Incest मम्मी मेरी जान
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Re: Incest मम्मी मेरी जान
ishwar aapko lamba avam svasth jivan de.
- SATISH
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Re: Incest मम्मी मेरी जान
साथ देने के लिए आप सब भाइयो का बहुत धन्यवाद
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- SATISH
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Re: Incest मम्मी मेरी जान
सतीश मोना को लेकर शॉपिंग करने गया था वहां दोनोने बहुत मस्ती की फिर वह होटल में खाना खाने गये वह हसी मजाक और मस्ती कर रहे थे कि तभी.
अब आगे....
ओर अभी दोनों बातें कर ही रहे होते हैं के एक सुरिली आवाज़ सतीश के कान में पड़ती है.
सतीश उस आवाज़ की तरफ देखता है तो उसे सामने खड़ी एक सूंदर लड़की दिखाइ देती है.
गर्ल : “सर योर ऑर्डर, क्या खाना पसंद करेंगे”?
सतीश : “तुम्हे”
गर्ल : “चौकते हुए, व्हाट..?
मोना सतीश को कोहनी मारती है.
सतीश : “नही, मेरा मतलब है तुम कौन हो” ?
गर्ल : “मैं वेट्रेस हु, बताइये क्या खाना पसंद करेंगे आप वेज या फिर नॉन-वेज”
ओर अचानक उसकी नज़र सतीश की पैंट से बाहर निकले 9" इंच के लंड पे चली जाती है, जिसे वो हैरत से देखति रह जाती है.
ओ मन में ये सोचने लगती है के क्या ये असली है.
सतीश : “मैडम कहाँ खो गई आप” ?
गर्ल : (सतीश की आवाज़ सुनके हडबडा जाती है) “मैं वो तो ये क्य.....
सतीश : “क्या हुआ” ?
गर्ल हैरत से सतीश के लंड की तरफ इशारा करके कहती है.
गर्ल : “क्या वो असली है” ?
मोना उस लड़की की बात सुन के मुस्कराते हुये सतीश के लंड को अपने हाथ में पकड़ के उसे हिला कर दिखाते हुए कहती है.
मोना : “हाँ मैडम ये असली है, १०० % असली”
ओर लड़की को आँख मार देती है.
गर्ल अपने लिप्स पे ज़बान फिरा के मोना से कहती है.
गर्ल : "यु आर वेरी लक्की"
सतीश दोनों की तरफ देखता है.
ओर मुस्कुराने लगता है.
सतीश : “मोना आज तुम आर्डर कर दो, खाना आज तुम्हारी पसंद का खायेंगे”.
मोना : “ठीक है भाई”.
गर्ल चौकते हुए आप दोनों भाई बहन हो….!!
मोना : “हाँ और लवर्स भी”.
गर्ल : “वो........!
तुम कितनी लकी हो के तुम्हारा भाई ही तुम्हारा लवर है और उसका लंड 9" इंच लम्बा है, काश मैं भी तुम्हारी तरहा लकी होती.
मोना : “मतलब” ?
गर्ल : मेरी दो बहने हैं और हम आपस में सेक्स करते हैं पर हमेशा एक भाई की कमी महसुस होती रहती है.
मोना : वैसे तुम्हारा नाम क्या है.
गर्ल : नेहा और तुम्हारा.
मोना : मेरा नाम मोना और यह सतीश है.
नेहा- काश तुम मेरे भी भाई होते.
मोना- काश क्या, राखी बांधो ओर बनालो भाई,हमे भी एक बहन मिल जायेगी.
यह सुनकर नेहा फ़ौरन टेबल के निचे घुस जाती है और अपनी पेन्टी निकाल के सतीश के लंड पे बांध कर कहती है आज से तुम मेरे भी भाई हो.
फिर सतीश के लंड के सुपडे को चूम के बाहर निकल आती है.
ओर अपनी गांड मटकाते हुए वहां से चलि जाती है.
मोना : सतीश मैं अभी फ्रेश हो के आती हूं.
नेहा जब वापिस आती है तो मोना को वहां न पाकर सतीश से उसके बारे मैं पुछती है.
सतीश : वो टॉयलेट गई है.
सतीश फिर नेहा को हाथ पकड़ के अपनी बगल में बैठा लेता है. और उसे किस करने लगता है.
उनका टेबल एक कार्नर में है और डीम लाइट में किसी के देखने का भी डर नहीं है.
कीस में नेहा भी सतीश का साथ देणे लगती है.
दोनो का किस धीरे धीरे हॉट होने लगता है और अब दोनों एक दूसरे के होंठो और ज़ुबान को चुस्ने लगते हैं.
नेहा अपना हाथ सतीश के लंड पे ले जाकर उसे मुठियाने लगती है.
