कर्नल राजेश को वाशरूम दिखा कर बाहर आ जाता है और राजेश लौट कर देखता है की उसका गिलास फिर से भरा हुआ है.
राजेश: अरे सर आपने फिर से मेरा पेग बना दिया.
लाला: बहुत दिन बाद कंपनी मिली है और तुम्हारे साथ बैठ कर लगता है की किसी पुराने दोस्त के साथ बैठा हूँ.
राजेश: हाँ ये तो है और आप भी बूढ़े लोगों जैसी बाते नहीं करते.
लाला: यार इतनी भी उम्र नहीं है मेरी की तुम बूढा कहो. हा हा हा.
राजेश का नशा अब काफी बढ़ चुका था. लेकिन वो पिए जा रहा था.
राजेश: आप अपनी वाइफ को काफी मिस करते हैं न.
लाला: हाँ बहुत ज्यादा. तुम दोनों को देख कर मुझे अपने दिन याद आ गए राजेश. मेरी वाइफ भी दिव्या की तरह बहुत सेक्सी थी. तुम बहुत लकी हो जो दिव्या जैसी वाइफ मिली लेकिन तुम ज्यादा बाहर मत रहा करो. सुन्दर बीवियां समय मांगती है. हा हा हा...
राजेश: ये सच है की मेरी जॉब की वजह से मुझे काफी बाहर रहना पड़ता है लेकिन दिव्या मुझे बहुत प्यार करती है. वैसे अजीब बात है. अभी जो लोग इस रूम में थे वो सब किसी न किसी वजह से अपने पार्टनर से दूर है. मैं और दिव्या मेरी जॉब की वजह से, आप की वाइफ नहीं रही और रेणुका का पति उसको छोड़ कर चला गया.
लाला: वैसे तुम्हे रेणुका की काफी फ़िक्र है क्यों. लगता है तुम्हे पसंद आ गयी है.
राजेश: नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है.
लाला: ओह कम्मोन यू कैन टेल मी. मैं कौन सा उससे कहने वाला हूँ.
राजेश: नहीं सर. उस वे में नहीं बोल रहा हूँ हालाँकि शी इस अ नाइस लेडी और मुझे लगता है की वो आपको काफी पसंद है.
लाला: अरे नहीं.
राजेश: झूठ मत बोलिए कर्नल साब. मैंने आपको किचन में रेणुका के बूब्स छूते देखा था.
लाला: अरे दरअसल हम दोनों ही अकेले हैं तो एक दुसरे के काम आ जाते है. जस्ट फ्रेंड्स विथ बेनिफिट और कुछ नहीं है.
राजेश: चलिए ये तो अच्छा है.
लाला: लेकिन वो तुमको भी काफी पसंद आ गयी है. तुम बार बार उसकी तरफ ही देख रहे थे और वो भी दिव्या जैसी सेक्सी वाइफ के होते हुए.
राजेश: वो काफी अट्रैक्टीव लग रही थी तो सोच रहा था की उसका हस्बैंड उसको क्यों छोड़ गया. बस और कुछ नहीं.
कर्नल बातों ही बातों में एक पेग और बना देता है और राजेश भी मना नहीं करता.
Adultery दिव्या का सफ़र
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
लाला: ये तो मुझे भी नहीं पता की क्यों छोड़ गया.
राजेश: आपके लिए तो अच्छा ही हुआ. आपके तो मजे हो गए. हा हा हा...
लाला: हा हा हा. ये तो है. शी इज अ बिच इन बेड. अगर वो तुम्हारे साथ सोये तो तुम्हे पता चलेगा की उसको हैंडल करना कितना मुश्किल है.
राजेश: नहीं कर्नल साब मैं तो दिव्या के साथ ही खुश हूँ और वो भी बेड में काफी एक्टिव रहती है.
लाला: अच्छा लेकिन दिव्या को देख कर तो ऐसा नहीं लगता. वो सेक्सी तो है लेकिन बिस्तर पर वो रेणुका का मुकाबला नहीं कर पायेगी.
राजेश: अरे सर मैं बता रहा हूँ न. कभी कभी तो मैं उसको मैच ही नहीं कर पाता. आप इमेजिन नहीं कर सकते की वो बेड में क्या क्या करती है.
लाला: तुम उसको मैच नहीं कर पाते मतलब?
राजेश: मतलब शायद उसको और ज्यादा सेक्स चाहिए होता है जो मैं दे नहीं पाता. शायद कभी कभी मुझे लगता है लेकिन उसने कभी कहा नहीं.
