Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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(^%$^-1rs((7)
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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अपडेट 2

बात तब की है जब मैं स्कूल से निकला था और तभी माँ पापा की एक कार आक्सिडेंट मे मौत हो गई ,कहते है ना कि जब दुख आता है तो हर तरफ़ से आता है मेरे साथ भी वही हुआ था..


माँ पापा का साया छिन जाने से मुझे लगा कि मैं अनाथ हो गया लेकिन तभी भाई सामने आया और उसने पापा का पूरा कारोबार खुद के अंडर ले लिया,लेकिन पता नही उसके दिल मे क्या था वो मुझसे ठीक से बात भी नही करता ,लेकिन भाभी का साया ही था जिसने मुझे कभी अनाथ होने नही दिया था ..


मैने अभी कॉलेज जाना शुरू ही किया था ,एक दिन मैं कॉलेज से आया ही था कि लगा की भाभी और भैया जो कि अब हमारे पुराने घर मे रहते थे उनके बीच कोई बहस सी हो रही है ..मैं बस ध्यान लगा कर सुनता रहा ..


“अरे कमाऊ मैं और वो बैठा बैठा बस खाएगा क्या ??”


ये मेरे भाई की आवाज़ थी जो कि बहुत ही गुस्से मे लग रहे थे


“वो अभी बच्चा ही है अभी अभी तो स्कूल से निकला है ,उसे पढ़ने दीजिए ना ,वो कहाँ ये सब काम कर पाएगा..”


मेरी भाभी ने भाई को समझाने की कोशिस की थी


“तुम उसका ज़्यादा सपोर्ट मत करो ,आख़िर मैने भी तो उस उम्र मे काम करना शुरू कर दिया था,उसकी उम्र मे मैने परिवार की पूरी
ज़िम्मेदारी ले ली थी ,पापा मुझे सर आँखो मे बिठाते थे लेकिन फिर ..जीवन ही बर्बाद हो गया “


भाई की आवाज़ मे एक अलग ही बात थी जो मुझे उस समय तो समझ नही आई


“क्या बर्बाद हो गया आपका जीवन “


भाभी की आवाज़ थोड़ी दब सी गई


“क्या बर्बाद हुआ ,साली तुझे पता नही क्या कि मैं किसलिए बर्बाद हुआ हूँ ..तेरी चूत के चक्कर मे मेरा पूरा जीवन ही बर्बाद हो गया ,मेरे माँ बाप ने मुझे छोड़ दिया,साली बापू सही था तू थी ही रांड़ जिसने अच्छे परिवार का अच्छा मर्द देखा तो बस फँसा लिया,साली मेरे भाई को भी
अपनी चूत के चक्कर मे फाँसना चाहती है क्या ..”


भाई की बात सुनकर मैं बिल्कुल ही स्तब्ध था ,मैं इतना तो बड़ा हो चुका था कि मुझे रांड़ और चूत जैसी बातों का मतलब पता था और ये भी कि वो क्या बोल रहा है वो भी उस लड़की से उसने उसके साथ इतना बुरा समय भी बिताया था जब भाई को घर से धक्के मार कर निकाल दिया गया था..


“आप पागल हो गये हो क्या,आप तो मुझसे प्यार करते थे फिर इन सालो मे क्या बदल गया है आपके अंदर ,ना तो आप मुझे पहले जैसा प्यार करते है ना ही मेरी कोई इज़्ज़त है ,और सोनू तो मेरे भाई जैसा है उसके लिए आप ऐसा बोल रहे है “


वो फुट फुट कर रो रही थी लेकिन भाई के दिल मे थोड़े भी रहम ने जनम नही लिया


“साली रांड़ मैं भी तेरे हुस्न का अँधा हो गया था ,साली 5 साल हो गये शादी को एक बच्चा भी नही दे पा रही है मुझे और कहती है कि प्यार क्यो कम हो गया ,साली तुझसे शादी करना मेरे जीवन की सबसे बड़ी ग़लती थी ,मुझे फुटपात मे लाकर छोड़ दिया था ,वो तो अच्छा हुआ की ये माँ पापा मर गये वरना आज भी दो वक्त की रोटी के लिए इधर उधर दौड़ता रहता ,साली ग़रीब घर की लड़की है ना तू अपनी औकात तो
दिखाएगी ही ,जब मैं काम मे जाता था तब सोनू को बुलाती थी ,साली उसका भी लौंडा अपनी चूत मे लेती रही होगी मज़ा तो आता होगा ना रंडी साली तुझे भी ,भागकर मुझसे शादी कर ली शादी से पहले ही अपनी चूत मुझे दे दी था तूने याद है ना,साला मेरा भी भेजा खराब था जो
तेरे जैसी रांड़ से शादी कर ली ..”





