Erotica Meri jindgi

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Rishuarya
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Re: Meri jindgi

Post by Rishuarya »

मिस्टर सिंह "ठीक है अगर किसी को कुछ भी समस्या नहीं है तो अच्छी बात है और आप लोग तो एक दूसरे को अच्छे से जानते ही है ।ये न्यू ऑफिसर है आप लोग की हेड इसमें किसी को कोई समस्या नहीं है ना ।
पवन "इसमे समस्या की क्या बात है सर हम सब एक टीम की तरह काम करेंगे और रही बात निशा मैडम की तो हमे इनके अंदर काम करके खुशी होगी ।"
निशा " मुझे भी आप लोगो के साथ काम करके बहुत खुशी होगी और यह खुशी और भी बढ़ जाएगी जब आप लोग मुझे अपनी सीनियर अधिकारी ना समझ के हम सब एक फ्रेंड ग्रुप की तरह एक दूसरे के साथ मिल कर काम करे । जिससे हम एक दूसरे के साथ अच्छी तरह से काम कर सकते है और सर एक बात और है जंहा तक मै जानती हूं अगर इस मिशन को को पूरा करना है तो हमे काम करने के लिए पूरी छूट चाहिए। हम लोगो के काम कोई भी रुकावट ना डाल सके।"
मिस्टर सिंह "ठीक है मै होम मिनस्ट्री में बात करके इस बात की परमीशन ले लूंगा ।कल तक तुमको इस का लेटर मिल जाएगा और कुछ जो तुम लोग पूछना चाहते हो ।"
पवन " सर मेरे दिमाग में एक प्रश्न है अगर आपकी इजाजत हो तो क्या मैं पूछ सकता हूं"
मिस्टर सिंह "हा जरूर पूछ सकते हो।"
पवन " आपने हमें हमारा काम तो बता दिया लेकिन यह नहीं बताए हमें किन-किन लोगों को शूट करना है।"
मिस्टर सिंह " इसमें कौन सी बड़ी बात है हमारे क्रिमिनल रिकॉर्ड में जितने भी मुजरिम है खासतौर से हत्या लूटपाट और बलात्कार जैसे घिनौने अपराध करने वाले मुजरिमों को तुम्हें मारने के लिए पूरी छूट है और इन सब का डाटा तो हमारी क्रिमिनल रिकॉर्ड में है ही और अगर इन लोगों के अलावा भी किसी और का पता चले तो उन लोगों को भी बिना किसी गैर बिना किसी संकोच के सीधे ठीक दो ।मेरी बात समझ में आ गई तुम सबको।
सभी लोग एक साथ बोलते हैं कि हां सर हम लोगों को पूरी बात समझ में आ गई है। निशा बोलती है कि
निशा "सर आपने बोला था कि आप अपने शहर के सबसे बड़े खबरी से मिलवाएंगे ।जिसकी नजरो से छोटा मुजरिम हो या बड़ा सबके बारे में पता होता है। वो भी तो यहां आने वाला था अभी तक आया नहीं है।"
अभी निशा की यह बात खत्म भी नहीं हो पाई थी कि मीटिंग हॉल में एक छोटे कद का आदमी प्रवेश करता है जिसकी लंबाई यही कोई साढ़े 3फिट के आस पास होगी। उसको देखते ही मिस्टर सिंह बोलते हैं कि
मिस्टर सिंह " क्या शिवा कभी भी तो टाइम पर आ जाया करो तुमसे मिलाने के चक्कर में मैं 1 घंटे से यहां पर बैठा हुआ हूं और तुझे है कि कोई फिक्र ही नहीं है|
शिवा." सर आप तो जानते हो कि मैं कभी भी बिना काम का लेट नहीं होता हूं मेरी लेट होने का कारण यह है कि आज सुबह होने वाली घटनाओं के बारे में पता करते हुए मुझे थोड़ा टाइम लग गया जब आपने मुझे यहां पर बुलाया तो मैं समझ गया था कि आपको उस घटना में जुड़े हुए लोगों के बारे में जानकारी चाहिए जिसके लिए आप ने मुझे बुलाया है तो मैंने सोचा कि जब आपके पास जाकर भी यही आदेश मिलने वाला है तो आपके आदेश मिलने से पहले ही मैं यह काम कर के आपके पास चलूं ताकि आपका भी समय, बच जाए|
