रात को डिनर करने के बाद सब रश्मि और पल्ल्वी अपने अपने कमरे में चली गयी थीं. मम्मी तो शाम को ६ बजे मंदिर से आने के बाद खाना खाकर शाम ७ बजे ही अपना कमरा बंद करके सो जाती थीं.
रश्मि जब खाना खाकर अपने कमरे में पहुँची तो रत के सवा नौ बज रहे थे. उसे मालूम था कि दस बजे पल्ल्वी भी यहीं आने वाली है और फिर वे दोनों टी वी स्क्रीन पर मम्मी के कमरे में होने वाले तमाशे का लाइव टेलीकास्ट देखने वाले थे.
दस बजे पल्ल्वी रश्मि के कमरे में आ गयी. उसने एक बेहद टाइट शरीर से चिपका हुआ गाउन पहना हुआ था जिसमे से उसकी पूरी फिगर साफ़ दिखाई दे रही थी. रश्मि ने भी अब कपडे बदल लिए थे और वह भी एक गाउन ही पहने हुए थी.
दोनों साइड रूम में आ गयीं. रश्मि ने टी वी स्क्रीन ऑन करके अर्जुन के कमरे का लाइव देखा. अर्जुन अब खाना वगैरा खाकर एकदम तैयार था और मम्मी के कमरे में जाने की तैयारी कर रहा था. आज उसने एक नीली टी शर्ट और जींस पहनी हुई थी, जिस पर उसने एक चमड़े की काली बेल्ट भी बाँधी हुई थी. एक बार उसने अपने मोबाइल में कुछ खोलकर देखा. शायद वह मम्मी का आश्रम वाला वीडियो निकाल रहा था. इसके बाद उसने रश्मि की दी हुई मास्टर चाबी अपनी जींस की जेब में रखी और किचिन से निकलकर ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर मम्मी के कमरे की तरफ चला गया.
अब रश्मि ने टी वी स्क्रीन पर बैक बटन दबाकर मम्मी के कमरे का लाइव टेलीकास्ट लगा दिया. मम्मी के कमरे में नाईट बल्ब जल रहा था और वह अपने बिस्तर पर शायद सो रही थीं. उन्होंने एक साड़ी पहनी हुई थी.
कुछ ही देर में मम्मी के कमरे का दरवाज़ा खुला और उसमे अर्जुन घुसकर अंदर आ गया. अर्जुन ने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और बिस्तर पर लेटी मम्मी की तरफ एक नज़र डाली. वह शायद सो ही रही थीं, वरना अब तक जाग गयी होतीं. अर्जुन बिस्तर के पास पड़े एक सोफे पर आराम से बैठ गया और कमरे का और उसमे रखे सामान का जायज़ा लेने लगा.
इधर रश्मि टी वी स्क्रीन के पास रखे सोफे पर बैठी हुई थी और उसके सामने वाली कुर्सी पर पल्ल्वी आराम से बैठी हुई थी. दोनों की नज़रें टी वी स्क्रीन पर जमी हुई थीं मानो किसी बहुत रोचक फिल्म शुरू होने वाली हो. यकायक रश्मि के मन में ख्याल आया कि पल्ल्वी को भी बीच बीच में उसकी औकात बताना जरूरी है. रश्मि ने अब तक यह अंदाज़ा भी लगा लिया था कि पल्ल्वी को इस बात में मज़ा आता है कि कोई उसको डोमिनेट करता रहे. यही सोचते हुए उसने पल्ल्वी की तरफ देखकर कड़क आवाज़ में कहा-" भाभी अपने गाउन की ज़िप खोलो"
जैसा कि रश्मि को यकीन था, पल्ल्वी एकदम घबरा गयी और उसने तुरंत अपने गाउन क़ी ज़िप खोल दी. रश्मि ने देखा कि पल्ल्वी ने गाउन के अंदर कुछ भी नहीं पहना हुआ था और एकदम निर्वस्त्र थी. रश्मि ने पल्ल्वी से कहा-" अपनी कुर्सी को थोड़ा और मेरे नज़दीक लेकर आओ."
पल्ल्वी ने अपनी कुर्सी को रश्मि के सोफे के थोड़ा और नज़दीक कर लिया.
अब रश्मि ने अपने दोनों पैरों को रश्मि क़ी चिकनी जाँघों के ऊपर टिका दिया और टी वी क़ी तरफ देखने लगी.
अर्जुन अब अपनी कुर्सी से उठा और अपने हाथ से मम्मी के चेहरे को पकड़कर उन्हें जगाने क़ी कोशिश करने लगा.
