Incest घरेलू चुते और मोटे लंड
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Re: Incest घरेलू चुते और मोटे लंड
आगे क्या हुआ
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Re: Incest घरेलू चुते और मोटे लंड
कुछ देर कम्मो की अच्छे से चुदाई करने के बाद गोलू खड़ा हो जाता है. गोलू और सोनू के बीच इशारों में कुछ बातें होती है और फिर गोलू कम्मो से कहता है.
गोलू: दीदी. एक बार अपना पिछवाड़ा दिखाइए ना. आपके गांड का छेद देखने का बड़ा मन कर रहा है.
कम्मो: क्यूँ गोलू? तुझे भी चंपा के भाई की तरह गांड का छेद पसंद है क्या?
कम्मो की बात सुनकर गोलू का दिमाग घूम जाता है.
गोलू: चंपा के भाई की तरह? मैं कुछ समझा नहीं दीदी....
कम्मो: अरे पागल. वो मेरी सहेली चंपा है ना...! उसे खाट पर उल्टा होकर सोने की आदत है. रात में जब वो सो जाती है ना तब उसका छोटा भाई रघु पीछे से घागरा उठा के उसकी चूतड़ों के पट फैलाकर गांड का छेद देखता रहता है.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू को चक्कर आने लगते है.
गोलू: तो दीदी, चंपा ने रघु को कभी पकड़ा नहीं?
कम्मो: एक दिन रघु पकड़ा गया. तब उसे बताया की उसे चंपा के गांड का छेद बहुत पसंद है. चंपा ने उसे समझाया की घर में ये सब ना किया करे. जब उसका मन हो तो उसे बता दिया करे.
सोनू: त..तो..तो दीदी....फिर अब चंपा क्या करती है?
कम्मो: रात में जब रघु का दिल करता है तो चंपा उसे चुप-चाप पास वाले खेत ले जाती है और घागरा उठा के घोड़ी बन जाती है. रघु उसके पीछे बैठ कर घंटो चंपा के गांड का छेद निहारता रहता है.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू के लंड तन्ना जाते है.
गोलू: दीदी एक बार आप भी हुमेत घोड़ी बनके अपने गांड का छेद दिखाइए ना....
कम्मो: अच्छा बाबा ठीक है. रुको अभी दिखाती हूँ.
कम्मो झट से ज़मीन पर घोड़ी की तरह बैठ जाती है. पीछे से उठी हुई उसकी हौदी चूतड़ों के बीच की गहरी खाई दिखने लगती है. गोलू कम्मो के पीछे जा कर बैठ जाता है और चूतड़ों के पटों को हाथो से फैलाता है. चूतड़ों के पट फैलते ही कम्मो के गांड का छेद साफ़-साफ़ दिखने लगता है. देखने में वो बड़ा ही सुर्ख था पर जैसे ही गोलू हलके से हाथ लगा कर उसे फैलाता है, छेद आसानी से फ़ैल जाता है. गोलू को समझने में देर नहीं लगती की कम्मो दीदी ने मोटे-मोटे भुट्टे अपने गांड के छेद में भरे है. कम्मो के गांड के छेद से मनमोहित हो कर गोलू अपनी जीभ छेद में घुसा देता है.
कम्मो: उफ्फ्फ....!! गोलू....ये क्या कर रहा है?
सोनू: दीदी, आपके गांड का छेद है ही इतना प्यारा की गोलू अपने आप पर काबू नहीं कर पाया.
कम्मो: ओह्ह्ह्हह....गोलू...!!
कम्मो ने कभी सोच भी नहीं था की गांड के छेद को भी कोई इस तरह से चाट सकता है. उसे पूरी मस्ती में आने में क्षण भर का समय भी नहीं लगता है. कुछ देर कम्मो के गांड का छेद अच्छी तरह से चाटने के बाद गोलू कम्मो से कहता है.
गोलू: दीदी...एक बार बट की तरह मुझे भी अपना लंड आपके गांड के छेद में डालने दीजिये ना...