मिस्टर सिंह " तो क्या तूने उस घटना से जुड़े हुए लोगों के बारे में पूरी जानकारी निकाल ली है और कहीं ऐसा ना हो कि तेरी गलत खबर की वजह से किसी निर्दोष की जान चली जाए"
शिवा. " सर आपको जानते ही हो कि मैं बिना किसी सबूत के मैं कुछ भी नहीं कहता हूं और आज तक मैंने आपको जितनी भी खबर दी है उसने अगर एक भी खबर गलत निकली हो तो आप जो चाहे वह सजा मुझे दे सकते हो और रही बात उनकी निर्दोष होने की तो आपको बता दूं कि शहर में हो रहे लड़कियों का रेप और मर्डर करने वाले गुंडा मवाली जो है वह सिर्फ पैसे लेकर यह काम कर रहे हैं उनका मकसद सिर्फ यही है कि शहर में जितनी ज्यादा से ज्यादा दहशत फैलाई जा सके और मुझे यह भी पता चला है कि इन सबके पीछे मैडम d का हाथ है|"
मिस्टर सिंह " क्या कहा तुमने शहर में होने वाली घटनाओं के पीछे मैडम d का हाथ है | अगर ऐसा है तो हम इस घटना को जितनी साधारण समझ रहे हैं |उतनी साधारण बात नहीं है क्योंकि जहां तक उन लोगों को उसके बारे में पता है उसका नाम इतनी छोटी-छोटी घटनाओं पर नहीं आता है और अगर इस घटनाओं में मैडम d का हाथ है तो इसमें जरूर उनका कोई बड़ा मकसद छुपा होगा"
शिवा" सर जहां तक मुझे पता चला है इस वक्त शहर में कुछ ऐसे आदमी घूम रहे हैं जो कि एक लड़के के बारे में पता कर रहे हैं और वह लड़का एक स्टूडेंट है जिसने कुछ ऐसा आविष्कार किया है कि अगर वह उन लोगों के हाथ में आ जाए तो उसकी बहुत बड़ी कीमत उन लोगों को मिल सकती है|"
निशा." तू मेरी समझ में एक बात नहीं आ रही है सर की शिवा के कहने के अनुसार अगर इन सब घटनाओं के पीछे मैडम डी का हाथ है तो इसमें उस लड़के की आविष्कार की कड़ी कहां से जुड़ती है|
जय " सर जहां तक मुझे समझ में आ रहा है इन घटनाओं का मकसद सिर्फ इतना ही है कि हमारा पूरा पुलिस डिपार्टमेंट इन घटनाओं के पीछे पड़ जाए और वह लोग आसानी से उस लड़के को ढूंढ सकें और उसके आविष्कार को हासिल कर सकें|"
मिस्टर सिंह " शिवा तुम्हें उस लड़के और उसके अविष्कार के बारे में कुछ पता है अगर है तो बता दो|"
शिवा " नहीं सर मैंने उस को ढूंढने की बहुत कोशिश की लेकिन मुझे तो क्या उसने जहां पर अपनी आविष्कार के बारे में जिन साइंटिस्ट और अधिकारियों के सामने उसने बताया उनको भी उसकी आवाज के सिवा और कुछ भी नहीं पता है वह जब भी उन लोगों के सामने आया| चेहरे पर नकाब लगाकर ही आया जब उससे इस बारे में पूछा गया तो उसने सिर्फ इतना ही कहा कि मैंने यह आविष्कार देश के लिए किया है और मैं नहीं चाहता कि इससे मेरी पहचान उजागर हो ताकि मुझे या मेरी फैमिली को किसी भी तरह की खतरा का सामना करना पढ़े|
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Rohit Kapoor
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Re: Meri jindgi

