कमसिन बहन
- SATISH
- Super member
- Posts: 9811
- Joined: 17 Jun 2018 16:09
Re: कमसिन बहन
excellent story mind blowing hot & sexy please continue
Read my all running stories
आग्याकारी माँ(running)
मम्मी मेरी जान(running)
Main meri family aur mera gaon part -2(running)
मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें(running)
पिशाच की वापसी(running])
स्वाहा (complet)
लंगडा प्रेत(coming soon)
Read my Marathi stories
मराठी चावट कथा-सतीश(running)
आग्याकारी माँ(running)
मम्मी मेरी जान(running)
Main meri family aur mera gaon part -2(running)
मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें(running)
पिशाच की वापसी(running])
स्वाहा (complet)
लंगडा प्रेत(coming soon)
Read my Marathi stories
मराठी चावट कथा-सतीश(running)
-
- Pro Member
- Posts: 2863
- Joined: 13 Jun 2016 18:16
Re: कमसिन बहन
विक्की ने तो अपनी बाइक की स्पीड फुल कर दी, लंड उसका खंबे की तरह अकड़ कर खड़ा हो चुका था, जिसे अब मंजू ही ठंडा कर सकती थी...
कुछ ही मिनट में विक्की की बाइक उसके घर के सामने पहुँच गयी...
उस से इतना भी सब्र नही हो रहा था की मंजू अपनी कमर मटकाते हुए दरवाजे तक जाए और ताला खोले,
उसने झट से उसके हाथ से चाबी छीनी और एक सेकेंड में ताला खोलकर उसे अंदर खींच लिया और दरवाजा बंद कर दिया...
मंजू उसके इस उतावलेपन पर हँसती रह गयी...
पर उसकी हँसी उसी पल गायब हो गयी जब विक्की उसकी तरफ पलटा और उसके होंठो पर होंठ लगाकर उसे जोरों से किस्स करने लगा...
मंजू के कंधे से उसने स्कूल बेग लेकर एक कोने में रख दिया और उसके पूरे जिस्म पर हाथ फिराते हुए उसे सहलाने लगा और उसके रसीले होंठों का रसपान करता हुआ उसके मुम्मो को शर्ट के उपर से ही मसलने लगा..
किस्स करते-2 दोनो नीचे बने बेडरूम में आ गये, जो मंजू के माँ पिताजी का था..
वो तो इतना आतुर था की वो खींच कर उसकी शर्ट फाड़ने पर आ गया, वो तो मंजू ने बड़ी मुश्किल से उसके हाथो को पीछे किया और खुद ही अपनी शर्ट के बटन खोलकर अपने मुम्मे उसके आगे परोस दिए, वरना उसकी स्कूल की शर्ट की धज्जियाँ उड़ जानी थी...
मुम्मे बाहर निकलते ही कमरे में जैसे 100 वॉट के 2 बल्ब जल गये,
उनकी दूधिया रोशनी से पूरा कमरा जगमगा उठा..
उसने गोर से उसके मोटे मुम्मो को देखा और फिर धीरे से अपनी जीभ निकाल कर उसके निप्पल को गीला कर दिया...
कड़क निप्पल उसकी थूक में नहा कर और ज्यादा अकड़ गये..
और फिर उसने अपना पूरा मुँह खोलकर उसके दाँये मुम्मे को मुँह में लिया और उसे जोरों से चूसने लगा...
''म्म्म्ममममममममममममम...... अहह.......... मजाअ आआआआआआअ गया विक्कीईईईईईईईईई''
आज शायद पहली बार था जब उसने भैय्या ना बोलकर सिर्फ़ उसे विक्की नाम से बुलाया था...
और ये उसे पसंद भी आया.
और उसे डबल मज़ा देने के लिए उसने दूसरे मुम्मे को भी अपने मुँह में लेकर उसी अंदाज में चूसा, चुभलाया.....
विक्की के पैने दाँत अपने मुम्मो पर महसूस करते हुए वो उसके सिर को पकड़ कर बुरी तरह से कराह रही थी....
