बढ़िया उपडेट तुस्सी छा गए बॉस
अगले अपडेट का इंतज़ार रहेगा
Incest परिवार में सबके साथ धुंआधार चुदाई।
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Re: Incest परिवार में सबके साथ धुंआधार चुदाई।
Fantastic update bro keep posting
Waiting for the next update
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Re: Incest परिवार में सबके साथ धुंआधार चुदाई।
दोस्त बहुत ही मस्त जा रही हैं कहानी
अगले भाग की प्रतीक्षा में
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Re: Incest परिवार में सबके साथ धुंआधार चुदाई।
बहुत ही उम्दा update है बड़े भाई ऐसे ही लिखते रहिए 10 15 डेट एक साथ दे दीजिए बड़े भाई
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Re: Incest परिवार में सबके साथ धुंआधार चुदाई।
पार्ट-4
बाहर देव खड़ा था।
देव- तेरा लन्ड कैसे खड़ा है, मेरी माँ को देख कर।
राज- नही भाई, वो तो वैसे ही खड़ा हो गया।
देव- झूठ मत बोल, मैं बाहर से सब देख रहा था, की छोटी मामी ने अपना मुंह तेरे लन्ड पर लगाया, सब हंस रही थी, मेरी माँ भी तेरा खड़ा लन्ड महसूस करने के लिए तुझे गले लगाया।
राज- ऐसा कुछ नही है, मौसी तो वैसे भी मुझे गले लगती है
देव- पर आज की तरह कस कर तो नही।
इतने में हमारे और भी कजिन तैयार हो गए थे, तो हम चुप हो गए।
अब लेट हो रहे थे, सब सामान भी बस में रख दिया। अभी टाइम था तो मैं और देव छत पर चले गए और सिगरेट पीने लगे।
अब बस मेरी मम्मी, मौसी और मामियों का नहाना बाकी था,
एक ही बाथरूम की वजह से लेट हो रहे थे तो उन्होंने सबको बाहर जाने को कहा और चारो नंगी होकर आँगन में ही नहाने लगी। उन्हें नही पता था कि देव और मैं छत पर है और ना ही हमे पता था कि वो नीचे नंगी नहा रही है। जब हमने सिगरेट पी ली तो हम नीचे आने लगे। हमने सीढ़ियों मेआँगन से आती हुई आवाज़े सुनी।
मेरी मीनाक्षी मामी, सुमित्रा मामी को कह रही थी कि तूने आज राजवीर के लन्ड को छुआ, तो कैसा लगा। फिर सभी हँसने लगी। मैं और देव सीढ़ियों से सब सुन ने लगे।
सुमित्रा- भाभी राजवीर का लन्ड तो बहुत बड़ा लग रहा था, मैं तो हरिद्वार में मौका देख कर चुदवा लूंगा उस से।
मीनाक्षी- अरे! मैं तो बस में ही राज को पटा कर उसका लन्ड चुसुंगी।
तभी हेमा मौसी बोली- जब मैंने राज को किचन में गले लगाया था तो उसका लन्ड मेरी नाभि में चुभ रहा था, मेरा तो मन कर रहा था कि अभी चुदवा लू उस से, बहुत बड़ा लन्ड है उसका, जब वो मेरे साथ सोता है तो मैंने कई बार छुआ है उसका लन्ड।
माँ बोली- हाँ मेरे बेटे का लन्ड बहुत बड़ा है, मैंने भी कई बार उसको उसके कमरे में मुठ मारते देखा है, मेरा तो बहुत मन करता है कि जाके उसको कहु की बेटा मुठ मत मार, आजा मुझे चोद ले। पर वो मेरे बेटा है, इसलिए मैं कुछ नही कर सकती, पर तुम तीनो तो मज़ा लो उसके लम्बे मोटे लन्ड का।
हेमा- कोई बात नही, जब मैं राज से चुदवाऊंगी तब तू देख कर मजे लेना।
मीनाक्षी मामी- अरे मधु, क्यो फिक्र करती है, तू देव को पटा ले, वो भी तो जवान है।
माँ- हाँ ये ठीक है, तुम तीनो राज का लन्ड लो और मैं देव का लन्ड लुंगी।
तभी मौसी बोली- देव को पटाने के कोई फायदा नही, उसका लन्ड भी उसके बाप की तरह लूली ही है, मैंने देखा है, पूरे खानदान में राजवीर का लन्ड ही सबसे बड़ा है।
मम्मी- कोई बात नही, में देव का लन्ड मालिश कर के बड़ा कर दूंगी।
मीनाक्षी मामी - हे भगवान, हेमा तूने क्या पूरे खानदान के लन्ड देखे है क्या?
