Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
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Re: Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
एक अच्छी नइ शुरुआत के लिए धन्यवाद
- mastram
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- Joined: 01 Mar 2016 09:00
Re: Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
खाना खाने के बाद हम सब को गुड नाइट कहते है ऑर अपने अपने रूम में घुस जाते है,
उधर भाभी के रूम में...
नेहा रूम के अंदर घुसते ही अपनी साड़ी उतार के बेड पर फेक देती है तभी राज भी अंदर आजाता है ऑर नेहा से कुछ कहता है...
राज---नेहा क्या बात है आज तो तुम बिजलियाँ गिरा रही थी बाहर पार्टी में .
नेहा अपने ब्लाउस के हुक खोलते हुए..
नेहा--अच्छा आप पर कितनी बिजली गिराई मेने पहले ये बताओ.
राज--मेरा तो तुम बुरा हाल कर देती हो तुम्हारे हुस्न की आग में मैं खुद को जलता हुआ महसूस करता हूँ.
नेहा ब्लाउस उतार देती है ऑर राज नेहा को पीछे से पकड़ के उसकी गर्दन पर किस करने लगता है ऑर उसके पेट पर भी धीरे धीरे हाथ फैरने लगता है..
नेहा--ऊफफफहूऊ अभी छोड़ो मुझे पहले मुझे फ्रेश होने दो उसके बाद जो करना है वो करना में मना नही करूँगी.
फिर राज बेड पर बैठ जाता है ऑर नेहा अपनी ब्रा राज के चेहरे पे खोल के फेक देती है ऑर अपनी 34 साइज़ की चुचियाँ मसलने लगती है.
नेहा--सारा दिन ब्रा के अंदर रहने से इनका देखो कितना बुरा हाल हो जाता है.
राज बेड से उठता है ऑर एक चुचि को सहलाते हुए कहता है...
राज--देखो तो कैसे लाल हो गये है ऑर ये तुम्हारी निप्पेल का तो ऑर बुरा हाल हो गया है कैसे बिल्कुल सीधी खड़ी हो गयी ब्रा उतरते ही.
राज नेहा के बोबे सहलाते सहलाते नेहा की निपल अपनी उंगलियो के बीच में ले लेता है ऑर जैसे ही अपना मूह निप्पेल के पास लेजाने लगता है नेहा दूर हट जाती है..
नेहा--मैने सिर्फ़ देखने के लिए कहा था कुछ ऑर करने के लिए नही.
ऑर राज वापस जाकर बेड पर बैठ जाता है ऑर नेहा अपने कपड़े निकालने के लिए अलमारी खोल देती है,
फिर वो अपना पेटिकोट वही उतार कर बस पैंटी में बाथरूम के अंदर घुस जाती है.
थोड़ी देर बाद जब वो वापस निकलती है तो एक ब्लॅक ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहन कर बाहर निकलती है.
राज उसको देखते ही खहो जाता है उस ने अंदर सिर्फ़ एक ब्लॅक पैंटी पहनी थी ऑर उसके बूब्स नाइटी के ट्रॅन्स्परेंट होने की वजह से बिल्कुल सॉफ दिखाई दे रहे थे उसकी नाइटी बस उसके बूब्स के उपर तक ही टिकी हुई थी ऑर नीचे उसकी केले के तने जेसी चिकनी टांगे पूरी तरह से उस शॉर्ट नाइटी में नुमाया थी.
राज अपने बेड से उठता है ऑर नेहा को अपनी गोद में उठा लेता है नेहा भी उसकी कमर को अपनी टाँगो से जकड के एक बेल की तरह उस से लिपट जाती है.
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उधर भाभी के रूम में...
नेहा रूम के अंदर घुसते ही अपनी साड़ी उतार के बेड पर फेक देती है तभी राज भी अंदर आजाता है ऑर नेहा से कुछ कहता है...
राज---नेहा क्या बात है आज तो तुम बिजलियाँ गिरा रही थी बाहर पार्टी में .
नेहा अपने ब्लाउस के हुक खोलते हुए..
नेहा--अच्छा आप पर कितनी बिजली गिराई मेने पहले ये बताओ.
राज--मेरा तो तुम बुरा हाल कर देती हो तुम्हारे हुस्न की आग में मैं खुद को जलता हुआ महसूस करता हूँ.
नेहा ब्लाउस उतार देती है ऑर राज नेहा को पीछे से पकड़ के उसकी गर्दन पर किस करने लगता है ऑर उसके पेट पर भी धीरे धीरे हाथ फैरने लगता है..
नेहा--ऊफफफहूऊ अभी छोड़ो मुझे पहले मुझे फ्रेश होने दो उसके बाद जो करना है वो करना में मना नही करूँगी.
फिर राज बेड पर बैठ जाता है ऑर नेहा अपनी ब्रा राज के चेहरे पे खोल के फेक देती है ऑर अपनी 34 साइज़ की चुचियाँ मसलने लगती है.
नेहा--सारा दिन ब्रा के अंदर रहने से इनका देखो कितना बुरा हाल हो जाता है.
राज बेड से उठता है ऑर एक चुचि को सहलाते हुए कहता है...
राज--देखो तो कैसे लाल हो गये है ऑर ये तुम्हारी निप्पेल का तो ऑर बुरा हाल हो गया है कैसे बिल्कुल सीधी खड़ी हो गयी ब्रा उतरते ही.
