“यार जब कही से कोई उम्मीद नही दिखती ना तो एक ही सहारा बचता है… “
मेरी बात सुनकर सभी चुप थे ,
“लेकिन ये बाबा है कौन ??“ इस बार महिमा आंटी ने कहा था
“क्या पता, सुना है कोई बहुत ही सिद्ध बाबा है , सब कुछ जानते है .. कुछ लोग तो उन्हे देवता की तरह पूजते है .. “
जो जानकारी मैने आश्रम के बारे मे अभी तक जुटाई थी उसी आधार पर मैने कहा था ..
कुछ देर के सफर के बाद ही हम आश्रम के बाहर खड़े थे ..
वो आश्रम कोई बहुत ही खास नही लग रहा था बस घास फूस की कुछ झौपड़िया और बस जंगल का साम्राज्य ..
कोई घेरा नही था , जहाँ से पता चलता की आश्रम कहाँ से शुरू होता है और कहा ख़त्म .
हा पास मे एक झरने का आभास ज़रूर हो रहा था, कितनी शांति थी वहाँ ..
जहाँ तक गाड़ी जा सकती थी हम वहाँ तक गाड़ी से गये फिर हमने पगडंडी पकड़ ली थी ..
थोड़ी ही दूर मे हमे लोग मिलने शुरू हो गये वो पेड़ो के नीचे ध्यान लगाए बैठे हुए दिख रहे थे ..
हम थोड़ी ही दूर गये थे की
“हे भगवान “
ये आवाज़ महिमा की थी ,हम सभी ने उस ओर देखा जहाँ वो देख रही थी , सभी का मूह खुला का खुला ही रह गया था
जवान जोड़े पूर्ण तह नंग अवस्था मे एक दूसरे से संभोग मे लिप्त थे .. जैसे दुनिया की कोई भी खबर नही हो , एक दूसरे को ऐसे खा रहे थे जैसे कोई फल को चूस रहे हो , इतना सुंदर संभोग का दृश्य मैने कभी नही देखा था ..
हम सभी की नज़रें वहाँ ऐसे जाम गयी की हम खुद को ही भूल गये थे .. नेहा ने मेरे हाथो को जोरो से पकड़ लिया था ,,
“अरे ये सब क्या देख रहे हो आगे चलो, ना जाने ये कैसी जगह आ गयी मैं अपने जवान बेटी के साथ “
महिमा ने अपना सर झटक कर कहा , उसकी बात से हम सभी को जैसे होश आया , मेरी और नेहा की नज़रें मिली और वो शर्मा गयी .. वही भाभी के चेहरे मे बस एक हल्की सी मुस्कान थी ..
हम थोड़े और आगे गये तो हमे एक विदेशी सी महिला मिल गयी
“नमस्कार आप लोगो का स्वागत है .. क्या आप ही अंकित है “
उसकी हिन्दी सुनकर मैं भी थोड़ा दंग था क्योकि वो पूरी विदेशी लग रही थी , लेकिन थोड़ी इंडियन .. जैसे कोई नृ होई .. भरा हुआ मांसल बदन जो हर ज़रूरत की जाग से कसा हुआ था ..
उसे देख कर मेरे मूह से निकल गया ‘सन्नी लिओन यहाँ’
एक सफेद सारी मे लिपटी हुई टपकती हुई जवानी का झरना थी वो , बस एक सफेद सारी थी उसके जिस्म पर .. बस एक सारी
उसके उभारो को देखकर तो किसी भी मर्द का ईमान डोल जाए तो मैं क्या चीज़ था ..
नेहा ने एक बार मेरे कमर मे जोरो की चींटी की ..
“खा जाओगे क्या उसे जो ऐसे घूर रहे हो “
उसकी आवाज़ मे जलन की बू साफ साफ सुनाई दे रही थी ..
“जी आपको कैसे पता की हम ..”
“काजल कामिनी ने फोन किया था , आइए अंदर आइए “
काजल कामिनी ??? उसने बड़े ही सपाट रूप से कहा था उसके चेहरे मे कोई शिकन तक नही आई थी ..
और वो कहा अंदर आने के लिए कह रही थी , साला यहाँ तो कोई बाउंड्री ही नही था , बस जैसे कोई जंगल हो और जंगल मे कुछ जगह को सॉफ करके छोटा ग्राउंड जैसा बना दिया गया हो ..
हम उसके पीछे चले गये ..
“बाबा जी है ना हमे उनसे ही मिलना है “
मैने उससे पूछ लिया ..