गोलू द्वारा छेद चाटने से कम्मो अपने होश पहले ही खो चुकी थी. दोनों हाथों को अपनी चूतड़ों पर रख वो उन्हें फैला देती है. ये गोलू के लिए एक निमंत्रण जैसा था. गोलू झट से कम्मो के पीछे जा चिपकता है और अपना लंड गांड के छेद पर रखे घुटनों को मोड़ देता है. कमर पर दबाव डालते ही गोलू का लंड फिसलता हुआ कम्मो के गांड के छेद में समां जाता है.
कम्मो: उईई माँ...!! पूरा घुसा दिया क्या गोलू? उफ़...!! तेरा तो भुट्टे से भी मोटा है रे.....
गोलू कम्मो की कमर दोनों हाथों से पकडे हुए अपनी कमर चलाने लगता है. उसका मोटा लंड कम्मो की गांड में सटा-सट अन्दर-बाहर होने लगता है. सोनू निचे बैठा ये नज़ारा देख रहा था. गोलू द्वारा अपनी ही दीदी की गांड मारने वाला ये दृश्य देखकर वो उत्तेजित हो जाता है और अपनी दो उंगलियाँ कम्मो की बूर में ठूँस देता है. ऊपर गोलू अपना लंड कम्मो की गांड में पेले जा रहा था और निचे सोनू दो उंगलियाँ उसकी बूर में. कम्मो के लिए ये एक बेहद ही उत्तेजित करने वाली प्रक्रिया थी. कुछ देर कामो की गांड अच्छे से मारने के बाद गोलू खड़ा हो जाता है तो सोनू उठके अपना लंड कम्मो की गांड में पेल देता है. कम्मो की गांड का मजा गोलू और सोनू बारी-बार अच्छे से लेते है. कुछ देर बाद गोलू सोनू से कहता है.
गोलू: सोनू तू ज़मीन पर लेट जा. कम्मो दीदी आप सोनू के लंड पर बैठ जाइये.
गोलू: दीदी. एक बार अपना पिछवाड़ा दिखाइए ना. आपके गांड का छेद देखने का बड़ा मन कर रहा है.
कम्मो: क्यूँ गोलू? तुझे भी चंपा के भाई की तरह गांड का छेद पसंद है क्या?
कम्मो की बात सुनकर गोलू का दिमाग घूम जाता है.
गोलू: चंपा के भाई की तरह? मैं कुछ समझा नहीं दीदी....
कम्मो: अरे पागल. वो मेरी सहेली चंपा है ना...! उसे खाट पर उल्टा होकर सोने की आदत है. रात में जब वो सो जाती है ना तब उसका छोटा भाई रघु पीछे से घागरा उठा के उसकी चूतड़ों के पट फैलाकर गांड का छेद देखता रहता है.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू को चक्कर आने लगते है.
गोलू: तो दीदी, चंपा ने रघु को कभी पकड़ा नहीं?
कम्मो: एक दिन रघु पकड़ा गया. तब उसे बताया की उसे चंपा के गांड का छेद बहुत पसंद है. चंपा ने उसे समझाया की घर में ये सब ना किया करे. जब उसका मन हो तो उसे बता दिया करे.
सोनू: त..तो..तो दीदी....फिर अब चंपा क्या करती है?
कम्मो: रात में जब रघु का दिल करता है तो चंपा उसे चुप-चाप पास वाले खेत ले जाती है और घागरा उठा के घोड़ी बन जाती है. रघु उसके पीछे बैठ कर घंटो चंपा के गांड का छेद निहारता रहता है.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू के लंड तन्ना जाते है.
गोलू: दीदी एक बार आप भी हुमेत घोड़ी बनके अपने गांड का छेद दिखाइए ना....
कम्मो: अच्छा बाबा ठीक है. रुको अभी दिखाती हूँ.