राज नेहा के बोबे सहलाते सहलाते नेहा की निपल अपनी उंगलियो के बीच में ले लेता है ऑर जैसे ही अपना मूह निप्पेल के पास लेजाने लगता है नेहा दूर हट जाती है..
नेहा--मैने सिर्फ़ देखने के लिए कहा था कुछ ऑर करने के लिए नही.
ऑर राज वापस जाकर बेड पर बैठ जाता है ऑर नेहा अपने कपड़े निकालने के लिए अलमारी खोल देती है,
फिर वो अपना पेटिकोट वही उतार कर बस पैंटी में बाथरूम के अंदर घुस जाती है.
थोड़ी देर बाद जब वो वापस निकलती है तो एक ब्लॅक ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहन कर बाहर निकलती है.
राज उसको देखते ही खहो जाता है उस ने अंदर सिर्फ़ एक ब्लॅक पैंटी पहनी थी ऑर उसके बूब्स नाइटी के ट्रॅन्स्परेंट होने की वजह से बिल्कुल सॉफ दिखाई दे रहे थे उसकी नाइटी बस उसके बूब्स के उपर तक ही टिकी हुई थी ऑर नीचे उसकी केले के तने जेसी चिकनी टांगे पूरी तरह से उस शॉर्ट नाइटी में नुमाया थी.
राज अपने बेड से उठता है ऑर नेहा को अपनी गोद में उठा लेता है नेहा भी उसकी कमर को अपनी टाँगो से जकड के एक बेल की तरह उस से लिपट जाती है.
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मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
Read my stories
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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- mastram
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- Joined: 01 Mar 2016 09:00
Re: Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
राज अपने बेड से उठता है ऑर नेहा को अपनी गोद में उठा लेता है नेहा भी उसकी कमर को अपनी टाँगो से जकड के एक बेल की तरह उस से लिपट जाती है.
राज नेहा की खुश्बू सूंघने लगता है वो नेहा के बूब्स की घाटी में अपना मूह घुसा कर वहाँ की कोमलता का अहसास करने लगता है.
फिर राज नेहा को बेड पर बैठा देता है ऑर खुद ज़मीन पर बैठ कर नेहा को देखने लगता है.
राज--नेहा तुम कितनी खूबसूरत हो तुम्हे पा कर में दुनिया का सब से खुश नसीब आदमी बन गया हूँ.
नेहा--मैने आपका ऑर पूरे परिवार का प्यार पाने के लिए ही हॉस्पिटल से रेसिग्नेशन दिया था अगर आज में वहाँ होती तो आप लोगो का प्यार मुझे नसीब नही होता ,
अब मुझ से उतनी दूर मत बैठो प्यार करो मुझे समा जाओ मुझ में.
ऑर फिर राज खड़ा होता है ऑर अपने कपड़े उतारने के बाद सिर्फ़ एक वी शेप अंडरवेर में नेहा के सामने खड़ा हो जाता है नेहा फुर्ती से राज को अपनी तरफ़ खीच लेती है ऑर राज की अंडरवेर उतार कर उसके लिंग को सहलाने लगती है नेहा अपने कोमल हाथो से. राज के लिंग की चमड़ी उपर नीचे करने लग जाती है , फिर वो उसकी गोलियाँ अपनी मुट्ठी में भर कर धीरे धीरे दबाने लगती है.
राज का लिंग अब पूरी तरह से अपने आकर में आजाता है जो कि तकरीबन 6 इंच लंबा ऑर 2 इंच मोटा हो जाता है...
नेहा राज के लिंग को अपने मुँह में भर लेती है ऑर अंदर बाहर करने लग जाती है ..फिर अचानक नेहा राज के लिंग को पूरा का पूरा अपने मुँह में भर का राज की गोलियाँ दबाने लगती है.
राज अपनी आँखे बंद करके मस्ती के आलम में खहो जाता है फिर जब उसे लगता है वो इस तरह से ज़्यादा देर टिक नही पाएगा तो राज अपना लिंग नेहा के मुँह में से निकाल कर नेहा को बेड पर सीधा लेटा देता है,ओर खुद उसके उपर आ जाता है .
नेहा के होंठो को राज अपने होंठो से ऐसे चूसने लगता है जैसे नेहा के होंठो पर शक्कर की मिठास आ गयी हो.
उनकी जीभें एक दूसरे की जीभ का स्वाद लेने में जुटी हुई थी राज ऑर नेहा इस खेल को तब तक खेलते रहते है जब तक उन दोनो की साँसे उखड़ने नही लगती, जब दोनो अलग होते है तो एक दूसरे की तरफ़ प्यार भरी नज़रों से देख रहे होते है.
उसके बाद राज नेहा की नाइटी उतार देता है ऑर उसके निप्पल को अपने मुँह में भरकर चूसने लगता है ऑर अपने एक हाथ से नेहा के दूसरे बोबे को मसलने लगता है.
जब दोनो बूब्स का रस वो पी लेता है तो नेहा की नाभि में अपनी जीभ डाल देता है नेहा की नाभि नेहा का सब से सेन्सिटिव पॉइंट था वहाँ जीभ लगते ही नेहा पलंग पर तड़पने लग जाती है ऑर राज का सिर वहाँ से हटाने लगती है लेकिन राज नाभि के अंदर पूरी तरह से अपनी जीभ रगड़ कर ही वहाँ से बाहर निकालता है.