कारीब १० मिनट के बाद जब दोनों की साँसे उखडने लगती हैं तो दोनों अलग होते है,फिर नेहा वहां से चली जाती है, सतीशने नेहा को उसकी पसंद का खाना लाने को कहा था,तभी मोना आ जाती है और सतीश की बगल में बैठ जाती है,
सतीश- आज खाना नेहा की पसंद का मंगाया है.
नेहा अपनी पसंद का खाना और वाइन लेकर आती है.
सतीश उसे भी साथ मे खाना खाने को कहता है थोड़ी ना नुकुर करके वह भी मान जाती है
हसी मजाक में तीनों खाना खाते है तीनो एक दूसरे को अपने हाथ से भी खाना खिलाते है.
फिर वाइन की बारी आती है और देखते ही देखते पूरी बोतल ख़तम हो जाती है.
बाकि सारे लोग वहा पर डांस फ्लोर पर डांस कर रहे थे. सारे लोग एक दूसरे को किस कर रहे थे और लंड और चुत सटा सटा कर रगड़ रहे थे.
सतीश, मोना को लेकर डांस करने के लिए डांस फ्लोर पर गया. मोना थोडी नशे में थी. सतीश जब मोना के कमर में हाथ डाला तो वो सतीश के सीने से लिपट गई और सतीश के होठ पर किस कर दिया. सतीश उसकी कमर को दबा रहा था और डांस कर रहा था मोना ने स्कर्ट पहनी थी. मोना सतीश के साथ चिपक कर डांस करने लगी. सतीश भी मोना की स्कर्ट के पीछे हाथ डाल कर उसकी गांड दबाने लगा.
मोना अपनी चुत सतीश के लंड से रगड़ रही थी. और सतीश के गले के पास किस कर रही थी. मोना मदहोश हो गयी थी. और सतीश के लंड के साथ छेड छाड़ कर रही थी.
मोना को सतीश ने कस कर पकड लिया और उसके स्कर्ट के नीचे से चुतड को दबा दिया. वो सतीश के गर्दन में लटक कर उसके होठो को किस करने लगी. तभी नेहा भी उनके साथ जॉइन हो गयी उसकी डयूटी खतम हो गयी थी,अब दोनों सतीश से चिपक कर डांस कर रही थी, नेहा सतीश के गर्दन में लटकना चाह रही थी. पर नेहा भी नशे में थी वो लडख़ड़ा कर गिर गई और उसकी कमर में चोट लग गयी.
अब आगे....
ओर अभी दोनों बातें कर ही रहे होते हैं के एक सुरिली आवाज़ सतीश के कान में पड़ती है.
सतीश उस आवाज़ की तरफ देखता है तो उसे सामने खड़ी एक सूंदर लड़की दिखाइ देती है.
गर्ल : “सर योर ऑर्डर, क्या खाना पसंद करेंगे”?
सतीश : “तुम्हे”
गर्ल : “चौकते हुए, व्हाट..?
मोना सतीश को कोहनी मारती है.
सतीश : “नही, मेरा मतलब है तुम कौन हो” ?
गर्ल : “मैं वेट्रेस हु, बताइये क्या खाना पसंद करेंगे आप वेज या फिर नॉन-वेज”
ओर अचानक उसकी नज़र सतीश की पैंट से बाहर निकले 9" इंच के लंड पे चली जाती है, जिसे वो हैरत से देखति रह जाती है.
ओ मन में ये सोचने लगती है के क्या ये असली है.
सतीश : “मैडम कहाँ खो गई आप” ?
गर्ल : (सतीश की आवाज़ सुनके हडबडा जाती है) “मैं वो तो ये क्य.....
सतीश : “क्या हुआ” ?
गर्ल हैरत से सतीश के लंड की तरफ इशारा करके कहती है.
गर्ल : “क्या वो असली है” ?
मोना उस लड़की की बात सुन के मुस्कराते हुये सतीश के लंड को अपने हाथ में पकड़ के उसे हिला कर दिखाते हुए कहती है.
मोना : “हाँ मैडम ये असली है, १०० % असली”
ओर लड़की को आँख मार देती है.
गर्ल अपने लिप्स पे ज़बान फिरा के मोना से कहती है.
गर्ल : "यु आर वेरी लक्की"
सतीश दोनों की तरफ देखता है.
ओर मुस्कुराने लगता है.
सतीश : “मोना आज तुम आर्डर कर दो, खाना आज तुम्हारी पसंद का खायेंगे”.
मोना : “ठीक है भाई”.
गर्ल चौकते हुए आप दोनों भाई बहन हो….!!
मोना : “हाँ और लवर्स भी”.
गर्ल : “वो........!