कम्मो झट से ज़मीन पर घोड़ी की तरह बैठ जाती है. पीछे से उठी हुई उसकी हौदी चूतड़ों के बीच की गहरी खाई दिखने लगती है. गोलू कम्मो के पीछे जा कर बैठ जाता है और चूतड़ों के पटों को हाथो से फैलाता है. चूतड़ों के पट फैलते ही कम्मो के गांड का छेद साफ़-साफ़ दिखने लगता है. देखने में वो बड़ा ही सुर्ख था पर जैसे ही गोलू हलके से हाथ लगा कर उसे फैलाता है, छेद आसानी से फ़ैल जाता है. गोलू को समझने में देर नहीं लगती की कम्मो दीदी ने मोटे-मोटे भुट्टे अपने गांड के छेद में भरे है. कम्मो के गांड के छेद से मनमोहित हो कर गोलू अपनी जीभ छेद में घुसा देता है.
कम्मो: उफ्फ्फ....!! गोलू....ये क्या कर रहा है?
सोनू: दीदी, आपके गांड का छेद है ही इतना प्यारा की गोलू अपने आप पर काबू नहीं कर पाया.
कम्मो: ओह्ह्ह्हह....गोलू...!!
कम्मो ने कभी सोच भी नहीं था की गांड के छेद को भी कोई इस तरह से चाट सकता है. उसे पूरी मस्ती में आने में क्षण भर का समय भी नहीं लगता है. कुछ देर कम्मो के गांड का छेद अच्छी तरह से चाटने के बाद गोलू कम्मो से कहता है.
गोलू: दीदी...एक बार बट की तरह मुझे भी अपना लंड आपके गांड के छेद में डालने दीजिये ना...
गोलू द्वारा छेद चाटने से कम्मो अपने होश पहले ही खो चुकी थी. दोनों हाथों को अपनी चूतड़ों पर रख वो उन्हें फैला देती है. ये गोलू के लिए एक निमंत्रण जैसा था. गोलू झट से कम्मो के पीछे जा चिपकता है और अपना लंड गांड के छेद पर रखे घुटनों को मोड़ देता है. कमर पर दबाव डालते ही गोलू का लंड फिसलता हुआ कम्मो के गांड के छेद में समां जाता है.
कम्मो: उईई माँ...!! पूरा घुसा दिया क्या गोलू? उफ़...!! तेरा तो भुट्टे से भी मोटा है रे.....
गोलू कम्मो की कमर दोनों हाथों से पकडे हुए अपनी कमर चलाने लगता है. उसका मोटा लंड कम्मो की गांड में सटा-सट अन्दर-बाहर होने लगता है. सोनू निचे बैठा ये नज़ारा देख रहा था. गोलू द्वारा अपनी ही दीदी की गांड मारने वाला ये दृश्य देखकर वो उत्तेजित हो जाता है और अपनी दो उंगलियाँ कम्मो की बूर में ठूँस देता है. ऊपर गोलू अपना लंड कम्मो की गांड में पेले जा रहा था और निचे सोनू दो उंगलियाँ उसकी बूर में. कम्मो के लिए ये एक बेहद ही उत्तेजित करने वाली प्रक्रिया थी. कुछ देर कामो की गांड अच्छे से मारने के बाद गोलू खड़ा हो जाता है तो सोनू उठके अपना लंड कम्मो की गांड में पेल देता है. कम्मो की गांड का मजा गोलू और सोनू बारी-बार अच्छे से लेते है. कुछ देर बाद गोलू सोनू से कहता है.
