करीना कपूर की पहली ट्रेन (रेल) यात्रा

Post Reply
User avatar
sexi munda
Novice User
Posts: 1305
Joined: 12 Jun 2016 12:43

Re: करीना कपूर की पहली ट्रेन (रेल) यात्रा

Post by sexi munda »

8:35 पी॰एम॰

गोगा को अब अपनी बीवी के आने का डर था तो वो जरा घबरा जाता है, और अपना प्लान चेंज कर देता है, और किसी शातिर की तरह बोलता है- “क्या मुझमें तुम्हें हवस दिखती है? एक बीमार का तुम एसे कैसे मजाक उड़ा सकती हो? मैं तुम्हारे जिस्म का प्यासा नहीं हूँ, मैं तुम्हारे प्यार का प्यासा हूँ…” और गोगा अपने दिल और लण्ड पर पत्थर रखकर और ‘दीवार’ के अमिताभ की तरह खड़ा करीना के आगे जाकर दरवाजा खोलता है और बोलता है- “बेबो, तू अब जा यहाँ से, तू नहीं समझी मुझे…”

करीना- “तुम मेरी बात का गलत मतलब निकाल रहे हो गोगा…” एसे कहते-कहते करीना अपने चेहरे पर काला नकाब पहन लेती है।

गोगा गुस्सा होने का नाटक करते हुये, करीना की बात बीच में काटकर बोलता है- “तू जा ना यहाँ से, साली हरामजादी…”

करीना मन ही मन- “मेरी वजह से अब गोगा गुस्सा हो गया, अगर मेरे जाने के बाद इसने अपनी जान दे दी तो मैं अपने आपको माफ़ नहीं कर सकती, मुझे गोगा के गुस्से को ठंडा करना होगा…”

ऐसा सोचते-सोचते करीना दरवाजे के नज़दीक खड़े गोगा के पास जाती है, इतने नज़दीक जाती है कि करीना की चुचियों का उभार गोगा के काले सीने पर, जिसने जगह-जगह से फटा हुआ शर्ट पहना हुआ था उससे रगड़ रहा था।

करीना को इतने नज़दीक पाकर गोगा की बोलती बंद हो गई। गोगा मन ही मन- “साली रंडी, अगर मेरी बीवी नहीं आ रही होती तो, तुम्हारी चूत का नगाड़ा बजा देता आज…”

गोगा का लण्ड करीना जैसी एक्ट्रेस को इतने नज़दीक पाकर खड़ा था, गोगा खुद को कंट्रोल कर रहा था, लेकिन सामने अगर बेबो के जैसा हरा भरा माल हो तो किससे कंट्रोल हो सकता है। गोगा करीना की कमर को दोनों हाथों से पकड़ लेता है।

गोगा के इस स्पर्श से करीना अपनी आँखें बंद कर लेती है।

ये देखकर गोगा करीना की कमर पकड़कर अपनी ओर खींचता है। इससे करीना की चुचियाँ किसी गुब्बारे की तरह गोगा के सीने से दब जाती हैं। करीना को गोगा के मुँह से आती बदबू की महक परेशान तो करती है, लेकिन बेबो को तो गोगा का गुस्सा शांत करना था।

गोगा पहले करीना की नकाब निकालता है, और करीना के लाल होंठ देखकर बावरा सा होने लगता है। तभी गोगा करीना के बाल एक हाथ से पकड़ता है और अपने काले भोंडे होठों को करीना के गुलाबी रसीले होठों से लाक करके फ्रेंच किस करने लगता है, और करीना के होंठ पेप्सी की तरह चूसने लगता है, और दूसरा हाथ एरोटिक अंदाज से कमर से रगड़ते-रगड़ते करीना की मस्त गाण्ड को दबोच लेता है। इससे करीना के मुँह से ‘आह्ह’ की आवाज निकल जाती है। क्या मस्त एरोटिक दृश्य चल रहा है वाह्ह… करीना जैसी मस्त लचीली गाण्ड वाली गोरे बदन वाली जिसकी बड़ी चुचियाँ अब गोगा के बदन से दब चुकी हैं और गोगा पागलों की तरह करीना के होंठ चूस रहा है।

