Incest परिवार बिना कुछ नहीं

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mastram
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Re: Incest परिवार बिना कुछ नहीं

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समर और राम्या दोनो ने मिलकर अपनी मां को चूतिया बना दिया और समर पूरी जोर जोर से राम्या को चोदना शुरू कर दिया तो राम्या की मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी। हर धक्के में लंड पुरा घुस रहा था। काम्या भी गरम हो गई और अपनी चूत को सहलाने लगी तो समर ने काम्या को इशारा किया तो वो उसने अपनी चूत को अपनी बेटी के मुंह से चिपका दिया तो राम्या अपनी मा की चूत चाटने लगी।

" आह बेटी, उफ्फ हाय कितनी मस्त हैं तेरी जीभ, घुसा दे अंदर,!

राम्या ने अपनी एक अंगुली से उसकी चूत की कलिट को सहलाना शुरू कर दिया और जीभ से अंदर तक चाटने लगी।

" हाय, उफ्फ कमाल की लड़की हैं तू तो। रोज़ चूसना ऐसे ही मेरी चूत।

समर के धक्कों पर राम्या हिलती जिससे उसकी जीभ और ज्यादा अंदर घुस जाती जिससे काम्या झड़ने के करीब अा गई और उसने पूरी ताकत से अपनी बेटी के मुंह को अपनी चूत पर चिपका दिया और सिसकते हुए झड़ गई।

" आह मेरी जान, गई मेरी चूत!
हाय उफ्फ ये मस्ती।

समर ने भी एक तगड़ा धक्का लगाया और राम्या की चूत में अपना वीर्य भर दिया तो राम्या भी इसके साथ ही झड़ती चली गई।

तीनो अपनी उखड़ी हुई सांसो पर काबू पा रहे थे और एक दूसरे से पूरी तरह से लिपटे हुए पड़े थे। शर्म लाज कि दीवार हट चुकी थी और समर ने पूरी रात अपनी मा और बहन दोनो को पुरी ताकत से जी भर कर चोदा।

अगले दिन सुबह माही अा गई और चुदाई को ब्रेक लगा।

ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और माही की रोज पूरी रात चुदाई होती रही। माही प्रेगनेंट हो गई और सभी खुश थे।

समर को ऑफिस के काम से दिल्ली जाना था इसलिए वो माही को भी अपनी साथ ले गया।


दोनो दिल्ली पहुंचे ही थे कि सोनम के पापा का कॉल अा गया तो उन्होंने बताया कि दो दिन से सोनम का नंबर बंद अा रहा हैं, इसलिए वो उससे भी मिलते आए। सोनम का पता मिलते ही वो उसके घर पहुंच गए लेकिन बार बार नॉक करने पर भी गेट नहीं खुला तो दोनो को डर का एहसास हुआ और समर बाहर निकली हुई पाइप से घर के अंदर घुस गया और गेट खोला तो माही भी अंदर अा गई।

दोनो को घर में कोई नहीं मिला तो वो उपर की तरफ चल पड़े। जैसे ही उपर आए तो सोनम की दर्द भरी आह सुनाई पड़ी।

समर ने एक झटके से दरवाजा तोड़ दिया और देखा कि सोनम नंगी बेड पर बंधी हुई पड़ी थी और कोई 4 से 5 आदमी थे जो उसकी साथ रेप करने वाले थे । उनमें सोनम का पति भी शामिल था। सोनम की आंखो से आंसू निकल रहे थे ।

समर की आंखो में खून उतर आया और वो जंगली शेर की तरह उन पर टूट पड़ा जो कि पूरी तरह से नशे में डूबे हुए थे।

समर ने थोड़ी देर में उनका काम तमाम कर दिया और माही ने सोनम को खोल दिया तो सोनम रोती हुई माही से लिपट गई।

