Adultery बुरी फसी नौकरानी लक्ष्मी

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josef
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Re: Adultery बुरी फसी नौकरानी लक्ष्मी

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सन्नी

लक्ष्मी आंटी को हम दोनों अंदर ले आए पर वह बहुत थकी हुई थी। हम दोनों ने मिलकर एक दिन के अंदर 5-5 बार चोदा था, 3-3 बार अपना रस पिलाया था और अब 2-2 बार गांड़ मारी थी।

विक्की ने गरम पानी चालू किया और हम दोनों ने लक्ष्मी आंटी को बाहों में लेकर नहलाया। बेचारी लक्ष्मी आंटी जब कुछ होश में आई तो अपने को हमारे हाथों धुलता देख शरमा कर लाल हो गई। लक्ष्मी आंटी की गांड़ में से अब तक हमारा रस टपक कर उसकी जांघें रंग रहा था। हमने उसे bathtub में बिठाकर अपने शरीर साफ कर लिए। बिना बोले आपसी सहमति से हम दोनों लक्ष्मी आंटी को थोड़ा आराम करने bathtub में छोड़ कर बाहर आ गए।

हमने ऐसे खुले मन से बातें की को सिर्फ किसी औरत के दो प्रेमी कर सकते हैं। हमने ये मान लिया के हम एक दूसरे को नंगे देख सकते हैं पर छूना नहीं चाहते। मैंने मना के Simon को लेकर लक्ष्मी आंटी की बजाने में मज़ा आया तो विक्की को सन्नी खीरे से भी मज़ा आया। विक्की को तो यकीन था कि लक्ष्मी आंटी की ये बेसुध हालत दोहरे हमले से ही बनी हुई है। हमने ये भी मना की सोमवार सुबह जाने के पहले हमारा Target क्या होगा। साथ ही घर पहुचकर हम दोनों क्या और कैसे करेंगे।

अभी तो सिर्फ शनिवार सुबह के 8 बजे थे। हम दोनों ने bathroom में झांक कर देखा तो लक्ष्मी आंटी बड़े आइने में मूड कर अपनी गांड़ देख रही थी। हम हंस पड़े तो लक्ष्मी आंटी ने गुस्से से लाल हो कर बोला की कभी खुद करवा के देख लो।

“अरे लक्ष्मी आंटी, हम तो चाहकर भी ऐसे नहीं कर सकते। चलो बाहर आ जाओ। हम तुम्हें दिखाते है।”

हॉल में एक बड़ा टीवी था जिस पर computer connect करना मुमकिन था। हमने internet चला दिया और लक्ष्मी आंटी को हमारे ज्ञान का अगाध स्रोत दिखाया। अनेकानेक देसी विदेशी लड़कियां और औरतें कई तरह से अपने मर्दों को संतुष्ट करने की होड़ में थीं। कोई चूस रही थी तो कोई अपना चुसवा कर चटा रही थी। कोई चुध रही थी, कोई चुधवा रही थी और कोई खुद सवारी कर मज़े से चिल्ला रही थी। कोई पहली बार गांड़ मारी जाने से रो रही थी तो कोई अपने आशिक को गांड़ मारने को बता रही थी।

लक्ष्मी आंटी भी गरमा गई और उसने टीवी बन्द कर दिया। लक्ष्मी आंटी ने पूछा कि अब क्या करना है? तो मैंने उसे कहा की वह खुद तय करे की वह हम दोनों को कैसे खुश करेगी।

लक्ष्मी आंटी सोच रही थी कि घंटी बजी और हम सब की धड़कनें बढ़ीं जब तक पता चला कि घंटी फोन की थी। मैंने लक्ष्मी आंटी को चुप रहने का इशारा करते हुए फोन उठाया।

अश्वेत “Good Morning सन्नी बेटा। कैसे चल रही हैं दोनों की छुट्टियां? लक्ष्मी आंटी को ज्यादा तंग तो नहीं कर रहे ना?”

“पापा आप दोनों से हम ने कहा था की हमें देखभाल करने के लिए किसी की जरूरत नहीं। हम बड़े हो गए हैं और अपना खयाल रख सकते हैं। अगर हम कॉलेज दूर चले जाएं तो वहां लक्ष्मी आंटी को भेजोगे?”