मौसी- हाँ, देखे क्या, मैंने तो लिए भी है सबके, तुम तीनो के पतियों का भी लिया है पर आज तक घर और बाहर जितने भी लन्ड लिए है, राज का सबसे बड़ा है, अब उसका लुंगी।
ये सब बाते सुन कर मैं और देव एक दूसरे की तरफ देखते रह गए कि हमारे खानदान की औरतें कितनी बड़ी रंडियां है। और हमारे लन्ड खड़े हो गए, तो देव ने जब मेरे पाजामे में उभार देखा तो वो मेरा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगा।
माँ- क्या तूने दोनो भाइयो और अपने जीजा को भी नही छोड़ा। कितनी बड़ी रांड है तू।
मौसी- (इतराते हुए) हाँ सबका लिया है, पर साला किसी मे दम नही की मुझे शांत कर दे और तू कौनसी कम है, तूने भी तो मेरे पति का लिया है।
उधर मीनाक्षी मामी बोली - हेमा तेरी चुचियाँ इतनी बड़ी है तेरे भाई यानी मेरे पति ने की है क्या इतनी बड़ी चुचियाँ जैसे उसने चूस चूस कर मेरी कर दी।
मौसी - हाँ भाभी, भईया ने ही मेरी चुचियाँ चूस चूस कर बड़ी की थी।
सुमित्रा मामी- मेरा पति भी बहुत बड़ा चुसक्कड़ है, चुत भी बहुत चाटता है और चोदता भी मस्त है
मम्मी- मेरा पति तो मुझे रोज चोदता है, अपने बड़े लन्ड से उनका भी 9 इंच का है।
सुमित्रा ममी- हाँ मैंने लिया है, जीजा का लन्ड मस्त है।
मम्मी- भाभी तुमने भी मेरे पति का लिया है।
मीनाक्षी मामी - मैंने भी लिया है।
मम्मी- तुम सब रंडियां हो।
हेमा- रंडी क्या, मुझे तो जहां मौका मिलता है मैं तो लन्ड ले लेती हूं, पर साला आज तक कोई मुझे संतुष्ट नही कर पाया।
माँ- कितनी बड़ी रांड है तू। कहते हुए माँ ने मौसी की चूची दबा दी, तो बड़ी मामि ने भी मौसी की चुचियाँ दबाना शुरू कर दिया।
इतने में मौसा की आवाज़ आयी बाहर से की गेट खोलो, कोई सामान रह गया अंदर।
तो मौसी ने गेट खोला।
फिर पापा और मौसा अंदर आये तो उन्होंने देखा की चारो रंडियां नंगी होकर नहा रही है।
फिर वो सामान उठा कर बस में रखकर सबसे नज़र छुपाकर वापिस अंदर आ गए और गेट बंद कर दिया।
बाहर देव खड़ा था।
देव- तेरा लन्ड कैसे खड़ा है, मेरी माँ को देख कर।
राज- नही भाई, वो तो वैसे ही खड़ा हो गया।
देव- झूठ मत बोल, मैं बाहर से सब देख रहा था, की छोटी मामी ने अपना मुंह तेरे लन्ड पर लगाया, सब हंस रही थी, मेरी माँ भी तेरा खड़ा लन्ड महसूस करने के लिए तुझे गले लगाया।
राज- ऐसा कुछ नही है, मौसी तो वैसे भी मुझे गले लगती है
देव- पर आज की तरह कस कर तो नही।
इतने में हमारे और भी कजिन तैयार हो गए थे, तो हम चुप हो गए।
अब लेट हो रहे थे, सब सामान भी बस में रख दिया। अभी टाइम था तो मैं और देव छत पर चले गए और सिगरेट पीने लगे।
अब बस मेरी मम्मी, मौसी और मामियों का नहाना बाकी था,
एक ही बाथरूम की वजह से लेट हो रहे थे तो उन्होंने सबको बाहर जाने को कहा और चारो नंगी होकर आँगन में ही नहाने लगी। उन्हें नही पता था कि देव और मैं छत पर है और ना ही हमे पता था कि वो नीचे नंगी नहा रही है। जब हमने सिगरेट पी ली तो हम नीचे आने लगे। हमने सीढ़ियों मेआँगन से आती हुई आवाज़े सुनी।
मेरी मीनाक्षी मामी, सुमित्रा मामी को कह रही थी कि तूने आज राजवीर के लन्ड को छुआ, तो कैसा लगा। फिर सभी हँसने लगी। मैं और देव सीढ़ियों से सब सुन ने लगे।
सुमित्रा- भाभी राजवीर का लन्ड तो बहुत बड़ा लग रहा था, मैं तो हरिद्वार में मौका देख कर चुदवा लूंगा उस से।