समर सोनम को लेकर घर अा गया और उनकी लाशों को ठिकाने लगा दिया। घर आकर समर ने काम्या को सब बताया।
थोड़ी देर में ही सोनम में मा बाप भी अा गए।सोनम बुरी तरह से तड़प रही थी, अपने साथ हुआ ज़ुल्म बयान कर रही थी जिसे सुनकर समर भी रो उठा।


खैर सबने उसे समझाया और धीरे धीरे सब ठीक होने लगा। समर कुछ दिन के लिए काम के सिलसिले में चेन्नई चला गया। राम्या बुरी तरह से डर गई थी इस हादसे से इसलिए घर से बाहर नहीं निकल रही थीं।

काम्या:" बेटी इतनी डर मत , सब ठीक हैं, आराम से कॉलेज जा तू।

राम्या:" मा मैं ये सोचकर परेशान हूं कि कल जब मेरी शादी होगी तो कहीं मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही ना हो जाए।

+(। राम्या के साथ पहले की भीमा राहुल बन कर धोका कर चुका था )!

काम्या:" अच्छा सा लड़का लाऊंगी तेरे लिए ढूंढ़ कर।


राम्या अपनी मा से लिपट गई और बोली:" मा मुझे भाई से ही शादी करनी हैं, मुझे अब किसी और पर यकीन नहीं हैं।

काम्या के उपर एक विस्फोट सा हुआ और एक पल के लिए तो उसकी समझ में कुछ नहीं आया फिर राम्या को समझाते हुए कहा:"

" देख एक तो समर पहले से ही शादी शुदा हैं, और उपर से माही के साथ उसका प्यार इतना ज्यादा हैं कि माही कभी नहीं मानेगी ।
बेटी वो तेरा सगा भाई हैं, ऐसा कुछ भी मा मत सोच।
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mastram
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माही गेट पर खड़ी ये सब सुन रही थी, उसे इस वक़्त राम्या अपनी सबसे बड़ी दुश्मन लग रही थी जो उसके पति पर कब्जा करना चाह रही थी।

राम्या:" भाई हैं तो क्या हुआ? माही भी तो सगी बुआ हैं, जब उनसे शादी हो सकती हैं तो मुझसे क्यों नहीं!!

काम्या:" बेटी तुझे कैसे समझाऊं! ऐसा नहीं होता।

राम्या रोने लगी और उपर की तरफ भागती हुई चली गई।


माही भी उससे पहले ही गेट पर से हट गई थी और उसका मूड खराब हो चुका था। वो अपने कमरे में चली गई और छत को घूरने लगी।


सभी दुखी थे। अपनी सोच में डूबे हुए थे। कोई रास्ता समझ नहीं अा रहा था, सब कुछ वक़्त पर छोड़ दिया और तीनो अपने कमरे में बंद थी।

दूसरी तरफ सोनम के भाई अजय को जैसे ही ये बात पता चली तो वो फौरन विदेश से वापिस आया। अजय को देखते ही सोनम उसके गले लग कर रोने लगी, अजय सोनम को दिलासा देने लगा।
कुछ दिन दोनो भाई बहन साथ में रहे और अजय अपनी बहन की सुंदरता पर मोहित हो गया और उसने सोनम पर डोरे डालने शुरू कर दिए तो सोनम भी अपने जवान हसीन भाई की तरफ आकर्षित होती चली गई। जल्दी ही दोनो एक दूसरे के प्यार में डूब गए और अजय सोनम को लेकर फिर से विदेश चला गया और उससे शादी कर ली और दोनो एक पति पत्नी की तरफ रहने लगे।

एक दिन सोनम ने माही को वीडियो कॉल किया तो माही तो खुशी से झूम उठी। बात करते करते उसने सोनम की मांग में सिंदूर देखा तो सोनम ने उसे बताया कि उसने अपने भाई से ही शादी कर ली है क्योंकि अब बाहर किसी पर उसका विश्वास नहीं रहा था।


थोड़ी देर बात करने के बाद माही ने फोन काट दिया और सोच में डूब गई। राम्या ने अपने कमरे से बाहर निकलना बंद कर दिया था। बस जिंदा रहने के लिए ही खा रही थी, चेहरा पीला पड़ चुका था, कमजोर हो गई थी पहले से इसलिए बीमार नजर आती थी।