“हा हमारे सिद्ध महाराज बाबा जी आपने भक्तो को घ्यान दे रहे है “
उसने बड़े ही प्यार से कहा
“क्या वो सच मे सिद्ध है “
महिमा के मूह से अचानक से निकल गया
“हा बिल्कुल .. मैं सालो पहले उनके पास अपने पति से झगड़ा करके आई थी ताकि वो हम दोनो को मिला दे .. तब से मैं उनके ही पास हू …”
उसने मुस्कुराते हुए कहा
“और आपका पति ..” नेहा ने पूछ लिया
“मुझे क्या पता ..: “ उसने बेखयाली से कहा
एक पेड़ के नीचे चबूतरा जैसा बना था जिसमे एक व्यक्ति बैठा था .. तो ये ही है वो बाबा जी .. सामने कुछ लोग बैठे हुए थे , हम भी उनमे शामिल हो गये ..
“बाबा जी मेरा पति बहुत ही कमजोर हो गया है कुछ भी नही कर पाता ..”
एक महिला और उसका पति जो की किसी कंकाल की तरह ही दिख रहा था दोनो ही हाथ जोड़कर खड़े हुए ..
Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
“ये कुछ नही कर पाता तो दूसरे से करवा देता हू पुत्री …”
पास खड़े एक पहलवान की तरफ इशारा करते हुए बाबा जी ने कहा
उसे देखकर महिला तो जैसे उछल ही पड़ी लेकिन वो इंसान बोल पड़ा
“नही नही महराज ऐसा अन्याय ना करना .. जो करना है मैं ही करूँगा “
“बाबू तूने दारू पी पी कर अपना पूरा माँस तो गला ही दिया अब कुछ करने जाएगा तो बची खुचि हड्डिया भी गल जाएगी “
“नही महराज आप कुछ ऐसा उपाय बताओ की मैं ही कर पाऊँ ..”
“अच्छा ठीक है तो पुत्री इसे दूध पिलाया करो “
“महराज दूध तो पिलाती हू लेकिन साला पिता कम है और मसलता ज़्यादा है ..”महिला की बात सुनकर बाबा जी मुस्कुरा उठे
“अरे बेटी अपना नही कुतिया का दूध पिलाओ इसे तब जाकर कुत्तों जैसे चढ़ाई करेगा तुम्हारे उपर “
महराज की बात सुनकर महिला शर्मा गयी थी
“महराज अगर घोड़ी का पीलॉये तो ..”
“देखो बाबू ज़्यादा लालच नही करते घोड़ी का दूध पीकर अगर ये पढ़ोस की घोड़ियो पर चढ़ने लगा तो फिर तुम्हे ही दुखो होगा ..जाओ कल्याण होगा “
दोनो ही उनका चरन स्पर्श करके वहाँ से निकल गये ..
तभी दूसरी औरत खड़ी हुई ..
“बाबा जी पिछले सप्ताह आपको बताया था ना की मुझे गर्मी बहुत रहती है .. आपने गाजर और खीरा लेने को कहा था “
“हा पुत्री .. तुमने गाजर लिया “
“जी महराज लिया लेकिन फ़ायदा नही हुआ ..”
“श कैसे लिया ..??”
“दो दिन तो आगे से ही लिया फिर सोचा की पीछे से ले के देखु तो पीछे से लिया , फिर खीरा आगे से और गाजर पीछे से लिया फिर..”
“रूको रूको … बेटी लेने का मतलब ऐसा लेना नही उसे मूह से लेना था “
“महराज मूह मे भी लिया ना”
वो शर्मा गयी थी
“बेटी मूह मे नही लेना था .. मूह से लेना था .. मतलब खाना था “
उसकी बात सुनकर वो थोड़ी उदास हो गयी ..
“श खाना था क्या…”
“हा अब की बार उसे खाना , लेने के लिए हम दूसरी चीज़ दे देंगे जो शहर की महिलाओ की असली सहेली होती है .. जिसका नाम दिल से शुरू होता है .. दिल दो… कहा जाता है “
“जाई हो महाराज की ..”
वो महिला चिल्ला उठी ..
पास खड़े एक पहलवान की तरफ इशारा करते हुए बाबा जी ने कहा
उसे देखकर महिला तो जैसे उछल ही पड़ी लेकिन वो इंसान बोल पड़ा
“नही नही महराज ऐसा अन्याय ना करना .. जो करना है मैं ही करूँगा “
“बाबू तूने दारू पी पी कर अपना पूरा माँस तो गला ही दिया अब कुछ करने जाएगा तो बची खुचि हड्डिया भी गल जाएगी “
“नही महराज आप कुछ ऐसा उपाय बताओ की मैं ही कर पाऊँ ..”
