फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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Re: फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स --4

आराधना और सिमरन कॉलेज जाने के लिए घर से बाहर आ जाती है. सिमरन की न्यू कार होंडा आराधना के घर के बाहर ही खड़ी थी जो हाल मे ही सिमरन के फादर ने उसे बर्तडे गिफ्ट दी थी. सिमरन डोर खोलती है और अंदर बैठती है, फिर सीट बेल्ट लगाती है और कार स्टार्ट करती है. दूसरी साइड से आराधना भी डोर ओपन करके बैठ जाती है. सिमरन कार का एसी ऑन करती है और ड्रॉयर से सिगरेट का बॉक्स निकाल कर एक सिगेरेट अपने लिए निकालती है. और एक सिगेरेट आराधना को भी ऑफर करती है.

आराधना -" तू जानती है ना कि मे स्मोकिंग नही करती". आराधना ने गुस्से मे रिप्लाइ किया.

सिमरन- " ओके, ओके लेकिन गुस्सा क्यू हो रही है. तू नही करती बट आइ लाइक स्मोकिंग. लेकिन बता ना कि तेरा मूड क्यू ऑफ है".

आराधना -" तू ऐसे कपड़े पहन कर घर क्यू आती है".

सिमरन -" तो क्या बुर्क़ा पहन कर आउ?"

आराधना- " तुझे पता है कि ना की मेरे घर मे जवान भाई है और मेरे डॅडी भी है. तुझे ऐसे कपड़े पहन कर नही आना चाहिए."

सिमरन - " मुझे तो लगता है कि तेरे डॅडी को मेरे कपड़े पसंद आए, भाई को भी बुला कर दिखा दे उसका भी रेयेक्सन देख लेते है".

आराधना- " मेरे डॅडी को ऐसे कपड़ो मे कभी लड़किया पसंद नही आती."

सिमरन-" मेरी जान ये जितने भी शरीफ डॅडी होते है ना, मौका मिलते ही चौका मार देते है. हा हा हा हा". आराधना को सिमरन की इस बात पेर गुस्सा आ जाता है और कार का गेट खोलने की कोशिश करने लगती है. तभी सिमरन सारे डोर लॉक कर देती है.

सिमरन- " सॉरी स्वीटी, चल अब कॉलेज चलते है. गुस्सा थूक दे". सिगेरेट फेंकने के बाद सिमरन गाड़ी कॉलेज की तरफ बढ़ा देती है.

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प्रीति अब तक सोकर उठ चुकी है और उठते ही उसे बेड टी चाहिए. स्मृति उसके लिए बेड टी लेकर उसके रूम मे जाती है, उसके सिल्की बालो मे हाथ फिरते हुए जगाती है. प्रीति उठ कर पीठ के बल बैठ जाती है. उसके बाद स्मृति नीचे चली जाती है. चाइ की एक दो चुस्की लेने के बाद, उसकी नींद थोड़ी सी खुलती है और उसे महसूस होता है कि फर्स्ट फ्लोर की गॅलरी पे कुच्छ धम्म धम्म जैसा साउंड हो रहा है. वो आँखो को थोड़ा और खोलती है तो देखती है कि कुशल फर्स्ट फ्लोर गॅलरी मे एक्सर्साइज़ कर रहा है. उसने बस एक शॉर्ट पहना हुआ है और कुच्छ नही. चेस्ट पूरी पसीने मे लथ पथ थी. वो जैसे कूद रहा था, उसका वो पार्ट भी ऐसे ही कूद रहा था. प्रीति की निगाहे जैसे ही वहाँ पड़ती है उसके हाथ से चाइ का कप छूट ही जाता बस बच गया पता नही कैसे. स्ट्रॉंग बाइसेप्स, मस्क्युलर बॉडी और शॉर्ट मे एक्सर्साइज़ करते हुए उसे देख कर प्रीति की तो नींद ही उड़ गयी. उसे कल का इन्सिडेंट याद आ गया जब कुशल ने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया था.

गुस्सा भी आ रहा था और दिल मे एक हलचल भी हो रही थी. वो चाइ का कप हाथ मे लिए बाहर जाती है.

प्रीति - " गुड मॉर्निंग ब्रो".

कुशल - " हे भगवान, मेरी बहन की तबीयत तो ठीक है जो इतने प्यार से गुड मॉर्निंग बोल रही है".