नेहा की पैंटी पूरी तरह से उसके चूत रस से भीग जाती है राज नेहा की चूत को पैंटी के उपर से ही सूंघने लगता है , ऑर अपने हाथ से उसकी पूरी चूत को पकड़ लेता है..
इस तरह से अपनी चूत पर हुए हमले को नेहा सह नही पाती ऑर झड़ने लगती है.
उसका पूरा शरीर अकड़ जाता है ,उसकी चूत खूब सारा पानी छोड़ देती है जिस से उसकी पैंटी पूरी तरह से भीग जाती है .
राज नेहा की पैंटी उतार के नेहा की चूत पर अपना मुँह लगा लेता है ऑर उसकी चूत का सारा रस चाटने के बाद नेहा के उपर आ जाता है,
फिर राज अपने लिंग को नेहा की चूत पर सेट करता है ऑर एक जोरदार धक्का लगाकर अपना पूरा लिंग नेहा की चूत की गहराई में उतार देता है.
फिर राज नेहा को चोदना स्टार्ट कर देता है, पूरा रूम नेहा की सिसकियो से ऑर उन दोनो के मिलन से हो रही ठप ठप..से गूंजने लगता है काफ़ी देर चुदाई करवाने के बाद नेहा बोलती है मुझे उपर आने दो .
राज नेहा को अपने उपर ले लेता है ऑर नेहा राज के लिंग को अपनी चूत पर सेट करके उस पर बैठने लगती है , उस पर बैठने के बाद नेहा अपनी कमर राज के लिंग पर चलाने लगती है.
जैसे वो घुड़सवारी कर रही हो राज नेहा के बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाने ऑर मसलने लगता है नेहा की स्पीड ऑर ज़्यादा तेज हो जाती है दोनो अपने चरम पर पहुँच चुके थे तभी दोनो के जिस्मो ने झटका खाना शुरू कर दिया दोनो बुरी तरह से झड चुके थे ये बिल्कुल ऐसा अहसास था जैसे बारिश की बूंदे तपती हुई ज़मीन पर पड़ती है ऑर उसकी फुहारो से सारी गर्मी ख़तम हो जाती है.
नेहा अभी भी राज के उपर लेटी लेटी गहरी घेरी साँसे ले रही थी ऑर राज नेहा की पीठ सहला रहा था नेहा की चूत में भरा रस राज की जाँघो से रिस्ता हुआ बेड की चादर पर गिरने लग जाता है.
नेहा--आइ लव यू राज
राज--आइ लव यू टू माइ सेक्सी वाइफ
फिर नेहा राज पर से उतर कर बाथरूम में चली जाती है ऑर वापस एक नॉर्मल नाइटी पहन कर वापस आजाती है, राज भी अपना नाइट सूट पहन चुका था फिर दोनो एक दूसरे की बाहो में बाते करने लगते है .
राज--जान कल मुझे ऑर पापा को दुबई जाना पड़ेगा हफ्ते भर के लिए. तुम अपना ख्याल रखना.
नेहा--मेरा ख्याल रखने के लिए यहाँ सब लोग है आप अपना ख्याल रखना ऑर मुझे फोन करते रहना.
नेहा--जान एक बात कहूँ.
राज--हाँ जान बोलो.
नेहा--राज में अब एक बच्चा करना चाहती हूँ रोज रोज में वो पिलस खा खा कर तंग आ गयी हूँ..
राज --जान बच्चा तो में भी चाहता हूँ लेकिन बस कुछ महीने ऑर रुक जाओ हम लोग हमारा सारा काम एक जगह पर ही शिफ्ट करने में लगे हुए है ..जो भी दूसरे सिटी में हमारे शोरूम्स है वो हम ब्रांच के रूप में किसी ऑर को संभला देंगे .
उसके बाद हम दोनो बच्चा कर सकते है..क्योकि में नही चाहता हमारे बच्चे का बचपन मेरी आँखो के सामने ना बीते .
पापा को हमेशा ये अफ़सोस रहता है कि वो उनके बच्चो का बचपन ढंग से देख ही नही पाए
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राज नेहा की खुश्बू सूंघने लगता है वो नेहा के बूब्स की घाटी में अपना मूह घुसा कर वहाँ की कोमलता का अहसास करने लगता है.
फिर राज नेहा को बेड पर बैठा देता है ऑर खुद ज़मीन पर बैठ कर नेहा को देखने लगता है.
राज--नेहा तुम कितनी खूबसूरत हो तुम्हे पा कर में दुनिया का सब से खुश नसीब आदमी बन गया हूँ.
नेहा--मैने आपका ऑर पूरे परिवार का प्यार पाने के लिए ही हॉस्पिटल से रेसिग्नेशन दिया था अगर आज में वहाँ होती तो आप लोगो का प्यार मुझे नसीब नही होता ,
अब मुझ से उतनी दूर मत बैठो प्यार करो मुझे समा जाओ मुझ में.
