वासना के सौदागर

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mastram
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Re: वासना के सौदागर

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Part 23
परवेज़ सोनाली के निर्वस्त्र खूबसूरत बदन को गोल गोल घूमते हुए देख रहा था। दोनों हाथ ऊपर उठे होने की वजह से उसके सीने के मस्त मम्मे एकदम टाइट हो गए थे। इससे पहले कि परवेज़ कुछ और करता, उसके दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी।
रात के 11 बजे थे। परवेज़ को समझ नही आया कि इस समय कौन आया होगा। हिना और सलीम तो आम तौर पर इस समय तक सो जाते हैं। मम्मी पापा भी 9 बजे ही सो जाते हैं।
जब दरवाज़े पर दुबारा दस्तक हुई तो परवेज़ ने सोनाली से सख्त आवाज़ में कहा : तू अपने खूबसूरत बदन को बिना रुके ऐसे ही घुमाती रह
यह कहकर वह दरवाज़ा खोलने के लिए बढ़ा लेकिन दरवाज़ा खोलने से रोकते हुए सोनाली उझसे बोली : प्लीज़ मुझे कपड़े पहनने दीजिये। बाहर पता नही कौन है ?
परवेज़ : ऐसे ही नंगी होकर नाचती रह रंडी, सेक्सी लग रही है। मुझसे मिलने जो भी आया है, उसे भी यह मालूम होना चाहिये कि तेरी मेरे आगे क्या औकात है ।
यह कहक़र परवेज़ ने अपने कमरे का दरवाजा खोल दिया
दरवाज़ा खोलते ही परवेज़ का बड़ा भाई सलीम एक कैमरा हाथ मे लेकर अंदर आ गया और कमरे के दरवाजे को अंदर से बंद करता हुआ बोला : भाई, मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, जब से मैंने इस चिकनी को देखा है, मेरा लण्ड बेकाबू हुए जा रहा है।
सोनाली उन दोनों को एक साथ देखकर एकदम सकपका गई और शर्माकर अपने कपड़े पहनने लगी।
परवेज़ ने उसे डांटते हुए कहा : तुझसे कपड़े पहनने के लिए किसने कहा साली ? जब तक मैं ना कहूँ अपने हाथ ऊपर उठाकर गोल गोल घूमती रह। चल शुरू हो जा।
सोनाली हाथ ऊपर उठाएं बेबस होकर अपने खूबसूरत सेक्सी कोरे बदन को घुमा घुमाकर उसकी नुमायश करने लगी।
सलीम और परवेज़ सोफे पर बैठकर उसका यह सेक्सी शो देखने लगे
सलीम अपने साथ लाये कैमरे में सोनाली के इस सेक्सी शो का वीडियो बनाते हुए कहने लगा : साली एकदम मस्त माल है, तूने अभी तक इसे चखा है या अभी तक इसके मस्त बदन की नुमायश देखकर ही अपना मन बहला रहा है ?
परवेज़ : नही भाई, अपना लण्ड तो मैं इससे शादी के पहले ही चुसवा चुका हूं।बहुत मस्त लंड चूसती है यह रंडी
जिस तरह से सलीम और परवेज़ सोनाली के नंगे बदन को देखकर उसके बारे में भद्दी बातें कर रहे थे, उसकी वजह से सोनाली का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो गया था। उसने कभी यह कल्पना भी नही की थी कि सुहागरात वाले दिन ही उसे दोनों भाईयों के सामने इस तरह से अपने नंगे बदन की नुमायश करनी पड़ेगी।
सलीम लगातार वीडियो बना रहा था और बोल रहा था : क्या गज़ब का माल है- केले जैसी चिकनी जाँघे, सुडौल नितंब, पतली चिकनी क़मर, समतल चिकना पेट और मक्खन मलाई जैसे मम्मे। ऐसी खूबसूरत और सेक्सी लड़कियाँ हमारे जैसे दबंग लौंडों को खुश करने के लिए ही पैदा होती हैं।
सोनाली ने अब अपने बदन को गोल गोल घुमाना बंद कर दिया और बोली : अब मैं बहुत थक गई हूं। मुझसे खड़ा भी नही हुआ जा रहा है।
यह कहकर वह कमरे के फर्श पर ही सलीम और परवेज़ के पैरों के पास बैठ गई।
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part-24
सलीम का लण्ड खड़ा हो चुका था। उसने परवेज़ से कहा : भाई जरा तुम यह कैमरा पकड़कर वीडियो बनाओ। मैं कुछ देर इस चिकनी के साथ मज़े लेना चाहता हूं।
परवेज़ कैमरा हाथ मे पकड़कर बैठ गया और सलीम के अगले कदम का इंतज़ार करने लगा।