करीना छूटने की कोशिश करती है लेकिन गोगा की पकड़ इतनी टाइट थी की वो पकड़ से छूट ना सकी।

तभी गोगा ने जो अलार्म सेट किया था वो घड़ी रिंग बजना शुरू करती है, इसका मतलब गोगा की पत्नी आने वाली है। अलार्म सुनते ही गोगा करीना के होठों को अपने काले होंठों से आज़ाद कर देता है।

गोगा की पकड़ से आज़ाद होते ही करीना की साँस में साँस आती है, और करीना बोलती है- “ये क्या कर रहे थे तुम्म्म?”

गोगा- “तुमने ही तो कहा था, कि तुम मुझे छू सकते हो…”

करीना अटकते-अटकते बोलती है- “हाँ हाँ ओके… ज़्यादा होशियार मत बनो, अब बहुत रात हो चुकी है, मैं घर जा रही हूँ…” गोगा को फिर से गुस्से का दौरा ना लगे इसलिये करीना गोगा की इस हरकत को नज़रअंदाज कर देती है।

गोगा- “मुझे अब यकीन हो गया है कि तुम मेरे दर्द को अच्छी तरह से समझ चुकी हो, अब मुझे तुम्हारे साथ कल रेलवे स्टेशन से उतरप्रदेश के सफ़र का कोई प्राब्लम नहीं, मैं आ जाऊँगा…” गोगा तो ऐसे बोल रहा था कि वो करीना की हेल्प करना चाहता है, लेकिन अंदर से उसके इरादे अच्छे नहीं थे।

गोगा की बात सुनकर करीना मन ही मन- “मुझे समझ में नहीं आ रहा कि मुझे इस आदमी के साथ सफ़र करना चाहिए? और वो मानसिक रूप से बीमार भी तो है, अगर मैं इसके साथ सफ़र करूँगी तो पता नहीं ये कितना मुश्किल होगा? लेकिन कल मुझे उतरप्रदेश जाना ही है, सिर्फ़ 6-7 घंटे का तो सवाल है, उसके बाद मैं अपने रास्ते और गोगा अपने रास्ते चले जाएँगे, और मुझे तो ये भी नहीं भूलना चाहिए कि गोगा मुझे करीना की हमशकल समझ रहा है…”

करीना- “ह्म् म्म्म… हाँ तो ठीक है तुम कल सुबह 6:30 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन पर आ जाओ, मैं तुम्हें वहाँ पहुँचते ही फ़ोन करूँगी, ठीक है?”

गोगा- “हाँ ठीक है, लेकिन तूने मुझे तेरा फ़ोन नम्बर कहाँ दिया है?”

करीना- “ओह्ह… मैं तो भूल ही गई थी, तुम्हें जो नम्बर दूँगी, उस नम्बर पर तुम मिस-काल दो अभी…” और करीना गोगा को एक कागज पर लिखकर नम्बर दे देती है।

गोगा उस नम्बर को सेव करके मिस-काल मार देता है।

और मिस-काल मिलते ही करीना गोगा का नम्बर सेव कर लेती है। फिर करीना नकाब पहनते हुये बोलती है- “चलो अब मैं चलती हूँ, मुझे घर जाकर बहुत सारी चीजों की सफ़र के लिये पैकिंग भी तो करनी है…”

गोगा- “ठीक है, मेरी बेबो…”

ये सुनकर करीना के कान खड़े हो जाते हैं, उसे लगता है कि गोगा उसकी असली पहचान जान चुका है और वो बोलती है- “कौन? कौन बेबो? मेरा नाम तो सोनाली है…”

गोगा- “भूल गई क्या? तू ही तो बोली थी कि मैं तुझे बेबो नाम से बुला सकता हूँ, क्योंकि तू करीना की हमशकल है… ह्म…”