प्रीति - "चल अपना गुड मॉर्निंग वापिस लेती हू. वैसे कल तू सही कह रहा था कि तेरे पास कपड़ो की कमी है". प्रीति कुशल की चेस्ट की तरफ देखती हुई बोलती है.

कुशल - " जो ढका होना चाहिए वो ढका हुआ है, फिर तुझे क्यू लगता है कि मेरे पे कपड़ो की कमी है".

प्रीति -" क्या ढका होना चाहिए".

कुशल-" बताउ या दिखाऊ".

प्रीति के चेहरे का रंग लाल पड़ गया अपनी भाई की ये बात सुनकर. और उठ कर वो अपने रूम मे चली जाती है. अपने रूम मे जाते ही वॉर्डरोब से रेड ब्रा और रेड पैंटी निकालती है. टवल उठाती है और बातरूम मे घुस जाती है. बाथरूम मे घुसने के बाद वो जैसे ही टी-शर्ट उतारती है, अपने बूब्स पे नज़र पड़ते ही वो शर्मा जाती है. टिट्स बिल्कुल टाइट हो चुके थे, वो खुद भी नही समझ पा रही थी कि आख़िर क्या हो रहा आज कल. बॉडी क्यू ऐसा फील करती है, सर दर्द क्यू हो जाता है, होंठ क्यू सुख जाते है, ऐसा क्यू लगता है कि कुच्छ कमी, और वो क्या कमी है. बहुत सारे सवाल उसके माइंड मे चल रहे थे. लेकिन वो फिर भी मुस्कुरा रही थी कि जो भी अहसास है अच्छा अहसास है. उसके बाद उसकी नज़रे अपनी गीली पैंटी पे जाती है, पैंटी के अंदर हाथ डालती है और देखती है कि एक लिक्विड बाहर आया हुआ है. ये लिक्विड क्या है, क्यू आ रहा है.

कहीं ये कुशल की बातो से तो नही...., नही नही ऐसा कैसे हो सकता है आख़िर वो मेरा भाई है. प्रीति ने मन मे सोचा. उसने अपनी पैंटी उतारी और अब वो बिल्कुल नगन सिचुयेशन मे थी. बाथरूम मिरर मे उसने अपने आप को देखा और देखती ही रह गयी. गुलाब की पंखुड़ियो जैसे लिप्स, गोरे गोरे चीक्स, सिल्की हेर, मजबूत अमरूद जैसे बूब्स, और बस क्या बताऊ. उसे बस अपनी बॉडी मे एक चीज़ अजीब लगी जो कि उसकी पुसी पे आए हुए बड़े बड़े बाल. उनको देख कर वो शर्मा गयी, उसने सोचा कि क्यू ना आज क्लीन कर लू इन्हे. उसने अपना एलेक्ट्रिक शेवर सर्च करना शुरू किया लेकिन नही मिला. टवल लपेट कर वो बाथरूम के बाहर आई, और अपने रूम मे ढूँढा लेकिन नही मिला. अच्छे तरीके से सर्च करने के बाद भी नही मिला तो सोचा कि कहीं आराधना दीदी ने तो नही ले लिया है. लेकिन उनके पास तो अपना है, कहीं बाहर टाय्लेट मे तो नही है. हाँ शायद वहाँ हो सकता है, ये सोच कर वो बाहर जाने का फ़ैसला करती है लेकिन सोचती है कि बाहर कुशल है क्या टवल मे जाना सही होगा. फिर उसके मन मे आता है कि क्यूँ जब वो शॉर्ट मे एक्सर्साइज़ कर सकता है तो क्या मे टवल मे बाहर नही जा सकती. और आख़िर कार वो बाहर आ ही जाती है, कुशल के पाँव तले से ज़मीन खिसक जाती है. वो टवल भी कोई फुल साइज़ नही था, उसके बूब्स पे बेहद टाइट था और थाइस तक कवर कर रहा था.
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
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Re: फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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कुशल-" लगता है तेरे पास भी कपड़ो की कमी हो गयी है." कुशल उसे उसी तरीके से छेड़ता हुआ बोलता है जिस तरीके से प्रीति ने उसे छेड़ा था.