सलीम काले रंग के नुकीले जूते पहने हुआ था। उसने अपने पैरों के पास बैठी निर्वस्त्र सोनाली की तरफ देखा। सोनाली ने शर्म की वजह से अपना चेहरा झुकाया हुआ था और वह उन दोनों से ही अपनी नज़रें बचा रही थी।
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली की ठोड़ी के नीचे रखकर उसके चेहरे को ऊपर उठाया और बोला : मेरी तरफ देख और जो मैं कहूँ चुपचाप वही करती जा
सोनाली सलीम की तरफ देखने लगी
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली के चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। चेहरे पर काफी देर तक जूते की नोक फिराने के बाद सलीम ने अब अपने जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराना शुरू कर दिया। परवेज़ लगातार इस सारे खेल की वीडियो बना रहा था।
सलीम जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराते फिराते अचानक उझसे कड़क आवाज़ में बोला : मुंह खोल और जूते की नोक को मुंह मे लेकर अपनी जीभ से चाट।
सोनाली को अब लग रहा था कि अब कुछ पानी सर के ऊपर से निकल रहा है, उसने अपना सर हिलाते हुए सलीम की बात को मानने से मना कर दिया और अपने हाथ से उसके जूते की नोक को अपने चेहरे से हटा दिया।
परवेज़ और सलीम को सोनाली की इस हिमाकत पर गुस्सा तो काफी आया लेकिन सलीम ने परवेज़ की तरफ देखकर हंसते हुए कहा : भाई तू तो बस वीडियो बनाता रह। इसके साथ क्या खेल करना है, वह सब मुझ पर छोड़ दे।
सलीम अब सोनाली से बोला : हरामजादी अब तुझे मेरा हुक्म न मानने की सज़ा मिलेगी। चल खड़ी हो जा
सोनाली डरी सहमी सी खड़ी हो गयी
सलीम ने एक बार फिर से उसके नंगे मस्त बदन को जी भरकर देखा और उससे बोला : चल अपने कान पकड़ और गिनती बोलते हुए 100 उठक बैठक लगाकर दिखा
सोनाली ने कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
सलीम ने अपने हाथ को उसकी टाँगों के बीच मे उसकी चिकनी चूत पर हाथ फिराते हुए कहा : अपनी टाँगों को फैलाकर रख
अपनी टाँगों को फैलाकर उठक बैठक लगाने में सोनाली को बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन वह बेबस थी और सलीम की हर बदमाशी को सहने के लिए मजबूर थी। अभी तक वह 20 उठक बैठक ही लगा पाई थी।
सलीम आराम से मुस्कुराते हुए सोनाली की तरफ देखता हुआ परवेज़ की जांघ पर हाथ मारता हुआ बोला : कुछ समझ मे आया तुझे भाई ?
परवेज़ : नही भाई
सलीम : अरे भाई, मैं तुझे यह समझाना चाहता हूं कि औरतों को पहली रात से ही उनकी औकात बता देनी चाहिए । हर औरत को पहले दिन से ही इस बात का पूरा अहसास हो जाना चाहिए कि वह मर्दों के पैरों की जूती है और इससे ज्यादा उसकी कोई औकात नही है। मैं भी इस चिकनी को उसकी औक़ात ही समझा रहा हूँ।
सोनाली अब तक 50 उठक बैठक लगा चुकी थी। उसकी हालत से लग रहा था कि वह अब बिल्कुल पस्त हो चुकी थी। वह अचानक जमीन पर फिर से ढेर हो गयी और बोली : अब मुझसे कुछ नही होगा। मैं बहुत थक गई हूं।
सलीम का लण्ड उसकी पैंट में बहुत बड़ा टेंट बनाकर खड़ा हुआ था। उसने अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए सोनाली से कहा : इधर आकर मेरे जूते को अपने हाथों में उठा और उसकी नोक को अपने मुंह मे लेकर उसे अपनी जीभ से चाट।
सोनाली ने सलीम के आगे झुकते हुए उसके जूते को उठाकर अपने हाथों में ले लिया और उसकी नोक को अपने होंठों के बीच मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
परवेज़ और सलीम मज़े लेते हुए सोनाली की तरफ देख रहे थे
परवेज़ वीडियो बनाते हुए सलीम से बोला : भाई यह सब देखकर ही मेरा लण्ड बेकाबू हुआ जा रहा है। इसका मतलब हम इस सेक्सी चिकनी से अपनी कोई भी बात मनवा सकते हैं।
