मांगलिक बहन

Post Reply
rajan
Expert Member
Posts: 3293
Joined: 18 Aug 2018 23:10

Re: मांगलिक बहन

Post by rajan »

अजय:" दीदी आप पर मुझे पूरा यकीन है लेकिन हालात ही इस तरह एक बन गए हैं।

इतना कहते हुए अजय ने रिकॉर्डिंग को शुरू कर दिया।

मोबाइल पर सबसे पहले सपना कि आवाज आई:"

" बोल ना सीमा क्यों शर्मा रही है, क्या हुआ तेरे साथ ? सुना ना अपनी सुहागरात की कहानी ?

राधा:" उफ्फ मेरी बन्नो, बोल भी कहीं लंड मुंह में घुसा कर तेरी आवाज तो नहीं भगा दी ?

राधा की बात सुनकर सौंदर्या शर्म से दोहरी हो गई। सौंदर्या ने शर्म के मारे अपना मुंह अपने दोनो को हाथों में छुपा लिया।

अजय ने अपनी दीदी की तरफ एक नजर देखा और फिर से मोबाइल पर ध्यान लगा दिया।

सीमा:" चुप हो जाओ तुम दोनों, मैं अपने पति का इंतजार कर रही थी और रात के करीब 11 बजे वो आए तो मेरी सांसे अपने आप तेज हो गई। उसने धीरे से कमरे को बंद किया और मेरे पूरे जिस्म में उत्तेजना दौड़ गई।

वो धीरे धीरे आगे बढ़ा और बेड पर मेरे पास बैठ गए और मेरा मुंह देखने के बाद मुझे गिफ्ट दिया और उसके बाद उसने मुझे अपनी बांहों में भर लिया। मैं भी प्यासी और मेरे जिस्म का अंग अंग सेक्स के लिए तड़प रहा था इसलिए मैं खुद ही उससे लिपट गई। उसने मुझे देखा और अपने जलते हुए होंठ मेरे होंठो पर रख दिए और हम दोनों एक दूसरे के होंठ चूसने और देखते ही देखते मेरी जीभ उसके मुंह में घुस गई।

अजय इतनी सेक्सी बाते सुनकर उत्तेजित हो गया और उसकी आंखे लाल हो गई थी। वहीं सौंदर्या तो जैसे ये सब सुनकर पूरी तरह से बेताब हो गई थी और उसके पूरे जिस्म में मस्ती छाई हुई थी। अजय के एक हाथ में डिल्डो और दूसरे में मोबाइल था।

आगे फिर सीमा की आवाज उभरी:" फिर उसने मेरी जीभ को चूसना शुरू कर दिया और उसके हाथ मेरी गांड़ पर आ गए और ज़ालिम ने पूरी ताकत से मेरी गांड़ को मसलना शुरु कर दिया। मेरे मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी और किस टूट गई। फिर उसने मेरी साड़ी को खोलकर एक तरफ कर दिया और एक के बाद एक उसने मेरे जिस्म पर से कपडे उतार दिए और मैं अब सिर्फ ब्रा पेंटी में रह गई। आने वाले हसीन पलो को सोचकर मेरी चूत पहले से ही गीली हो गई थी और उसने पेंटी के उपर से ही मेरी चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया तो मैं सिसकती हुई उससे लिपट गई और उसकी उंगलिया मेरे चूत से निकल रहे रस से भीग गई तो उसने उंगली को अपनी नाक के पास किया और सूंघने लगा और फिर अपने मुंह में भर लिया और चूस कर बोला वाह मेरी जान तेरी चूत की खुशबू सच में मजा आ गया। क्या टेस्ट हैं।

सौंदर्या की हालत पूरी तरह से बिगड़ गई थी और वो अपने पैर के पंजों को एक दूसरे से मसलने लगी। वहीं अजय का लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था और उसकी अंडर वियर में एक बहुत बड़ा तम्बू बन गया था और अजय के ठीक सामने एक शीशा लगा हुआ था जहां से उसे सौंदर्या साफ दिखाई दे रही है।

