए तुझे मुझसे प्यार हो गया
पर मैं तो तुझसे प्यार नही करता
तो यह तो मेरे लिए वासना ही है

माला- इतना बात नही करते आप सीधा जो करना होता कर लेते

दिलीप- यह सब करके क्या मिलेगा तुझे

माला- मैं जिस से प्यार करती हूँ उससे शादी नही कर सकती
लेकिन वो मुझे एक बार प्यार तो कर सकता है

दिलीप- काश मैं तेरी माँ के साथ वो सब नही किया होता

माला- काश आप मुझे जल्द से जल्द प्यार करो

दिलीप- बड़ा प्यार प्यार कर रही है,पता भी है प्यार कैसे करते हैं

माला- पता है

दिलीप- ठीक है

[मैं माला को का हाथ अपने हाथ में पकड़ा,और उसके गाल को चूम लिया, वो शरमाने लगी,फिर मैं अपने होंठ उसके होंठो की तरफ बढ़ाने लगा
और कुछ ही देर में हम एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे

माला जिस तरह से मेरे होंठ चूस रही थी,उससे सॉफ पता चल रहा था,कि वो पहली बार किस कर रही है
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