करीना मन ही मन- “ओह्ह… थैंक गोड…”

करीना हड़बड़ी में बोलती है- “अरे हाँ, मैंने ही तो कहा था, याद आया, मैं भी ना भुलक्कड़ हूँ। चलो अब मैं निकलती हूँ, बाइ गोगा…”

गोगा करीना की बड़ी-बड़ी चुचियों को देखकर बोलता है- “बाइ बेबो, कल मिलते हैं मेरी जान…”

गोगा की ये बात सुनकर करीना झेप जाती है, क्योंकि गोगा ने उसे ‘जान’ कहकर पुकारा था। बीमार गोगा की बात अनसुना करके करीना बोलती है- “ठीक है, ठीक है, बाइ… और कल बराबर सबेरे 6:30 बजे आ जाना बांद्रा रेलवे स्टेशन पर…” और करीना दरवाजे से बाहर चली जाती है।

गोगा- “हाँ, आ जाऊँगा, तेरे लिये मेरी जान हाजिर है…”

करीना गोगा को बाइ कहकर अपनी गाण्ड मटकाते हुये अपनी कार की तरफ बढ़ती है।

तब चाल के कुछ लोग बाहर लाइट के खंबे से आती रोशनी में क्रिकेट खेल रहे थे, 10-12 लोग थी, जैसे ही उसकी नजर नकाब पहने औरत याने करीना पे जाती है तब सबका मुँह खुला का खुला रह जाता है, सब लोग करीना की मस्त फिगर को नीचे से ऊपर तक नजर घुमाकर देख रहे थे, करीना की मोटी गाण्ड, बड़े-बड़े दोनों दूध के टैंकर, जो उसकी हर चाल पर ऊपर नीचे हिल रहे थे। करीना को ये अहसास हुआ कि लोग उसे घूर रहे हैं, लेकिन करीना इसे एक कॉम्पलीमेंट की तरह लाइटली लेती है।

जाते वक़्त करीना की मटकती गाण्ड देखकर गोगा अपने लण्ड को मसलते हुये मन ही मन- “क्या नशीब था मेरा, बोलीवुड की हसीना आज मेरे घर आई, मेरी गोदी में बैठी, किस किया, उसकी चुचियाँ दबाई, उसकी मोटी गाण्ड को हाथों से मसला। वाह्ह… अब तो शेर के मुँह को खून लग गया है इस हिरनी का, अब मैं इसकी चूत का नगाड़ा तो बजाऊँगा ही, आज ही बजाया होता, अगर मेरी बीवी नहीं आ रही होती…”

करीना कार तक पहुँच जाती है, और कार की ड्राइविंग सीट का दरवाजा खोलकर ड्राइविंग सीट पर बैठते-बैठते मन ही मन- “मुझे अपने आप पर गुस्सा आ रहा है, कि कैसे मैंने एक बदसूरत आदमी को अपने पास आने का निमंत्रण दे दिया? लेकिन गोगा के नज़रिये से मैं करीना की हमशकल सोनाली हूँ, तो उसने जो भी मेरे साथ किया वो मैं नहीं, वो सोनाली थी, इस वजह से मुझे अपराधबोध नहीं होनी चाहिए। मैं आज भी एक पतिव्रता नारी हूँ, और आगे भी वैसे ही रहूींगी। आज जो भी हुआ सोनाली के साथ हुआ, आज का दिन मुझे भूल जाना चाहिए और कल से नई शुरुआत करनी चाहिए…”

सही कहा करीना ने, कल से एक नई शुरुआत तो होगी, लेकिन वो शुरुआत कैसे शुरू होगी वो पता नहीं।

करीना कार स्टार्ट करके अपने घर की ओर बढ़ती है। करीना गोगा के बारे में सोचते-सोचते कार चला रही थी, और कब वो खुद के घर के गेट के पास आ गई उसे पता भी ना चला। करीना की कार देखकर वाचमैन ने गेट खोला। करीना कार ड्राइव करके अपने घर के पार्किंग में कार पार्क की।
Post Reply