और साथ ही साथ वो अपनी चूत वाला हिस्सा उठाकर उसके खड़े लंड पर भी मार रही थी,
शायद उसे नीचे कुछ ज़्यादा तकलीफ़ थी जिसका इलाज इस वक़्त सिर्फ़ विक्की के पास ही था...
विक्की भी उसका इशारा समझ कर उसके मुम्मो को छोड़कर नीचे की तरफ हो लिया,
कमर पर बँधी उसकी स्कर्ट को उसने खोलकर नीचे खिसका दिया,
कच्छी तो दोनो सहेलियाँ ही नही पहनती थी, इसलिए अगले ही पल उसकी चूत पूरी नंगी होकर उसके सामने आ गयी
अपने ही रस में नहाई हुई उसकी कच्ची चूत अलग ही लिश्कारे मार रही थी..
कुछ ही मिनट में विक्की की बाइक उसके घर के सामने पहुँच गयी...
उस से इतना भी सब्र नही हो रहा था की मंजू अपनी कमर मटकाते हुए दरवाजे तक जाए और ताला खोले,
उसने झट से उसके हाथ से चाबी छीनी और एक सेकेंड में ताला खोलकर उसे अंदर खींच लिया और दरवाजा बंद कर दिया...
मंजू उसके इस उतावलेपन पर हँसती रह गयी...
पर उसकी हँसी उसी पल गायब हो गयी जब विक्की उसकी तरफ पलटा और उसके होंठो पर होंठ लगाकर उसे जोरों से किस्स करने लगा...
मंजू के कंधे से उसने स्कूल बेग लेकर एक कोने में रख दिया और उसके पूरे जिस्म पर हाथ फिराते हुए उसे सहलाने लगा और उसके रसीले होंठों का रसपान करता हुआ उसके मुम्मो को शर्ट के उपर से ही मसलने लगा..
किस्स करते-2 दोनो नीचे बने बेडरूम में आ गये, जो मंजू के माँ पिताजी का था..
वो तो इतना आतुर था की वो खींच कर उसकी शर्ट फाड़ने पर आ गया, वो तो मंजू ने बड़ी मुश्किल से उसके हाथो को पीछे किया और खुद ही अपनी शर्ट के बटन खोलकर अपने मुम्मे उसके आगे परोस दिए, वरना उसकी स्कूल की शर्ट की धज्जियाँ उड़ जानी थी...
मुम्मे बाहर निकलते ही कमरे में जैसे 100 वॉट के 2 बल्ब जल गये,
उनकी दूधिया रोशनी से पूरा कमरा जगमगा उठा..
उसने गोर से उसके मोटे मुम्मो को देखा और फिर धीरे से अपनी जीभ निकाल कर उसके निप्पल को गीला कर दिया...
कड़क निप्पल उसकी थूक में नहा कर और ज्यादा अकड़ गये..
और फिर उसने अपना पूरा मुँह खोलकर उसके दाँये मुम्मे को मुँह में लिया और उसे जोरों से चूसने लगा...
''म्म्म्ममममममममममममम...... अहह.......... मजाअ आआआआआआअ गया विक्कीईईईईईईईईई''
आज शायद पहली बार था जब उसने भैय्या ना बोलकर सिर्फ़ उसे विक्की नाम से बुलाया था...
और ये उसे पसंद भी आया.
और उसे डबल मज़ा देने के लिए उसने दूसरे मुम्मे को भी अपने मुँह में लेकर उसी अंदाज में चूसा, चुभलाया.....
विक्की के पैने दाँत अपने मुम्मो पर महसूस करते हुए वो उसके सिर को पकड़ कर बुरी तरह से कराह रही थी....
और साथ ही साथ वो अपनी चूत वाला हिस्सा उठाकर उसके खड़े लंड पर भी मार रही थी,
शायद उसे नीचे कुछ ज़्यादा तकलीफ़ थी जिसका इलाज इस वक़्त सिर्फ़ विक्की के पास ही था...