भाई बहन दोनो पूरी तरह से गर्म हो गए थे और उनके अंदर जिस्म की आग पल पल बढ़ती ही जा रही थी। अजय ने रिकॉर्डिंग बंद नहीं करी और सौंदर्या तो इस कदर मदहोश हो गई थी कि कुछ बोल पाने की हिम्मत उसमे नहीं रह गई थी।

सीमा की आवाज फिर से उभरी" जैसे ही उसने अपनी उंगली को मुंह में दिया तो मेरी जांघें अपने आप कसती चली गई। उफ्फ ज़ालिम ने देखते ही देखते मेरी ब्रा को उतार दिया और मेरी गोल गोल चूचियां बाहर की तरफ छलक पड़ी। हाय उसने अगले ही पल मेरी चुचियों को अपने हाथो में भर लिया और जोर जोर से मसलने लगा तो मेरे मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

सौंदर्या की हालत पूरी तरह से बिगड़ गई थी और उसकी चुचियों में बहुत तेजी से कम्पन हो रहा था मानो उसकी नाईटी को फाड़कर बाहर आना चाहती हो। सौंदर्या की पेंटी में उसे कुछ गीलापन महसूस हुआ और सौंदर्या के जिस्म में तेज झनझनहट सी उठने लगी और उसने अजय की नजरो से बचते हुए अपने एक हाथ को अपनी जांघ पर रख दिया और खुद ही सहलाने लगी। अजय शीशे में ये देख कर मस्त हो गया और उसने भी अपने एक हाथ को अपने लंड के पास रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगी।

सीमा की फिर से आवाज आई " जैसे ही उसने मेरी चूचियों को अपने मुंह में भरा तो मेरे जिस्म से रस टपकना शुरू हो गया और मैं उसके ऊपर गिरती चली गई।

अजय ने धीरे से अपनी बहन की तरफ देखा जिसकी आंखे अब मस्ती से बंद हो गई थी और अजय ने एक नजर उसकी चूचियों पर डाली जो उपर नीचे हो रही थी और बस निप्पल ही अंदर रह गया था। अजय को एक समय अपनी बहन सिर्फ एक काम देवी नजर आ रही थी।

सीमा की आवाज:" जैसे ही मैं उसके ऊपर गिरी तो मेरा हाथ अपने आप उसके लंड पर चला गया और मेरे मुंह से आह निकल गई। उफ्फ ये ही वो लंड था जिसके लिए मैं तड़प रही थी। उफ्फ 7 इंच। मैंने सारी शर्म हया छोड़कर उसे अपनी मुट्ठी में भर लिया।
rajan
Expert Member
Posts: 3293
Joined: 18 Aug 2018 23:10

Re: मांगलिक बहन

Post by rajan »

सौंदर्या पूरी तरह से मदहोश हो गई और उसने एक नजर डिल्डो पर डाली और उसकी आंखे लाल हो गई। अपनी भाई की नजरो से बचते हुए उसने एक बार उसके लंड की तरफ देखा तो उसे एहसास हुआ कि अजय अपने लंड को अंडर वियर के उपर से ही सहला रहा था। सौंदर्या के मुंह से एक आह निकल पड़ी और उसके पैर जवाब दे गए और वो बेड पर गिरती चली गई। अजय ने अपनी बहन की तरफ देखा तो उसने देखा कि सौंदर्या की दोनो आंखे मस्ती में बंद हो गई थी और वो अपनी एक टांग को दूसरी पर रगड़ रही थी जिससे उसकी नाइटी उसकी घुटनो से उपर सरक गई थी और उसकी गोरी गोरी टांगे साफ नजर आ रही थी। सौंदर्या की आंखे मदहोशी में बंद हो गई थी और उसकी चुचियों और ज्यादा तेजी से उछल कूद कर रही थी।

अजय समझ गया कि उसकी बहन पूरी तरह से बहक गई है तो उसने मासूम बनते हुए कहा:"

" दीदी क्या हुआ आप ठीक तो हैं ? अगर आप कहे तो मैं रिकॉर्डिंग बंद कर दू?