Post by Rohit Kapoor »

Nice update ... Keep it up dear. Waiting for the next update bro...
😠 😡 😡 😡 😡 😡
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007
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Re: Meri jindgi

Post by 007 »

ज़बरदस्त कहानी है.. अगली कड़ी के इंतज़ार में..
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कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी

(¨`·.·´¨) Always

`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &

(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !

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-- 007

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Reich Pinto
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Re: Meri jindgi

Post by Reich Pinto »

superb thrilling story
Rishuarya
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Re: Meri jindgi

Post by Rishuarya »

आजमिस्टर सिंह "तो सिवा तुम्हे क्या लगता है कि उन लोगो को उस लड़के के बारे में पता चल गया है कि नहीं ।
सिवा  "नहीं सर मुझे नहीं लगता है कि उन लोगो को कुछ पता चला है अगर ऐसा हो गया होता तो आज जो घटना हुई वो नहीं हुई होती।
मिस्टर सिंह  "तुम उन सब के बारे में कुछ बता रहे थे जिसने यह सब काम किया था। आखिर कौन है वो लोग?"
शिवा "सर  वे कोई बहुत बड़े क्रिमनल नहीं है बल्कि छोटे मोटे गुंडे है जो पैसे लेकर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं यही लोग हैं|
मिस्टर सिंह " वह सब तो ठीक है लेकिन मैंने तुम्हें जिस काम के लिए बुलाया था वह तो अभी मैंने तुम्हें बताया ही नहीं| इनसे मिलो यह है मिस निशा और यह है इनकी टीम"
शिवा सभी लोगों से हाथ मिलाता है वह सब को हाय बोलता है फिर मिस्टर सिंह उससे बोलते हैं कि
मिस्टर सिंह. " तुम आज तक जो भी खबरें मुझे या कमिश्नर साहब को दे रहे थे हुआ सब बंद करके आज से तुम्हें सिर्फ मिस निशा और उनकी टीम की मदद करनी होगी"
शिवा." सर वह सब तो ठीक है लेकिन मुझे करना क्या है वह तो बता दीजिए|
मिस्टर सिंह." तुम्हें और कुछ नहीं करना है बस वही करना है जो आज तक करते आ रहे हो लेकिन यह बड़े पैमाने पर करना है तुम्हें इस बात का ख्याल रखना है कि तुम्हारी नजरों से शहर में मौजूद कोई भी मुजरिम चाहे वह कुछ भी किया हो उसकी पूरी डिटेल कब कहां जाता है क्या करता है सब कुछ मिस निशा और उनकी टीम को तुम्हें बताना होगा|"
शिवा " सर मैं वह सब काम तो कर दूंगा लेकिन क्या मैं यह पूछ सकता हूं कि उन मुजरिमों की डिटेल लेकर आप लोग क्या करेंगे|"
मिस्टर सिंह " बस ज्यादा कुछ नहीं करना उन्हें जहां देखना है बस वही पर ठोक देना और कुछ भी नहीं | गिरफ्तार करके उन लोगों को कोई फायदा ही नहीं क्योंकि हफ्ते 2 हफ्ते में वह लोग छूट जाते हैं अपनी पहुंच के कारण फिर वह सब वहीं गंदगी मचाना शुरू कर देते हैं इस से अच्छा है कि उन्हीं सब को साफ कर दिया जाए |"
शिवा " सर आप तो जानते ही हैं कि इस समय शहर में गुंडे मवाली इस कदर दहशत मचा रखी है कि इस समय शाम को लोग घर से बाहर निकलने में भी डरते हैं लड़कियों के अंदर तो इतनी दहशत फैली हुई है कि शहर में आकर बाहर से बढ़ने वाली लड़कियां अपनी अपनी पढ़ाई को छोड़कर अपने अपने घरों को वापस जा रही हैं इस हालत में आपको लगता है कि यह लोग ऐसा कुछ कर पाएंगे"
निशा " मिस्टर शिवा आप हम लोगों पर विश्वास रखिए हम लोग किसी को भी निराश नहीं करेंगे बस हमें आपका साथ चाहिए अगर आपने हमें पूरी जानकारी सही समय पर देते रहे तो यकीन मानिए हफ्ते भर में भी शहर के हालात बदल जाएंगे |"
शिवा " आप उसकी बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए मैं आपको हर चीज की जानकारी सही समय पर देता रहूं लेकिन मुझे अपने काम अपने तरीके से करता हूं इसमें मुझे किसी का भी इंटरफेयर पसंद नहीं है आपको जिस की भी जानकारी चाहिए सिर्फ एक बार मुझे बता दीजिएगा मैं उसकी पूरी जन्मकुंडली आपको निकाल कर दे दूंगा या लीजिए मेरा नंबर और मुझे आपका नंबर दे दीजिए|
