Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

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rajababu
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Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

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rajababu
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Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

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समर- “टाँगों की भी मसाज करनी है?” तेल की कटोरी हाथ में लिए समर ने पूछा।

नेहा - "हाँ... करनी ही है। पूछ क्यों रहा है?" नेहा ने अपना रोब जमाते हुए बोला। फिर अपने लोवर की तरफ देखकर बोली- “अच्छा तुझे ये प्राब्लम देगा ना?"

समर- “हाँ इसके रहते कैसे पासिबल है..” समर ने जवाब दिया।

नेहा - “चल इसे भी तू ही निकाल दे..."

नेहा की बात सुनकर समर को यकीन नहीं हो रहा था की उसने जो सुना वो ही सही था ना- “क्या मैं?" समर ने कनफर्म करने के लिए पूछा।

नेहा ने एक आँख मारकर उसे हाँ का इशारा किया।

समर ने थ की ओर नजर डाली तो वहां एक जीन्स जैसा बटन और जिप थी। उसने अपनी उंगलियां को नेहा के पेट पर घुमाते हुए लोवर के वेस्टबंद में अपनी उंगलियों को घुसाया। नेहा की स्किन बहुत ज्यादा साफ्ट थी। उसने लोवर का बटन खोला और जिप के रन्नर को पकड़कर धीरे-धीरे नीचे करने लगा। थोड़ी सी जिप खुलने पर ही उसे रेड हाट कलर की पैंटी नजर आने लगी।

समर को हल्की सी हँसी आ रही थी तो नेहा ने उसका कारण पूछा।

समर - “आप लोगों के जिप का क्या इश्तेमाल है, ये सोचकर मुझे हँसी आ रही है..” समर ने हँसते हुए जवाब दिया।

समर की बात पर नेहा भी हँसने लगी और अपनी दो उंगलियां को दिखाते हुए बोली- “तुम लड़कों की तरह कुछ निकालने के लिए नहीं बल्कि ये तो डालने के लिए बनी है...”

समर को थोड़ा सर्पाइज हुआ, पर उसे पता था की नेहा उंगली करती है। वो नेहा की पूरी जिप खोल चुका था अब उसने लोवर को साइड में से पकड़ा और पैंटी के वेस्टबैंड को उससे अलग करते हुए नीचे तरफ स्क्रोल करने लगा। वो अपनी हथेली को नेहा की जांघे पर भी घुमाकर नेहा की कोमलता का मजा ले रहा था।

उधर नेहा को समर के हाथों का टच एक अजीब सा एहसास करा रहा था। नेहा का पूरा लोवर निकल चुका था। वो पैंटी में ही बेड पर लेट गई। वो ऐसे रिएक्ट कर रही थी जैसे ये सब बिल्कुल नार्मल है। हाट रेड कलर की छोटी सी लेसी पैंटी पहनी हुई थी जो सिर्फ नेहा की चूत कवर कर रही थी। छोटी सी सफेद कलर की समीज जो सिर्फ उसके चूचे और थोड़ा सा पेट कवर रही थी साथ में रेड पैंटी में क्या गजब ही लग रही थी।


समर का लण्ड भी पूरा खड़ा हो चुका था। अपने दिल और दिमाग पर काबू करते हुए उसने तेल हाथ में लिया। हालांकी तेल ठंडा हो चुका था पर समर के हाथों की गर्मी ही काफी थी नेहा की रही सही थकान दूर करने के लिए।

नेहा बेड पर पीछे सरक के लेट चुकी थी। समर भी बेड पर बैठ गया और नेहा के दोनों पाँव को घुटनों से मोड़कर खड़ा कर दिया और मखमली टांगों की मसाज करने लगा। उसका ध्यान मसाज में बिल्कुल भी नहीं था। पाँव मोड़ देने की वजह से नंगी टांगों, जांघों और चूत का जो नजारा उसे दिख रहा था वो किसी का भी ध्यान भटका सकता था। नेहा की पैंटी बहुत ही ज्यादा टाइट थी इस कारण उसकी गुलाबी चूत का शेप रेड पैंटी में दिख रहा था और उसकी बड़ी सडोल गाण्ड के दोनों गोले भी नजर आ रहे थे।

समर को पाँव के पायंट प्रेस करना भी आता था। उसने अपना ध्यान मसाज में लगाया और नेहा का एक पाँव अपनी गोद में रखकर उसके पायंट प्रेस करने लगा।



samapt
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