चरित्रहीन- थोडी सी बेवफाई.

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SATISH
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Re: चरित्रहीन- थोडी सी बेवफाई.

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मेरी बीवी के हाथ अब राज की छाती को पकड़ रहे थे और उसके हाथ उसे पीछे छोड़ रहे थे और अब उसके दोनों हाथ उसके कूल्हों और उसके लंड के किनारों को पकड़ कर उसकी चूत में अंदर बाहर कर रहे थे.
मेरी बीवी की चूत से रस निकल रहा था और मुझे लग रहा था कि जैसे राज उसकी चूत का इस्तेमाल करके मेरी बीवी की चूत से तेल निकाल रहा है.
राज : “अब आप इससे प्यार कर रही हैं, क्या आप मेरी स्वीट स्वीट मंजु नहीं हैं? तुम्हारी चूत गीली गीली है, और यह अब मेरे लंड को अंदर खींच रही है, आप मुझे बताये बिना पूरा सुख नही पा सकती, मैं आपके मुँह से सुख की आवाजें सुनना चाहता हूं, अभी और चिल्लाओ”
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उसके साथ उसने उसे बहुत जोर से चोदना शुरू कर दिया. मेरी बीवी के मुँह से जोरसे कराहे और चीखे शुरू हो गई.
राज :“मुझे बताओ, मंजु! मुझे बताओ कि तुम इस लंड पर फिर झड़ रही हो”
इस बातों का मेरी बीवी मंजु पर बहुत प्रभाव पड़ा.
मंजु एक ऐसे व्यक्ति के लिए अपने प्रेम रस की बौछार करने वाली थी जो उसका पति नहीं है. उसका सिर बिस्तर से उठ गया था. और वह अपने दाँत पीस रही थी. ताकि उसका मुँह बंद रहे. हर बार हाथ उसकी गांड पर आ जाता और वो जोर से झटके मारती और अपना सर हिला देती जैसे कि ना कहो.
मंजु पूरी तरह से अपनी सूझबूझ खो बैठीं और राज के सीने के नीचे से उसे कस कर पकड़ रही थीं.
राज मेरी बीवी की चूत को पेलता रहा. उसके झड़ते ही उसकी गर्दन की नसें बाहर निकल आईं. वह इसे और अधिक चिल्लाया और वह किसी दया के बिना उसकी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया. वह तीन मिनट से अधिक समय तक झड़ रही होगी और जब उसका ऑर्गेजम खत्म हो गया तो वह बिस्तर पर अपने पैरों के साथ एक कठपुतली की तरह लटक गई. और उसके कूल्हे उसके संभोग के माध्यम से पूरे रास्ते में झूलते रहे.
उसने उसे चोदना बंद कर दिया और अपना लंड उसकी चुदी हुई चूत से बाहर निकाल लिया. उसने उसे आराम करने की अनुमति नहीं दी. वह उसे बालों के साथ पकड़ कर उसे उठाया और उसके गाल पर थपथपाया
राज : "उठो कुतिया .."
मेरी बीवी ने रोते हुए कहा- "अब मैं इसे और नहीं ले सकती."
मंजु- "प्लीज़ राज ... मुझे अभी छोड़ दो ..."
राज : "नहीं, मेरी स्वीट हनी"
और उसने मंजु को डॉगी स्टाइल में किया और उसने पीछे से उसके क्लिट से अपने लंड को ऊपर नीचे रगड़ने लगा. मंजु हांफने लगी.
राज ने उसे फिर से उसे अपने आगे डॉगी की तरह बैठाया. उसने अपनी स्थिति इस तरह बनाई कि वह ड्रेसिंग टेबल के दर्पण से अपना चेहरा देख सके. बड़ी खूबसूरत आँखों वाली मेरी बीवी ने शीशे से राज को देखा
उसने अपना मोटा लंड उसकी चूत के अंदर रखा, उसके कूल्हों को अपनी बाँह से पकड़ लिया. उसने मेरी बीवी की गांड पर हाथ फेरना शुरू कर दिया फिर उसने अपने लंड को उसके अंदर धकेलना शुरू कर दिया. मेरी बीवी ने अपने कूल्हों को ऊपर उठाते हुए बिस्तर पर अपना सिर रख दिया और कराहने लगी क्योंकि वह महसूस कर रही थी कि उसका लंड उसके अंदर गहराई तक जा रहा है. राज ने पीछे से मेरी बीवी के गाल को पकड़ा और उससे कहा- “आईना देखो… मैं तुम्हारा चेहरा देखना चाहता हूँ मैं तुम्हें चोदते हुये..”
मंजु ने राज को दर्पण के माध्यम से अपने स्तन के बीच लटकते हुए मंगल सूत्र के साथ देखना जारी रखा. मैंने देखा कि राज ने अपने लिंग के सिर को मेरी बीवी के गुप्तांग पर रखा.
राज- “अब मुझे देखो…. एक दो तीन…".
राज ने अपने कूल्हे से एक जोरदार धक्का दिया और उसका पूरा लंड मेरी बीवी के अंदर चला गया.
मंजु- "राजलल्लोल्ल्लोप्ल्लोल्ल ... ………………… आआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ..."
मेरी बीवी रो पड़ी और अपनी आँखें बंद कर लीं, अपने हाथ से चादर को पकड़ लिया. राज ने अपने लंड को पूरी तरह से उसके अंदर डालते हुए उसकी गांड की मालिश शुरू कर दी और कहा- “अपनी आँखें खोलो… और दूसरे राउंड के लिए तैयार हो जाओ…”
मेरी बीवी की आँखों में आँसू थे और उसने शीशे से राज को देखा. राज ने फिर से अपना लंड सर तक खींचा और एक दो तीन को गिना और वापस मेरी बीवी की चूत में कर दिया. मेरी बीवी अब संघर्ष नहीं कर रही थी और मैं देख रहा था कि उसके कूल्हे राज से प्राप्त धक्कों से हिल रहे थे. उसकी चूत अब और अधिक कराह रही थी और उसकी आँखें खुल नहीं रही थीं क्योंकि वह उसे लगातार चोद रहा था.
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शीशे के प्रतिबिंब से सीधे उसे घूरते हुए उसने उसकी निर्दयता से चुदाई की. उसके नथुने भड़क गए थे और उसकी सांसें उखड़ी हुई थीं, जैसे वह बहुत सारे शारीरिक काम कर चुकी हो.
राज :"ओह..मंजु !!! ... आप बहुत टाइट और गर्म हो अंदर ... तुम्हारे पास एक सही में चोदने लायक बहुत टाइट चुत है ... मुझे बताओ कि अब कैसा महसूस कर रही हो"
उसने कहा कि जैसे ही वह उसके चेहरे के करीब झुका और उसके कानों में बकवास करना शुरू कर दिया.
वह एक पल के लिए हिचकिचाई और उसके कूल्हों ने उसे तेजी से और जोर से पटकना शुरू कर दिया. उसने अपना हर जोर लगाते हुए बिस्तर से अपना सिर हटा लिया और अपना चेहरा उसकी ओर कर दिया.
वह अपना मुँह उसके मुँह के पास लाता है और फिर उसके होंठ मिले. मंजु ने उसकी जीभ का स्वागत करने के लिए अपना मुँह पूरा खोल दिया. उसके चुम्बन में बहुत जोश और गीलापन था. उसे चूमने के बीच, वह उससे बात करना शुरू कर दिया क्योंकि उसका मुंह उससे मुक्त हो गया.
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SATISH
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Re: चरित्रहीन- थोडी सी बेवफाई.

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मंजू :“मैं तुमसे नफरत करती हूँ, राज! … मुझे आपसे बहुत नफरत है… मुझे नफरत है कि आपका लंड मेरे लिए क्या कर रहा है… मैं पागल हो रही हूँ… आपके लंड ने उन जगहों का पता लगाया है जिन्हें कभी नहीं छुआ गया… ओह गॉड….! मुझे तुमसे चुदने के लिए नफरत है ... ओह गॉड ...! "
राज ने अपनी खुरदुरी उंगली से मेरी बीवी के निप्पल को उसके लटकते स्तन से नीचे की ओर खींचा.
राज ने हँसते हुए अपने लंड को और गहरा और सख्त कर दिया क्योंकि मेरी बीवी ने फिर से उसके लंड पर झडना शुरू कर दिया. बिस्तर की चादर को जकड़ कर उसने परमानंद में चादर पर अपना सिर रख दिया.

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राज अभी भी उसकी चूत में इतने जोर से धक्के लगा रहा था कि पूरा बिस्तर आगे पीछे हिल रहा था. मेरी बीवी के कूल्हे उसकी राक्षसी चुदाई को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रहे थे. मेरी बीवी चिल्ला रही थी और अपने सिर को आगे-पीछे कर रही थी क्योंकि राज के लंड पर झड़ने के कारण उसके गले में नसों के निशान उभर आए थे.
उसने राज को उसके नाम से पुकारना शुरू कर दिया और उसके लंड पर अपने प्यार के रस का स्खलन कर दिया. मैंने देखा कि उसकी जांघ से उसका सारा प्रेम रस टपक रहा था और कुछ बूंदें सीधे बिस्तर की चादर पर गिर रहे थे.
राज ने हँसते हुए कहा - "तुम्हें देखना चाहिए कि तुम मेरे लंड से कितनी बार झड़ी हो ... मंजु .."
एक या दो मिनट के बाद, मेरी बीवी थकी हुई आवाज के साथ- "क्या तुम्हारा हुआ, राज?"
राज “नहीं बेबी….मैं अभी तक नहीं झड़ा हु. आपका प्रेमी राज आपके लिए बहुत वीर्य बनाकर रखा है, तुम्हारा हो गया और अब मेरा होने वाला है. ”
मंजु- "प्लीज राज ... डोंट कम इन मी ... आप मुझसे वादा करो ..."
राज- "चिंता मत करो"
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अब राज ने मेरी बीवी को अपनी गोद में बैठाया और फिर से अपना लिंग उसकी योनि के अंदर डाल दिया और मेरी बीवी के साथ चोदना शुरू कर दिया. उसने मेरी बीवी को अपनी मजबूत बांह और मांसपेशियों की छाती से बंद कर दिया और उसके शरीर को उसकी बांह और छाती के बीच बांध दिया.
उसने मेरी बीवी के पूरे गीले छेद पर अपनी चुदाई जारी रखी. मेरी बीवी के चेहरे पर फिर से हताशा और बेचैनी का भाव था क्योंकि उसने फिर अपनी लम्बी चुदाई जारी रखी.
मंजु- "ओह गॉड !!! .. तुम कब झड़ोगे ... ऐसा लगता है कि इसका कोई अंत नहीं है ... मेरे अंदर अब दर्द हो रहा है"
मेरी बीवी को राज के लंड से उसकी चूत पर फिर से उतना ही जोर लग रहा था. उसके चूतड़ डांस कर रहे थे और उसके कूल्हे राज की लोहे की छड़ से प्राप्त होने वाले प्रत्येक वार के साथ उठ रहे थे.
मेरी बीवी ने जोर से सांस लेते हुए कहा- "तुम लड़के नहीं हो ... एक राक्षस हो.."
राज ने मेरी बीवी के गाल को पकड़ कर अपनी जीभ उसके मुँह के अंदर डाल दी और मुँह से मुँह लगाकर पूरा मुँह चूमते हुए बोला- “मेरे जैसा राक्षस तुम्हारे जैसी औरत के लायक है… तुम मेरी औरत हो…”
उसने अपनी चुदाई जारी रखी. इस बिंदु पर, मंजु के चेहरे की अभिव्यक्ति से लगता है कि वह इस यातना को रोकने के लिए प्रार्थना कर रही है.
राज- "मैं आ रहा हूं ..."
मेरी बीवी चीख पड़ी- "लेकिन तुम इसे बाहर निकालने वाले हो, ..."
राज ने हँसते हुए मंजु को बिस्तर पर फेंक दिया और उसका लिंग उसकी योनि के अंदर घुस गया- "मैंने झूठ बोला, डार्लिंग ..."
मेरी बीवी घबरा गई. उसने राज को उसके शरीर से दूर धकेलने की कोशिश की लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकी. राज ने उसे कस कर पकड़ लिया और अपने कूल्हों को उसके अंदर दबा दिया.
मंजु रो रही थी- "नहीं..नहीं .." और फिर उसकी आँखें बड़ी-बड़ी हो गईं- "ओह .. गॉड .. तुम सच में मेरे अंदर झड़ रहे हो ... ओह गॉड .. ओह ... मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी." .प्लीज मेरे साथ ऐसा मत करो ... मैं तुमसे विनती करती हूं ... "
राज लगभग पाँच मिनट तक मेरी बीवी के अंदर एक जानवर की तरह गुर्राते हुये झड़ता रहा. मंजु अपने गर्भ को उसके बीजों से भर रही थी. राज चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान के साथ मेरी बीवी से दूर चला गया. वह संतुष्ट दिखता है.
मंजु अपने पैर फैलाए हुए रो रही थी और राज का वीर्य मंजु की चुत के खुले हुए होंठों से नीचे की ओर लुढ़क गया था, जो आखिरकार उसकी गांड तक जा कर बेड की चादर पर गिर रहा था.
राज : “मैं इससे पहले कभी भी यह सुख नही पाया… यह मेरे पास सबसे अच्छा अनुभव है… मुझे सही में बताइये मंजु, क्या आपको यह पसंद नहीं आया? ”
मंजु ने कुछ जवाब नही दिया . वह अपनी बंद आंख के साथ कुछ समय के लिए वहाँ सोती रही. राज भी थक गया था 15 -20 मिनट के बाद राज भी सो गया. मेरी बीवी धीरे-धीरे जाग गई.वह बिस्तर पे पूरी तरह से नग्न थी.उसने उसके सभी कपड़े और अंडरवियर एकत्र किए और सीधे बाथरूम में चली गई. लगभग 30 से 40 मिनट के बाद वह बाथरूम से बाहर आई, वह चलने के लिए तैयार हो गई. वह सामान्य रूप से नहीं चल सकती थी. लेकिन वह धीरे-धीरे राज को बिना बताए, बिना कोई आवाज किए उस फ्लैट से चली गई. उसने दरवाजा बंद कर दिया और पीछे सो रहे राज और एक मोबाइल कैमरा छोड़ दिया, जिसमें रिकॉर्डिंग अभी भी जारी है.

(^%$^-1rs((7)
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Re: चरित्रहीन- थोडी सी बेवफाई.

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hot update bhai
(^^^-1j7)
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: चरित्रहीन- थोडी सी बेवफाई.

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चरित्रहीन - थोडी सी बेवफाई... अपडेट 4

मैं कुछ रचनात्मक सोचने की स्थिति में नहीं हूं. लेकिन एक ही मकसद है, बहुत स्पष्ट, मैं बदला लूंगा, पहले मेरी पत्नी से, फिर उस हरामी राज से,दिन गुजर रहे हैं. मैं एक मौके की प्रतीक्षा कर रहा हूं, हमेशा कुछ प्लान बनाने की कोशिश कर रहा हूं कि कैसे बदला लू एक रविवार की सुबह मेरी पत्नी की सबसे अच्छी दोस्त नीलम हमें मिलने के लिए आई क्योंकि उसके पति एक बिजनेस ट्रिप के लिये गये है. मैंने उसका स्वागत किया. नीलम हमारे ड्राइंग रूम में एक सोफे पर बैठी थी वह 30 साल के मध्य की बहुत सुंदर और आकर्षक औरत है. वह शादीशुदा है और उसे एक बेटी है.

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पहले तुम्हे इसके बारे में बताते हैं. उसकी ऊंचाई 5'5 है ". 40-.28-38 एक परिपूर्ण एमईएलएफ है उसके शरीर का सबसे आकर्षक हिस्सा उसके होंठ और स्तन है, कोई भी पागल हो सकता है, बस उसके स्तन को छूने के लिए, और उसके होंठ पर चुंबन करने के लिये. मैं उसके साथ बैठ कर उससे बातें कर रहा हु और आंखों के कोने से उसके शरीर का पूरा नाप भी ले रहा हु मैं उसकी क्लीवेज की दरार को देख रहा हूं, और उसका नेवल बहुत ही सेक्सी दिख रहा है आखिर उसने मेरी नजर को नोटिस किया और उसने उसे अपनी साड़ी के साथ ठीक से ढंक लिया है
लेकिन मैं उसके सेक्सी शरीर को बेशर्मो की तरह सिर से लेकर पैर तक ताड रहा हु. अचानक मेरी पत्नी किचन से बाहर आकर उसे अपने साथ अंदर लेकर गयी जब वह अंदर जा रही थी मैं उसके चूतड़ को मस्त हिलते हुये देखता रहा वॉव क्या गांड़ थी उसकी लाजवाब अचानक एक प्लान मेरे दिमाग मे कौंध गया मैंने उस दिन नीलम को अपने ऊपर और कोई भी संदेह नही होने दिया उस दिन. हम अच्छे दोस्त की तरह बातचीत करते रहे. हम तीनो ने साथ बैठकर बातचीत करते हुये रविवार का आनंद लिया नीलम को जरा भी संदेह नही हुआ कि मेरे दिमाग मे क्या चल रहा है
उस दिन की शाम नीलम वापस अपने घर गयी. मैं अपनी योजना को चालू करणा चाहता हूँ योजना का पहला हिस्सा है, नीलम को सिड्यूस करके उसके साथ सेक्स करना. योजना के अनुसार मैं तैयार हूं और कार्रवाई के लिए तैयार हूं. अब मैंने एक टूर के लिए प्लान बनाया. औरअब अपनी टूर में नीलम को जोड़ना होगा. और मैंने अपनी बीवी से बातचीत करके उसे नीलम और उसकी फॅमिली को साथ ले चलने के लिये मना लिया आखिर वह दिन आ गया जब हम हमारे हॉलिडे पे निकल पड़े मैं मेरी बीवी मंजु नीलम, और उसका पति अजीत, सभी बहुत खुश है कि अगले दस दिन हम बहुत अच्छा समय बिताने वाले है टिकट और होटल की व्यवस्था मैने पहले ही कि थी सबने मुझे थैंक्स कहा सब बहुत खुश हैं, लेकिन मैं जानता हूं इस टूर मे क्या होने वाला है मैं नीलम को सिड्यूस करके अपने बेड पर ला कर चोदने वाला था
मैं सही वक्त और सिचुएशन की राह देख रहा था हम अपने होटल पहुंच गये मैंने दो कॉटेज बुक किये थे एक दूसरे से सटकर एक हमारे लिए और एक नीलम और अजीत के साथ लंच करने के बाद हम अपने अपने कॉटेज में चले गये

मंजु बहुत हैरान थी कि इतने अच्छे वातावरण में भी मैने उसे सेक्स के लिये नही कहा क्यों कि जब भी हम कही ट्रिप पे जाते थे तो मैं अपना पूरा वक्त उसे प्यार करता था किंतु अब वह् बार बार मुझे हिंट दे रही है पर मैं उसमे कोई दिलचस्पी नही ले रहा था. जबसे वह राज के साथ है यह मुझे पता चला था तबसे ही मैने उस हाथ भी नही लगाया था सेक्स तो बहुत दूर की बात है और शायद टेन्शन की वजह से मंजू भी नोटीस नही कर पाई थी वरणा हफ्ते मे चार दिन तो हम जोरदार सेक्स करते ही थे.


शाम को हम चारों एक अच्छी सैर के लिए गए. जब हम वापस लौटते हैं तो हम अपने कॉटेज के सामने बैठते गये. हम ड्रिंक लेने लगे. और अच्छी शाम का आनंद लेने लगे.
मैं अपने साथ नींद की गोली और सेक्स की गोली ले गया था. मैं अजीत और मंजु के ग्लास में चुपके से दो दो नींद की गोलियां मिला दी ताकि वे सुबह से पहले न उठें. और नीलम के पेय में दो सेक्स पिल्स मिला दी. वे कुछ भी नहीं जान पाये. कुछ समय बाद लगभग 10 बजे अजीत और मंजु को नींद आने लगी. इसलिए हम अपने-अपने कमरे में चले गए.
लगभग 11बजे मैं नीलम को गुड नाइट मैसेज सेंड कर देता हूं और उसके उत्तर की प्रतीक्षा करता हूं, क्योंकि मुझे पहले से पता है कि दवा अपना प्रभाव दिखा रही है, और वह अब तक नही सोई है.
कुछ मिनट बाद मुझे नीलम से एक रिप्लाय मिला.
नीलम: क्या तुम सो रहे हैं?
सतीश: नही मुझे नींद नही आ रही..
नीलम: मुझे भी नींद नहीं आ रही है.
सतीश: फिर आते है बरामदे में, हम कुछ “टाइम पास”करते है
नीलम: ठीक है….. मैं आ रही हूँ….
मुझे खुशी है कि मेरी योजना काम कर रही है. मैं दो ग्लास और स्कॉच की बोतल ले कर बरामदे की ओर चल पड़ा.
नीलम: हाय
सतीश: प्लीज सीट. कुछ पी लो.
नीलम ने झिझकते हुए गिलास लिया और मेरे साथ पीने लगी.
नीलम: अच्छा बताओ सतीश, अभी भी तुम क्यों जाग रहे हो.
सतीश: यह मौसम सोने के लिए नहीं है..
नीलम: फिर…
सतीश: किसी को बहुत करीब लाने का है, ..बहुत करीब
और सीधे उसकी तरफ देखा. वह दवा के कारण पहले से ही उत्तेजित थी, हम एक-दूसरे को तेज नज़र से देख रहे हैं. मैं उसकी आंखे और चेहरा पढ़ने की कोशिश कर रहा हूं. क्योंकि वह बहुत संस्कारी है, और किसी भी दूसरे को उसके साथ छेड़खानी करने की अनुमति नहीं देती है. इसलिए अगर मैंने कुछ भी गलत किया तो मेरी योजना फेल हो जाएगी. मुझे यह बहुत धीरे-धीरे करना होगा अन्यथा मैं फेल हो जाऊंगा.
नीलम: ओके ओके मैं समझती हूँ, फिर तुमने अपनी पत्नी को क्यों सोने दिया.
सतीश: तुमने भी तो अपने पति को सोने की अनुमति दी हैं, अब तुम खुद को अकेला महसूस मत करो.
नीलम: अकेली कहा मैं तो तुम्हारे साथ बैठी हूँ.
सतीश: मेरे साथ बैठना और अपने साथी के साथ बैठना एक ही बात नहीं है. तुम अपने पति के साथ जो चाहें कर सकते हैं. लेकिन मेरे साथ ऐसा संभव नहीं है.
नीलम मुझे बहुत दुखी होकर देख रही थी. मुझे पता है कि दवाई अपना असर दिखा रही है और नीलम को अब अच्छी चुदाई की जरूरत है. मैंने मौका लिया और उसे अपने साथ गार्डन एरिया में आने का अनुरोध किया. क्योंकि उसे मुझसे पहले खुलने के लिए कुछ अंधेरा चाहिए.


नीलम ने सिर हिलाया और मेरे साथ बगीचे की ओर जाने लगी. उसके बाद हम बगीचे में एक बेंच पर बैठे. मैं उसका चेहरा देखने लगता हूं. उसकी खूबसूरत आँखें, खूबसूरत होंठ मुझे आकर्षित करते थे.
मैंने नीलम से पूछा, "नीलम क्या मैं तुम्हें कुछ बता सकता हूँ?"
नीलम: हाँ
सतीश: "नीलम, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मुझे लगता है कि मैं तुम्हे प्यार करता हूँ और मैं हर समय तुम्हारे बारे में सोचता रहता हूँ". तुम कितनी सुन्दर हो.
वह यह सुनकर वास्तव में हैरान रह गई और कुछ इस तरह कहने लगे कि "सतीश देखो, मैं उस भावनाओं की सराहना करती हूं लेकिन यह हमारे लिए अच्छा नहीं है. तुम्हे अपनी पत्नी को धोखा नहीं देना चाहिए और मैं भी अपने पति को धोखा नहीं दे सकती. इसलिए तुम को खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए. घर पर इतनी सुंदर पत्नी है तो कृपया उसकी देखभाल करो ”
लेकिन मैंने कहा "मैं मानता हूं कि मेरी पत्नी बहुत सुंदर है... लेकिन मुझे तुम उससे ज्यादा सेक्सी लगती हो. मैं तुम्हारी तरफ बहुत ज्यादा आकर्षित हूं और मुझे यह भी पता है तुम भी मुझे पसंद करती हो. मुझे खुलकर बताओ कि तुम मुझे पसंद करती हो या नहीं ?? तुम मेरे जैसा नहीं सोचती हो तो मैं तुमसे दोबारा नहीं पूछूंगा. मैं तुम्हें अपना चेहरा फिर से नहीं दिखाऊंगा. "
मुझे लगा कि मेरा नाटक काम कर रहा है.
वह दुविधा में थी कि क्या जवाब दें.


वह मेरी भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थी, इसलिए उसने कहा "देखो सतीश, मैं निश्चित रूप से तुम्हें पसंद करती हूं, लेकिन हम ऐसा कुछ भी नहीं कर सकते जो हमारे परिवारों को बर्बाद कर दे. मेरे पास एक बहुत ही प्यार करने वाला पति है और मैं उसे धोखा नहीं देना चाहती और ना ही अपने दोस्त को धोखा देने दूंगी "
लेकिन मैं कहता रहा कि मैं उसके साथ प्यार में पागल था और किसी भी कीमत पर उसे चाहता था. वह मेरी आँखों में वासना देख सकती थी जो मैं उसे चोदना चाहता था. वह इस पॉइंट पर रुकना चाहती थी.
नीलम बेंच से उठी और मुझे जवाब दिए बिना अपनी कॉटेज की ओर चली गई. मुझे पता है कि अगर मैं यह मौका चूक गया तो मैं उसे कभी नहीं चोदूंगा. मैं जल्दी से उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने करीब ले आया. वह भागने की कोशिश कर रही है लेकिन मैं उसे कोई मौका नहीं देता. मेरी हरकत के कारण नीलम कांप गई. उसे इस तरह की कोई उम्मीद नहीं थी.
मैंने अपनी पकड़ मजबूत कर ली. बहुत अस्थिर रहने के कारण, उसने अचानक साँस लेना शुरू कर दिया, मैंने अचानक अपना एक हाथ ऊपर की ओर सरकाया और उसके दाहिने स्तन को ड्रेस के ऊपर से पकड़ लिया और सहलाने लगा. उसने विरोध करने की कोशिश की लेकिन मैंने उसे कस कर पकड़ लिया.
उसने किसी तरह खुद को घुमाया और विरोध करने की कोशिश की और मुझसे कहा कि मैं तुरंत यह सब बंद कर दूं लेकिन वह वासना से भरी थी. मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और इससे पहले कि वह प्रतिक्रिया दे पाती, मैंने अपने जलते होंठ उसके होठो के ऊपर रख दिए और बहुत देर तक उसे जोश से चूमता रहा.


उसे घुटन महसूस हुई और उसके होंठ दूर चले गए... लेकिन केवल कुछ सेकंड के लिए. मैंने फिर से उसे एक लम्बा जोश भरा चुंबन दिया... फिर बार-बार जब तक की वह कमजोर नहीं हो गई. उसने सिर्फ मेरी ताकत के खिलाफ कदम उठाया था
मैने अपने मजबूत शरीर से उसे जकड़ लिया था उसके स्तन मेरी छाती में धंस गये थे और उसका पेट मेरे पेट से चिपक गया था उसका शरीर मेरे शरीर से एक दम फिट हो गया था वह बात नहीं कर सकती थी, वह यौन तनाव को महसूस कर रही थी जिसे उसने अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया था लेकिन साथ ही उसे पता था कि यह गलत था.
मेरा पूरा होंठ बार-बार छूने से उसका पूरा शरीर तन गया. हमारे होंठ एक साथ पिघल गए जैसे कि वे एक हो रहे थे. सच कहूँ तो मुझे अपनी ज़िंदगी में पहली बार किस में इतनी गर्म जोशीले किस का मज़ा आया. मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह में धकेल दिया और उसे अपने पास खींच लिया क्योंकि मैंने उसे फिर से रगड़ना शुरू कर दिया. यह अच्छा लगा.
लेकिन मुझे पता था, वह मुझे रोकने की कोशिश करेगी. उसने मुझे और जोर से धक्का दिया, और भागने की कोशिश की. लेकिन मैंने उसे बहुत कस कर पकड़ रखा था. शराब और दवा के कारण वह मुझे बाहर नहीं धकेल सकती, लेकिन फिर भी अपना प्रतिरोध दिखाती रही. मैंने उसे कस कर पकड लिया, अपना चेहरा करीब लाया और उससे कहा कि आई लव यू.
वह अब कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है. क्योंकि दवा और शराब के कारण उसे एक अच्छी चुदाई की जरूरत है, लेकिन उसकी आत्मा उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रही है. वह झिझक रही है. अंत में उसने चुप्पी तोड़ी.
नीलम : सॉरी, मैं तुम्हे इसके लिए अनुमति नही दे सकती हूं क्योंकि मैं शादीशुदा हूं, और मैं उससे बहुत प्यार करती हूं. मैं अपने पति को धोखा नहीं दे सकती.
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