Nice story... Keep it up dear.
updates awaited
Adultery दिव्या का सफ़र
- Dolly sharma
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
खूनी रिश्तों में प्यार बेशुमारRunning.....परिवार मे प्यार बेशुमारRunning..... वो लाल बॅग वाली Running.....दहशत complete..... मेरा परिवार और मेरी वासना Running..... मोहिनी Running....सुल्तान और रफीक की अय्याशी .....Horror अगिया बेतालcomplete....डार्क नाइटcomplete .... अनदेखे जीवन का सफ़र complete.....भैया का ख़याल मैं रखूँगी complete.....काला साया complete.....प्यासी आँखों की लोलुपता complete.....मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग complete......मासूम ननद complete
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
काफी टाइम दिव्या ऐसे ही बैठी रहती है फिर वो लैपटॉप ओन करती है लेकिन मनीष भी अब ऑनलाइन नहीं था. वो कंप्यूटर बंद करके लेट जाती है. उसे राजेश के ऊपर काफी गुस्सा आता है. वो जैसे ही सोने के लिए आँख बंद करती उसके सामने कर्नल का लंड आ जाता. फिर उसे याद आता है की कैसे कर्नल ने उसके बूब और गांड को छुआ था. ये सब सोच कर उसकी चूत की आग और भड़क जाती है.
जैसे तैसे दिव्या रात काटती है. कभी वो अपनी चूत सहलाती तो कभी राजेश का लंड. ऐसे ही रात बीत जाती है और सुबह उठ कर वो किचन में चली जाती है. थोड़ी देर में राजेश भी उठ जाता है. उसे रात की कोई बात याद नहीं है लेकिन उसे ये पता है की दिव्या बहुत नाराज़ होगी.
वो सीधा किचेन में जाकर दिव्या को पीछे से हग करता है.
राजेश: ओह जान गुड मोर्निंग.
दिव्या राजेश को अपने से दूर झटक देती है.
दिव्या: यहाँ क्या कर रहे हो. जाओ और जाकर और पीओ.
राजेश: सॉरी जान. मुझे पता ही नहीं चला की कब ज्यादा हो गयी अच्छा जरा वो नाईटी पहन कर दिखाओ न.
दिव्या: पहनी थी रात को लेकिन तुम्हे होश कहाँ था. अब नहीं पहनूंगी.
राजेश: कॉमऑन जान अभी मैं चला जाऊंगा. नाराज न हो.
दिव्या: तुमने तो घर को होटल ही समझ रखा है. जब मन करे आओ जब मन करे चले जाओ. मुझसे क्या कह रहे हो.
राजेश भी गुस्सा हो जाता है और दिव्या को छोड़ कर फ्रेश होने चला जाता है. कुछ देर में वो तैयार होकर आ जाता है और सोचता है की शायद दिव्या कुछ बोलेगी या मनायेगी पर दिव्या नहीं आती तो राजेश को और गुस्सा आ जाता है.
राजेश: मैं जा रहा हूँ.
दिव्या: हां हां जाओ. तुम्हे मेरी क्या फ़िक्र है.
राजेश: इस बार तो सारा समय तुम्हारे साथ ही रहा हूँ. सिर्फ कल गलती हुई है.
दिव्या चुप हो जाती है तो राजेश उसे हग करके बाहर निकल जाता है.
जैसे तैसे दिव्या रात काटती है. कभी वो अपनी चूत सहलाती तो कभी राजेश का लंड. ऐसे ही रात बीत जाती है और सुबह उठ कर वो किचन में चली जाती है. थोड़ी देर में राजेश भी उठ जाता है. उसे रात की कोई बात याद नहीं है लेकिन उसे ये पता है की दिव्या बहुत नाराज़ होगी.
वो सीधा किचेन में जाकर दिव्या को पीछे से हग करता है.
राजेश: ओह जान गुड मोर्निंग.
दिव्या राजेश को अपने से दूर झटक देती है.
दिव्या: यहाँ क्या कर रहे हो. जाओ और जाकर और पीओ.
राजेश: सॉरी जान. मुझे पता ही नहीं चला की कब ज्यादा हो गयी अच्छा जरा वो नाईटी पहन कर दिखाओ न.
दिव्या: पहनी थी रात को लेकिन तुम्हे होश कहाँ था. अब नहीं पहनूंगी.
राजेश: कॉमऑन जान अभी मैं चला जाऊंगा. नाराज न हो.
दिव्या: तुमने तो घर को होटल ही समझ रखा है. जब मन करे आओ जब मन करे चले जाओ. मुझसे क्या कह रहे हो.