शेष अगले भाग में......
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
आग लगे चाहे बस्ती मे.
Read my stories
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
अर्जुन ने जैसे ही मम्मी को झिंझोड़कर जगाया, वह एकदम उठ गयीं और एकदम चिल्लाकर बोली- " तू मेरे कमरे में मेरी मर्ज़ी के बिना कैसे घुस आया। अभी रुक मैं तेरी खबर लेती हूं।"
इससे पहले कि मम्मी अपना फोन उठा पातीं, अर्जुन ने तड़ातड़ दो तीन थप्पड़ मम्मी के गालों पर लगाते हुए कहा- " यह वीडियो देख जरा और मुझे यह बता कि यह सब बदमाशी कब से चल रही है।"
यह कहकर अर्जुन ने अपना मोबाइल खोलकर मम्मी के हाथ मे पकड़ा दिया।
मम्मी ने वीडियो देखा और एक अपराधी की तरह अर्जुन के आगे सर झुकाकर खड़ी हो गई।
अर्जुन समझ गया कि बात बन चुकी है। उसने जीन्स के अंदर अपने तने हुए लंड को सहलाते हुए एक और चपत मम्मी के गाल पर लगाया और बोला-" सबके सामने तो बड़ी सती सावित्री होने का ढोंग करके मंदिर जाने का बहाना करती है और आश्रम में यह रंगरेलियां मनाई जा रही हैं। यह वीडियो अब क्या मैं कुसुम और रश्मि को भी दिखा दूँ ? "
अब मम्मी एकदम अर्जुन के आगे हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगीं- " नही, यह गज़ब मत करना। तुम जो कहोगे वह मैं करने के लिए तैयार हूं। बस यह वीडियो अपने तक ही रखना। "
अर्जुन को जब लगा कि मम्मी पूरी तरह से उसके कंट्रोल में आ चुकी हैं तो वह फिर से सोफे पर अपने पैर फैलाकर बैठ गया और बोला- " चल इधर मेरे सामने आकर खड़ी हो जा "
मम्मी अर्जुन की दोनों टाँगों के बीच मे आकर खड़ी हो गई।
अर्जुन का लंड जीन्स से बाहर निकला जा रहा था।
अर्जुन मुस्कराते हुए मम्मी से बोला- " चल अपनी साड़ी उतार "
मम्मी ने अपनी साड़ी फ़टाफ़ट उतार दी।
मम्मी के बदन पर लाल ब्लाउज और पेटीकोट बच गया था।
अर्जुन ने देखा कि मम्मी ने अपने बदन को एकदम फिट रखा हुआ था और वह अपनी उम्र से कम से कम 10 साल छोटी लग रही थीं। अर्जुन ने अपने हाथ को मम्मी के चिकने और सपाट पेट पर काफी देर तक फिराया और फिर उसके हाथ खिसकते हुए मम्मी के बलाउज में बंद उरोजों को दबाने सहलाने लगे।
मम्मी अर्जुन का विरोध करने की स्थिति में नही थीं इसलिए वह जो कुछ भी कर रहा था, उसे सहते जाने के सिवा उनके पास कोई चारा नही था।
अर्जुन ने मम्मी को अपनी तरफ खींचते हुए अपने चेहरे को मम्मी के नाभि प्रदेश पर रखकर वहां चूमना चाटना शुरू कर दिया। काफी देर तक अपने चेहरे को अर्जुन मम्मी के चिकने पेट पर रगड़ता रहा।
इसी तरह काफी देर मम्मी से मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला-" चलो अब अपना ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारो।"
ब्लाउज और पेटीकोट उतरते ही अर्जुन एकदम बौरा सा गया और मम्मी की केले जैसी चिकनी जांघों पर अपने हाथ फिराने लगा।
काफी मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला : चल अब यह ब्रा और पेन्टी भी उतार और एकदम नंगी हो जा।
मम्मी ने अर्जुन के हुक्म का पालन किया और अपने आखिरी कपड़े भी उतार दिए।
अर्जुन पूरी मस्ती में था : पीछे घूमकर दिखाओ
मम्मी पीछे घूम गई।
अर्जुन मम्मी के नितंबों पर हाथ फिरफिरा कर उन्हें थपथपाने लगा। उसके हाथ मम्मी की पीठ को भी सहला रहे थे।