विक्की भी उसका इशारा समझ कर उसके मुम्मो को छोड़कर नीचे की तरफ हो लिया,
कमर पर बँधी उसकी स्कर्ट को उसने खोलकर नीचे खिसका दिया,
कच्छी तो दोनो सहेलियाँ ही नही पहनती थी, इसलिए अगले ही पल उसकी चूत पूरी नंगी होकर उसके सामने आ गयी
अपने ही रस में नहाई हुई उसकी कच्ची चूत अलग ही लिश्कारे मार रही थी..
Thriller इंसाफ Running....बहुरुपिया शिकारी Running....
गुजारिश Running....वासना की मारी औरत की दबी हुई वासना Running....वर्दी वाला गुण्डा / वेदप्रकाश शर्मा ....
प्रीत की ख्वाहिश ....अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म ) ....
कमसिन बहन .... साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ.... द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A tell of Tilism}by rocksanna .... अनौखी दुनियाँ चूत लंड की .......क़त्ल एक हसीना का
-
- Pro Member
- Posts: 2863
- Joined: 13 Jun 2016 18:16
Re: कमसिन बहन
विक्की को उसे एकटक निहारते देखकर मंजू ने खुद ही पहल करते हुए उसके सिर को पकड़ा और उसे नीचे करते हुए अपनी कमर उठा कर अपनी चूत उसके मुँह से लगा दी....
''आआआआआआआआआआआआआहह.................. सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... विक्ककीईईईईईईईईईईईईईईई........ प्लीईईईईईईईस....... ख़ाआ जाओ मुझे...................... सक्ककककक मिईईईई हाआररर्र्र्र्र्द्द्द्द्दद्ड''
वो विक्की को ये बाते ना भी बोलती तब भी शायद वो यही करता.....
अपनी नुकीली जीभ से वो उसकी चूत के होंठों को कुरेदता हुआ उसे एक अलग ही दुनिया में ले गया...
और अंदर से निकल रही चाशनी को जीभ से इकट्ठा करते हुए निगलने लगा...
सच में दोस्तो, कच्ची चूत की चाशनी का स्वाद अलग ही होता है....
जिसने ये मज़ा ले लिया उसे दुनिया का हर दूसरा स्वाद फीका लगेगा इसके सामने..
मंजू उसके सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर उपर से नीचे तक रगड़ रही थी....
ऐसा करते हुए वो बुरी तरह से बड़बड़ा भी रही थी...
''आआआअहह विक्की......चूस इसे.......आआआआहह......खा जा मेरी चूत को.....पी ले इसका रस.....आआआअहह......जीभ घुसेड नाआआआअ...अंदर तक...........आआआहह.......और अंदर नही जाएगी ये.......लंड निकाल लंड ......वो डाल इसके अंदर विक्की.....लॅंड डाआआआाालल्ल्ल इसके अंदर....''
उसकी अधीरता देखते ही बनती थी.....
एक लड़की इतने साल तक जिस चूत का कुँवारापन संभाल कर रखती है, उसके चुदने का समय जब आता है तो वो समय से आगे निकल कर , सारे बंधन तोड़ कर उस पल को जी लेना चाहती है जो उसे इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ आनंद दे सके...
और वही इस वक़्त मंजू महसूस कर रही थी.....
विक्की जल्दी से खड़ा हुआ और आनन फानन में उसने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके...
और जल्द ही वो उसके सामने उसी की तरह पूरा नंगा खड़ा था....
उसके लंड को देखते ही वो भूखी बिल्ली की तरह उसके उपर झपट पड़ी और अपना मुँह खोलकर उसके लंड को पूरा मुँह में लेकर चूसने लगी..
विक्की बेड के किनारे खड़ा हुआ उसके सिर को पकडे हुए अपना लंड उसके मुँह में अंदर बाहर करने लगा....
और जब वो पूरी तरह से गीला हो गया तो उसने मंजू को धक्का देकर बेड पर फिर से लिटा दिया....
अब वो पल आ चुका था जिसके लिए मंजू की चूत ना जाने कितने दिनों से कुलबुला रही थी...
विक्की ने अपना गीला लंड उसकी गीली चूत पर रखा और उसके रास में डुबो कर उसे चूत के मुहाने पर रगड़ने लगा
फिर वो उसके उपर धीरे-2 झुकने लगा...