तुम कितनी लकी हो के तुम्हारा भाई ही तुम्हारा लवर है और उसका लंड 9" इंच लम्बा है, काश मैं भी तुम्हारी तरहा लकी होती.
मोना : “मतलब” ?
गर्ल : मेरी दो बहने हैं और हम आपस में सेक्स करते हैं पर हमेशा एक भाई की कमी महसुस होती रहती है.
मोना : वैसे तुम्हारा नाम क्या है.
गर्ल : नेहा और तुम्हारा.
मोना : मेरा नाम मोना और यह सतीश है.
नेहा- काश तुम मेरे भी भाई होते.
मोना- काश क्या, राखी बांधो ओर बनालो भाई,हमे भी एक बहन मिल जायेगी.
यह सुनकर नेहा फ़ौरन टेबल के निचे घुस जाती है और अपनी पेन्टी निकाल के सतीश के लंड पे बांध कर कहती है आज से तुम मेरे भी भाई हो.
फिर सतीश के लंड के सुपडे को चूम के बाहर निकल आती है.
ओर अपनी गांड मटकाते हुए वहां से चलि जाती है.
मोना : सतीश मैं अभी फ्रेश हो के आती हूं.
नेहा जब वापिस आती है तो मोना को वहां न पाकर सतीश से उसके बारे मैं पुछती है.
सतीश : वो टॉयलेट गई है.
सतीश फिर नेहा को हाथ पकड़ के अपनी बगल में बैठा लेता है. और उसे किस करने लगता है.
उनका टेबल एक कार्नर में है और डीम लाइट में किसी के देखने का भी डर नहीं है.
कीस में नेहा भी सतीश का साथ देणे लगती है.
दोनो का किस धीरे धीरे हॉट होने लगता है और अब दोनों एक दूसरे के होंठो और ज़ुबान को चुस्ने लगते हैं.
नेहा अपना हाथ सतीश के लंड पे ले जाकर उसे मुठियाने लगती है.
कारीब १० मिनट के बाद जब दोनों की साँसे उखडने लगती हैं तो दोनों अलग होते है,फिर नेहा वहां से चली जाती है, सतीशने नेहा को उसकी पसंद का खाना लाने को कहा था,तभी मोना आ जाती है और सतीश की बगल में बैठ जाती है,
सतीश- आज खाना नेहा की पसंद का मंगाया है.
नेहा अपनी पसंद का खाना और वाइन लेकर आती है.
सतीश उसे भी साथ मे खाना खाने को कहता है थोड़ी ना नुकुर करके वह भी मान जाती है
हसी मजाक में तीनों खाना खाते है तीनो एक दूसरे को अपने हाथ से भी खाना खिलाते है.
फिर वाइन की बारी आती है और देखते ही देखते पूरी बोतल ख़तम हो जाती है.
बाकि सारे लोग वहा पर डांस फ्लोर पर डांस कर रहे थे. सारे लोग एक दूसरे को किस कर रहे थे और लंड और चुत सटा सटा कर रगड़ रहे थे.
सतीश, मोना को लेकर डांस करने के लिए डांस फ्लोर पर गया. मोना थोडी नशे में थी. सतीश जब मोना के कमर में हाथ डाला तो वो सतीश के सीने से लिपट गई और सतीश के होठ पर किस कर दिया. सतीश उसकी कमर को दबा रहा था और डांस कर रहा था मोना ने स्कर्ट पहनी थी. मोना सतीश के साथ चिपक कर डांस करने लगी. सतीश भी मोना की स्कर्ट के पीछे हाथ डाल कर उसकी गांड दबाने लगा.
मोना अपनी चुत सतीश के लंड से रगड़ रही थी. और सतीश के गले के पास किस कर रही थी. मोना मदहोश हो गयी थी. और सतीश के लंड के साथ छेड छाड़ कर रही थी.
मोना को सतीश ने कस कर पकड लिया और उसके स्कर्ट के नीचे से चुतड को दबा दिया. वो सतीश के गर्दन में लटक कर उसके होठो को किस करने लगी. तभी नेहा भी उनके साथ जॉइन हो गयी उसकी डयूटी खतम हो गयी थी,अब दोनों सतीश से चिपक कर डांस कर रही थी, नेहा सतीश के गर्दन में लटकना चाह रही थी. पर नेहा भी नशे में थी वो लडख़ड़ा कर गिर गई और उसकी कमर में चोट लग गयी.
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Re: Incest मम्मी मेरी जान
उसके बाद वह वहा से चल दिये. नेहा चल भी नहीं पा रही थी उसे गोद में लेकर बाहर आया और कार मैं बिठाया औऱ हम तीनो घर पहुच गये.
रात का १ बज रहा था...
