इंतकाम की ज्वाला

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SID4YOU
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Re: इंतकाम की ज्वाला

Post by SID4YOU »

एक दूसरे की सांसों और आहों का का मज़ा लेते हुए हम दोनों चुदाई का खेल खेल रहे थे।

कुछ देर में मेरा और उसका रस एक साथ छुटा।

दस मिनट आराम के बाद मैंने कुसुम को लोड़ा चूसने के लिए कहा, वो ख़ुशी ख़ुशी मेरे सिकुड़े हुए लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। लण्ड दुबारा उसके मुँह में गर्म होने लगा।

मैंने भी मुँह उसकी चूत के फलकों पर लगा दिया और जीभ उसकी चूत में घुसा दी। अब हम 69 में एक दूसरे के अंगों को चूस रहे थे।

मैंने उसकी गांड में उंगली करी तो गांड चुदी हुई थी। कुछ देर बाद कुसुम को अलग करते हुए बोला- तुम्हारी गांड तो अच्छी चुदी हुई लग रही है। किस किस से चुदवा चुकी हो?

मेरे से चिपकते हुए कुसुम बोली- शादी से पहले मेरे जीजाजी अक्सर मेरी गांड चोदते थे, उन्होंने ही मेरी गांड की सील तोड़ी थी और शादी के बाद से मेरे पति मेरी गांड ही ज्यादा मारते हैं, चूत में तो जब भी उन्होंने डाला तो 10 सेकंड में झड़ गए। रमेश जी का बुड्ढा लण्ड था एक मिनट से पहले ही वो झड़ जाते थे। सच बताऊँ तो कल पहली बार आपने चूत का असली मज़ा दिया है और आज तो आपने पूरा मस्त कर दिया, पहली बार चूत की पूरी आग बुझी है। अब तक तो मुझे गांड चुदवाने मैं ही ज्यादा मज़ा आता था। आप भी एक बार मेरी गांड चोदिये न।

मैंने कुसुम को घोड़ी बनाकर लण्ड उसकी गांड में डाल दिया प्यार से कुसुम ने गांड को आगे पीछे हिला कर लण्ड पूरा अंदर ले लिया मैंने उसकी गांड चोदनी शुरू कर दी।
चुदते हुए ‘आह… बड़ा मज़ा आया… आह… और चोदो…’ की आहें भर कर वो अपनी ख़ुशी प्रकट कर रही थी।

अगर औरत चुदने का मज़ा ले तो चुदाई का आनन्द दुगना हो जाता है। मैं आगे धक्का मारता तो पीछे हटते हुए चुदने लगती।

एक आनन्द का माहौल था, काफ़ी गांड चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य कुसुम की गांड में भर दिया।

इसके बाद कुसुम मेरी बाँहों में चिपक गई और बोली- यह चूत अब आपकी है !

और उसने अपनी चूत का फ्री लाइसेंस मुझे दे दिया। आज उसको तीनों छेदों का सुख जो मिला था।

मैंने उसको बाँहों में भरकर बताया कि मुन्नी को पैसे पाने के लिए क्या क्या करना पड़ा और अगर उसे पता चल गया कि तुम चोर हो तो वो तुम्हें दो दो लण्डों से गीता भाभी के सामने चुदवाएगी।

कुसुम रोते हुए बोली- मुन्नी मेरी अच्छी सहेली है। कल बेचारी ने पति से छुप कर हज़ार के दो नोट दिए थे, बोली थी ‘अपने घर भेज देना, तेरे मम्मी पापा मुश्किल में हैं।’ आप उसे कुछ मत बताना।

कुसुम बोली- मैं पच्चीस हजार उसके डिब्बे में वापस रख दूँगी, कम से कम मुन्नी को पैसे तो मिल जाएंगे।

कहानी जारी रहेगी।
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cool_moon
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Re: इंतकाम की ज्वाला

Post by cool_moon »

बहुत ही बढ़िया अपडेट..
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SID4YOU
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Joined: 29 Dec 2018 04:09

Re: इंतकाम की ज्वाला

Post by SID4YOU »

😥 😆
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