कहीं वो सब सपना तो नही complete

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007
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »


शाम के 7 बज चुके थे बट डॅड अभी तक नही आए थे,,मैने मोम को बोला कि डॅड अभी तक
क्यू नही आए तो मोम ने बोला कि मुझे क्या पता बॅंक से सीधा चले गये होंगे अपनी प्यारी
बेहन के पास अब रात को वहीं जो रुकना है उनकी बेहन की देखभाल के लिए,,,मोम के बोलने
का तरीका थोड़ा गुस्से वाला था वो जैसे डॅड को ताना मार रही थी,,,बट मोम डॅड तो अपने
समान यानी कपड़े तो लेके ही नही गये,,कपड़ो की क्या ज़रूरत उनको,

,,क्या मोम मैं समझा नही,
कुछ नही बेटा कपड़े शायद वो सुबह आके बदल लिया करेंगे या फिर कल ले जाएँगे,,मुझे
मोम के बोलने का तरीका कुछ अजीब लग रहा था,,खैर मैने सोचा मुझे टेन्षन लेने की क्या
ज़रूरत मुझे तो अब रात के बारे मे सोचना है आज मोम के साथ जो सोना है,,मैं यही सोच
कर खुश होने लगा ,,




रात को मोम डिन्नर तैयार कर रही थी मामा अभी तक नही आया था बाहर से,,शायद नशे मे
कहीं बैठा होगा जब नशा उतरेगा तो अपने आप वापिस घर आ जाएगा वो तो अक्सर ऐसे ही
करता है कभी कभी तो रात को नशे की हालत मे घर के अंदर ही नही आता ऑर घर के
पीछे वाले गेट से अंदर आके गार्डेन मे सो जाता है,,,मैं सोफे पे बैठा टीवी देख रहा था
ऑर साथ साथ अपनी मोम को किचन मे खाना बनाते देख रहा था,,मोम ने वाइट पेटिकोट ऑर
वाइट ब्लाउस के उपर हल्के ब्लू कलर की साड़ी पहनी हुई थी,,मैं मोम की तरफ देख रहा
था तभी मोम की नज़र मेरे पे पड़ी ऑर वो मुस्कुराने लगी उनकी मुस्कान थोड़ी शरारत भरी
थी उन्होने ने मुझे देखा ऑर मुस्कुरा कर वापिस अपने काम करने मे लग गयी,,,कुछ देर बाद
मुझे मोम की आवाज़ सुनाई दी,,,,,,सन्नी बेटा ज़रा यहाँ आना तो,

,,,,मैं उठकर किचिन की तरफ चल पड़ा ,,,जी मोम अपने मुझे बुलाया,

,,,हां सन्नी बेटा डाल को तड़का लगाना है ऑर घी का डब्बा उपर की शेल्व्स पर पड़ा है मेरा हाथ नही पहुँच रहा पहले तो एक छोटा सा टेबल रखा हुआ था बट अब घर का समान इधर उधर बिखर गया है तो वो टेबल कहीं
नज़र नही आ रहा,

,मैने बोला कोई बात नही मोम मैं हूँ ना मैं उतार देता हूँ वो डब्बा
मैने अपना हाथ उपेर किया बट मेरा हाथ भी वहाँ तक नही पहुँचा वो डब्बा सबसे उपर
वाली शेल्व्स पे पड़ा हुआ था,,मोम ये तो बहुत उपर पड़ा हुआ है मेरा हाथ भी वहाँ तक
नही पहुँच रहा,
,,तो क्या करे बेटा,
,,,मोम एक काम हो सकता है आप मेरे को उपर उठाओ
ओर मैं डब्बा उतार लूँगा मोम बड़ी हैरानी से मेरी तरफ देखने लगी ओर मैं हँसने लगा,,,
मैं मज़ाक कर रहा हूँ मोम ,
,,,,अरे बेटा एसा मज़ाक मत किया कर मेरी तो जान ही निकल गयी थी ये सोच कर कि मैं तुझे कैसे उठा सकती हूँ,,,,,फिर मैं ऑर मों दोनो हँसने लगे,,मैने बोला कि आज बिना घी के ही तड़का लगा दो मोम,
,,,,अरे नही बेटा घी तो नीचे भी पड़ा है लेकिन वो दूसरा है मैं तड़का देसी घी मे लगाती हूँ जो उपर पड़ा हुआ है
,,,तो दूसरे घी से ही तड़का लगा लो मोम

