इधर नेहा काल उठाती है- "हेलो..."
विशाल- नेहा क्या कर रही हो?
नेहा- ओह्ह... वो कुछ नहीं बस बेड पर लेटी हुई औ।
विशाल- अच्छा।
नेहा- तुम पार्टी में नहीं गये क्या?
विशाल- पार्टी में ही हैं। थोड़ा टाइम मिला तो सांचा तुमसे बात कर लें।
नेहा- अच्छा जी... तो याद आ रही है आपको मेरी।
विशाल- याद तो आ रही है तुम्हारी।
नेहा मन में- "काश विशाल तुम मेरी याद के साथ मेरा खयाल भी रखते। तुमको नहीं पता की यहां यह बूढ़ा तुम्हारी बीवी की क्या हालत कर रहा है। यह V तुम्हारी बीबी को अपनी गर्लफ्रेंड तक बना चुका है। पता नहीं आगे क्या-क्या करेगा ये तुम्हारी बीवी के साथ? विशाल कहीं ये तुम्हारी बीवी को भगा ना ले जाए।
नेहा- बस बस अब आप पार्टी एंजाय कीजिये।
विशाल- चलो ठीक है।
नेहा- बाइ।
विशाल- "बाइ.." फिर दोनों काल खतम करते हैं। नेहा वहाँ पर खड़ी थी।
राज तभी बाथरूम से- "मेरी जान हो गया क्या बात करके अपने पति से। अब अपने इस बायफ्रेंड का भी कुछ खयाल करो..."
नेहा मुड़कर राज को देखती है। उसके चेहरे पर स्माइल आ जाती हैं। लेकिन वो वहाँ पर खड़ी रहती है।
राज- जल्दी आ मेरी जान।
नेहा शरारती भाव के साथ- "में नहीं आने वाली.." ऐसा बोलकर बो स्माइल करती है।
नेहा अब बहुत खुलकर राज से बात कर रही थी। क्योंकी वो नंगी ही राज से बात कर रही थी। खुद को छुपाने की जरा भी कोशिश नहीं कर रही थी।
राज- अनार त अंदर नहीं आई तो मैं उधर आ जाऊँगा। सोच ले?
नेहा- नहीं नहीं इधर मत आजा। फर्श गीला हो जायगा।
राज- तो इधर आ जल्दी।
नेहा कुछ देर रुक कर उधर जाने लगती है। राज बाथरूम में खड़ा अपना लण्ड हिला रहा था। जिसे देखकर नेहा समझ रही थी की राज आगे क्या करने वाला है। नेहा दरवाजे के पास जाकर रुक जाती है। राज झट से उसका हाथ पकड़कर अंदर खींच लेता है। जोर की वजह से नेहा सीधा राज के सीने से जा लगती है। दोनों
एकदूसरे को देखने लगते हैं। राज की एँ अपनी तरफ हवस भरी नजरों से देखने से नेहा शर्म के मारे अपनी नजर झका लेती हैं।
राज- "हाय शर्मा रही हैं मेरी जान। अब हमसे क्या शर्माना?" ऐसा बोलकर राज नेहा को पलटकर झका देता हैं, और पीछे से अपना काला लण्ड उसकी चूत पर टिका देता है।
नेहा- "अहह...
दोनों शावर के नीचे थे। पानी अभी भी उनके ऊपर गिर रहा था। अब राज नेहा की कमर पकड़कर अपना लण्ड
अंदर घुसा देता है एक धक्के के साथ।
नेहा- "अहह...
आधा लण्ड अंदर आ। राज भी थोड़ा झक कर नेहा की गोरी पीठ को चूमता है। अब वो एक और धक्का लगाता है, तो उसका लण्ड और अंदर जाता है।
नेहा- "अहह... धीरे."
