भाई बहन,ननद भाभी और नौकर

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mastram
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर

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Part-10

भाई बहन,ननद भाभी और नौकर

घर मे अंदर आने के बाद रश्मि ने यह फैसला किया कि आज रात वह कुसुम भाभी के कमरे में ही सो जाएगी क्योंकि वह अपना कमरा तो बंद करके ही कुसुम के पैरों को दबाने आई थी।

रश्मि ने अर्जुन से कहा-"सुबह मुझे चाय भाभी के कमरे में ही दे देना,समझे ?

"जी समझ गया मेम साब" अर्जुन कहता हुआ किचिन में चला गया, जहाँ साइड रूम में वह रहता था और वहीं सोता भी था।

इधर रश्मि कुसुम के कमरे में आ गयी और दरवाज़े को अंदर से बंद करके सोने की तैयारी करने लगीं। कुछ देर वह कुसुम के बेड पर लेटी पर उसे नींद नही आ रही थी । वह बिस्तर से उठ गई और भाभी के कमरे का मुआयना करने लगी। सबसे पहले वह उस साइड रूम में गई जहां सिर्फ कुसुम ही जाती थी ।

साइड रूम में एक मेज और 4 कुर्सियों के अलावा एक बड़ा सा टी वी स्क्रीन दीवार पर लगा हुआ था। रश्मि को यह समझ नही आया कि जब एक टी वी बैडरूम में लगा ही हुआ है तो फिर यह एक और टी वी साइड रूम में क्यों लगाया हुआ है। इसके बाद वह कुर्सी पर बैठकर वहां रखी टेबल के दराज़ देखने लगी। दराज़ में दो तीन हैंडकफ्स और आँखों पर बांधने वाले ब्लैक ब्लाइंड फोल्ड वगैरा जैसे कुछ सेक्स टॉयज रखे हुए थे। दूसरी बड़ी दराज़ खोली तो उसमें तरह तरह के चमड़े के कोड़े, हंटर और बेंत रखे हुए थे। रश्मि को ध्यान आया कि उस दिन कुसुम ने जब उसे सजा दी थी तो चमड़े का हंटर वह यहीं से लेकर गई थी।

रश्मि को यह सब बड़ा अजीब सा लग रहा था कि इन सब चीजों का भला कुसुम भाभी आखिर क्या करती हैं। दराज़ में एक प्लास्टिक बॉक्स भी रखा हुआ था। रश्मि ने उसे खोला तो उसमें कुछ पेन ड्राइव और सी डी वगैरा रखी थीं। एक पेन ड्राइव पर अर्जुन लिखा था, एक और पेन ड्राइव मोहित लिखा हुआ था और एक और पेन ड्राइव पर खुद रश्मि का नाम लिखा हुआ था। रश्मि की उत्सुकता लगातार बढ़ती जा रही थी। बॉक्स में लगभग 20 के करीब पेन ड्राइव्स और सी डी थीं और सभी पर कुछ न कुछ लिखा हुआ था ।

