शानदार अपडेट।
जारी रखे, आगे की प्रतीक्षा में
भाभी का बदला
- xyz
- Expert Member
- Posts: 3886
- Joined: 17 Feb 2015 17:18
Re: भाभी का बदला
nice update
Friends Read my all stories
(मैं और मेरा परिवार Running )........
(रेशमा - मेरी पड़ोसन complete).....(मेरी मस्तानी समधन complete)......
(भूत प्रेतों की कहानियाँ complete)....... (इंसाफ कुदरत का complete).... (हरामी बेटा compleet )-.....(माया ने लगाया चस्का complete). (Incest-मेरे पति और मेरी ननद complete ).
(मैं और मेरा परिवार Running )........
(रेशमा - मेरी पड़ोसन complete).....(मेरी मस्तानी समधन complete)......
(भूत प्रेतों की कहानियाँ complete)....... (इंसाफ कुदरत का complete).... (हरामी बेटा compleet )-.....(माया ने लगाया चस्का complete). (Incest-मेरे पति और मेरी ननद complete ).
- rajsharma
- Super member
- Posts: 15829
- Joined: 10 Oct 2014 07:07
Re: भाभी का बदला
धन्यवाद दोस्तो
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
- rajsharma
- Super member
- Posts: 15829
- Joined: 10 Oct 2014 07:07
Re: भाभी का बदला
भाभी अब थोड़ा सा डर गई और बोली-“पायल यार, वो केवल मेरा दोस्त है और बस केवल मिलने को आया था…”
पर मैंने जोर देकर पूछा -“फिर जब मैं आई तो आपके रूम में आपकी बेड के चादर में इतनी सलवटें कैसे? और आपने चादर क्यों बदली? और आपके रूम से कैसी महक आ रही थी?”
तो भाभी और डर गई।
मैं बोली-“देखो भाभी, मुझे तो शक है की कहीं आपका और उस लड़के का कोई चक्कर तो नहीं है?”
मेरा इतना कहना की भाभी ने मेरे मुँह पर एक जोरदार चांटा मारा और बोली-ये क्या बकवास कर रही है तू ?
मैं बोली-“तो आने दो मम्मी को, शाम को सब बता दूँगी की दिन में भाभी किसी लड़के से मिलती है…”
उसके बाद मेरे और रजनी भाभी के बीच जो हुआ बहुत ही गुस्से वाला था। पर मेरी रंडी रजनी भाभी ने मुझे मुझे लड़की होने का एहसास करा दिया था। और मेरी चूत की आग को भड़का दिया। उस दिन जो हुआ मैं यहां खुलकर ब्यान कर रही हूँ ।
फिर रजनी भाभी ने मुझे एक और जोर से चांटा मारा और मुझे बेड पर धक्का दिया और मेरी तरफ गुस्से से देखने लगी।
मैं-“साली मुझे मारती है तू ? आने दे मोम को और भाई को सब बता दूँगी , मैं तेरी सारी कहानी बताउंगी और तुझे सबक सिखाउंगी…”
रजनी भाभी बोली-“बता देने अपनी मम्मी को और अपने भाई को और क्या बतायेगी तू की मैं किसी लड़के से मिलती हूँ ?”
मैं बोली-“आज तेरी सारी हरकतें मम्मी को बता दूँगी , और अभी भाई के पास काल भी करूंगी और तेरी सारी बात बताउंगी…”
भाभी-“हाँ, जा बता दे साली रंडी… पर मैं उससे पहले तुझे आज ऐसा मजा दूँगी कि तू याद रखेगी मुझे हमेशा…”
मैं डर गई-“क्या करेगी मेरे साथ तू ? रंडी साली कुतिया है तू चुदक्कड़ मेरे घर में रंडी है तू …”
रजनी भाभी बोली-“हाँ साली बोल ले जितना बोलना है आज तू । तेरी माँ को और तुझे अपने यार से नहीं चुदवाया तो तो मेरा नाम भी रजनी नहीं…”
मैं अब पूरे गुस्से में थी और रजनी भाभी से लड़ने लगी-“साली तूने मेरे घर को गंदा किया है, तुझे आज बदनाम कर दूँगी …”
रजनी भाभी बोली-“साली कुतिया हिजड़े की बहन है तू … तू मुझे बदनाम करेगी साली? और मैं रंडी हूँ तो तेरी माँ क्या है? और तू क्या है?”