सतीश नें सानिया को फ़ोन किया
सानिया- मैं तुम्हारा नंबर बहुत देर से ट्राई कर रही हु फोन स्विच ऑफ आ रहा था कहा थे?
सतीश- मम्मी मोना को शॉपिंग के बाद होटल ले गया था खाना खाने.
वहा मुझे नेहा मिल गई जिसने मुझे अपना भाई बना लिया.
हम होटल से निकल रहे थे के नेहा को चोट लग गई और हम उसे घर ले आए.
मोना इतना थक गई है की वो बेड पर जा कर सो गई है. और नेहा दर्द से परेशान है.
सानिया- उफ़, ओह्ह सतीश बैड़ टाइम. अच्छा एक कम करो मेरे ड्रावर में बाम रखा है अभी उसे लगा दो आराम हो जायेगा.
सतीश- ठीक है, तुम कब लौट रही हो?
मेरी फ्रेंड का ऑपरेशन कल है तो मैं यहाँ दो दिन रहूँगी उसके बाद आती हु, अपने प्यारे सजन के पास,
मुझे तुम्हाराी बहुत याद आ रही है, मुझसे ज्यादा तो मेरी लालपरी (चूत) तुम्हे याद कर रही है. तुम्हे याद करके रोये जा रही है, बहुत परेशान है.
सतीश- याद तो मुझे भी बहुत आ रही है अपनी प्यारी बब्बली बदमाश की, अभी हमारी शादी को दो दिन भी नहीं हुये और ये जुदायीं.
सानिया : उदास मत हो मेरी जान ये जुदायीं के दिन जल्दी कट जायेंगे, दो दिन की ही तो बात है, फिर बब्बली अपने सजन की बांहो में होगी,
सतीश- मैं भी तुमसे मिलने को तड़प रहा हु.
फिर सतीश ने नेहा की कराह सुन कर
सतीश- अपना ख्याल रखना.
सानिया- ओके सतीश टेक केयर ऑफ़ नेहा. तुम्हे जब भी मेरी ज़रूरत पड़े तो मुझे कॉल कर लेना.
मोना सो रही थी.
नेहा- सतीश मेरा दर्द नहीं कम हो रहा है. प्लीज कुछ करो यार.
सतीश- अच्छा चलो मैं बाम ले कर आता हु.
सतीश ढूंढ के आयोडेक्स ले के आया.
सतीश- नेहा लो लगा लो आयोडेक्स.
नेहा- तूम पागल हो मैं पीछे कैसे लगाउंगी. चलो तुम लगा दो, ऐसे भी मोना नशे में सो रही है, नही तो मैं उसी से लगवा लेती,
सतीश- मैं कैसे लगाउ तुम्हारी स्कर्ट जो है कमर पर.
नेहा : अच्छा लो थोडा ढीला कर देती हु.
सतीश आयोडेक्स लगाने लगा कमर पर. जीन्स स्कर्ट टाइट होने की वजह से हाथ रगडने में नहीं बन रहा था,
नेहा : रुको मैं आगे से बटन खोल देती हु.
सतीश : हाँ अब थोडा ठीक है.
सतीश मसाज करने लगा पर उस से भी पुरे कमर में मसाज नहीं हो पा रहा था
नेहा : चलो यार यहा पर सिर्फ तुम ही तो हो मेरी स्कर्ट को निकलने दो नहीं तो मैं दर्द से मर जाउंगी, मेरी अच्छे से मसाज कर दो.
नेहा ने स्कर्ट निकल दिया और अपने टॉप्स को पेट् तक उप्पर उठा दिया.
सतीश अब उसके कमर पे मसाज कर रहा था और उसकी मस्त गांड को निहार रहा था
लगभग २० मिनट तक उसके कमर की मसाज की सतीश ने. तब जा कर नेहा को थोड़ा आराम मिला और वो ड्राइंग रूम में ही सो गयी.
सतीश फिर वहा से उठ कर मोना के कमरे में गया. सतीश ने देखा मोना ने अपने सैंडल तक नहीं उतारे है. सतीश ने मोना की सैंडल उतारा,ओर फिर उसकी टॉप और स्कर्ट भी निकल दिया. फिर उसके बाद मोना को गोद में उठाकर बेड पर अच्छे से सुला दिया. उस वक़्त मोना बहुत सेक्सी लग रही थी. अगर वो जागती रह्ती तो जरूर पूछती भाई क्या देख रहा है. सतीश भी कपडे चेंज करने के बाद सिर्फ एक ढीली सी शॉर्ट्स पहन कर वहीँ पर मोना की बगल में लेट गया और उसको किस करने लगा. उसके होठ को किस किया और उसकी पीठ को किस किया फिर उसकी पेन्टी के साइड से अपनी ज़ुबान से उसकी चुत को चाट चाट के सहलाने लगा और वो नींद में ही मस्त हो कर झड गयी.