लाला: अरे घरेलु औरतें कुछ कहती नहीं है लेकिन तुमको ध्यान रखना चाहिए. कहीं वो बहक न जाए.
राजेश: कैसी बात करते है कर्नल साब. दिव्या इस लॉयल टू मी. शी इस नॉट अ व्होर लाइक रेणुका.
लाला: रेणुका भी कोई रंडी नहीं है लेकिन हर औरत के अन्दर एक रंडी होती है राजेश इसीलिए कहता हूँ की दिव्या के लिए एक डिलडो ले लो जिससे वो अपना अकेलापन दूर कर सके.
राजेश: कैसी बात करते है आप.
लाला: अरे मैं एक्सपीरियंस से कह रहा हूँ की दिव्या को अगर तुम ऐसा गिफ्ट दोगे तो वो बहुत खुश होगी. बीवियां कुछ कहती नहीं है लेकिन सेक्सी गिफ्ट्स उन्हें पसंद आते है.
राजेश: वो तो मैं देता रहता हूँ. आज ही एक बहुत सेक्सी नाईटी मैंने उसे गिफ्ट की है और वो वही पहन कर मेरा वेट कर रही होगी.
लाला: वाओ नाईटी मे तो दिव्या काफी हॉट लगती होगी.
राजेश: बिलकुल आखिर मेरी पसंद है. अब मुझे चलना चाहिए. काफी देर हो गयी है.
लाला: फिर तो मैं तुमको और नहीं रोकूंगा. जाओ और दिव्या के साथ मस्ती करो.
राजेश: आपके लिए तो अच्छा ही हुआ. आपके तो मजे हो गए. हा हा हा...
लाला: हा हा हा. ये तो है. शी इज अ बिच इन बेड. अगर वो तुम्हारे साथ सोये तो तुम्हे पता चलेगा की उसको हैंडल करना कितना मुश्किल है.
राजेश: नहीं कर्नल साब मैं तो दिव्या के साथ ही खुश हूँ और वो भी बेड में काफी एक्टिव रहती है.
लाला: अच्छा लेकिन दिव्या को देख कर तो ऐसा नहीं लगता. वो सेक्सी तो है लेकिन बिस्तर पर वो रेणुका का मुकाबला नहीं कर पायेगी.
राजेश: अरे सर मैं बता रहा हूँ न. कभी कभी तो मैं उसको मैच ही नहीं कर पाता. आप इमेजिन नहीं कर सकते की वो बेड में क्या क्या करती है.
लाला: तुम उसको मैच नहीं कर पाते मतलब?
राजेश: मतलब शायद उसको और ज्यादा सेक्स चाहिए होता है जो मैं दे नहीं पाता. शायद कभी कभी मुझे लगता है लेकिन उसने कभी कहा नहीं.
लाला: अरे घरेलु औरतें कुछ कहती नहीं है लेकिन तुमको ध्यान रखना चाहिए. कहीं वो बहक न जाए.
राजेश: कैसी बात करते है कर्नल साब. दिव्या इस लॉयल टू मी. शी इस नॉट अ व्होर लाइक रेणुका.
लाला: रेणुका भी कोई रंडी नहीं है लेकिन हर औरत के अन्दर एक रंडी होती है राजेश इसीलिए कहता हूँ की दिव्या के लिए एक डिलडो ले लो जिससे वो अपना अकेलापन दूर कर सके.
राजेश: कैसी बात करते है आप.
लाला: अरे मैं एक्सपीरियंस से कह रहा हूँ की दिव्या को अगर तुम ऐसा गिफ्ट दोगे तो वो बहुत खुश होगी. बीवियां कुछ कहती नहीं है लेकिन सेक्सी गिफ्ट्स उन्हें पसंद आते है.
राजेश: वो तो मैं देता रहता हूँ. आज ही एक बहुत सेक्सी नाईटी मैंने उसे गिफ्ट की है और वो वही पहन कर मेरा वेट कर रही होगी.
लाला: वाओ नाईटी मे तो दिव्या काफी हॉट लगती होगी.
राजेश: बिलकुल आखिर मेरी पसंद है. अब मुझे चलना चाहिए. काफी देर हो गयी है.
लाला: फिर तो मैं तुमको और नहीं रोकूंगा. जाओ और दिव्या के साथ मस्ती करो.