पायल-मेरी माँ को गाली मत दे।
फिर मुझे मेरी भाभी ने मुझे बेड पर ही पकड़ लिया और मेरे ऊपर बैठ गई।
मैं बोली-हटो मेरे ऊपर से नहीं तो अच्छा नहीं होगा?
रजनी भाभी बोली-चुप साली, मेरी ननद रानी आज तुझे बताती हूँ की चूत में जब आग लगती है तो कैसा लगता है?
और मैं उसका विरोध करने लगी। पर मेरी भाभी पूरी पागल हो चुकी थी और बहुत तेज गुस्से में थी।
मैं बोली-हटो मेरे ऊपर से और मैं धक्का देने लगी।
पर भाभी ने मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए। उस समय मैं बस एक टी-शर्ट और छोटी स्कर्ट में थी। मैंने नीचे से ब्रा नहीं पहनी थी, क्योंकी घर में मैं ब्रा नहीं इश्तेमाल करती हूँ ।
रजनी भाभी-साली कुतिया, आज तेरे जैसी रंडी ननद के साथ मजा करने में मजा आएगा। साली बहुत घमंड है ना तुझे अपनी माँ पर, और खुद पर।
मैं लगातरह उसका विरोध कर रही थी। उसके बाद भाभी को नहीं पकड़ पा रही थी।
भाभी का गुस्सा बहुत तेज था। उसने मेरे हाथ छोड़े और मेरे गाल पर 3-4 चांटे मारे, जिसके कारण मैं रो पड़ी और आूँस आ गये। मैं बोली भाभी-“प्लीज़… मुझे छोड़ दो…”
पर भाभी तो बहुत गुस्से में थी, बोली-“साली आज तुझे नहीं छोड़ूँगी , तेरे भाई का बदला तेरे से लूँगी । तूने मुझे रंडी बोला है तो आज इस रंडी को भी देख ले…” और भाभी ने मेरी 32” साइज की चुची को जोर से दबा दिया।
और मैं जोर से चीख पड़ी। मैं भाभी के नीचे थी। फिर मैं भाभी से छूटने की कोशिस करने लगी।
तभी भाभी बोली-“साली तेरी चुची तो बहुत टाइट है, कुतिया आज तुझे बताती हूँ की रंडी क्या होती है?” और भाभी ने मेरे बाल पकड़े और मेरे होंठों को मुँह में लेकर चूस ने लगी, और एक हाथ से मेरी चुची को मसलने लगी…”
मैं छटपटाने लगी। भाभी के मुँह से वाइन की महक आ रही थी। भाभी 5 मिनट तक मेरे होंठों को चूस ती रही और मैं नीचे बस हाथ पैर चलाती रही और रोती रही। फिर भाभी ने मुझे छोड़ दिया और खड़ी होकर अपने रूम को लाक कर लिया अंदर से। और बोली-“साली, अब कहां भागेगी त ? आज तेरी जवानी का रस मैं पीउँगी…” और मुझे गुस्से से देखने लगी,
उनकी आँखों में वासना थी और मैं सोच भी नहीं सकती थी की भाभी मेरे साथ इतना सब कुछूकर सकती है? उसके बाद भाभी ने अपना मोबाइल लिया, और मुझसे बोली-“साली रंडी, तू जिस माँ की धमकी दे रही है ना, उसको बोल देना आज, पर उससे पहले मैं तुझे रंडी बना दूँगी । साली कुतिया, हराम की औलाद है तू , तेरी माँ भी रंडी है, और तू भी बनेगी…” अब वो मुझे और मेरी माँ को गालियाँ दे रही थी।
मैं अभी बेड पर पड़ी हुई आूँस बहा रही थी, क्योंकी आज मेरी चुची को पहली बार किसी ने दबाया था। फिर भाभी खड़ी हुई तो मैं बोली-“भाभी प्लीज़… मुझे छोड़ दो, मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगी । मुझे माफ़ कर दो…”
पर भाभी नहीं मानी और बोली-“चुप साली, तेरे जैसी ननद को मैं कैसे छोड़ दूं ? आज तुझे लड़की होने का सुख मिलेगा और बोल देना तेरी रंडी माँ को…” कहकर भाभी बेड पर गई और मेरी दोनों टांगों को पकड़ लिया और मुझे अपनी तरफ खींचा।
मैं उनके आगे हाथ जोड़ने लगी-“प्लीज़ भाभी, छोड़ दो मुझे। मैं तुम्हारी बहन जैसी हूँ प्लीज़…”
पर मैंने जोर देकर पूछा -“फिर जब मैं आई तो आपके रूम में आपकी बेड के चादर में इतनी सलवटें कैसे? और आपने चादर क्यों बदली? और आपके रूम से कैसी महक आ रही थी?”