ऑर फिर राज खड़ा होता है ऑर अपने कपड़े उतारने के बाद सिर्फ़ एक वी शेप अंडरवेर में नेहा के सामने खड़ा हो जाता है नेहा फुर्ती से राज को अपनी तरफ़ खीच लेती है ऑर राज की अंडरवेर उतार कर उसके लिंग को सहलाने लगती है नेहा अपने कोमल हाथो से. राज के लिंग की चमड़ी उपर नीचे करने लग जाती है , फिर वो उसकी गोलियाँ अपनी मुट्ठी में भर कर धीरे धीरे दबाने लगती है.
राज का लिंग अब पूरी तरह से अपने आकर में आजाता है जो कि तकरीबन 6 इंच लंबा ऑर 2 इंच मोटा हो जाता है...
नेहा राज के लिंग को अपने मुँह में भर लेती है ऑर अंदर बाहर करने लग जाती है ..फिर अचानक नेहा राज के लिंग को पूरा का पूरा अपने मुँह में भर का राज की गोलियाँ दबाने लगती है.
राज अपनी आँखे बंद करके मस्ती के आलम में खहो जाता है फिर जब उसे लगता है वो इस तरह से ज़्यादा देर टिक नही पाएगा तो राज अपना लिंग नेहा के मुँह में से निकाल कर नेहा को बेड पर सीधा लेटा देता है,ओर खुद उसके उपर आ जाता है .
नेहा के होंठो को राज अपने होंठो से ऐसे चूसने लगता है जैसे नेहा के होंठो पर शक्कर की मिठास आ गयी हो.
उनकी जीभें एक दूसरे की जीभ का स्वाद लेने में जुटी हुई थी राज ऑर नेहा इस खेल को तब तक खेलते रहते है जब तक उन दोनो की साँसे उखड़ने नही लगती, जब दोनो अलग होते है तो एक दूसरे की तरफ़ प्यार भरी नज़रों से देख रहे होते है.
उसके बाद राज नेहा की नाइटी उतार देता है ऑर उसके निप्पल को अपने मुँह में भरकर चूसने लगता है ऑर अपने एक हाथ से नेहा के दूसरे बोबे को मसलने लगता है.
जब दोनो बूब्स का रस वो पी लेता है तो नेहा की नाभि में अपनी जीभ डाल देता है नेहा की नाभि नेहा का सब से सेन्सिटिव पॉइंट था वहाँ जीभ लगते ही नेहा पलंग पर तड़पने लग जाती है ऑर राज का सिर वहाँ से हटाने लगती है लेकिन राज नाभि के अंदर पूरी तरह से अपनी जीभ रगड़ कर ही वहाँ से बाहर निकालता है.
नेहा की पैंटी पूरी तरह से उसके चूत रस से भीग जाती है राज नेहा की चूत को पैंटी के उपर से ही सूंघने लगता है , ऑर अपने हाथ से उसकी पूरी चूत को पकड़ लेता है..
इस तरह से अपनी चूत पर हुए हमले को नेहा सह नही पाती ऑर झड़ने लगती है.
उसका पूरा शरीर अकड़ जाता है ,उसकी चूत खूब सारा पानी छोड़ देती है जिस से उसकी पैंटी पूरी तरह से भीग जाती है .
राज नेहा की पैंटी उतार के नेहा की चूत पर अपना मुँह लगा लेता है ऑर उसकी चूत का सारा रस चाटने के बाद नेहा के उपर आ जाता है,
फिर राज अपने लिंग को नेहा की चूत पर सेट करता है ऑर एक जोरदार धक्का लगाकर अपना पूरा लिंग नेहा की चूत की गहराई में उतार देता है.
फिर राज नेहा को चोदना स्टार्ट कर देता है, पूरा रूम नेहा की सिसकियो से ऑर उन दोनो के मिलन से हो रही ठप ठप..से गूंजने लगता है काफ़ी देर चुदाई करवाने के बाद नेहा बोलती है मुझे उपर आने दो .
राज नेहा को अपने उपर ले लेता है ऑर नेहा राज के लिंग को अपनी चूत पर सेट करके उस पर बैठने लगती है , उस पर बैठने के बाद नेहा अपनी कमर राज के लिंग पर चलाने लगती है.
जैसे वो घुड़सवारी कर रही हो राज नेहा के बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाने ऑर मसलने लगता है नेहा की स्पीड ऑर ज़्यादा तेज हो जाती है दोनो अपने चरम पर पहुँच चुके थे तभी दोनो के जिस्मो ने झटका खाना शुरू कर दिया दोनो बुरी तरह से झड चुके थे ये बिल्कुल ऐसा अहसास था जैसे बारिश की बूंदे तपती हुई ज़मीन पर पड़ती है ऑर उसकी फुहारो से सारी गर्मी ख़तम हो जाती है.
नेहा अभी भी राज के उपर लेटी लेटी गहरी घेरी साँसे ले रही थी ऑर राज नेहा की पीठ सहला रहा था नेहा की चूत में भरा रस राज की जाँघो से रिस्ता हुआ बेड की चादर पर गिरने लग जाता है.
नेहा--आइ लव यू राज
राज--आइ लव यू टू माइ सेक्सी वाइफ
फिर नेहा राज पर से उतर कर बाथरूम में चली जाती है ऑर वापस एक नॉर्मल नाइटी पहन कर वापस आजाती है, राज भी अपना नाइट सूट पहन चुका था फिर दोनो एक दूसरे की बाहो में बाते करने लगते है .