प्रीति -" जो ढका होना चाहिए वो ढका हुआ है तो तुझे क्यू लगा कि कपड़ो की कमी है मेरे पास". प्रीति ने भी साइड पोज़ मे अपने बूब्स को थोड़ा बाहर निकालते हुए ये बात कही और अपनी बात का बदला ले लिया. और कुशल के मूँह से कोई शब्द नही निकले. फिर वो फर्स्ट फ्लोर टाय्लेट मे जाकर अपना एलेक्ट्रिक रेज़र सर्च करने लगती है. कुशल उसे देख रहा था कि वो कुच्छ ढूंड रही है. वो अपने रूम मे जाता है और बाहर आता है.

कुशल -" क्या इसे ढूंड रही है?". उसके हाथ मे एलेक्ट्रिक शेवर था, जिसे देख कर प्रीति का चेहरा लाल पड़ जाता है और वो भाग कर कुशल के हाथो से वो छीन लेती है.

प्रीति - " तो बदमाश आज कल तू मेरे रूम मे चोरी भी करने लगा है". प्रीति ने स्माइल करते हुए कहा.

कुशल -" मेने सोचा कि पैसे क्यू वेस्ट करने, इसीलिए तेरा ही यूज़ कर लिया".

प्रीति - " लेकिन अभी तो तेरी शेविंग ठीक से आई भी नही".

कुशल - " तो मेने इसे फेस शेविंग के लिए उसे नही किया". और फेस पे शैतानी मुस्कान थी.

प्रीति - " तो क्या गंजा होने के लिए चुराया था तूने ये".

कुशल-" गंजा तो किया है लेकिन सर को नही किसी और को" और ये कहते हुए उसकी निगाहे नीचे जाती है अपने शॉर्ट की तरफ. प्रीति का मूँह खुला का खुला रह जाता है उसकी इस बात पर और वो शरमा कर अपने रूम मे भाग जाती है. बाथरूम मे पहुँच कर वो अपना गेट बंद कर लेती है. कुशल पीछे पीछे पहुँच जाता है. और चुप चाप जाकर उसके बेड पे बैठ जाता है, वहीं साइड मे उसकी पिंक ब्रा पड़ी थी जिस पे 32 सी लिखा हुआ था.

कुशल - "प्रीति ये 32सी क्या होता है"?

प्रीति - " नलायक तू यहाँ भी आ गया, भाग यहाँ से.

कुशल - " बता पहले कि ये 32सी क्या होता है".

प्रीति - " तेरा सर होता है भाग यहाँ से, और नहाने दे मुझे".

कुशल -" मेरे सर का ऐसा तो ऐसा साइज़ नही होता".

प्रीति -" तो कैसा साइज़ होता है". प्रीति ने अब अपना एलेक्ट्रिक रेज़र स्टार्ट कर लिया था जिसकी आवाज़ बाहर कुशल भी सुन रहा था.

कुशल - " बताऊ कैसा साइज़ होता है".

प्रीति - " हाँ बता". उसने अपनी पुसी को क्लीन करना शुरू कर दिया था.

कुशल -" पक्का बताऊ".

प्रीति -" हाँ बता ना".

कुशल -" कभी नापा नही किया लेकिन 8 इंच से कम नही होगा". ये बात सुनते ही प्रीति के तो जैसे होश ही उड़ गये, उसके पाँव मे जैसे जान ही नही रही. फिर भी उसने अपने आप को संभालते हुए बोला

प्रीति -" ये क्या साइज़ बता रहा है, क्या अपनी हाइट बता रहा है". लेकिन प्रीति पर कुशल की बात का गहरा असर हुआ था और चूत की क्लीनिंग मे उसे साफ अहसास हो रहा था कि वो बुरी तरीके से पानी छोड़ रही है.

कुशल-" ये हाइट नही लेंथ होती है, कहे तो विड्त और बताऊ?"

प्रीति -" मुझे नही पता करनी, तू जा यहाँ से".

कुशल -" सच मे जाउ"?

प्रीति -" मुझे पता है बताए बिना तू नही जाएगा तो बता दे और भाग यहाँ से".

कुशल- " विड्त होगी करीब 3 इंच". ये सुनते ही प्रीति के मूँह से सर्प्राइज़ वाला आन्ह्ह्ह निकला जिसे कुशल ने भी सुना. प्रीति बच्ची नही थी और वो समझ रही थी कि वो किस की बात कर रहा है, वो अपने माइंड मे सोच कर ही डर गयी थी कहीं मेरा भाई मज़ाक तो नही कर रहा है. अगर ये साइज़ सच है तो इसकी वाइफ तो गयी. फट जाएगी बेचारी की.