लंड अपनी जगह बनाता हुआ उसकी चूत की पतली सी गली में फिसलता हुआ आगे बढ़ने लगा...
जैसे-2 लंड अंदर जा रहा था, मंजू की आँखे फैलती जा रही थी....
इतने मोटे लंड का छोटे से छेद में जाना सच में किसी करिश्मे से कम नही होता,
पर वो इस वक़्त उसे अंदर जाता हुआ देखकर, अंदर से महसूस करते हुए , सिर्फ़ मुँह फाड़े उसे देखने के सिवा कुछ और कर ही नही सकती थी...
''आआआआआआआआआआआआआहह.................. सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... विक्ककीईईईईईईईईईईईईईईई........ प्लीईईईईईईईस....... ख़ाआ जाओ मुझे...................... सक्ककककक मिईईईई हाआररर्र्र्र्र्द्द्द्द्दद्ड''
वो विक्की को ये बाते ना भी बोलती तब भी शायद वो यही करता.....
अपनी नुकीली जीभ से वो उसकी चूत के होंठों को कुरेदता हुआ उसे एक अलग ही दुनिया में ले गया...
और अंदर से निकल रही चाशनी को जीभ से इकट्ठा करते हुए निगलने लगा...
सच में दोस्तो, कच्ची चूत की चाशनी का स्वाद अलग ही होता है....
जिसने ये मज़ा ले लिया उसे दुनिया का हर दूसरा स्वाद फीका लगेगा इसके सामने..
मंजू उसके सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर उपर से नीचे तक रगड़ रही थी....
ऐसा करते हुए वो बुरी तरह से बड़बड़ा भी रही थी...
''आआआअहह विक्की......चूस इसे.......आआआआहह......खा जा मेरी चूत को.....पी ले इसका रस.....आआआअहह......जीभ घुसेड नाआआआअ...अंदर तक...........आआआहह.......और अंदर नही जाएगी ये.......लंड निकाल लंड ......वो डाल इसके अंदर विक्की.....लॅंड डाआआआाालल्ल्ल इसके अंदर....''
उसकी अधीरता देखते ही बनती थी.....
एक लड़की इतने साल तक जिस चूत का कुँवारापन संभाल कर रखती है, उसके चुदने का समय जब आता है तो वो समय से आगे निकल कर , सारे बंधन तोड़ कर उस पल को जी लेना चाहती है जो उसे इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ आनंद दे सके...
और वही इस वक़्त मंजू महसूस कर रही थी.....
विक्की जल्दी से खड़ा हुआ और आनन फानन में उसने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके...
और जल्द ही वो उसके सामने उसी की तरह पूरा नंगा खड़ा था....
उसके लंड को देखते ही वो भूखी बिल्ली की तरह उसके उपर झपट पड़ी और अपना मुँह खोलकर उसके लंड को पूरा मुँह में लेकर चूसने लगी..
विक्की बेड के किनारे खड़ा हुआ उसके सिर को पकडे हुए अपना लंड उसके मुँह में अंदर बाहर करने लगा....
और जब वो पूरी तरह से गीला हो गया तो उसने मंजू को धक्का देकर बेड पर फिर से लिटा दिया....
अब वो पल आ चुका था जिसके लिए मंजू की चूत ना जाने कितने दिनों से कुलबुला रही थी...
विक्की ने अपना गीला लंड उसकी गीली चूत पर रखा और उसके रास में डुबो कर उसे चूत के मुहाने पर रगड़ने लगा
फिर वो उसके उपर धीरे-2 झुकने लगा...
लंड अपनी जगह बनाता हुआ उसकी चूत की पतली सी गली में फिसलता हुआ आगे बढ़ने लगा...
जैसे-2 लंड अंदर जा रहा था, मंजू की आँखे फैलती जा रही थी....
इतने मोटे लंड का छोटे से छेद में जाना सच में किसी करिश्मे से कम नही होता,
पर वो इस वक़्त उसे अंदर जाता हुआ देखकर, अंदर से महसूस करते हुए , सिर्फ़ मुँह फाड़े उसे देखने के सिवा कुछ और कर ही नही सकती थी...