सौंदर्या की नेट वाली पेंटी पूरी तरह से भीग गई थी और उसकी जांघ तक चूत रस से भीगी हुई पड़ी थी।

सौंदर्या तो बेचारी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं थी और जैसे ही चुप लेती हुई अपनी टांगो को एक दूसरे से रगड़ती रही। अजय भी आराम से सौंदर्या के पास ही लेट गया लेकिन उससे थोड़ी दूरी पर और बोला:"

" दीदी जब भी आपको लगे कि ज्यादा हो रहा है और बंद करना हैं तो मुझे बता देना। मै बंद कर दूंगा रिकॉर्डिंग।

सौंदर्या के मुंह को छोड़कर आज उसका सारा जिस्म खुलकर बोल रहा था कि ये रिकॉर्डिंग चलने दे भाई। ऐसे ही चलने दे बस।

तभी अचानक से लाइट चली तू और कमरे में अंधेरा हो गया। उफ्फ इससे सौंदर्या को बड़ी राहत मिली क्योंकि उसे लाइट की वजह से बहुत ज्यादा शर्म महसूस हो रही थी।

सीमा की आवाज:" उफ्फ कितना मोटा और अच्छा लग रहा था उसका लंड। वो फिर से मेरी जांघो के बीच में आ गया और मेरी जांघो को चूमने लगा तो मेरी चूत से चिंगारी सी निकलने लगी।

सौंदर्या से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अंधेरे का फायदा उठाते हुए अपने एक हाथ को अपनी जांघो में घुसा दिया तो उसके मुंह से खुद ही एक आह निकल पड़ी। अजय धीरे से आगे हुआ और उसने सौंदर्या का हाथ हिलता हुआ देखा तो उसका जिस्म अपने आप थोड़ा सा आगे सरक गया और वो सौंदर्या के बिल्कुल करीब पहुंच गया।

सीमा की आवाज:" फिर से उसने मेरी चूत के आस पास सूंघना शुरू कर दिया और मेरी आंखे मस्ती से बंद हो गई। मेरी जांघें अपने आप खुलती चली गई और देखते ही देखते उसने अपनी नाक को मेरी पेंटी पर रख दिया तो मेरे मुंह से आह निकल पड़ी।

सौंदर्या की जांघें अपने आप थोड़ा सा खुली जिससे वो थोड़ा सा पीछे को सरक गई और उसकी कमर में अपने भाई का लंड टकराया तो उसके जिस्म के रोंगटे खड़े हो गए। उसे एहसास ही नहीं हुआ कि कब उसका भाई उसके पास लेट गया था।

वो एक झटके के साथ पीछे हुई और अगले ही पल उसे अफसोस हुआ। अजय की हिम्मत बढ रही थी और वो धीरे धीरे आगे होता रहा और सौंदर्या के हिलने से उसके पैर अजय के पैरो से टकरा रहे थे। अजय ने एक चाल चलने की तैयारी करी और अपने लंड को बाहर निकाल लिया और धीरे से बिल्कुल उसके करीब हो गया और कान में फुसफुसाया

:" आप सच बोल रही थी, मुझे आप पर पूरा यकीन हो गया है ये रेकॉर्डिंग सुनकर।

अजय की बात सुनकर सौंदर्या खुश हो गई और वो खुशी से पलटी और अपने भाई के सीने से लिपट गई। अजय का प्लान कामयाब रहा।

उसकी चूचियां अजय के सीने में घुस गई और लंड उसकी जांघो में घुसता चला गया। सौंदर्या को अपनी गलती का एहसास हुआ लेकिन जब तक देर हो गई थी क्योंकि अजय ने उसे पूरी तरह से अपनी मजबूत बांहों में कस लिया था और उसके पैर पर अपने पैर रगड़ रहा था।

