Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
- Dolly sharma
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
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खूनी रिश्तों में प्यार बेशुमारRunning.....परिवार मे प्यार बेशुमारRunning..... वो लाल बॅग वाली Running.....दहशत complete..... मेरा परिवार और मेरी वासना Running..... मोहिनी Running....सुल्तान और रफीक की अय्याशी .....Horror अगिया बेतालcomplete....डार्क नाइटcomplete .... अनदेखे जीवन का सफ़र complete.....भैया का ख़याल मैं रखूँगी complete.....काला साया complete.....प्यासी आँखों की लोलुपता complete.....मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग complete......मासूम ननद complete
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
माफी चाहता हूँ देरी के लिये,मैं अपडेट देना चाहता था लेकिन मैं कुछ दिन से log in नहीं कर पा रहा था.अब सब ठीक है.पूरी कोशिश रहेगी कि अपडेट continue मिले...
अपडेट - 112
आपने अब तक पढ़ा कि पायल मुझे अपने बगंले पर लेकर आयी हैं.उसने वो मेरे नाम कर दिया.और important बात की आज वो मेरा लंड़ लेने के लिए मुझे लाई हैं...
वो बोली- जनाब थोड़ा वेट करो.. इतनी जल्दी क्या है...
मैं - मैं तो कर लूँ.. पर इसका क्या.. जो तुम्हें देखते ही.....
ये कहते हुए मैंने उसे कस लिया. मेरा लंड उसकी चूत पर दब गया. मैं गर्दन पर किस करने लगा.
आगे...
वो बोली - आहह..जानू अभी नहीं बाद में प्लीज.. मेरे लिये...
मैं - ठीक है.. हनी...
पायल - हनी..!
मैं - हाँ आज से तुम मेरी हनी...
पायल - OK...मेरे जान
मैं उसके चेहरे के पास अपना चेहरा ले गया, उसकी चूचियां मेरी छाती से दब गईं. उसकी साँसें तेज होती जा रही थीं. जिससे चूचियां ऊपर-नीचे हो रही थीं. चूचियां साँस के साथ ऊपर होतीं.. तो मेरी छाती से और ज्यादा दब जातीं.
मैं उसकी आँखों में देखने लगा.. वो मेरी आंखों मे देखने लगी.
दिल कर रहा था बस मैं इस मासूम सी गुड़िया को देखता रहूँ। मैंने उसके माथे और आँख पर किस किया.
फिर अपने होंठ उसके होंठों के पास ले जाकर रुक गया. उसकी गर्म साँसें मेरी साँसों में मिलने लगीं. मैंने उसके गुलाबी होंठों पर छोटा सा चुम्बन किया. जैसे ही मेरे होंठ उसके कोमल होंठों से छुए.. तो उसकी साँसें पहले से भी तेज चलने लगीं. और होंठ धीरे-धीरे फड़कने लगे थे.. जैसे वो मुझसे कह रहे हो कि आओ चूमो और चूस लो हमारा रस.
मैं उसके गालों को चूमने लगा... धीरे धीरे मैं उसके होंठों की तरफ बढ़ रहा था. तभी पायल ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और चुमने लगी. मैं भी पायल के नरम और रसीले होंठों को चूसने लगा...
हम दोनों पूरे जोश और लगन से एक दूसरे को किस कर रहे थे. कुछ मिनट तक एक दूसरे का रस पीने के बाद हम अलग हुए.. पायल की आंखों मे वासना दिख रही थी.
पायल जल्दी से नीचे चली गई, क्योंकि अब वो और रूकती तो शायद वो सब्र नहीं कर पाती.
पायल के जाने के बाद मैं रूम को देखने लगा...क्या रूम था... बहुत बड़ा और सुंदर था.
मैंने सबसे पहले मम्मी को कॉल किया...
मैं - हैलो मम्मी...
मम्मी - हां बेटा...
मैं - मम्मी वो आज विकास का बर्थडे हैं, तो उसके घर पर पार्टी है तो वो आज मुझे अपने घर पर रहने को बोल रहा है.
मम्मी - राहुल तुने सुबह तो नहीं बताया...
मम्मी से झूठ बोलना अच्छा नहीं लग रहा था पर सच भी तो नहीं बता सकता था..
मैं - वो मुझे भी अब पता चला... तो मम्मी मैं आज यही रूक जाऊ...