“अच्छा ठीक है तो पुत्री इसे दूध पिलाया करो “
“महराज दूध तो पिलाती हू लेकिन साला पिता कम है और मसलता ज़्यादा है ..”महिला की बात सुनकर बाबा जी मुस्कुरा उठे
“अरे बेटी अपना नही कुतिया का दूध पिलाओ इसे तब जाकर कुत्तों जैसे चढ़ाई करेगा तुम्हारे उपर “
महराज की बात सुनकर महिला शर्मा गयी थी
“महराज अगर घोड़ी का पीलॉये तो ..”
“देखो बाबू ज़्यादा लालच नही करते घोड़ी का दूध पीकर अगर ये पढ़ोस की घोड़ियो पर चढ़ने लगा तो फिर तुम्हे ही दुखो होगा ..जाओ कल्याण होगा “
दोनो ही उनका चरन स्पर्श करके वहाँ से निकल गये ..
तभी दूसरी औरत खड़ी हुई ..
“बाबा जी पिछले सप्ताह आपको बताया था ना की मुझे गर्मी बहुत रहती है .. आपने गाजर और खीरा लेने को कहा था “
“हा पुत्री .. तुमने गाजर लिया “
“जी महराज लिया लेकिन फ़ायदा नही हुआ ..”
“श कैसे लिया ..??”
“दो दिन तो आगे से ही लिया फिर सोचा की पीछे से ले के देखु तो पीछे से लिया , फिर खीरा आगे से और गाजर पीछे से लिया फिर..”
“रूको रूको … बेटी लेने का मतलब ऐसा लेना नही उसे मूह से लेना था “
“महराज मूह मे भी लिया ना”
वो शर्मा गयी थी
“बेटी मूह मे नही लेना था .. मूह से लेना था .. मतलब खाना था “
उसकी बात सुनकर वो थोड़ी उदास हो गयी ..
“श खाना था क्या…”
“हा अब की बार उसे खाना , लेने के लिए हम दूसरी चीज़ दे देंगे जो शहर की महिलाओ की असली सहेली होती है .. जिसका नाम दिल से शुरू होता है .. दिल दो… कहा जाता है “
“जाई हो महाराज की ..”
वो महिला चिल्ला उठी ..
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
तभी एक भक्त चिल्लाया
“बोलिए ज्ञानियो से ज्ञानी , ध्यानियो से ध्यानी , सिद्ध पुरुष , माना मानव , चूतियाओ के चूतिया महा चूतिया .. चूतिया महराज की ..”
जय जय ………
आक्ष मे एक घोष होने लगा था …….
“बोलिए ज्ञानियो से ज्ञानी , ध्यानियो से ध्यानी , सिद्ध पुरुष , माना मानव , चूतियाओ के चूतिया महा चूतिया .. चूतिया महराज की ..”
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
“मुझे यहाँ कुछ ठीक नही लग रहा है अंकित, ये लोग कैसी कैसी बाते कर रहे है ..”
महिमा का चेहरा उतर गया था
“अरे मा आपने इन्हे पहचाना नही ??”
नेहा की बात से हम सभी उसे ही देखने लगे
“अरे ये डॉक्टर चुन्नी लाल है .. डॉक्टर चूतिया, पापा के दोस्त ,बस दाढ़ी बढ़ा ली है ..”
महिमा ने फिर से उसे देखा और उसके चेहरे मे एक चमक आ गयी ..
थोड़ी ही देर मे सब भीड़ हट गयी थी और हमे बाबा जी के कमरे मे भेजा गया ,
हमने देखा की वो अपनी दाढ़ी उतार रहे थे ..
“ऊओफ्फ साला ये काम भी बड़ा अजीब है … कैसे कैसे चूतिए यहाँ आते रहते है “
उन्होने पास मे रखा पानी पी लिया, फिर हमारे ओर देखने लगे
“हाई महिमा कैसी हो , हाई नेहा बेबी “
“डॉक्टर साहब ये आप किन नाटको मे पड़े है “
महिमा की बात सुन कर डॉक्टर जोरो से हंस पड़ा ..
“अरे मत पूछो यार बस एक काम के चक्कर मे यहाँ फँसा हुआ हू , जो बाबा जी यहाँ थे वो नही है तो मैं ही बाबा बना हुआ हू “
“लेकिन ऐसे मे तो आश्रम की ऐसी की तैसी हो जाएगी “
मैने मुस्कुराते हुए कहा
“कोई नही देखेंगे ऐसे भी मैं एक डॉक्टर हू तो लोगो का इलाज करने की कोशिस करता हू .. थोड़े अलग तरीके से , तुम लोग बताओ की यहाँ आना कैसे हुआ ..”