सीमा की आवाज:" उफ्फ जैसे ही उसने मेरी पैंटी को सूंघना शुरू किया तो मेरी सांसे अटक सी गई और मेरे हाथ अपने आप उसके सिर पर पहुंच गए।
rajan
Expert Member
Posts: 3293
Joined: 18 Aug 2018 23:10

Re: मांगलिक बहन

Post by rajan »

सौंदर्या की हालत बद से बदतर होती जा रही थी और उसकी पेंटी पूरी तरह से भीग गई थी। अजय ने अपनी कमर को आगे की तरफ किया जिससे उसका लंड सौंदर्या को चूत पर जा लगा तो सौंदर्या दीवानी सी होकर उससे लिपट गई ।

अजय ने अपने एक हाथ को उसके पेट पर रख दिया और हल्का सा सहलाते हुए बोला:"

" दीदी आपने दिन में जरूर ये रिकॉर्डिंग सुनी होगी।

इतना कहते हुए अजय ने अपने लंड का दबाव बढ़ाया तो सौंदर्या मचल गई और उसकी जांघ खुल गई और बोली:"

:" आह भाई, थोड़ी सी सुनी थी बस, मैं बेचैन हो गई और बंद कर दी कि रात को सुन लुगी आराम से भाई।

अजय ने अपने मुंह को सौंदर्या की गर्दन पर रखा और गर्म गर्म सांसे छोड़ते हुए बोला:"

" आह दीदी, बेचैन होकर आपने जरूर डिल्डो हाथ में लिया होगा, हैं ना मेरी प्यारी दीदी।

सौंदर्या अपनी भाई की गर्म सांसों से पिघल गई और सिसकते हुए बोली:" उफ्फ मेरे भाई, लिया था हाथ में ये मैंने।

अजय ने धीरे से अपनी जीभ को हल्का सा उसकी गर्दन पर फिरा दिया और लंड का दबाव बढ़ाते हुए बोला:"

" हाय मेरी दीदी, क्या लिया था हाथ में बेचैन होकर?

सौंदर्या ने हाथ आगे बढाया तो उसके हाथ में डिल्डो आ गया और उसने उसे उठाया और अजय के हाथ में थमा दिया तो अजय ने डिल्डो को सौंदर्या के पेट पर रगड़ दिया और बोला:"

" हाय मेरी सौंदर्या दीदी, इसे क्या बोलते हैं ?

सौंदर्या अपने भाई की इस हरकत पर तड़प उठी और हल्की सी पीछे होते हुए बोली

" हाय उफ्फ इसे डिल्डो कहते हैं। हाय राम उफ्फ मेरी मां।

सौंदर्या के पीछे हटने से अजय तड़प उठा और उसे फिर से अपनी तरफ खींचा और अपनी पूरी जीभ उसकी गर्दन पर फिरा दी और सिसका:"

" हाय दीदी सिर्फ हाथ में लिया था और वहां भी लगाया ये डिल्डो ।

इतना कहते हुए अजय ने सौंदर्या के हाथ में डिल्डो को दबा दिया और अपने दूसरे हाथ को उसकी जांघो पर टिका दिया तो सौंदर्या की उंगलियां अपने आप उस पर कस गई और सिसकी:"

" आह भाई नहीं, वहां नहीं लगाया था मैंने इसे ?