कुशल -" अब तो बता दे कि ये 32सी क्या है".

प्रीति -" अपनी किसी गर्ल फ्रेंड से पुच्छ ले".

कुशल-" मेरी कोई गर्ल फ्रेंड नही है". प्रीति मन मे सोच रही थी कि अगर कोई बनेगी भी तो तेरा देख के भाग जाएगी.

प्रीति -" तो मम्मी से पुच्छ ले जाकर वो बता देगी". प्रीति ने इतराते हुए कहा.

कुशल -" मम्मी से 32सी क्यू पुछुन्गा, उनसे तो 36डी पुछ्ना पड़ेगा". ये बात सुनकर प्रीति की हँसी छूट गयी. मन मे वो सोच रही थी कि ये तो बड़ा छुपा रुस्तम निकला मम्मी का भी साइज़ पता है. इतने मे नीचे से आवाज़ आती है " कुशल, ओ कुशल". ये स्मृति बुला रही थी कुशल को नीचे, वो हड़बड़ा जाता है और नीचे भाग जाता है.

अब लंच टाइम है, स्मृति के मन मे बस ट्रिपल ऐक्स_लाइयन ही घूम रहा है. उसने फ़ैसला किया था कि अब उससे कभी चॅट नही करेगी लेकिन वो उसके मन से नही निकल पा रहा था. डर डर के उसने फ़ेसबुक लॉगिन किया, पता चला के लाइयन ने उसे मेसेज भेजा हुआ है - तुमसे एक बात पुच्छनी थी, हो सके तो रिप्लाइ करना. स्मृति ने सोचा कि वो रिप्लाइ नही करेगी.

क्रमशः.............................................................
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Re: फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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Aradhna aur Simran college jane ke liye ghar se bahar aa jati hai. Simran ki new car Honda accord Aradhna ke ghar ke bahar hi khadi thi jo hal me hi Simran ke father ne use birthday gift di thi. Simran door kholti hai aur ander bethti hai, phir seat belt lagati hai aur car start karti hai. Dusri side se Aradhna bhi door open karke beth jati hai. Simran car ka Ac on karti hai aur drawer se cigeratte ka box nikal kar ek cigeratte apne liye nikalti hai. Aur ek cigeratte Aradhna ko bhi offer karti hai.

Aradhna -" tu janti hai na ki me smoking nahi karti". Aradhna ne gusse me reply kiya.

Simran- " Ok, ok lakin gussa kyu ho rahi hai. Tu nahi karti but i like smoking. Lakin bata na ki tera mood kyu off hai".

Aradhna -" tu aise kapde pahan kar ghar kyu aati hai".

Simran -" to kya burka pahan kar aau?"

Aradhna- " tujhe pata hai ki na ki mere ghar me jawan bhai hai aur mere daddy bhi hai. Tujhe aise kapde pahan kar nahi aana chahiye."

Simran - " mujhe to lagta hai ki terr daddy ko mere kapde pasand aaye, bhai ko bhi bula lar dikha de uska bhi reaction dekh lete hai".

Aradhna- " mere daddy ko aise kapdo me kabhi ladkiya pasand nahi aati."

Simran-" Meri jaan ye jitne bhi sharif daddy hote hai na, mauka milte hi chauka mar dete hai. Ha ha ha ha". Aradhana ko simran ki is baat per gussa aa jata hai aur Car ka gate kholne ki koshish karne lagti hai. Tabhi simran saare door lock kar deti hai.

Simran- " sorry sweety, chal ab college chalte hai. Gussa thuk de". Cigeratte phenkne ke bad Simran gadi college ki taraf badha deti hai.