इसके बाद अर्जुन ने कुछ देर रुककर अपनी टी शर्ट और जीन्स भी उतार दी। अब उसके बदन पर भी सिर्फ एक अंडरवियर था।
वह दुबारा से अपने पैर फैलाकर सोफे पर बैठ गया और मम्मी से बोला : नीचे घुटनों के बल बैठो
मम्मी कुछ समझी नही और अर्जुन के सामने उसकी टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ गयी।
अर्जुन ने बेहद रौबीली आवाज़ में मम्मी से कहा : अंडरवियर में से मेरा लंड बाहर निकालो और उसे अपने मुंह मे लेकर चूसो।
अब मम्मी ने पहली बार इनकार करते हुए कहा : यह सब मैंने पहले कभी नही किया है। यह मैं नही करूंगी
अर्जुन को लगा कि चिड़िया कंट्रोल से बाहर जाने की कोशिश कर रही है। वह बोला : चल खड़ी हो जा। अब तुझे ऐसी सज़ा मिलेगी कि आज के बाद से तू मुझे किसी भी बात के लिए इनकार करना हमेशा के लिए भूल जाएगी।
मम्मी फिर से खड़ी हो गई।
इससे पहले कि मम्मी अपना फोन उठा पातीं, अर्जुन ने तड़ातड़ दो तीन थप्पड़ मम्मी के गालों पर लगाते हुए कहा- " यह वीडियो देख जरा और मुझे यह बता कि यह सब बदमाशी कब से चल रही है।"
यह कहकर अर्जुन ने अपना मोबाइल खोलकर मम्मी के हाथ मे पकड़ा दिया।
मम्मी ने वीडियो देखा और एक अपराधी की तरह अर्जुन के आगे सर झुकाकर खड़ी हो गई।
अर्जुन समझ गया कि बात बन चुकी है। उसने जीन्स के अंदर अपने तने हुए लंड को सहलाते हुए एक और चपत मम्मी के गाल पर लगाया और बोला-" सबके सामने तो बड़ी सती सावित्री होने का ढोंग करके मंदिर जाने का बहाना करती है और आश्रम में यह रंगरेलियां मनाई जा रही हैं। यह वीडियो अब क्या मैं कुसुम और रश्मि को भी दिखा दूँ ? "
अब मम्मी एकदम अर्जुन के आगे हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगीं- " नही, यह गज़ब मत करना। तुम जो कहोगे वह मैं करने के लिए तैयार हूं। बस यह वीडियो अपने तक ही रखना। "
अर्जुन को जब लगा कि मम्मी पूरी तरह से उसके कंट्रोल में आ चुकी हैं तो वह फिर से सोफे पर अपने पैर फैलाकर बैठ गया और बोला- " चल इधर मेरे सामने आकर खड़ी हो जा "
मम्मी अर्जुन की दोनों टाँगों के बीच मे आकर खड़ी हो गई।
अर्जुन का लंड जीन्स से बाहर निकला जा रहा था।
अर्जुन मुस्कराते हुए मम्मी से बोला- " चल अपनी साड़ी उतार "
मम्मी ने अपनी साड़ी फ़टाफ़ट उतार दी।
मम्मी के बदन पर लाल ब्लाउज और पेटीकोट बच गया था।
अर्जुन ने देखा कि मम्मी ने अपने बदन को एकदम फिट रखा हुआ था और वह अपनी उम्र से कम से कम 10 साल छोटी लग रही थीं। अर्जुन ने अपने हाथ को मम्मी के चिकने और सपाट पेट पर काफी देर तक फिराया और फिर उसके हाथ खिसकते हुए मम्मी के बलाउज में बंद उरोजों को दबाने सहलाने लगे।
मम्मी अर्जुन का विरोध करने की स्थिति में नही थीं इसलिए वह जो कुछ भी कर रहा था, उसे सहते जाने के सिवा उनके पास कोई चारा नही था।
अर्जुन ने मम्मी को अपनी तरफ खींचते हुए अपने चेहरे को मम्मी के नाभि प्रदेश पर रखकर वहां चूमना चाटना शुरू कर दिया। काफी देर तक अपने चेहरे को अर्जुन मम्मी के चिकने पेट पर रगड़ता रहा।
इसी तरह काफी देर मम्मी से मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला-" चलो अब अपना ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारो।"