तो भाभी और डर गई।
मैं बोली-“देखो भाभी, मुझे तो शक है की कहीं आपका और उस लड़के का कोई चक्कर तो नहीं है?”
मेरा इतना कहना की भाभी ने मेरे मुँह पर एक जोरदार चांटा मारा और बोली-ये क्या बकवास कर रही है तू ?
मैं बोली-“तो आने दो मम्मी को, शाम को सब बता दूँगी की दिन में भाभी किसी लड़के से मिलती है…”
उसके बाद मेरे और रजनी भाभी के बीच जो हुआ बहुत ही गुस्से वाला था। पर मेरी रंडी रजनी भाभी ने मुझे मुझे लड़की होने का एहसास करा दिया था। और मेरी चूत की आग को भड़का दिया। उस दिन जो हुआ मैं यहां खुलकर ब्यान कर रही हूँ ।
फिर रजनी भाभी ने मुझे एक और जोर से चांटा मारा और मुझे बेड पर धक्का दिया और मेरी तरफ गुस्से से देखने लगी।
मैं-“साली मुझे मारती है तू ? आने दे मोम को और भाई को सब बता दूँगी , मैं तेरी सारी कहानी बताउंगी और तुझे सबक सिखाउंगी…”
रजनी भाभी बोली-“बता देने अपनी मम्मी को और अपने भाई को और क्या बतायेगी तू की मैं किसी लड़के से मिलती हूँ ?”
मैं बोली-“आज तेरी सारी हरकतें मम्मी को बता दूँगी , और अभी भाई के पास काल भी करूंगी और तेरी सारी बात बताउंगी…”
भाभी-“हाँ, जा बता दे साली रंडी… पर मैं उससे पहले तुझे आज ऐसा मजा दूँगी कि तू याद रखेगी मुझे हमेशा…”
मैं डर गई-“क्या करेगी मेरे साथ तू ? रंडी साली कुतिया है तू चुदक्कड़ मेरे घर में रंडी है तू …”
रजनी भाभी बोली-“हाँ साली बोल ले जितना बोलना है आज तू । तेरी माँ को और तुझे अपने यार से नहीं चुदवाया तो तो मेरा नाम भी रजनी नहीं…”
मैं अब पूरे गुस्से में थी और रजनी भाभी से लड़ने लगी-“साली तूने मेरे घर को गंदा किया है, तुझे आज बदनाम कर दूँगी …”
रजनी भाभी बोली-“साली कुतिया हिजड़े की बहन है तू … तू मुझे बदनाम करेगी साली? और मैं रंडी हूँ तो तेरी माँ क्या है? और तू क्या है?”
पायल-मेरी माँ को गाली मत दे।
फिर मुझे मेरी भाभी ने मुझे बेड पर ही पकड़ लिया और मेरे ऊपर बैठ गई।
मैं बोली-हटो मेरे ऊपर से नहीं तो अच्छा नहीं होगा?
रजनी भाभी बोली-चुप साली, मेरी ननद रानी आज तुझे बताती हूँ की चूत में जब आग लगती है तो कैसा लगता है?
