कुसुम ने लण्ड मुँह में लिया, इस बीच चिंटू ने 2-3 झटके कुसुम की गांड में मारे होंगे कि 70 साल के सेठ कुसुम के मुँह में झड़ गए, उसका पूरा मुँह कसेला हो गया।
चिंटू ने कुसुम की गांड अब पूरी ताकत से चोदनी शुरू कर दी थी।
चिंटू बहुत बुरी तरह से कुसुम की चोद रहा था, कुसुम की आँखों में आँसू आ गए थे और अब वो वाकयी गांड चुदाई के दर्द से चीख रही थी।
थोड़ी देर में चिन्टू ने अपना रस कुसुम की गांड में छोड़ दिया। इस बीच मेरा भी रस मुन्नी की चूत में भर गया था।
चिंटू ने कुसुम को छोड़ दिया, अब वो निढाल होकर नीचे पड़े बिस्तर पर गिर गई।
मुन्नी ने कुसुम की चूत सहलाते हुए कहा- अब थोड़ा मज़ा आया।
तभी गीता बीयर और व्हिस्की की बोतल ले आई, मैंने और चिंटू ने चियर्स करते हुए आधा घंटे तक शराब का मज़ा लिया, कुसुम को भी थोड़ी थोड़ी बीयर हमने पिलाई।
इसके बाद लेटी हुई कुसुम के दोनों तरफ हम लोग लेट गए और उसकी एक चूची अपने मुँह में भर ली और चूत में एक एक उंगली साथ साथ डालकर बारी बारी पाँचों उँगलियों से उसकी चूत साथ साथ रगड़ी।
कुसुम की कामाग्नि कम नहीं हो रही थी, वो दोनों हाथों मैं हम दोनों का लण्ड पकड़ कर सहला रही थी। चिंटू कुसुम की चूत चूसने लगा और मैंने उसका मुँह गोद में रख लिया, कुसुम ने देर किये बिना मेरा लोड़ा अपने मुँह में ले लिया।
कुछ देर बाद कुसुम चिल्लाने लगी- चोदो मेरे कुत्तों… चोदो… देर क्यों कर रहे हो?
चिंटू ने मुझे हटा कर उसकी चूत में अपना लण्ड लगा दिया और कुसुम को चिपका कर चोदने लगा। मेरी तरफ कुसुम की गांड चमक रही थी जिसे देखकर मेरा लोड़ा खुजलाने लगा।
इस बीच मुन्नी बोली- आप इसकी गांड मारिये ना ! कितनी सुंदर लग रही है।
मैंने कुसुम की गांड में अपना लण्ड घुसा दिया।
अब कुसुम की चुन्नी मुन्नी दोनों एक साथ चुद रही थीं, वो दर्द से कराह रही थी और साथ साथ दो लण्ड उसके दोनों छेद फाड़ रहे थे।
चिंटू और मैंने धीरे धीरे मुन्नी के दोनों छेदों को तेज चोदना शुरू कर दिया।
कुसुम का बुरा हाल हो रहा था, दो दो लण्डों से वो चुद वो उह… ऊई… मर गई… मर गई… आह… आह… ऊ मर गई… बस बस… की दर्द भरी आवाजें भर रही थी।
कुसुम सैंडविच बनी हुई थी।
हम दोनों ने पलटी ली, चिंटू अब कुसुम के नीचे और मैं उपर था, मैं उठा कर खड़ा हुआ और उसकी जांघें चौड़ी करके चूत पेलने लगा।
यह देखकर मुकुंद सेठ उठकर आए और कुसुम के मुँह में अपना लण्ड लगा दिया।
अब कुसुम की गांड में नीचे से चिंटू का लण्ड, मुँह में मुकुंद सेठ का और चूत में मेरा लण्ड घुसा हुआ था।
अब वो 3-3 लण्डों से चुद रही थी।
गीता ताली बजाते हुए बोली- आह, अब मेरा बदला पूरा हुआ !