रश्मि ने जैसे ही टी वी स्क्रीन को ऑन किया तो वहां 3 ऑप्शन डिस्प्ले हो रहे थे

पहला ऑप्शन था- रश्मि

दूसरा ऑप्शन था- अर्जुन

तीसरा ऑप्शन था-गेस्ट रूम

तीनों ऑप्शन को स्किप करने पर अगला स्क्रीन डिस्प्ले दो और ऑप्शन दिखा रहा था

पहला ऑप्शन था- इन्सर्ट पेन ड्राइव

दूसरा ऑप्शन था- इन्सर्ट सी डी
शेष अगले भाग में....
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mastram
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Part-11
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
रश्मि ने अब " इन्सर्ट पेन ड्राइव" वाले ऑप्शन को सेलेक्ट किया और जिस पेन ड्राइव पर खुद उसका नाम लिखा था, उसे टी वी स्क्रीन के साइड में उचित स्थान में इन्सर्ट कर दिया। पेन ड्राइव लगाते ही टी वी स्क्रीन पर उन सभी सज़ाओं के वीडियो आने लगे जो कुसुम ने रश्मि को समय समय पर दी थीं। रश्मि का मन तो कर रहा था कि इस पेन ड्राइव को चुरा ले या इसके वीडियो डिलीट कर दे लेकिन उसने फिलहाल ऐसा कुछ न करना ही उचित समझा और उस पेन ड्राइव को निकाल कर दूसरी पेन ड्राइव लगा दी जिस पर घरेलू नौकर अर्जुन का नाम लिखा हुआ था।
पेन ड्राइव लगाते ही जो पहला वीडियो टी वी स्क्रीन पर आया उसे देखकर रश्मि के मानो होश ही उड़ गए। वीडियो में अर्जुन कुसुम के कमरे में पूरी तरह निर्वस्त्र अवस्था मे खड़ा हुआ था और कुसुम उससे कान पकड़कर उठक बैठक लगवा रही थी। अर्जुन का नंगा बदन बेहद आकर्षक और सुडौल था क्योंकि वह कॉलोनी के पार्क में रोजाना सुबह शाम जाकर कसरत भी करता था। कुसुम ने अपने हाथ मे एक बेंत पकड़ा हुआ था जिसे वह बीच बीच मे अर्जुन के नितम्बों पर जोर जोर से मारते हुए कह रही थी-'ठीक से लगा उठक बैठक, नही तो और पिटेगा मुझसे।"
जब वह उठक बैठक लगा चुका तो कुसुम उससे बोली-" चल अब मुर्गा बन कर दिखा। "
अब अर्जुन गिड़गिड़ाते हुए कुसुम से बोला- " मेम साहब, मुझे मुर्गा मत बनाओ बहुत शर्म आती है।"
कुसुम अब सोफे से उठकर उसके पास जाकर खड़ी हो गई और उसके गाल पर चपत लगाती हुई बोली-" अच्छा अब तुझे शर्म भी आने लगीं ? "
इसके बाद कुसुम बारी बारी से अर्जुन के दोनों गालों पर थप्पड़ लगाती रही। जिस तरह से कुसुम अर्जुन के चपत लगा रही थी, उसे देखकर यही लग रहा था कि वह अर्जुन का यौन शोषण ही कर रही थी। पहले वह अपने हाथ को उसके गालों पर सहलाते हुए अच्छी तरह से फील कर रही थी और फिर उसी हाथ को उठाकर उसके गाल पर हल्के से चपत लगा रही थी। अंग्रेजी में कहा जाए तो कुसुम अर्जुन को Playful Slaps लगा कर अपनी उत्तेजना को शांत कर रही थी।
काफी देर अर्जुन के गालों पर चपत लगाने के बाद कुसुम बोली-" ठीक है तू खुद मुर्गा नही बन रहा है तो मुझे जबरन तुझे मुर्गा बनाना पड़ेगा।"
