मै: मैं क्या कर सकता हूँ
मुझे समझ में नहीं आ रहा था की ये सुबह से पीने का असर था या पोर्न मूवी देखने का या अफजल लाला की बातों का लेकिन मैं दीदी को लाला के मोटे लंड से चुदते हुए देखना चाहता था. मैने अफजल की तरफ देखा. वो आज पूरे जोश में था. जो आग पिछले ८ साल से उसके सीने में लगी थी वो आज भड़क गयी थी. मैंने सोचा की उसकी और दीदी की उम्र में करीब २० साल का अंतर होगा तो रश्मी दीदी मानेगी कैसे.
माना की लाला की बॉडी एकदम पहलवान जैसी थी लेकिन फिर भी मेरी बहन इससे कभी नहीं फसेंगी. दीदी को तो जब चाहे अपनी उम्र के ही एक से एक अच्छे लड़के मिल जायेंगे.
लेकिन उन लडको का लंड क्या अफजल लाला जैसा कड़क होगा. ऐसा लंड तो बिरले ही किसी का होता है. इतना बड़ा लंड दीदी कैसे अपने चूत में ले पायेगी. वैसे पोर्न एक्ट्रेस ने तो ले लिया अंदर आसानी से लेकिन वो प्रोफेशनल है. मेरी दीदी तो शायद अभी तक किसी से चुदी भी नहीं है. मैं यही सब सोच रहा था की अफजल ने मुझे हिलाया तो मेरे मुह से दुबारा निकला...
मै : मैं कैसे मदद करू…
लाला : तुम तैयार हो न मदद करने के लिए…
मै : हाँ लेकिन करना क्या है…
लाला : बस जब तुम तैयार हो तो मेरे पास बहुत से प्लान है लकिन क्या तुम देखोगे या खुद भी चोदना चाहते हो अपनी दीदी को…
मै : वो कैसे पॉसिबल है लाला भाई. रश्मि दीदी मुझसे कैसे चूदवायेगी…
लाला : तुम आम खाओ. गुठलीयां मत गिनो…
अफजल ने मुझसे अपना प्लान बताया. उसका पूरा प्लान सुनकर मैं दंग रह गया.
मै: लेकिन लाला भाई इसमे तो फँसने का डर है…
लाला : कुछ नहीं होगा. चिंता मत कर. अब जा और जैसा बोला है वैसा ही करना.
मै मन ही मन सोचने लगा की कैसे ये सब होगा. लेकिन मुझे अफजल लाला के कॉन्फिडेंस पे भरोसा हो रहा था. मैं मन में उसके प्लान के बारे में सोचते हुए अपने फ्लैट में आ गया…
जैसे ही मै अपने फ्लैट में आया तो देखा की रश्मी दीदी के रूम की लाइट जल रही थी. मैंने अंदर जा के देखा तो दीदी अभी भी बेड पे लेट के लैपटॉप पे काम कर रही थी
मै : दीदी सोयी नहीं अभी तक…
रश्मी दीदी पलटी जिससे उनकी टी शर्ट से चूचो का कुछ पार्ट मेरे आँखों के सामने आ गया.
रश्मी दीदी : सो जाउँगी. ये पेपर कल देने थे तो इसी में लग गयी थी. पूरे हो गए हैं बस एक बार चेक कर लूं तो सो जाऊं.
मैने अपनी आँखे उनके बूब्स से हटा ली और बोला ठीक है दीदी जल्दी सो जाना. सुबह भी आपको जल्दी उठना होता है.
रश्मी दीदी: ठीक है. बाहर का डोर लॉक कर दे. चल गूड़ नाईट
मैं : ठीक है दीदी. गुड नाईट
मै वापस अपने कमरे में आ गया. थोड़ी देर में लाला का फ़ोन आया मेरे मोबाइल पर.
लाला : सो गए क्या?
मै : नहीं… जाग रहा हुँ…
लाला : और रश्मी सो गयी…
मै : नहीं वो अभी कुछ देर में सोयेगी…
लाला : ठीक है. बता देना चलो गुड नाईट…
Incest दीदी की सेटिंग
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
फिर उसने फ़ोन कट कर दिया और मैं मन ही मन सोचने लगा की क्या मुझे ये करना चाहिए या नहीं. कहीं हम फंस तो नहीं जायेंगे और अगर अफजल लाला दीदी को चोदने में सफल हो गया तो उसका ९ इंच का लंड दीदी के चूत में कैसे जायेगा और जब जायेगा तो दीदी कितना चिल्लाएगी या फिर दीदी को मजा आएगा.