राजेश भी गुस्सा हो जाता है और दिव्या को छोड़ कर फ्रेश होने चला जाता है. कुछ देर में वो तैयार होकर आ जाता है और सोचता है की शायद दिव्या कुछ बोलेगी या मनायेगी पर दिव्या नहीं आती तो राजेश को और गुस्सा आ जाता है.
राजेश: मैं जा रहा हूँ.
दिव्या: हां हां जाओ. तुम्हे मेरी क्या फ़िक्र है.
राजेश: इस बार तो सारा समय तुम्हारे साथ ही रहा हूँ. सिर्फ कल गलती हुई है.
दिव्या चुप हो जाती है तो राजेश उसे हग करके बाहर निकल जाता है.
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
बाहर निकलते ही राजेश को कर्नल लाला मिल जाता है.
लाला: और राजेश साहब चल दिए?
राजेश: जी कर्नल साब. वैसे रात में अगर कोई बदतमीजी हुई हो तो माफ़ी चाहता हूँ.
लाला: नॉट एट आल. अरे मुझे तो बहुत अच्छा लगा की तुमने कितनी इंटिमेट बातें शेयर की मेरे साथ. लगा की तुम मुझे अपना मानते हो.
राजेश: रियली. आई होप की कुछ गलत न कहा हो मैंने.
लाला: अपनी प्रॉब्लम शेयर करने में क्या गलत है. चलो मैं भी स्टेशन की तरफ जा रहा हूँ. तुम्हे ड्राप कर दूंगा.
राजेश: थैंक्यू कर्नल साब.
राजेश कर्नल की गाडी में बैठ कर स्टेशन की तरफ चल देता है.
लाला: एक रिक्वेस्ट है राजेश. मेरे और रेणुका के बारे में किसी को कुछ मत बताना. दिव्या को भी नहीं. कल काफी कुछ बोल गया मैं.
राजेश: डोन्ट वरी कर्नल साब. और सच तो ये है की कल रात की बातें मुझे ज्यादा कुछ याद नहीं है. मुझे तो डर है की मैंने कहीं कुछ उल्टा सीधा न बोल दिया हो.
लाला: नहीं नहीं ऐसा तो तुमने कुछ नहीं कहा हाँ लेकिन मैं कोशिश करता हूँ तुमने जो बोला था वो अगर मिल जाए तो.
राजेश: मैं ऐसा क्या बोला कर्नल साब. मुझे तो कुछ याद नहीं है.
लाला: ओह अच्छा तो फिर रहने दो. शायद नशे में कह दिया होगा.
राजेश: अरे बताइए तो कर्नल साब.
लाला: अरे तुमने अपनी वाइफ के लिए एक डिलडो अरेंज करने को बोला था. तुम कह रहे थे तुम्हारा जल्दी हो जाता है तो वो सेटीसफाइड नहीं होती.
राजेश के चेहरे पर एसी गाडी में भी पसीना आ जाता है. उसे बहुत शर्म आती है की उसने नशे में क्या बक दिया. उसे लगता है की उसने और न जाने क्या क्या बका होगा.
लाला: और राजेश साहब चल दिए?
राजेश: जी कर्नल साब. वैसे रात में अगर कोई बदतमीजी हुई हो तो माफ़ी चाहता हूँ.
लाला: नॉट एट आल. अरे मुझे तो बहुत अच्छा लगा की तुमने कितनी इंटिमेट बातें शेयर की मेरे साथ. लगा की तुम मुझे अपना मानते हो.
राजेश: रियली. आई होप की कुछ गलत न कहा हो मैंने.
लाला: अपनी प्रॉब्लम शेयर करने में क्या गलत है. चलो मैं भी स्टेशन की तरफ जा रहा हूँ. तुम्हे ड्राप कर दूंगा.
राजेश: थैंक्यू कर्नल साब.
राजेश कर्नल की गाडी में बैठ कर स्टेशन की तरफ चल देता है.
लाला: एक रिक्वेस्ट है राजेश. मेरे और रेणुका के बारे में किसी को कुछ मत बताना. दिव्या को भी नहीं. कल काफी कुछ बोल गया मैं.
राजेश: डोन्ट वरी कर्नल साब. और सच तो ये है की कल रात की बातें मुझे ज्यादा कुछ याद नहीं है. मुझे तो डर है की मैंने कहीं कुछ उल्टा सीधा न बोल दिया हो.
लाला: नहीं नहीं ऐसा तो तुमने कुछ नहीं कहा हाँ लेकिन मैं कोशिश करता हूँ तुमने जो बोला था वो अगर मिल जाए तो.
राजेश: मैं ऐसा क्या बोला कर्नल साब. मुझे तो कुछ याद नहीं है.