ब्लाउज और पेटीकोट उतरते ही अर्जुन एकदम बौरा सा गया और मम्मी की केले जैसी चिकनी जांघों पर अपने हाथ फिराने लगा।
काफी मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला : चल अब यह ब्रा और पेन्टी भी उतार और एकदम नंगी हो जा।
मम्मी ने अर्जुन के हुक्म का पालन किया और अपने आखिरी कपड़े भी उतार दिए।
अर्जुन पूरी मस्ती में था : पीछे घूमकर दिखाओ
मम्मी पीछे घूम गई।
अर्जुन मम्मी के नितंबों पर हाथ फिरफिरा कर उन्हें थपथपाने लगा। उसके हाथ मम्मी की पीठ को भी सहला रहे थे।
इसके बाद अर्जुन ने कुछ देर रुककर अपनी टी शर्ट और जीन्स भी उतार दी। अब उसके बदन पर भी सिर्फ एक अंडरवियर था।
वह दुबारा से अपने पैर फैलाकर सोफे पर बैठ गया और मम्मी से बोला : नीचे घुटनों के बल बैठो
मम्मी कुछ समझी नही और अर्जुन के सामने उसकी टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ गयी।
अर्जुन ने बेहद रौबीली आवाज़ में मम्मी से कहा : अंडरवियर में से मेरा लंड बाहर निकालो और उसे अपने मुंह मे लेकर चूसो।
अब मम्मी ने पहली बार इनकार करते हुए कहा : यह सब मैंने पहले कभी नही किया है। यह मैं नही करूंगी
अर्जुन को लगा कि चिड़िया कंट्रोल से बाहर जाने की कोशिश कर रही है। वह बोला : चल खड़ी हो जा। अब तुझे ऐसी सज़ा मिलेगी कि आज के बाद से तू मुझे किसी भी बात के लिए इनकार करना हमेशा के लिए भूल जाएगी।
मम्मी फिर से खड़ी हो गई।
मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
अर्जुन ने अपनी जीन्स में से चमड़े की बेल्ट निकाली और उसका एक स्ट्रोक मम्मी के नंगे बदन पर जोर से मारता हुआ बोला : अब तुझे इस बेल्ट के 50 स्ट्रोक लगाए जाएंगे।
अर्जुन बेल्ट के स्ट्रोक लगता जा रहा था और मम्मी जोर जोर से उछल उछल कर चिल्लाते हुए अर्जुन से कह रही थीं : मुझे और मत मारो। मैं तुम्हारा लंड चूसने के लिए तैयार हूँ।
अर्जुन मुस्कराते हुए बोला : अभी तो 20 बेल्ट स्ट्रोक ही लगे हैं। सजा तो पूरी भुगतनी पड़ेगी। अब यह बता कि 30 बेल्ट स्ट्रोक और लगाऊं या फिर तू मुझे 100 उठक बैठक लगाकर दिखाएगी।
मम्मी गिड़गिड़ाते हुए बोली : बेल्ट स्ट्रोक नही। बहुत दर्द हो रहा है। मैं 100 उठक बैठक लगा देती हूँ।
अर्जुन फिर हंसते हुए सोफे पर पैर फैलाकर बैठ गया और बोला : ठीक है। यहां मेरे नज़दीक आओ और कान पकड़कर 100 उठक बैठक लगाओ।
मम्मी का बदन अर्जुन के एकदम नज़दीक था और उठक बैठक लगाते वक्त भी वह उनके नंगे बदन को जगह जगह से दबा सहला रहा था।
40 उठक बैठक लगाने के बाद मम्मी वहीं अर्जुन के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाने लगीं : अब मैं बहुत थक गई हूं। अब दुबारा से गलती नही करूँगी। बस अब और उठक बैठक आज मत लगवाओ।
अर्जुन फिर बोला : देखो अब मैं बिस्तर पर लेट रहा हूँ। वहां बिस्तर पर आ जाओ और मेरा अंडरवियर उतारकर मेरा लंड चूसना शुरू कर दो।
इसके बाद अर्जुन बिस्तर पर जाकर लेट गया और मम्मी से बोला : आओ मुझे खुश करो
मम्मी फ़टाफ़ट बिस्तर पर पहुंच गई और अर्जुन के अंडरवियर में से लंड को निकालकर उसे अपने मुंह मे लेकर चूसने लगी।
अर्जुन बोला : पहले ही लंड चूस लेती तो न बेल्ट के स्ट्रोक लगते और न उठक बैठक लगानी पड़ती। अब आगे से ध्यान रखना। जो कुछ भी मेरा हुक्म हो उसका तुरंत पालन होना चाहिए।