यही सोचते सोचते मैंने घडी देखी. ११:४५ हुआ था. मैं उठा और रश्मि दीदी के बेडरूम में जाकर देखा. रश्मी दीदी सो रही थी. उनके रूम की लाइट भी बंद थी.
मै वापस अपने कमरे में आया और लाला को फ़ोन किया की रश्मी दीदी सो चुकी है. लाला ने बोला की दरवाजा खोलो. मैंने जाकर दरवाजा खोला और लाला का इंतज़ार करने लगा. २ मिनट बाद लाला आ गया. ड्राइंग रूम के अंदर आकर लाला ने अपने चेहरे को एक काले नकाब से ढक लिया और अपने जेब से एक पिस्तौल निकाल ली.
हम दोनों दीदी के कमरे में आ गए. अंधेरे में हमें दिखा की रश्मी दीदी बेड पे लेटी हुयी सो रही थी. उन्होंने कपडे बदल कर एक लूज पेंट और टॉप पहन लिया था. लाला ने मेरे सर के ऊपर पिस्तोल लगा दी और मुझे बोला की रश्मी को जगाओ
मै : दीदी… दीदी…
यही सोचते सोचते मैंने घडी देखी. ११:४५ हुआ था. मैं उठा और रश्मि दीदी के बेडरूम में जाकर देखा. रश्मी दीदी सो रही थी. उनके रूम की लाइट भी बंद थी.
मै वापस अपने कमरे में आया और लाला को फ़ोन किया की रश्मी दीदी सो चुकी है. लाला ने बोला की दरवाजा खोलो. मैंने जाकर दरवाजा खोला और लाला का इंतज़ार करने लगा. २ मिनट बाद लाला आ गया. ड्राइंग रूम के अंदर आकर लाला ने अपने चेहरे को एक काले नकाब से ढक लिया और अपने जेब से एक पिस्तौल निकाल ली.
हम दोनों दीदी के कमरे में आ गए. अंधेरे में हमें दिखा की रश्मी दीदी बेड पे लेटी हुयी सो रही थी. उन्होंने कपडे बदल कर एक लूज पेंट और टॉप पहन लिया था. लाला ने मेरे सर के ऊपर पिस्तोल लगा दी और मुझे बोला की रश्मी को जगाओ
मै : दीदी… दीदी…
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
रश्मी दीदी कच्ची नींद में थी. मेरी आवाज सुनकर उठ गई और अपने बेड के पास में जो स्विच था उसको ऑन किया और कमरे में उजाला हो गया. दीदी ने जैसे ही ये देखा की कोई आदमी ब्लैक कपडे और नकाब में मेरे सर के ऊपर गन लगाए हुए है वो डर गयी. वो चीखने ही वाली थी तभी लाला ने धमकी दी.
लाला: (अपनी आवाज को थोड़ा भारी बनाते हुए) अगर तुमने शोर किया तो तुम्हारे भाई के सर में गोली मार दूँगा
रश्मी दीदी: नही. नही. मैं शोर नहीं मचाउंगी… तुम्हे जो चाहिए ले लो… लेकिन मेरे भाई को कुछ मत करना
लाला: ये हुयी न बात. अब जैसा जैसा मैं कहता हूँ करती जाओ
रश्मी दीदी: क्या करना है…
लाला: छमिया तुम्हे देख के मेरा मन बदल गया. अब मैं कुछ और लूटूंगा
रश्मी दीदी: क्या…
मै ये सब कुछ देख रहा था और खुश भी हो रहा था की लाला की चाल कामयाब हो रही है
लाला: जरा मेरे पास आओ फिर बताता हूँ
रश्मी दीदी कुछ समझ नहीं पा रही थी लेकिन वो लाला के पास गयी. लाला ने एक हाथ में पकडे अपने गन को मेरे सर से सटाए रखा और जैसे ही रश्मी दीदी उनके नजदीक आयी वो अपने दूसरे हाथ से दीदी की चूचियों को बारी बारी से दबाने लगा.
रश्मी दीदी ने उसका हाथ झटक दिया और ग़ुस्से से बोली: ये क्या बत्तमीजी है
लाला: मैं तुझसे तमीज सीखने नहीं आया हूँ साली. चुपचाप मेरे पास आ जा वरना तेरे भाई का भेजा निकल दूँगा
मै अपनी रोनी सुरत बना के वहां खडा था और सोच रहा था की क्या रश्मी दीदी लाला की बात मानेंगी?