काम्या भी उदास रहने लगी थीं चाह कर भी वो कुछ नहीं कर पा रही थी अपनी बेटी के लिए इसलिए वो किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं। माही को सब पता था लेकिन राम्या या कम्या उसे कुछ नहीं बोल रही थी । माही अपने कमरे में पड़ी सोच रही थी कि ऐसे ही चला तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। कितने एहसान हैं मुझे पर काम्या भाभी के, मुझे अपनी बेटी की तरह से पाल कर बड़ा किया। आज मैं जो कुछ भी हूं वो इनकी वजह से ही हूं। लेकिन क्या मैं समर को किसी के साथ बांट सकती हूं, ये सोचते ही उसकी आंखो से आंसू टपक पड़े।

मुझे सबका रोना नहीं देखा जाता, इतना सब कुछ मेरे लिए करने के बाद भी आज तक किसी ने मुझ पर कोई एहसान नहीं जताया।माही ये सब सोच ही रही थी कि उसके कानों में एक जोरदार आवाज गूंज उठी। डर के मारे वो बाहर निकली तो देखा कि राम्या छत से नीचे कूद पड़ी थी।

माही और काम्या भाग कर आए तो देखा कि राम्या बेहोश हो हुई थी। उसे उठाकर गाड़ी में डाला कर हॉस्पिटल की तरफ दौड़ पड़े।राम्या को ज्यादा चोट नहीं आई थी इसलिए कुछ क्रीम और पैन किलर देकर घर भेज दिया।


राम्या घर आकर लगातार रों रही थी। माही ने उसे चुप किया और अपने गले लगा लिया।काम्या भी तड़प रही थी लेकिन चुप चाप बैठी हुई थी।

माही:" रम्या क्यों किया ये सब ? बता मुझे क्यों दुखी हो तुम ?

राम्या ने कुछ नहीं कहा और अपनी आंखे बंद कर ली जिनमें वे आंसू बाहर निकल कर उसके गालों को भिगो रहे थे। माही ने उसका मुंह साफ किया और उसे अपने हाथ से जबरदस्ती खाना खिलाया ।

रात होने लगी और काम्या अपने कमरे में चली गई तो माही ने सोनम के साथ ही सोने का फैसला किया और हॉल में ही उसके पास लेट गई। माह ने क्रीम निकाली और राम्या की मालिश करने लगीं

राम्या आराम से माही को देख रही थी कि उसकी भाभी उसका कितना ख्याल रखती हैं। माही ने हाथ में क्रीम लेकर राम्या की टांगो पर लगाना शुरू किया तो ना चाहते हुए भी राम्या का जिस्म सुलगने लगा।

उसकी आंखे बंद हो गई और अपने जिस्म को ढीला छोड़ दिया तो माही ने उसकी मैक्सी को उपर की तरफ उठा दिया और उसकी नंगी जांघों की मालिश करने लगी।

राम्या को बहुत अच्छा लग रहा था जिस कारण उसकी सांस तेज होने लगी और उसकी चूचियां उपर नीचे होना शुरू हो गई जिन्हे देख कर माही के होंठो पर स्माइल अा गई और उसने राम्या की जांघो को अंदर तक सहलाना शुरु कर दिया तो राम्या की चूत से रस टपक कर उसकी पेंटी को गीली करने लगा तो राम्या ने शर्म के मारे अपनी टांगे को बंद कर दिया।
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mastram
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राम्या को बहुत अच्छा लग रहा था जिस कारण उसकी सांस तेज होने लगी और उसकी चूचियां उपर नीचे होना शुरू हो गई जिन्हे देख कर माही के होंठो पर स्माइल अा गई और उसने राम्या की जांघो को अंदर तक सहलाना शुरु कर दिया तो राम्या की चूत से रस टपक कर उसकी पेंटी को गीली करने लगा तो राम्या ने शर्म के मारे अपनी टांगे को बंद कर दिया।