मैं जैसे बेहोश ही हो गया था …
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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भाई की बात से मैं पूरी तरह से टूट सा गया था ,वो मेरी भाभी माँ के बारे मे ऐसे कैसे बोल सकता था ,हाँ वो उसकी बीवी थी लेकिन हमारा
रिस्ता बहुत ही पवित्र था ,मैं दरवाजा खोलकर अंदर चला गया था ..


“भाई आप भाभी के बारे मे ऐसा कैसे बोल सकते हो ,उन्होने हमेशा मुझे बेटे जैसा प्यार दिया है आप उनपर ही इल्ज़ाम लगा रहे हो “


मेरी आँखो मे उस भाई के लिए गुस्सा था जिसके सामने मैं उँची आवाज़ मे बात भी नही करता था


मुझे देखकर वो जोरो से हंसा ,वही भाभी अब भी रो रही थी और मुझे देखकर उनकी आँखो मे बस एक दहशत ही थी शायद भाई की
दहशत ..


“वाह देखो कैसे इस रांड़ का आशिक़ फडफडा रहा है ,साले निकल जा इस घर से अगर फिर से दिखा ना तो तेरे हाथ पैर तोड़ दूँगा “


मैं तो बिल्कुल ही निशचल सा हो गया था आख़िर मेरे भाई को आज हुआ क्या था ,उसने मेरी भाभी पर इल्ज़ाम लगाया था वही वो मुझे मेरे ही घर से निकाल रहा था ..


“भाग मादरचोद यन्हा से “


उसने सामने आकर मेरे गालो मे दो तीन झापड़ भी लगा दिए ,मैं कुछ समझ पाता उससे पहले मुझे बचाने के लिए भाभी सामने आई लेकिन भाई पता नही किस नशे मे था उसने भाभी के बालो को खिंचा और उन्हे भी घर से बाहर निकाल दिया,घर की इज़्ज़त आज तमाशा बन कर
रह गयी थी ,और आस पड़ोस वाले बस देखने वाले थे ..भाई ने हम दोनो को घर से बाहर कर दिया था


“साले मादरचोद अपने ही भाई की बीवी से नाजायज़ संबंध रखता है और ये साली रंडी जन्हा अच्छा लड़का देखा नही कि मूह मारना शुरू कर दिया “


मुझे अब भी समझ नही आ रहा था कि भाई ऐसा क्यो कर रहा है लेकिन उसने मुझे और भाभी को घर से बाहर कर दिया था और सभी के
सामने हमारे उपर ऐसा इल्ज़ाम लगा रहा था ..


“ये सब आप क्या कर रहे हो दुनिया वाले देख रहे है “


भाभी उनके पैरो मे गिर कर गिड्गिडा रही थी

“तो देखने दो इन्हे भी तो पता चले कि साला मेरे घर मे क्या हो रहा है देवर भाभी के बीच का ये अस्लील संबंध ..”


“प्लीज़ चुप हो जाइए ये आप क्या कह रहे है ..”


भाभी बस रोए जा रही थी वही मैं अभी भी स्तब्ध ही था ये सब मेरे दिमाग़ के पार हो रहा था ..लेकिन आख़िर आस पड़ोस वाले बीच मे आए उन्होने भाई को समझाया लेकिन वो चाहता था कि हम दोनो तुरंत ही उसका घर जो कि मेरा भी घर था उसे छोड़ कर चले जाएँ ,उसने भाभी के मूह पर उस घर की चाबी फेक दी जिसमे कि वो लोग पहले रहते थे और साथ ही हमारा समान भी बाहर फेक दिया ,भाभी गिडगिडाती रही मैं उनसे लड़ने लगा और बदले मे मुझे सब ने मिलकर मारा ,पता नही वो कॉन लोग थे जो मुझे मार रहे थे ,भाई ने एक दो हाथ भाभी पर भी उठाया था ,आख़िर शाम हो चुकी थी मुझे इतना मारा गया था कि मैं अपने पैरो मे खड़ा भी नही हो पा रहा था ,जैसे तैसे मुझे कुछ जानकार लोगो ने छुड़ा कर भाभी और भैया के पुराने घर मे लाकर पटक दिया था ……..
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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अपडेट 3

ऐसा लगा जैसे कोई मेरे माथे पर कुछ लगा रहा है ,मैने तुरंत ही आँखे खोली सामने सिसकती हुई भाभी बैठी थी …