डॉक्टर की बात से सभी के चेहरे मे एक मुस्कान आ गयी थी .
“डॉक्टर साहब हम एक मुसीवत मे फँस गये है “
महिमा की बात से डॉक्टर थोड़े अलर्ट हो गये थे, मैने अपनी कहानी बतानी शुरू की , की कैसे हम गाँव से शहर पहुचे और कैसे भाभी को जीवा गैंग ने ईस्तमाल किया ,कैसे मर्डर्स हुए और शिवा का नाम यूज किया गया जो की मेरा ही पैट नेम है , कैसे हमे ये नही पता की कौन हमारे साथ है और कौन हमारे खिलाफ … और अब हमे कोमल की ज़रूरत है जो हमे सच्ची बता सके की आख़िर हुआ क्या था .. वही महिमा ने भी अपने बारे मे सब बताया ..
“ओह्ह्ह्ह तो तुम कोमल को ढूँढते हुए आए हो , काजल के कहने पर …हुम्म सही जगह आए हो लेकिन तुम्हे एक दिन दो का इंतजार करना होगा ..”
“क्यो..??”
मेरे मूह से अचानक से निकल गया ..
“क्योकि कोमल उर्फ शक्ति तुम्हे ढूँढती हुई शहर चली गयी है … “
“व्हाट ..:व्हाट:”
सभी के मूह से एक साथ निकला
महिमा का चेहरा उतर गया था
“अरे मा आपने इन्हे पहचाना नही ??”
नेहा की बात से हम सभी उसे ही देखने लगे
“अरे ये डॉक्टर चुन्नी लाल है .. डॉक्टर चूतिया, पापा के दोस्त ,बस दाढ़ी बढ़ा ली है ..”
महिमा ने फिर से उसे देखा और उसके चेहरे मे एक चमक आ गयी ..
थोड़ी ही देर मे सब भीड़ हट गयी थी और हमे बाबा जी के कमरे मे भेजा गया ,
हमने देखा की वो अपनी दाढ़ी उतार रहे थे ..
“ऊओफ्फ साला ये काम भी बड़ा अजीब है … कैसे कैसे चूतिए यहाँ आते रहते है “
उन्होने पास मे रखा पानी पी लिया, फिर हमारे ओर देखने लगे
“हाई महिमा कैसी हो , हाई नेहा बेबी “
“डॉक्टर साहब ये आप किन नाटको मे पड़े है “
महिमा की बात सुन कर डॉक्टर जोरो से हंस पड़ा ..
“अरे मत पूछो यार बस एक काम के चक्कर मे यहाँ फँसा हुआ हू , जो बाबा जी यहाँ थे वो नही है तो मैं ही बाबा बना हुआ हू “
“लेकिन ऐसे मे तो आश्रम की ऐसी की तैसी हो जाएगी “
मैने मुस्कुराते हुए कहा
“कोई नही देखेंगे ऐसे भी मैं एक डॉक्टर हू तो लोगो का इलाज करने की कोशिस करता हू .. थोड़े अलग तरीके से , तुम लोग बताओ की यहाँ आना कैसे हुआ ..”
डॉक्टर की बात से सभी के चेहरे मे एक मुस्कान आ गयी थी .
“डॉक्टर साहब हम एक मुसीवत मे फँस गये है “
महिमा की बात से डॉक्टर थोड़े अलर्ट हो गये थे, मैने अपनी कहानी बतानी शुरू की , की कैसे हम गाँव से शहर पहुचे और कैसे भाभी को जीवा गैंग ने ईस्तमाल किया ,कैसे मर्डर्स हुए और शिवा का नाम यूज किया गया जो की मेरा ही पैट नेम है , कैसे हमे ये नही पता की कौन हमारे साथ है और कौन हमारे खिलाफ … और अब हमे कोमल की ज़रूरत है जो हमे सच्ची बता सके की आख़िर हुआ क्या था .. वही महिमा ने भी अपने बारे मे सब बताया ..
“ओह्ह्ह्ह तो तुम कोमल को ढूँढते हुए आए हो , काजल के कहने पर …हुम्म सही जगह आए हो लेकिन तुम्हे एक दिन दो का इंतजार करना होगा ..”
“क्यो..??”
मेरे मूह से अचानक से निकल गया ..
“क्योकि कोमल उर्फ शक्ति तुम्हे ढूँढती हुई शहर चली गयी है … “
“व्हाट ..:व्हाट:”
सभी के मूह से एक साथ निकला
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)