राज उसकी पीठ को चूमते हुए अब धक्के लगाने लगता है। पानी की वजह से टप-टप-टप की आवाजें आने लगती हैं। नेहा के झकने की वजह से उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां मचल रही थी। ऊपर से उसके खूबसूरत चेहरे पर धक्कों के साथ बिखरे बाल। अफफ्फ... काफी हाट इश्य था। एक बड़े घर की बहू को पूरी तरह से इश्तेमाल कर रहा था ये बड़ा।
नेहा- "अहह..'
राज कभी-कभी झुक कर चूचियां भी दबा रहा था। नेहा को अब ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था। कीम का उसको में चूमना आदि सब अच्छा लग रहा था। थोड़ी देर की चुदाई के बाद राज रुक कर नेहा को पलटा देता है। अब दोनों आमने सामने थे। वो अब नेहा की एक टांग उठाकर अपना लण्ड उसकी गुलाबी चूत पर टिकाकर धक्के लगाने लगता है।
नेहा- "अहह... और इस बार नेहा के सबसरत चेहरे पर सेक्सी भाव राज देख सकता था। नेहा की आँखें आधी बंद और सिसकारियां। वो बस राज की जोरदार चुदाई एंजाय कर रही थी।
राज अब नेहा का चेहरा पकड़कर उसकी नजरें खुद की नजरों से मिलते हर- "मेरी जान तेरी चूत की जो गर्मी हैं जा मेरे लण्ड को बहुत पसंद है.."
नेहा शर्माकर नीचे देखने लगती हैं।
राज- ऐसी गर्मी किसी और चूत में नहीं।
नेहा इस बात पर ऊपर देखती है, और कहती है- "नेहा- किसी और की चूत? और किसके साथ चल रहा है तुम्हारा?" और नेहा इस बार सीरियस होकर बोलती है।
राज को भी पता था की नेहा पहले ही दो-तीन औरतों से जेलस महसूस कर चुकी हैं उसके लिए।
राज- कोई नहीं है मेरी जान। ऐसे ही बोला मैंने।
नेहा- तुमने अभी तो कहा ना किसी और में नहीं?
राज- वो तो ऐसे ही बोला मैंने।
नेहा चुप हो जाती है।
राज नेहा की टांग उठकर चोद रहा था। अब राज आगे झुक कर उसकी चूचियां मुंह लेकर चूसने लगता है।
नेहा- "उम्म्म्म
... अहह... वो उम्म अहह.. ओहह.."
राज के धक्के इस बार थोड़े तेज थे। 5 मिनट की इसी तरह चुदाई के बाद राज रूक जाता है, और वहीं बाभरकम की टाइल्स पर लेट जाता है- "मेरी जान... अब पानी बंद कर दे, और आ जा मेरे ऊपर "
नेहा वहीं पर खड़ी राज को लेटा हुआ देख रही थी। उसकी नजर राज के लौड़े पर जाती है, जो अभी भी खड़ा था। गंदा सा लग रहा था। अभी-अभी वो उसी की चूत में जाकर बाहर आया था।
राज- जल्दी कर ना।
नेहा अब शावर बंद कर देती है। राज उसको अपने ऊपर खींच लेता है। नेहा का चेहरा राज की ओर था। अब राज नीचे से अपना लण्ड नेहा की चूत में घुसाता है और चुदाई शुरू कर देता है।
नेहा- "अह.. अहह... हो आह्ह... अहह.."
राज नीचे से अपनी काली जांघे ऊपर-नीचे कर रहा था। नेहा बस पड़ी हई भी उसके ऊपर। राज एक बार के लिए नेहा के मासूम से खूबसूरत चेहरे को देखता है। चुदाई की संतुष्टि उसके चेहरे से साफ झलक रही थी। राज से रहा नहीं जाता है और वो नेहा के चेहरे को पकड़ लेता है। अपना चेहरा पकड़ने से नेहा उसकी तरफ देखती है। दोनों की नजरें आपस में मिल जाती हैं।