“अब कैसा है मुन्ना “


उन्होने बड़ी ही मुस्किल से ये बोला था ,आँखो के आँसू रह रह कर उनके नाज़ुक से गालो मे उतर जाते थे ,सारी के पल्लू से अपना मूह छुपा
छुपा कर वो रो रही थी


मैं बिल्कुल ही आश्चर्यचकित होकर उन्हे देख रहा था इतना सब कुछ होने के बाद भी वो मेरा ध्यान रख रही थी ,मैने पास ही खड़े सोहन को
भी देखा ,सोहन मेरे बचपन का दोस्त था लेकिन दुनिया दारी मे मुझे कही आगे था ..


“सोनू भाई तुम्हारे भाई का चक्कर तुम्हारे पड़ोस की उस लड़की चंचल से है ,मैं कई दिन से उन्हे देख रहा हू लेकिन कुछ बोला नही सोच कि सब ठीक हो जाएगा ,वो साली बहुत ही गंदी लड़की है भाई उसके चक्कर मे भैया ने भाभी को घर से निकाल दिया ताकि उनका रास्ता साफ
हो जाए और पूरी जायजाद खुद हड़पने के लिए तुझे भी निकाल दिया, भाभी और तेरे रिश्ते के बारे मे बुरा भला बोलकर ..”


मैं अब भी मूह फाडे उसकी बात सुन रहा था, मुझे मेरे कानो पर यकीन नही था मेरा भाई ऐसे कैसे कर सकता था, जिस भाभी को मैने अपनी माँ समझा था अपनी बड़ी बहन समझा था उसके ही बारे मे वो ऐसे कैसे बोल सकता था…लेकिन ये हुआ था और पूरे गाँव ने देखा भी था…


“भाभी आप फिकर मत करो हम पंचायत बुलाएँगे और देखते है कि भैया कैसे जायदाद का बटवारा नही करते “सोहन फिर से बोला ,वो गुस्से
मे था ,मुझे भी गुस्से मे होना था लेकिन मैं बस बेसूध था मुझे कुछ समझ ही नही आ रहा था की ये आख़िर हो क्या रहा है ..


तभी भाभी बोल उठी


“नही भैया, मैं कुछ भी नही करूँगी , मैं ये गाँव ही छोड़ कर चली जाउन्गी ,सोनू को उसका हक मिल जाए बस ..जिसके सहारे घर परिवार
सब छोड़ कर आई थी वो ही ऐसा निकल गया तो अब मेरे पास बचा ही क्या है जीने के लिए ,मैं कही भी चली जाउन्गी ,कुछ भी करके गुज़ारा कर लूँगी “


भाभी को ऐसी हालत मे मैने आज तक नही देखा था….. पहले मा पापा के बुरा भला कहने को भी मैने देखा था ,गाँव वालो की तरह तरह की बातों को भी मैने सुना था लेकिन ये ...भाभी कभी नही टूटी थी लेकिन आज उन्हे देखकर ऐसा लगा जैसे वो टूट चुकी है ,जिससे प्यार किया था उसने ही जब इल्ज़ाम लगा दिया, वो ही जब नही रहा तो उनकी दुनिया मे आख़िर और क्या बचा था ……..


“भाभी आपके बारे मे कोई ऐसे कैसे कुछ भी बोल सकता है , जब तक मैं हू तब तक आप यही रहोगी और मैं देखता हूँ कि कैसे भाई उस लड़की को घर मे लाता है और आपकी जगह देता है साले को वही काट दूँगा ..”


मेरा भी खून आख़िर खौलने लगा था मुझे भी समझ आ चुका था कि बात क्या हुई है ..


“नही सोनू तुझे मेरी कसम है तू कुछ भी नही करेगा , आख़िर जब प्यार ही नही रहा तो उनके साथ रहना भी किसी लाश के साथ रहने जैसा ही होगा ..”


उनकी बात मुझे समझ नही आ रही थी


“भाभी उस आदमी ने आप पर इतना बड़ा इल्ज़ाम लगाया है मैं उसे जिंदा नही छोड़ूँगा “


मैं अभी खड़े होने की हालत मे भी नही था लेकिन जैसे तैसे खड़ा हो गया ..