,नही बेटा उस से तड़का लगाने मे मज़ा नही आता ऑरना ही दाल मे वो स्वाद आता है जो देसी घी से आता है,,
,,,,फिर तो एक ही रास्ता है मोम,,,
तभी मोम बीच मे ही बोल पड़ी कॉन्सा रास्ता यही कि मैं तुझे गोद मे उठा लूँ ऑर तुम घी
का डब्बा उतार लो,,,मोम हँसने लगी ऑर मैं भी,
,,,नही मोम मैं आपको उठा लेता हूँ ऑर आप घी का डब्बा उठा लेना,,,,पहले मोम सोच मे पड़ गयी,,मुझे लगा ये नही मानेगी,,,,क्या हुआ मोम ,,

,,,,,कुछ नही बेटा मैं सोच रही थी कि तुम मुझे उठा सकोगे क्यूकी मैं थोड़ी मोटी
हूँ ना,
,,,,मैने बोला मोम आपका बेटा बड़ा हो गया है आपको उठाने के क़ाबिल भी,,,,हाँ वो तो
दिखता है
,,,,इतना बोल कर मों मेरे पास आ गयी,,



मोम मेरे पास आके खड़ी हो गयी ओर मैं उनके पीछे खड़ा हो गया,,मैने थोड़ा नीचे होके
मोम को उनके घुटनो के करीब से उनकी टाँगे पकड़ कर उपर उठा लिया जिस वजह से मोम की
बड़ी ओर मोटी गान्ड मेरे चहरे से लग गयी मैने भी अपना चेहरा मोम की गान्ड से हल्का सा
दबा दिया,,मोम ने डब्बा उठा लिया ऑर मेरी तरफ नीचे देख कर हल्की सी स्माइल की ऑर मुझे
उनको नीचे उतारने का इशारा किया,,मैने अपने हाथों की पकड़ को मोम की टाँगो पे हल्का सा
कमजोर किया ताकि उनको नीचे उतार सकूँ,,मैं एक दम से उनको नही उतारना चाहता था कहीं
वो गिर ना जाए क्यूकी मेरा मोम हल्की सी वजनी थी,,,मेरी पकड़ मोम की टाँगो पर कमजोर
होते ही मोम धीरे से नीचे की तरफ खिसकने लगी,,जिसकी वजह से मेरा फेस मोम की गान्ड
पे होते हुए उनकी नंगी पीठ से टच करने लगा ऑर आगे से मेरे हाथ उनके नंगे पेट
पर टच होने लगे मैने भी अपना फेस थोड़ा आगे की ओर कर दिया ताकि मोम के बदन को अपने
लिप्स से महसूस कर सकूँ आगे से मेरे हाथ मोम के पेट से होते हुए उनके बूब्स पे आ गये
थे ऑर मेरे लिप्स मोम के ब्लाउस के उपर से उनकी गर्दन पे शोल्डर के पास पहुँच गये थे
मोम किचन मे खाना बना रही थी इसलिए उनका बदन पसीने से भीगा हुआ था इसलिए
मुझे उनके पसीने की बहुत तेज गंध आ रही थी,

,,,उनके पसीने की गंध बहुत तेज थी जोमेरी साँसे के साथ अंदर जाके एक तूफान पैदा कर रही थी ऑर मुझे बहुत ज़्यादा आकर्षित कररही थी मुझे वो गंध बहुत अच्छी लग रही थी ,,मुझे ऐसा लग रहा था वो गंध सेक्स ऑर
वासना की एक डोर मुझे अपनी ही सग़ी मोम की तरफ खींच रही थी,,मैं एक अजीब से
एहसास से मदहोश होके एक नई दुनिया मे पहुँच गया था ऑर उस दुनिया की अंजान राहों पे
मस्ती से चलता जा रहा था जहाँ ना सफ़र का पता था ना मंज़िल का,,मैं तो बस रास्ते
पे चलते हुए एक अंजान ऑर मस्ती भरे सफ़र का मज़ा ले रहा था,

