परिवार का प्यार ( रिश्तो पर कालिख) complete

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Viraj raj
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Re: परिवार का प्यार ( रिश्तो पर कालिख)

Post by Viraj raj »

😘 😓 😡
Masst update....... Mitra 👌👌👌😍😍😍👍👍👍💝💞💖
😇 😜😜 😇
मैं वो बुरी चीज हूं जो अक्सर अच्छे लोगों के साथ होती है।
😇 😜😜 😇

** Viraj Raj **

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Re: परिवार का प्यार ( रिश्तो पर कालिख)

Post by 007 »

thanks dosto
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Re: परिवार का प्यार ( रिश्तो पर कालिख)

Post by 007 »

नेहा--इस ज़हर का कोई इलाज नही है जब तक जय सेक्स करेगा वो ठीक रहेगा....अगर ज़्यादा देर तक उसने सेक्स नही किया तो उसके दिल की धड़कन इतनी बढ़ जाएगी कि हार्ट फैल भी हो सकता है....



मम्मी--फिर तू ही बता हमे क्या करना चाहिए....




नेहा--दो दिन तक लगातार सेक्स करना किसी एक लड़की या औरत के बस की बात नही है....जय का पानी छूटेगा लेकिन वो लगातार फिर भी करता रहेगा....



शमा--मम्मी भैया ने हम सब के लिए क्या क्या नही किया....क्या हम उन्हे बचाने के लिए अपना जिस्म भी नही दे सकते उन्हे....



शमा की इस बात पर सभी ने सहमति जताई और सभी बारी बारी लगातार दो दिन तक मेरा साथ देती रही.....




3र्ड डे


सवेरे सवेरे....




एक खुशनुमा सुबह छाई थी सुबह की ठंडी ठंडी हवा मेरे बदन को ठंडक पहुचा रही थी....में बड़ी मुश्किल से अपनी आँखे खोल पाया....पूरे बदन मे दर्द हो रहा था मैं खुद को हिला भी नही पा रहा था.....और जब मैने अपने चारो तरफ देखा तो वहाँ मेरे साथ साथ सभी नंगे सो रहे थे.....ये देखते ही एक बार फिर से मैं बेहोशी के आलम मे समाने लगा......




डे 4



जय.....जय....आँखे खोलो....जय....


मैने अपनी आँखे खोली मेरे सामने सभी खड़े थे एक प्यारी सी मुस्कान के साथ....इन सब की मेहनत रंग ले आई थी....मैने कुछ पूछना चाहा तो मम्मी ने मेरे मुँह पर उंगली रख दी.....



मम्मी--कुछ मत बोलना जय.....कुछ भी नही जो हुआ वो हम मे से कोई भूल तो नही सकता लेकिन अपना ज़रूर सकते है अपनी लाइफ को आगे बढ़ाने के लिए.....हम सभी एक दूसरे से प्यार करते है एक परिवार के रूप में....और ये पूरा परिवार हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहे इसके लिए खामोशी बहुत ज़रूरी है.....




मम्मी की कही ये बात मुझे उस दिन समझ मे नही आई थी लेकिन आज मैं समझता हूँ.....



दुबई से ऑफीसर का फोन आया था उसने बताया कि पापा और भाई की हत्या एक आतंकवादी आक्सिडेंट थी....



पैसे की कोई कमी नही थी फिर भी पापा के और भाई के लाइफ इन्षुरेन्स से अरबो रुपये मम्मी को और भाभी को मिले....हर महीने बिज़्नेस से भी काफ़ी पैसे आजाते है.....




मुझे बॉस की सीट पर बैठने के लिए काफ़ी बोला गया लेकिन मैने ये शहर छोड़ दिया सुना है आज कल नंदू सब काम संभाल रहा है....अच्छा काम कर रहा है वो पूरी ईमानदारी से....



मैने सुहानी और रीना की माँ के पास भी काफ़ी पैसा भिजवा दिया था एक अच्छी लाइफ जी सके ताकि वो...,




सुहानी और रीना को नेहा ने वही ड्रग दे दिया था उस दिन... जब उन्हे सेक्स नही मिला तो उन्होने खुद को उस शिकारगाह के साथ ब्लास्ट में उड़ा दिया....



मुझ में अभी भी वो ड्रग बाकी था और उसका इलाज मुझे अभी भी मेरा परिवार अपना दूध पिलाकर कर रहा है.....



कुछ बाते इंसान के बस में नही रहती सेक्स भी उनमें से एक है....ड्रग्स या दूसरा नशा जीवन को बर्बाद कर देते है....कहने को मुझे मेरा परिवार का प्यार मिला लेकिन उस ड्रग की वजह से मेरी माँ मेरी बहन अब मुझे दुबारा नही मिल सकती....


ये कहानी समाप्त हो गयी है लेकिन समाप्त होने के साथ साथ मेरे मन में काफ़ी सवाल भी छोड़ गयी है.....



क्या इंसानियत का इतना पतन होना वाजिब है.....क्या सिर्फ़ जिस्म की भूख मिटाने के लिए एक बेटा एक भाई एक बाप एक माँ कैसे अपने रिश्तो पर कालिख पोत सकते है....आए दिन अख़भार मे खबर आती है एक बाप ने अपनी मासूम बेटी का रेप किया....पड़ोसी ने एक माऊं बच्ची का रेप किया एक भाई ने अपनी बहन का रेप किया....घृणा आने लगी है ऐसे समाज से मुझे.....लेकिन में भी इसी समाज का हिस्सा हूँ इसलिए आज के बाद में परिवारिक रिश्तो पर ऐसी कोई कहानी नही लिखूंगा जिसमें इंक्स्ट दुर्भावना या पारिवारिक शोषण हो....



आप सभी का शुक्रिया मैने इस कहानी से काफ़ी कुछ सीखा है उम्मीद है आप सब ने भी कुछ सीखा होगा....सही या ग़लत वो आपको ही चुनना है....



दा एंड
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Re: परिवार का प्यार ( रिश्तो पर कालिख)

Post by 007 »

samaapt


dosto ye kahani samaapt ho chuki hai
aap sabhi ka sahyog karne ke liye thanks
fir milenge nayi kahani ke sath
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