माही ने उसकी जांघो को खोल दिया और बोली:*

" राम्या देख मुझे मालिश करने दे, नहीं तो तुझे बाद में दर्द होगा।

राम्या ने फिर से अपने जिस्म को ढीला छोड़ दिया और अब माही की छुवान का आनंद लेने लगी। माही ने उसकी मैक्सी को और उपर उठा कर उसके मुंह पर डाल दिया तो ब्रा ना होने के कारण राम्या की चूचियां उछल कर बाहर आ गई। माही ने अपनी मैक्सी को भी उतार दिया और राम्या की टांगो के बीच पूरी तरह से नंगी होकर बैठ गई।


जैसे ही राम्या को माही की नंगी जांघों का एहसास हुआ तो उसके मुंह से एक मस्ती भरी सिसकारियां निकल पड़ी। माही को राम्या की हालत पता चल गई और उसने आगे होते हुए राम्या की चूचियों को हाथ में भर लिया और अपनी चूत को राम्या की चूत पर पेंटी के उपर से ही रगड़ने लगी।


राम्या के हाथ आगे बढ़े और उसने माही को अपने ऊपर खींच लिया तो माही ने उसकी मैक्सी उतार कर फेंक दिया और दोनो के होंठ आपस में जुड़ गए। दोनो की चूचियां एक दूसरे से बात कर रही थी, निप्पल एक दूसरे को चूम रहे थे। माही ने राम्या की पेंटी को खींचा तो राम्या ने अपनी टांगे खोल दी और जल्दी ही दोनो पूरी नंगी होकर एक दूसरे को चूम रही थी। राम्या की चूत माही की चूत से रगड़ रही थी जिससे दोनो की सिसकियां घर में गूंज उठी। काम्या गेट पर अाई तो वो भी अपने कपड़े उतार कर माही के उपर चढ़ गई।


तीनो पूरी बेशर्म हो गई और एक दूसरे की की चूत चाट रही थी। माही काम्या की चूत और काम्या राम्या की चूत चाट रही थी। काम्या नहीं चाहती थी कि माही राम्या की चूत देखे क्योंकि उसे पता चल जाता कि वो समर से चुद चुकी है।

माही : आह मम्मी, उफ्फ राम्या बता ना मेरी जान, क्या चाहिए तुझे? क्यों दुखी हैं इतनी?

राम्या ने माही की चूत में जड़ तक उंगली घुसा दी और बोली:"

" आह उफ्फ, नहीं आप नहीं दे पाओगे, रहने दो।

माही रम्या की चूची दबाते हुए:" उफ्फ ये गोल गोल चूचियां, तेरे लिए तो मेरी जान भी हाज़िर है, तू मांग कर तो देखो

राम्या उसकी चूत में उंगली अंदर बाहर करते हुए:" मुझे आपकी जान ही तो चाहिए।

काम्या माही की चूचियों को दबाने लगती हैं तो माही का मजा बढ़ जाता है और वो सिसकते हुए बोली;:"

" हाय मेरी जान तो समर हैं, उफ्फ तुझे वो चाहिए!

राम्या उसकी चूत की कलिट रगड़ते हुए:"

" हान मुझे समर चाहिए, उसका प्यार चाहिए, बांट सकती हो क्या उसे मेरे साथ ? ।

माही:" उफ्फ राम्या तू तो मेरी जान हैं, उसका लंड नहीं लोला हैं, क्या तू झेल पायेगी , सोच ले फिर से मिस इंडिया ?

राम्या: मेरा भाई है, उसे मुझसे अच्छा कौन झेल सकता है, एक ही खून हैं हमारे अंदर।

माही:" जा आज से समर दोनो का हुआ, लेकिन उसे कैसे राजी करोगी?

काम्या:" उफ्फ माही तू ही बात करना उससे, कल अा रहा है वो!!