राज--जान कल मुझे ऑर पापा को दुबई जाना पड़ेगा हफ्ते भर के लिए. तुम अपना ख्याल रखना.
नेहा--मेरा ख्याल रखने के लिए यहाँ सब लोग है आप अपना ख्याल रखना ऑर मुझे फोन करते रहना.
नेहा--जान एक बात कहूँ.
राज--हाँ जान बोलो.
नेहा--राज में अब एक बच्चा करना चाहती हूँ रोज रोज में वो पिलस खा खा कर तंग आ गयी हूँ..
राज --जान बच्चा तो में भी चाहता हूँ लेकिन बस कुछ महीने ऑर रुक जाओ हम लोग हमारा सारा काम एक जगह पर ही शिफ्ट करने में लगे हुए है ..जो भी दूसरे सिटी में हमारे शोरूम्स है वो हम ब्रांच के रूप में किसी ऑर को संभला देंगे .
उसके बाद हम दोनो बच्चा कर सकते है..क्योकि में नही चाहता हमारे बच्चे का बचपन मेरी आँखो के सामने ना बीते .
पापा को हमेशा ये अफ़सोस रहता है कि वो उनके बच्चो का बचपन ढंग से देख ही नही पाए
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मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
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Re: Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
अगले दिन सुबह रूही मुझे उठा रही थी.
रूही--जय जल्दी उठ आज कॉलेज जाना है आज पहले दिन ही लेट पहुँचना चाहता है क्या???
में---दीदी सोने दो ना क्या कॉलेज कॉलेज कह कर डरा रही हो.
रूही--तुझे नही जाना है तो बोल दे क्योकि नीरा भी तेरा इंतजार कर रही है स्कूल छोड़ने के लिए.
में--क्या यार दीदी हमेशा इंपॉर्टेंट बात आप लास्ट में क्यो करती हो....में बस 15 मिनिट्स में रेडी हो कर नीचे आता हूँ.
फिर रूही चली जाती है ऑर में बाथरूम में घुस जाता हूँ , ऑर रेडी होकर नीचे हॉल में आ जाता हूँ.
नीरा--भैया क्या है ये सब में कब से आपका वेट कर रही हूँ...
में--तू तो चुप कर तुझे अगर स्कूल जाना था तो मुझे जल्दी जगाने नही आ सकती थी क्या.
नीरा--में तो आने वाली थी पर रूही दीदी ने मुझे रेडी होने के लिए बोल दिया था...अब जल्दी चलो नाश्ता आप कॉलेज की कॅंटीन में कर लेना...पहले आप मुझे स्कूल ड्रॉप करो.
उसके बाद हम तीनो एक ही बाइक पर बैठ कर निकल जाते है... नीरा को उसके स्कूल ड्रॉप करने के बाद में ऑर रूही कॉलेज के लिए निकल जाते है.
कॉलेज की पार्किंग में बाइक खड़ी करने के बाद में ऑर दीदी अपने अपने क्लास रूम्स की तरफ़ बढ़ जाते है आज पहला दिन था इस लिए बस इंट्रोडक्षन ही चल रहा था जो भी प्रोफेसर आता वो सारा टाइम बस इंट्रो में ही निकाल देता...आख़िर थक हार के में कॉलेज की कॅंटीन की तरफ़ बढ़ जाता हूँ ऑर अपने लिए कॉफी ऑर समोसा ऑर्डर कर देता हूँ
तभी कुछ सीनियर वहाँ आते है ऑर एक टॅबेल पर बैठ जाते है ऑर न्यू स्टूडेंट से उनका इंट्रो लेने लगते है. कभी वो किसी से गाना गवाते कभी वो किसी को डॅन्स करने के लिए कहते.
में ये सब होते देख रहा था तभी रूही भी कॅंटीन में आजाती है रूही को देखते ही वो सीनियर्स आहे भरने लग जाते है.
एक लड़का--भाई ये करोड़पति बाप की बेटी है ये ब्रा कौनसी कंपनी की पहनती होगी.
दूसरा लड़का---अबे ब्रा छोड़ ये पैंटी किस कंपनी की पहनती होगी ...
ऑर इतना बोलकर वो ज़ोर ज़ोर से हँसने लगते है.
मेरा मन तो कर रहा था उन मादरचोदो का मुँह तोड़ दूं लेकिन रूही ने मुझे ऐसा कुछ भी करने से मना कर दिया था.
एक लड़का--भाई ये छमिया आज किस के साथ गुटरगूं कर रही है... कहीं इसने इस लड़के के साथ सेट्टिंग तो नही कर ली है.
दूसरा लड़का--ये तो कोई नया मुर्गा लगता है, चलो इसका इंट्रो लेते है.
वो लोग अपनी चेर्स लेकर हम लोगो के पास आकर बैठ जाते है.
एक लड़का--ओये हीरो कौन्से एअर में है तू.
में--अपने शब्द चबाते हुए..,,फर्स्ट एअर में बोलता हूँ.
दूसरा लड़का---चल कोई गाना सुना.
मैने पूछा कौनसा गाना सुनना है.
लड़का--चिकनी चमेली सुना दे.
में--चिकनी चमेली ....ये तो मेरा पसन्द का गाना है...इस पर तो में आप को डॅन्स भी कर के दिखा सकता हूँ.
