चरित्रहीन - थोडी सी बेवफाई... अपडेट 4
मैं कुछ रचनात्मक सोचने की स्थिति में नहीं हूं. लेकिन एक ही मकसद है, बहुत स्पष्ट, मैं बदला लूंगा, पहले मेरी पत्नी से, फिर उस हरामी राज से,दिन गुजर रहे हैं. मैं एक मौके की प्रतीक्षा कर रहा हूं, हमेशा कुछ प्लान बनाने की कोशिश कर रहा हूं कि कैसे बदला लू एक रविवार की सुबह मेरी पत्नी की सबसे अच्छी दोस्त नीलम हमें मिलने के लिए आई क्योंकि उसके पति एक बिजनेस ट्रिप के लिये गये है. मैंने उसका स्वागत किया. नीलम हमारे ड्राइंग रूम में एक सोफे पर बैठी थी वह 30 साल के मध्य की बहुत सुंदर और आकर्षक औरत है. वह शादीशुदा है और उसे एक बेटी है.
![Image](https://i.imgur.com/uAULb1h.jpg)
पहले तुम्हे इसके बारे में बताते हैं. उसकी ऊंचाई 5'5 है ". 40-.28-38 एक परिपूर्ण एमईएलएफ है उसके शरीर का सबसे आकर्षक हिस्सा उसके होंठ और स्तन है, कोई भी पागल हो सकता है, बस उसके स्तन को छूने के लिए, और उसके होंठ पर चुंबन करने के लिये. मैं उसके साथ बैठ कर उससे बातें कर रहा हु और आंखों के कोने से उसके शरीर का पूरा नाप भी ले रहा हु मैं उसकी क्लीवेज की दरार को देख रहा हूं, और उसका नेवल बहुत ही सेक्सी दिख रहा है आखिर उसने मेरी नजर को नोटिस किया और उसने उसे अपनी साड़ी के साथ ठीक से ढंक लिया है
लेकिन मैं उसके सेक्सी शरीर को बेशर्मो की तरह सिर से लेकर पैर तक ताड रहा हु. अचानक मेरी पत्नी किचन से बाहर आकर उसे अपने साथ अंदर लेकर गयी जब वह अंदर जा रही थी मैं उसके चूतड़ को मस्त हिलते हुये देखता रहा वॉव क्या गांड़ थी उसकी लाजवाब अचानक एक प्लान मेरे दिमाग मे कौंध गया मैंने उस दिन नीलम को अपने ऊपर और कोई भी संदेह नही होने दिया उस दिन. हम अच्छे दोस्त की तरह बातचीत करते रहे. हम तीनो ने साथ बैठकर बातचीत करते हुये रविवार का आनंद लिया नीलम को जरा भी संदेह नही हुआ कि मेरे दिमाग मे क्या चल रहा है
उस दिन की शाम नीलम वापस अपने घर गयी. मैं अपनी योजना को चालू करणा चाहता हूँ योजना का पहला हिस्सा है, नीलम को सिड्यूस करके उसके साथ सेक्स करना. योजना के अनुसार मैं तैयार हूं और कार्रवाई के लिए तैयार हूं. अब मैंने एक टूर के लिए प्लान बनाया. औरअब अपनी टूर में नीलम को जोड़ना होगा. और मैंने अपनी बीवी से बातचीत करके उसे नीलम और उसकी फॅमिली को साथ ले चलने के लिये मना लिया आखिर वह दिन आ गया जब हम हमारे हॉलिडे पे निकल पड़े मैं मेरी बीवी मंजु नीलम, और उसका पति अजीत, सभी बहुत खुश है कि अगले दस दिन हम बहुत अच्छा समय बिताने वाले है टिकट और होटल की व्यवस्था मैने पहले ही कि थी सबने मुझे थैंक्स कहा सब बहुत खुश हैं, लेकिन मैं जानता हूं इस टूर मे क्या होने वाला है मैं नीलम को सिड्यूस करके अपने बेड पर ला कर चोदने वाला था
मैं सही वक्त और सिचुएशन की राह देख रहा था हम अपने होटल पहुंच गये मैंने दो कॉटेज बुक किये थे एक दूसरे से सटकर एक हमारे लिए और एक नीलम और अजीत के साथ लंच करने के बाद हम अपने अपने कॉटेज में चले गये
मंजु बहुत हैरान थी कि इतने अच्छे वातावरण में भी मैने उसे सेक्स के लिये नही कहा क्यों कि जब भी हम कही ट्रिप पे जाते थे तो मैं अपना पूरा वक्त उसे प्यार करता था किंतु अब वह् बार बार मुझे हिंट दे रही है पर मैं उसमे कोई दिलचस्पी नही ले रहा था. जबसे वह राज के साथ है यह मुझे पता चला था तबसे ही मैने उस हाथ भी नही लगाया था सेक्स तो बहुत दूर की बात है और शायद टेन्शन की वजह से मंजू भी नोटीस नही कर पाई थी वरणा हफ्ते मे चार दिन तो हम जोरदार सेक्स करते ही थे.
शाम को हम चारों एक अच्छी सैर के लिए गए. जब हम वापस लौटते हैं तो हम अपने कॉटेज के सामने बैठते गये. हम ड्रिंक लेने लगे. और अच्छी शाम का आनंद लेने लगे.
मैं अपने साथ नींद की गोली और सेक्स की गोली ले गया था. मैं अजीत और मंजु के ग्लास में चुपके से दो दो नींद की गोलियां मिला दी ताकि वे सुबह से पहले न उठें. और नीलम के पेय में दो सेक्स पिल्स मिला दी. वे कुछ भी नहीं जान पाये. कुछ समय बाद लगभग 10 बजे अजीत और मंजु को नींद आने लगी. इसलिए हम अपने-अपने कमरे में चले गए.
लगभग 11बजे मैं नीलम को गुड नाइट मैसेज सेंड कर देता हूं और उसके उत्तर की प्रतीक्षा करता हूं, क्योंकि मुझे पहले से पता है कि दवा अपना प्रभाव दिखा रही है, और वह अब तक नही सोई है.
कुछ मिनट बाद मुझे नीलम से एक रिप्लाय मिला.
नीलम: क्या तुम सो रहे हैं?
सतीश: नही मुझे नींद नही आ रही..
नीलम: मुझे भी नींद नहीं आ रही है.
सतीश: फिर आते है बरामदे में, हम कुछ “टाइम पास”करते है
नीलम: ठीक है….. मैं आ रही हूँ….
मुझे खुशी है कि मेरी योजना काम कर रही है. मैं दो ग्लास और स्कॉच की बोतल ले कर बरामदे की ओर चल पड़ा.
नीलम: हाय
सतीश: प्लीज सीट. कुछ पी लो.
नीलम ने झिझकते हुए गिलास लिया और मेरे साथ पीने लगी.
नीलम: अच्छा बताओ सतीश, अभी भी तुम क्यों जाग रहे हो.
सतीश: यह मौसम सोने के लिए नहीं है..
नीलम: फिर…
सतीश: किसी को बहुत करीब लाने का है, ..बहुत करीब
और सीधे उसकी तरफ देखा. वह दवा के कारण पहले से ही उत्तेजित थी, हम एक-दूसरे को तेज नज़र से देख रहे हैं. मैं उसकी आंखे और चेहरा पढ़ने की कोशिश कर रहा हूं. क्योंकि वह बहुत संस्कारी है, और किसी भी दूसरे को उसके साथ छेड़खानी करने की अनुमति नहीं देती है. इसलिए अगर मैंने कुछ भी गलत किया तो मेरी योजना फेल हो जाएगी. मुझे यह बहुत धीरे-धीरे करना होगा अन्यथा मैं फेल हो जाऊंगा.
नीलम: ओके ओके मैं समझती हूँ, फिर तुमने अपनी पत्नी को क्यों सोने दिया.
सतीश: तुमने भी तो अपने पति को सोने की अनुमति दी हैं, अब तुम खुद को अकेला महसूस मत करो.
नीलम: अकेली कहा मैं तो तुम्हारे साथ बैठी हूँ.
सतीश: मेरे साथ बैठना और अपने साथी के साथ बैठना एक ही बात नहीं है. तुम अपने पति के साथ जो चाहें कर सकते हैं. लेकिन मेरे साथ ऐसा संभव नहीं है.
नीलम मुझे बहुत दुखी होकर देख रही थी. मुझे पता है कि दवाई अपना असर दिखा रही है और नीलम को अब अच्छी चुदाई की जरूरत है. मैंने मौका लिया और उसे अपने साथ गार्डन एरिया में आने का अनुरोध किया. क्योंकि उसे मुझसे पहले खुलने के लिए कुछ अंधेरा चाहिए.
नीलम ने सिर हिलाया और मेरे साथ बगीचे की ओर जाने लगी. उसके बाद हम बगीचे में एक बेंच पर बैठे. मैं उसका चेहरा देखने लगता हूं. उसकी खूबसूरत आँखें, खूबसूरत होंठ मुझे आकर्षित करते थे.
मैंने नीलम से पूछा, "नीलम क्या मैं तुम्हें कुछ बता सकता हूँ?"
नीलम: हाँ
सतीश: "नीलम, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मुझे लगता है कि मैं तुम्हे प्यार करता हूँ और मैं हर समय तुम्हारे बारे में सोचता रहता हूँ". तुम कितनी सुन्दर हो.
वह यह सुनकर वास्तव में हैरान रह गई और कुछ इस तरह कहने लगे कि "सतीश देखो, मैं उस भावनाओं की सराहना करती हूं लेकिन यह हमारे लिए अच्छा नहीं है. तुम्हे अपनी पत्नी को धोखा नहीं देना चाहिए और मैं भी अपने पति को धोखा नहीं दे सकती. इसलिए तुम को खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए. घर पर इतनी सुंदर पत्नी है तो कृपया उसकी देखभाल करो ”
लेकिन मैंने कहा "मैं मानता हूं कि मेरी पत्नी बहुत सुंदर है... लेकिन मुझे तुम उससे ज्यादा सेक्सी लगती हो. मैं तुम्हारी तरफ बहुत ज्यादा आकर्षित हूं और मुझे यह भी पता है तुम भी मुझे पसंद करती हो. मुझे खुलकर बताओ कि तुम मुझे पसंद करती हो या नहीं ?? तुम मेरे जैसा नहीं सोचती हो तो मैं तुमसे दोबारा नहीं पूछूंगा. मैं तुम्हें अपना चेहरा फिर से नहीं दिखाऊंगा. "
मुझे लगा कि मेरा नाटक काम कर रहा है.
वह दुविधा में थी कि क्या जवाब दें.
वह मेरी भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थी, इसलिए उसने कहा "देखो सतीश, मैं निश्चित रूप से तुम्हें पसंद करती हूं, लेकिन हम ऐसा कुछ भी नहीं कर सकते जो हमारे परिवारों को बर्बाद कर दे. मेरे पास एक बहुत ही प्यार करने वाला पति है और मैं उसे धोखा नहीं देना चाहती और ना ही अपने दोस्त को धोखा देने दूंगी "
लेकिन मैं कहता रहा कि मैं उसके साथ प्यार में पागल था और किसी भी कीमत पर उसे चाहता था. वह मेरी आँखों में वासना देख सकती थी जो मैं उसे चोदना चाहता था. वह इस पॉइंट पर रुकना चाहती थी.
नीलम बेंच से उठी और मुझे जवाब दिए बिना अपनी कॉटेज की ओर चली गई. मुझे पता है कि अगर मैं यह मौका चूक गया तो मैं उसे कभी नहीं चोदूंगा. मैं जल्दी से उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने करीब ले आया. वह भागने की कोशिश कर रही है लेकिन मैं उसे कोई मौका नहीं देता. मेरी हरकत के कारण नीलम कांप गई. उसे इस तरह की कोई उम्मीद नहीं थी.
मैंने अपनी पकड़ मजबूत कर ली. बहुत अस्थिर रहने के कारण, उसने अचानक साँस लेना शुरू कर दिया, मैंने अचानक अपना एक हाथ ऊपर की ओर सरकाया और उसके दाहिने स्तन को ड्रेस के ऊपर से पकड़ लिया और सहलाने लगा. उसने विरोध करने की कोशिश की लेकिन मैंने उसे कस कर पकड़ लिया.
उसने किसी तरह खुद को घुमाया और विरोध करने की कोशिश की और मुझसे कहा कि मैं तुरंत यह सब बंद कर दूं लेकिन वह वासना से भरी थी. मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और इससे पहले कि वह प्रतिक्रिया दे पाती, मैंने अपने जलते होंठ उसके होठो के ऊपर रख दिए और बहुत देर तक उसे जोश से चूमता रहा.
उसे घुटन महसूस हुई और उसके होंठ दूर चले गए... लेकिन केवल कुछ सेकंड के लिए. मैंने फिर से उसे एक लम्बा जोश भरा चुंबन दिया... फिर बार-बार जब तक की वह कमजोर नहीं हो गई. उसने सिर्फ मेरी ताकत के खिलाफ कदम उठाया था
मैने अपने मजबूत शरीर से उसे जकड़ लिया था उसके स्तन मेरी छाती में धंस गये थे और उसका पेट मेरे पेट से चिपक गया था उसका शरीर मेरे शरीर से एक दम फिट हो गया था वह बात नहीं कर सकती थी, वह यौन तनाव को महसूस कर रही थी जिसे उसने अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया था लेकिन साथ ही उसे पता था कि यह गलत था.
मेरा पूरा होंठ बार-बार छूने से उसका पूरा शरीर तन गया. हमारे होंठ एक साथ पिघल गए जैसे कि वे एक हो रहे थे. सच कहूँ तो मुझे अपनी ज़िंदगी में पहली बार किस में इतनी गर्म जोशीले किस का मज़ा आया. मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह में धकेल दिया और उसे अपने पास खींच लिया क्योंकि मैंने उसे फिर से रगड़ना शुरू कर दिया. यह अच्छा लगा.
लेकिन मुझे पता था, वह मुझे रोकने की कोशिश करेगी. उसने मुझे और जोर से धक्का दिया, और भागने की कोशिश की. लेकिन मैंने उसे बहुत कस कर पकड़ रखा था. शराब और दवा के कारण वह मुझे बाहर नहीं धकेल सकती, लेकिन फिर भी अपना प्रतिरोध दिखाती रही. मैंने उसे कस कर पकड लिया, अपना चेहरा करीब लाया और उससे कहा कि आई लव यू.
वह अब कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है. क्योंकि दवा और शराब के कारण उसे एक अच्छी चुदाई की जरूरत है, लेकिन उसकी आत्मा उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रही है. वह झिझक रही है. अंत में उसने चुप्पी तोड़ी.
नीलम : सॉरी, मैं तुम्हे इसके लिए अनुमति नही दे सकती हूं क्योंकि मैं शादीशुदा हूं, और मैं उससे बहुत प्यार करती हूं. मैं अपने पति को धोखा नहीं दे सकती.