बीवी के गुलाम आशिक complete

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josef
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Re: बीवी के गुलाम आशिक

Post by josef »

ऐसे तो कई लड़के थे जो मोना के दीवाने थे लेकिन ये पहला था जिसकी मोना दीवानी थी ,मैं आज उससे पहली बार मिलने वाला था,पता नही क्यो लेकिन मुझे थोड़ा नर्वस फील हो रहा था ...शाम को मोना आयी और तैयारी में लग गई,आज उसका चहरा बिल्कुल ही खिला खिला लग रहा था ,लेकिन फिर वो थोड़ी डर जाती शायद उसे इस बात का डर था की उसकी इतनी खुसी मुझे तकलीफ ना दे लेकिन मैंने फिर से उसे थोड़ा समझाया और वो अब खुल कर अपनी खुसी दिखा रही थी ..
वो वक्त आया जब रोहित हमारे घर पहली बार आया ..
लेकिन गेट के खुलते ही जैसा मैंने सोचा था उसका उल्टा हुआ ,वो मोना की ओर लपकने के बदले बेहद ही सादगी से पेश आया,शायद उसे इस बात का इल्म था की मोना अब शादी शुदा है और उसका पति भी घर में मौजूद है ..
वो बेहद ही सभयता से व्यवहार कर रहा था उल्टे मोना बेहद खुस थी और उसके पास बैठी हुई बिल्कुल किसी कालेज की लड़की जैसे व्यव्हार कर रही थी ,जैसे मैं हु ही नही ,लेकिन रोहित को मेरे होने का आभास था,जब कभी मोना अपना सर उसके कंधे पर रख देती वो मुझे देखता लेकिन मेरे तरफ से कोई खास रियेक्सन ना पाकर रिलेक्स को जाता ,मैं भी उसकी बातो का मजा ले रहा था,वो किसी बिछड़े दोस्तो की तरह एक दूजे के बातो और किस्सों में ही गुम हो गए थे,रोहित जरूर झेंप रहा था लेकिन धीरे धीरे उसकी वो झेंप गायब होने लगी लेकिन अब भी वो अपनी मर्यादा में ही था,वो सच में एक अच्छा दोस्त था जिसे अपने दोस्त की शादी शुदा जीवन के खराब होने का भी डर रहता है ..
हमने विस्की खोली ,अब मैं मोना एक ही सोफे में बैठे थे वही रोहित हमारे सामने था..
“ओहो सच में कितना बात कर रही हु,आपलोगो को तो बात करने का मौका ही नही मिला ..”
“तुम ऐसे भी किसी को कहा बोलने देती हु “रोहित की बात से मोना बस मुस्कुरा कर रहा गई
“अरे अब मैं क्या बात करू ,तुम दोनो सालो बाद मिले हो तो बाते करो “
“हमारी बाते तो कभी खत्म नही होंगी ,और तूने अभी तक शादी नही की कमीने..”
मोना उसे बड़े प्यार से कमीना कह रही थी ,उसे देखकर मुझे सच में रोहित के लिए जलन हो गई क्योकि मेरी उसके जैसी कोई दोस्त नही थी ,
“कोई मिली ही नही ,अब तू ही ढूढना मेरे लिए ..”
“बिल्कुल “
2-3 पैक में ही हम दोनो भी थोड़े घुल मिल गए ,वो भी मोना की ही तरह एक साफ्टवेयर कंपनी में काम करता था तो उनके काम की बाते तो मेरे दिमाग के पपरे थी लेकिन उसे मेरे काम का भी पता था और वो मुझसे बहुत इम्प्रेस दिखा,मुझे भी आदमी अच्छा लगा,वो कभी कभी मोना के हंसते हुए चहरे को बड़े प्यार से देखता और थोड़ी देर के लिए खो जाता,फिर झेंप का चहरा दूसरी ओर कर लेता,मैंने मोना को घूरते हुए बहुत से लड़को को देखा था लेकिन किसी की आंखों में मोना के लिए ऐसा प्यार कभी नही देखा था,उसकी आंखों में प्यार भी था तो कही कही कोई दुख कोई टीस सी भी थी ,जैसे जैसे दारू हमारे अंदर जा रही थी माहौल में कुछ अजीब सी उदासी छा रही थी ,ऐसा लग रहा था जैसे कोई आशिक अपना टूटा हुआ दिल ले के बैठा है,लेकिन कुछ कह नही पा रहा कुछ जता नही पा रहा,
“तुम्हे वो पार्टी याद है ,तुम्हारे भाई ने कैसे उस लड़की को प्रपोज किया था और फिर उसका झापड़ खाया था..”मोना की बात पर दोनो ही खिलखिला कर हँस पड़े और देखते ही देखते दोनो की आंखों में आंसू आ गया,दोनो ने ही खुद को सम्हाला
“एक्सक्यूज़ मि ..मैं थोड़ी देर में आयी ..”