यह कहने के साथ ही कुसुम निर्वस्त्र खड़े अर्जुन के पीछे जाकर उसके बदन से सटकर खड़ी हो गई और उसे पीछे से झुकाकर मुर्गा बनाने का प्रयास करने लगी। अर्जुन को मुर्गा बनाने के बहाने कुसुम ने उसके नंगे बदन को लगभग हर जगह से फील कर लिया था। कुसुम की इन हरकतों से अर्जुन का लंड भी पूरी तरह तनकर खड़ा हो गया था जिसे कुसुम किसी न किसी बहाने से कई बार फील कर चुकी थी। जब कुसुम ने अर्जुन को मुर्गा बना दिया तो वह फिर से सोफे पर बैठ गई और बोली-'अब इसी तरह मुर्गा बने हुए मेरे नज़दीक चल कर आ "
अर्जुन मुर्गा पोजीशन में ही कुसुम के नजदीक पहुंच गया। अब कुसुम ने अर्जुन के पीछे से ऊपर उठे नितम्बों पर हाथ फिरा फिराकर उन पर चपत लगाने शुरू कर दिए। कुसुम चपत लगाते हुए लगातार यह बोल रही थी कि अर्जुन अपने नितम्बों को और नीचे झुकाये जबकि वह खुद भी यह जानती थी कि 5 फिट 9 इंच लंबाई वाले अर्जुन के लिए यह संभव ही नही था।
कुछ देर तक कुसुम अर्जुन के नितम्बों को इसी तरह चपत मार मार कर फील करती रही और उसके बाद उसने अर्जुन को हुक्म देते हुए कहा-'चल अब उठकर खड़ा हो जा। मैं अब बहुत थक गई हू और बिस्तर पर सोने जा रही हूँ। तू बिस्तर पर आ जा और मेरे पैरों को दबाकर मेरी थकान दूर कर। "
इसके बाद कुसुम बिस्तर पर जाकर लेट गई । कुसुम ने एक हल्के नीले रंग का पारदर्शी गाउन पहना हुआ था और उसके अंदर से उसकी ब्रा और पैंटी साफ नजर आ रही थी।
अर्जुन बिस्तर पर जाकर कुसुम की साइड में बैठ गया और झिझकता हुआ अपने हाथों को कुसुम के पैरों पर फिराने लगा। कुसुम ने अपने गाउन की फ्रंट ज़िप खोल दी और अर्जुन से सख्त आवाज में बोली-'ठीक से करो मालिश, अपने हाथों को और ऊपर लेकर आओ।"
अर्जुन कुसुम का इशारा समझकर अपने हाथों को धीरे धीरे कुसुम की जांघों पर फिराने लगा। कुसुम की पैंटी अब तक गीली हो चुकी थी । अर्जुन के हाथ कुसुम की पैंटी पर से खिसकते हुए अब उसके चिकने पेट पर आकर रुक से गये क्योंकि उसकी हिम्मत नही हो रही थी कि वह अपने हाथों को कुसुम के उन्नत उरोजों तक ले जाये। कुसुम ने लेटे लेटे ही अर्जुन के गाल पर एक जोर का थप्पड़ मारा और बोली-"तुझे कुछ भी काम ठीक से करना नहीं आता क्या ? अपने हाथों को और ऊपर लेकर आ और मेरे इन उरोजों की भी ठीक से मालिश कर।"
अब अर्जुन ने कुसुम के निर्देशानुसार उसके उरोजों को भी दबाना सहलाना शुरू कर दिया।
इसके बाद यह वीडियो खत्म हो गई थी और कोई और वीडियो शुरू हो गई लेकिन रश्मि के पास समय कम और काम बहुत ज्यादा था। इसलिए उसने अब अर्जुन की पेन ड्राइव निकालकर मोहित के नाम वाली पेन ड्राइव इन्सर्ट कर दी थी।
मोहित कुसुम का छोटा भाई है जो उम्र में कुसुम से लगभग 5 साल छोटा है। मोहित के अलावा कुसुम के दो और भाई हैं और उसकी कोई बहन नही है। मोहित 22 साल का, शोभित 24 साल का और सबसे बड़ा भाई रोहित 30 साल का है। ख़ुद कुसुम 27 साल की है।
शेष अगले भाग में.....
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Part-12
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