तीनों लण्डों ने एक साथ वीर्य कुसुम की चूत, गांड और मुँह में छोड़ा।
हम तीनों हट गए, कुसुम की दूसरी पारी ख़त्म हो गई।
गीता और मुन्नी ने सहारा देकर कुसुम को दस मिनट बाद उठाया और उसको पेशाब कराया, थोड़ा चलवाया, अब उनका बदला पूरा हो गया था।
कुसुम को पेन किलर भी खाने को दी।
कुसुम अब ठीक थी, चिंटू और मुकुंद सेठ चले गए थे, कुसुम ने मुझे हाथ पकड़ कर रोक लिया।
गीता कुसुम और मुन्नी आपस में एक दूसरे से चिपक कर खूब रोईं।
गीता बोली- अगर हम औरतें ही औरतों की चुदती देखने का मज़ा लेंगे तो मर्दों की तो बल्ले बल्ले हो जाएगी। हम सब आपस में वादा करती हैं आज से किसी की चुदती देखने का मज़ा नहीं लेंगी और दूसरी औरतों को भी ऐसा करने से रोकेंगे !
बारी बारी सब मुझसे भी गले मिली, मुन्नी बोली- कोई अगर प्यार और सहमति से चोदे और हमारी मदद भी करे तो चुदने में कोई बुराई नहीं है, चूत तो चुदने के लिए ही होती है पर अपने खुद के मर्द भी चूत का मज़ा पूरा लेते हैं और उसके बाद दो प्यार भरे शब्द भी नहीं बोलते। आज से हम तीनों औरतें अच्छी दोस्त हैं।
इसके बाद हम सब चाल में वापस आ गए।
अगले दिन से चाल में सब सामन्य था, मुन्नी, गीता और कुसुम अब पक्की सहेलियाँ थीं।
तीनों मेरी भी दोस्त हैं और तीनों ने मुझे अपनी चूत का फ्री लाइसेंस दे रखा है और वादा ले रखा है कि महीने में एक बार उनकी चूत और एक बार उनकी गांड पक्का चोदूँगा।
मैं अपना वायदा तीन महीने से इमानदारी से पूरा कर रहा हूँ। साथ ही साथ आप से भी उम्मीद करता हूँ आप भी अपनी सहेलियों की चुदाई का मज़ा ले रहे होंगे ना कि उनकी चुदाई का तमाशा बना रहे होंगे।
कहानी काल्पनिक है, कहानी का किसी वास्तविक घटना से कोई सम्बन्ध नहीं है। कहानी सिर्फ मनोरंजन के लिए है, इसका वास्तविक जीवन में अनुसरण मानसिक और शारीरिक कष्ट दे सकता है।
समाप्त
इंतकाम की ज्वाला
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Re: इंतकाम की ज्वाला
Dhansu update bhai Bahut hi Shandar aur lajawab ekdum jhakaas mind-blowing.
Keep going
We will wait for next update
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I am big fan of your work
आवारा सांड़ अनौखा समागम अनोखा प्यारचमत्कारी Arhann- mohabbat ya nafrat SAAJAN (Family Love FANTASY)
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Re: इंतकाम की ज्वाला
बहुत ही बढ़िया समापन..
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Re: इंतकाम की ज्वाला
बढ़िया
मांगलिक बहन....एक अधूरी प्यास- 2....Incest सपना-या-हकीकत.... Thriller कागज की किश्ती....फोरेस्ट आफिसर....रंगीन रातों की कहानियाँ....The Innocent Wife ( मासूम बीवी )....Nakhara chadhti jawani da (नखरा चढती जवानी दा ).....फिर बाजी पाजेब Running.....जंगल में लाश Running.....Jalan (जलन ).....Do Sage MadarChod (दो सगे मादरचोद ).....अँधा प्यार या अंधी वासना ek Family ki Kahani...A family Incest Saga- Sarjoo ki incest story).... धड़कन...