“सोनू तुझे मेरी कसम तू ऐसा कुछ भी नही करेगा, उसने गाँव के लोगो को अपने पक्ष मे कर लिया है, और गाँव के सभी गुन्डो को अपनी
तरफ़ कर लिया है तू वहाँ जाएगा तो वो लोग तुझे नही छोड़ेंगे “


भाभी ने मेरा हाथ अपने सर पे रख दिया, मेरा खौलता हुआ खून ठंडा तो हो ही नही रहा था लेकिन भाभी की कसम ने कही ना कही मुझे
थोड़ा ठंडा ज़रूर कर दिया था ..


“भाभी लेकिन ..”
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ

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“लेकिन वेकीन कुछ नही तू कही नही जाएगा बस ,और रही बात मेरी तो मैं आज ही ये गाँव छोड़ कर चली जाउन्गी ,और कल तू पंचायत
बुला कर अपने हिस्से की ज़मीन ले लेना “


उनकी बात ऐसी लगी जैसे दिल मे कोई तलवार सी चल गई हो ..


“भाभी आप मुझे छोड़ कर चली जाएँगी ??”


मेरा गला ही भर गया था ,माँ तो छोड़ कर चली गई थी ,बहन थी ही नही जिसके अंदर ये दोनो रूप देखा करता था जो मेरे लिए प्रेम की जीती जागती प्रतिमा थी वो भी मुझसे दूर जाने वाली थी..


“हां बाबू मैं इस अपमान के साथ नही जी सकती ,जिसे मैने अपना छोटा भाई समझा ,अपने बेटे की तरह जिसे प्यार दिया उसके साथ मेरा
नाम बदनाम किया जा रहा है ,मैं ऐसी जगह नही रह सकती “


वो फिर से फुट फुट कर रोने लगी थी ,पास खड़ा सोहन भी कुछ भी बोल रा था…


“अगेर आप की यही इच्छा है तो मैं भी आपके साथ जाउन्गा “


आख़िर कार मैने कहा ,भाभी और सोहन दोनो ही मुझे देख रहे थे


“तू पागल हो गया है ये तेरा घर है ,वो तेरी ज़मीन है जिसपर तेरे भाई ने कब्जा किया हुआ है तू ये सब छोड़ कर कैसे जा सकता है “


भाभी की बात स्वाभाविक थी लेकिन मैं अपने दिल से जानता था कि मेरे लिए क्या ज़रूरी है ..


“आपके बिना मुझे ये सब मिल भी जाए तो क्या ?? आप जहाँ रहोगी मैं भी वही रहूँगा ,आप कहती थी ना कि आप मेरे लिए कुछ भी कर सकती हो ,तो सुनो मैं भी आपके लिए कुछ भी कर सकता हू ,”


भाभी मुझे बस देखती ही रह गई थी ,जिसे उन्होने एक बच्चा ही समझा था वो आज अचानक से बड़ा हो गया था ……


तभी कोई और भी उस घर मे आया ,वो हरिया था मेरे बचपन का दोस्त ,ऐसा लग रहा था जैसे वो दौड़ते हुए आया हो उसकी साँसे तेज थी ..


“सोनू ,भाभी …..”


“क्या हुआ हरिया ऐसे हाँफ क्यो रहा है..” उसे देखते ही सोहन ने कहा


“राजू भैया (मेरा भाई ) आप लोगो को मारने के लिए आ रहा है ,मैने सुना है कि वो लोग इस घर को आग लगाने वाले है और आप दोनो को
जान से मारने की बात कर रहे थे ..”


उसकी बात सुनकर हम तीनो ही स्तब्ध थे …तभी भाभी अचानक से उठी और मेरा हाथ पकड़ लिया ..


“चल सोनू ..”


“मैं आपको आपका हक दिला कर ही जाउन्गा, मैं मरने से नही डरता “


मेरी बात सुनकर उनके चहरे मे चिंता की लकीरे और भी बढ़ गई थी


“वो तू दिला सकता है ,लेकिन आज नही बेटा ,अगर तुझे मेरी वजह से कुछ हो गया तो मैं खुद को कभी माफ़ नही कर पाउन्गी चल जल्दी से चल..”


उन्होने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खींचा ..


“लेकिन कहाँ “सोहन ने कहा था ..


“जहाँ किस्मत ले जाए ..”


भाभी ने कहा ,हमारे लिए अभी यही सही रास्ता था और हरिया और सोहन की मदद से हम गाँव के बाहर चले आए ,उन्होने हमे शाम की आख़िरी बस मे बैठा दिया था जो शहर को जा रही थी, वो बस आख़िर कहाँ जा रही थी मुझे नही पता था और उसका अंतिम ठिकाना कहाँ
था वो भी नही, लेकिन वो जहाँ भी जा रही थी वही हमारा ठिकाना होने वाला था ………
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