माही:" मम्मी मुझसे ना हो पायेगी, लड़की आपकी हैं, खुद मानना उसे।

तीनो की चूत में उबाल सा आने लगा था इसलिए तीनो आह भरते हुए एक साथ झड़ गई। पूरी रात उसकी मस्ती चलती रही ।

अगले दिन समर घर अा चुका था और पूरे घर में खुशी की लहर दौड़ गई थी।

समर:" क्या हुआ राम्या कमजोर सी हो गई है?

राम्या:" हान भाई, तेरे जाने के बाद मन नहीं लगा रहा था इसलिए।

समर:" इधर अा मेरे पास,

राम्या उसके पास चली गई तो समर ने उसे अपने गले से लगा लिया तो राम्या भी उससे लिपट गई। माही और काम्या ये सब मुस्कुरा उठी। ये उनका ही प्लान था इसलिए दोनो किचन की तरफ जाने लगी और राम्या बोली:"

" संभाल अपनी लाडली को, बहुत याद करती है तुझे,

इतना कहकर काम्या किचेन में चली गई तो समर और रम्या उपर की तरफ अा गए और राम्या बोली:".
" भाई भाभी और मा दोनो मान गई है मेरी तुझसे शादी कराने के लिए।
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समर को तो जैसे यकीन ही नहीं हुआ। उसने एक बार फिर से राम्या की आंखो में देखा और उसका मुंह चूम लिया। तभी गेट पर काम्या और माही नजर अाई तो काम्या बोली :"

" समर देख बेटा जो सोनम के साथ हुआ मैं नहीं चाहती कि वो राम्या की साथी हो इसलिए मैंने और माही ने फैसला किया है कि तेरी शादी राम्या के साथ हो जाए।सोनम ने भी अपने भाई अजय से शादी कर ली है।

समर" लेकिन मम्मी, अपनी सगी बहन से कैसे शादी करू ?

माही:" मैं भी तो सगी बुआ हूं तेरी, मैं पहली बार तुझसे कुछ मांग रही हूं, तुझे देना हो होगा।

समर राम्या की तरफ देखता हैं तो वो शर्म के मारे अपना मुंह छुपाती है और नीचे भाग गई।

समर:" ठीक हैं जैसे आप सबको ठीक लगे।

काम्या:" फिर ठीक हैं, हम सब एक हफ्ते बाद अपने नए फार्म हाउस में शिफ्ट हो जायेगे और वहां जाते ही तुम दोनो की शादी होगी।


इसके बाद दोनो भाई बहन अगले सात दिन तक तड़पते रहे। बस किस होती रही, काम्या ने पूरा ध्यान रखा और और राम्या को रोज सजाया जाने लगा। जल्दी ही उसका रूप निखरने लगा और वो एक दुल्हन की तरह दिखने लगी।


एक हफ्ता पूरा हो गया और आज दोनो की शादी हो गई। काम्या और राम्या दोनो को फार्म हाउस में छोड़कर सिटी अा गई दो दिन के लिए।

उधर अंदर राम्या दुल्हन अपनी बैठी हुई अपने भाई का इंतजार कर रही थी। उसकी चूत पुरी तरह से टपक रही थी और गांड़ का छेद अपने आप खुल बंद हो रहा था क्योंकि आज वो अपने भाई को अपनी कुंवारी गांड़ गिफ्ट में देने वाली थी।


समर ने आज फिर से दूल्हे के कपड़े पहने हुए थे और शेरवानी में बहुत खूबसूरत लग रहा था। समर जानता था कि अंदर उसकी बहन राम्या दुल्हन बनी उसका इंतजार कर रही हैं इसलिए एक कमरे के अंदर घुस गया। उसने देखा कि कमरे में सिर्फ एक राम्या का पसंदीदा गुलाबी रंग का नाइट बल्ब जल रहा था। पूरा कमरा परफ्यूम की मादक तेज गंध से महका हुआ था और कमरे के ठीक बीच में राम्या दुल्हन नहीं बैठी हुई थी। एक बहुत बड़ा गोल बेड था जिस पर एक गुलाबी रंग की चादर बिछी हुई थी जो पूरी तरह से गुलाब के फूलों से ढकी हुई थी। बेड को चारों तरफ से फूलों से सजाया गया था।