फिर सतीश उसकी चुत से निकल रहे वीर्य को पी ने लगा और अन्दर तक ज़ुबान से चाट कर चुत को साफ़ किया.
फिर उसे भी नींद लग गई और वह भी मोना के साथ सो गया.
रात का १ बज रहा था...
सतीश नें सानिया को फ़ोन किया
सानिया- मैं तुम्हारा नंबर बहुत देर से ट्राई कर रही हु फोन स्विच ऑफ आ रहा था कहा थे?
सतीश- मम्मी मोना को शॉपिंग के बाद होटल ले गया था खाना खाने.
वहा मुझे नेहा मिल गई जिसने मुझे अपना भाई बना लिया.
हम होटल से निकल रहे थे के नेहा को चोट लग गई और हम उसे घर ले आए.
मोना इतना थक गई है की वो बेड पर जा कर सो गई है. और नेहा दर्द से परेशान है.
सानिया- उफ़, ओह्ह सतीश बैड़ टाइम. अच्छा एक कम करो मेरे ड्रावर में बाम रखा है अभी उसे लगा दो आराम हो जायेगा.
सतीश- ठीक है, तुम कब लौट रही हो?
मेरी फ्रेंड का ऑपरेशन कल है तो मैं यहाँ दो दिन रहूँगी उसके बाद आती हु, अपने प्यारे सजन के पास,
मुझे तुम्हाराी बहुत याद आ रही है, मुझसे ज्यादा तो मेरी लालपरी (चूत) तुम्हे याद कर रही है. तुम्हे याद करके रोये जा रही है, बहुत परेशान है.
सतीश- याद तो मुझे भी बहुत आ रही है अपनी प्यारी बब्बली बदमाश की, अभी हमारी शादी को दो दिन भी नहीं हुये और ये जुदायीं.
सानिया : उदास मत हो मेरी जान ये जुदायीं के दिन जल्दी कट जायेंगे, दो दिन की ही तो बात है, फिर बब्बली अपने सजन की बांहो में होगी,
सतीश- मैं भी तुमसे मिलने को तड़प रहा हु.
फिर सतीश ने नेहा की कराह सुन कर
सतीश- अपना ख्याल रखना.
सानिया- ओके सतीश टेक केयर ऑफ़ नेहा. तुम्हे जब भी मेरी ज़रूरत पड़े तो मुझे कॉल कर लेना.
मोना सो रही थी.
नेहा- सतीश मेरा दर्द नहीं कम हो रहा है. प्लीज कुछ करो यार.
सतीश- अच्छा चलो मैं बाम ले कर आता हु.
सतीश ढूंढ के आयोडेक्स ले के आया.
सतीश- नेहा लो लगा लो आयोडेक्स.
नेहा- तूम पागल हो मैं पीछे कैसे लगाउंगी. चलो तुम लगा दो, ऐसे भी मोना नशे में सो रही है, नही तो मैं उसी से लगवा लेती,
सतीश- मैं कैसे लगाउ तुम्हारी स्कर्ट जो है कमर पर.
नेहा : अच्छा लो थोडा ढीला कर देती हु.
सतीश आयोडेक्स लगाने लगा कमर पर. जीन्स स्कर्ट टाइट होने की वजह से हाथ रगडने में नहीं बन रहा था,
नेहा : रुको मैं आगे से बटन खोल देती हु.
सतीश : हाँ अब थोडा ठीक है.
सतीश मसाज करने लगा पर उस से भी पुरे कमर में मसाज नहीं हो पा रहा था
नेहा : चलो यार यहा पर सिर्फ तुम ही तो हो मेरी स्कर्ट को निकलने दो नहीं तो मैं दर्द से मर जाउंगी, मेरी अच्छे से मसाज कर दो.
नेहा ने स्कर्ट निकल दिया और अपने टॉप्स को पेट् तक उप्पर उठा दिया.
सतीश अब उसके कमर पे मसाज कर रहा था और उसकी मस्त गांड को निहार रहा था
लगभग २० मिनट तक उसके कमर की मसाज की सतीश ने. तब जा कर नेहा को थोड़ा आराम मिला और वो ड्राइंग रूम में ही सो गयी.