मम्मी - तेरा मन है तो रूक जा. पर अपना ख्याल रखना... और टाइम से खा लेना...
अब माँ तो माँ ही होती हैं...
मैं - जी मम्मी... थैंक्यू.. लव यू...
फिर मैंने कॉल कट कर दिया. मैंने विकास को कॉल किया की वो कल बाईक कॉलेज ले आये मैं वहीं से ले लुंगा...
मैं फ्रेश होने बाथरूम मे चला गया.. बाथरूम भी अच्छा खासा था... उसमें बहुत सारे नल थे. एक कांच का रूम था जिसमें शावर लगे हुए थे.. साईड़ मे एक बड़ा सा बाथ टब था...
मैं 10 मिनट तक शावर लेत रहा... फिर मैं रूम मे आ गया...
बेड पर एक ड्रेस रखी हुई थी, शायद पायल ने रखी थी... ड्रेस तो अच्छी थी. मैंने वो पहन ली, वो बिल्कुल मेरी फिटिंग की थी. पायल ने बिल्कुल सही साईज सलेक्ट कि थी.
मैं कपड़े पहन कर नीचे आ गया... पायल किचन से मेरे पास आ गई. और उसने सभी सर्वेंटस को बुला लिया. और मेरे बारे मे बताने लगी...
पायल - ये पुष्पा ( उम्र -34, फिगर 34-30-36 ) ये घर के काम करती हैं.
गार्ड - ये हैं रामू
ये पुष्पा का पति हैं... रामू साथ मे गार्डन की देखभाल करता हैं.
सविता काकी ( उम्र -55, फिगर 36 D- 34-38) - रामू की माँ हैं जो घर की साफ सफाई करती हैं.
ये सब पिछे बने क्वार्टर मे रहते हैं...
पायल - ये राहुल हैं, आपके मालिक.. ये विला अब इनका है...
सभी - नमस्ते साहब...
मैं - नमस्ते....
फिर सब लोग अपने अपने काम पर लग गये... पायल भी जाने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया - हनी... तुम कहां जा रहीं हो...
पायल - किचन मे खाना बनाने...
मैं - उसके लिए वो नौकरानी है ना, तुम तो मेरे पास रहो...
मैं उसे खींचकर अपने पास ले आया...
पायल - जान... आज का खाना मैं बनाकर खिलांऊगी.. मेरे Hubby को...
मैं - अच्छा.. Hubby...क्या बात हैं...
पायल - हां जान... आज रात को मैं पूरी तरह से तुम्हारी हो जांऊगी... अब मुझे जाने दो...
मैं - मुझे मुंह मीठा करना है...
मेरी बात सुनकर पायल ने मेरे होंठों को चुम लिया और वो किचन मे चली गई....
मेरे पास कुछ करने को था नहीं तो मैं बंगले मे घुमने लगा...
मैं बाहर गार्डन मे चला गया... बड़ा ही सुंदर गार्डन बनाया हुआ था... बहुत से फलों के पौधे थे...
फिर मैं स्वीमिंग पूल की तरफ चला गया. पूल बंगले के साइड़ मे था. एक गेट उधर से खुलता था पूल मे आने के लिए. पूल वाकई मे शानदार था.
कुछ देर तक मैं टहलता रहा, फिर खाने का टाइम हो गया था. तो मैं अंदर आ गया. अंदर आया तो पायल और वो नौकरानी खाना लगा रहे थे...
ᎠᎬᏙᏆᏞ ...
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
अपडेट - 113
फिर हम खाना खाने लगे. खाने के बाद मैं पायल को ऊपर ले जाने लगा तो उसने कहा - अभी नहीं, पहले मैं जाती हूं. तुम 20 मिनट बाद आना...
मैं - क्यों.. अब क्या हुआ...
पायल - प्लीज जान.. आज की रात मेरे लिए स्पेशल है तो...
मैं - हनी यार कितना तड़पाओगी. यही है तुम्हारा प्यार...
पायल - जान प्लीज.. एक बार मेरी बात मान लो.. प्लीज मेरे लिये...
अब उसने ये सब इतनी मासूमियत और प्यार से कहा की मैं कुछ ना बोल सका...
मैं - OK.. Only twenty minutes...
पायल - thanku जान...
फिर वो ऊपर चली गई... मैं वो 20 घंटे जैसे 20 मिनट काटने लगा... अब आपको तो पता ही है, ऐसे मे क्या होता हैं.. बहुत धीरे धीरे टाइम निकल रहा था... आखिरकार वो 20 मिनट निकल गये...