और मैं उसका विरोध करने लगी। पर मेरी भाभी पूरी पागल हो चुकी थी और बहुत तेज गुस्से में थी।
मैं बोली-हटो मेरे ऊपर से और मैं धक्का देने लगी।
पर भाभी ने मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए। उस समय मैं बस एक टी-शर्ट और छोटी स्कर्ट में थी। मैंने नीचे से ब्रा नहीं पहनी थी, क्योंकी घर में मैं ब्रा नहीं इश्तेमाल करती हूँ ।
रजनी भाभी-साली कुतिया, आज तेरे जैसी रंडी ननद के साथ मजा करने में मजा आएगा। साली बहुत घमंड है ना तुझे अपनी माँ पर, और खुद पर।
मैं लगातरह उसका विरोध कर रही थी। उसके बाद भाभी को नहीं पकड़ पा रही थी।
भाभी का गुस्सा बहुत तेज था। उसने मेरे हाथ छोड़े और मेरे गाल पर 3-4 चांटे मारे, जिसके कारण मैं रो पड़ी और आूँस आ गये। मैं बोली भाभी-“प्लीज़… मुझे छोड़ दो…”
पर भाभी तो बहुत गुस्से में थी, बोली-“साली आज तुझे नहीं छोड़ूँगी , तेरे भाई का बदला तेरे से लूँगी । तूने मुझे रंडी बोला है तो आज इस रंडी को भी देख ले…” और भाभी ने मेरी 32” साइज की चुची को जोर से दबा दिया।
और मैं जोर से चीख पड़ी। मैं भाभी के नीचे थी। फिर मैं भाभी से छूटने की कोशिस करने लगी।
तभी भाभी बोली-“साली तेरी चुची तो बहुत टाइट है, कुतिया आज तुझे बताती हूँ की रंडी क्या होती है?” और भाभी ने मेरे बाल पकड़े और मेरे होंठों को मुँह में लेकर चूस ने लगी, और एक हाथ से मेरी चुची को मसलने लगी…”
मैं छटपटाने लगी। भाभी के मुँह से वाइन की महक आ रही थी। भाभी 5 मिनट तक मेरे होंठों को चूस ती रही और मैं नीचे बस हाथ पैर चलाती रही और रोती रही। फिर भाभी ने मुझे छोड़ दिया और खड़ी होकर अपने रूम को लाक कर लिया अंदर से। और बोली-“साली, अब कहां भागेगी त ? आज तेरी जवानी का रस मैं पीउँगी…” और मुझे गुस्से से देखने लगी,
उनकी आँखों में वासना थी और मैं सोच भी नहीं सकती थी की भाभी मेरे साथ इतना सब कुछूकर सकती है? उसके बाद भाभी ने अपना मोबाइल लिया, और मुझसे बोली-“साली रंडी, तू जिस माँ की धमकी दे रही है ना, उसको बोल देना आज, पर उससे पहले मैं तुझे रंडी बना दूँगी । साली कुतिया, हराम की औलाद है तू , तेरी माँ भी रंडी है, और तू भी बनेगी…” अब वो मुझे और मेरी माँ को गालियाँ दे रही थी।
मैं अभी बेड पर पड़ी हुई आूँस बहा रही थी, क्योंकी आज मेरी चुची को पहली बार किसी ने दबाया था। फिर भाभी खड़ी हुई तो मैं बोली-“भाभी प्लीज़… मुझे छोड़ दो, मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगी । मुझे माफ़ कर दो…”
पर भाभी नहीं मानी और बोली-“चुप साली, तेरे जैसी ननद को मैं कैसे छोड़ दूं ? आज तुझे लड़की होने का सुख मिलेगा और बोल देना तेरी रंडी माँ को…” कहकर भाभी बेड पर गई और मेरी दोनों टांगों को पकड़ लिया और मुझे अपनी तरफ खींचा।
मैं उनके आगे हाथ जोड़ने लगी-“प्लीज़ भाभी, छोड़ दो मुझे। मैं तुम्हारी बहन जैसी हूँ प्लीज़…”
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
- rajsharma
- Super member
- Posts: 15829
- Joined: 10 Oct 2014 07:07
Re: भाभी का बदला