मम्मी पूरी लगन और तल्लीनता से अर्जुन का लंड चूस चूसकर उसे खुश करने की कोशिश कर रही थी।
अचानक अर्जुन ने अपने लंड की पिचकारी छोड़ते हुए मम्मी को आदेश दिया : इसमें से जितना जूस निकले उसे तुझे पीना है। एक भी बूंद बाहर गिरी तो तुझसे उसे भी चटवाऊंगा।
अर्जुन और मम्मी दोनों इस समय पूरी तरह नंगे थे। अर्जुन ने जैसे ही लंड की पिचकारी छोड़ी, मम्मी फ़टाफ़ट सारा जूस पी गयीं लेकिन फिर भी काफी वीर्य रस बाहर अर्जुन की जांघों के अंदरूनी भाग पर गिर गया था।
अर्जुन बोला : पहले मेरे गीले लंड को चाटकर साफ करो और उसके बाद अपनी जीभ से मेरी जाँघों पर गिरे वीर्य को चाटो।
अर्जुन डबल मज़ा ले रहा था। लंड चुसवाने और चटवाने के बाद उसने मम्मी से अपनी जाँघे भी चटवाईं।
मम्मी अर्जुन के अगले आदेश की प्रतीक्षा करते करते लगातार उसकी जाँघों के अंदरूनी भाग को चाट रही थी और अर्जुन को इसमें बेहद मज़ा इसलिए आ रहा था क्योंकि यह सब वह पहली बार करवा रहा था।
कुछ देर और मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला : चलो अब फिर से खड़ी हो जाओ।
मम्मी बिस्तर से उतरकर खड़ी हो गई।
अर्जुन बोला : जाओ नीचे जाकर किचिन की सफाई करो। बर्तन साफ करो और मेरे कमरे की भी सफाई करो। अब हर रोज तुम्हे यह काम इसी वक्त करना है जब कुसुम और रश्मि गहरी नींद में सो रहे हों।
मम्मी अपनी साड़ी उठाने लगी
अर्जुन ने मम्मी को साड़ी पहनने से रोक दिया : रात में कोई नही देख रहा है। ऐसे ही नंगी ही किचिन में जाओ और जो मैंने हुक्म दिया है, उसका पालन करो।
मम्मी नंगी ही कमरा खोलकर किचिन की तरफ जाने लगीं।
शेष अगले भाग में
अर्जुन बेल्ट के स्ट्रोक लगता जा रहा था और मम्मी जोर जोर से उछल उछल कर चिल्लाते हुए अर्जुन से कह रही थीं : मुझे और मत मारो। मैं तुम्हारा लंड चूसने के लिए तैयार हूँ।
अर्जुन मुस्कराते हुए बोला : अभी तो 20 बेल्ट स्ट्रोक ही लगे हैं। सजा तो पूरी भुगतनी पड़ेगी। अब यह बता कि 30 बेल्ट स्ट्रोक और लगाऊं या फिर तू मुझे 100 उठक बैठक लगाकर दिखाएगी।
मम्मी गिड़गिड़ाते हुए बोली : बेल्ट स्ट्रोक नही। बहुत दर्द हो रहा है। मैं 100 उठक बैठक लगा देती हूँ।
अर्जुन फिर हंसते हुए सोफे पर पैर फैलाकर बैठ गया और बोला : ठीक है। यहां मेरे नज़दीक आओ और कान पकड़कर 100 उठक बैठक लगाओ।
मम्मी का बदन अर्जुन के एकदम नज़दीक था और उठक बैठक लगाते वक्त भी वह उनके नंगे बदन को जगह जगह से दबा सहला रहा था।
40 उठक बैठक लगाने के बाद मम्मी वहीं अर्जुन के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाने लगीं : अब मैं बहुत थक गई हूं। अब दुबारा से गलती नही करूँगी। बस अब और उठक बैठक आज मत लगवाओ।
अर्जुन फिर बोला : देखो अब मैं बिस्तर पर लेट रहा हूँ। वहां बिस्तर पर आ जाओ और मेरा अंडरवियर उतारकर मेरा लंड चूसना शुरू कर दो।
इसके बाद अर्जुन बिस्तर पर जाकर लेट गया और मम्मी से बोला : आओ मुझे खुश करो
मम्मी फ़टाफ़ट बिस्तर पर पहुंच गई और अर्जुन के अंडरवियर में से लंड को निकालकर उसे अपने मुंह मे लेकर चूसने लगी।