मोना तुरंत ही उठाकर हमारे बेडरूम में चली गई ,रोहित भी बड़ी मुश्किल से अपने होठो पर झूठी हँसी ला पाया,ऐसे तो दारू का नशा ज्यादा था लेकिन फिर भी मैं उसके चहरे में आये हुए दुख के भाव को पहचान सकता था,
2 पैक और अंदर गए जो सिर्फ मैंने पिये,मोना आ चुकी थी और दोनो ही खामोश थे ,एक अजीब सी खामोशी फैल रही थी ,
“माफ करो यार रोहित लेकिन मुझे थोड़ी ज्यादा हो गई है ,तुम लोग खाना खा लो “
“आप भी ना चलो बिना कुछ खाय आपको सोने नही दूंगी “
मैं बड़ी ही मुश्किल में कुछ खा पाया और रोहित ने हमसे इजाजत मांगी,दोनो बिदा होते समय भी चुप ही थे,
“अच्छा लड़का है “
उसके जाने के बाद मैंने कहा
“हा बहुत अच्छा लड़का है ..”
मोना वँहा से सीधे ही बाथरूम में चली गई

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josef
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Re: बीवी के गुलाम आशिक

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रोहित जा चुका था और मोना अभी भी बाथरूम से नही निकली थी,शराब के नशे में मेरी आंखे बंद हो रही थी,और बिस्तर में लेटने से नींद और भी जोरो से पकड़ रही थी लेकिन दिमाग काम कर रहा था,मोना का मोबाइल अभी भी बिस्तर में पड़ा हुआ था जिसपर अभी अभी कोई मेसेज आया था,अब वो नंबर सेव हो चुका था,रोहित के नाम से ,उत्सुकता तो बहुत हुई की उसका मेसेज पढू लेकिन फिर दिमाग ने कहा की कोई ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर दे जो मेसेज का बेकप रखे और तू सोजा...मैंने मोना के मोबाइल में कुछ सेटिंग की और आराम से सो गया,अब उसके हर मेसेज डिलीट होने के बाद भी मेरे मोबाइल में एक इनक्रिप्टेड फॉर्म में सेव हो जाएगा,वही मैंने उसके कॉल्स को भी रेकॉर्ड करने की सोची , जिसे मुझे लेपटॉप के मदद से देखना होगा,जो मेसेज वो डिलीट नही करेगी वो तो मैं अपने मोबाइल से ही देख सकता था,जासूसी दिमाग अब तेजी से दौड़ रहा था ..
मोना बाहर आयी और मुझे सोया हुआ देख कर अपना मोबाइल उठाकर देखने लगी ,कमरे में अंधेरा हो चुका था और उसके मोबाइल की रोशनी से कमरे में थोड़ी प्रकाश दिखाई दे ही थी ..
सुबह मैंने फिर से उसी मोना को पाया,जो मेरी बीवी थी हंसती हुई खिलखिलाती हुई..मेरे उठाने तक वो तैयार हो चुकी थी ..
“आपको सच में काम की जरूरत है ,देखो कितने आलसी हो गए हो ..”
मैंने अपनी काफी उठाई और उससे जा सटा ,वो खाना बना रही थी ,मेरा खड़ा हुआ लिंग उसके कूल्हे में जा धंसा ..
“अरे सुबह सुबह शुरू हो जाते हो जाओ ना तैयार हो जाओ “
“ये तो तैयार है मेरी जान “
“चुप रहो चलो जाओ जल्दी “मैं भी हंसते हुए अपने बाथरूम में चला गया..

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मोना के जाने के बाद मैंने जब अपना मोबाइल देखा तो पाया की सभी मेसेज डिलीट कर दिए गए थे,मेरे होठो में एक अजीब सी जानी पहचानी मुस्कान खिल गई,ये मुस्कान मेरे होठो में तब आती है जब कोई मुजरिम अपने जुर्म को छिपाने के लिए सुबूत मिटाता है और मुझे वो सुबूत मिल जाती है..