लाला: ओह अच्छा तो फिर रहने दो. शायद नशे में कह दिया होगा.
राजेश: अरे बताइए तो कर्नल साब.
लाला: अरे तुमने अपनी वाइफ के लिए एक डिलडो अरेंज करने को बोला था. तुम कह रहे थे तुम्हारा जल्दी हो जाता है तो वो सेटीसफाइड नहीं होती.
राजेश के चेहरे पर एसी गाडी में भी पसीना आ जाता है. उसे बहुत शर्म आती है की उसने नशे में क्या बक दिया. उसे लगता है की उसने और न जाने क्या क्या बका होगा.
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
लाला: अरे यार परेशान क्यों हो रहे हो. हम दोस्त है तो मुझसे शर्माने की कोई जरूरत नहीं है और तुम्हारी जगह कोई भी होता तो उसको भी ऐसी ही प्रॉब्लम होती.
राजेश: ऐसा क्यों कर्नल साब.
लाला: अरे भाई तुम्हारी बीवी है ही इतनी सुन्दर और तुम उससे इतना समय अलग रहते हो. और चिंता न करो. ये बात सिर्फ मेरे तक ही रहेगी.
राजेश: थैंक्स कर्नल साब.
लाला: लेकिन तुम दिव्या की बहुत फ़िक्र करते हो यार तभी तो तुमने उसके लिए डिलडो लेने की सोची. अगर वो संतुष्ट रहेगी तो अच्छा ही है.
राजेश: डिलडो वाली बात मुझे तो याद नहीं कर्नल साब और दिव्या भी इसके लिए नहीं मानेगी तो आप रहने ही देना.
लाला: अरे दिव्या अपने मुंह से थोड़ी न कुछ कहेगी बल्कि पूछोगे तो मना ही करेगी. हां दे दोगे तो यूज़ जरूर करेगी.
राजेश: नहीं कर्नल साब. कितना अजीब है की मैं उसको ऐसी चीज गिफ्ट में दूं.
लाला: अरे मेरा एक दोस्त है जो ये मंगवा देगा तुम्हारे लिए. किसी को क्या पता चलेगा की तुम दिव्या को क्या दे रहे हो.
राजेश: लेकिन आपका फ्रेंड?
लाला: अरे उसे थोड़ी ही बताऊंगा की किसके लिए मंगवाया है. किसी को पता नहीं चलेगा.
तभी स्टेशन आ जाता है और राजेश बिना कुछ बोले गाडी से उतर जाता है.
राजेश: थैंक्स कर्नल साब.
लाला: थैंक्स की क्या बात है और मेरे और रेणुका के बारे में दिव्या से मत कहना.
राजेश को लगता है की वो कर्नल का राजदार बन गया है लेकिन ये राजेश का भरोसा जीतने के लिए कर्नल की चाल थी.
राजेश: ऐसा क्यों कर्नल साब.
लाला: अरे भाई तुम्हारी बीवी है ही इतनी सुन्दर और तुम उससे इतना समय अलग रहते हो. और चिंता न करो. ये बात सिर्फ मेरे तक ही रहेगी.
राजेश: थैंक्स कर्नल साब.
लाला: लेकिन तुम दिव्या की बहुत फ़िक्र करते हो यार तभी तो तुमने उसके लिए डिलडो लेने की सोची. अगर वो संतुष्ट रहेगी तो अच्छा ही है.
राजेश: डिलडो वाली बात मुझे तो याद नहीं कर्नल साब और दिव्या भी इसके लिए नहीं मानेगी तो आप रहने ही देना.
लाला: अरे दिव्या अपने मुंह से थोड़ी न कुछ कहेगी बल्कि पूछोगे तो मना ही करेगी. हां दे दोगे तो यूज़ जरूर करेगी.
राजेश: नहीं कर्नल साब. कितना अजीब है की मैं उसको ऐसी चीज गिफ्ट में दूं.
लाला: अरे मेरा एक दोस्त है जो ये मंगवा देगा तुम्हारे लिए. किसी को क्या पता चलेगा की तुम दिव्या को क्या दे रहे हो.
राजेश: लेकिन आपका फ्रेंड?
लाला: अरे उसे थोड़ी ही बताऊंगा की किसके लिए मंगवाया है. किसी को पता नहीं चलेगा.
तभी स्टेशन आ जाता है और राजेश बिना कुछ बोले गाडी से उतर जाता है.
राजेश: थैंक्स कर्नल साब.
लाला: थैंक्स की क्या बात है और मेरे और रेणुका के बारे में दिव्या से मत कहना.