सतीश फिर वहा से उठ कर मोना के कमरे में गया. सतीश ने देखा मोना ने अपने सैंडल तक नहीं उतारे है. सतीश ने मोना की सैंडल उतारा,ओर फिर उसकी टॉप और स्कर्ट भी निकल दिया. फिर उसके बाद मोना को गोद में उठाकर बेड पर अच्छे से सुला दिया. उस वक़्त मोना बहुत सेक्सी लग रही थी. अगर वो जागती रह्ती तो जरूर पूछती भाई क्या देख रहा है. सतीश भी कपडे चेंज करने के बाद सिर्फ एक ढीली सी शॉर्ट्स पहन कर वहीँ पर मोना की बगल में लेट गया और उसको किस करने लगा. उसके होठ को किस किया और उसकी पीठ को किस किया फिर उसकी पेन्टी के साइड से अपनी ज़ुबान से उसकी चुत को चाट चाट के सहलाने लगा और वो नींद में ही मस्त हो कर झड गयी.
फिर सतीश उसकी चुत से निकल रहे वीर्य को पी ने लगा और अन्दर तक ज़ुबान से चाट कर चुत को साफ़ किया.
फिर उसे भी नींद लग गई और वह भी मोना के साथ सो गया.
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Re: Incest मम्मी मेरी जान
कारीब ४:०० ४:३० के आस पास नेहा कराह रही थी सतीश भी काफी नींद में था उसे उठने का मन नहीं हो रहा था वह काफी थक गया था पर सतीश न चाहते हुए भी उसी हालत में सिर्फ शॉर्ट्स पहने हुए नेहा के पास गया
सतीश- क्या हुआ नेहा?
नेहा- यार दर्द अभी भी है उस वक़्त तो सो गई थी पर जैसे ही मैंने पोजीशन बदलि तो मुझे फिर से दर्द हुआ और मैं जाग गयी.
नेहा सतीश को कभी यार, कभी सतीश, तो कभी भाई कह कर बुला रही थी.
नेहा- सतीश प्लीज फिर से थोडी और मसाज कर दो ना शायद थोडा आराम मिल जाए.
सतीश फिर से बाम ले कर आया और नेहा की मसाज करने लगा.
सतीश इस बार नेहा के दोनों लेग के उप्पर अपने पैर मोड़के बैठ गया. ताकि अच्छे से उसकी कमर की मसाज कर सके.
पर उसकी मख़मल जैसे चूतड देख कर सतीश का लंड खडा हो गया था
सतीश उसके गुलाबी पीठ पर मसाज कर रहा था नेहा - यार कमर पे रगड़ो.
सतीश कमर रगडने लगा.
नेहा- थोड़ा और नीचे कमर के पास.
सतीश- यार तेरी पेन्टी है ना.
नेहा- यार थोड़ा सा नीचे कर दो ना, पर मेरी मसाज कर दो.
सतीश ने थोड़ा सा और पेन्टी को नीचे कर दिया जिससे उसकी गांड की लाइन नजर आ रही थी ये देखकर सतीश का लंड गरम और खडा हो गया. सतीश ने शॉर्ट्स पहना हुआ था सतीश ने उसके गांड की लाइन के आस पास रगड़ रगड़ के मसाज किया और थोड़ा अपना हाथ जान बुज कर उसके गांड के लाइन पर बीच बीच मै सहला देता था जिससे नेहा अपनी बॉडी को थोड़ा हिला देती थी. उसे भी काफी अच्छा लगा रहा था.
फिर सतीश उसकी गांड की लाइन पर थोड़ा और नीचे तक अपना फिंगर को ले गया और उसके गांड में फिंगर डाल दिया और नेहा चिहुँक गयी.
लेकिन इतना कुछ होने पर भी नेहा ने कुछ नहीं बोला. फिर सतीश थोड़ा लेफ्ट चुतड पर अपना हाथ घुमाने लगा उसके पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर. जब उसने कुछ नहीं कहा तब सतीश राईट चुतड को भी पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर मसाज करने लगा.
बीच बीच सतीश उसकी चुत को भी टच कर देता था नेहा की चुत एक दम गिली हो गई थी.
सतीश- अब कैसा लग रहा है क्या कुछ आराम हुआ.
नेहा- तुम इतना अच्छा चुतड पर मसाज कर रहे हो इससे थोड़ा आराम मिल रहा है, थोड़ा बाम लगा कर मसाज कर दो.
सतीश- बाम लगाने से पेन्टी में डाग लग जाएंगे.
नेहा : जब तुमने चुतड पे मसाज कर ही दिया है और मौका देख कर तुमने मेरी गांड में भी फिंगर दबा दी है और चुत के वीर्य के भी मजे ले लिये हो तो अब बचा क्या है तुम्हारे सामने, पैंटी को हटा दो उसके बाद अच्छे से मालिश कर दो यार.
सतीश- क्या बोलती हो तुमम, पेन्टी खोल दुं?
नेहा- हाँ खोल दो ना चोंकने की क्या बात है, आराम पहले जरुरी है. मैं खोल दू या तुम खोलेगे मेरी पेन्टी को?
