Adultery एक कायर भाई

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sam.1989.2020
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Re: Adultery एक कायर भाई

Post by sam.1989.2020 »

waah mast hai
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rajsharma
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Re: Adultery एक कायर भाई

Post by rajsharma »

बहुत ही शानदार अपडेट है दोस्त


😡 😡 😡 😡 😡 😡
Read my all running stories

(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
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Rakeshsingh1999
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Re: Adultery एक कायर भाई

Post by Rakeshsingh1999 »

मेरा लौड़ा तो  बिल्कुल तन गया था मेरी पैंट के अंदर ही अपनी सगी बहन की कामुक सिसकियां सुन के और उनकी चूचियों को एक  गैर मर्द  द्वारा  चूस चूस के दूध नेछोड़े जाते हुए देख कर.... मैं अंदर ही अंदर ग्लानि का अनुभव कर रहा था पर मेरा लौड़ा मेरे काबू में नहीं था.... जुनैद का 10 इंच का मोटा काला लंड उसके अंडरवियर से बाहर आ चुका था.... जो मेरी रूपाली दीदी के कुल्हों और जांघों के जोड़ों के बीच जा घुसा…! दीदी  की पेंटी अभी भी उनकी योनि की रक्षा कर रही थी भले ही  बेहद छोटी थी...  पर वह छोटी सी पैंटी  रूपाली दीदी की लाज की कब तक रक्षा करती...  मेरी दीदी  की पेंटी को अपने हाथों में ले कर दो टुकड़े कर  दिए जालिम  जुनैद ने.... जुनेद मेरी रूपाली दीदी की योनि को घूर घूर के देख रहा था...
 असलम भाई ऐसी तो आज तक नहीं देखी ... जुनैद के मुंह से लार टपक  रही थी मेरी दीदी की योनि को देख.. जुनैद का मस्त घोड़ा मेरी रूपाली दीदी का अस्तबल पाकर हिनहिनने लगा…! जुनैद का लोड़ा 180 डिग्री पे तन के खड़ा हो गया था.... वह मेरी दीदी की योनि को भूखे कुत्ते की तरह देख रहा था.... जुनैद ने मेरी रूपाली  दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा  दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को  जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली  दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही  मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
  मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी  योनि  असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि  को देखा.. जुनैद ने मेरी रूपाली  दीदी की दोनो टांगे पकड़ के ऊपर हवा में उठा  दी... पूरी तरह से नंगी हो चुकी मेरी दीदी कि दोनों टांगों को  जुनैद ने उनके कंधे पर रख दिया... दीदी के घुटने उनके कंधों से चिपके हुए थे... जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड की दरार पर टिका दिया... मेरी रूपाली  दीदी की छोटी सी गान्ड की दरार किसी बबूल के डंडे की खूँटि जैसे लंड पर टिक गयी…!
गान्ड के छेद पर दबाब पड़ते ही  मेरी दीदी के मुंह से अजीब अजीब सिसकारियां निकलने लगी...
  मेरी रूपाली दीदी के दोनों घुटने पकड़ के को चौड़ा किया जुनैद ने. मेरी दीदी की गुलाबी  योनि  असलम की आंखों के सामने थी... असलम मेरी दीदी की योनि को देख रहा था एकटक.... नजर उठाकर मैंने भी अपनी रूपाली दीदी की योनि  को देखा.. मेरी रूपाली दीदी की योनि बिल्कुल चिकनी थी... उनकी योनि पर एक भी बाल नहीं था... दीदी ने  आज ही शायद अपनी योनि को साफ किया होगा... गुलाबी योनि की पंखुड़ियां खुली हुई थी..... दीदी की योनि  बिल्कुल साफ चिकनी लग रही थी.... रक्त रंजित योनि का लाल   हिस्सा बंद था... पर दीदी की योनि की दोनों लाल पंखुड़ियां जो आपस में चिपकी हुई थी पर बेहद गीली हो चुकी.... अपने ही मदन  रस से.... दीदी की योनि की गुलाबी पंखुड़ियां फड़क रही थी.... जुनैद का मोटा काला लोड़ा मेरी दीदी की गांड के छेद के साथ साथ मेरी दीदी की योनि की पंखुड़ियों पर भी  रगड़ खा रहा था....  जुनैद का लोड़ा मेरी दीदी की गहरी  घाटियों के अंदर समाने को पूरी तरह तैयार था.... पर  जुनैद अभी भी मेरी दीदी की योनि पर अपने  बड़े लोड़े को रगड़ रहा था.... अपनी मुनिया पर लोहे जैसे लोड़े का एहसास  पाकर मेरी  रूपाली  दीदी जोर जोर से  सीसीआने लगी... मेरी दीदी तड़प उठी थी....
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Rakeshsingh1999
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Re: Adultery एक कायर भाई

Post by Rakeshsingh1999 »

जुनैद ने बिना देर किए अपने  खूंटी जैसे लोड़े  को मेरी रूपाली दीदी  कि  कमसिन योनि में एक जबरदस्त झटके के साथ पेलने  लगा... अपनी नाजुक नाजुक योनि में जुनैद के कठोर लोड़े  का झटका  खाकर मेरी दीदी  बेहाल हो गई थी... मेरी दीदी चीख रही थी और मेरी तरफ देख रही थी.... उनकी आंखों में आंसू  थे.... उनकी आंखे देखकर लगा था जैसे वह मुझसे कह रही हो की प्लीज भाई मुझे  बचा लो इस दरिंदे से... दीदी की हालत देखकर मुझे उन पर तरस आने लगा और खुद पर भी... सगा भाई होने के बावजूद भी मैं अपनी संस्कारी पतिव्रता दीदी की लाज एक  गुंडे के हाथों लूटते हुए देख रहा था... चुपचाप...ओह्ह… माँ ऽऽ, फाड़ दी अह्ह… ओह्ह...ऊओह्ह… माँ … मेरी रूपाली दीदी के मुंह से आवाज निकलने लगी थी.. क्यों की  जुनैद ने मेरी दीदी की योनि के अंदर  कुछ जबरदस्त झटके दिए थे... जुनैद का पूरा लोड़ा मेरी दीदी की छोटी सी योनि में समा चुका था... जुनैद ने  मेरी दीदी की दोनो टांगे फैला दी नीचे जमीन पर सूखी घास पर और उनके ऊपर लेट गया.. उसने मेरी दीदी की एक  चूची अपने मुंह में ले लि और मेरी दीदी का दूध पीने लगा.... उसका लौड़ा अभी भी मेरी दीदी की योनि की गहराइयों में समाया हुआ था... देख बहन चोद देख.... जुनैद अब तेरी संस्कारी दीदी की चूत का भोसड़ा बना देगा... असलम अपना लौड़ा हिलाते हुए मुझे संबोधित करते हुए कह रहा था पर उसकी नजर जुनैद के नीचे नंगी लेटी हुई मेरी रूपाली दीदी पर ही थी... कुछ देर मेरी दीदी का दूध चूसने के बाद जुनैद ने मेरी दीदी की ठुकाई चालू कर  दी... जुनैद अपना पूरा लोड़ा बाहर निकलता और एक झटके में मेरी दीदी की योनि में  डाल देता.... मेरी दीदी  कराह उठी... वह  बिलबिला रही थी.. मचल रही थी... पर जालिम जुनैद मेरी दीदी की योनि की  धुनाई किए जा रहा था...मेरा लंड अपने तेवर दिखा रहा था.. ना चाहते हुए भी वह बार-बार खड़ा हो रहा था अपनी सगी दीदी की  ठुकाई देखकर... वह भी एक  गुंडे के द्वारा.... जुनैद जमीन पर उल्टा हो गया... अब मेरी दीदी उसके ऊपर थी... जुनैद ने मेरी दीदी को बाहों में दबोच रखा था.. उसका लौड़ा  मेरी दीदी की योनि में -अभी समाया हुआ था. उसने उठने की कोशिश की तो उसका लौड़ा मेरी दीदी की योनि से फिसल के बाहर निकल गया.. उसका लौड़ा किसी  कालिया नाग की  तरह लग रहा था... जुनैद उठ के बैठ गया था उसने मेरी दीदी को अपनी गोद में बिठा रखा था... दोनों पसीने से भीगे हुए थे और बिल्कुल नंगे थे.. जैसे अखाड़े में दो पहलवान.... पर यह तो वासना का अखाड़ा था जहां पर मेरी संस्कारी सुहागन रूपाली  दीदी एक गैर मर्द से लड़ रही थी... अपनी लाज बचाने के लिए... पर लाज बचाना तो दूर की बात है मेरी दीदी तो नंगी होकर उसके ऊपर बैठी हुई थी.... जुनैद ने अपने लोड़े को एक हाथ में पकड़ा और उसे सीधा किया. मेरी दीदी की कमर थाम के उसने अपना लौड़ा मेरी दीदी की योनि पर सेट किया... दीदी ना नुकुर करने लगी तो जुनैद ने उनकी चूचि को अपने दांतों में दबा लिया और काटने लगा... एक बार जब जुनैद के लोड़े का सुपाड़ा मेरी दीदी की योनि में समा गया... जुनैद ने मेरी दीदी को अपनी दोनों बांहों में मजबूती से जकड़ लिया... और दीदी को अपने लोड़े पर बिठाने लगा.... मेरी दीदी एक दर्द भरी चीख के साथ उसके लोड़े पर  बैठने लगी.... जुनैद ने नीचे से जोर का झटका  दीया और उसका लौड़ा मेरी दीदी की योनि  मैं आधा घुस गया... मेरी दीदी तड़पने और झटपट आने लगी... पर जुनैद  को उनकी परवाह नहीं थी.
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