जैसे ही समर के क़दमों की आहट सुनाई पड़ी तो राम्या के दिल की धड़कन अपने आप बढ़ने लगी। यूं तो वो अपने भाई से खूब चुद चुकी थी लेकिन आज एक अलग ही एहसास हो रहा था।

समर धीरे से आगे बढ़ा और बेड पर बैठ गया तो राम्या के पिंक कलर के लहंगा चुनरी में उसकी चूचियां उपर नीचे होने लगी और उसकी सांसे तेज हो गई। राम्या का मुंह पर्दे से ढका हुआ था और वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी। समर जैसे जैसे उसके पास आता गया उसकी हालत खराब होने लगी और चूचियों के निप्पल कड़े हो गए मानो समर के स्वागत में खड़े हो रहे हो।

राम्या के मुंह पर पड़े हुए पर्दे का कपड़ा बहुत महीन धागो से बना हुआ था जिस कारण उसका चेहरा काफी हद तक नजर आ रहा था। समर राम्या के बिल्कुल करीब अा गया था तो राम्या का पूरा जिस्म कांपने लगा।

समर:" राम्या अगर इजाज़त हो तो आपका ये चांद सा चेहरा घूंघट हटाकर देख लू?

राम्या के होंठो पर मुस्कान थिरक उठी और उसने जुबान से कुछ ना बोलते हुए अपनी गर्दन को हिला कर अपनी सहमति दे दी। समर ने धीरे से उसका घूंघट उठाया और उपर कर दिया। राम्या का खूबसूरत चेहरा किसी चौदहवीं के चांद की तरह खिल कर बाहर आ गया। गोल गोल चेहरा, बड़ी बड़ी काली आंखे जिनमे लगा गहरा काला काजल, खूबसूरत पतली सी नाक, एक दम सेब के जैसे लाल सुर्ख गाल, गुलाब की पंखुड़ियों की तरह से नाजुक होंठ जिन पर आज बिल्कुल गहरे लाल रंग की सुर्ख लिपस्टिक लगी हुई थी। होंठो आज कुछ ज्यादा ही रसीले लग रहे थे, रस मानो टपक को बस तैयार था। झुकी हुई आंखे उसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रही थी।

समर ने अपनी जेब से एक डिब्बी निकली और उसमे से एक हीरे का हार राम्या को मुंह दिखाई के रूप में दिया तो राम्या खुशी से भर उठी। समर ने जैसे ही हार उसके हाथ में दिया तो राम्या ने इशारे से बताया की वो खुद ही उसके गले में पहना दे।

समर थोड़ा सा और आगे हुआ और हार को राम्या के गले के करीब ले गया और एक हाथ से उसकी गर्दन को सहलाने लगा तो राम्या के जिस्म की नसे खींचने लगी और समर ने एक उंगली उसकी गर्दन पर गड़ाते हुए हार को उसके गले में बांध दिया। राम्या को आज समर के हाथो का स्पर्श बहुत कामुक लग रहा था जिस कारण उसकी चूत से रस टपक रहा था।


समर;" राम्या खुश तो हो ना मेरी बहन तुम मेरी बीवी बनकर,?

राम्या;" ओह भाई, मुझे तो जैसे सारी दुनिया की खुशी मिल गई है, तुम मिले तो सब मिल गया।

समर:" राम्या एक बार मेरी तरफ देखो मेरी बहन !!

राम्या;" आह भाई, उफ्फ मुझे शर्म आती हैं!!