लक्ष्मी आंटी ने मौका साध कर घुटनों के बल बैठ कर हम दोनों को एक साथ चूसना शुरू कर दिया। अगर ये लक्ष्मी आंटी का हमें सजा देने का तरीका था तो लक्ष्मी आंटी सच में सेक्स के खेल में होशियार थी।

अश्वेत “अरे तुम दोनों को तकलीफ़ क्या है? अब तुम्हें ना नाश्ते की चिंता है और न खाने की। मस्त हो कर घूमो फिरो, आम के पेड़ों पर चढ़ो या बचपन में खेलते थे वैसे शिकारी बनो और फॉर्महाउस में जंगली शेर का शिकार करो!!!”

लक्ष्मी आंटी ने चौंक के उपर देखा तो ' चपक ' की आवाज हुई।
पीछे से हंसने की आवाज़ आई।

पवन “याद है, जब हम ऐसे छुप कर अकेले रहने की कोशिश करते थे?”

अश्वेत “अरे बाप बना है तू, अब इन्हें परेशान करना हमारा फर्ज है।”

विक्की “पापा आप दोनों मिले हुए हैं? आपको क्या लगता है? हम यहां क्या करने आए हैं?”

अश्वेत हंसकर “वही जो 2 जवान लडके एक बड़े टीवी, internet connection और खाली घर में करते हैं। लक्ष्मी आंटी हमारी ओर से तुम्हारे लिए चुनौती है। देखते हैं कि तुम दोनों लक्ष्मी आंटी और माली चाचा को कैसे चकमा देते हो।”

लक्ष्मी आंटी को पकड़ कर, अपने लौड़े को उसके मुंह में डाल कर।
“लक्ष्मी आंटी का हमने मुंह बन्द कर दिया। बहुत मना कर रही थी। ये मत करो, वो मत करो। ऐसे मत करो, वैसे मत करो। मगर हमने उसे मना लिया कि वह हमें सिखाए और कॉलेज के लिए तैयार करे। आज सुबह हम सब ने मिलकर नाश्ता बनाया। अब लक्ष्मी आंटी मान गई है कि वह यहां की कोई बात बाहर नहीं बताएगी। रहे माली चाचा तो उन्हें हमने कल से सोमवार सुबह तक छुट्टी दे दी है।”

पवन “बच्चों ये बात ठीक नहीं है। ये तुम दोनों के लिए और खास कर लक्ष्मी आंटी के लिए safe नहीं है।”

विक्की “पापा अगर आप को डर है कि लक्ष्मी आंटी हम से प्याज करवाएगी तो लक्ष्मी आंटी ने ये पहले ही कर दिया है। आप चिंता मत कीजिए।”

पवन “बेटा बात उतनी ही होती तो मैं खुद कुछ प्याज भेज देता। जरा सोचो, तुम बड़े हो गए हो और लक्ष्मी आंटी के साथ अकेले हो ऐसे पप्पू को पता चल गया तो वह क्या करेगा।”

हम अंकल का इशारा समझ गए पर क्या कहते? चिंता मत करो लक्ष्मी आंटी चोद दी गई है या ये की वह अब अपनी मर्जी से हम दोनों को एक साथ चूस रही है? हमने अच्छे लड़के बनाने का वादा करते हुए फोन रख दिया।

लक्ष्मी आंटी हम दोनों को पूरे जोश से चूस रही थी और उसकी मेहनत की कदर करते हुए हम दोनों ने उसे अपना पानी पिलाया। पिछले 14 घंटों में हम दोनों ने 10-10 बार लक्ष्मी आंटी के अलग अलग चेद चोदे थे। जवान हैं मशीन नहीं। अब कुछ देर आराम करना हमने ठीक समझा और वहीं हॉल में porn videos देखते हुए सो गए।

Score card सुबह 9 बजे तक
लक्ष्मी आंटी मुंह चूत गांड़
विक्की 3 5 2
सन्नी 3 5 2

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josef
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Re: Adultery बुरी फसी नौकरानी लक्ष्मी

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विक्की
10 बजे तक झपकी लेने के बाद हम लोग उठ गए। लक्ष्मी आंटी ने अंगड़ाई ली और आगे का कार्यक्रम पूछा तो हमने उसे उसका score card बताया। लक्ष्मी आंटी की गांड़ पर हुआ अन्याय हम दोनों से सहा नहीं गया। लक्ष्मी आंटी ने चिढ़ने नाटक करते हुए कहा “सीधे बोलो ना कि तुम दोनों को मेरी गांड़ मारने का शौक है।”

लक्ष्मी आंटी ने हम दोनों को टटोल कर अच्छे से जांच की। फिर लक्ष्मी आंटी ने सन्नी को अपने मुंह में लेकर चूस कर अच्छे से गीला कर दिया। मैं बाजू में बैठा अपना कड़ा मूसल पकड़े हुए था।