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कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Incest घरेलू चुते और मोटे लंड
अपने होशो-हवास खोई कम्मो सोनू के लेटते ही उसके लंड पर बैठ जाती है और आगे झुक जाती है. उसके बड़े-बड़े दूध सोनू के मुहँ पर आ जाते है जिसे सोनू अपने मुहँ में भर कर चूसने लगता है. निचे उसका लंड कम्मो की बूर की जम कर चुदाई कर रहा था. गोलू की नज़र कम्मो की चूतड़ों पर ही टिकी हुई थी. कुछ देर गौर से देखने के बाद गोलू आगे बढ़ता है और अपने दोनों पैरों को कम्मो की चूतड़ों के इर्द-गिर्द करते हुए अपना लंड उसके गांड के छेद पर रख देता है. कम्मो को जैसे ही इसकी भनक पड़ती है, वो अपने ओंठ काटते हुए आँखे बंद कर लेती है. गोलू अपने लंड को कम्मो के गांड के छेद के अन्दर घुसता चला जाता है, और एक ही झटके में पूरा लंड कम्मो की गांड में प्रवेश कर जाता है. निचे सोनू का लंड कम्मो की बूर में घुसा हुआ था और ऊपर गोलू का लंड उसकी गांड के छेद में. कम्मो एक साथ दो लंड लेकर सातवें आसमान में जा चुकी थी. उसे ऐसा लग रहा था की किसी ने दो भुट्टे उसकी बूर और गांड में एकसाथ दाल दिए हों.
कम्मो: आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह...गोलू....! उई माँ सोनू...!! बहुत गंदे हो तुम दोनों. उफ़.....!! अपनी दीदी के साथ कोई ऐसा करता है क्या?
गोलू कम्मो की गांड में लंड पेलता हुआ कहता है.
गोलू: सच बताना दीदी....आपको भी मजा आ रहा है ना अपने दोनों भाइयों का लंड एकसाथ लेते हुए.....सच बताना दीदी...आपको मेरी कसम.
गोलू की कसम को कम्मो झुटला नहीं सकती थी. उसके मुहँ से सच निकल ही जाता है.
कम्मो: हाँ गोलूsss.....!! सच ...! बहुत मजा आ रहा है दोनों का लंड एक साथ ले कर. ऐसा लग रहा है की मैं दो भुट्टों को एक साथ अपनी बूर और पिछवाड़े में ले रही हूँ.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू पूरे जोश में अपना लंड कम्मो की गांड और बूर में ठुसने लगते है. दोनों के शरीर के बीच दबी कम्मो भी मजा लेने लगती है. जहाँ सोनू कम्मो के दूध को अपने सीने पर दबाये निचे से उसकी बूर चोद रहा था वहीँ गोलू कम्मो की नंगी पीठ पर झुके हुए, उसके ओंठों को चूसते हुए लंड उसकी गांड में पेले जा रहा था.
सोनू: दीदी....इसे शहर में 'सैंडविच' कहते है.
कम्मो: 'सैंडविच'...? ये क्या होता है सोनू?
सोनू: दीदी जब हम किसी चीज़ को दो दूसरी दो चीज़ों के बीच दबा देते है तो उसे 'सैंडविच' कहते है. जैसे दो ब्रेडों के बीच आमलेट.....
कम्मो: मुझे समझ नहीं आया सोनू. ब्रेड और आमलेट....?
गोलू: मैं समझ गया दीदी. इस वक़्त आप आमलेट हो और मैं और सोनू ब्रेड. आप हम दोनों के बीच ठीक उसी तरह से दबी हुई हो जैसे किसी 'सैंडविच' में ब्रेडों के बीच आमलेट दबा होता है.
कम्मो: ओह...!! इसका मतलब तुम दोनों ने मुझे आलेत की तरह 'सैंडविच' बना दिया है?
सोनू: हाँ दीदी....अब आपने सही समझा....
कम्मो: तो क्या सोनू शहर में जिस बहन के दो भाई होते है वो अक्सर अपनी बहन को 'सैंडविच' बना देते है?
कम्मो की इस बात पर गोलू और सोनू जोश में अपने लंड जोरदार ठाप के साथ कम्मो की गांड और बूर में एकसाथ ठूँस देते है. कम्मो की चीख निकल जाती है, "उईईई माँssssssss....!!!"
सोनू: हाँ दीदी. शहर में तो मम्मी-पापा के सोने के बाद जो भाई होते है वो अपनी बहन के कमरे में जाते है और रात भर उसे 'सैंडविच' बनाये रखते.