मैंने इंक्रप्टेड फाइल्स को अपने लेपि में डाला और उसे एक जगह सेव कर लिया,साथ ही कुछ कॉल्स की रिकार्डिंग भी थे,मैंने मेसेज को सॉफ्टवेयर के जरिये खोला जो की अब टेक्स्ट फाइल के रूप में मेरे सामने थे,रोहित से मोना ने रात में ही चैट की थी जो कुछ ऐसा था …
“मुझे यकीन नही था की तुम्हे भी उस रात की बात याद होगी ,तुम्हारे आंखों में आये हुए आंसू ने सब बता दिया ..”
“वो बात अब पुरानी हो चुकी है रोहित,अब मैं शादी शुदा हु ..”
“हा जानता हु लेकिन तुम्हारे दिल में मेरे लिए प्यार अब भी है …”
मोना ने इसका कोई रिप्लाई नही दिया
“क्या हुआ ..मैं अब समझ सकता हु की प्यार तो तब भी था लेकिन तुमने कभी उजागर ही होने नही दिया ..”
“रोहित ये सब बाते छोड़ो ना अब इन सबसे क्या मिलेगा..”
“अभी कहा है ..”
“सो रहे है ..”
“मैं तुम्हे काल कर रहा हु ..”
“नही रोहित सुनो..”
इसके बाद से कोई मेसेज नही था मलतब साफ था की रोहित ने मोना को काल किया होगा..
मैं रेकॉर्डिंग को देखने लगा,रात की एक काल रिकार्डिंग थी ,मैं वो सुनने लगा..
“तुम पागल हो गए हो क्या ,कमरे से बाहर आकर बात करना पड़ रहा है ..”
मोना की आवाज में चिंता तो थी लेकिन वो थोड़ी रूवासी जरूर थी ,वो हल्के हल्के सिसक रही थी ,
“हा तुम ही कहती हो ना की मैं पागल हु ,इतने दिनों के बाद तुम्हे देखकर कोई पागल नही होगा ..”
रोहित की आवाज में नशे वाला भारीपन तो था लेकिन बेहद ही गमगीन आवाज थी,
थोड़ी देर तक कोई कुछ नही बोला
“याद है मोना वो रात जब हम दोनो एक हो गए थे..”
मोना ने कुछ भी नही कहा,वही सुनकर मेरी हालत खराब हो गई थी ,ये बात मोना ने मुझसे हमेशा से ही छिपाई थी ,
“रोहित प्लीज् वो एक गलती थी ,शायद हम शराब के नशे में थे ..”
“नशा तो था मोना लेकिन तुमने सच ही कहा था उसदिन की तुम मुझसे प्यार करती हो ..”
“रोहित तुम्हे आजतक कभी इस बात को नही छेड़ा तो अब क्यो,मैं तो तैयार थी ना तुमसे शादी करने के लिए,लेकिन परिवार की जिम्मेदारी तो तुम्हे उठानी थी,अब मैं अपने पति से प्यार करती हु,बेहद प्यार ...आज तक तुम मेरे जीवन में दखल नही दिया लेकिन आज ….”
वो सिसकने लगी
“मोना मुझे माफ कर दो ,मैं आज भी तुम्हारे जीवन में दखल नही देना चाहता ..लेकिन मैं बस उस बात से बहक गया था,मैं नही चाहता की अभी को हमारे बारे में पता चले,लेकिन मैं आज भी तुम्हे बेहद प्यार करता हु मोना,और मैं जानता हु की दिल के किसी कोने में तुम भी मुझसे मोहोब्बत करती हो …”
मोना थोड़ी देर तक चुप ही रही..
josef
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Re: बीवी के गुलाम आशिक

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“हा रोहित करती थी तुमसे प्यार और करती भी हु,और प्यार कोई ऐसी चीज तो नही जो मर जाएगी ,लेकिन तुम्हारे अलावा मैं अपने पति से भी बेहद प्यार करती हु,और मुझे आशा है की तुम मेरे शादी शुदा जीवन में अब दखल नही दोगे..”
मोना का स्वर और भाव दोनो ही स्पष्ट थे ..वो दृढ़ थी ..कही ना कही मुझे उसपर गर्व हो रहा था और खुद पर घमंड ..
