भाभी का बदला

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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

xyz wrote: 24 Nov 2017 20:24 marvellous, hottttt and erotic story bhai
Rohit Kapoor wrote: 24 Nov 2017 20:27 superb.......update ........Raj
Kamini wrote: 25 Nov 2017 09:24mast update
धन्यवाद दोस्तो
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

रजनी किसी कुतिया की तरह बेड पर लेटे हुए मजा ले रही थी। उसके बाद राज ने अपनी बनियान उतार दी और भाभी अब राज की छाती पर किस करने लगी। भाभी उसको और तेज-तेज करने को उकसा रही थी। फिर राज ने भाभी को उल्टा लेटाकर उसकी ब्रा खोलकर अलग कर दी।

अब भाभी की 34” साइज की एकदम गोरी और पिंक निपल वाली चुचियाँ बाहर आ चुकी थीं। उसकी चुचियाँ बहुत टाइट हो चुकी थीं, और निपल निक र खड़े हो गये थे। राज ने भाभी की चुची को पकड़ा और एक जोरदार चांटा भाभी की चुची पर मारा।

भाभी की आऽ निकल गई और बोली-“साले मारता क्यों है?”

तो राज ने दूसरी चुची पर फिर से मारा। भाभी और तेज चीखी तो राज बोला-“साली और चीख, आज बहुत दिनों बाद तेरी चूत मारूंगा। साली, तू मेरी रंडी थी और आज भी है…”

रजनी बोली-“हाँ साले, रंडी कुतिया थी तेरी और आगे भी तेरे लण्ड से चुदुन्गी । बस त आज मुझे बना ले फिर से अपनी कुतिया, और चोद डाल मुझे… घुसा दे तेरा मूसल सा लौड़ा मेरी चूत में…”

राज उसकी चुची को मुँह में लेकर चूस ने लगा, दांतों से काटने लगा और अपने हाथ को पैंटी में घुसा दिया और चूत से खेलने लगा। राज बस अंडरवेर में था, उसका लण्ड पूरा तना हुआ था और कितना बड़ा दिख रहा था। फिर राज ने भाभी की चुचियों को चूस -चूस कर और काट कर लाल कर दिया। बीच-बीच में राज रजनी भाभी की चुची पर चांटे मारता जिससे भाभी की आऽ निकलती या चीखती तो राज खुश होता और उसको गाली देता।

फिर राज ने भाभी को खड़ा होने को बोला तो भाभी खड़ी हो गई। भाभी अब बेड से नीचे बस एक छोटी सी पैंटी में खड़ी थी, जो गीली होने के कारण उसकी चूत में घुस रही थी। फिर राज खड़ा हो गया और अपना गिलास उठाकर ड्रिंक करने लगा।

भाभी बोली-“राज यार, मुझे भी पिला ना…”

तो राज बोला-“रंडी तुझे आज अपने लण्ड से पिलाऊूँगा और आज तो तेरी कुँवारी गाण्ड को चोदुन्गा …”

भाभी बोली-“राज आज नहीं फिर कभी गाण्ड मार लेना…”

राज ने कहा-“साली रंडी, चुप कुतिया… तेरी गाण्ड अब मस्त हो गई है। आज तो तुझे हर जगह से चोदुन्गा …”

भाभी ने राज को बोला-“यार गाण्ड नहीं… तेरा लण्ड बहुत बड़ा है, मेरी गाण्ड फट जाएगी, जैसे तूने चूत फाड़ दी है। अभी तो मुझे चोद दो और मेरी चूत की आग शांत कर दो…”

तो राज ने उस घुमाया और उसकी गाण्ड पर जोरदार चांटा मारा और बोला-“साली रंडी कुतिया, बहुत नखरे दिखा रही है…”

चांटे की वजह से भाभी उछल पड़ी, उसकी गाण्ड लाल हो गई, और राज से बोली-“राज तुम सेक्स में जंगली क्यों हो जाते हो? और अब मुझे मत तड़पाओ। देखो मेरी चूत से कैसे पानी बहा रही है…”