लक्ष्मी आंटी “बुरा मत मानो विक्की बाबू। आप का हथियार इतना मोटा है कि सन्नी बाबू मुझे थोड़ा फैला दे तभी आप को गांड़ में ले पाऊंगी।”

सन्नी को पकड़ कर लक्ष्मी आंटी उपर बेड पर ले गई। वीडियो में देखी पोज़ लेते हुए लक्ष्मी आंटी ने सन्नी को लिटाकर उसकी तरफ पीठ करके उसके लौड़े पर थूंक दिया। अब सन्नी के गिले सुपाड़े को लक्ष्मी आंटी ने अपनी गांड़ के छेद पर रखा और धीरे से धक्का दिया। लक्ष्मी आंटी गांड़ मारने की कला सीख रही थी और उसके थोड़ी कोशिश करने पर सन्नी का सुपारा लक्ष्मी आंटी की गांड़ में था। सन्नी ने लक्ष्मी आंटी की कमर पकड़ी और लक्ष्मी आंटी को अपने ऊपर खींच लिया।

लक्ष्मी आंटी “आईआई… सन्नी बाबू… आह… हनन… अम्म…”

लक्ष्मी आंटी ने गहरी सांसे लेते हुए अपने आप को संभाला और फिर सन्नी के कंधों पर हाथ रख दिए। अब लक्ष्मी आंटी ने अपने पैर सन्नी के फैले पैरों के पार रखे थे तो लक्ष्मी आंटी के हाथ सन्नी के कंधों पर रखे हुए थे। लक्ष्मी आंटी अब अपनी मर्जी से अपनी गांड़ हिलाकर अपनी गांड़ मरवा सकती थी। सन्नी ने लक्ष्मी आंटी की कमर थाम कर उसे उठाए रखा था।

लक्ष्मी आंटी ने जल्द ही अपनी ताल पकड़ ली और चाव से अपनी गांड़ मराने लगी। मैं गरम लोहे सा तपा इंतजार कर रहा था। तभी मेरे मन में एक कल्पना आ गई। मैं बेड पर सन्नी के फैले पैरों के बीच खड़ा हो कर लक्ष्मी आंटी के मुंह में अपना मूसल डाल दिया। लक्ष्मी आंटी ने भी मुझे चूसा पर कुछ ही पलों में मैं पीछे हो गया। फिर घुटनों पर बैठ कर मैंने लक्ष्मी आंटी के गाल को चूम कर उसके कान के पास चूमने लगा। लक्ष्मी आंटी ने जैसे ही नीचे होने की कोशिश की तो मैंने अपना मूसल उसकी चूत में डाल दिया।

“मां… आहं… हा… हा… हा… मरी… हा… बाबू…” लक्ष्मी आंटी की चीखें निकल गुंज उठी।

मुझे डर था कि सन्नी को चोट लगी होगी। पर सन्नी ने लक्ष्मी आंटी के पीछे से मुझे आंख मारते हुए इशारा किया। अब हम दोनों बिना हिले डुले रुक गए थे। लक्ष्मी आंटी ने अपनी चीखें निगल कर अब संभलना शुरु किया। सन्नी ने लक्ष्मी आंटी की कमर पर पकड़ बना ली और लक्ष्मी आंटी को उठाया। हम दोनों के लौड़े सूपड़े तक बाहर निकले तो लक्ष्मी आंटी ने चैन कि एक गहरी सांस ली। सन्नी ने अपने हाथ अचानक मोड़ लिए तो चीखकर लक्ष्मी आंटी ने दोनों लौड़े अपने अंदर धसे पाए। सन्नी ने ऐसे ही लय पकड़ ली। लक्ष्मी आंटी हर उछाल पर सांस लेती और हर धसने पर चीखकर सांस छोड़ती। कुछ देर में लक्ष्मी आंटी को मज़ा आने लगा और वो सन्नी का साथ देते हुए खुदको दोहरा मज़ा दिलाने लगी। लक्ष्मी आंटी के हर उछाल के साथ हमारे लौड़े उसकी चूत और गांड़ में से दबते हुए एक दूसरे को दबा रहे थे। यह एहसास एक साथ अलग था, अजीब था पर बुरा नहीं था। लक्ष्मी आंटी की पतली हालत होती देख हम दोनों खुशी से लगे रहे। सन्नी और लक्ष्मी आंटी के लय को तोड़ना सही नहीं था पर लक्ष्मी आंटी की उस कामुक सुंदरता को देख चुप रहना नामुमकिन था। मैंने आगे झुक कर लक्ष्मी आंटी की गर्दन को अपने दातों में हलके से पकड़ लिया।