अर्जुन बोला : पहले ही लंड चूस लेती तो न बेल्ट के स्ट्रोक लगते और न उठक बैठक लगानी पड़ती। अब आगे से ध्यान रखना। जो कुछ भी मेरा हुक्म हो उसका तुरंत पालन होना चाहिए।
मम्मी पूरी लगन और तल्लीनता से अर्जुन का लंड चूस चूसकर उसे खुश करने की कोशिश कर रही थी।
अचानक अर्जुन ने अपने लंड की पिचकारी छोड़ते हुए मम्मी को आदेश दिया : इसमें से जितना जूस निकले उसे तुझे पीना है। एक भी बूंद बाहर गिरी तो तुझसे उसे भी चटवाऊंगा।
अर्जुन और मम्मी दोनों इस समय पूरी तरह नंगे थे। अर्जुन ने जैसे ही लंड की पिचकारी छोड़ी, मम्मी फ़टाफ़ट सारा जूस पी गयीं लेकिन फिर भी काफी वीर्य रस बाहर अर्जुन की जांघों के अंदरूनी भाग पर गिर गया था।
अर्जुन बोला : पहले मेरे गीले लंड को चाटकर साफ करो और उसके बाद अपनी जीभ से मेरी जाँघों पर गिरे वीर्य को चाटो।
अर्जुन डबल मज़ा ले रहा था। लंड चुसवाने और चटवाने के बाद उसने मम्मी से अपनी जाँघे भी चटवाईं।
मम्मी अर्जुन के अगले आदेश की प्रतीक्षा करते करते लगातार उसकी जाँघों के अंदरूनी भाग को चाट रही थी और अर्जुन को इसमें बेहद मज़ा इसलिए आ रहा था क्योंकि यह सब वह पहली बार करवा रहा था।
कुछ देर और मज़े लेने के बाद अर्जुन बोला : चलो अब फिर से खड़ी हो जाओ।
मम्मी बिस्तर से उतरकर खड़ी हो गई।
अर्जुन बोला : जाओ नीचे जाकर किचिन की सफाई करो। बर्तन साफ करो और मेरे कमरे की भी सफाई करो। अब हर रोज तुम्हे यह काम इसी वक्त करना है जब कुसुम और रश्मि गहरी नींद में सो रहे हों।
मम्मी अपनी साड़ी उठाने लगी
अर्जुन ने मम्मी को साड़ी पहनने से रोक दिया : रात में कोई नही देख रहा है। ऐसे ही नंगी ही किचिन में जाओ और जो मैंने हुक्म दिया है, उसका पालन करो।
मम्मी नंगी ही कमरा खोलकर किचिन की तरफ जाने लगीं।
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
Part 43
कुछ देर बाद अर्जुन भी बिस्तर से उठा और अपने कपड़े पहनकर किचिन में पहुंच गया
मम्मी किचिन में उस समय तक बर्तन साफ कर चुकी थी और अब पोछा लेकर फर्श पर सफाई कर रही थी
अर्जुन ने अब अपनी जीन्स उतार दी और एक निक्कर पहन लिया।
निक्कर पहनकर अर्जुन अपने बिस्तर पर ही नीचे पैर लटकाकर बैठ गया और मम्मी को पोछा लगाते देखने लगा।
उधर रश्मि ने मम्मी के कमरे का लाइव बंद होने की वजह से अपनी गर्मी दूर करने के लिए कुसुम से मज़े लेने का प्लान बना लिया। कुसुम अपने गाउन की ज़िप तो पहले ही खोल चुकी थी। रश्मि अब कुसुम से बोली : चलो अब गाउन को उतारो
कुसुम ने फौरन अपना गाउन उतार दिया और अब वह रश्मि के सामने एकदम निर्वस्त्र खड़ी थी। रश्मि ने अपने नज़दीक रखी हथकड़ी को उठाया और उसे कुसुम के दोनों हाथों को ऊपर करके उन्हें हथकड़ी से बांध दिया।
रश्मि समझ चुकी थी कि कुसुम को इस तरह ज़लील होने में बहुत मज़ा आता है इसलिए वह सोफे पर अपनी टाँगे फैलाकर बैठ गयी और अपने गाउन को खोलकर कुसुम से बोली : आओ इधर आकर मेरी गीली योनि को चाटो।
कुसुम के चेहरे को रश्मि ने अपने योनि प्रदेश पर सटा लिया और उसके गालों पर हल्की सी चपत लगाते हुए बोली : चलो अब ठीक से चाट चाट कर मुझे खुश करो।
कुसुम एक अनुभवी सेक्स स्लेव की तरह रश्मि की सेवा करने में लग गई।
इस बीच मम्मी के कमरे में लाइव फिर से शुरू हो गया क्योंकि मम्मी और अर्जुन फिर से कमरे में वापस आ गए थे।