मीनाक्षी- अरे! मैं तो बस में ही राज को पटा कर उसका लन्ड चुसुंगी।
तभी हेमा मौसी बोली- जब मैंने राज को किचन में गले लगाया था तो उसका लन्ड मेरी नाभि में चुभ रहा था, मेरा तो मन कर रहा था कि अभी चुदवा लू उस से, बहुत बड़ा लन्ड है उसका, जब वो मेरे साथ सोता है तो मैंने कई बार छुआ है उसका लन्ड।
माँ बोली- हाँ मेरे बेटे का लन्ड बहुत बड़ा है, मैंने भी कई बार उसको उसके कमरे में मुठ मारते देखा है, मेरा तो बहुत मन करता है कि जाके उसको कहु की बेटा मुठ मत मार, आजा मुझे चोद ले। पर वो मेरे बेटा है, इसलिए मैं कुछ नही कर सकती, पर तुम तीनो तो मज़ा लो उसके लम्बे मोटे लन्ड का।
हेमा- कोई बात नही, जब मैं राज से चुदवाऊंगी तब तू देख कर मजे लेना।
मीनाक्षी मामी- अरे मधु, क्यो फिक्र करती है, तू देव को पटा ले, वो भी तो जवान है।
माँ- हाँ ये ठीक है, तुम तीनो राज का लन्ड लो और मैं देव का लन्ड लुंगी।
तभी मौसी बोली- देव को पटाने के कोई फायदा नही, उसका लन्ड भी उसके बाप की तरह लूली ही है, मैंने देखा है, पूरे खानदान में राजवीर का लन्ड ही सबसे बड़ा है।
मम्मी- कोई बात नही, में देव का लन्ड मालिश कर के बड़ा कर दूंगी।
मीनाक्षी मामी - हे भगवान, हेमा तूने क्या पूरे खानदान के लन्ड देखे है क्या?
मौसी- हाँ, देखे क्या, मैंने तो लिए भी है सबके, तुम तीनो के पतियों का भी लिया है पर आज तक घर और बाहर जितने भी लन्ड लिए है, राज का सबसे बड़ा है, अब उसका लुंगी।
ये सब बाते सुन कर मैं और देव एक दूसरे की तरफ देखते रह गए कि हमारे खानदान की औरतें कितनी बड़ी रंडियां है। और हमारे लन्ड खड़े हो गए, तो देव ने जब मेरे पाजामे में उभार देखा तो वो मेरा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगा।
माँ- क्या तूने दोनो भाइयो और अपने जीजा को भी नही छोड़ा। कितनी बड़ी रांड है तू।
मौसी- (इतराते हुए) हाँ सबका लिया है, पर साला किसी मे दम नही की मुझे शांत कर दे और तू कौनसी कम है, तूने भी तो मेरे पति का लिया है।
उधर मीनाक्षी मामी बोली - हेमा तेरी चुचियाँ इतनी बड़ी है तेरे भाई यानी मेरे पति ने की है क्या इतनी बड़ी चुचियाँ जैसे उसने चूस चूस कर मेरी कर दी।
मौसी - हाँ भाभी, भईया ने ही मेरी चुचियाँ चूस चूस कर बड़ी की थी।
सुमित्रा मामी- मेरा पति भी बहुत बड़ा चुसक्कड़ है, चुत भी बहुत चाटता है और चोदता भी मस्त है
मम्मी- मेरा पति तो मुझे रोज चोदता है, अपने बड़े लन्ड से उनका भी 9 इंच का है।
सुमित्रा ममी- हाँ मैंने लिया है, जीजा का लन्ड मस्त है।
मम्मी- भाभी तुमने भी मेरे पति का लिया है।
मीनाक्षी मामी - मैंने भी लिया है।
मम्मी- तुम सब रंडियां हो।
हेमा- रंडी क्या, मुझे तो जहां मौका मिलता है मैं तो लन्ड ले लेती हूं, पर साला आज तक कोई मुझे संतुष्ट नही कर पाया।
माँ- कितनी बड़ी रांड है तू। कहते हुए माँ ने मौसी की चूची दबा दी, तो बड़ी मामि ने भी मौसी की चुचियाँ दबाना शुरू कर दिया।
इतने में मौसा की आवाज़ आयी बाहर से की गेट खोलो, कोई सामान रह गया अंदर।
तो मौसी ने गेट खोला।
फिर पापा और मौसा अंदर आये तो उन्होंने देखा की चारो रंडियां नंगी होकर नहा रही है।
फिर वो सामान उठा कर बस में रखकर सबसे नज़र छुपाकर वापिस अंदर आ गए और गेट बंद कर दिया।