इसके बाद शिवा मिस निशा का नंबर लेकर चला जाता है और उसे अपना नंबर देकर | साथ में यह अभी बोलता है कि आप लोग तैयार रहिए मैं आधे घंटे में ही आप लोगों को बताता हूं कि उन तीन लड़कियों का रेप और मर्डर करने वाले लोग कहां और किस हालत में है | शिवा के जाने के बाद मिस्टर सिंह भी चले जाते हैं | उन दोनों के जाने के बाद निशा कोई डिस्कस करने लगती है | अभी उन लोगों को बातें करते हुए 20 मिनट ही हुए थे कि शिवा का फोन आ गया शिवा ने बताया कि वह चारों लोग इस वक्त शहर में मौजूद बीयर बार में है अभी कुछ देर बाद वह सब अपने अड्डे पर निकलेंगे यही सही समय है उन सब को ठोकने के लिए| निशा शिवा से उस बार के बारे में पूछती है। फिर उन लोगों के साथ वहां पर पहुंच जाती है जहां पर बस अभी बैठे हुए थे ।
इसको देखने नहीं लग रहा था कि वह शहर के छठे हुए गुंडे हैं। बार में मौजूद लड़कियो के साथ छेड़ छाड़ कर रहे थे। निशा जब देखती है कि वहां पर कुछ ज्यादा ही भीड़ है तो उन्हें बाहर ले जाने के लिए कविता रीना और खुद उन्हें इशारे में बाहर की तरफ आने का बुलावा देती है । जैसे ही वो सब देखते है लड़कियां खुद ही उन्हें अपने तरफ आने का इशारा कर रही है और देखने में काफी खूबसूरत है तो उन्हें लगता है कि आज का दिन तो बहुत ही अच्छा है ।उनमें से एक गुंडा बोलता है
गुंडा। "भाई देख उधर वो लड़कियां कितनी मस्त है और कितने ही इशारे कर रही है ।लगता है आज का दिन काफी मस्त गुजरने वाला है । इन तीनों को तो आज खूब अच्छे से रगड़ेंगे।"
गुंडा 2 "भाई बोल तो सही रहा है लेकिन तुझे नहीं लगता कि यह में फंसाने के लिए जाल भी हो सकता है"
इस पर तीसरा गुंडा अकड़ के साथ बोलता है कि
3गुंडा "साला डरपोक कहीं था जब देख तो डरने की बातें करता रहता है अगर इतना ही डर लगता है बहन चोद तो घर में जाकर चूड़ियां पहन ले और अपनी बीवी की पल्लू में जाकर छुप जा साले।
यह सुनकर दूसरा गुंडा नीचे देखने लगता है। फिर सब एक साथ खड़े होकर निशा और उनकी टीम की तरफ जाने लगते हैं उनके पास पहुंचकर एक मुंडा निशा से बोलता है कि
गुंडा 1 "क्या जानेमन लगता है कि गर्मी बहुत ज्यादा चढ़ी हुई है। चल ना आज तेरी पूरी गर्मी ने अच्छे से उतार दूंगा आज मैं तुझे इतना चोदूंगा कि कई दिन तक बिस्तर से हिल भी नहीं पाएगी।"
निशा "सिर्फ बोली ही बोल रहा है या कुछ कर भी सकता है तेरे जैसे बोलने वाले तो बहुत देखे लेकिन बहन चोद बोलते बहुत हैं करते कुछ भी नहीं।
निशा की बात सुनकर दूसरा गुंडा बोलता है कि
गुंडा "आज तक के बच्चों से पाला पड़ा होगा इसलिए तो तेरी गर्मी भी नहीं निकल पाई । हम लोगों के साथ चल तेरी गर्मी ही नहीं तुझे ऐसा चोदेंगे कि तेरी चूत की भोषडा बन जाएगा।
उसकी बाते सुनकर कविता को गुस्सा आ जाता है लेकिन किसी भी तरह वह अपने गुस्से पर काबू पाते हुए बोलती है कि
कविता "थोड़ा हम लोगों की तरफ भी ध्यान दे दीजिए हम लोग भी गरम हैं हमारी तरफ भी ध्यान दे दो ।
कविता की बात सुनकर के तीसरा गुंडा बोलता है कि
3गुंडा "जानेमन इतना चिंता क्यों कर रही हो तुम सब अरे हम चार हैं तुम 3 खूब अच्छे से रात भर तुम लोगो को रगड़ कर चोदेंगे"।
उनकी बातें सुनकर निशा बोलती है कि
निशा "यहीं पर तो सब कुछ होगा नहीं इसके लिए तुम सबको हमारे होटल में चलना पड़ेगा"
1गुंडा "होटल में क्यों जानेमन नहीं कहीं खोपचे में चलते हैं ना बस कुछ देर का तो काम है।"
निशा "अगर हमें यहीं पर करना है तो तुम लोग जा सकते हो हम लोग किसी को और को ढूंढ लेंगे हमें जो कुछ भी करना है बहुत ही आराम से करना है"
उनकी ऐसी बाते सुनकर 2 गुंडा पहले वाले पर बड़कते हुए बोलता है कि
2गुंडा "तुम सालों के चक्कर में हाथ में आए हुए लड़कियां भी निकल जाएंगे सिर्फ रात भर मुठ मारते रहना बहन चोद मैं तो तैयार हूं तुम लोगों के साथ होटल में चलने को यह साले जाए या ना जाए।
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