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
पर रश्मी दीदी मजबूर थी लाला की बात मानने के लिये. वो वापस अफजल लाला के पास आकर खड़ी हो गयी और अपने मम्मे उससे दबवाने लगी. मुझे तो अपनी ऑखों पे विश्वास ही नहीं हो रहा था की क़ैसे एक ही दिन के अंदर लाला ने मुझे ऐसा बदल दिया की मैंने दीदी की सेटिंग कर दी लाला के साथ.
अफजल ने कुछ देर तक दीदी के चूचियों को कपडे के ऊपर से दबाया फिर उनका मन हुआ की अब उसकी नंगी चूचियों को दबाये.
लाला : चलो अपने टॉप को बाहर निकालो…
रश्मी दीदी हाथ जोड कर लाला से रिक्वेस्ट करने लगी…
रश्मी दीदी: प्लीज…इसके सामने ऐसा मत करो…ये मेरा छोटा भाई है.
मुझे लगा की दीदी शायद लाला को मुझे बाहर भेजने को कह रही है लेकिन आज वो मजबूर थी लाला के हर बात को मानने के लिये.
लाला : मैंने अभी समझया था न मुझे नखरे नहीं चाहिए. चल कपडे उतार वरना...
रश्मी दीदी को मजबूरन अपने टॉप को निकालना पड़ा. ओह उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और मेरे ऑंखों के सामने मेरी बहन के शानदार मम्मे पूरी तरह से नंगे थे.
मैने दीदी को दिखाने के लिए अपनी नजर नीचे कर ली लेकिन चोर नजरों से मैं उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को निहार रहा था.
रश्मी दीदी ने अपने हाथो से अपने बड़े बड़े मम्मे को छूपाने की काफी कोशिश की लेकिन लाला ने उनका हाथ हटा दिया और उनकी दोनों बड़ी बडी नंगी चूचियों को अपने एक हाथ से बारी बारी से दबाने लगा. बीच बीच में वो रश्मी दीदी की चूचि के निप्पल को भी दबा रहा था. दीदी के निप्पल गुलाबी और भूरे रंग के बीच के कलर के थे और काफी मनमोहक लग रहे थे.
लाला ने तभी मेरी तरफ देखा कि मेरी नजर नीचे झुकी हुयी है तो अपने प्लान के मुताबिक बोला
अफजल ने कुछ देर तक दीदी के चूचियों को कपडे के ऊपर से दबाया फिर उनका मन हुआ की अब उसकी नंगी चूचियों को दबाये.
लाला : चलो अपने टॉप को बाहर निकालो…
रश्मी दीदी हाथ जोड कर लाला से रिक्वेस्ट करने लगी…
रश्मी दीदी: प्लीज…इसके सामने ऐसा मत करो…ये मेरा छोटा भाई है.
मुझे लगा की दीदी शायद लाला को मुझे बाहर भेजने को कह रही है लेकिन आज वो मजबूर थी लाला के हर बात को मानने के लिये.
लाला : मैंने अभी समझया था न मुझे नखरे नहीं चाहिए. चल कपडे उतार वरना...
रश्मी दीदी को मजबूरन अपने टॉप को निकालना पड़ा. ओह उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और मेरे ऑंखों के सामने मेरी बहन के शानदार मम्मे पूरी तरह से नंगे थे.
मैने दीदी को दिखाने के लिए अपनी नजर नीचे कर ली लेकिन चोर नजरों से मैं उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को निहार रहा था.
रश्मी दीदी ने अपने हाथो से अपने बड़े बड़े मम्मे को छूपाने की काफी कोशिश की लेकिन लाला ने उनका हाथ हटा दिया और उनकी दोनों बड़ी बडी नंगी चूचियों को अपने एक हाथ से बारी बारी से दबाने लगा. बीच बीच में वो रश्मी दीदी की चूचि के निप्पल को भी दबा रहा था. दीदी के निप्पल गुलाबी और भूरे रंग के बीच के कलर के थे और काफी मनमोहक लग रहे थे.
लाला ने तभी मेरी तरफ देखा कि मेरी नजर नीचे झुकी हुयी है तो अपने प्लान के मुताबिक बोला
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
लाला : और लौंडे तेरा मन नहीं कर रहा है ऐसी चूचियों को दबाने को
रश्मी दीदी: वो मेरा छोटा भाई है
लाला : कोई बात नहीं. बड़ी बहिन माँ जैसी होती है न और बेटे को तो दूध पीने का हक़ है न.