मैं बार-बार रजनी भाभी के आगे हाथ जोड़ रही थी। पर रजनी भाभी खड़ी-खड़ी हँस रही थी और गुस्से में मुझे देख रही थी। उसके बाद भाभी मेरे पास आई और मेरे बाल पकड़कर मुझसे बोली-“मेरी ननद रानी, आज तो तुझे रंडी बना दूँगी …” और मुझे किस करने लगी।
मैं बेड पर पड़ी थी और भाभी नीचे खड़ी थी। वो बस एक नाइट में थी और उसके बाद भाभी ने मुझे छोड़ दिया। अब मेरा बिल्कुल भी साहस भी नहीं था की मैं कुछ बोलूं , क्योंकी भाभी पूरी तरह से मुझ पर हावी थी, और मुझे एक नोकर के जैसे ट्रीट कर रही थी, जैसे वो मालकिन और मैं उसकी कुतिया होऊूँ। भाभी को मुझ पर कोई रहम नहीं आ रहा था। बस वो तो आज मुझे रंडी बनाने पर तुली हुई थी। उसके बाद भाभी ने अपनी अलमारी खोली और उसमें से दुपट्टा निकाला और बेड पर आ गई और मेरे ऊपर साइड से मेरे पेट पर बैठ गई।
मैं कुछ समझती उससे पहले ही भाभी ने मेरे दोनों हाथ को सीधा करके बांध दिया और नीचे बेड के किनारे से बांध दिया। अब मैं भाभी के चंगुल में पूरी तरह से फँस चुकी थी। मैं भाभी को कुछ नहीं बोल रही थी पर वो पूरी तरह से पागल हो चुकी थी और मैं बस चुपचाप लेटी रही।
उसके बाद भाभी ने मुझे छोड़ दिया और फिर खड़ी होकर भाभी गई और अलमारी खोली और ड्रिंक की बोतल निकालकर ड्रिंक करने लगी। भाभी मुझसे बोली-“साली रंडी, पियेगी क्या?”
मैं कुछ नहीं बोली।
भाभी मेरे पास आई और जोर से मेरी चुची को मसला तो मैं चीखी-“औउह्ह… भाभी प्लीज़्ज़… छोड़ दो…”
भाभी बस मुश्कुरा रही थी और बोली-रंडी पियेगी क्या?
मैं बोली-नहीं, गंदी है ये…” और मैंने मुँह फेर लिया।
फिर भाभी एक गिलास में डालकर लाई और मेरे ऊपर बैठ गई, मेरे बाल पकड़े और अपनी तरफ खींचा और जबरदस्ती मुझे पिलाने लगी। मैं नहीं मानी। तो उसने मेरे बाल छोड़ दिए और और मेरी टाप के अंदर हाथ डाला, और चुची को मसलने लगी जोरो से।
मुझे बहुत तेज दर्द हुआ मैं चिल्लाई-“भाभी प्लीज़्ज़ छोड़ दो मुझे, हाथ जोड़ती हूँ । माँ बचाओ मुझे इससे…”
भाभी बोली-“साली मेरी हर बात मान जा तो मज़ा आएगा, नहीं तो ऐसे ही चीखेगी कुतिया के जैसे। बोल पियेगी जो पिलाउंगी?”
मैं दर्द से मरती क्या नहीं करती। मैंने हाँ किया।
तो भाभी ने मुझे सिर पकड़कर उठाया और मेरे मुँह से गिलास लगाया और ड्रिंक पिला दी। बड़ी कड़वी लगी, मुझे उल्टी सी आने लगी, पर मजबूरी में पी गई। फिर भाभी ने पटक दिया बेड पर भाभी ने गिलास साइड में रख दिया और मेरे ऊपर लेट गई और धीरे-धीरे मुझे किस करने लगी।
मैं बोली-भाभी, प्लीज़ छोड़ दो मुझे।
वो बोली-“साली हरामन रंडी, मेरी नोकरानी है त । आज जो मेरे मन में होगा वो करूंगी, और मैं तेरी भाभी नहीं, मैं तो आज मालकिन हूँ , समझी? और ऐसे ही एक दिन तेरी माँ को भी अपनी नोकरानी बनाउंगी। साली बहुत सज-धज के जाती है कुतिया आफिस…”
मैं बोली-“भाभी प्लीज़ मेरी माँ पर रहम करो, उसे गाली मत दो। वो बहुत अच्छी है…”
भाभी बोली-“साली त कुछ नहीं जानती तेरी माँ के बारे में, पूरी रंडी है वो। चुदवाती है हरामन दूसरों से…”
मैं बोली-“भाभी, आप ये क्या बोल रही हो?”