मैं जल्दी से ऊपर आ गया, और सीधे उस दूसरे रूम मे चला गया जो मेरा और पायल का होने वाला था...
मैं रूम के अंदर गया तो रूम मे बिल्कुल अंधेरा था.रूम मे बहुत ही अच्छी खुशबू आ रही थी.. मैंने पायल को आवाज लगाई पर उसका जवाब नहीं आया... मैंने जल्दी से लाईट ऑन की तो मैं चौंक गया...
पूरा रूम फूलों से सजा हुआ था. बेड़ भी चारों और से फूलों से सजा हुआ था...
और पायल बेड के बीच मे बैठी हुई थी. दुल्हन के लिबास मे... वो बिल्कुल नयी नवेली दुल्हन लग रही थी. मैंने दरवाजा बंद किया और उसके पास चला गया.
मैं बेड पर उसके पास बैठ गया...
मैंने उसका घूंघट उठाया. उसका हसीन मासूमियत से भरा चेहरा मेरे सामने आ गया. पायल की नजरे झुकी हुई थी. मैंने उसकी ठोड़ी को ऊपर उठाया और बोला - ये सब क्या हैं हनी...
पायल - जान..आज हमारी सुहागरात हैं, मैं पूरी तरह से तुम्हारी होना चाहती हूं...
फिर वो खड़ी हुई और एक सिंदूर की डब्बी ले आई... और खोलकर मेरे सामने कर दी. मैं समझ गया कि वो क्या चाहती हैं...
मैंने चुटकी मे सिंदूर लिया और पायल की मांग भर दी... वो निचे झुकी और मेरे पर छूने लगी...
तो मैंने उसे रोका - ये क्या कर रही हो...
पायल - मेरे hubby के आशीर्वाद ले रही हूँ...
मैंने उसे उठाया और कहाँ - क्या हनी.. यार तुम तो मॉर्डन गर्ल हो.. ऐसे कर रही हो...
पायल - जान मैं कितनी भी मॉर्डन क्यों ना हो पर ये सब भी important हैं...
मैंने पायल का माथा चुमा और उसे गले लगा लिया...
मैं - तुम्हारी जगह यहाँ है, मेरी बांहों मे....
मेरी बात सुनकर उसने मुझे कस लिया...
फिर मैं बोला - अब तुम मेरी बन गई हो, तो चलो सुहागरात मनाते हैं... फिर मैंने उसे अपनी बांहों से आजाद किया. उसका चेहरा गुलाबी हो गया था...
मैंने उसका घूंघट हटा दिया. पायल उस जोड़े मे इतनी खूबसूरत लग रही थी. उसके कमर तक आते खुले हुए बाल उसके बदन से वो पर्फ्यूम की हल्की सी जो खुसबु आ रही थी. उसने अपने माथे पर जो माँग टीका लगाया था.
कसम से मैं तो उसकी खूबसूरती खो ही गया था.
मैं उसके पास गया और बोला- बहुत खूबसूरत लग रही हो तुम
वो मुस्कुराई...
उसका तो पता नही पर मेरा होश खोने लगा था. जिंदगी मे ऐसा पहली बार मैने महसूस किया.
मैंने अपने हाथ पीछे ले जाकर, उसके ब्लाउज की डोरिया खोल दी, तो वो आगे लटक गया... मैंने उसे निकाल फेंका...
मैंने एक हाथ से लंहगे की डोरी पकड़ कर खींच दी. कुछ ही पलो मे वो भी पायल के कोमल बदन से अलग हो गया.
अब वो सिर्फ ब्रा पेंटी में अा गई और उसका दूध सा गोरा जिस्म पुरी तरह से चमक उठा. उसके काले घने लहराते हुए बाल, उसका परियो जैसा गोल सुंदर मुखड़ा, गोल मटोल गाल हल्की लाला रंग की कुदरती रंगत लिए और उसके लाल सुर्ख होंठ जो एक दम पतले और रसीले लग रहे थे.
उसकी खूबसूरत लम्बी सुराहीदार गर्दन, उसके गोरे चिट्टे कंधे.