Thriller इंसाफ Running....बहुरुपिया शिकारी Running....
गुजारिश Running....वासना की मारी औरत की दबी हुई वासना Running....वर्दी वाला गुण्डा / वेदप्रकाश शर्मा ....
प्रीत की ख्वाहिश ....अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म ) ....
कमसिन बहन .... साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ.... द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A tell of Tilism}by rocksanna .... अनौखी दुनियाँ चूत लंड की .......क़त्ल एक हसीना का
-
- Pro Member
- Posts: 2863
- Joined: 13 Jun 2016 18:16
Re: कमसिन बहन
और जल्द ही उसकी चूत की चुंगी आ गयी,
यानी उसकी कमसिन चूत की सील....
दोनो ने एक दूसरे की आँखो में देखा और फिर एक जोरदार प्रहार करते हुए विक्की ने अपना लंड उसकी चूत में पूरा उतार दिया...
मोटा लंड उसकी चूत की सीमाओं को तोड़ता हुआ, अंदर तक जा धंसा...
''आआआआआआआआआआआहह......... विक्कककक्कीईईईईईईईईई........ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़........... मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गयी रीईईईईईईई..... अहह.... निकालो इसे......बहुत मोटा है ये तो.......दर्द हो रहा है मुझे...............''
विक्की को लगा था की शायद नेहा की तरह इसे भी ज़्यादा दर्द नही होगा,
पर वो ग़लत था, हर चूत एक जैसी नही होती, ये बात उसे आज समझ में आ गयी थी.
उसने उसे हॉंसला देते हुए, उसके होंठो को चूमा और नीचे जाकर उसके स्तनो को भी अपने मुँह में लेकर चुभलाया ....
थोड़ी देर में जब उसे लगा की अब वो शांत है तो उसने फिर से अपना लंड खींच कर अंदर डाल दिया....
कुछ झटको तक तो वो चिल्लाती रही पर कुछ ही देर बाद वो चीखे लंबी सिसकारियों में बदल गयी...
''उम्म्म्ममममममममममममममममममम.....ओह विक्कक्कीईईई......आख़िर चोद ही दिया तुमने मुझे.............आआआआअहह ........................ लव योउ विक्की................. आआआआअहहई लव योउ........''
उसके बाद तो उसने खुद ही अपनी कमर उठा -2 कर उसके लंड को पूरा अंदर लेने में कोई कसर नही छोड़ी..
और कुछ देर बाद जब वो उस पोज़िशन में थक गयी तो उसने विक्की को धक्का देकर अपनी जगह पर लिटाया और खुद उसके उपर सवार हो गयी ....
इस पोज़िशन में उसे ज़्यादा मज़ा आ रहा था....
नीचे से कुतुब मीनार की तरह खड़े लंड पर डांस करते हुए वो उसके मोटे लंड के मज़े लेने लगी...
विक्की भी अब उसके झूल रहे मुम्मो को सही ढंग से पकड़ कर मज़े ले पा रहा था...
और बीच-2 में उठकर वो उसके मुम्मो को चूम भी रहा था और उन्हे चूस भी रहा था...
कुछ ही देर में मंजू ने आनंदमयी चीखो के साथ अपने झड़ने का एलान कर दिया..
''आआआआआआआअहह विक्ककीईईईईईईईईईईईईईई....... आई एम् कमिंग.................अहह''
ऐसा कहते हुए वो उसके उपर झूल सी गयी और अपना सिर उसके कंधे पर रखकर जोरों से साँसे लेने लगी.....
कुछ देर तक तो विक्की ने उसे उसी पोज़िशन में उसे नीचे से चोदा पर फिर अपना लंड निकाल कर वो फिर से बेड के किनारे खड़ा हुआ और उसे घोड़ी बना कर पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर उसकी चुदाई करने लगा...
यानी उसकी कमसिन चूत की सील....
दोनो ने एक दूसरे की आँखो में देखा और फिर एक जोरदार प्रहार करते हुए विक्की ने अपना लंड उसकी चूत में पूरा उतार दिया...