लड़का---चल तो फिर खड़ा हो ऑर दिखा अपना जलवा.
मेरे खड़े होते ही उनमें से एक लड़के ने रूही का हाथ पकड़ लिया .....
मैने फुर्ती से पास की टॅबेल से एक कोल्ड ड्रिंक की बॉट्टेल उठा ली ऑर उस लड़के के सिर पर दे मारी.
कॅंटीन में बिल्कुल सन्नाटा छा गया, कोई कुछ समझ हे नही पाया कि क्या हुआ.
फिर उनमें से एक लड़का उठा....वो लड़का पूरी तरह से उठ पाता उस से पहले मेरे मुक्के का जोरदार प्रहार सीधा उसकी नाक पर हुआ...
तभी कॅंटीन में कॉलेज स्टाफ ऑर प्रिन्सिपल आ जाते है.
..........................
रूही--जय जल्दी उठ आज कॉलेज जाना है आज पहले दिन ही लेट पहुँचना चाहता है क्या???
में---दीदी सोने दो ना क्या कॉलेज कॉलेज कह कर डरा रही हो.
रूही--तुझे नही जाना है तो बोल दे क्योकि नीरा भी तेरा इंतजार कर रही है स्कूल छोड़ने के लिए.
में--क्या यार दीदी हमेशा इंपॉर्टेंट बात आप लास्ट में क्यो करती हो....में बस 15 मिनिट्स में रेडी हो कर नीचे आता हूँ.
फिर रूही चली जाती है ऑर में बाथरूम में घुस जाता हूँ , ऑर रेडी होकर नीचे हॉल में आ जाता हूँ.
नीरा--भैया क्या है ये सब में कब से आपका वेट कर रही हूँ...
में--तू तो चुप कर तुझे अगर स्कूल जाना था तो मुझे जल्दी जगाने नही आ सकती थी क्या.
नीरा--में तो आने वाली थी पर रूही दीदी ने मुझे रेडी होने के लिए बोल दिया था...अब जल्दी चलो नाश्ता आप कॉलेज की कॅंटीन में कर लेना...पहले आप मुझे स्कूल ड्रॉप करो.
उसके बाद हम तीनो एक ही बाइक पर बैठ कर निकल जाते है... नीरा को उसके स्कूल ड्रॉप करने के बाद में ऑर रूही कॉलेज के लिए निकल जाते है.
कॉलेज की पार्किंग में बाइक खड़ी करने के बाद में ऑर दीदी अपने अपने क्लास रूम्स की तरफ़ बढ़ जाते है आज पहला दिन था इस लिए बस इंट्रोडक्षन ही चल रहा था जो भी प्रोफेसर आता वो सारा टाइम बस इंट्रो में ही निकाल देता...आख़िर थक हार के में कॉलेज की कॅंटीन की तरफ़ बढ़ जाता हूँ ऑर अपने लिए कॉफी ऑर समोसा ऑर्डर कर देता हूँ
तभी कुछ सीनियर वहाँ आते है ऑर एक टॅबेल पर बैठ जाते है ऑर न्यू स्टूडेंट से उनका इंट्रो लेने लगते है. कभी वो किसी से गाना गवाते कभी वो किसी को डॅन्स करने के लिए कहते.
में ये सब होते देख रहा था तभी रूही भी कॅंटीन में आजाती है रूही को देखते ही वो सीनियर्स आहे भरने लग जाते है.
एक लड़का--भाई ये करोड़पति बाप की बेटी है ये ब्रा कौनसी कंपनी की पहनती होगी.
दूसरा लड़का---अबे ब्रा छोड़ ये पैंटी किस कंपनी की पहनती होगी ...
ऑर इतना बोलकर वो ज़ोर ज़ोर से हँसने लगते है.
मेरा मन तो कर रहा था उन मादरचोदो का मुँह तोड़ दूं लेकिन रूही ने मुझे ऐसा कुछ भी करने से मना कर दिया था.
एक लड़का--भाई ये छमिया आज किस के साथ गुटरगूं कर रही है... कहीं इसने इस लड़के के साथ सेट्टिंग तो नही कर ली है.
दूसरा लड़का--ये तो कोई नया मुर्गा लगता है, चलो इसका इंट्रो लेते है.
वो लोग अपनी चेर्स लेकर हम लोगो के पास आकर बैठ जाते है.
एक लड़का--ओये हीरो कौन्से एअर में है तू.
में--अपने शब्द चबाते हुए..,,फर्स्ट एअर में बोलता हूँ.
दूसरा लड़का---चल कोई गाना सुना.
मैने पूछा कौनसा गाना सुनना है.
लड़का--चिकनी चमेली सुना दे.
में--चिकनी चमेली ....ये तो मेरा पसन्द का गाना है...इस पर तो में आप को डॅन्स भी कर के दिखा सकता हूँ.
लड़का---चल तो फिर खड़ा हो ऑर दिखा अपना जलवा.
मेरे खड़े होते ही उनमें से एक लड़के ने रूही का हाथ पकड़ लिया .....
मैने फुर्ती से पास की टॅबेल से एक कोल्ड ड्रिंक की बॉट्टेल उठा ली ऑर उस लड़के के सिर पर दे मारी.
कॅंटीन में बिल्कुल सन्नाटा छा गया, कोई कुछ समझ हे नही पाया कि क्या हुआ.