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
राजेश नशे में अपनी बीवी के बारे में कुछ ज्यादा ही खुलकर बोल रहा था जिससे कर्नल को बहुत मज़ा आ रहा था. उसने न चाहते हुए भी आखिर राजेश को जाने के लिए कह दिया लेकिन राजेश जैसे ही खड़ा हुआ लड़खड़ा कर वापस सोफे पर गिर गया और उसकी आँखे बंद होने लगी.
कर्नल को लगा की ये मौका है जब वो दिव्या को सेक्सी नाईटी में देख सकता है.
लाला: लगता है तुम्हे ज्यादा चढ़ गयी है. तुम यही सो जाओ. मैं जाकर दिव्या को बोल देता हूँ.
राजेश: नहीं कर्नल साब. मेरी जानू मेरा इंतज़ार कर रही होगी. मैं जाऊंगा.
लाला: ठीक है. मेरे साथ चलो. तुम्हे छोड़ आता हूँ.
कर्नल लाला राजेश को उठा कर उसका एक हाथ अपने कंधे पर रख लेता है और उसे चलने में हेल्प करता है. राजेश ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. कर्नल सोचता है की चलो इसको छोड़ने के बहाने ही दिव्या के सेक्सी अवतार का दीदार हो जायेगा.
कर्नल राजेश के फ्लैट की बेल बजाता है. दिव्या नाईटी पहन कर राजेश का इंतज़ार कर रही थी और गुस्सा हो रही थी की राजेश ने कितनी देर लगा दी है. दिव्या जल्दी से जाकर डोर खोल देती है.
कर्नल का मुंह खुला का खुला रह जाता है दिव्या को देख कर और दिव्या राजेश के साथ कर्नल को देख कर एकदम सकपका जाती है. उसे उम्मीद थी की राजेश अकेला होगा. वो फ़ौरन अन्दर जाने लगती है क्योंकि उसे कम कपड़ो में कर्नल के सामने आना अच्छा नहीं लगता लेकिन कर्नल उसे रोक देता है.
लाला: दिव्या प्लीज हेल्प मी. मैं अकेले राजेश को ज्यादा देर नहीं संभाल पाउँगा.
कर्नल को लगा की ये मौका है जब वो दिव्या को सेक्सी नाईटी में देख सकता है.
लाला: लगता है तुम्हे ज्यादा चढ़ गयी है. तुम यही सो जाओ. मैं जाकर दिव्या को बोल देता हूँ.
राजेश: नहीं कर्नल साब. मेरी जानू मेरा इंतज़ार कर रही होगी. मैं जाऊंगा.
लाला: ठीक है. मेरे साथ चलो. तुम्हे छोड़ आता हूँ.
कर्नल लाला राजेश को उठा कर उसका एक हाथ अपने कंधे पर रख लेता है और उसे चलने में हेल्प करता है. राजेश ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. कर्नल सोचता है की चलो इसको छोड़ने के बहाने ही दिव्या के सेक्सी अवतार का दीदार हो जायेगा.
कर्नल राजेश के फ्लैट की बेल बजाता है. दिव्या नाईटी पहन कर राजेश का इंतज़ार कर रही थी और गुस्सा हो रही थी की राजेश ने कितनी देर लगा दी है. दिव्या जल्दी से जाकर डोर खोल देती है.
कर्नल का मुंह खुला का खुला रह जाता है दिव्या को देख कर और दिव्या राजेश के साथ कर्नल को देख कर एकदम सकपका जाती है. उसे उम्मीद थी की राजेश अकेला होगा. वो फ़ौरन अन्दर जाने लगती है क्योंकि उसे कम कपड़ो में कर्नल के सामने आना अच्छा नहीं लगता लेकिन कर्नल उसे रोक देता है.
लाला: दिव्या प्लीज हेल्प मी. मैं अकेले राजेश को ज्यादा देर नहीं संभाल पाउँगा.
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
दिव्या को न चाहते हुए भी रुकना पड़ता है. दिव्या राजेश को दूसरी तरफ से सहारा देती है लेकिन वो शर्म से पानी पानी हुई जा रही है की वो इतने कम कपड़ो में किसी गैर मर्द के सामने खड़ी है. कर्नल मौके का फायदा उठाते हुए हाथ दिव्या के बूब के साइड में छुआ देता है. दिव्या के शरीर में एक करंट दौड़ जाता है.
