Adultery मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

Post Reply
User avatar
SATISH
Super member
Posts: 9811
Joined: 17 Jun 2018 16:09

Re: Adultery मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

Post by SATISH »

उसने झट से बॉक्स का दरवाज़ा खोल दिया और हम दोनों जल्दी से अंदर चले गये और अंदर से चिटकनी लगा दी.हम दोनों ने एक बड़ी टाइट जफ्फी मारी और पूनम ने बड़ी कामातुरता से मुझ को चूमना शुरू कर दिया.मैंने पूनम से पूछा- बहुत चुदाई की प्यासी लग रही हो? आखरी बार कब चुदवाया था किसी से?पूनम बोली- सच सतीश, तुम्हारे घर से जाने के बाद मैंने कभी नहीं चुदवाया किसी से भी… सच्ची !!!
मैंने भी उसको एक बहुत ही हॉट जफ्फी मारी और उसको कुर्सी पर बिठा दिया और उस की साड़ी और पेटीकोट उसकी गोरी जांघों के ऊपर कर दिया. फिर उसकी जांघों के बीच बैठ कर अपने मुंह को उसकी चूत के ऊपर टिका दिया और धीरे धीरे उसकी भग को चूसने लगा.
पूनम कुर्सी के और अंदर धंसती चली गई और अपनी चूत को मेरे मुंह पर कस कर लगाती गई.मेरे चूसने के साथ ही उसने अपनी चूत को मेरे मुंह के ऊपर रगड़ना शुरू कर दिया और मेरी चूत चुसाई का पूरा आनन्द लेने लगी.
जब उसने अपनी जांघों को मेरे मुंह के इर्दगिर्द कस दिया तो मैं समझ गया कि पूनम झड़ गई है और उसने मुझको सर से पकड़ कर ऊपर उठा दिया..
अब मैं अपनी पैंट को खोल कर कुर्सी पर बैठ गया और पूनम को अपनी गोद में उल्टा बिठा कर अपने खड़े लौड़े पर बिठा दिया.पूनम का मुंह और शरीर तो स्क्रीन की तरफ था और वो फिल्म का भी आनन्द ले रही थी और साथ में मुझसे चुद भी रही थी.जब वो चिपको डांस को देखने लगी तो उसकी चूत एकदम से हॉट हो कर उबलने लगी और वो जल्दी जल्दी से मेरे लौड़े के ऊपर नीचे होकर अपनी चूत की भूख शांत करने लगी.
कोई आधे घंटे की पूनम की चुदाई में वो कम से कम तीन चार बार छूट गई और हर बार वो एक झुरझुरी भरी कंपकंपी लेते हुए मुझ से चिपक जाती.आखिरी झुरझुरी के खत्म होते ही वो उठ पड़ी और बोली- चलो अब हाल में चलते हैं.
मैं बोला- थोड़ा रुको, थोड़ी साँस तो संयत होने दो, फिर चलते हैं.मैंने उसको साथ वाली कुर्सी पर बिठा दिया और वो थोड़ा आलखन करने लगी.
मैंने पूछा- मेरे साथ वाली सीट पर यह कौन भाभी बैठी है जिसको तुमने चुदक्कड़ भाभी बोला था?पूनम थोड़ी मुस्करा कर बोली- अरे वो शन्नो भाभी है, रिश्ते में वो मेरे चचेरे भाई की बीवी है और बड़ी ही मदमस्त मौला है और चन्दनपुर की चुदक्कड़ भाभी के नाम से हम सब में विख्यात है.उसकी शादी को 5-6 साल हो गए लेकिन अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ और हो भी कैसे बताओ तो ? मेरा चचेरा भाई एकदम पतला सा है, उससे भाभी की चुदाई ठीक से नहीं हो पाती. वो महीने में एक बार ही भाभी से सेक्स करता है और तब भी वो 5 मिनट से ज्यादा नहीं टिक पाता.सो शन्नो भाभी हमेशा कामवासना से पीड़ित रहती है और कोई भी मौका चुदाई का नहीं छोड़ती.
मैं मुस्करा कर बोला- तो आज रात शन्नो भाभी को भेज दो मेरे पास अगर तुम चाहो तो?पूनम बोली- मैं तो कल ही भेजने वाली थी लेकिन चंचल और रश्मि भाभी ने पहले से ही तुम पर कब्ज़ा कर लिया था. आज ज़रूर भेज दूंगी. तुम रात को कमरे का दरवाज़ा लॉक कर लिया करो नहीं तो ये औरतें और लड़कियाँ तुम्हारा चोदन कर देंगी.
मैं मुस्करा कर बोला- मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं कर सकता पूनम डार्लिंग. तुमको तो मालूम है ही, क्यों भूल गई दिल्ली और आगरा का ट्रिप? कैसे सब लड़कियों ने मिल कर मेरी चुदाई करने की कोशिश की थी.पूनम बोली- हाँ वो तो मैंने स्वयं देखा है, मुझसे कुछ नहीं छिपा.
मैं बोला- ये 2-3 कुंवारी लड़कियाँ जो तुम्हारे साथ आई हैं वो कौन हैं? क्या रिश्ता है आप सबके साथ?पूनम बोली- वह संजू तो मिल चुकी है और चुद चुकी है तुमसे, वो मेरे मामे की लड़की है और दो और हैं वो भी मेरी मौसी की लड़कियाँ हैं, वो जब भी आएं, उनका काम ज़रूर कर देना सतीश प्लीज?
मैं बोला- दूसरी को कल सुबह नहाने के लिए भेज देना मेरे बाथरूम में, वहाँ चुदाई का बड़ा मज़ा आता है यार! चलो अब बाहर चलते हैं!हम दोनों उठ कर अपनी सीटों पर आकर बैठ गए.सिवाए शन्नो भाभी के किसी और को ज़रा भी पता नहीं चला कि हम उठ कर बाहर गए थे.
अब जब मैं शन्नो भाभी के साथ बैठा तो मैंने जान कर अपना हाथ उनके हाथ पर रख दिया जो सीट के आर्मरेस्ट पर रखा था. भाभी ने अपना हाथ हटाया नहीं बल्कि मेरी तरफ देख कर मुस्करा भर दिया.मैंने भी मौका देख कर अपना हाथ भाभी की गोद में डाल दिया और भाभी का हाथ अपनी पैंट के बाहर से लण्ड के ऊपर रख दिया.
थोड़ी देर में फिल्म का इंटरवल हो गया और मैनेजर साहिब ने फिर से समोसे और कोल्ड ड्रिंक्स भेज दीं.बालकनी में बैठे हुए सारे लोग जिन में से ज़्यादा लड़कियाँ ही थी मेरे चारों तरफ इकट्ठे हो गए और कुछ लड़कियाँ तो काफी तेज़ थी सो वो मेरे साथ जुड़ कर खड़ी होने लगी जो हमारी पूनम को अच्छा नहीं लगा.
हमारे साथ सारी औरतों को भी मेरे चिपको डांस में बड़ा मज़ा आया था और वो सब मेरी काफी तारीफ करने लगी.
इंटरवल के बाद मैं शन्नो भाभी के साथ ही चिपका रहा और उसकी साड़ी को ऊपर कर के उसकी बालों भरी चूत पर हाथ फेरने से नहीं चूका.थोड़ी देर बाद मैं उनके मम्मों को भी मसलने लगा और यह जान कर काफी ख़ुशी हुई कि शन्नो भाभी के मम्मे सॉलिड और गोल और काफी मोटे थे.
शन्नो भाभी की चूत गीली तो थी लेकिन इतनी नहीं जितनी कि पूनम की थी.शन्नो भाभी भी मेरे लौड़े को पैंट से निकाल कर उसके साथ खेलती रही और जब हम शो के खत्म होने के बाद सिनेमा से बाहर निकलने लगे तो शन्नो भाभी मेरे आगे आगे ही चल रही थी, मेरे दोनों हाथ उस के गोल मोटे चूतड़ों पर ही टिके हुए थे और भाभी भी आहिस्ते आहिस्ते अपने चूतड़ों को मटका मटका कर चल रही थी.
मैंने नोट नहीं किया लेकिन मेरे पीछे कई लड़कियाँ भी चल रही थी जो जान कर अपने मम्मे मेरी पीठ से रगड़ रही थी.सिनेमा हाल से बाहर आने पर पूनम ने यह सब भांप लिया और झट से मेरे और उन लड़कियों के बीच में आ गई ताकि किसी भी लड़की का कोई भी अंग मुझ से ना छुए.
इसको कहते हैं मित्रव्रता (पतिव्रता) नारी.


कहानी जारी रहेगी.
Masoom
Pro Member
Posts: 3007
Joined: 01 Apr 2017 17:18

Re: Adultery मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

Post by Masoom »

Nice story... Keep it up dear.
updates awaited bro ?
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
Post Reply