Preeti ab tak sokar uth chuki hai aur uthte hi use bed tea chahiye. Smriti uske liye bed tea lekar uske room me jati hai, uske silky baalo me hath phirate hue jagati hai. Preeti uth kar peeth ke bal beth jati hai. Uske bad smriti neeche chali jaati hai. Chai ki ek do chuski lene ke baad, uski neend thodi si khulti hai aur use mahsoos hota hai ki first floor ki gallery pe kuchh dhamm dhamm jaisa sound ho raha hai. Wo aankho ko thoda aur kholti hai to dekhti hai ki Kushal first floor gallery me exercise kar raha hai. Usne bas ek short pahna hua hai aur kuchh nahi. Chest puri paseene me lath path thi. Wo jaise kood raha tha, uska wo part bhi aise hi kood raha tha. Preeti ki nigaahe jaise hi wahan padti hai uske hath se chai ka cup chhut hi jata bas bach gaya pata nahi kaise. Strong biceps, muscular body aur short me exercise karte hue use dekh kar Preeti ki to neend hi ud gayi. Use kal ka incident yaad aa gaya jab Kushal ne uska hath pakad kar apne lund par rakh diya tha.
Gussa bhi aa raha tha aur dil me ek hulchal bhi ho rahi thi. Wo chai ka cup hath me liye bahar jaati hai.

Preeti - " Good morning bro".

Kushal - " hey bhagwan, meri bahan ki tabiyat to thik hai jo itne pyar se good morning bol rahi hai".

Preeti - "chal apna good morning wapis leti hu. Vaise kal tu sahi kah raha tha ki tere pass kapdo ki kami hai". Preeti kushal ki chest ki taraf dekhti hui bolti hai.

Kushal - " jo dhaka hona chahiye wo dhaka hua hai, phir tujhe kyu lagta hai ki mere pe kapdo ki kami hai".

Preeti -" kya dhaka hona chahiye".

Kushal-" Batau ya dikhau".

Preeti ke chehre ka rang laal pad gaya apni bhai ki ye bat sunkar. Aur uth kar wo apne room me chali jaati hai. Apne room me jaate hi wardrobe se red bra aur red panty nikalti hai. Towel uthati hai aur bathroom me ghus jati hai. Bathroom me ghusne ke bad wo jaise hi t-shirt utarti hai, apne boobs pe najar padte hi wo sharma jati. Tits bilkul tight ho chuke the, wo khud bhi nahi samjh pa rahi thi ki aakhir kya ho raha aaj kal. Body kyu aisa feel karti hai, sar dard kyu ho jata hai, honth kyu sukh jaate hai, aisa kyu lagta hai ki kuchh kami, aur wo kya kami hai. Bahut saare sawal uske mind me chal rahe the. Lakin wo phir bhi muskura rahi thi ki jo bhi ahsaas hai achha ahsaas hai. Uske bad uski najre apni geeli panty pe jati hai, panty ke ander hath dalti hai aur dekhti hai ki ek liquid bahar aaya hua hai. Ye liquid kya hai, kyu aa raha hai.
Kahin ye Kushal ki baato se to nahi...., nahi nahi aisa kaise ho sakta hai aakhir wo mera bhai hai. Preeti ne man me socha. Usne apni panty utari aur ab wo bilkul nagan situation me thi. Bathroom mirror me usne apne aap ko dekha aur dekhti hi rah gayi. Gulaab ki pankhudiyo jaise lips, gore gore cheeks, silky hair, majboot amrood jaise boobs, aur bas kya batau. Use bas apni body me ek cheej ajeeb lagi jo ki uski pussy pe aaye hue bade bade baal. Unko dekh kar wo sharma gayi, usne socha ki kyu na aaj clean kar lu inhe. Usne apna electric shaver search karna shuru kiya lakin nahi mila. Towel lapet kar wo bathroom ke bahar aayi, aur apne room me dhunda lakin nahi mila. Achhe tarike se search karne ke bad bhi nahi mila to socha ki kahin Aradhna didi ne to nahi le liya hai. Lakin unke pass to apna hai, kahin bahar toilet me to nahi hai. Han shayad wahan ho sakta hai, ye soch kar wo bahar jaane ka faisla karti hai lakin sochti hai ki bahar Kushal hai kya towel me jaana sahi hoga. Phir uske man me aata hai ki kyun jab wo short me exercise kar sakta hai to kya me towel me bahar nahi ja sakti. Aur aakhir kar wo bahar aa hi jati hai, kushal ke panv tale se jameen khisak jati hai. Wo towel bhi koi full size nahi tha, uske boobs pe behad tight that aur thighs tak cover kar raha tha.
Kushal-" lagta hai tere pass bhi kapdo ki kami ho gayi hai." kushal use usi tarike se chhedta hua bolta hai jis tarike se Preeti ne use chheda tha.
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Re: फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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Preeti -" Jo dhaka hona chahiye wo dhaka hua hai to tujhe kyu laga ki kapdo ki kami hai mere pass". Preeti ne bhi side pose me apne boobs ko thoda bahar nikalte hue ye bat kahi aur apni bat ka badla le liya. Aur kushal ke moonh se koi shabad nahi nikle. Phir wo first floor toilet me jakar apna electric razor search karne lagti hai. Kushal use dekh raha tha ki wo kuchh dhund rahi hai. Wo apne room me jata hai aur bahar aata hai.