सलीम : चल देर से ही सही, तुझे यह बात तो समझ मे आ गयी। यही बात समझाने के लिए मैं आज पहली ही रात तेरे कमरे में घुस आया। पहली ही रात को हर औरत को उसकी औक़ात बताकर उसे अपने कंट्रोल में लेना होता है। बस एक बार औरत कंट्रोल में आ गई फिर पूरी जिंदगी मौज़ ही मौज़ है।
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part-25
अपने दोनों जूतों की नोक को सोनाली से चटवाने के बाद सलीम ने सोनाली को हुक्म दिया : अब घोड़ी बनकर इधर मेरे नज़दीक आ और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश कर
सोनाली घोड़ी बनकर सलीम के नज़दीक आ गयी। उसके दोनों हाथ और पैर जमीन पर टिके हुए थे और चेहरा सलीम की दोनों टाँगों के बीच मे था। सलीम ने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपने खड़े लण्ड को बाहर निकाला और उसे सोनाली के गालों और होंठों पर फिराने के बाद बोला : मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस
सोनाली सलीम के मोटे और लंबे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी। सलीम एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था। उसने परवेज़ की तरफ देखकर कहा : इस कैमरे को ऐसे ही चालू करके टेबल पर रख दे और तू भी अपने लण्ड को इस लौंडिया के पिछवाड़े में डाल कर जी भरकर मौज़ मस्ती कर।
परवेज़ अपने बड़े भाई सलीम का इशारा समझ गया। वह सोफे से उठकर एक स्टूल पर सोनाली के पिछवाड़े वाले हिस्से पर बैठ गया और सोनाली के मस्त मस्त सुडौल नितंबों को सहलाने थपथपाने लगा। उसके नितंबों से काफी देर तक खेलने के बाद परवेज़ सोनाली से बोला : टाँगे खोल अपनी
सोनाली के टाँगे खोलते ही परवेज़ ने अपना लंबा मोटा लण्ड सोनाली के पिछवाड़े में घुसेड़ दिया
सलीम और परवेज़ दोनों ने बारी बारी से सोनाली को आगे पीछे से पेलने के बाद उससे कहा : चल अब सीधे होकर बिस्तर पर पैर खोलकर लेट जा, अब तेरी चूत की चुदाई की जाएगी
सोनाली अब तक वैसे ही बहुत थक चुकी थी।
वह बिस्तर पर जाकर सीधी होकर लेट गयी
सलीम और परवेज़ ने अपने अपने सारे कपड़े उतार फेंके थे
दोनों सोनाली के बदन से जबरन खिलवाड़ कर करके मौज़ मस्ती कर रहे थे
परवेज़ ने सलीम से कहा : भाई आप बड़े हो,पहले आप ही इसे पेलो और मज़े लो
सलीम ने अब सोनाली के बदन को चूमते सहलाते हुए उसकी गीली हो रही चूत में अपना लण्ड डाल कर उसकी चुदाई शुरू कर दी। सोनाली एकदम कच्ची कली थी इसलिए बहुत जोर से चीखी चिल्लाई लेकिन सलीम अपने होंठों में उसके होंठों को इस तरह लेकर चूम रहा था कि उसकी सारी चीख चिल्लाहट दब कर रह गई।
सलीम इस बात से ही बहुत उत्तेजित था कि सोनाली जैसी कच्ची कली को पहली बार वह चोद रहा था। क्लाइमेक्स आते ही सलीम ने अपना लण्ड बाहर निकाला और परवेज़ से बोला : बहुत मजेदार और करारा माल है साली, तू भी अपना लण्ड डालकर जी भरकर मौज़ मस्ती कर ले।
सलीम ने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए और परवेज़ सोनाली के मस्त बदन से खिलवाड़ करते हुए उसे चोदने लगा।
सोनाली के साथ मौज़ मस्ती करते करते रात के 2 बज गए थे।
सलीम अब परवेज़ और सोनाली को छोड़कर कमरे से बाहर जाने लगा और जाते जाते बोला : अब तुम सब आराम करो। कल बहुत सारी रस्मे होनी है। काज़ी साहब सुबह 11 बजे ही आ जाएंगे। पहले धर्म परिवर्तन की रस्म अदा की जाएगी, उसके बाद पाकीज़गी की रस्म अदा होगी और सबसे आखिर में निकाह की रस्म अदा की जाएगी।
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Part 26
अगले दिन सुबह 11 बजे काज़ी साहब पहुंच गए। उनके साथ उनके दो असिस्टेंट ज़फर और असलम भी आये थे।