भाभी बोली-“रुक साली, मुझे पता है त कुतिया विश्वास नहीं करेगी?” और खड़ी होकर अपना मोबाइल लाती है और मुझे दिखाती है।
मैं देखना नहीं चाहती थी की क्या दिखा रही है?
उसके बाद रजनी भाभी ने मुझे दिखाया और बोली-“देख रंडी तेरी माँ को, कैसे लण्ड चूस रही है…”
उसने मुझे कुछ ऐसे पिक दिखाए जो बहुत गंदे थे। उसमें मेरी माँ मेरे पड़ोस में रहने वाले अंकल, जिनका नाम विजय था, का लण्ड चूस रही है। मैंने देखते ही अपनी आँखे शर्म से बंद कर ली।
तो भाभी बोली-अब बोल रंडी साली, तेरी माँ रंडी है या मैं?
मैं अब बिल्कुल होश में नहीं थी और शर्म के मारे कुछ बोल नहीं पा रही थी। मुझे बहुत शर्म आ रही थी। मैं बोली-“भाभी, ये फेक पिक भी हो सकती है?”
भाभी बोली-“रंडी और देख त …” फिर उसने मुझे एक वीडियो दिखाना शुरू किया।
जिसमें रागिनी विजय अंकल का लण्ड ले रही थी। विजय अंकल एक नामी हस्ती थे और मेरे पापा के अच्छे दोस्त भी हैं कई बार घर आते हैं। उनका खुद का बिजनेस है, उनकी वाईफ और बच्चे यहां नहीं रहते हैं, वो किसी और शहर में रहते हैं। विजय अंकल का लण्ड मेरे पापा के लण्ड जैसा 7 इंच का था और मोटा भी था। मेरी माँ उस वीडियो में खूब चुदवा रही है, और विजय अंकल भी खूब चोदू रहे हैं।
मैं बेड पर पड़ी थी और भाभी नीचे खड़ी थी। वो बस एक नाइट में थी और उसके बाद भाभी ने मुझे छोड़ दिया। अब मेरा बिल्कुल भी साहस भी नहीं था की मैं कुछ बोलूं , क्योंकी भाभी पूरी तरह से मुझ पर हावी थी, और मुझे एक नोकर के जैसे ट्रीट कर रही थी, जैसे वो मालकिन और मैं उसकी कुतिया होऊूँ। भाभी को मुझ पर कोई रहम नहीं आ रहा था। बस वो तो आज मुझे रंडी बनाने पर तुली हुई थी। उसके बाद भाभी ने अपनी अलमारी खोली और उसमें से दुपट्टा निकाला और बेड पर आ गई और मेरे ऊपर साइड से मेरे पेट पर बैठ गई।
मैं कुछ समझती उससे पहले ही भाभी ने मेरे दोनों हाथ को सीधा करके बांध दिया और नीचे बेड के किनारे से बांध दिया। अब मैं भाभी के चंगुल में पूरी तरह से फँस चुकी थी। मैं भाभी को कुछ नहीं बोल रही थी पर वो पूरी तरह से पागल हो चुकी थी और मैं बस चुपचाप लेटी रही।
उसके बाद भाभी ने मुझे छोड़ दिया और फिर खड़ी होकर भाभी गई और अलमारी खोली और ड्रिंक की बोतल निकालकर ड्रिंक करने लगी। भाभी मुझसे बोली-“साली रंडी, पियेगी क्या?”
मैं कुछ नहीं बोली।
भाभी मेरे पास आई और जोर से मेरी चुची को मसला तो मैं चीखी-“औउह्ह… भाभी प्लीज़्ज़… छोड़ दो…”
भाभी बस मुश्कुरा रही थी और बोली-रंडी पियेगी क्या?