फिर उनमें से एक लड़का उठा....वो लड़का पूरी तरह से उठ पाता उस से पहले मेरे मुक्के का जोरदार प्रहार सीधा उसकी नाक पर हुआ...
तभी कॅंटीन में कॉलेज स्टाफ ऑर प्रिन्सिपल आ जाते है.
..........................
मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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- mastram
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- Joined: 01 Mar 2016 09:00
Re: Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक
प्रिन्सिपल को रूही सारी बात बता देती है कि किस तरह से ये लड़के यहाँ रेजिंग ले रहे थे ऑर लड़कियो को छेड़ते है.
प्रिन्सिपल उन लड़कों को अपने ऑफीस में आने के लिए कहते है ऑर जिस लड़के के सिर पर मैने बॉट्टेल मारी थी ....उसे वो हॉस्पिटल पहुचाने का बोलकर वहाँ से चले जाते है...
लड़का--तूने हम लोगो पर हाथ उठा कर अच्छा नही किया इसका बदला हम जल्दी ही लेंगे.
में--चल भाग अब यहाँ से वरना चलने के लायक नही रहोगे.
ऑर उसके बाद वो लोग वहाँ से चले जाते है कॅंटीन में बैठे सभी लड़के लड़किया मेरे पास आकर थॅंक्स कहते है..ऑर मुझ से दोस्ती कर लेते है.
इस तरह से कॉलेज के पहले ही दिन मैने अपनी कॉलेज की गॅंग रेडी कर ली.
रूही--क्यो लड़ाई की तूने उन लड़को से.
में---में लड़ाई नही करता दीदी लेकिन उस लड़के ने आपका हाथ पकड़ के ग़लत किया , उसके बाद मेरा रुकना नामुमकिन था.
रूही--चल अब घर चलते है नीरा के स्कूल का टाइम भी हो गया है.
फिर हम दोनो नीरा की स्कूल को तरफ बाइक पर चल पड़ते है....रूही आज कुछ ज़्यादा ही मुझ से चिपक कर मेरी बाइक पर बैठी थी.....
हम लोग नीरा की स्कूल पहुँच गये नीरा भी वहाँ बाहर ही खड़ी होकर हमारा इंतजार कर रही थी.
नीरा--आप लोग कहाँ घूमते रहते हो , आज आप पूरा 10 मिनिट्स लेट हो.
में--अबे 10 मिनिट ही तो लेट है...
नीरा--ऑर अगर इन 10 मिनिट्स में मेरे साथ कुछ हो जाता तो.
में--पागल अपना मुँह बंद रख , ओर चुपचाप गाड़ी पर बैठ...कुछ नही होगा तुझे.
रूही--अब तुम दोनो लड़ना बंद करो ऑर जल्दी से घर चलो , मेरा तो भूख के मारे हाल खराब है.
फिर हम लोग घर की तरफ़ निकल जाते है .
घर पहुँच कर रूही अपने कमरे में चली जाती है चेंज करने के लिए ऑर नीरा मुझे अपने साथ बिठा लेती है ऑर हम टीवी देखने लग जाते है...इस समय टीवी पर डोरेमोन आ रहा था, ऑर ये नीरा को बहुत पसंद था.
तभी भाभी भी आजाती है कॉफी ऑर नाश्ता लेकर ऑर मेरे बगल में बैठ जाती है.
भाभी--नीरा अभी भी बच्चो वाले शो देखती है,अब तो तू 18 साल की होगयि है.
नीरा--उमर बढ़ने का ये मतलब थोड़े ही है जो चीज़े मुझे पसंद है वो में छोड़ दूं.
कल आप कहोगी कि जय भैया से प्यार करना छोड़ दे.
भाभी--अरे मेरी प्यारी ननद ऐसा तो में कभी सोच भी नही सकती ..अब ये नाश्ता ऐसे ही ठंडा करना है या तुम लोग इसे खाना शुरू करोगे, ऑर ये रूही कहाँ रह गयी.
नीरा--दीदी चेज करने गयी है.
भाभी--जय पापा ऑर तुम्हारे भैया हफ्ते भर के लिए दुबई गये है...क्यो ना हम लोग कहीं पिक्निक पर चले.
में कुछ बोलना ही चाहता था कि नीरा बोल पड़ी.
नीरा--हाँ जय भैया किसी मस्त जगह चलते है अभी 4 दिन की छुट्टियाँ भी हो गयी है.
में--4 दिन की छुट्टियाँ किस खुशी में.???
नीरा--दो दिन की छुट्टी तो में स्कूल से ले लूँगी ऑर अगले दो दिन किसी महापुरुष की जयंती है इसलिए छुट्टी रहेगी.
में--वाह मेरी बिल्ली पिक्निक का नाम सुनते ही तेरी छुट्टियाँ शुरू हो जाती है.
तभी रूही भी वहाँ आजाती है
रूही--हाँ जय हम लोगो को कहीं चलना चाहिए ऑर वैसे भी अभी कुछ दिन तक कॉलेज में भी लेक्चर नही होने वाले.
में--लेकिन मम्मी से तो पूछ लो क्योकि पापा ऑर भैया दोनो ही यहाँ नही है वो घर बंद एक मिनिट के लिए नही करेंगी.