,,मैं नीचे उतर गयी हूँ अब तो मुझे छोड़ दो बेटा,
,,मैं एक डर से नींद से जागा ऑर अंजान रस्तो के सफ़र सेवापिस अपनी किचिन मे पहुँच गया,
,,,मोम अपनी गर्दन मेरी तरफ घुमा कर मुझे देख रहीथी ऑर मुझे उनको छोड़ने को बोल रही थी,,,मैने एक झटके मे मोम को छोड़ दिया ,,मोम मेरी तरफ देख कर एक मस्ती भरी मुस्कान देकर वापिस अपने काम मे लग गयी,,



मोम डाल को तड़का लगाने के लिए तड़के वाले बर्तन मे घी डाल रही थी मैं मोम के पास
जाके खड़ा हो गया,,,,,,मोम आप मुझे भी किचिन का काम सीखा दो जैसे डाल सब्जी बनाना ऑर
रोटी पकाना,,,,,मोम हँसने लगी
,,,तू भला कीचिन का काम सीख कर क्या करेगा अपनी बीवी को बना के खिलाएगा क्या
,,नही मोम ऐसी बात नही है मैं तो आपकी हेल्प करने के लिए बोल
रहा था,

,,बेटा ये किचिन के काम मर्दो को शोभा नही देते ये काम तो औरतो का है बस मर्दो
का काम तो कुछ ऑर ही होता है,
,,,,क्या काम मोम,,,,,,,,
,,,,,,यही जॉब पे जाना ओर पैसा कमाना,,
लेकिन मोम मैं तो आपकी हेल्प करना चाहता हूँ बस जबसे शोभा दीदी ने वो भाऊ के साथ उनकी
बुटीक पे जाना शुरू किया है वो तो आपको भूल ही गयी है कभी घर पे आके आपकी हेल्प
ही नही करती तो मैने सोचा कि मैं आपकी हेल्प कर दिया करूँगा,,

,,,मों मेरे पास आई ऑर मेरे फॉरहेड पे किस करके बोली मेरा बेटा कितनी परवाह करता है अपनी मोम की ऑर एक शोभा
है जो अपनी कामिनी बुआ के साथ बुटीक पे जाने लगी तो मोम को भूल गयी कभी किचिन की
तरफ भी नही आती अब,मोम ने ये सब गुस्से मे बोला था,,,,,मोम आप बुआ पे गुस्सा क्यू करती
हो ऑर आप दोनो बात क्यू नही करती कभी,
,,,,,,,चुप कर तू तुझे इस सब मे पड़ने की कोई
ज़रूरत नही तू अपनी स्टडी कर बस ये हम लोगो की आपस की बात है तुम सब बच्चो को इस सब
से दूर रहना है,,,,मों कुछ ज़्यादा ही गुस्से मे आ गयी थी ,,मैं थोड़ा उदास हो गया ये
तो गड़बड़ हो गयी थी मैं तो मोम को खुश करने की कोशिश कर रहा था यहाँ तो बाजी ही
उल्टी पड़ गयी मों तो गुस्सा हो गयी,तभी मुझे उदास देख कर मोम बोली,
,,,,,सॉरी बेटा मैनेतेरे पे गुस्सा किया बट तुझे पता है मैं तेरी बुआ से ऑर तेरी बुआ मेरे से बात नही
करती ऑर कभी अगर हम दोनो की फाइट होती है तो घर का कोई भी शक्स हमारी फाइट मे
नही बोलता यहाँ तक कि तेरे दाद भी नही ,,मैं भी नही चाहती की मेरे बच्चों मे हमारी
फाइट का असर हो इसलिए मैं तुम सबको इस से दूर रखी हूँ,,तुम प्ल्ज़्ज़ कभी दोबारा मेरे
से बुआ के बारे मे कोई बात नही करना उसका नाम भी नही लेना,,
,,,,आइम रेआली-2 सॉरी मोम,,
इतना बोल कर मैने फिर उदास हो गया तभी मोम मेरे पास आयो ऑर मुझे अपनी बाहों मे भर
लिया एक ही पल मे मेरी उदासी दूर हो गयी ऑर मैने फिर से सॉरी बोलके मोम को अपनी बाहों
मे जाकड़ लिया,,
चक्रव्यूह ....शहनाज की बेलगाम ख्वाहिशें....उसकी गली में जाना छोड़ दिया