“नही दखल दूंगा,शायद इसीलिए आज तक तुमसे दूर ही रहा क्योकि अगर तुम्हारे पास आता तो फिर से बहक जाता,सोचा था की अब सब कुछ ठीक हो गया होगा,फिर से हम दोस्तो की तरह रहने लगेंगे..लेकिन ...मुझे माफ कर दो मोना शायद मुझे यंहा से चले जाना चाहिए तुम्हारे जीवन से दूर हमेशा के लिए..”
रोहित रो पड़ा था ..
“रोहित ..”
इस बार मोना चिल्लाई थी ..
“तुम फिर से मुझसे दूर जाना चाहते हो …???अच्छा चले जाओ,लेकिन मेरी खुसी इसी में है की तुम मेरे पास रहो,मेरे सबसे अच्छे दोस्त बनकर ..”
दोनो ही कुछ नही बोले..
“दोस्त..हा वो तो जीवन भर रहूंगा लेकिन ….लेकिन अगर मैं बहक गया तो ,अगर हम दोनो ही बहक गए तो ..”
मोना हल्के से हँसी
“मुझे तुमपर और खुद पर पूरा भरोसा है रोहित,मैं तुम्हे और खुद को रोक सकती हु,ताकि हमारी मर्यादाओं का उल्लंघन ना हो..”
फिर से एक खामोशी सी छा गई..
“सच में तुम बड़ी बड़ी बाते करने लगी हो मोना,”इस बार रोहित हंसा और साथ ही मोना भी
“अगर कुछ हुआ ना तो तुम जानो ,मैं यही रुक रहा हु ..”रोहित की आवाज में एक चहक थी,
“थैंक्स मेरे कमीने..लेकिन एक बात बता,तू इतने जल्दी घर कैसे पहुच गया..”
रोहित हंसा
“अभी तेरे घर की बिल्डिंग के नीचे खड़ा हु ,सोचा था तू मान जाएगी तो तेरी किस ले के जाऊंगा “
“बहुत कमीना है तू ,अभी तो प्यार की बात कर रहा था ..”
फिर से दोनो ही हंसे
“ओके मेरी जान गुड नाइट “
“गुड नाइट कमीने और पहुच कर मिस काल कर देना ..”
“बाय लव यू ऊऊमाआआ “रोहित की बात से मोना जोरो से हँसी
“बाय लव यू कमीने और हमेशा ऐसे ही रहना”मोना ने हल्के से कहा ……
दोनो की बात सुनकर मेरे दिल में मोना और रोहित के लिए इज्जत और भी बढ़ गई थी ,सच में मैं मोना और रोहित के बारे में ऐसा नही सोच पा रहा था जैसा की मैं किसी दूसरे मर्द के साथ मोना के बारे में सोचता,उन दोनो में एक प्यार था अपनत्व था,दोस्ती थी जो बेहद ही गहरी थी ,साथ पाने की चाह थी लेकिन हवस नही ,मैं कुछ डिसाइड नही कर पा रहा था की क्या करू,मैंने एक गहरी सांस छोड़ी और आंखे बंद कर बैठ गया,मुझे मोना का प्यार चहरा दिखाई देने लगा...और ना जाने कब नींद आ गई ..
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josef
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Re: बीवी के गुलाम आशिक

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खाली होने का दर्द क्या होता है ये उस आदमी से पूछो जिसे पहले अपने काम से एक मिनट की भी फुरसत नही मिलती थी और आज वो एकदम खाली बैठा हुआ हो,यही हाल मेरा भी हो रहा था,जासूसी और खतरों से खेलने का कीड़ा लगा बैठा था अब अपनी ही बीवी की जासूसी करके अपनी ही गांड जला रहा था,
लेकिन एक अजीब वाकया मेरे साथ मुझे सीधे कमिश्नर का फोन आया,पहले तो मेरी भी फट के चार हो गई थी ,लेकिन उसके बाद जो उन्होंने बोला उससे और भी फट गई,गृहमंत्री मुझसे मिलना चाहते थे,बंसल(वो मंत्री जिसे मैंने गिरफ्तार करवाया था,अब वो ना तो नेता बचा ना मंत्री तो नाम ही लिख रहा हु) के बारे में कोई बात करनी थी …
मैं दौड़ता हुआ वँहा पहुचा,एक और आश्चर्य था की मुझे वेट भी नही करना पड़ा ,मुझे तुरंत अंदर बुला लिया गया,कमिश्नर साहब पहले ही विराजमान थे,
“आओ आओ अभिषेक ..बहुत सुना है तुम्हारे बारे में “
गृहमंत्री ने बड़े ही प्यार से मुझे बिठाया …
“तो पुलिस डिपार्टमेंट के सबसे काबिल जासूस कहलाते हो तुम “
इतना बड़ा कॉम्प्लिमेंट और वो भी इतने बड़े आदमी से मैं थोड़ा शर्मा गया
“बस सर वो ..”