कमरे में आते ही अर्जुन ने मम्मी को आर्डर दिया : चलो अब यहां फर्श पर कान पकड़कर मुर्गा बन जाओ। ठीक से मुर्गा बनो और एक घंटे तक तुम्हे मुर्गा बनना है।
मम्मी फ़टाफ़ट मुर्गा बन गयी।
अब अर्जुन ने मम्मी के कमरे में रखे सामान का जायज़ा लेना शुरू कर दिया। एक बड़ी सी लोहे की अलमारी कमरे से लगे साइड रूम में रखी हुई थी। अर्जुन ने उसे खोलकर देखा तो अंदर अजीब अजीब चीजें रखी हुई थी। दो तीन हथकड़ियां रखी हुई थीं। एक ब्लाइंड फोल्ड रखा था। दो तीन चिकनी लकड़ी के बेंत रखे हुए थे और एक चमड़े का काले रंग का हंटर भी रखा हुआ था। अर्जुन ने चमड़े के हंटर को अपने हाथ मे ले लिया और मम्मी के नज़दीक आकर एक हंटर उनके नितम्बों पर लगा दिया। मम्मी के मुंह से चीख निकली तो अर्जुन ने एक हंटर उनके नितम्बों पर फिर से जड़ दिया।
अर्जुन अब सोफे पर बैठ गया और मम्मी से बोला : ऐसे ही मुर्गा बने बने चलते हुए यहां मेरे नज़दीक आओ
मम्मी जब अर्जुन के सामने मुर्गा पोजीशन में पहुंचीं तो अर्जुन ने मम्मी के चेहरे को सोफे पर अपनी गोद मे एडजस्ट कर लिया और मम्मी के नितम्बों पर हंटर लगाने शुरू कर दिए। हर हंटर के साथ मम्मी जोर से उछलती और उनका चेहरा अर्जुन की गोद मे तन रहे लंड से टकराता।
अर्जुन ने अब अपना निक्कर भी उतार दिया और मम्मी से मुर्गा बने बने ही अपना लंड चूसने को कहा
इधर मम्मी अर्जुन का लंड अपने मुंह मे लेकर चूस रही थीं उधर वह मम्मी के नितम्बों पर थोड़ी थोड़ी देर बाद हंटर के स्ट्रोक लगता जा रहा था।
अर्जुन को जब लगा कि उसका क्लाइमेक्स आने वाला है तो उसने मम्मी को सीधा करके फर्श पर बिठा लिया और बोला : अब मेरे लंड का सारा जूस पी जा। नीचे एक बूंद भी नहीं गिरनी चाहिए।
मम्मी हुक्म के मुताबिक अर्जुन के लंड का सारा जूस पी गई और उसके बाद अर्जुन के कहे बिना ही उसके लंड को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ भी कर दिया।
अब अर्जुन मम्मी से बोला : अब जाकर अपना मुंह साफ करो और बिस्तर पर जाकर लेट जाओ। बाकी मस्ती अब बिस्तर पर ही होगी।
मम्मी मुंह साफ बिस्तर पर एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे लेट गई। अर्जुन साइड रूम से हथकड़ी ले आया और उसने मम्मी के दोनों हाथ ऊपर करके उनमे हथकड़ी लगा दी। इसके बाद उसने मम्मी के बदन पर हल्के हल्के हंटर के स्ट्रोक लगाने शुरू कर दिए और मम्मी जोर जोर से उछलने लगीं।
शेष अगले भाग में
कुछ देर बाद अर्जुन भी बिस्तर से उठा और अपने कपड़े पहनकर किचिन में पहुंच गया
मम्मी किचिन में उस समय तक बर्तन साफ कर चुकी थी और अब पोछा लेकर फर्श पर सफाई कर रही थी
अर्जुन ने अब अपनी जीन्स उतार दी और एक निक्कर पहन लिया।
निक्कर पहनकर अर्जुन अपने बिस्तर पर ही नीचे पैर लटकाकर बैठ गया और मम्मी को पोछा लगाते देखने लगा।
उधर रश्मि ने मम्मी के कमरे का लाइव बंद होने की वजह से अपनी गर्मी दूर करने के लिए कुसुम से मज़े लेने का प्लान बना लिया। कुसुम अपने गाउन की ज़िप तो पहले ही खोल चुकी थी। रश्मि अब कुसुम से बोली : चलो अब गाउन को उतारो
कुसुम ने फौरन अपना गाउन उतार दिया और अब वह रश्मि के सामने एकदम निर्वस्त्र खड़ी थी। रश्मि ने अपने नज़दीक रखी हथकड़ी को उठाया और उसे कुसुम के दोनों हाथों को ऊपर करके उन्हें हथकड़ी से बांध दिया।