रश्मी दीदी: नही. प्लीज ऐसा मत करो. तुम्हे जो करना है कर लो, उसे बाहर भेज दो.
लाला: साली रांड. नाटक करती है. अब देख मैं क्या करता हूँ. चल साले जाकर अपनी दीदी का दूध पी.
लाला ने मुझे थोडा सा धक्का दिया. मुझे ये सारा ड्रामा पता था इसलिए मैं केबल एक्टिंग कर रहा था. मैं धीरे से दीदी की तरफ बढा और रश्मी दीदी को बोला...
मै: सॉरी दीदी…क्या करु
रश्मी दीदी को लगा की ये आदमी बहुत खतरनाक है साइको टाइप का पर वो क्या बोलती.
तब तक लाला दुबारा से दहाडा चल जल्दी कर. मै आगे बढा और अपना हाथ धीरे से दीदी की चूचियों पे रखा. रश्मी दीदी ने अपनी आंखे बंद कर ली.
लाला: अबे सहला क्या रहा है. मुह में ले उसे और चूस जैसे बच्चे चूसते है. चूस अपनी बहन के निप्पल.
मैने लाला की बात सुनी और अपना मुह दीदी की चूचियों से लगा दिया. मुझे तो ऐसे लग रहा था जैसे मैं आसमान में उड रहा हूँ. आज तक मैंने रश्मी दीदी की चूचियां केवल कपडे में या कम से कम ब्रा में देखी थी लेकिन आज वो चूचियां मेरी ऑंखों के सामने नंगी थी और मैं अपना मुह लगाये उन्हें चूस रहा था.
मेरा मुह जैसे ही दीदी की चूचियों से लगा मेरे पूरी तरह से खडे लंड ने एक जोर का झटका मारा. रश्मि दीदी भी सिसकने लगी. ये सिसकियाँ दुःख की बजह से नहीं बल्कि मस्ती की बजह से थी. उन्हें धीरे धीरे अच्छा लग रहा था.
इधर लाला ने अपना मोबाइल निकाला और कैमरा ऑन करके रिकॉर्ड करने लगा.
रश्मी दीदी: वो मेरा छोटा भाई है
लाला : कोई बात नहीं. बड़ी बहिन माँ जैसी होती है न और बेटे को तो दूध पीने का हक़ है न.
रश्मी दीदी: नही. प्लीज ऐसा मत करो. तुम्हे जो करना है कर लो, उसे बाहर भेज दो.
लाला: साली रांड. नाटक करती है. अब देख मैं क्या करता हूँ. चल साले जाकर अपनी दीदी का दूध पी.
लाला ने मुझे थोडा सा धक्का दिया. मुझे ये सारा ड्रामा पता था इसलिए मैं केबल एक्टिंग कर रहा था. मैं धीरे से दीदी की तरफ बढा और रश्मी दीदी को बोला...
मै: सॉरी दीदी…क्या करु
रश्मी दीदी को लगा की ये आदमी बहुत खतरनाक है साइको टाइप का पर वो क्या बोलती.
तब तक लाला दुबारा से दहाडा चल जल्दी कर. मै आगे बढा और अपना हाथ धीरे से दीदी की चूचियों पे रखा. रश्मी दीदी ने अपनी आंखे बंद कर ली.
लाला: अबे सहला क्या रहा है. मुह में ले उसे और चूस जैसे बच्चे चूसते है. चूस अपनी बहन के निप्पल.
मैने लाला की बात सुनी और अपना मुह दीदी की चूचियों से लगा दिया. मुझे तो ऐसे लग रहा था जैसे मैं आसमान में उड रहा हूँ. आज तक मैंने रश्मी दीदी की चूचियां केवल कपडे में या कम से कम ब्रा में देखी थी लेकिन आज वो चूचियां मेरी ऑंखों के सामने नंगी थी और मैं अपना मुह लगाये उन्हें चूस रहा था.
मेरा मुह जैसे ही दीदी की चूचियों से लगा मेरे पूरी तरह से खडे लंड ने एक जोर का झटका मारा. रश्मि दीदी भी सिसकने लगी. ये सिसकियाँ दुःख की बजह से नहीं बल्कि मस्ती की बजह से थी. उन्हें धीरे धीरे अच्छा लग रहा था.
इधर लाला ने अपना मोबाइल निकाला और कैमरा ऑन करके रिकॉर्ड करने लगा.