सतीश : जैसा तुम बोलो.
नेहा : चलो तुम ही खोल दो.
नेहा की पेन्टी को सतीश ने अपने दान्त से पकड कर लेफ्ट चुतड के साइड से खीँच दिया. और फिर सतीश उसके चुतड पे किस करने लगा और दान्त गाड़ने लगा.
उतने में वो थोड़ा लेफ्ट राईट हुई तो सतीश राईट साइड के चुतड के साइड से पेन्टी को दान्त से खींच दिया.
अब सतीश के आँखो के सामने दो मस्त मस्त गोल मटोल गोरे गुलाबीचूतड दिख रहे थे और सतीश उसको किस और दान्त काट कर चूतड को लाल कर दिया.
उसके बाद उसके जांघो को किस करने लगा.
अब तो सतीश का लंड गरम लोहे की तरह गर्म हो गया था,
सतीश अब नेहा की चुतड और गांड के छेद को देख कर पागल हो रहा था, सतीशने कई बार अपनी मोम और मोना का भी मसाज किया है चुतड में पर आज नेहा के चूतड देख कर सतीश तो पागल हो रहा था,
आज एक दम ताजा और कडक माल देख कर सतीश के लंड में गर्मी और बढ गयी.
सतीश थोड़ा बाम लिया और नेहा के मस्त चुतड को रगडने लगा. १० मिनट रगडने के बाद सतीश हाथ को एक कपड़े से पोछ लिया. उसके बाद सतीश नेहा की गांड को सहलाने लगा.
सतीश के हाथ उसके चूतड पर फ़िसल रहे थे. अपनी ऊँगली से उसके गांड के छेद के पास सहला रहा था सतीश फिर थोड़ा सा वेसलिने ऊँगली में लगा कर उसके गांड में लगाने लगा और कुछ ही मिनट में सतीश उसकी गांड में एक फिंगर को डाल दिया तब उसकी कमर हिलने लगी.
उसकी कमर हवा में लहरा रही थी. सतीश अपनी फिंगर को उसकी गांड में उप्पर नीचे करने लगा.
नेहा- सतीश थोड़ा और नीचे सहलाओ मुझेसे अब नहीं रहा जा रहा है.
सतीश- अब दर्द कैसा है
नेहा- अब काफी आराम है, सतीश अब तुम दर्द को भूल जाओ और मेरे पास आओ.
सतीश उसके चेरे के पास गया वो अपना हाथ सतीश के गर्दन में डाल कर सतीश के होंठ पे किस करने लगी.
सतीश के लिप्स को काटने लगी. सतीश भी मौका देखकर उसके स्तन को शर्ट के उप्पर से दबाने लगा. और सतीश नेहा के एक हाथ को पकड कर अपने शॉर्ट्स के उप्पर रख दिया. नेहा शॉर्ट्स के उप्पर से सतीश के लंड पकड कर मसलने लग गयी. सतीश का लंड गर्मी के साथ साथ पूरा खडा हो गया.
सतीश- क्या हुआ नेहा?
नेहा- यार दर्द अभी भी है उस वक़्त तो सो गई थी पर जैसे ही मैंने पोजीशन बदलि तो मुझे फिर से दर्द हुआ और मैं जाग गयी.
नेहा सतीश को कभी यार, कभी सतीश, तो कभी भाई कह कर बुला रही थी.
नेहा- सतीश प्लीज फिर से थोडी और मसाज कर दो ना शायद थोडा आराम मिल जाए.
सतीश फिर से बाम ले कर आया और नेहा की मसाज करने लगा.
सतीश इस बार नेहा के दोनों लेग के उप्पर अपने पैर मोड़के बैठ गया. ताकि अच्छे से उसकी कमर की मसाज कर सके.
पर उसकी मख़मल जैसे चूतड देख कर सतीश का लंड खडा हो गया था
सतीश उसके गुलाबी पीठ पर मसाज कर रहा था नेहा - यार कमर पे रगड़ो.
सतीश कमर रगडने लगा.
नेहा- थोड़ा और नीचे कमर के पास.
सतीश- यार तेरी पेन्टी है ना.
नेहा- यार थोड़ा सा नीचे कर दो ना, पर मेरी मसाज कर दो.
सतीश ने थोड़ा सा और पेन्टी को नीचे कर दिया जिससे उसकी गांड की लाइन नजर आ रही थी ये देखकर सतीश का लंड गरम और खडा हो गया. सतीश ने शॉर्ट्स पहना हुआ था सतीश ने उसके गांड की लाइन के आस पास रगड़ रगड़ के मसाज किया और थोड़ा अपना हाथ जान बुज कर उसके गांड के लाइन पर बीच बीच मै सहला देता था जिससे नेहा अपनी बॉडी को थोड़ा हिला देती थी. उसे भी काफी अच्छा लगा रहा था.