अजय:" उफ्फ फिर इसमें से इतनी अच्छी खुशबू कैसे आ सकती हैं? हाय कितना अच्छा लग रहा है इसे सूंघकर

अजय ने सौंदर्या का हाथ पकड़ा और डिल्डो सहित अपनी नाक के पास ले आया और सूंघने लगा। सौंदर्या को अपने भाई को सपना की चूत की खुशबू की तारीफ करना पसंद नहीं आया और सौंदर्या ने अपने पैर के अंगूठे को अजय के पैर के दबा दिया और बोली:"

" उफ्फ बेशर्म, सपना ने किया होगा जरूर, उसकी ही खुशबू होगी इसमें। पता नहीं तुझे क्यों अच्छी लग रही है इतनी।



अजय:" नहीं दीदी, आपने किया होगा पक्का, यकीन नहीं आता कि उसकी खुशबू इतनी अच्छी कैसे हो सकती हैं, आप खुद ही सूंघ लिजिएं ।

रिकॉर्डिंग पर किसी का ध्यान नहीं था और सौंदर्या अपने भाई की बात सुनकर फिर से सिसकी:"

" उफ्फ भाई, मेरा नहीं हैं, आह मुझे मत सूंघा ये सब। हाय भाई

अजय ने डिल्डो को अपने और अपनी दीदी के चेहरे के बीच कर दिया और सूंघने लगा। सौंदर्या खुद एक बार सूंघना चाहती थी लेकिन बोल नहीं पाई लेकिन अजय ने खुद ही ये काम कर दिया। डिल्डो से उठ रही खुशबू सौंदर्या को महसूस हुई तो वो पागल सी हो गई और बोली:"

" आह भाई, मत कर उफ्फ, ये कैसी खुशबू आ रही है, इसमें से उफ्फ। मुझे तो इतनी ज्यादा अच्छी नहीं लगती ये। ये मेरी नहीं हो सकती है।

अजय:" दीदी आपकी ही तो खुशबू हैं , देखो ना।

इतना हुए अजय ने सौंदर्या की गांड़ को हल्का सा मसल दिया तो सौंदर्या तड़प उठी:"

" आह भाई मेरी नहीं हैं, उफ्फ मेरी तो इससे बहुत ज्यादा अच्छी होगी सच में।

नारी ईर्ष्या के कारण सौंदर्या के मुंह से जैसे ही ये निकला तो अजय तपाक से बोल पड़ा:"

" आह दीदी क्या सच में ? उफ्फ अगर ये अच्छी नहीं है तो फिर आपकी कितनी अच्छी होगी, हाय मेरी दीदी , एक बार सूंघा दो ना, सच भी पता चल जाएगा।
rajan
Expert Member
Posts: 3293
Joined: 18 Aug 2018 23:10

Re: मांगलिक बहन

Post by rajan »

सौंदर्या की चूत मचल उठी और उसने अपनी जांघो को कस लिया और बोली:"

" आह नहीं, नहीं भाई। मैं कैसे सूंघा सकती हूं, हाय मुझसे नहीं ये होगा ये काम, उफ्फ भाई तुम।

अजय ने डिल्डो से अपनी दीदी के पेट पर सहलाना शुरू कर दिया और अपने लंड का दबाव बढ़ा कर बोला:"

" हाय दीदी फिर मुझे कैसे पता चलेगा कि आपकी अच्छी है या सपना की खुशबू, डिल्डो से तो बहुत अच्छी खुशबू आ रही है। उफ्फ कितना मादक लग रहा है मुझे सच में।