लक्ष्मी आंटी इस तरह से होश उड़ाए हुई चूधा रही थी जब उसने एक लंबी मिठिसी चीख निकाल अपनी चूत में से कोई झरना बहा दिया। लक्ष्मी आंटी ऐसे झड़ी के उसने अपने शरीर से हम दोनों को भींच लिया। लक्ष्मी आंटी का बदन अकड़ कर कांपने लगा और लक्ष्मी आंटी की आंखे घूम कर बन्द हो गई। सन्नी के उपर लक्ष्मी आंटी गिर गई तो उसने आह भरी। मुझे एहसास हुआ कि लक्ष्मी आंटी की गांड़ में सन्नी का लौड़ा धड़क धड़क कर अपना रस छोड़ रहा था। अब मुझे और बर्दाश्त करना नाुमकिन था तो मैंने भी अपना लौड़ा जड़ तक घुसा कर लक्ष्मी आंटी की कोख में रस भर दिया।

थक कर चूर चूर होकर मैंने लक्ष्मी आंटी को सन्नी के उपर से उठा कर बगल में गांड़ उपर कर लिटा दिया। जैसे तैसे हम दोनों उठ गए और अपनी मेहनत का परिणाम देखा।


Score card सुबह 10.30 बजे तक

लक्ष्मी आंटी मुंह चूत गांड़
विक्की 4 6 2
सन्नी 4 5 3

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josef
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Re: Adultery बुरी फसी नौकरानी लक्ष्मी

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सन्नी

आज 11 बजे हम ने internet का इस्तमाल ऐसी बात के लिए किया जो कभी सोचा भी नही था। हम दोनों ने इंटरनेट पर देख कर पनीर बिरयानी बनाई। साथ में कुछ readymade soup packet में से soup भी बनाया। ये सब लेकर हम उपर लक्ष्मी आंटी के पास पहुंचे।

लक्ष्मी आंटी (थक कर धीमी आवाज में) “बस बाबू। अब और नहीं सहा जाता। थोड़ी देर आराम करने दो।”

लक्ष्मी आंटी एक ओर मुड़ कर लेटी थी। लक्ष्मी आंटी की गांड़ और चूत में से वीर्य की धार निकल कर जांघ पर सुख रही थी। विक्की बाथरूम से गरम पानी से भीगा टॉवेल लाया। विक्की ने बड़े प्यार से लक्ष्मी आंटी का पसीने से भीगा बदन पोंछा। उसके बाद लक्ष्मी आंटी की जखमी और हमारे रस से भरी हुई, चूत और गांड़ को दूसरे साफ गरम पानी के टॉवेल साबुन से धोया। लक्ष्मी आंटी को हमारे इस बरताव से आश्चर्य हुआ और खुशी भी मिली।

जब हमने लक्ष्मी आंटी को बेड पर खाना परोसा तो लक्ष्मी आंटी बस देखती रही। मैंने soup चमच से लक्ष्मी आंटी को पिलाया तो लक्ष्मी आंटी फूटफूट कर रोने लगी। हम दोनों पिछले 12 घंटों में किए हमारे कांड के लिए चीखें जाने के लिए तैयार थे। डर था कि लक्ष्मी आंटी सारी बातें मम्मी पापा को बता देगे। हमने मन ही मन पीटने की तैयारी भी कर ली थी पर रोती हुई लक्ष्मी आंटी को क्या करें ये समझ नहीं आया।

मैंने डरते हुए “पेहली बार बनाया है। इतना बुरा बना है क्या? जाने दो, मत खाओ। कुछ और बना कर लाते हैं।”

अब लक्ष्मी आंटी रोते हुए हंस पड़ी और बोली “अरे मेरे बुद्दू आशिक। ये बहुत अच्छा बना है। मैं तो इस लिए रो पड़ी क्योंकि आज तक किसी ने मेरे लिए ऐसा नहीं किया था। बाबू आप दोनों बहुत अच्छे लड़के हो। अब चुप चाप इधर आओ और अपनी लक्ष्मी आंटी को अपनी बाहों में भर लो।”

हम दोनों लपक कर लक्ष्मी आंटी के बगल में बैठ कर उसकी बाहों में समा गए।

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