Kushal -" kya ise dhund rahi hai?". Uske hath me electric shaver tha, jise dekh kar Preeti ka chehra laal pad jata hai aur wo bhag kar Kushal ke hatho se wo chhin leti hai.

Preeti - " to badmash aaj kal tu mere room me chori bhi karne laga hai". Preeti ne smile karte hue kaha.

Kushal -" mene socha ki paise kyu waste karne, isiliye tera hi use kar liya".

Preeti - " lakin abhi to teri shaving thik se aayi bhi nahi".

Kushal - " to mene ise face shaving ke liye use nahi kiya". Aur face pe shaitani muskan thi.

Preeti - " to kya ganja hone ke liye churaya tha tune ye".

Kushal-" ganja to kiya hai lakin sar ko nahi kisi aur ko" aur ye kehte hue uski nigaahe neeche jaati hai apne short ki taraf. Preeti ka moonh khula ka khula rah jata hai uski is baat par aur wo sharma kar apne room me bhag jati hai. Bathroom me pahunch kar wo apna gate band kar leti hai. Kushal peechhe peechhe pahunch jata hai. Aur chup chao jakar uske bed pe beth jata hai, wahin side me uski pink bra padi thi jis pe 32 c likha hua tha.

Kushal - "Preeti ye 32C kya hota hai"?

Preeti - " Nalayak tu yahan bhi aa gaya, bhag yahan se.

Kushal - " bata pehle ki ye 32c kya hota hai".

Preeti - " tera sar hota hai bhag yahan se, aur nahane de mujhe".

Kushal -" mere sar ka aisa to aisa size nahi hota".

Preeti -" to kaisa size hota hai". Preeti ne ab apna electric razor start kar liya tha jiski awaz bahar kushal bhi sun raha tha.
Kushal - " batau kaisa size hota hai".

Preeti - " han bata". Usne apni pussy ko clean karna shuru kar diya tha.

Kushal -" pakka batau".

Preeti -" han bata na".

Kushal -" kabhi measure nahi kiya lakin 8 inch se k nahi hoga". Ye bat sunte hi Preeti ke to jaise hosh hi ud gaye, uske paanv me jaise jaan hi nahi rahi. Phir bhi usne apne aap ko sambhalte hue bola

Preeti -" ye kya size bata raha hai, kya apni height bata raha hai". Lakin preeti par kushal ki baat ka gahra asar hua tha aur chut ki cleaning me use saaf ahsas ho raha tha ki wo buri tarike se pani chhod rahi hai.

Kushal-" ye height nahi length hoti hai, kahe to width aur batau?"

Preeti -" mujhe nahi pata karni, tu ja yahan se".

Kushal -" sach me jau"?

Preeti -" mujhe pata hai bataye bina tu nahi jayega to bata de aur bhag yahan se".

Kushal- " width hogi kareeb 3 inch". Ye sunte hi Preeti ke moonh se surprise wala aanhhh nikla jise Kushal ne bhi suna. Preeti bachchi nahi thi aur wo samjh rahi thi ki wo kis ki baat kar raha hai, wo apne mind me soch kar hi dar gayi thi kahin mera bhai majak to nahi kar raha hai. Agar ye size sach hai to iski wife to gayi. Fat jayegi bechari ki.

Kushal -" Ab to bata de ki ye 32c kya hai".

Preeti -" Apni kisi girl friend se puchh le".

Kushal-" meri koi girl friend nahi hai". Preeti man me soch rahi thi ki agar koi banegi bhi to tera dekh ke bhag jayegi.

Preeti -" To mummy se puchh le jakar wo bata degi". Preeti ne itrate hue kaha.