सौंदर्या अपने भाई की बात सुनकर तड़प उठी और अपनी जांघो को थोड़ा सा खोल दिया और उसके हाथ को पकड़ लिया जिसमें डिल्डो था। अजय ने अपनी बहन की सहमति पाकर अपनी जीभ से उसकी कान की लौ को सहलाना शुरू कर दिया और सौंदर्या के मुंह से आह निकल पड़ी और उसका पेट अन्दर की तरफ सिकुड़ा और उसने खुद ही अपने भाई के हाथ को अपनी नाइटी में घुसा दिया।
हाथ के घुसते ही अजय ने पहली बार अपने दूसरे हाथ से उसकी गांड़ को कसकर मसल दिया और सौंदर्या के मुंह से एक मस्ती भरी आह निकल पड़ी। सौंदर्या का पूरा जिस्म अपने भाई की बांहों में मचल रहा था और अजय का हाथ जरूर सौंदर्या ने पकड़ा था लेकिन डिल्डो अब अजय अपनी मर्जी से सौंदर्या की जांघो पर रगड़ रहा था जिससे सौंदर्या की चूत में रस का तूफान सा आया हुआ था। अजय ने अपने दांतो से सौंदर्या की कान की लौ को हल्का सा काटा और डिल्डो को उसकी पेंटी के साइड से अंदर घुसा दिया। सौंदर्या की चूत पर जैसे ही डिल्डो छुआ तो उसके बदन ने एक तेज झटका खाया और उसके मुंह से फिर से आह निकल पड़ी। अजय ने डिल्डो को अपनी बहन की चूत पर अच्छे से घुमाया और जैसे ही वो चूत के छेद पर पहुंचा तो सौंदर्या पागल सी हो गईं और उसकी चूचियों के निप्पल पूरी तरह से कड़क होकर अजय के सीने में चुभने लगे और सौंदर्या ने अपने जिस्म को अपने भाई की बांहों में पूरी तरह से ढीला छोड़ दिया।

अजय डिल्डो पर जैसे ही दबाव बढ़ाता तो सौंदर्या की चूत की दीवारें झनझना जाती और सौंदर्या के मुंह से आह निकल रही थी और उसने अपने भाई की पीठ को सहला शुरू कर दिया। डिल्डो पूरी तरह से चूत रस से भीग गया था और रस की बूंदे चूत पर टपक रही थी तो सौंदर्या से बर्दास्त नहीं हुआ और आंहें भरते हुए बोली:"

" आह भाई, उफ्फ पूरा डिल्डो रस से भीग गया है, हाय मत कर अब, उफ्फ निकाल ले बाहर इसे।

अजय ने सौंदर्या की कान की लौ को हल्के हल्के चबाते हुए कहा:"

" हाय मेरी दीदी, डिल्डो किसके रस से पूरा भीग गया है, हाय बताओ ना मेरी प्यारी दीदी

इतना कहते हुए अजय ने अपने दूसरे हाथ को सौंदर्या की नाइटी के अंदर घुसा दी और उसकी गांड़ को दबोच लिया तो सौंदर्या बावली सी हो गई और उसने सब शर्म लिहाज छोड़ते हुए डिल्डो को अपनी चूत पर रगड़ दिया और अपनी चूचियों को उसके सीने पर रगड़ते हुए सिसक उठी

" हाय भाई इसके रस से भीग गया है, बिल्कुल पूरा भीग गया है, देख ना कैसे रस टपक रहा है

अजय अपनी बहन के इस कामुक अंदाज पर पूरी तरह से बहक गया और अपनी उंगली को उसकी गांड़ के पर दबाते हुए डिल्डो को चूत की क्लिट पर रगड़ दिया और बोला:"

" हाय दीदी, सच में पूरा भीग गया है, उफ्फ नाम क्या है इसका दीदी?

सौंदर्या के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी और सिसकते हुई अपनी चूत को उपर उठाते हुए डिल्डो पर रगड़ दिया और अपने जीभ को उसके गाल पर रगड़ते हुए कानो में बहुत ही कामुक अंदाज में सिसक उठी

" आह भाई, इसके, हाय जिस पर तू डिल्डो रगड़ रहा है, हाय जिसे मैं डिल्डो पर रगड़ रही हूं। तू समझ गया ना भाई।

अजय:" हाय आह उफ्फ मैं सब समझ गया दीदी।

सौंदर्या:" भाई उफ्फ, हाय निकाल ले इसे बाहर अब, उफ्फ नहीं तो तेरी दीदी मर जाएगी।

अजय पेंटी के उपर से उसकी गांड़ के छेद को सहला कर तड़प उठा:"