राजेश को लगता है की वो कर्नल का राजदार बन गया है लेकिन ये राजेश का भरोसा जीतने के लिए कर्नल की चाल थी.
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Re: Adultery दिव्या का सफ़र
राजेश के जाने के बाद दिव्या को थोडा बुरा लगता है की जाने के समय उसने राजेश से खामखा झगडा किया तो वो राजेश को एक सॉरी का मेसेज लिख कर स्कूल के लिए तैयार हो जाती है. आज भी वो एक अप्सरा की तरह दिख रही थी.
दिव्या को स्कूल के गेट पर देख कर सलमान हलकी स्माइल पास करता है लेकिन दिव्या उसे इगनोर करके अन्दर चली जाती है.
क्लास में दिव्या को देख कर मनीष भी काफी खुश हो जाता है लेकिन दिव्या उसे भी इग्नोर करती है. आधा दिन ऐसे ही कट जाता है और लंच टाइम में जब दिव्या स्टाफ रूम की तरफ जाती है तो सामने से मदन आ जाता है. मदन की हिम्मत नहीं होती की वो दिव्या से कुछ कहे लेकिन वो झापड़ याद आते ही उसके तन बदन में आग लग जाती है.
मदन ऑफिस में जाकर सलमान को बुलाता है.
सलमान: आपने बुलाया था सर.
मदन: और कितना टाइम लगेगा दिव्या को सेट करने में.
सलमान: सर आप भरोसा रखिये. इस सब में थोडा टाइम तो लगता ही है.
मदन: नहीं सलमान अब मैं और इंतज़ार नहीं कर सकता. मुझे वो अपने नीचे चाहिए.
सलमान: सर अगर इतनी जल्दी है तो जैसा मैं कहूं वैसा आप करेंगे क्या?
मदन: अगर दिव्या की मिल जाए तो जो तू बोले वो करूंगा.
सलमान मदन को अपना प्लान बताता है. काफी देर तक दोनों के बीच बात होती है और अंत में मदन कहता है.
मदन: ठीक है सलमान. तुमने जैसा बोला है मैं वैसा करूंगा पर काम होना चाहिए लेकिन जो करना जल्दी करना. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता.
सलमान: फ़िक्र न करें सर. आपको दिव्या मैडम की चूत जल्द ही मिलेगी बस मेरा थोडा ख्याल रखना. आप चाहो तो रश्मि मैडम या पूजा को भेज दूं आपकी सेवा करने.
मदन: नहीं अब तो बस दिव्या की ही फाड़नी है. तुम जाओ और दिव्या को मेरे पास भेज दो.
दिव्या को स्कूल के गेट पर देख कर सलमान हलकी स्माइल पास करता है लेकिन दिव्या उसे इगनोर करके अन्दर चली जाती है.
क्लास में दिव्या को देख कर मनीष भी काफी खुश हो जाता है लेकिन दिव्या उसे भी इग्नोर करती है. आधा दिन ऐसे ही कट जाता है और लंच टाइम में जब दिव्या स्टाफ रूम की तरफ जाती है तो सामने से मदन आ जाता है. मदन की हिम्मत नहीं होती की वो दिव्या से कुछ कहे लेकिन वो झापड़ याद आते ही उसके तन बदन में आग लग जाती है.
मदन ऑफिस में जाकर सलमान को बुलाता है.
सलमान: आपने बुलाया था सर.
मदन: और कितना टाइम लगेगा दिव्या को सेट करने में.
सलमान: सर आप भरोसा रखिये. इस सब में थोडा टाइम तो लगता ही है.
मदन: नहीं सलमान अब मैं और इंतज़ार नहीं कर सकता. मुझे वो अपने नीचे चाहिए.
सलमान: सर अगर इतनी जल्दी है तो जैसा मैं कहूं वैसा आप करेंगे क्या?
मदन: अगर दिव्या की मिल जाए तो जो तू बोले वो करूंगा.
सलमान मदन को अपना प्लान बताता है. काफी देर तक दोनों के बीच बात होती है और अंत में मदन कहता है.
मदन: ठीक है सलमान. तुमने जैसा बोला है मैं वैसा करूंगा पर काम होना चाहिए लेकिन जो करना जल्दी करना. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता.
सलमान: फ़िक्र न करें सर. आपको दिव्या मैडम की चूत जल्द ही मिलेगी बस मेरा थोडा ख्याल रखना. आप चाहो तो रश्मि मैडम या पूजा को भेज दूं आपकी सेवा करने.
मदन: नहीं अब तो बस दिव्या की ही फाड़नी है. तुम जाओ और दिव्या को मेरे पास भेज दो.