रश्मि समझ चुकी थी कि कुसुम को इस तरह ज़लील होने में बहुत मज़ा आता है इसलिए वह सोफे पर अपनी टाँगे फैलाकर बैठ गयी और अपने गाउन को खोलकर कुसुम से बोली : आओ इधर आकर मेरी गीली योनि को चाटो।
कुसुम के चेहरे को रश्मि ने अपने योनि प्रदेश पर सटा लिया और उसके गालों पर हल्की सी चपत लगाते हुए बोली : चलो अब ठीक से चाट चाट कर मुझे खुश करो।
कुसुम एक अनुभवी सेक्स स्लेव की तरह रश्मि की सेवा करने में लग गई।
इस बीच मम्मी के कमरे में लाइव फिर से शुरू हो गया क्योंकि मम्मी और अर्जुन फिर से कमरे में वापस आ गए थे।
कमरे में आते ही अर्जुन ने मम्मी को आर्डर दिया : चलो अब यहां फर्श पर कान पकड़कर मुर्गा बन जाओ। ठीक से मुर्गा बनो और एक घंटे तक तुम्हे मुर्गा बनना है।
मम्मी फ़टाफ़ट मुर्गा बन गयी।
अब अर्जुन ने मम्मी के कमरे में रखे सामान का जायज़ा लेना शुरू कर दिया। एक बड़ी सी लोहे की अलमारी कमरे से लगे साइड रूम में रखी हुई थी। अर्जुन ने उसे खोलकर देखा तो अंदर अजीब अजीब चीजें रखी हुई थी। दो तीन हथकड़ियां रखी हुई थीं। एक ब्लाइंड फोल्ड रखा था। दो तीन चिकनी लकड़ी के बेंत रखे हुए थे और एक चमड़े का काले रंग का हंटर भी रखा हुआ था। अर्जुन ने चमड़े के हंटर को अपने हाथ मे ले लिया और मम्मी के नज़दीक आकर एक हंटर उनके नितम्बों पर लगा दिया। मम्मी के मुंह से चीख निकली तो अर्जुन ने एक हंटर उनके नितम्बों पर फिर से जड़ दिया।
अर्जुन अब सोफे पर बैठ गया और मम्मी से बोला : ऐसे ही मुर्गा बने बने चलते हुए यहां मेरे नज़दीक आओ
मम्मी जब अर्जुन के सामने मुर्गा पोजीशन में पहुंचीं तो अर्जुन ने मम्मी के चेहरे को सोफे पर अपनी गोद मे एडजस्ट कर लिया और मम्मी के नितम्बों पर हंटर लगाने शुरू कर दिए। हर हंटर के साथ मम्मी जोर से उछलती और उनका चेहरा अर्जुन की गोद मे तन रहे लंड से टकराता।
अर्जुन ने अब अपना निक्कर भी उतार दिया और मम्मी से मुर्गा बने बने ही अपना लंड चूसने को कहा
इधर मम्मी अर्जुन का लंड अपने मुंह मे लेकर चूस रही थीं उधर वह मम्मी के नितम्बों पर थोड़ी थोड़ी देर बाद हंटर के स्ट्रोक लगता जा रहा था।
अर्जुन को जब लगा कि उसका क्लाइमेक्स आने वाला है तो उसने मम्मी को सीधा करके फर्श पर बिठा लिया और बोला : अब मेरे लंड का सारा जूस पी जा। नीचे एक बूंद भी नहीं गिरनी चाहिए।
मम्मी हुक्म के मुताबिक अर्जुन के लंड का सारा जूस पी गई और उसके बाद अर्जुन के कहे बिना ही उसके लंड को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ भी कर दिया।
अब अर्जुन मम्मी से बोला : अब जाकर अपना मुंह साफ करो और बिस्तर पर जाकर लेट जाओ। बाकी मस्ती अब बिस्तर पर ही होगी।
मम्मी मुंह साफ बिस्तर पर एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे लेट गई। अर्जुन साइड रूम से हथकड़ी ले आया और उसने मम्मी के दोनों हाथ ऊपर करके उनमे हथकड़ी लगा दी। इसके बाद उसने मम्मी के बदन पर हल्के हल्के हंटर के स्ट्रोक लगाने शुरू कर दिए और मम्मी जोर जोर से उछलने लगीं।
शेष अगले भाग में
मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
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