मोटा लंड उसकी चूत की सीमाओं को तोड़ता हुआ, अंदर तक जा धंसा...
''आआआआआआआआआआआहह......... विक्कककक्कीईईईईईईईईई........ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़........... मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गयी रीईईईईईईई..... अहह.... निकालो इसे......बहुत मोटा है ये तो.......दर्द हो रहा है मुझे...............''
विक्की को लगा था की शायद नेहा की तरह इसे भी ज़्यादा दर्द नही होगा,
पर वो ग़लत था, हर चूत एक जैसी नही होती, ये बात उसे आज समझ में आ गयी थी.
उसने उसे हॉंसला देते हुए, उसके होंठो को चूमा और नीचे जाकर उसके स्तनो को भी अपने मुँह में लेकर चुभलाया ....
थोड़ी देर में जब उसे लगा की अब वो शांत है तो उसने फिर से अपना लंड खींच कर अंदर डाल दिया....
कुछ झटको तक तो वो चिल्लाती रही पर कुछ ही देर बाद वो चीखे लंबी सिसकारियों में बदल गयी...
''उम्म्म्ममममममममममममममममममम.....ओह विक्कक्कीईईई......आख़िर चोद ही दिया तुमने मुझे.............आआआआअहह ........................ लव योउ विक्की................. आआआआअहहई लव योउ........''
उसके बाद तो उसने खुद ही अपनी कमर उठा -2 कर उसके लंड को पूरा अंदर लेने में कोई कसर नही छोड़ी..
और कुछ देर बाद जब वो उस पोज़िशन में थक गयी तो उसने विक्की को धक्का देकर अपनी जगह पर लिटाया और खुद उसके उपर सवार हो गयी ....
इस पोज़िशन में उसे ज़्यादा मज़ा आ रहा था....
नीचे से कुतुब मीनार की तरह खड़े लंड पर डांस करते हुए वो उसके मोटे लंड के मज़े लेने लगी...
विक्की भी अब उसके झूल रहे मुम्मो को सही ढंग से पकड़ कर मज़े ले पा रहा था...
और बीच-2 में उठकर वो उसके मुम्मो को चूम भी रहा था और उन्हे चूस भी रहा था...
कुछ ही देर में मंजू ने आनंदमयी चीखो के साथ अपने झड़ने का एलान कर दिया..
''आआआआआआआअहह विक्ककीईईईईईईईईईईईईईई....... आई एम् कमिंग.................अहह''
ऐसा कहते हुए वो उसके उपर झूल सी गयी और अपना सिर उसके कंधे पर रखकर जोरों से साँसे लेने लगी.....
कुछ देर तक तो विक्की ने उसे उसी पोज़िशन में उसे नीचे से चोदा पर फिर अपना लंड निकाल कर वो फिर से बेड के किनारे खड़ा हुआ और उसे घोड़ी बना कर पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर उसकी चुदाई करने लगा...
Thriller इंसाफ Running....बहुरुपिया शिकारी Running....
गुजारिश Running....वासना की मारी औरत की दबी हुई वासना Running....वर्दी वाला गुण्डा / वेदप्रकाश शर्मा ....
प्रीत की ख्वाहिश ....अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म ) ....
कमसिन बहन .... साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ.... द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A tell of Tilism}by rocksanna .... अनौखी दुनियाँ चूत लंड की .......क़त्ल एक हसीना का
-
- Pro Member
- Posts: 2863
- Joined: 13 Jun 2016 18:16
Re: कमसिन बहन
Thriller इंसाफ Running....बहुरुपिया शिकारी Running....
गुजारिश Running....वासना की मारी औरत की दबी हुई वासना Running....वर्दी वाला गुण्डा / वेदप्रकाश शर्मा ....
प्रीत की ख्वाहिश ....अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म ) ....
कमसिन बहन .... साँझा बिस्तर साँझा बीबियाँ.... द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A tell of Tilism}by rocksanna .... अनौखी दुनियाँ चूत लंड की .......क़त्ल एक हसीना का