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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »


फिर खाना तैयार हो गया ऑर हम लोग मामा की वेट8 करने लगे करीब 9 बज चुके थे कुछ ही
देर मे डोर खुला ऑर मामा अंदर आ गये,,,,मोम ने मामा को मूह हाथ धोने के लिए बोला ओर
खुद किचन मे खाना लेने चली गयी मैं भी उठ कर मोम की हेल्प करने किचिन मे चला
गया,,मैने किचिन मे जाके कुछ बर्तन उठा लिए
,,,,,,अरे बेटा तुम ये क्या कर रहे हो,,
/.......तुम्हारी हेल्प कर रहा हूँ मोम मैं खाना बना तो नही सकता लेकिन डाइनिंग टेबल पे खाना
लगा कर आपकी हेल्प तो कर ही सकता हूँ,,
,,,,मेरा बेटा कितना स्याना हो गया है कितनी फ़िक्रहै उसको अपनी मोम की,,मोम ने भी कुछ समान उठा लिया ऑर हम बाहर डाइनिंग टेबल पर आ गये

हमने खाना लगाया ऑर तभी मामा भी मूह हाथ धो कर वहाँ आ गये,,कहाँ रह गये थे तुम
भाई हम लोग वेट8 कर रहे थे,,अरे बहना मैं बस बाहर घूमने गया था,
,,थोड़ा जल्दी आ जाते तुमको तो पता है आज घर पे कोई नही है,
,अब आगे से भी टाइम पर आ जाना घर पे,
अरे बहना डरती क्यू है सन्नी तो है ना घर पे तू टेंशन क्यू लेती है अब तेरा बेटा बड़ा
हो गया है जवान हो गया है,,,भाई मैं टेन्षन तो लूँगी तेरी तू मेरा भाई है,,वैसे भी
मैं तो खाने क लिए तेरा वेट8 कर रही थी तुझे पता है ना हम लोग 9 बजे डिन्नर करते
है,
,,,,,,,हां बेहन पता है अब बातें बंद कर ऑर जल्दी खाना लगाओ बहना भूख बहुत लगी
हाँ ऑर हँसने लगा,

,,मोम ने भी मुस्कुरा कर खाना लगा दिया हम सब खाना खाने लगे ,,
खाना कहके मामा सोफे पे बैठ गया ऑर मोम किचिन मे चली गयी बर्तन धोने के लिए मैं
भी उठकर मोम के पीछे-2 किचिन मे चला गया,
,,,कुछ चाहिए क्या बेटा,
,,मैने सोचा कि अब
क्या बोलू की मोम खाना कहके पेट भर गया है अब गान्ड मार कर बदन की भूख मिटाना चाहता
हूँ,,,,,
,,,,,,,कुछ नही मोम मैने सोचा आपकी हेल्प कार्दू बर्तन धोने मे ,,,इतना बोल कर
मैं मोम क पास जाके खड़ा हो गया ऑर उनके साथ बरतन धोने लगा,,वो बर्तन मे साबुन लगा
कर साइड मे रखती रही ओर मैं उनको उठा कर पानी से धो कर एक साइड पे रखता गया,,,

