प्यारी मौसी compleet

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rajsharma
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »

प्यारी मौसी पार्ट--6

गतान्क से आगे........
मेरे इस आक्षन से वो हड़बड़ा गयी और उसने अपनी दोनो टाँगें फैला दी मैं उसकी
दोनो टाँगों के गॅप में बैठ गया और उसका पेटीकोट एक दम उपर कर दिया.
फिर मैने उसके दोनो चूतड़ को अपने दोनो हाथों से दबा दिया अब मेरे लिए उसकी
गांद मारना तो और भी आसान था.
अब मैने पहले उसकी गंद ही मारने की सोची क्योंकि साली जब पायल के साथ मस्ती
कर रही थी अपनी गंद ज़्यादा ही मतकाती थी और गांद मरवाने में बहुत नखरे
भी करती है.
अब मैं मौसी को उठाकर बेड पर चित लिटाकर पटक दिया और एकदम उसके उपर
सवार हो गया नही तो मौसी फिर मेरी पकड़ से निकल जाती.
मैं एक एक कर अपनी लूँगी को खोल कर अपना अंडरवेर भी उतार दिया और फिर
बनियान उतार कर एक दम नंगा हो गया पर इस दौरान मैने मौसी को पूरी तरह से
अपने नीचे दबा के रखा.
उसकी चिकनी और मुलायम मक्खनी स्किन को दबाने में तो बड़ा मज़ा आ रहा था.
लेकिन मैं मौसी को भी पूरा नंगा कर लेना चाहता था जिससे साली शरम के
मारे हल्ला ना कर सके,
क्योंकि साली खुद नंगी होगी तो पायल के उठने के डर से हल्ला नही करेगी.
उसको मालूम है कि पायल भी नंगी है और मैं कही उसे छ्चोड़ कर पायल पर
पिल गया तो मौसी अपनी चूत पर उंगली करती ही रह जाएगी.
पहले मैने एक हाथ से उसके पेटीकोट की गाँठ खोल दी और एक झटके में उसे
नीचे किया और दूसरा झटका पावं से देते हुए पेटीकोट को दूर फेंक दिया.
फिर मैने मौसी के कमर तक के हिस्से को ज़ोर से दबाकर रखा और उपर थोड़ा
ढीला छ्चोड़कर उसका ब्लाउस एक झटके में उसके बाजू से बाहर निकाल दिया.
अब साली वो भी एकदम नंगी थी और में भी और बगल में कंबल के अंदर
दूसरी चूत (पायल) सोती सुंदरी बनी हुई थी.
दोस्तों और सहेलियों आप अंदाज़ लगाओ क्या सिचुयेशन है,लंड एक है और छेद 6
और अभी तक एक छेद ने भी लंड का स्वाद नही चखा है.
मैने मौसी को उसके पेट के बल दबाकर रखा था और कोई मौका ना देकर उसकी
चूची दबा ली और उसकी गांद की वॅली में अपना लंड रखकर पहले बाहर
से ही रगड़ मारना सुरू किया.
मौसी बोल रही प्ल्ज़ कुश आराम से बहुत दर्द होता है तुम एकदम कसाई होकर पिल
जाते हो कुछ तो ख़याल करो मेरी गांद फट जाएगी.
प्लीज़ कुश मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है क्यों मेरी गांद फाड़ने पर लगे हो.
आज तक मैने कभी गांद नही मरवाई है.आज फाड़ डालोगे क्या मेरी गांद.
तुम तो मुझे बिल्कुल रंडी समझने लगे हो. मैने कहा अरे घबराती क्यों हो अब
जब नंगी हो गयी हो तो रंडी बनने में क्या शरम वैसे भी हर औरत का यह
रंडी वाला टाइम है.
तुम तो समझदार हो आइडीयल वुमन के मेरिट्स तो पता होने चाहिए,कि सुबह मोम,
दिन में दोस्त, शाम को लवर और रात में रंडी.
मौसी बोली वैसे तुम्हारी बात करते गांद फट जाती है पर यहाँ तो मेरी गांद
फाड़ने की बातें और रंडियों के स्पेशलिस्ट बन रहे हो.
मैने कहा तुम भी तो दिन में बड़ी सती सावित्री बनी फिरती हो मुझे देखते ही
अपना सर आँचल से ऐसे ढकती हो जैसे में तुम्हारा ससुर लगता हूँ.
इस तरह बातें करते हुए मैने मौसी की गांद के छेद का निशाना लेते हुए
अपना लंड पूरी ताक़त से उसकी गंद में ठोक दिया जैसे ट्यूब वेल की ड्रिलिंग
मशीन का ड्रिल ज़मीन में ठूकता है.
मौसी इतनी ज़ोर से चीखी उउउउउह्ह मेर्र्र्रीईइ माआन्न, माअररर द्दाल्ल्लाअ
स्साअल्ल्ली न्नईए.
मौसी की इस चीख से शायद पायल जाग गयी थी पर उसने कंबल से बाहर
मूह नही किया.
या तो वो दोबारा सो गयी या चुपचाप हमारी गंद मस्ती का नज़ारा देख (सुन) रही
थी.