मेरी नजर उसकी पिंक रंग की ब्रा मे कैद चूचियों पर पड़ी. उसके सुडौल और कसे हुए बोबे बाहर झांक रहे थे और पूरी तरह से तन कर खड़े हुए थे , निप्पल इतने सख्त हो चुके थे कि ब्रा के ऊपर से ही उनका आकार साफ नजर आ रहा था. मुझे अपनी तरफ ऐसे देखते पाकर पायल ने अपनी आंखे बंद कर ली.
मैंने अपने हाथ कमर पर ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया तो उसकी चूचियां ऐसे उछल कर बाहर आई मानो अंदर उनका दम घुट रहा था. अब भी वो एकदम तनकर खड़े थे. उन पर ब्रा ना होने का कोई असर ही नहीं था.
उसकी मध्यम आकारकी गोल गोल चूचियां, एक दम कठोर, उठी हुई तनी हुई , निप्पल हल्के गुलाबी रंग की रंगत लिए हुए किसी किशमिश के दाने की तरफ अपना मुंह उठाए हुए.
अभी तो वो मात्र 23 साल की थी.
उसकी चूचियां हल्की सी भी झुकी हुई नहीं थी बल्कि उसकी चूचियों की कठोरता देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा था कि उन्हें किसी मर्द ने अपनी मुट्ठीयों मे भींचा है उनका मर्दन किया है. वो बिल्कुल अन्छुई थी.
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
अपडेट - 114
वो बिल्कुल अन्छुई थी.
उसका दूध सा गोरा पेट एक दम अंदर की तरफ घुसा हुआ, चर्बी का कोई नामो निशान तक नहीं और उसकी छोटी गहरी
गोल नाभि उसके पेट की सुंदरता में चार चांद लगा रही थी.
मैं नीचे झुक गया और उसकी स्टाइलिस पिंक पेंटी को निकालने लगा. तो उसने बंद आंखो के साथ ही अपनी टांगो को हल्का सा फैला कर मेरी मदद की. जब मैं पेंटी को निकाल रहा था तो उसके मुंह से अपने आप ही एक मस्ती भरी आह निकल पड़ी...
उसकी एक दम गोरी, केले के तने के जैसी चिकनी जांघें, पतली नाजुक कमर और उसके ठीक नीचे उसकी उभरी हुई गांड़ अपना आकार दिखाते हुए बिल्कुल नंगी थीं. उसकी गांड़ बाहर की तरफ निकली हुई और तरबूज के आकार के चुतड़.
उसकी गोरी जांघो के ऊपर चमकती हुई चिकनी चूत. एकदम पतली सी, नाजुक सी गुलाबी रंग की झिर्री हल्की सी बाहर की तरफ निकली हुई, चूत एक दम अंदर की तरफ सिकुड़ी हुई. जिसका रसपान बहुत ही कम बार किया गया था.
चूत के गुलाबी रंग के होंठ एक दूसरे से पूरी तरह से चिपके हुए उसकी सुंदरता में चार चांद लगा रहे थे...
वो बिल्कुल कामदेवी लग रही थी, जिसके जिस्म के हर एक हिस्से से रस टपक रहा था...
मैंने अपने कपड़े निकाल दिये, मैं अब बस फ्रेंची मे था...
मैं पायल के बिल्कुल नजदीक गया, और उसके चुचे पर हाथ रख दिया और उसके निप्पल को अपनी उंगलियों से मसलने लगा. पायल के बदन में करंट दोड़ने लगा. वो मेरी बाहों में समां गयी उसकी बढ़ी हुई धडकनों को मैं अपने सीने पर महसूस करने लगा...
मैंने उसके चेहरे को ऊपर किया और उसके रसीले होंठो को चाटने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. उसने अपनी बांहे मेरे कंधो पर रख दी और अपने मुंह को मेरे होंठो के लिए खोल दिया. मेरा लंड अब उसकी चूत वाली जगह पर रगड़ खा रहा था. शराब की बोतल से भी नशीले उसके लबो को पीते हुए मैंने अपने हाथ उसके पेट पर रखा और सहलाने लगा. पायल के बदन मे कंपन होने लगा.
मैंने उसे अपने आगोश से आजाद किया... और उसे गोद मे उठा लिया, उसने अपने हाथ मेरी गर्दन पर लपेट लिये... हम दौनो एक दूसरे की आंखों मे देख रहे थे.
Thanks For Reading...अपने विचार जरूर दीजिये गा...
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
Nice story... Keep it up dear.
updates awaited bro ?
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