नीरा--मम्मी को पटाने की ज़िम्मेदारी मेरी...में उन्हे चलने के लिए मना लूँगी.
में--तो फिर ठीक है , तू बात कर ले मम्मी से.
वो भाग कर मम्मी के रूम में चली जाती है ऑर मम्मी का हाथ पकड़ कर रूम से बाहर खीच कर ले आती है.
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प्रिन्सिपल उन लड़कों को अपने ऑफीस में आने के लिए कहते है ऑर जिस लड़के के सिर पर मैने बॉट्टेल मारी थी ....उसे वो हॉस्पिटल पहुचाने का बोलकर वहाँ से चले जाते है...
लड़का--तूने हम लोगो पर हाथ उठा कर अच्छा नही किया इसका बदला हम जल्दी ही लेंगे.
में--चल भाग अब यहाँ से वरना चलने के लायक नही रहोगे.
ऑर उसके बाद वो लोग वहाँ से चले जाते है कॅंटीन में बैठे सभी लड़के लड़किया मेरे पास आकर थॅंक्स कहते है..ऑर मुझ से दोस्ती कर लेते है.
इस तरह से कॉलेज के पहले ही दिन मैने अपनी कॉलेज की गॅंग रेडी कर ली.
रूही--क्यो लड़ाई की तूने उन लड़को से.
में---में लड़ाई नही करता दीदी लेकिन उस लड़के ने आपका हाथ पकड़ के ग़लत किया , उसके बाद मेरा रुकना नामुमकिन था.
रूही--चल अब घर चलते है नीरा के स्कूल का टाइम भी हो गया है.
फिर हम दोनो नीरा की स्कूल को तरफ बाइक पर चल पड़ते है....रूही आज कुछ ज़्यादा ही मुझ से चिपक कर मेरी बाइक पर बैठी थी.....
हम लोग नीरा की स्कूल पहुँच गये नीरा भी वहाँ बाहर ही खड़ी होकर हमारा इंतजार कर रही थी.
नीरा--आप लोग कहाँ घूमते रहते हो , आज आप पूरा 10 मिनिट्स लेट हो.
में--अबे 10 मिनिट ही तो लेट है...
नीरा--ऑर अगर इन 10 मिनिट्स में मेरे साथ कुछ हो जाता तो.
में--पागल अपना मुँह बंद रख , ओर चुपचाप गाड़ी पर बैठ...कुछ नही होगा तुझे.
रूही--अब तुम दोनो लड़ना बंद करो ऑर जल्दी से घर चलो , मेरा तो भूख के मारे हाल खराब है.
फिर हम लोग घर की तरफ़ निकल जाते है .
घर पहुँच कर रूही अपने कमरे में चली जाती है चेंज करने के लिए ऑर नीरा मुझे अपने साथ बिठा लेती है ऑर हम टीवी देखने लग जाते है...इस समय टीवी पर डोरेमोन आ रहा था, ऑर ये नीरा को बहुत पसंद था.
तभी भाभी भी आजाती है कॉफी ऑर नाश्ता लेकर ऑर मेरे बगल में बैठ जाती है.
भाभी--नीरा अभी भी बच्चो वाले शो देखती है,अब तो तू 18 साल की होगयि है.
नीरा--उमर बढ़ने का ये मतलब थोड़े ही है जो चीज़े मुझे पसंद है वो में छोड़ दूं.
कल आप कहोगी कि जय भैया से प्यार करना छोड़ दे.
भाभी--अरे मेरी प्यारी ननद ऐसा तो में कभी सोच भी नही सकती ..अब ये नाश्ता ऐसे ही ठंडा करना है या तुम लोग इसे खाना शुरू करोगे, ऑर ये रूही कहाँ रह गयी.
नीरा--दीदी चेज करने गयी है.
भाभी--जय पापा ऑर तुम्हारे भैया हफ्ते भर के लिए दुबई गये है...क्यो ना हम लोग कहीं पिक्निक पर चले.
में कुछ बोलना ही चाहता था कि नीरा बोल पड़ी.
नीरा--हाँ जय भैया किसी मस्त जगह चलते है अभी 4 दिन की छुट्टियाँ भी हो गयी है.
में--4 दिन की छुट्टियाँ किस खुशी में.???
नीरा--दो दिन की छुट्टी तो में स्कूल से ले लूँगी ऑर अगले दो दिन किसी महापुरुष की जयंती है इसलिए छुट्टी रहेगी.
में--वाह मेरी बिल्ली पिक्निक का नाम सुनते ही तेरी छुट्टियाँ शुरू हो जाती है.
तभी रूही भी वहाँ आजाती है
रूही--हाँ जय हम लोगो को कहीं चलना चाहिए ऑर वैसे भी अभी कुछ दिन तक कॉलेज में भी लेक्चर नही होने वाले.
में--लेकिन मम्मी से तो पूछ लो क्योकि पापा ऑर भैया दोनो ही यहाँ नही है वो घर बंद एक मिनिट के लिए नही करेंगी.
नीरा--मम्मी को पटाने की ज़िम्मेदारी मेरी...में उन्हे चलने के लिए मना लूँगी.
में--तो फिर ठीक है , तू बात कर ले मम्मी से.
वो भाग कर मम्मी के रूम में चली जाती है ऑर मम्मी का हाथ पकड़ कर रूम से बाहर खीच कर ले आती है.
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