दोनो हल्के से हँसने लगे
“बंसल हमारे लिए भी एक कांटा ही था,उसे गिरफ्तार करवा कर तुमने हम लोगो को भी कई मुसीबत से बचा लिया ,जानते हो ना “
“जी सर “
“तुम्हे कैसे पता ?”
“क्योकि उस फाइल से कुछ चीजे मैंने ही निकाली थी “
दोनो की आंखे बड़ी हो गई और मैं जो इतने देर तक संकोच मे बैठा था थोड़ा फुल गया..
“जासूसी का कीड़ा नही जाएगा क्यो..”
गृहमंत्री के चहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी
“मुझे पता था सर की बंसल उस लॉकर को इतने सिक्युरिटी में क्यो रख रहा था ,जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत मुझे हाथ लगे वो सभी आज जेल के अंदर है ,बाकी जो जेल के अंदर नही है या तो उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत नही थे ,या उनके गुनाह इतने बड़े नही थे …”
मंत्री जी बेहद ही गंभीर लेकिन चालाकी वाली मुस्कान से मुकुराये ..
“तो हमारे खिलाफ क्या मिला ..”
“कुछ खास नही सर बस ये ..”
मैंने जेब से एक पेन ड्राइव निकाल कर दे दिया..
“मुझे नही लगता की ये कोई ऐसा गुनाह है जिसके लिए एक मंत्री को सजा मिले,अगर इतना नही करेंगे तो काम कैसे करेंगे “
मंत्री जी ने तुरंत ही उसे अपने लेपटॉप में लगाया और राहत की एक गहरी सांस ली..
“तुम समझदार आदमी हो अभिषेक ,तुम्हे तो प्रमोशन मिलना चाहिए “
“थैंक्यू सर ..”
सच में उनके खिलाफ ऐसा कुछ नही था जिसे मैं छुपाता इसलिए उन सबूतो को देकर अपनी थोड़ी अच्छी इमेज बनाना ही मेरा मकसद था ,मेरे ऊपर लगा सस्पेंड भी वो हटवा सकते थे और साथ में प्रमोशन भी मिल सकती थी ..
“अच्छा सुना है तुम बड़े अच्छे जासूस हो कुछ हमारे बारे में भी बतलाओ ..”
मैं चौका
‘क्या सर
“कुछ भी यार ,मुझे देखकर क्या लगता है …”
मैंने उनके चहरे को ध्यान से देखा ,वो मुस्कुरा रहे थे
“लोग आपको जो भी कहे लेकिन आप दिल के बड़े ही नरम आदमी है “
दोनो ही जोरो से हंसे
“अभी से चापलूसी शुरू कर दिया तुमने “कमिश्नर साहब ने कहा
“नही सर बस चहरा देख कर कुछ चीजे पता लग जाती है ..”
“अच्छा ठीक है तो बतलाओ और कुछ “
मैं उनका चहरा ऐसे देख रहा था जैसे कुछ पढ़ रहा हु
“आप अपने परिवार से बेहद प्यार करते है खासकर अपनी बेटी से ..”
मेरी बात सुनकर ही दोनो के चहरे का रंग उड़ गया
“ये क्या बक रहा है ,मंत्री जी को बस एक बेटा है “
कमिश्नर चिल्लाया,उसके चहरे की भी हवाइयां उड़ी हुई थी
“सर मैं जो देख रहा हु बस वही कह रहा हु,ऐसे आपकी बेटी आपको पसंद नही करती “
कमिश्नर फिर से चिल्लाने वाला था लेकिन मंत्री ने उसे इशारे से रोक दिया ..
“ह्म्म्म और बोलो ..”वो एक बेहद गंभीर स्वर में बोलो
“लेकिन उसे अपनी गलती का अहसास होगा वो आपके पास आएगी ,जब उसे प्यार होगा तो वो भी आपकी मजबूरी को समझ पाएगी ,और शायद आप भी उसकी मजबूरी को समझ पाओगे ..यही समय होगा जब आपको एक फैसला करना होगा ,हा या ना का फैसला ..एक फैसला आपकी बाकी के जीवन को प्रभावित करेगा ..”