,,क्या बात है आज कल मेरे बेटे को मेरी बड़ी फ़िक्र हो रही है कोई खास वजह है क्या कुछ
चाहिए क्या बोलो मुझे पापा से बोलकर दिलवा दूँगी,
,,,नही मों मैं तो ऐसे ही आपकी हेल्पकर रहा हूँ मुझे कुछ नही चाहिए
,,,कहीं तुम न्यू लॅपटॉप के लिए मुझे मस्का तो नही
लगा रहे
,,,,नही मोम ऐसी कोई बात नही है वैसे भी डॅड ने बोला है कि अगर मैं टेस्ट
मे पास हो गया तो वो मुझेनेव लॅपटॉप लेके देंगे,
,,,मोम हंसते हुए बोली अगर पास हो गये तो
,,मैने बोला मोम क्यू मज़ाक करती हो इस बार सोनिया ने मेरी बहुत हेल्प की है स्टडी मे टेस्ट
मे अच्छे नंबर्स से पास होना तो पक्का है मेरा
,,,,फिर तो अच्छी बात है बेटा फिर तो न्यू लॅपटॉप भी पक्का हो गया तुम्हारा,,
,,,,यस मों 100% ,,हमने काम ख़तम किया ऑर बाहर आ गये
मामा अपने रूम मे जा चुका था मैं ऑर मोम मोम-डॅड के रूम मे चले गये,,मोम रूम मे जाते
ही बाथरूम मे घुस्स गयी ऑर मैं बेड पे लेट गया ,,,,बेड पर लेटा लेटा मैं सोचने लगा ये
वही बेड है जहाँ रोज रात को मेरी माँ नंगी होके डॅड से चुदवाती है,,मैं मोम ऑर डॅड को
वही बेड पे नंगे इमॅजिन करने लगा ऑर डॅड को मोम के उपर लाते कर चुदाई करते देखने
लगा ,,,मेरे लंड ने हार्ड होना शुरू कर दिया था,,मैं यही इमॅजिन करके खुश होने
लगा तभी मोम बाथरूम से बाहर आ गयी,,उनका बदन भीगा हुआ था वो साड़ी उतार चुकी थी
ऑर जस्ट पेटिकोट ओर ब्लाउस मे थी, उनका ब्लाउस पूरे कॉटन का था बालोई से गिरती हुई पानी
की बूंदे उनके ब्लाउस पेर गिरके उसको गीला कर रही थी जिस वजह से वो उनके बदन से पूरी
तरह चिपक गया था ऑर उनके बूब्स नज़र आने लगे थे,,उन्होने ब्लाउस के नीचे ब्रा नही
पहनी थी,,इसीलिए वो कुछ ज़्यादा ही नज़र आने लगे थे,,,


मोम हंसते हुए मेरे बेड क पास आने लगी उनकी नज़र मेरे आधे खड़े लंड पे पड़ी ऑर मुझे
एक नॉटी स्माइल देके वो बेड पे आके एक तरफ लेट गयी,,,मैं मोम को देखने मे इतना खो
गया था कि अपने लंड को छुपाना भूल ही गया था,,
,,,,अरे बेटा तुम ऐसे ही लेट गये सोने से पहले तुम नहाते नही क्या,
,मों नहाता हूँ,,तो जाओ अब किसका वेट8 कर रहे हो जाओ ऑर नहा
लो,,मैं उठकर अपने लंड को छुपाता हुआ बाथरूम की तरफ बड़ी तेज़ी से चलते हुए अंदर
घुस्स गया,,अंदर जाके मैने डोर क्लोज़ किया ओर अपनी हरकत मे गुस्सा करने लगा,,क्या हो गया
थे मेरे को इतना क्यू खू गया था मैं मोम को देखने मे कि अपने लंड को छुपाना ही भूल
गया,,,तभी मैने देखा मेरा लंड अभी भी आधा खड़ा हुआ था मैने कपड़े उतारे ऑर नंगा
होके शवर ऑन कर लिया,,,ऑर मोम को सोच कर अपने लंड को मसल्ने लगा करीब 10 मिनिट
मूठ मारने के बाद मैने थोड़ा बाथ लिया ऑर कपड़े पहन कर बाहर चला गया,,,तब तक मोम
रूम की लाइट ऑफ करके एक छोटी लाइट ऑन करके लेटी हुई थी,,
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

ye kahaani shaayad kisi ko pasand nahi aa rahi isiliye band karna hi thik rahega
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supremo009
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by supremo009 »

jabardast kahani hao bro....aap aage post karo...
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

supremo009 wrote:jabardast kahani hao bro....aap aage post karo...
shukriya dost
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