कम्मो: जैसे अभी तुम दोनों ने मुझे बना रखा है, ठीक कहा ना मैंने?
सोनू: हाँ दीदी....अब आप ने ठीक समझा....
कम्मो: तुम दोनों मुझे ऐसे ही 'सैंडविच' बना दिया करना. मैं रात में तुम दोनों के कमरे में आ जाया करुँगी 'सैंडविच' बनने.....
कम्मो: आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह...गोलू....! उई माँ सोनू...!! बहुत गंदे हो तुम दोनों. उफ़.....!! अपनी दीदी के साथ कोई ऐसा करता है क्या?
गोलू कम्मो की गांड में लंड पेलता हुआ कहता है.
गोलू: सच बताना दीदी....आपको भी मजा आ रहा है ना अपने दोनों भाइयों का लंड एकसाथ लेते हुए.....सच बताना दीदी...आपको मेरी कसम.
गोलू की कसम को कम्मो झुटला नहीं सकती थी. उसके मुहँ से सच निकल ही जाता है.
कम्मो: हाँ गोलूsss.....!! सच ...! बहुत मजा आ रहा है दोनों का लंड एक साथ ले कर. ऐसा लग रहा है की मैं दो भुट्टों को एक साथ अपनी बूर और पिछवाड़े में ले रही हूँ.
कम्मो की बात सुनकर गोलू और सोनू पूरे जोश में अपना लंड कम्मो की गांड और बूर में ठुसने लगते है. दोनों के शरीर के बीच दबी कम्मो भी मजा लेने लगती है. जहाँ सोनू कम्मो के दूध को अपने सीने पर दबाये निचे से उसकी बूर चोद रहा था वहीँ गोलू कम्मो की नंगी पीठ पर झुके हुए, उसके ओंठों को चूसते हुए लंड उसकी गांड में पेले जा रहा था.
सोनू: दीदी....इसे शहर में 'सैंडविच' कहते है.
कम्मो: 'सैंडविच'...? ये क्या होता है सोनू?
सोनू: दीदी जब हम किसी चीज़ को दो दूसरी दो चीज़ों के बीच दबा देते है तो उसे 'सैंडविच' कहते है. जैसे दो ब्रेडों के बीच आमलेट.....
कम्मो: मुझे समझ नहीं आया सोनू. ब्रेड और आमलेट....?
गोलू: मैं समझ गया दीदी. इस वक़्त आप आमलेट हो और मैं और सोनू ब्रेड. आप हम दोनों के बीच ठीक उसी तरह से दबी हुई हो जैसे किसी 'सैंडविच' में ब्रेडों के बीच आमलेट दबा होता है.
कम्मो: ओह...!! इसका मतलब तुम दोनों ने मुझे आलेत की तरह 'सैंडविच' बना दिया है?
सोनू: हाँ दीदी....अब आपने सही समझा....
कम्मो: तो क्या सोनू शहर में जिस बहन के दो भाई होते है वो अक्सर अपनी बहन को 'सैंडविच' बना देते है?
कम्मो की इस बात पर गोलू और सोनू जोश में अपने लंड जोरदार ठाप के साथ कम्मो की गांड और बूर में एकसाथ ठूँस देते है. कम्मो की चीख निकल जाती है, "उईईई माँssssssss....!!!"
सोनू: हाँ दीदी. शहर में तो मम्मी-पापा के सोने के बाद जो भाई होते है वो अपनी बहन के कमरे में जाते है और रात भर उसे 'सैंडविच' बनाये रखते.
कम्मो: जैसे अभी तुम दोनों ने मुझे बना रखा है, ठीक कहा ना मैंने?
सोनू: हाँ दीदी....अब आप ने ठीक समझा....
कम्मो: तुम दोनों मुझे ऐसे ही 'सैंडविच' बना दिया करना. मैं रात में तुम दोनों के कमरे में आ जाया करुँगी 'सैंडविच' बनने.....
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)