मोहित के नाम वाली पेन ड्राइव डालते ही जो वीडियो शुरू हुआ उसमें कुसुम एक छड़ी हाथ मे पकड़े हुए सोफे पर बैठी थी और उसके सामने फर्श पर मोहित मुर्गा बना हुआ था। मोहित के बदन पर सिर्फ एक अंडरवियर था और कुसुम उसके नितम्बों पर लगातार छड़ी के स्ट्रोक लगा लगा कर यह कहती सुनाई दे रही थी-" आज तेरी ऐसी हालत बनाऊंगी कि तू आगे से अपना होम वर्क जरूर करके लाएगा।"
वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा था कि यह वीडियो काफी पुरानी थी और कुसुम की शादी के पहले की थी। उस समय कुसुम की उम्र लगभग 23 साल रही होगी और मोहित की उम्र 18 साल रही होगी। कुसुम शुरू से ही अँग्रेजी में टॉपर रही थी इसीलिए 12 वीं में पढ़ने वाले छोटे भाई की वह पढ़ाई लिखाई में मदद कर रही थी। लेकिन जो कोई इस वीडियो को देख लेगा वह तो यही कहेगा कि कुसुम छोटे भाई को पढ़ाने के बहाने उसका किस बेदर्दी के साथ यौन शोषण कर रही थी।
अपने नितम्बों पर छड़ी के स्ट्रोक लगने से मोहित लगातार सुबक सुबक के रो रहा था लेकिन कुसुम को इसमें भी मज़ा आ रहा था।
जब मोहित की हिम्मत जबाब देने लगी तो वह मुर्गा बने बने ही गिड़गिड़ाया-'सॉरी दीदी, अब छड़ी मत मारो। बहुत दर्द हो रहा है-आज मुझे छोड़ दो, अब कल से मैं रोजाना होम वर्क करके लाऊंगा।"
मोहित के इस तरह गिड़गिड़ाने पर कुसुम के चेहरे पर एक विजयी मुस्कान दौड़ गई और वह मोहित से बोली-"चल अब उठकर खड़ा हो जा।अब तुझे मैं ऐसी सज़ा दूँगी जिसमे तुझे बिल्कुल दर्द नही होगा।"
मोहित जो काफी समय से मुर्गा बना हुआ अपने नितम्बों पर छड़ी के स्ट्रोक झेल रहा था, कुसुम की इस बात को सुनकर बहुत खुश हुआ और फटाफट उठकर खड़ा हो गया लेकिन उसकी खुशी उस समय यकायक गायब हो गई जब कुसुम ने उससे कहा-"अब अपना अंडरवियर भी उतारो"
मोहित का चेहरा शर्म से एकदम लाल हो गया था-कुसुम चुपके चुपके उसकी तरफ देखकर मुस्करा रही थी-"जल्दी उतारो । अंडरवियर उतारने से तुम्हे कोई दर्द भी नही होगा-तुम भी तो यही चाहते थे कि तुम्हे कोई ऐसी सज़ा मिले जिसमे दर्द न हो, अब जल्दी करो वरना..."
मोहित एकदम सहम सा गया था, कुसुम की बात पूरी होने से पहले ही उसने अपना अंडरवियर उतार दिया और अब वह कुसुम के सामने एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे खड़ा था और अपने दोनों हाथों से अपने तने हुए लंड को छुपाने का असफल प्रयास कर रहा था लेकिन कुसुम ने तो मोहित के साथ मस्ती करने का मूड बनाया हुआ था इसलिए उसने बेहद कड़क आवाज़ मे मोहित को हुक्म दिया-"अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ और जब तक मैं ना कहूँ, तुम्हारे हाथ ऊपर ही रहने चाहिए"
मोहित ने अब अपने दोनों हाथों को ऊपर उठा लिया।
कुसुम अब उससे बोली- "थोड़ा आगे आओ मेरे नजदीक आओ "
मोहित थोड़ा आगे बढ़कर खड़ा हो गया।
कुसुम कुछ समय तक मोहित को निहारती रही फिर उसने अपने हाथ मे पकड़ी हुई छड़ी को मोहित के बदन पर फिराना शुरू कर दिया।
मोहित बेबस सा खड़ा कुसुम के इस यौन उत्पीड़न को इसलिए सहे जा रहा था कि कहीं कुसुम दुबारा से उसके बदन पर छड़ी के स्ट्रोक लगाना शुरू न कर दे।
कुसुम अब अपनी छड़ी को मोहित के तने हुए लंड के इर्द गिर्द गोल गोल घुमा रही थी। उसकी छड़ी काफी देर तक मोहित के लंड से खेलती रही।
कुछ देर बाद कुसुम ने मोहित के लंड से अपनी छड़ी हटा ली और बोली-"अब आज की सज़ा खत्म करने से पहले तुम अपने कान पकड़कर 100 बार उठक बैठक लगाओ।"
मोहित फिर गिड़गिड़ाने लगा- "दीदी, मैं बहुत थक गया हूँ। मुझसे अब यह नही होगा।"
कुसुम ने फिर उसकी तरफ मुस्करा कर देखा और सख्त आवाज़ में बोली-''कोई बात नही-अगर 100 उठक बैठक नही लगानी हैं तो मैं तुम्हे सज़ा का एक और विकल्प दे रही हूँ। इधर मेरी टाँगों पर उल्टे होकर लेट जाओ ताकि मैं तुम्हारे नितम्बों पर 10 छड़ी के स्ट्रोक लगा सकूं।'
मोहित ने बडी उम्मीद से कुसुम की तरफ देखते हुए कहा-" दीदी, आप छड़ी बहुत जोर से तो नही मारोगी ? "
कुसुम मुस्कराती हुई बोली- " अच्छा चल एक और रियायत देती हूँ- तुझे छड़ी से डर लग रहा है ना। मैं छड़ी की जगह अपने हाथों से तेरे नितम्बों पर 20 स्ट्रोक लगाऊंगी। ठीक है ? "
" हाँ दीदी, ठीक है ।" मोहित खुश होता हुआ बोला
कुसुम लाल रंग के शॉर्ट और सफेद टॉप पहने हुए थी। उसका शार्ट इतना शार्ट था कि उसकी पूरी जाँघे लगभग नंगी ही थीं। कुसुम ने अपनी जांघों को फैलाया और फिर मोहित से बोली- " आजा, इन पर उल्टा होकर लेट जा'
मोहित आगे बढ़ा और जिस तरह से कुसुम कह रही थी उस तरह उसकी जांघों पर उल्टा होकर लेट गया। कुसुम ने मोहित के बदन को अपनी टाँगों पर ठीक से एडजस्ट किया और उसके नंगे बदन पर हाथ फिराने लगी।
कुसुम ने अब मोहित से कहा-" अब मैं अपने हाथों से तुम्हारे नितम्बों पर 20 स्ट्रोक लगाऊंगी। मेरे हर स्ट्रोक के बाद तुझे गिनती बोलनी है। अगर गिनती भूला तो वह स्ट्रोक काउंट नही होगा।"
अब कुसुम ने अपने हाथ को मोहित के नितम्बों पर जी भरकर फिराया और फिर अपने हाथ से एक हल्का सा स्ट्रोक लगा दिया। मोहित लगातार गिनती कर रहा था। कुसुम की हरकतों से लग रहा था कि उसका असली मकसद अपने हाथों को मोहित के नितम्बो पर फिरा फिरा कर मस्ती करना था। 20 स्ट्रोक पूरे होने से पहले ही यह वीडियो खत्म हो गई थी और कोई वीडियो शुरू हो गई थी। रश्मि ने देखा कि रात के 12 बज गए थे। उसने मोहित के नाम की पेन ड्राइव भी निकाल ली और बॉक्स मे पड़ी दूसरी पेन ड्राइव और सी डी को देखने लगी।
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PART-13
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर
रश्मि प्लास्टिक के बॉक्स में पेन ड्राइव और सी डी पर लिखे हुए नाम देख ही रही थी कि अचानक उसकी नज़र एक लिफाफे पर पडी. लिफाफा स्टैप्लर पिन लगाकर बंद किया हुआ था लेकिन लग रहा था कि उसके अंदर कोई सी डी थी. लिफाफे पर सिर्फ पल्ल्वी लिखा हुआ था. रश्मि इस समय वीडियो देख देखकर पूरी तरह उत्तेजित हो चुकी थी और अपने शरीर की गर्मी मिटाने का कोई बहाना ढूंढ रही थी. उसने उस बॉक्स को दराज़ में वापस रख दिया और टी वी स्क्रीन पर बैक बटन दबा दिया. बैक बटन दबाते ही वहां तीन ऑप्शन डिस्प्ले में आ गए -पहला ऑप्शन था- रश्मि , दूसरा ऑप्शन था-अर्जुन और तीसरा ऑप्शन था-गेस्ट रूम.
रश्मि समझ गयी थी कि इन तीनों कमरों का लाइव टेलीकास्ट पल्ल्वी भाभी यहां से देखती थीं. क्योंकि खुद रश्मि का कमरा और गेस्ट रूम इस समय बंद पड़ा था, इसलिए वहां तो कुछ देखने के लिए था नहीं, इसलिए रश्मि ने "अर्जुन" वाले ऑप्शन पर क्लिक कर दिया और वह यह देख कर हैरान रह गयी कि अर्जुन के साइड रूम का एक़दाम साफ़ सीन टी वी स्क्रीन पर नज़र आ रहा था. रात के बारह बजने के बाबजूद अर्जुन अभी तक जाग रहा था और अपनी टी शर्ट और निक्कर पहने बिस्तर पर उल्टा लेटकर अपने मोबाइल में कुछ पोर्न फिल्म वगैरा देख रहा था.
रश्मि को अब अपनी उत्तेजना और गर्मी को शांत करने का एक आईडिया यकायक आया और उसने इंटरकॉम पर अर्जुन का नंबर दबा दिया -अर्जुन इतनी रात में इंटरकॉम की घंटी बजने पर एकदम हड़बड़ा सा गया और फोन को उठाकर बोला-" जी मेमसाब"
रश्मि उससे बोली-"अर्जुन जरा इधर आओ मेरे कमरे में"
"जी मेमसाब" कहकर अर्जुन ने अपना फोन रख दिया और पल्ल्वी के कमरे की तरफ आने लगा जहां इस समय रश्मि ने डेरा डाला हुआ था
रश्मि ने दरवाज़ा अंदर से खोल दिया था. अर्जुन कमरे में घुसा तो उसे रश्मि कहीं दिखाई नहीं दी. अर्जुन जैसे ही कमरे में घुसा तो रश्मि को पता चल गया, उसने साइड रूम से बैठे बैठे ही उससे कहा-" दरवाज़ा अंदर से बंद कर दो और इधर मेरे पास आओ साइड रूम में."
अर्जुन जैसे ही दरवाज़ा बंद करके साइड रूम में आया तो उसने देखा कि रश्मि एक सोफेनुमा कुर्सी पर पैरों को फैलाकर बैठी हुई थी और साथ ही में वह टी वी स्क्रीन पर भी देख रही थी जहां से अर्जुन के कमरे का पूरा सीन नज़र आ रहा था. अर्जुन यह देखकर एकदम हक्का बक्का रह गया कि उसके कमरे का पूरा सीन यहां बैठकर लाइव देखा जा सकता है.
अर्जुन रश्मि के आगे अब इस तरह खड़ा था मानों उसकी कोई बहुत बड़ी चोरी पकड़ी गयी हो
"क्या चल रहा है यह सब ? इतनी देर से मोबाइल में क्या देख रहे थे ? " रश्मि ने उससे कड़क आवाज़ में पूछा
अर्जुन एकदम घबरा सा गया -" जी मेमसाब कुछ नहीं, वस् ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी"
रश्मि लेकिन कहाँ मानने वाली थी-" साफ़ साफ़ बताओ, मोबाइल में क्या देख रहे थे. लाओ इधर दिखाओ अपना मोबाइल" कहकर रश्मि ने अर्जुन का मोबाइल झटककर अपने हाथ में ले लिया और उसमे गैलरी में जाकर वीडियो और तस्वीरें देखने लगी.
अर्जुन अब समझ गया था कि आज उसकी खैर नहीं है क्योंकि उसके मोबाइल में तो काफी खतरनाक किस्म के वीडियो मौजूद थे.
एक वीडियो २ मिनट का था जिसमे पल्ल्वी भाभी अपने बेड पर एकदम निर्वस्त्र अवस्था में लेटी हुई थीं. और भी कई वीडियो थे लेकिन रश्मि इस समय जल्दी में थी.
उसने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए अर्जुन की तरफ देखा-" यह क्या है ? तुम यहां काम करने आये हो या इस तरह की जलील हरकतें करने के लिए ?" तुम यहां छिप छिप कर पल्ल्वी भाभी के नंगे वीडियो बनाते रहते हो-हम इसकी सैलरी देते हैं तुम्हे ? सुबह होने दो मैं मम्मी को तुम्हारी सारी करतूतें दिखाकर तुम्हारी कल से ही छुट्टी करवाती हूँ."
अर्जुन को अब यह समझ में आ चुका था कि रश्मि ने उसे रँगे हाथों बदमाशी करते हुए पकड़ लिया है-वह घबराकर रश्मि के पैरों में गिर पड़ा और उसके पैर पकड़कर बोला-"मेमसाब हम बहुत गरीब आदमी हैं, हम पर रहम करो. आप लोग जो तन्खा हमारे घर हर महीने भिजवाते हो उससे हमारे घर में माँ और दो बहनों का पालन पोषण होता है.| आगे से मुझसे कोई गलती नहीं होगी. इस बार मुझे माफ़ कर दो और किसी को भी कुछ मत बताओ, यही मेरी आपसे विनती है."
रश्मि तो उसे नौकरी से निकलवाना चाहती ही नहीं थी. वह तो यही चाहती थी कि अर्जुन उसके कंट्रोल में आ जाए और जिस तरह से अर्जुन उसके दोनों पैरों को पकड़कर फर्श पर बैठा हुआ था, वह इस बात का प्रमाण था कि वह इस समय रश्मि के पूरे कंट्रोल में था.
रश्मि ने अब कहना शुरू किया-"तुम्हारा अपराध माफी के लायक है या नहीं , यह तो मैं अब बाद में सोचूंगी . फिलहाल तुम्हे इस दुष्कर्म की सजा तो जरूर मिलेगी."
अर्जुन ने और कसकर रश्मि के पैर पकड़ लिए और बोला-" मेमसाब आप जो भी सजा देना चाहें दे दें लेकिन मुझे नौकरी से मत निकालें"
रश्मि को अब समझ आ चुका था कि अब यह चिकना लौंडा उसका "स्लेव" भी आसानी से बन जाएगा.
रश्मि अब उससे बोली-"ठीक है अब जरा खड़े हो जाओ"
अर्जुन खड़ा हो गया-उसकी नज़रें झुकी हुई थीं
रश्मि उससे बोली-"चल अपने कपडे उतार"
"जी मेमसाब" कहकर अर्जुन ने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए. जब उसके बदन पर सिर्फ एक अंडरवियर बच गया तो वह रुक गया लेकिन रश्मि उससे फिर कडककर बोली-"रुक क्यों गया, इसे भी उतार"
अर्जुन ने अपना अंडरवियर भी उतार दिया और उसका लंड तनकर एकदम खड़ा हो गया -अपने दोनों हाथों से अर्जुन अपने तने हुए लंड को छिपाने का प्रयास करने लगा.
रश्मि ने उसे फिर हुक्म दिया-" अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर तब तक खड़ा रह जब तक मैं तुझे अगला हुक्म न दूँ."
"जी मेमसाब" कहकर अर्जुन ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
रश्मि सोफे पर बैठी बैठी अपनी दोनों टाँगे हिलाते हुए यह सब कुछ देख रही थी और जिस तरह से अर्जुन उसकी हर बात को बिना किसी सवाल के मानने के लिए विवश हो रहा था , उससे रश्मि को अब काफी मज़ा भी आ रहा था. रश्मि की जोनों जांघों के बीच काफी खलबली मच रही थी और उसका योनि प्रदेश पूरी तरह गीला हो चुका था.
रश्मि ने अपने पास राखी एक छड़ी उठाई और उस छड़ी से अर्जुन के शरीर को छेड़ना शुरू कर दिया -काफी देर तक अपनी छड़ी को उसने अर्जुन ले लंड पर घुमाया और फिर बोली-" चल अब पीछे घूमकर दिखा"
अर्जुन पीछे घूम गया और रश्मि ने अपनी छड़ी से दो तीन स्ट्रोक उसके नितम्बों पर जड़ दिए. अर्जुन सब कुछ सहे जा रहा था क्योंकि उसके पास और कोई चारा नहीं था. उसे मालूम था कि रश्मि न सिर्फ नौकरी से निकलवा सकती थी बल्कि पुलिस में भी शिकायत दर्ज़ करा सकती थी.
रश्मि से अब कंट्रोल नहीं हो रहा था. वह सोफे से उठी और छड़ी को एक तरफ रख दिया .इसके बाद उसने एक काले रंग का ब्लाइंड फोल्ड उठाकर उसे अर्जुन की आँखों पर कसकर बांध दिया. रश्मि ने अर्जुन के हाथों को भी नीचे किया और दोनों हाथों को पीछे ले जाकर उनमे हथकड़ी लगा दी.
"चलो नीचे घुटनों के बल बैठ जाओ" रश्मि ने अर्जुन को हुक्म दिया और उसने तुरंत हुक्म का पालन किया .
इसके बाद रश्मि ने अर्जुन को अपनी जरूरत के हिसाब से एडजस्ट किया और बोली-"ठीक इसी पोजीशन में बैठे रहो
अर्जुन की आँखों पर काला ब्लाइंड फोल्ड बंधा हुआ था और उसके हाथ पीछे बंधे हुए थे. इसके चलते न तो वह कुछ देख पा रहा था और न ही कुछ और कर सकने की हालत में था.
रश्मि ने अब अपना निक्कर और पैंटी फटाफट उतार फेंकी और अपने योनि प्रदेश को अर्जुन के चेहरे पर ले जाकर धीरे धीरे रगड़ने लगी.
रश्मि ने उसके दोनों गळून पर चपत मारते हुए कहा-"चल अपनी जीभ निकल और इसे चाट चाट कर साफ़ करता रह."
अर्जुन को यह समझने में काफी समय लगा कि उसके साथ क्या हो रहा है. रश्मि ने इस तरह से अर्जुन के साथ जी भरकर मस्ती की और अर्जुन क़ी जीभ से अपने योनि प्रदेश को चटवा चटवा कर अपनी सारी उत्तेजना और गर्मी को शांत करके राहत की सांस ली. इसके बाद उसने अर्जुन की हथकड़ी भी खोल दी और ब्लाइंड फोल्ड भी खोलते हुए कहा-" जाओ अब जरा अपना मुंह वगैरा ठीक से धोकर दुबारा से मेरे पास वापस आओ"
अर्जुन समझ गया कि उसकी सजा अभी बाकी है
अर्जुन अपने कपडे पहनना चाहता था लेकिन रश्मि ने उसके नितम्बों पर एक जोर की छड़ी मारते हुए कहा-" ऐसे ही जाओ-जब तक मैं न कहूँ कपडे नहीं पहनने हैं."
अर्जुन निर्वस्त्र अवस्था में ही कमरे के बाहर अपना मुंह धोने चला गया जिसे रश्मि की योनि प्रदेश की रगड़ाई ने पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया था. रात के दो बज चुके थे लेकिन रश्मि को आज बहुत दिनों बाद मस्ती करने का मौका मिला था जिसे वह जी भरकर इस्तेमाल कर लेना चाहती थी.
अर्जुन पूरी तरह अपने चेहरे को साफ़ करके दुबारा कमरे में घुसा और रश्मि ने दुबारा उससे दरवाज़े को अंदर से बंद करवा दिया. वैसे तो रश्मि की मम्मी पहली मंज़िल के कमरे में सोती थीं और सुबह से पहले उनके उठने की कोई सम्भावना भी नहीं थी लेकिन फिर भी रश्मि कोई चांस नहीं लेना चाहती थी.
इस बीच रश्मि ने भी अपने कपडे बदल लिए थे और अपने शरीर पर सिर्फ एक पारदर्शी गाउन पहन लिया था जिसके अंदर उसने कुछ भी नहीं पहना हुआ था .वह पूरी तरह रिलैक्स होकर सोफे पर बैठी हुई थी.
अर्जुन रश्मि के सामने निर्वस्त्र अवस्था में खड़ा हुआ रश्मि के अगले आदेश की प्रतीक्षा कर रहा था
शेष अगले भाग में ......
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