" हाय मेरी दीदी, तुम तो मेरी जान हो सौंदर्या। तुम्हे कैसे मरने दे सकता हूं।


अजय ने डिल्डो को खूब अच्छे से गीला किया और बाहर निकाल लिया। सौंदर्या तड़प उठी और उसने अपनी जांघो को फिर से कस लिया। अजय ने डिल्डो को फिर से अपने और सौंदर्या के चेहरे के बीच किया और उससे उठ रही मद मस्त खुशबू उसकी नाक में समा गई। उफ्फ अजय पागल सा हो गया और सौंदर्या की जांघो को अपने दूसरे हाथ से खोलते हुए लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा। अपनी चूत की खुशबू सूंघकर सौंदर्या भी पागल सी हो गई और गहरी गहरी सांस लेते हुए जोर जोर से सूंघने लगी।

अजय सिसकते बोला: हाय दीदी कितनी अच्छी खुशबू हैं आपकी, सपना तो इसके आगे बिल्कुल बेकार है। हाय मेरी दीदी कितनी अच्छी हो आप।

सौंदर्या ने राहत की सांस ली और फिर से सूंघते हुए बोली:"

" हाय भाई, सच में तुझे बहुत अच्छी लगी। उफ्फ मुझे भी अच्छी लग रही है।

अजय:" हाय दीदी सच में धन्य हो गया मैं, लेकिन इसमें से आपकी खुशबू के साथ साथ सपना की बदबू भी आ रही हैं। उफ्फ दीदी अगर सिर्फ आपकी ही खुशबू होती तो हाय मेरी प्यारी दीदी।

सौंदर्या सपना की बदबू सुनकर खुश हो गई और बोली:"

" हाय भाई, मेरी खुशबू कैसी आएगी इसमें अब ?


तभी सीमा की आवाज:" मेरे पति ने अपनी नाक को मेरी पेंटी में दबा दिया और मेरी चूत में चीटियां सी दौड़ गई। मेरा जिस्म मस्ती से भर उठा और मेरी सिसकियां कमरे में गूंज उठी।उसकी गर्म गर्म सांसे मेरी चूत पर कमाल कर रही थी हाय राधा, इतना मजा कभी नहीं आया।

अजय:" हाय दीदी उफ्फ क्या मैं भी सीमा के पति की तरह सीधे ही सूंघ लू क्या? उफ्फ मेरी दीदी आपकी खुशबू

अजय ने सौंदर्या के जिस्म की आग को इस कदर भड़का दिया था कि वो पूरी तरह से अपने भाई के काबू में थी। सौंदर्या झूठा बहाना बनाते हुए बोली:"

" उफ्फ भाई किसी को पता चल गया तो क्या होगा? हाय भाई नहीं, मैं नहीं सूंघा सकती। क्या पता तू किसी को बता दे।

अजय ने सीमा को मसलते हुए अपनी तरफ खींचा और लंड का तगड़ा धक्का उसकी चूत पर पड़ा तो वो सिसक उठी। अजय बोला:"

" हाय दीदी किसी को पता नहीं चलेगा, मैं नहीं बताऊंगा आपकी कसम दीदी, बस एक बार सूंघने दो ना, हाय मेरी दीदी। आह दीदी देखो ना, सीमा का पति भी सूंघ रहा है, उफ्फ कितना अच्छा लग रहा है सीमा को ? दीदी करने दो ना, एक बार बस, नहीं तो मैं मर जाऊंगा आह।

सौंदर्या अजय से लिपट गई और सिसक उठी:" हाय भाई तू तो मेरी जान हैं, तुझे कैसे मरने दे सकती हूं, आह भाई सूंघ ले जी भर कर।

सौंदर्या मस्ती से भर उठी और अपने भाई को बांहों में तेजी से कस लिया। अजय सब समझ गया और उसने अपनी दीदी को सीधा बेड पर लिटा दिया। वो अपनी आंखे बंद किए पड़ी थी और टांगे अपने आप खुल गई। सौंदर्या के चेहरे पर मस्ती के लहरे दौड़ गई थी और वो मचल रही थी
Post Reply