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »


मैने अपने लंड को बिना हिलाए डुलाए मौसी का ध्यान टालने के लिए उसके पेट और
आर्म्पाइट्स पर चूमना और चाटना शुरू कर दिया और मेरा लंड उसकी गंद की गहराई
में पूरा समाया हुआ था लेकिन मौसी को अभी उसका अहसास नही कराना चाहता था.
मौसी पेट और बूब्स के बल चित लेटी हुई और उसके चूचिया बेड पर चिपकी
हुई सी थी मैने धीरे धीरे एक हाथ से उसके चूचो पर भी दबाव बना
शुरू कर दिया और पूरी स्पीड से उसकी बॅक, नेक, आर्म्पाइट और उसके बूब्स की जध
पर भी होंठों (लिप्स) से चुम्मा ले लेता था.
मैने उसकी बॉडी के उपर के पूरे हिस्से पर अपनी जीभ, होंठो और कभी
कभी ज़्यादा मस्ती के लिए हल्का सा काट भी लेता था और उसको फूलटो मस्त करने
की पूरी कोशिश कर रहा था.
अब जब मौसी की गंद मस्ती में बिल्कुल मस्त हो गयी तो वो मस्ती में अपने पैर
पटक कर और अपने चूचे उठाकर मुझे अपने बूब्स दबवाने और गंद ठोकने के
लिए और एग्ज़ाइट कर रही थी.
दोस्तों/सहेलियों में भी उसकी मस्ती का पूरा ख़याल रखते हुए उसके सर से
पैरों तक हर पार्ट को पूरा एग्ज़ाइट करने में लगा था यहाँ तक की मैं अपने
दोनो पैरो से उसकी टाँगों, पैरों और फुट फिंगर पर भी मसाज करके उसकी
प्यास को बढ़ाने की कोशिश कर रहा था.
अब तो वह गंद मस्ती में अपने चूतड़ उठा उठा कर अपनी गंद के रास्ते को और
खोलकर गंद मस्ती का सिग्नल दे रही थी.
जब मुझे पूरा विश्वास हो गया कि वो पूरी तरह मस्त हो गयी है तो मैने धीरे
धीरे अपने लंड को उसकी गंद में लेफ्ट राइट अंदर ही घुमाना सुरू कर दिया
जिससे उसको परेशानी भी ना हो और मुझे भी मेहनत कम करनी पड़े.
मैं गंद मस्ती के लिए केवल उसकी गंद पर ही कॉन्सेंट्रेट ना करके उसकी पूरी
बॉडी को एग्ज़ाइट कर रहा था.
मेरे ऐसा करने से वो अपनी गंद और चूतड़ और ज़ोर से उपर नीचे करने लगी
और मस्ती में में मोन करने लगी अहह, कुउहह, एम्म, ऊऊहह,
माआज़्ज़ा आआ गययायाअ कुउस्स्स्स्सह आौर ज्ज्ज्जॉर्र्र्सस्ससी ढाका लागाऊव
आअज्जजज टू फछद के ही राआआआख दूवग़ग्गीई,
फॅट जाए साली पर ऐसा मज़्ज़्ज़्ज़्ज़ म कुउुउउस्स्स्शह.
मुझहह्े तो पााात्ताआआ हीईीई नहियीईई त्ााअ गंदड़ मसत्त्तिईइ
कककककाा म्माज़्ज़ाआ आअहह. मौसी की सी चीख पुकार से पायल जाग गयी थी या
वो पहले ही जागी हुई थी और अब कंबल से मूह बाहर निकाल कर चुपचाप हमे
देख रही थी पर वो शायद नींद और नंगे होने की वजह से चुप थी.
इससे मुझे बड़ी राहत मिली क्योंकि मेरा अगला टारगेट तो उसी की गंद थी और फाइनल
टारगेट उसकी चुदाई.
मौसी की गंद मस्ती में आने के बाद मैं तो एक दम नॉर्मल और रिलॅक्स हो रहा
था क्योंकि मुझे बिल्कुल मेहनत नही करनी पड़ रही थी वो अपनी गंद और
चूतड़ उठा उठा कर अपनी गंद खुद मरवा रही थी,
मैं बस उसके चूचों और उपर की बॉडी पर अपने होंठों से अपना प्यार बरसा
रहा था.
इस समय सचमुच मैं और मौसी मस्ती की फाइनल स्टेज पर थे और दोनो दुनिया
से और बगल में लेटी पायल से बेख़बर गंद मस्ती का आनंद ले रहे थे और
मुझे भी पहली बार गांद मारने में इतना मज़्ज़ा आया.
जब मौसी कुच्छ थकने लगी तो मैने अपने लंड का ज़ोर दिखाना सुरू कर दिया और
अब मैं उसकी गांद में अपना लंड पूरी ताक़त से उपर नीचे पेलने लगा और
मौसी फिर मस्त हो गयी और घुटनो पर टिककर अपनी गंद को उपर कर लिया ताकि
उसकी गंद में मेरा लंड पूरी तरह समाता रहे.
बगल में लेटी पायल चुप दिखती थी पर शायद उसके अंदर भी मौसी की चुदाई
को देखकर वासना(सेक्षुयल डिज़ाइर) का तूफान ज़रूर उठ रहा होगा.
कुच्छ देर बाद मेरे लंड के अंदर हरकत होनी सुर हो गयी और मुझे लगा कि
मेरा माल बाहर आने वाला है तभी मौसी बोली कुश प्लीज़ अब मैं थक रही
हू थोड़ा रूको और इतना कहकर वह चित लेट गयी मैने भी उसके दोनो हाथों को
अपने हाथों से दबाकर अपना लंड पूरे दबाव के साथ उसकी गंद में ठोक दिया.
तभी मेरे लंड की पिचकारी उसकी गंद में छ्छूट गयी और वो कहने लगी कुश
लगता है तुम्हारे पिचकारी की बौछार हो गयी है.
इसके बाद मैं कुछ देर लंड उसकी गंद में डाले हुए ही शांति से उसके उपेर
लेटा रहा फिर मैने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और वह
बिल्कुल मुनक्के की तरह सिकुड गया था.
जैसे ही मैने अपना लंड बाहर निकाला मौसी की नज़र बगल में लेटी पायल की
तरफ गयी और उसने मेरी नज़रें बचाते हुए पायल को आँख मारी
(जैसे की चुदवाने का राइट टाइम आ गया है).
फिर मौसी ने अपने ब्लाउस को पहना और पेटीकोट को बांधने लगी और मैने अब
पायल की ठुकाई करने की सोची.

जैसे ही मौसी अपनी सफाई के लिए बाहर गयी मैने एकदम कंबल उठाया और
पायल एकदम नंगी पीठ के बल लेटी थी.
मैं बिना देर लगाए पायल के पेट के उपेर बैठ गया और उसकी दोनो
चूचियो को दोनो हाथों से पकड़ लिया और अपना लंड उसकी दोनो चूचियों के
बीच में रखकर चुदाई वाली स्टाइल में रगड़ने लगा.
यह सब इतनी जल्दी हुआ की पायल कुछ समझ ही नही पाई.
इससे मेरा लंड सॉफ हो गया दूसरा मेरे लंड की रगड़ से मेरा लंड भी फिर से
टाइट होने लगा और पायल की ठुकाई की तय्यारी सुरू हो गयी.
इस बार जैसे ही पायल मस्ती में आने लगी और आ उूउउ म्‍म्म्ममममममम करने
लगी तो मैने मौका देखते ही अपना लंड उसके खुले मूह के अंदर डाल दिया.
ऐसा करके मैने अपने लंड का इंट्रोडक्षन पायल को करा दिया.
पायल मेरे से किसी भी तरह बच नही सकती थी और उसे मज़ा ज़रूर आ रहा
था क्योंकि वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे उसकी बेबी उसका चूचियों
से दूध पी रही हो.
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »


पायल लंड चूसने की माहिर लगती थी क्योंकि वो बड़े मस्ती में मेरा लंड
चूस रही थी में भी उसकी इस हरकत से दंग रह गया.
मेरे लिए भी ये बड़ा ही अलग एक्सपीरियेन्स था,
कभी वो मेरे पूरे लंड को मूह में अंदर बाहर करती जैसे उसका मूह ना होकर
चूत हो और कभी मेरे लंड को धीरे से पकड़ कर उसके टोपे पर किस वाली
स्टाइल से सक करती थी तो कभी अपने लिप्स से मेरे लंड को पकड़ कर उपर
नीचे झटका देती थी.
अब मैं पूरी तरह पायल के कंट्रोल में था क्योंकि मेरा लंड उसके कंट्रोल
में आ गया था.
पर पायल पूरा ख़याल रख रही थी कि मुझे कोई परेशानी ना हो.
और वो मेरे लंड का एक दम ऐसे ख़याल रख रही थी जैसे मा अपने बच्चे
का ख़याल रखती है.
पायल इतना कॉपरेट करेगी मुझे पता नही था मैं तो सोच रहा था कि
कही सारा मामला उल्टा पड़ जाए और मैं जो इतने दिनो से मौसी की चुदाई करता
था वो भी बंद ना हो जाए.
पर अब तो मज़ा आ गया था और मेरी मुश्किल भी बढ़ गयी थी क्योंकि अब मेरे
लंड को दो चूतो को संभालना था और कहाँ मैं एक को भी कभी कभी ही
ठोक पता था.
अचानक पायल रुक गयी और मेरे लंड को आज़ाद करते हुए बोली,
कुश तुम अभी नये खिलाड़ी हो और अब तुम्हारी डंडी एकदम तैयार है और ज़्यादा
गड़बड़ की तो यह मिसफाइयर कर देगी और एक घंटे तक इसको थामे हुए हिलाते रह
जाओगे.
मैं उसका मतलब समझ गया था और मैं भी अपनी एनर्जी उसकी चुदाई के लिए
बचाना चाहता था और उसकी चूत का स्वाद लास्ट में लेना चाहता था,
इसलिए अब मैने पायल के साथ गंद मस्ती करने का फ़ैसला किया.
मैने पायल को पेट के बल उल्टा लिटा दिया और उसकी पीठ की तरफ से सीधे
उसकी गंद पर सवार हो गया.
नंगी तो वो पहले से ही थी और उसने कोई ख़ास विरोध भी नही किया.
मैं पायल की बॉडी के उपर लेट गया और अपना लंड उसकी गंद के छेद में
डालने की कोशिश करने लगा तो पायल ने मेरे लंड को पहले से ही एकदम तय्यार
कर रखा था.
फिर उसने अपने हाथ से पकड़कर मेरे लंड को अपनी गंद के पास अड्जस्ट किया और
बोली अब लगा दे पूरी ताक़त और दिखाओ अपना ज़ोर देखती हूँ तुम्हारे इस जवान
लंड में कितना दम है.
मैने भी पूरी ताक़त से पायल की गंद में अपना लंड ठोक दिया.
उसकी गंद थी बड़ी टाइट पर उसके चूतड़ भी बड़े मस्त थे और ऐसा लगता था
जैसे मेरा लंड किसी मखमल के गद्दे के बीच किसी छेद में फॅस गया हो.
पायल साली तो जबरदस्त चुड़क्कड़ निकली मैं तो उसे बड़ा शरीफ समझता था
पर वो तो बड़ी ही एक्सपर्ट चुदासी लगती है.
उसने जिस स्टाइल में मेरा लंड चूसा और अब गंद मरवा रही थी उससे लगता था
कि वह सब आक्षन में माहिर है.
पायल बोली कुश जल्दी बाज़ी मत करना आराम से धक्के लगाओ और मुझे कोई जल्दी
नही है.
मैने कहा तुमको तो लगता है गंद मरवाने का बड़ा एक्षपीरियंस है.
तब पायल ने बताया कि नही एक दो बार उसके हब्बी ने कोशिश की थी पर वो
हड़बड़ी में कभी अच्छी तरह गंद नही मार पाया और उसकी पिचकारी पहले ही
छ्छूट गयी.
उसने बताया कि उसने कई बार गांद मस्ती वाली ब्लू फ़िल्मे अपने हुउउब्बी के
साथ और अकेले मे देखी हाइईईई अओर उसी से ये आइडिया है.
मैं फिर धीरे धीरे उसकी गंद में जगह बनाने के लिए धक्का लगाने लगा.
पायल कह रही थी बस इसी तरह लगे रहो धीरे धीरे स्पीड बढ़ाना मुझे
मॅज़ा आ रीएहहा हहाइईइ.
अब मैं पायल की गंद में अपने लंड को पेलने लगा तो उसकी गंद में
सरसराहट सी होने लगी और वो भी मस्ती में आने लगी.
जब पायल की मस्ती बढ़ने लगी तो उसने अपनी गंद उठा उठा के मुझे सहयोग
देना सुरू कर दिया और मुझे बताती भी जाती कि ज़्यादा ज़ोर मत लागाओ
आराअम सीए धाक्का पेली कारो.
बगल में मौसी उसकी गंद मस्ती देख कर बेचैन हो रही थी तो पायल ने
उसे सामने पिल्लो पर बैठने को कहा और उसकी दोनो टाँगें फैला दी.
फिर पायल उसकी जांघों के बीच में झुक गयी और और उसकी चूत के आस पास
चाटने लगी. दोस्तो देखा आपने कहाँ तो पायल की चुदाई के लिए मरा जा रहा था
चूत की चुदाई करने की बजाय दोनो की गाड़ की ही थुकाइ ही कर दी चलो कोई बात नही
अगले पार्ट मे पायल की चुदाई भी देख लेंगे आपका दोस्त राज शर्मा

क्रमशः..............
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »



pyari mousi paart--6

gataank se aage........
Mere is action se woh hadbada gayi aur usne apni dono tangein faila di main uski
dono tangon ke gap mein baith gaya aur uska peticoat ek dum upar kar diya.
Fir maine uske dono chootad ko apne dono haathon se daba diya Ab mere liye uski
gaand marna to aur bhi asan tha.
Ab maine pehle uski gand hi marne ki sochi kyonki saali jab Paayal ke sath masti
kar rahi thi apni gand jyada hi matkati thi aur gaand marwane mein bahut nakhre
bhi karti hai.
Ab main mousi ko uthakar bed par chit litakar patak diya aur ekdum uske upar
sawar ho gaya nahi to mousi fir meri pakad se nikal jaati.
Main ek ek kar apni lungi ko khol kar apna underwear bhi utar diya aur fir
baniyan utar kar ek dum nanga ho gaya par is doran main mousi ko puri tarah se
apne neeche daba ke rakha.
Uski chikni aur mulayam makkhani skin ko dabane mein to bada maza aa raha tha.
Lekin main mousi ko bhi pura nanga kar lena chahta tha jisse sali sharam ke
maare halla na kar sake,
kyonki sali khud nangi hogi to Paayal ke uthne ke dar se halla nahi karegi.
Usko maloom hai ki Paayal bhi nangi hai aur main kahi usse chhod kar Paayal par
pil gaya to mousi apni choot par ungli karti hi reh jayegi.
Pehle maine ek haath se uske peticoat ki gaanth khol di aur ek jhatke mein use
neeche kiya aur dusra jhatka paon se dete huye peticoat ko door fenk diya.
Fir maine mousi ke kamar tak ke hisse ko jor se dabakar rakha aur upar thoda
dheela chhodkar uska blouse ek jhatke mein uske baju se bahar nikal diya.
Ab sali woh bhi ekdum nangi thi aur mein bhi aur bagal mein kambal ke ander
dusri choot (Paayal) soti sundari bani huyi thi.
Doston aur saheliyon aap andaz lagao kya situation hai,Lund ek hai aur chhed 6
aur abhi tak ek chhed ne bhi Lund ka swad nahi chakha hai.
Maine mousi ko uske pet ke bal dabakar rakha tha aur koi mauka na dekar uske
choochi daba liye aur uski gaand ki valley mein apna lund rakhkar pehle bahar
se hi ragad marna suru kiya.
Mousi bol rahi plz kush aram se bahut dard hota hai tu ekdum kasai hokar pil
jaate ho kuch to khayal karo meri gaand fat jayegi.
Please kush maine tumhara kya bigada hai kyon meri gaand fadne par lage ho.
aaj tak maine kabhi gaand nahi marwaayi hai.aaj faad daaloge kya meri gaand.
Tum to mujhe bilkul randi samajhne lage ho. Maine kaha Are ghabrati kyon ho ab
jab nangi ho gayi ho to randi banne mein kya sharam waise bhi har aurat ka yeh
randi wala time hai.
Tum to muture ho ideal woman ke merits to pata hone chahiye,ki subah mom,
din mein dost, sham ko lover aur raat mein randi.
Mousi boli waise tumhari baat karte gaand fat jati hai par yahan to meri gaand
fadne ki baatein aur randiyon ke specialist ban rahe ho.
Maine kaha tum bhi to din mein badi sati savitri bani firti ho mujhe dekhte hi
apna sar anchal se aise dhakti ho jaise mein tumhara sasur lagta hun.
Iss tarah baatein karte huye maine mousi ki gaand ke chhed ka nishana lete huye
apna lund puri takat se uski gand mein thok diya jaise Tube well ki drilling
machine ka drill jameen mein thukta hai.
Mousi itni zor se cheekhi uuuuuhh merrrriiiii maaaann, maaarrr ddaalllaaa
ssaaalllee nneee.
Mousi ki isss chhheekh se shayad Paayal jaag gayi thi per woh kambal se bahar
muh nahi kari.
Ya to woh dobara so gayi ya chupchap hamari gand masti ka nazara dekh (sun) rahi
thi.
Maine apne lund ko bina hilaye dulaye Mousi ka dhyan talne ke liye uske peth aur
armpits per chomna aur chatna shuru kar diya aur mera lund uski gand ki gahrai
mein pura samaya hua tha lekin Mousi ko abhi uska ahsas nahi karana chahta tha.
Mousi pet aur boobs ke bal chit leti huyi aur uske choochiya bed par chipke
huye se the maine dheere dheere ek haath se uske choocho par bhi dabav bana
shuru kar diya aur puri speed se uski back, neck, armpit aur uske boobs ki jadh
par bhi honthon (lips) se chumma le leta tha.
Maine uski body ke upar ke pure hisse par apni jeebh, hontho aur kabhi
kabhi jyda masti ke liye halka sa kaat bhi leta tha aur usko fooltoo mast karne
ki puri koshish kar raha tha.
Ab jab Mousi gand masti mein bilkul mast ho gayi to woh masti mein apne pair
patak kar aur apne chooche uthakar mujhe apne boobs dabwane aur gand thokne ke
liye aur excite kar rahi thi.
Doston/saheliyon mein bhi uski masti ka pura khayal rakhte huye uske sar se
pairon tak har part ko pura excite karne mein laga tha yahan tak ki main apne
dono pairo se uski tangon, pairon aur foot finger par bhi massage karke uski
pyas ko badane ki koshish kar raha tha.
Ab to wah gand masti mein apne chootad utha utha kar apni gand ke raste ko aur
kholkar gand masti ka signal de rahi thi.
Jab mujhe pura vishwas ho gaya ki woh puri tarah mast ho gayi hai to main dheere
dheere apne lund ko uski gand mein Left right ander hi ghumana suru kar diya
jisse usko pareshani bhi na ho aur mujhe bhi mehnat kam karni pade.
Main gand masti ke liye kewal uski gand par hi concentrate na karke uski puri
body ko excite kar raha tha.
Mere aisa karne se woh apni gand aur chootad aur zor se upar neeche karne lagi
aur masti mein mein moan karne lagi ahhhhh, kuuhhhh, mmm, oooohh,
maaaazzaa aaaa gayyayaaa kuussssshh aaaur jjjjorrrssssee dhakaa laagaaooo
aaajjjj too phhhhhhhad ke hi raaaaaaaakhhh dooogggeeee,
phat jaye sali par aisa mazzzzz m kuuuuusssshhhhhh.
Mujhhhhhhe to paaaaaattaaaaaa hiiiii nahiiiiii thaaaaa gandd mastttiiii
kkkkkaaaa mmaazzaaaa aaahhh. Mousi ki si cheekh pukar se Paayal jag gayi thi ya
woh pehle hi jagi huyi thi aur ab kambal se muh bahar nikal kar chupchap hame
dekh rahi thi par woh shayad neend aur nange hone ki wajah se chup thi.
Isse mujhe badi rahat mili kyonki mera agla target to usi ki gand thi aur final
target uski chudai.
Mousi ke gand masti mein aane ke baad main to ek dum normal aur relax ho raha
tha kyonki mujhe bilkul mehnat nahi karni padh rahi thi woh apni gand aur
chootad utha utha kar apni gand khud marwa rahi thi,
Main bus uske choochon aur upar ki body par apne honthon se apna pyar barsa
rAha tha.
Iss samay sachmuch main aur Mousi masti ki final stage par the aur dono duniya
se aur bagal mein leti Paayal se bekhabar gand masti ka anand le rahe the aur
mujhe bhi pehli bar gaand marne mein itna mazzaa aaya.
Jab Mousi kuchh tahkne lagi to maine apne lund ka jor dikhana suru kar diya aur
ab main uski gaand mein apna lund puri takat se upar neche pelne laga aur
Mousi fir mast ho gayi aur ghutno par tikkar apni gand ko upar kar liya taki
uski gand mein mera lund puri tarah samata rahe.
Bagal mein leti Paayal chup dikhti thi par shayaduske ander bhi Mousi ki chudai
ko dekhkar vasna(sexual desire) ka toofan jarur uth raha hoga.
Kuchh der baad mere lund ke andar harkat honi sur ho gayi aur mujhe laga ki
mera maal bahar aane wala hai tabhi Mousi boli kush pleaze ab main thak rahi
hu thoda ruko aur itna kahkar wah chit Late gayi maine bhi uske dono haathon ko
apne haathon se dabakar apna lund pure dabav ke sath uski gand mein thok diya.
Tabhi mere lund ki pichkari uski gand mein chhoot gayi aur woh kehni lagi kush
lagta hai tumhare pichkari ki bauchhar ho gayi hai.
Iske baad main kuch der lund uski gand mein dale huye hi shanti se uske uper
leta reha fir Maine dheere se apna lund bahar nikala aur wah
bilkul munakke ki tarah sikud gaya tha.
Jaise hi maine apna lund bahar nikala Mousi ki nazar bagal mein leti Paayal ki
taraf gayi aur usne meri najrein bachate huye Paayal ko aankh mari
(Jaise ki chudwane ka right time aa gaya hai).
Fir Mousi ne apne blouse ko pehna aur peticoat ko bandhene lagi aur maine ab
Paayal ki thukai karne ki sochi.

Jaise hi Mousi apni safai ke liye bahar gayi maine ekdum kambal uthaya aur
Paayal ekdum nangi peeth ke bal leti thi.
Main bina der lagaye Paayal ke pet ke uper baith gaya aur uske dono
choochiyo ko dono haathon se pakad liya aur apna lund uske dono choochiyon ke
beech mein rakhkar chudai wali style mein ragadne laga.
Yeh sab itni jaldi hua ki Paayal kuch samajh hi nahi payi.
Isse mera lund saaf ho gaya dusra mere lund ki ragad se mera lund bhi fir se
tite hone laga aur Paayal ki thukai ki tayyari suru ho gayi.
Iss bar jaise hi Paayal masti mein aane lagi aur aah uuuu mmmmmmmmmm karne
lagi to maine mauka dekhte hi apna lund uske khule muh ke ander dal diya.
Aisa karke maine apne lund ka introduction Paayal ko kara diya.
Paayal mere se kisi bhi tarah bach nahi sakti thi aur use maza jarur aa raha
tha kyonki woh mere lund ko aise choose rahi thi jaise uski baby uska choochiyon
se doodh pee rahi ho.
Paayal lund choosne ki mahir lagti thi kyonki woh bade masti mein mera lund
choos rahi thi mein bhi uski iss harkat se dang reh gaya.
Mere liye bhi ye bada hi alag experience tha,
kabhi woh mere pure lund ko muh mein ander bahar karti jaise uska muh na hokar
choot ho aur kabhi mere lund ko dheere se pakad kar uske tope par kiss wali
style se suck karti thi to kabhi apne lips se mere lund ko pakad kar upar
neeche jhatka deti thi.
Ab main puri tarah Paayal ke control mein tha kyonki mera lund uske control
mein aa gaya tha.
Par Paayal pura khayal rakh rahi thi ki mujhe koi pareshani na ho.
Aur woh mere lund ka ek dum aise khayal rakh rahi thi jaise maa apne bachche
ka khayal rakhti hai.
Paayal itna coperate karegi mujhe pata nahi tha main to soch raha tha ki
kahi sara mamla ulta pad jaaye aur main jo itne dino se mousi ki chudai karta
tha woh bhi band na ho jaye.
Par ab to maza aa gaya tha aur meri mushkil bhi badh gayi thi kyonki ab mere
lund ko do chooton ko sambhalna tha aur kahan mein ek ko bhi kabhi kabhi hi
thok pata tha.
Achanak Paayal rook gayi aur mere lund ko azad karte huye boli,
kush tum abhi naye khiladi ho aur ab tumhari dandi ekdum taiyar hai aur jyada
gadbad ki to yeh misfire kar degi aur ek ghante tak isko thame huye hilate reh
jaoge.
Main uska matlab samajh gaya tha aur main bhi apni energy uski chudai ke liye
bachana chahta tha aur uski choot ka swad last mein lena chahta tha,
isliye ab maine Paayal ke sath gand masti karne ka faisla kiya.
Maine Paayal ko pet ke bal ulta lita diya aur uski peeth ki taraf se sedhe
uski gand per sawar ho gaya.
Nangi to woh pehle se hi thi aur usne koi khaas virodh bhi nahi kiya.
Main Paayal ki body ke upar late gaya aur apna lund uski gand ke chhed mein
dalne ki koshish karne laga to Paayal ne mere lund ko pehle se hi ekdum tayyar
kar rakha tha.
Fir usne apne haath se pakadkar mere lund ko apni gand ke paas adjust kiya aur
boli ab laga de puri taqat aur dikhao apna jor dekhti hun tumhare is jawan
lund mein kitna dum hai.
Maine bhi puri taqat se Paayal ki gand mein apna lund thok diya.
Uski gand thi badi tite par uske chootad bhi bade mast the aur aisa lagta tha
jaise mera Lund kisi makhmal ke gadde ke beech kisi chhed mein fass gaya ho.
Paayal sali to jabardast chudakad nikli main to use bada sharif samajhta tha
par woh to badi hi expert chudasi lagti hai.
Usne jis style mein mera lund choosa aur ab gand marwa rahi thi usse lagata tha
ki wah sab action mein mahir hai.
Paayal boli kush jaldi bazi mat karna aram se dhakke lagao aur mujhe koi jaldi
nahi hai.
Maine kaha tumko to lagta hai gand marwane ka bada exp hai.
Tab Paayal ne bataya ki nahi ek do baar uske hubby ne koshish ki thi par woh
hadbadi mein kabhi achchhi tarah gand nahi maar paya aur uski pichkari pehle hi
chhoot gayi.
Usne bataya ki usne kai baar gaaand maaaast waaali blue filme apnne huuubby kee
saaaath aur akele meein deekhi haaiiiii aaur usiiii se ye idea haai.
Main fir dheere dheere uski gand mein jagah banane ke liye dhakka lagane laga.
Paayal kah rahi thi bus issi tarah laage raho dhere dhere speed badhaana muujhe
maaza aa reeehahha hhaaiii.
Ab main Paayal ki gand mein apne lund ko pelne laga to suki gand mein
sarsarahat si hone lagi aur woh bhi masti mein aane lagi.
Jab Paayal ki masti badhne lagi to usne apni gand utha uthaa ke mujhe sahyog
dena suru kar diya aur mujhe batati bhi jaati ki jyaada joor maat laagaao
araaam seee dhaakka peeli kaaro.
Bagal mein mousi uski gand masti dekh kar bechain ho rahi thi to Paayal ne
usse samne pillow par baithne ko kaha aur uski dono tangein faila di.
Fir Paayal uski janghon ke beech mein jhuk gayi aur aur uski choot ke aas pass
chatne lagi.

kramashah..............
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »

प्यारी मौसी पार्ट--7

गतान्क से आगे........
पिछचे से वो अपनी गंद उठा उठा कर गंद मरवाने में भी मस्त थी और
उधर मौसी की चूत को चाटना भी सुरू कर दिया.
जब उसे मज़्ज़ा आने लगा तो वो मुझसे बोली कुउष आआब मौका है अपनी पूरी
ताक़त से ठोको मेरी गांद मे.
पायल चीखने लगी और्र ज्जॉर्र्र्र सससे एम्म आआहह म जाअरा आआर ऊवार सीए
आअज्जज मेरी गांड्ड़ड़ क्कू फ्फ़ादद दूओ म्मेरी कुउहह राआजाअ.
तुमसे तो गाड्ड़नदण्ड मरवानने काअ म्माज़्ज़ा गायया एककक सालाअ मेराअ हुब्ब्ब्बी
हमीशाअ ज़ूर जबार्दासति काअरता रीईईटा हाई मेरी कूई कदर्र्ट ही नही
साअलल्ल्ल्लीए कक्कूव.
कुउस्स्स्स्शह आअज्जजज तो मीरी गांद कििई भूख मिईीईता दो मैं तो
तुम्ाअरी ईईआन मंद हूँ.
प्ल्स. कुउष आअब स्पीड बबधाअ डू अओर्र गांद फाटने की चिंता म्‍म्माअत्त्त
कककर्रिई ये नाज़ुक है पार बाअदी माजबोट भी हयाययी.
इसके बाद मैने उसको बताया चुदाई के इस स्टाइल को 69 पोज़िशन कहते है तो वो
बोली कि उसको तो पता ही नही था और उसके हब्बी ने कभी इस तरह उसकी नही
ली थी.
मैने कहा तुम देने वाली बनो में इतने स्टाइल बताउन्गा कि दिन गिनना भूल जाओगी
किस दिन किस स्टाइल में चुदवाइ थी.
वो बोली अब ज़्यादा तारीफ मत करो रात बातों में ही गुज़ार दोगे तो आज लोगे
कैसे.
मैं भी ज़्यादा बात नही करना चाहता था क्योंकि मेरा लंड उसकी चुदाई के लिए
मचल रहा था और उसके मूह का स्वाद लेकर एकदम लोहे का डंडा बन गया था.
फिर मैने कहा कि आज की फिल्म के मेन रोल की तरफ चलते हैं अब चुदवाने के
लिए तैयार हो जाओ तो मौसी बोली तुम तो अब जान ही गये होगे कि मैं तो तैयार
हूँ पर तुमको मेहनत करनी पड़ेगी.
इधर पायल ने अपने मूह से मौसी की चूत पर हमला कर दिया था और मौसी की
हालत खराब कर दी थी.
इधर अब मेरा लंड ने पूरी स्पीड पकड़ ली थी और वह पूरी ताक़त से पायल की
गंद पर पिला हुआ था.
पायल की बॉडी इतनी मुलायम और गुदगुदी थी कि थकने के बावजूद भी मज़ा आ
रहा था.
और अब मेरे लंड के अंदर सनसनाहट होने लगी तो मैने पायल को बोला की अब
तैयार हो जाओ बरसात होने वाली है तो पायल बोली कोई बात नही मेरे राजा मेरी
गंद तो तुम्हारे लंड की उस बरसात से भीगने को पूरी तरह तय्यार है और तुम
चिंता मत करो और लगे रहो डार्लिंग.
औरत के शरीर की भूख भी औरत से क्या क्या कहलवाती है ये मुझे पायल को
देखकर पता चल रहा था फिर मेरे लंड से एक लिक्विड का फोर्स निकला और पायल
की गंद की गहराई में समा गया.
पायल बोली आआहह एमेम आआहहहहा आअज्जज तो तुऊउँहारे लंड की बरसाआत ने मेरी
गंद को भिगो कर मस्त कर दिया…
मैं अपने लंड को उसकी गंद में रोके हुए ही उसके उपर लेट गया.
थोड़ी देर में पायल की गंद से मैने अपना लंड निकाल और अब मौसी चुदवाने के
लिए मचल रही थी पर मेरा लंड तो सूख कर छुहारा हो गया था और उसको
नॉर्मल करना ज़रूरी था.
इसके लिए मुझे फिर पायल के पास जाना पड़ा क्योंकि वही मेरे लंड को खड़ा कर
सकती थी उसके होंठों में भी बड़ा दम था साली ने मौसी को चुदवाने के लिए
एकदम तैयार कर दिया था और इसी काम में मेरा तो दिन निकल जाता था.
पायल मेरा इरादा समझ गयी और बोली मैं तो इसकी एक्सपर्ट हूँ क्योंकि मेरा मर्द
साला एकदम झाड़ जाता है इसलिए बार बार साले के लंड को खड़ा करना पड़ता
है.
पायल ने मेरे लंड को पहले मौसी के पेटीकोट से पोच्छा और बोली सॉरी यार पर
इसे मैं तुम्हारे पेटीकोट के अंदर के लिए ही तैयार कर रही हूँ और हसणे
लगी.
फिर मौसी ने मेरे लंड को अपने मूह में भरकर बहलाना फुसलाना सुरू कर दिया
और आराम से उसको खड़ा करने के लिए राज़ी करने लगी.
10 मिनिट में कमाल हो गया और मेरा लंड एक दम 90 डिग्री पर खड़ा हो गया.
पायल ने ये काम इतनी सावधानी से किया कि मेरे लंड पर एक्सट्रा प्रेशर
भी नही आने. पर पायल ने एक और कमाल कर दिया था वो था कि मौसी को
चुदाई के लिए एकदम तय्यार कर दिया था.
मेरा खड़ा लंड देखकर तो मौसी लेटे लेटे ही मचल रही थी और अपने आप आकर
बोली आज तुम लेटे रहो मैं तुम्हारी चुदाई करूँगी या ये समझ लो की मैं खुद
चुदवाउन्गि.
मौसी आकर मेरी जांघों(थाइस) पर बैठ गयी और अपनी दोनो टाँगें फैलाकर
चुदाई के लिए अपनी चूत के छेद पर मेरे खड़े लंड का निशाना लेते हुए मेरा
लंड अपनी चूत में लेने लगी.
थोड़ी कोशिश के बाद उसका निशाना लगा और उसने उपर से एक कुद्डी लगाई और मेरा
लंड घूप्प से उसकी चूत के अंदर समा गया.
अब मैने कहा नही पहले मैं चुदाई करूँगा जब मैं थोड़ा थकु तब तुम स्टार्ट
होना इतना कहकर मैने अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ा और मौसी की टाँगें अपनी
कमर की तरफ करके उसको लिटा दिया और उसकी चूत पर धक्का लगाना सुरू कर
दिया.
मौसी की चूत तो पहले से ही गर्म थी और मेरा लंड भी टाइट था तो हमारा
चुदाई अभी सीधे 3र्ड गियर से ही सुरू हो गया बस असेललेराटोर दबाए रखना था
और गाड़ी सरपट दौड़ रही थी.
मैने धक्के लगाने सुरू कर दिए और मैं पूरी ताक़त से उसकी चूत पर पिल
गया मेरा लंड मौसी की चूत में बिल्कुल पंप के पिस्टन की तरह अंदर बाहर
हो रहा था और मौसी बड़ी मस्ती से चुदाई का मज़ा ले रही थी.
उधर पायल की बेबी जाग गयी तो पायल ने अपने कपड़े पहने और उसे गोद में
लेकर उसको अपनी चूचियों से ही फीड करने लगी.
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