उनके आंखों में आंसू था …
“सच बता की तुझे कैसे पता की मेरी कोई बेटी है ..”
“आपके चहरे में लिखा हुआ है ..”
वो हँस पड़े
“चुतिया समझ के रखा है ,एक झपडी में रहने वाले से आज एक गृहमंत्री बन गया हु ,ऐसे ही नही बन गया बेटे ..”
कमिश्नर दुविधा में हम दोनो को देख रहा था ,
मैंने एक गहरी सांस ली …
“बस पता है ये मत पूछिये की कैसे ..”
“ह्म्म्म तो ये भी पता होगा की मुझे वो हा या ना का फैसला कैसे करना है ..”
मैंने ना में सर हिलाया
“ये तो पता होगा की किसके लिए करना है ..”
मैंने हा में सर हिलाया
“तो इतने दिन घर में बैठ कर तुम मक्खी नही मार रहे हो ,बड़े पहुचे हुए चीज हो तुम मान गया तुम्हे ..”
कमिश्नर अब भी बेहद ही कंफ्यूज था ..
“बस ये बताओ की ना में फैसला करू की हा में ..”
“वो तो आपकी मर्जी है सर,लेकिन मुझे लगता है की बेटी का प्यार वापस चाहिए तो थोड़ी ना करके हा करना सही रहेगा “
वो खिलखिला उठा ,
“वेरी गुड तो कहने की जरूरत नही की तुम मेरे साथ हो ..”
“बिल्कुल सर “
“ह्म्म्म तो अब तुम जा सकते हो ,लेकिन जरा बचके ये बात बाहर नही जानी चाहिए “
उसने हम दोनो को घूरा और हम दोनो ने ही सर हिलाया ….
josef
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Re: बीवी के गुलाम आशिक

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“नारी का संम्मान सबसे ऊपर होता है,सिर्फ जिस्म की चाह करना उसकी बेज्जती है ,नारी तो प्यार का सागर होती है उससे प्यार करो उसका सम्मान करो ,लेकिन नही लोगो तो बस जिस्म की भूख सताए हुए है ,अरे भई जब लड़की का प्यार ही तुम्हे नही मिला हो तो जिस्म से कैसे सुख भोग सकते हो ,बिना प्यार के किया हुआ सेक्स भी कोई सेक्स होता है क्या...लेकिन लोगो को तो जबरदस्ती करनी है चाहे लड़की को ही क्यो ना हो ..वो तो उन्हें इंसान समझते ही नही ,बेचारी लड़की …”
SP साहब ने पूरा जाम एक ही सांस में पी लिया ,माहौल गमगीन हो चुका था,मैं और रोहित ऐसे नजर गड़ाए बैठे थे मानो कोई गुनाह कर दिया हो ,मोना भी हमारे बीच बैठी चुप थी और किसी सोच में बैठी थी असल में हम सभी के दिमाग में इस खबर के कारण कई विचार चल रहे थे..
आज सुबह की घटना ने समाज को दहला कर रख दिया था,एक नाबालिक लड़की का रेप कर मर्डर कर दिया गया था,कातिल तो पकड़े गए थे लेकिन एक बार फिर से ये सवाल समाज के सामने खड़ा हो चुका था की आखिर क्यो..?
क्यो ऐसी दरिंदगी इस समाज में फैल गई है…आज मेरे घर में रोहित और SP साहब डिनर पर आये थे और यही बात हमारे बीच उठ गई ..
“इन्हें इतनी भी शर्म नही आती जब कहते है की लड़की का बलात्कार उनके कम कपड़े पहनने से होता है..”
मोना ने चिढ़ते हुए कहा ..
“क्या साड़ी और बुर्के पहनी औरतो का बलात्कार नही होता ,ये समाज क्यो नही समझता की बलात्कार की वजह मर्द के शरीर की वासना ही है जो उसके अंदर ही है ,लड़की को देखकर अगर वो वासना जगती है तो उसमे लड़की की क्या गलती है ..”
थोड़ी देर तक सभी चुप ही थे ,
“मुझे लगता है की ये बहस बहुत ही बड़ी है और अगर समाज को बदलना है तो खुद को बदलना होगा,क्योकि हमशे ही तो समाज का निर्माण होता है ना की समाज से हमारा..”
रोहित बोल उठा
“तुम सही हो रोहित लेकिन फिर भी थोड़ी गलती कर रहे हो ,हमसे ही समाज का निर्माण होता है लेकिन फिर भी समाज से ही मनुष्य के सोचने का तरीका निर्धारित होता है ,तो देखा जाए तो दोनो ही एक दूसरे के पूरक हुए ना..मनुष्य समाज को बनाता है फिर समाज मनुष्य को बनाने लगती है ,पहले जो चीजे जरूरतें होती है अब वो मजबूरी बन जाती है …”
मैंने एक गहरी सांस छोड़ी ..
“वो सब छोड़ो यार ,तुम बताओ तुमसे मैं पहली बार मिला रहा हु,तो क्या करते हो “
SP ने रोहित से पूछा
“जी सर मैं अभी ** कंपनी में हु ,मोना के कालेज का दोस्त हु “
“हा वो तो बतलाया था अभी ने ..तो अभी यार मंत्री जी को क्या गोटी पिलाकर आ गए ,की हमारा सस्पेंसन ऑर्डर ही कैंसल हो गया “
अब वो उद्दे पर थे जिसके कारण हम सभी यंहा बैठे थे ,हमारा सस्पेंसन ऑर्डर का कैंसल होना ..
“कुछ नही बस चाहते है की मैं उनके लिए काम करू ,अब सोच रहा हु की थोड़ी पोलिटिकल सपोर्ट होनी भी जरूरी है ,बंसल भले ही जेल में है लेकिन फिर भी बाहर कुछ पकड़ तो रखता है,हमारे पास भी तो कोई बेकअप होना चाहिए ..”
“हा ये भी सही है ..”SP ने पहले रोहित फिर मोना को देखा फिर मुझे आंखों से इशारा किया,मैं समझ गया था की वो मुझसे अकेले में कोई बात करना चाहते है ..
हम दोनो गैलरी में खड़े थे,और वो दोनो अंदर थे ..
“अभी ये मंत्री बहुत ही कमीने टाइप के होते है ,मेरी मानो तो अभी हमे अब्दुल पर ध्यान देना चाहिए ,”
“वो तो है लेकिन फिर भी सपोर्ट के बिना हम कर ही क्या सकते है ,अब्दुल अभी तक उतना ताकतवर तो हुआ नही है की उससे डरना पड़े ,और सर मंत्री जी कोई रोज तो काम नही देंगे ,जब उन्हें जरूरत होगी तब उनकी मदद कर दूंगा,और अगर उनके खिलाफ भी कुछ मिला तो वो भी जेल में “
SP मेरी काबिलियत जानता था ,और मेरा शुभचिंतक भी था,और ईमानदार भी ,इसलिए हमारी अच्छी पटती थी ,
“ह्म्म्म तुम समझदार हो अभी लेकिन सम्हलकर ,और हा जंहा तक अब्दुल की बात है साले ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है,खबरे आनी शुरू हो गई है की वो फिर से अपने गैंग को तैयार कर रहा है,पुलिस वालो और अधिकारियों को खरीद रहा है,और फिर से हथियार ,जुआ सट्टा ,अवैध शराब और ड्रग्स का धंधा जमाना चाहता है ,और अब तो वो भूमाफिया भी बनने के फिराक में है ,कमाई के लिए हर गोरखधंधा करेगा वो अब ..”
“हम्म ..”मैंने एक गहरी सांस ली
“वो तो मुझे पता था ही की बंसल के कमजोर पड़ने के बाद अब्दुल ताकतवर बन जाएगा और उसके सभी धंधे खुद ही सम्हालने लगेगा ,हमने अपना काम ईमानदारी से किया है सर बस इसी चीज की खुसी है की रात में चैन से सो तो पाते है,और बिना ऑर्डर के करे भी तो क्या करे,या किसी के कम्प्लेन का वेट करते है..”
“लेकिन तुम अपने मुखबिरों के टच में रहो,उसे अभी रोका जा सकता है अगर वो बढ़ गया तो फिर से रोकना मुश्किल हो जाएगा..”
मैंने सर हा में हिलाया और दोनो फिर से अंदर चले गए,
रोहित और मोना अभी किचन में थे,हम दोनो आकर अपनी जगह पर बैठ गए,थोड़ी ही देर में खाना भी लग गया….

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