मैं बोली-नहीं, गंदी है ये…” और मैंने मुँह फेर लिया।
फिर भाभी एक गिलास में डालकर लाई और मेरे ऊपर बैठ गई, मेरे बाल पकड़े और अपनी तरफ खींचा और जबरदस्ती मुझे पिलाने लगी। मैं नहीं मानी। तो उसने मेरे बाल छोड़ दिए और और मेरी टाप के अंदर हाथ डाला, और चुची को मसलने लगी जोरो से।
मुझे बहुत तेज दर्द हुआ मैं चिल्लाई-“भाभी प्लीज़्ज़ छोड़ दो मुझे, हाथ जोड़ती हूँ । माँ बचाओ मुझे इससे…”
भाभी बोली-“साली मेरी हर बात मान जा तो मज़ा आएगा, नहीं तो ऐसे ही चीखेगी कुतिया के जैसे। बोल पियेगी जो पिलाउंगी?”
मैं दर्द से मरती क्या नहीं करती। मैंने हाँ किया।
तो भाभी ने मुझे सिर पकड़कर उठाया और मेरे मुँह से गिलास लगाया और ड्रिंक पिला दी। बड़ी कड़वी लगी, मुझे उल्टी सी आने लगी, पर मजबूरी में पी गई। फिर भाभी ने पटक दिया बेड पर भाभी ने गिलास साइड में रख दिया और मेरे ऊपर लेट गई और धीरे-धीरे मुझे किस करने लगी।
मैं बोली-भाभी, प्लीज़ छोड़ दो मुझे।
वो बोली-“साली हरामन रंडी, मेरी नोकरानी है त । आज जो मेरे मन में होगा वो करूंगी, और मैं तेरी भाभी नहीं, मैं तो आज मालकिन हूँ , समझी? और ऐसे ही एक दिन तेरी माँ को भी अपनी नोकरानी बनाउंगी। साली बहुत सज-धज के जाती है कुतिया आफिस…”
मैं बोली-“भाभी प्लीज़ मेरी माँ पर रहम करो, उसे गाली मत दो। वो बहुत अच्छी है…”
भाभी बोली-“साली त कुछ नहीं जानती तेरी माँ के बारे में, पूरी रंडी है वो। चुदवाती है हरामन दूसरों से…”
मैं बोली-“भाभी, आप ये क्या बोल रही हो?”
भाभी बोली-“रुक साली, मुझे पता है त कुतिया विश्वास नहीं करेगी?” और खड़ी होकर अपना मोबाइल लाती है और मुझे दिखाती है।
मैं देखना नहीं चाहती थी की क्या दिखा रही है?
उसके बाद रजनी भाभी ने मुझे दिखाया और बोली-“देख रंडी तेरी माँ को, कैसे लण्ड चूस रही है…”
उसने मुझे कुछ ऐसे पिक दिखाए जो बहुत गंदे थे। उसमें मेरी माँ मेरे पड़ोस में रहने वाले अंकल, जिनका नाम विजय था, का लण्ड चूस रही है। मैंने देखते ही अपनी आँखे शर्म से बंद कर ली।
तो भाभी बोली-अब बोल रंडी साली, तेरी माँ रंडी है या मैं?
मैं अब बिल्कुल होश में नहीं थी और शर्म के मारे कुछ बोल नहीं पा रही थी। मुझे बहुत शर्म आ रही थी। मैं बोली-“भाभी, ये फेक पिक भी हो सकती है?”
भाभी बोली-“रंडी और देख त …” फिर उसने मुझे एक वीडियो दिखाना शुरू किया।
जिसमें रागिनी विजय अंकल का लण्ड ले रही थी। विजय अंकल एक नामी हस्ती थे और मेरे पापा के अच्छे दोस्त भी हैं कई बार घर आते हैं। उनका खुद का बिजनेस है, उनकी वाईफ और बच्चे यहां नहीं रहते हैं, वो किसी और शहर में रहते हैं। विजय अंकल का लण्ड मेरे पापा के लण्ड जैसा 7 इंच का था और मोटा भी था। मेरी माँ उस वीडियो में खूब चुदवा रही है, और विजय अंकल भी खूब चोदू रहे हैं।
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma