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पापी परिवार--1
दोस्तो आपके लिए एक और मस्त कहानी पेश कर रहा हूँ ये कहानी मैं सिर्फ़ हिन्दी फ़ॉन्ट मे तब्दील कर रहा हूँ असली क्रेडिट इसके रायटर को जाता है
पात्रों का परिचय
दीप चावला :-
एज :- 45
कामयाब बिज़्नेसमॅन
मुंबई की फेमस इवेंट मॅनेज्मेंट कंपनी चावला आंड सन्स के मालिक
साथ ही बड़े अयाश इंसान लेकिन अपने घर मे बहुत ही शरीफ और सज्जन
इनकी ख़ासियत से सिर्फ़ कुछ गिने चुने लोग ही परिचित हैं जो इनकी कंपनी के बहुत पुराने और वफ़ादार हैं
इनकी हॉबीज मे इन्हे हर रात एक नयी लड़की से संबंध बनाने की लालसा रहती है और क्यों ना हो ..अक्सर बड़ी - बड़ी पार्टियों मे कोई ना कोई जनाना जिस्म इन्हे मिल ही जाता है ..फिर चाहे वो जिस्म किसी अमीर औरत का हो या पार्टी मे सर्विस के लिए लगाई जाने वाली कमसिन लड़कियों का
इनके कॉंटॅक्ट्स कयि ऐसे लोगो से भी हैं जो इनकी रात रंगीन बनाने मे एक कामयाब भूमिका निभाते हैं और वो तब होता है जब थक हार के भी इनकी शारीरिक भूख शांत का साधन इन्हे मिल नही पाता
फिट बॉडी ..जेब मे अथाह पैसा और सबसे ख़ास बात इनका लंड ..जिस पर ये बहुत घमंड करते हैं ..साइज़ करीबन 8.5" और गोलाई मे लगभग 3" इंच..यही कुछ कारण हैं जो इनकी अयाशी को कम नही होने देते
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कामिनी चावला :-
एज :- 43
ये हैं इनकी बीवी ..वैसे इन दोनो ने लव मॅरेज की थी लेकिन उसके लिए इन्हे अपने - अपने घरो से बग़ावत करनी पड़ी ..जो आज शादी के 25 साल बाद भी इन्हे अपने घरवालो से जुदा रखे हुए है
जिस वक़्त ये दोनो घर ( देल्ही ) से भागे थे उस समय ना तो इनके पास ज़्यादा पैसे थे कि ये अच्छे से खा पी सकें और ना ही रहने के लिए कोई घर ..दोनो की पढ़ाई भी अधूरी ही थी ..लेकिन ऐसे बुरे हालात पर इनके काम आया दीप का जिगरी दोस्त जीत ..जिसने इन्हे कैसे भी कर के मुंबई पहुचाया और फिर खुद की शादी होने पर बीवी सहित यूएसए चला गया ..खेर आगे कहानी मे जीत का काफ़ी इंपॉर्टेंट रोल है
कामिनी एक बहुत सुलझी महिला है ..ना ज़्यादा तड़क - भड़क से रहना ना ही ज़्यादा फालतू के लफडो मे पड़ना ..बस इनकी 2-4 सहेलियाँ हैं जिनके साथ इनका टाइम पास हो जाता है बाकी घर के कामो से ही इन्हे फ़ुर्सत नही मिलती
शादी के 10 सालो तक तो दीप और कामिनी ने जम कर अपनी सेक्स लाइफ को एंजाय किया ..पर धीरे - धीरे दीप अपने बिज़्नेस को समहालने मे बिज़ी हो गया और कामिनी घर मे बच्चो को ..अब तो हालात ऐसे थे कि विरले ही अगर चुदाई का सीन क्रियेट हो जाए तो ठीक वरना दीप तो वैसे भी रोज़ बाहर नयी चूतो का मज़ा ले ही रहा था
कामिनी का फिगर बड़ा ही फाडू था ..उमर के चौथे पड़ाव पर पहुचने के बाद भी उसमे ज़रा सी भी चर्बी या ढीलापन नही आया था
ऐसा भी नही कि वो को 20 साल की लड़की लगती थी पर उस से कम भी नही थी ..जब भी सज - धज के वो दीप और बच्चो के साथ कही किसी पार्टी वगेरा मे जाती तो अक्सर मर्दो की नज़र उसके यौवन पर आ कर टिक जाती थी
शरीर की बनावट कुछ इस तरह से थी :-
लंबे काले बाल ..तीखे नयन - नक्श ..सुराही सी गर्दन ..36 - डी की ब्रा मे तने बूब्स और 40 की गांद ..कुल मिला कर एक आदर्श फिगर
अधिकतर घर मे टाइम देने की वजह से कामिनी सूट, सारी या गाउन मे रहती ..जीन्स & स्कर्ट जैसे वेस्टर्न कपड़े उसने अपनी जवानी के शबाब पर तो खूब पहने लेकिन आज के हालत के मद्देनज़र मन मार कर उसने वक़्त से समझौता कर लिया था
ऑस्ट्रेलिया से एमबीए कर पिछले महीने ही इंडिया लौटा है ..चाहता तो अपने डॅड का बिज़्नेस जाय्न कर सकता था ..पर उसने चुनी एक मार्केटिंग जॉब ..खेर दीप तो यही चाहता था कि उसका बेटा उसके काम काज से दूर ही रहे तो अच्छा वरना वो कयि तरह की पाबंदियों से घिरता और अयाशियों का सिलसिला थम जाता
निकुंज ने मन लगा कर पढ़ाई की वजह थी कॉंपिटेशन ..एक बाप का बेटे से ..उसका मान ना था कि जिस तरह उसके डॅड ने खुद के दम पर अपना वजूद खड़ा किया ..ऐसा ही कुछ उसका भी सपना था ..और तभी उसने अपनी पढ़ाई - लिखाई किस्मत को लात मार नये सिरे से कलम चलाने का फ़ैसला किया ..जिसमे वो अब तक काफ़ी सफल भी रहा था
एक हॅंडसम मर्द ..मस्क्युलर बॉडी ..रोज़ नियम से जिम और एक्सर्साइज़ के लिए टाइम निकालना निकुंज की दिनचर्या मे शामिल था ..और इसमे उसका बखूबी साथ देती है उसकी बेहन निकिता ..अगर कभी वो किसी वजह से एक्सर्साइज़ नही कर पाता तो दिन भर उसे थकान महसूस होती ..किसी अच्छी चीज़ का हेबिचुयल होना भी कितना ग़लत है
हाइट घर मे सभी की अप्रॉक्स 5'7" से ऊपर है पर निकुंज 6' से ज़्यादा है उस पर गोरा रंग ..सॉलिड डोले - शोले सब बातें लड़कियों को उसका दीवाना बनती हैं
निकुंज की तीन गर्ल फ्रेंड्स रही ..2 इंडिया मे और 1 ऑस्ट्रेलिया मे ..उसने सेक्स का असली मज़ा भी अपनी एमबीए की पढ़ाई मे ही लिया ..बिना किसी रोक टोक के वो एक अँग्रेजन के साथ वहाँ लिविंग रिलेशन्षिप मे रहा ..दोनो एक साथ पढ़ते और मज़े से चुदाई भी करते ..अपने डॅड की तरह उसके लंड की साइज़ भी सेम उतना ही है ..बस फरक चुदाई का है ..दीप बहुत ही वाइल्ड तरीके से सेक्स करता है और निकुंज थोड़ा पॅशनेट हो कर
अभी फिलहाल निकुंज की किसी से कोई सेट्टिंग नही ..पास्ट जो भी रहा हो करनी तो उसे अरेंज मॅरेज ही थी
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निकिता चावला :-
एज :- 20
नेचर और रहन सहन मे निकुंज ..देखने मे बिल्कुल अपनी मोम कामिनी की कॉपी कह सकते हैं
काफ़ी सिन्सियर ..हमेशा अपनी हदो मे रहना ..बाप के पैसों पर ज़रा भी घमंड नही ..हेल्पफुल बंदी
रोज़ सुबह 5 बजे भाई के साथ ही रन्निंग करना ..योगा से खुद को मेनटेन करना ज़्यादा पसंद है
वैसे तो निकिता इंजिनियरिंग कर रही है ..लेकिन उसका सपना था एक सुपर मॉडेल बन ने का ..टीवी और फिल्मी दुनिया मे बढ़ रहा नांगपन देख उसने भी भरपूर कोशिश कि आक्ट्रेस जैसी लगे पर जो लड़की खुद को शीशे मे नंगा देख कर शर्मा जाती हो वो दुनिया को अपने जिस्म का दीदार करवाएगी और सपना - सपना ही रह गया
फिगर इसका भी मस्त है लेकिन हर वक़्त कपड़ो के भार को सहता रहता है ..गले से लेकर नीचे पिंदलियो तक हर समय ये धकि ही रहती है ..यहाँ तक कि नहाती भी ब्रा पैंटी पहेन के ही है
34 - ए के बूब्स और 36 की गांद का फिलहाल तो कोई आशिक नही बनाया ..इसे अपना कुँवारा पन अपने भावी पति को गिफ्ट करने की इच्छा है
इसकी और इसके बाप की अयाशियों मे ज़्यादा अंतर नही है
अपने सपने के मुताबिक ये एर होस्टेस्स की पढ़ाई कर रही है ..पर रात को लगभग 3 बजे तक जागना और सुबह 12 से पहले ना उठना ये इसकी सबसे बुरी आदत है
घर मे सबसे छोटी होने की वजह से हर कोई इसकी आदतों को हमेशा से नज़र अंदाज़ करता आया है
अब तक कुँवारी है वजह " बचपन का प्यार ना आर ना पार "
एक दिन मे बात प्यार तक पहुच जाती है और साथ जीने मरने के वादे भी ..लेकिन अगले दिन ही लड़ाई की वजह से सब ख़तम ..लड़ने का मुख्य कारण है इसकी शक़ करने की आदत ..किसका - किसके साथ लफडा है ..कौन कितने पानी मे है ..वगेरा - वगेरा मे ये अपना खून जलाती रहती है
वेस्टर्न पहनावा ..एलेक्ट्रॉनिक गॅडजेट्स ..दोस्तों के साथ घूमना फिरना ..फालतू के खर्च इसकी पहली पसंद हैं
दिखने मे नामिता भी किसी से कम नही सेम अपनी बड़ी बहेन जैसा फिगर
घर के किसी काम मे हाथ नही बटाती बल्कि बिगाड़ने पर आमदा रहती है
आज कल इसके शक्की मन का टारगेट कोई अजनबी नही खुद इसके डॅड हैं
पर ये सब हुआ कैसे तो जान नेके लिए हमे 10 दिन पिछे जाना पड़ेगा
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" गुड मॉर्निंग डॅड "
निम्मी सीढ़ियों से उतरते हुए दीप को ग्रीट करती है ..दीप सोफे पर आँख बंद किए बैठा था
" गुड मॉर्निंग का समय ख़तम ..दोपहर का एक बज रहा है "
दीप ने अपनी आँखें खोल थोड़ा नाराज़ होते हुए कहा
" ओह डॅड ..कल से पक्का जल्दी उठ जाया करूँगी "
निम्मी दीप की गोद मे बैठ कर बोली
" ह्म्म्म ..आज ये मक्खन किस लिए "
" कहाँ डॅड ..आप तो वर्ल्ड के बेस्ट डॅड हो "
निम्मी ने उसके गाल को चूम कर कहा
" समझ रहा हूँ ..बोल इस किस के बदले मे तेरी क्या डिमॅंड है ? "
दीप जानता था ..वैसे तो निम्मी हर वक़्त कोई ना कोई इश्यू उठाती रहती है पर जब उसे कोई ज़रूरत या काम पड़ता था तब वो गधे को भी बाप बनाने से नही चूकती
" वो डॅड ..मुझे 5000/- चाहिए "
निम्मी दूसरे गाल को चूमते हुए बोली
" नो वे निम्मी ..तूने प्रॉमिस किया था कि पॉकेट मनी के अलावा एक्सट्रा कोई पैसे नही माँगेगी "
दीप ने उसे गुस्से से अपनी उंगली दिखाई
" जानती हूँ डॅड मैं अपना प्रॉमिस तोड़ रही हूँ ..पर ये लास्ट बार है ..दे दो ना प्लीज़ "
निम्मी ने उसकी गोद मे मचलते हुए कहा
" चल ठीक है ..पर तू अब क्या खरीदने के विचार मे है ..अभी 15 दिन पहले ही तो मैने सब को भरपूर शॉपिंग करवाई थी "
दीप ने पिघल कर उसके कान पकड़े ..आख़िर वो अपनी औलादो के लिए ही तो कमा रहा था
" मैने माल मे एक लेदर स्कर्ट देखा था 4000/- का ..बस वही लेने जा रही हूँ "
निम्मी ये बोल कर उसकी गोद से उठी और पैसो के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा दिया
" तुझे ये छोटे - छोटे कपड़े पहेन ने मे शरम नही आती ..निक्की को देख कितनी सभ्यता से रहती है "
दीप ने निम्मी के उस वक़्त पहने कपड़ो को देख कर कहा ..निम्मी ने अभी एक बेहद छोटा टाइट पिंक टॉप पहना था जो उसके कंधो से स्टार्ट हो रहा था ..टॉप के नीचे पहनी वाय्लेट ब्रा के स्ट्रॅप्स विज़िबल थे ..निचले हिस्से मे एक वाइट + ब्लॅक लिनिंग स्कर्ट जो बड़ी मुश्क़िल से उसकी ब्रॉड थाइ तक का हिस्सा कवर कर पा रही थी
" डॅड दिस इस 21स्ट्रीट सेंचुरी और दीदी हैं 18थ की ..अब आप ज़्यादा बातें ना बनाओ ..मुझे लेट हो रहा है "
निम्मी ने भी पलटवार किया
" हां एक तू ही तो है मिस. इंडिया बाकी तो सब पानी कम चाय हैं ..ये ले पकड़ और शाम को जल्दी घर आ जाना "
दीप ने ये कहते हुए अपनी शर्ट की पॉकेट मे हाथ डाल पैसो की गड्डि पकड़ी और उसे बाहर खीचा ..पर अगले ही पल नोटों के साथ एक सिंगल कॉंडम पॅक भी बाहर निकल आया
" ओह शिट "
निम्मी ने अपने मन मे कहा और इसकी वजह थी उसकी जासूसी ..उसे ये पता था कि डॅड - मोम का चुदाई वाला खेल ख़तम हो चुका था ..अक्सर रात देर से सोने की आदत ने उसे दूसरो के कमरो मे ताक झाक करने वाला बना दिया था ..ऐसा नही था वो ये जान कर करती थी ..आक्चुयल बात थी उसके मोबाइल कॉल्स और साथ मे लॅपटॉप पर चाटिंग करना ..जिसके लिए वो पूरी तरह सेक्यूर माहॉल क्रियेट करती ..तभी उसे इतना डीप नालेज था कि हर रात दीप थोड़ा नशे मे आता और अपने बेड पर गिरते ही सो जाता
अब अगर मोम के साथ डॅड के फिज़िकल रीलेशन ख़तम हो गये थे तो फिर ये कॉंडम डॅड ने पॉकेट मे किस लिए रखा था
निम्मी को सोच मे डूबा देख दीप ने जल्दी से उसे 5000/- पकड़ा दिए ..वो पैसे ले कर दूसरी तरफ मूडी और सोचने के चक्कर मे उसका पैर ज़मीन पर बिछि मॅट के फोल्ड मे अड़ गया ..नतीजा वो आगे की तरफ गिर गयी ..हाथ का सपोर्ट लेने से उसे ज़्यादा चोट तो नही आई पर उसके गिरने से जो नज़ारा दीप की आँखों ने देखा वो बड़ा ही मदहोश कर देने वाला था
निम्मी की स्कर्ट छोटी होने से इतनी ऊपर उठ गयी थी कि अंदर पहनी ब्लॅक नेट पैंटी के दर्शन कुल 5 - 10 सेकेंड के लिए दीप को हुए ..पैंटी साइज़ के क्या कहने गांद की दरार मे फसि हुई थी ..अचानक निम्मी को अपनी पोज़िशन का ध्यान आया ..उसने उठने से पहले डॅड की तरफ अपना चेहरा घुमाया तो दीप की आँखों मे चमक देखी ..उसे समझ आया कि बाप होने के बावजूद बेटी के हुस्न ने ये कमाल किया है और अलगे ही पल वो ठीक से खड़ी हो गयी
" तुझे चोट तो नही आई ना ? "
दईप कॉंडम की बात को ले कर पहले ही परेशान था और अब तो निम्मी ने उसे खुद की गांद घूरते भी पकड़ लिया था ..दीप के माथे पर पसीना देख निम्मी का शक़ और गहरा हो गया
" नही मैं ठीक हूँ "
इतना कह कर निम्मी ने अपनी स्कर्ट को थोडा नीचे खिसकाया और तेज़ कदमो से मैन गेट की तरफ भाग गयी
" अरे कोई लेगी तो पहेन लेती स्कर्ट के नीचे "
दीप के मूँह से निकली बात मे इतना दम नही था कि निम्मी उसे सुन पाती ..भले दीप की अयाशियों मे उसे हर रात नया जिस्म चाहिए होता था पर आज अपनी खुद की बेटी के उभरे यौवन को देख कर वो एक बाप की तरह सोचने मे लग गया था " 100 - 100 चूहे खा कर बिल्ली हज को चली " और रही बात जेब से कॉंडम निकल ने की तो निम्मी की जगह अगर कामिनी होती तो शायद दिक्कत हो सकती थी ..इस घटना ने उसे सजग और सतर्क रहने का संकेत भी दे दिया था
वहीं निम्मी को जासूसी करने की वजह मिली वो भी अपने डॅड की