काज़ी साहब ने आते ही कहा : जिस हिन्दू लड़की का निकाह होना है, पहले उसका धर्म परिवर्तन किया जाएगा और फिर उसकी पाकीज़गी की रस्म अदा की जाएगी। यह सब करने में हम लोगों को 2 से 3 घंटे का समय लग सकता है। उस लड़की को हमारे सामने पेश करो।
मेहमानों वाला एक कमरा काजी साहब को अपनी रस्मे पूरी करने के लिए दे दिया गया था।
कमरे में डबल बेड, सोफा सेट, कुर्सियां आदि सभी जरूरत का सामान था और अंदर अटैच्ड वाशरूम भी था।
काज़ी साहब अपने असिस्टेंट ज़फर और असलम के साथ कमरे में आकर सोफे पर बैठ गए और वहाँ सोनाली के आने का इंतज़ार करने लगे।
काज़ी साहब की उम्र तकरीबन 50 साल के आसपास थी और ज़फर और असलम दोनों 24 -25 साल के नौजवान थे
कुछ ही देर में हिना सोनाली को लेकर काज़ी साहब के पास आ गई।
काज़ी ,ज़फर और असलम ने एक नज़र सोनाली पर डाली और फिर हिना से बोले : ठीक है,अब तुम जाओ। हमे इस लड़की का धर्म परिवर्तन और पाकीज़गी की रस्म पूरा करने में तकरीबन 3 घंटे का समय लगेगा। इस दौरान हम लोगों को कोई डिस्टर्ब नही करेगा।
हिना सोनाली को वहाँ छोड़कर वापस आ गयी
हिना के जाने के बाद काज़ी सोनाली से सख्त लहजे में कडककर बोला : दरवाज़े को अंदर से बंद करो
काज़ी की रौबीली आवाज़ सुनकर सोनाली ने जल्दी से दरवाज़े को अंदर से बंद कर लिया।
सोनाली ने इस समय हरे रंग की शिफॉन की साड़ी और मैचिंग ब्लॉउज़ और पेटीकोट पहना हुआ था जिसमे वह बेहद खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी। साड़ी में उसकी मस्त फिगर भी नज़र आ रही थी और उसके चिकने पेट, नाभि, पतली कमर की भरपूर झलक भी उन तीनों को मिल रही थी। तीनों के लण्ड सेक्सी सोनाली को देखकर तनकर खड़े हो चुके थे।
काज़ी और उसके असिस्टेंट अक्सर यह तमाशा करते रहते थे और उन्हें यह अच्छी तरह मालूम था कि लड़कियों से सख्त और रौबीली आवाज़ में बात करने से ही वे उनके हुक्म की तामील ठीक से करती हैं। काज़ी के अस्सिटेंट ज़फर और असलम तो अव्वल दर्जे के बदमाश थे और लड़कियों पर पूरी दबंगई का इस्तेमाल करते थे।
काज़ी ,ज़फर और असलम सोफे पर बैठे हुए थे
काज़ी सोनाली से बोला : चल इधर आकर खड़ी हो हमारे सामने
सोनाली उन तीनों के सामने जाकर खड़ी हो गई
काज़ी : क्या नाम है तेरा ?
सोनाली : जी सोनाली वर्मा
काज़ी : हम तीनों मिलकर आज तेरा धर्म परिवर्तन करके तुझे मुस्लिम बना देंगे और फिर तेरा नाम सोनाली खान हो जाएगा। अब तुझसे जो भी सवाल किया जाए उसका सही सही जबाब देना है। समझी ?
सोनाली : जी समझ गयी
काज़ी : फिर यह बता कि शादी से पहले तेरे बदन को किसी मर्द ने छुआ है या नही ?
सोनाली को कुछ समझ नही आया कि क्या जबाब दे क्योंकि उसे पता था कि परवेज़ ने शादी से पहले ही सिनेमा हाल में काफी बदतमीजी की थी।
सोनाली : जी नही, शादी से पहले किसी मर्द ने मुझे नही छुआ
ज़फर : शादी के बाद कितने मर्दों ने तेरे बदन को छुआ है, यह बता
ज़फर के सवाल पर सोनाली का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो गया लेकिन फिर भी वह झूठ बोली : शादी के बाद बस मेरे पति ने ही मुझे छुआ है।
काज़ी : ठीक है, तुम सच बोल रही हो या झूठ बोल रही हो, हम इसकी भी जांच करते है। असलम जरा चेक करो कि यह लौंडिया सच बोल रही है या झूठ।
असलम की पैंट में उसका लण्ड बहुत बड़ा टेन्ट बना चुका था। अपने लण्ड पर हाथ फेरते हुए वह सोफे से उठकर सोनाली के पास आकर खड़ा हो गया और उससे बेहद रौबीली आवाज़ में बोला : चल अपने दोनों हाथ ऊपर उठा
शेष अगले भाग में
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