फिर राज ने भाभी को पकड़ा और जोर से उसकी चूत को रगड़ दिया। भाभी और तेज से चीखी और राज ने फिर एक चांटा उसकी गाण्ड पर मारा। भाभी जोर से चीखी और बोली-“राज साले, कुत्ते, मार मत हरामी, आराम से चोद ना मुझे…”

राज ने उसको बेड पर धक्का दे दिया, उसके ऊपर चढ़ गया और बोला-“साली आज गाण्ड मार ही देता हूँ तेरी। बहन्चोद, बहुत मस्त है तेरी गाण्ड…” और राज उसकी चुचियों को काटने लगा, जिससे मेरी रंडी भाभी की तड़प और बढ़ गई।

अब राज ने भाभी की पैंटी को पकड़ा और एक झटके में ही पैंटी को निकाल दिया और उसे भाभी के मुँह के पास लेकर दिखाते हुये बोला-“बोल साली, कितनी गीली है तेरी चूत ? देख कैसे पैंटी भी गीली हो गई है…” और राज उसकी चूत के रस को चाटने लगा, पैंटी में से। फिर उसने भाभी के मुँह में पैंटी को ठूंस दिया।

भाभी के दोनों हाथ ऊपर करके पकड़ लिए और भाभी की निप्पलो को काटने लगा। अब भाभी बस गून - गून कर रही थी। राज पूरा जंगली कुत्ता बन चुका था और भाभी की बुरी तरह से चुचियों को काट रहा था। भाभी की चुचियाँ पूरी लाल हो चुकी थीं। राज कभी चूस ता तो कभी कटता और कभी चांटे मारता।

उसके बाद राज किस करते हुए भाभी के पेट को चाटने लगा। फिर राज ने अपना मुँह भाभी की चूत पर लगा दिया। भाभी ने छूटते ही पैंटी मुँह से निकाली और बस राज के बाल पकड़े और उसका मुँह अपनी चूत पर दबाने लगी। भाभी बहुत उत्तेजित हो चुकी थी। राज जीभ घुसा-घुसा कर उसकी चूत को चाट रहा था।

भाभी अपनी गाण्ड उठा-उठा कर राज का साथ दे रही थी, और सिसकारी ले रही थी-“ओह्ह… राज उम्म्म… चाट और… कम ओन राज उस्स्स… अह्ह… बहुत मजा आ रहा है… साल्ली चाट कर खा जा मेरी चूत को…”

और फिर राज ने अपना मुँह हटा दिया और और खड़ा हो गया।

मुँह हटते ही भाभी बोली-“बहन के लौड़े, चाट ना साले कुत्ते… क्यों रुक गया हरामी?”

राज बोला-“साली अकेली मजा लेगी क्या? मेरा लौड़ा कौन तेरी माँ चूसेगी रंडी?”

उन दोनों का इतना गंदा खेल देखकर मैं भी बहुत गरम हो गई थी। फिर पता नहीं कब मेरी उंगलियाँ मेरी चूत पर पहुँच गई थी, और मैं खुद की चूत को रगड़ रही थी।

अंदर भाभी ने राज को लेटाया और राज का अंडरवेर निकाल फेंका और राज का गधे का सा लण्ड सामने था। मैं सोच रही थी की स्लिम बॉडी है, तो लण्ड भी नॉर्मल होगा पर ये मेरी कल्पना से बड़ा और मोटा था। राज का 8” इंच लंबा और 3 इंच मोटा लण्ड मेरी आँखों के सामने था। मैं तो उसका लण्ड देखते ही डर गई और सोचने लगी-“हे राम… ये आदमी का लण्ड है या किसी गधे का लण्ड। ये तो मेरे पापा के लण्ड से भी बड़ा है…” और देखने लगी और सोचने लगी की मेरी रंडी भाभी का क्या होगा?