Kushal -" Mummy se 32c kyu puchhunga, unse to 36d puchhna padega". Ye bat sunkar preeti ki hansi chhut gayi. Man me wo soch rahi thi ki ye to bada chhupa rustam nikla mummy ka bhi size pata hai. Itne me neeche se awaz aati hai " Kushal, o kushal". Ye smriti bula rahi thi kushal ko neeche, wo hadbada jata hai aur neeche bhag jata hai.


Ab lunch time hai, smriti ke man me bas xxx_lion hi ghum raha hai. Usne faisla kiya tha ki ab usse kabhi chat nahi karegi lakin wo uske man se nahi nikal pa raha tha. Dar dar ke usne facebook login kiya, pata chala ke lion ne use message bheja hua hai - tumse ek bat puchhni thi, ho sake to reply karna. Smriti ne socha ki wo reply nahi karegi.
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Re: फॅमिली में मोहब्बत और सेक्स

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उसने फ़ेसबुक से लोग आउट कर दिया और टीवी ऑन कर दिया. वो चॅनेल पे चॅनेल चेंज किए जा रही थी लेकिन उसका ध्यान कहीं और था. "ये क्या हो रहा है मुझे, मेरा मन क्यू नही लग रहा". उसने आप से सवाल किया. उसे कुच्छ समझ नही आ रहा था, रह रह कर उसका ध्यान फ़ेसबुक पर ही जा रहा था. " ये बदतमीज़ लड़का मुझसे क्या पुछ्ना चाहता है". उसके मन मे ये सवाल चल रहा था. वो अपने

मन मे सोच रही थी अगर अबकी बार इसने कोई बदतमीज़ी करी तो मुझसे बुरी भली सुन लेगा. उसने सोचा क्यू ना जाना जाए क़ि आख़िर ये जान ना क्या चाहता है. बड़ी हिम्मत करके उसने फ़ेसबुक लॉगिन किया और उसे रिप्लाइ किया.

स्मृति - मुझे तुम जैसे बदतमीज़ लड़को मे कोई इंटेरेस्ट नही है, इससे पहले कि मे तुम्हे ब्लॉक कर दू अपनी औकात मे आ जाओ. एक इंसान के नाते पुछ लेती हू कि क्या पुच्छना चाहते हो, अगर ग़लत बात हुई तो मे तुझे ब्लॉक कर दूँगी. और मेसेज कर के शांत बैठ जाती है, इस टाइम ट्रिपल ऐक्स_लाइयन ऑनलाइन शो हो रहा था लेकिन उसका कुच्छ रिप्लाइ नही आया. एक मिनिट, दो मिनिट, 5 मिनिट आंड फाइनली 10 मिनिट लेकिन उसका कोई रिप्लाइ नही आता है. स्मृति उसकी इस हरकत से पागल हो जाती है और फिर से टाइप करती है.

स्मृति - क्यू दम नही रहा पुच्छने का कुच्छ भी.

ये लिखने के बाद स्मृति की स्क्रीन पर लिखा आ जाता है कि ट्रिपल ऐक्स_लाइयन ईज़ टाइपिंग, ये देख कर स्मृति के चेहरे पे एक अलग टाइप की खुशी आ जाती है.

लाइयन - अब क्या पुच्छू, सोचा था मुझे एक अच्छी दोस्त मिल गयी है लेकिन ये दोस्त तो मुझे अपनी औकात मे रहने की बात करती है. मे सच मे ही बहुत खराब लड़का हू, प्लीज़ कर दो मुझे ब्लॉक.

स्मृति - सच मे तुम एक खराब लड़के हो, नही तो उस दिन वैसी बात नही लिखते.

लाइयन - कैसी बात?

स्मृति - तुम्हे सब पता है कि मे कौन सी बात की कर रही हू.

लाइयन - स्मृति जी, मे एक जवान लड़का हू. पता नही कितनी लड़कियो और लड़को से चॅट होती है, हर टाइप की बात होती है इसमे बुरा मान ने वाली कौन सी बात है.

स्मृति - मे उन सब जैसी नही हू जो तुमसे गंदी गंदी बाते करते है. मे एक शरीफ लेडी हू जिसके हज़्बेंड उसे बहुत प्यार करते है और जिसके 3 बच्चे भी है.