फिर सतीश उसकी गांड की लाइन पर थोड़ा और नीचे तक अपना फिंगर को ले गया और उसके गांड में फिंगर डाल दिया और नेहा चिहुँक गयी.
लेकिन इतना कुछ होने पर भी नेहा ने कुछ नहीं बोला. फिर सतीश थोड़ा लेफ्ट चुतड पर अपना हाथ घुमाने लगा उसके पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर. जब उसने कुछ नहीं कहा तब सतीश राईट चुतड को भी पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर मसाज करने लगा.
बीच बीच सतीश उसकी चुत को भी टच कर देता था नेहा की चुत एक दम गिली हो गई थी.
सतीश- अब कैसा लग रहा है क्या कुछ आराम हुआ.
नेहा- तुम इतना अच्छा चुतड पर मसाज कर रहे हो इससे थोड़ा आराम मिल रहा है, थोड़ा बाम लगा कर मसाज कर दो.
सतीश- बाम लगाने से पेन्टी में डाग लग जाएंगे.
नेहा : जब तुमने चुतड पे मसाज कर ही दिया है और मौका देख कर तुमने मेरी गांड में भी फिंगर दबा दी है और चुत के वीर्य के भी मजे ले लिये हो तो अब बचा क्या है तुम्हारे सामने, पैंटी को हटा दो उसके बाद अच्छे से मालिश कर दो यार.
सतीश- क्या बोलती हो तुमम, पेन्टी खोल दुं?
नेहा- हाँ खोल दो ना चोंकने की क्या बात है, आराम पहले जरुरी है. मैं खोल दू या तुम खोलेगे मेरी पेन्टी को?
सतीश : जैसा तुम बोलो.
नेहा : चलो तुम ही खोल दो.
नेहा की पेन्टी को सतीश ने अपने दान्त से पकड कर लेफ्ट चुतड के साइड से खीँच दिया. और फिर सतीश उसके चुतड पे किस करने लगा और दान्त गाड़ने लगा.
उतने में वो थोड़ा लेफ्ट राईट हुई तो सतीश राईट साइड के चुतड के साइड से पेन्टी को दान्त से खींच दिया.
अब सतीश के आँखो के सामने दो मस्त मस्त गोल मटोल गोरे गुलाबीचूतड दिख रहे थे और सतीश उसको किस और दान्त काट कर चूतड को लाल कर दिया.
उसके बाद उसके जांघो को किस करने लगा.
अब तो सतीश का लंड गरम लोहे की तरह गर्म हो गया था,
सतीश अब नेहा की चुतड और गांड के छेद को देख कर पागल हो रहा था, सतीशने कई बार अपनी मोम और मोना का भी मसाज किया है चुतड में पर आज नेहा के चूतड देख कर सतीश तो पागल हो रहा था,
आज एक दम ताजा और कडक माल देख कर सतीश के लंड में गर्मी और बढ गयी.
सतीश थोड़ा बाम लिया और नेहा के मस्त चुतड को रगडने लगा. १० मिनट रगडने के बाद सतीश हाथ को एक कपड़े से पोछ लिया. उसके बाद सतीश नेहा की गांड को सहलाने लगा.
सतीश के हाथ उसके चूतड पर फ़िसल रहे थे. अपनी ऊँगली से उसके गांड के छेद के पास सहला रहा था सतीश फिर थोड़ा सा वेसलिने ऊँगली में लगा कर उसके गांड में लगाने लगा और कुछ ही मिनट में सतीश उसकी गांड में एक फिंगर को डाल दिया तब उसकी कमर हिलने लगी.
उसकी कमर हवा में लहरा रही थी. सतीश अपनी फिंगर को उसकी गांड में उप्पर नीचे करने लगा.
नेहा- सतीश थोड़ा और नीचे सहलाओ मुझेसे अब नहीं रहा जा रहा है.
सतीश- अब दर्द कैसा है
नेहा- अब काफी आराम है, सतीश अब तुम दर्द को भूल जाओ और मेरे पास आओ.
सतीश उसके चेरे के पास गया वो अपना हाथ सतीश के गर्दन में डाल कर सतीश के होंठ पे किस करने लगी.
सतीश के लिप्स को काटने लगी. सतीश भी मौका देखकर उसके स्तन को शर्ट के उप्पर से दबाने लगा. और सतीश नेहा के एक हाथ को पकड कर अपने शॉर्ट्स के उप्पर रख दिया. नेहा शॉर्ट्स के उप्पर से सतीश के लंड पकड कर मसलने लग गयी. सतीश का लंड गर्मी के साथ साथ पूरा खडा हो गया.