समर ने एक हाथ से राम्या का चेहरा उपर उठाया तो राम्या की पलके शर्म के मारे झुकी हुई थी और चेहरा लाल हो गया था जबकि दोनो आंखे बंद थी। उत्तेजना के मारे उसके रसीले होंठ अपने आप खुल और बंद हो रहे थे।

समर:" उफ्फ इतनी शर्म करोगी तो सुहागरात कैसे मनाओगी! आंखे खोलो मेरी गुड़िया!!

राम्या ने धीरे धीरे अपनी बंद पलको को खोलना शुरू किया और जैसे ही दोनो की आंखे टकराई तो राम्या शर्म के मारे अपने भाई से लिपट गई। समर ने भी अपनी उसे अपनी बांहों में कस लिया। दोनो भाई बहन एक दूसरे की धड़कन सुनते रहे।

समर की गर्म गर्म सांसे राम्या की गर्दन पर पड़ रही थी जिससे राम्या की सांसे बढ़ने लगी और गला सूख गया। समर ने अपने एक हाथ से उसकी कमर को सहलाना शुरू किया तो राम्या पूरी जोर से अपने भाई से कस गई। समर ने अपनी जीभ निकाल कर जैसे ही राम्या की गर्दन को चाटा तो राम्या के मुंह से एक मस्ती भरी आह निकल पड़ी और उसने बेड पर लेटते हुए समर को अपने ऊपर खींच लिया।

समर राम्या के उपर लेट गया और बालो में उंगली चलाते हुए उसके माथे को चूम लिया तो राम्या की आंखे मस्ती से बंद हो गई। समर में राम्या के सुर्ख लाल गाल को चूम में भर कर चूसना शुरुर कर दिया तो राम्या ने अपनी बांहे समर के गले में लपेट ली।

समर कभी उसके गाल को जीभ से चाट रहा था तो कभी दांतो से हल्का हल्का काट रहा था। राम्या पूरी तरह से मस्त हुई अपने भाई के प्यार को महसूस कर रही थी। समर ने अपनी जीभ राम्या के कान की लौ पर लगा दी और उसे सहलाने लगा तो राम्या का जिस्म मस्ती से उपर नीचे होने लगा जिस कारण उसकी चूचियां समर के सीने में गड़ने लगी और चूत कपड़ों के ऊपर से ही लंड को चूमने लगी। समर ने जैसे ही कान की लौ को हल्का सा काटा तो राम्या के होंठो से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी और वो अपना चेहरा इधर उधर करने लगी। समर ने एक हाथ से उसके चेहरे को थाम लिया और जीभ को गीली करके उसके कान की लौ को चूसने लगा तो राम्या तड़प उठी। समर ने चूस चूस कर उसकी कान की लौ को लाल सुर्ख कर दिया।

राम्या के पूरे जिस्म में आग लग चुकी थी जबकि अभी तो समर ने उसे ठीक से प्यार करना शुरु भी नहीं किया था। राम्या को समझ में आ रहा था ऐसे चुदने और सुहागरात में कितना फर्क होता हैं। उसे एहसास हो गया था कि आज समर उसके जिस्म के रोम रोम को महका देगा।

समर का चेहरा अब ठीक राम्या के चेहरे के सामने था। समर ने एक बार राम्या के होंठो की तरफ प्यासी नजरो से देखा तो राम्या के होंठ अपने आप खुलने लगे मानो समर को बुलावा दे रहे हो।

राम्या ने अपने होंठो पर जीभ फिराकर समर को स्माइल दी तो समर ने आगे बढ़कर अपने होंठो को अपनी बहन के रसीले होंठों पर टिका दिया। जैसे ही दोनो के होंठ टकराए तो मस्ती से दोनो की आंखे बंद हो गई। समर ने राम्या के होंठो को चूसना शुरू कर दिया और उसके ऊपर वाले होंठ को मुंह में भर कर चूसने लगा। राम्या ने भी शर्म त्याग कर अपने भाई के होंठो को चूसना शुरू कर दिया। दोनो के होंठ बारी बारी एक दूसरे के मुंह में जा रहे थे, समर ऐसे चूस रहा था मानो उनमें से कोई रस निकल रहा हो।
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