लाइयन- हज़्बेंड और प्यार? ये किस चीज़ का नाम है? हा हा हा

स्मृति - यू डॉग, तुम्हे रीलेशन का मीनिंग पता ही नही है. अगर तुम मेरे सामने होते तो एक थप्पड़ पड़ता अभी तुम्हे.

लाइयन - थप्पड़ तो हम खा लेंगे लेकिन बताइए ना कि मेने ग़लत क्या कहा.

स्मृति - हाउ डरे यू पॉइंट आउट माइ हज़्बेंड'स लव.

लाइयन- स्मृति जी, नाराज़ मत होना लेकिन कौन हज़्बेंड प्यार करता है अपनी वाइफ से. वो सब तो बस चूत से प्यार करते है. जिसकी जितनी अच्छी चूत उसको उतना ही प्यार मिलता है. 10 दिन उन्हे चूत मत दो तो पता चल जाएगा की वो कितना प्यार करते है. मेरी डर्टी लॅंग्वेज को माइंड मत करना लेकिन मे क्या करू जब बचपन से ही मेने ये लॅंग्वेज सीखी है.

स्मृति - यू बस्टर्ड, जब तू मरेगा ना तो देखियो कि तेरी लाश को भी कोई नही कंधा देने आएगा.

लाइयन - मेरी लाश को कोई कंधा देने नही आएगा क्यूंकी मेने सच बोला, या मेने चूत को चूत बोल दिया.

स्मृति - तुम चाहते तो उसके लिए कुच्छ और भी शब्द यूज़ कर सकते थे लेकिन तुम हो ही गंदे.

लाइयन - स्मृति जी मेने बताया ना कि बचपन से ही यही सीखा है. हो सके तो आप कुच्छ अच्छा सिखा दो.

स्मृति - अगर कभी तुम्हारी मा के वहाँ प्राब्लम हो जाए और डॉक्टर पुछे कि क्या परेशानी है तो क्या कहोगे.

लाइयन - आप यकीन तो नही करेंगी लेकिन मे तो डॉक्टर से सीधा बोलूँगा कि मेरी मा की चूत मे परेशानी है. जितनी देर मे शरीफो वाली लॅंग्वेज मे डॉक्टर को सम्झाउन्गा उतनी देर मे तो मा का घाघरा फट जाएगा.

उसकी ये बात सुनकर सिमरन अपनी हँसी नही रोक पाती और बहुत ज़ोर ज़ोर से हँसने लगती है. फिर उसे अहसास होता है कि वो कुच्छ ज़्यादा ही एग्ज़ाइटेड हो गयी है, फिर से नॉर्मल होते हुए स्क्रीन की तरफ देखती है.

स्मृति - मुझे लगता है कि तुम एक शरीफ और अच्छे लड़के बन सकते हो.

लाइयन - मुझे किस के लिए शरीफ बन ना है. वैसे मेडम क्या मे जान सकता हू क़ि आप मुझे बदमाश क्यू कह रही है.

स्मृति - वो ही गंदे शब्दो का यूज़ करना. ये अच्छे लड़को की पहचान नही है.

लाइयन - तो आपसे पुछ्ता हू कि अगर आपकी चूत मे कुच्छ परेशानी हो तो आप डॉक्टर को कैसे बताओगि.

स्मृति - मे इशारे से बता दूँगी कि मुझे वहाँ परेशानी है.

लाइयन - अगर डॉक्टर अँधा हुआ तो?

फिर से इस बात पर स्मृति को बहुत तेज हँसी आ जाती है. फिर से कंट्रोल करते हुए वो टाइपिंग करना शुरू करती है.

स्मृति - तो धीरे से उसके कान मे कह दूँगी कि मेरी पुसी मे परेशानी है.

लाइयन - वाह स्मृति जी वाह, चलो कुच्छ तो सीख ही लिया हम ने आपसे. लगता है आपके साथ रह कर तो मे बिल्कुल ही शरीफ हो जाउन्गा.

स्मृति - मे खुद भी चाहती हू कि तुम अच्छे लड़के बनो.

लाइयन - उससे क्या होगा?

स्मृति - सब लोग शरीफ लड़को को अच्छा बताते है.

लाइयन - पता नही आपसे चॅट करते हुए तो डर लगता है. मुझे रोड पे लड़किया धमका दे या मुझे गाली दे दे तो मुझे डर नही लगता लेकिन पता नही आपसे क्यू डर लगने लगा है.
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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
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