दिव्या अपने बदन को बचाते हुए कर्नल के साथ राजेश को बेडरूम में ले जाती है और बेड पर लिटा देती है. लिटाते वक़्त दिव्या जैसे ही झुकती है उसकी नाईटी पीछे से और उठ जाती है और उसकी पेंटी कर्नल की आँखों के सामने आ जाती है. अब कर्नल से बर्दाश्त नहीं होता और वो दिव्या की गांड पर हल्के हाथ से मार देता है.
लाला: तुम्हे देख कर नहीं लगता दिव्या की तुम इतनी नॉटी ड्रेस भी पहन सकती हो.
दिव्या के माथे पर पसीना आ जाता है. उसको समझ ही नहीं आ रहा की वो ये आदमी क्या बोल रहा है और वो कैसे रियेक्ट करे. वो अपने बेडरूम में अधनंगी हालत में एक गैर मर्द के सामने खड़ी है और वो जा भी नहीं रहा. कर्नल दिव्या को परेशान देख कर माहौल हल्का करने के लिए कहता है.
लाला: ओह डोन्ट वरी दिव्या. मैं तो बस मजाक कर रहा था. मैं बहुत शर्मिंदा हूँ की मेरी वजह से तुम दोनों का आज का प्रोग्राम ख़राब हो गया. मुझे नहीं पता था की राजेश का स्टेमिना इतना कम है और वो ज्यादा देर टिक नहीं पाता.
दिव्या: आपको नहीं पता था लेकिन इनको तो पता था न. मैंने पहले ही कहा था की ये दो पेग भी झेल नहीं पाते.
लाला: सॉरी दिव्या. अच्छा मैं चलता हूँ. कभी भी किसी भी चीज की जरूरत हो तो संकोच मत करना. आधी रात को भी बुला सकती हो.
दिव्या: ओके अंकल.
कर्नल और कुछ नहीं करता और वहां से निकल जाता है. कर्नल के जाने के बाद दिव्या कई बार राजेश को हिलाती है लेकिन वो इतने नशे में था की एक बार आंख भी नहीं खोलता.
आखिर में थक कर दिव्या भी बेड पर बैठ जाती है. उसको समझ नहीं आता की वो अपनी प्यास कैसे बुझाये और कल तो राजेश जाने वाला था.
दिव्या अपने बदन को बचाते हुए कर्नल के साथ राजेश को बेडरूम में ले जाती है और बेड पर लिटा देती है. लिटाते वक़्त दिव्या जैसे ही झुकती है उसकी नाईटी पीछे से और उठ जाती है और उसकी पेंटी कर्नल की आँखों के सामने आ जाती है. अब कर्नल से बर्दाश्त नहीं होता और वो दिव्या की गांड पर हल्के हाथ से मार देता है.
लाला: तुम्हे देख कर नहीं लगता दिव्या की तुम इतनी नॉटी ड्रेस भी पहन सकती हो.
दिव्या के माथे पर पसीना आ जाता है. उसको समझ ही नहीं आ रहा की वो ये आदमी क्या बोल रहा है और वो कैसे रियेक्ट करे. वो अपने बेडरूम में अधनंगी हालत में एक गैर मर्द के सामने खड़ी है और वो जा भी नहीं रहा. कर्नल दिव्या को परेशान देख कर माहौल हल्का करने के लिए कहता है.
लाला: ओह डोन्ट वरी दिव्या. मैं तो बस मजाक कर रहा था. मैं बहुत शर्मिंदा हूँ की मेरी वजह से तुम दोनों का आज का प्रोग्राम ख़राब हो गया. मुझे नहीं पता था की राजेश का स्टेमिना इतना कम है और वो ज्यादा देर टिक नहीं पाता.
दिव्या: आपको नहीं पता था लेकिन इनको तो पता था न. मैंने पहले ही कहा था की ये दो पेग भी झेल नहीं पाते.
लाला: सॉरी दिव्या. अच्छा मैं चलता हूँ. कभी भी किसी भी चीज की जरूरत हो तो संकोच मत करना. आधी रात को भी बुला सकती हो.
दिव्या: ओके अंकल.
कर्नल और कुछ नहीं करता और वहां से निकल जाता है. कर्नल के जाने के बाद दिव्या कई बार राजेश को हिलाती है लेकिन वो इतने नशे में था की एक बार आंख भी नहीं खोलता.
आखिर में थक कर दिव्या भी बेड पर बैठ जाती है. उसको समझ नहीं आता की वो अपनी प्यास कैसे बुझाये और कल तो राजेश जाने वाला था.
- mastram
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
मस्त गरमा गर्म कहानी है भाई
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