पर भाभी ने लण्ड पकड़ा और किस करने लगी। राज ने उसका मुँह पकड़ा और पूरा लण्ड उसके मुँह में फँसाने लगा, उसके मुँह को चूत की जैसे चोदने लगा, और भाभी की चुची को रगड़ने लगा।

भाभी बस गुन - गुन कर रही थी. राज कुत्ते के जैसे लण्ड को आगे पीछे कर रहा था और उधर भाभी को तकलीफ़ हो रही थी लण्ड चूस ने में। पर राज रुकने का नाम नहीं ले रहा था। जैसे ही भाभी ने लण्ड मुँह से निकाला तो वो पूरा गीला सा था भाभी के थूक के कारण।

राज ने भाभी की चुची पर चांटा मारा और बोला-“रंडी कुतिया बहन की लौड़ी, साली मुँह में आज बड़े दिनों बाद तुझे चोद रहा हूँ , साली आज तेरे हर अंग का मजा लुटुन्गा …”
और भाभी किसी रंडी की तरह सुन रही थी।

फिर राज ने भाभी को अपने ऊपर आने को बोला तो भाभी राज के मुँह पर चूत टिका के बैठ गई। अब दोनों 69 पोजीशन में थे। राज ने भाभी के चूतड़ों को पकड़ा और चूत को चाटने लगा। उधर भाभी ने लण्ड चूस ना शुरू कर दिया। अब दोनों एक दूसरे का मजा ले रहे थे। कमरे में दोनों की सिसकारी और गालियाँ गूँज रही थीं।
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

मेरी भाभी अब पूरी रंडी बन चुकी थी साली के मुँह से बस-“अह्ह… उम् म्म्म… चुस्स साल्ल्ले हरामी राज… खा जा मेरी चूत कुत्ते…” और जोर-जोर चूत रगड़ रही थी राज के मुँह पर।
और राज के मुँह से-“आह्ह… साली रजनीऽऽ मेरी कुतिया साली, चुदक्कड़ भोसड़ी की चाट मेरा लौड़ा…”

और दोनों एक दूसरे के अंगों को चूस रहे थे। तभी अचानक मुझे कुछ हुआ और मेरे पैरों ने जवाब दे दिया और मेरी चूत से मेरा रस बह निक ला और मेरी हिम्मत ही नहीं रही कि मैं खड़ी रह सकूँ और मैं बैठ गई और मेरी चूत से मेरा रस निकल गया। मेरी सांसें बहुत तेज हो चुकी थी मैं वहीं बैठ गई और सांसों को कंट्रोल करने लगी।

अब मैं कुछ देखून हीं रही थी पर अंदर की आवाजें अभी भी आ रही थीं। राज भाभी की चूत को किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था और किसी रंडी के जैसे मेरी भाभी लण्ड चूस रही थी। तभी अचानक मेरी भाभी जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी।
मैं खड़ी हो गई और देखने लगी।

भाभी सिसक रही थी-“अह्ह… राज, मैं गईई भोसड़ी के… राज साले कुत्त…” और जोर सी चीखी और अपनी चूत को राज के मुँह पर दबा दिया। भाभी की चूत से कामरस निकल चुका था।

राज ने उसको चाटना जारी रखा और उसकी चूत के रस को भी पीने लगा और चाट-चाटकर चूत को सॉफ कर दिया। फिर भाभी नीचे उतर गई और लेट गई। राज खड़ा हुआ और भाभी बेड पर नंगी ही पड़ी सांसें कंट्रोल कर रही थी।

अब राज का लण्ड मुझे सॉफ दिख रहा था, वो गीला होने के कारण चमक रहा था और उसका मोटा लाल सुपाड़ा चमक रहा था। फिर राज ड्रिंक करने लगा और दो पेग पीकर वो कमरे में कुछ ढूँढने लगा। फिर भाभी की अलमारी को खोला और भाभी की अलमारी में कुछ ढूँढा ।

मैं सोच रही थी की क्या ढूँढ रहा है?

तभी राज नेभाभी की अलमारी में से एक दुपट्टा लिया और बेड पर वापस आ गया। भाभी की आँखे बंद थी और वो लेटी हुई थी। राज ने दुपट्टे को बेड की किनारे बांध दिया। और मैं सोच रही थी की ये कर क्या रहा है?


फिर उसने भाभी को सीधा लेटा दिया और भाभी के दोनों हाथ साइड किए और भाभी के हाथ को ऊपर करके बांध दिया।

भाभी बोली-यार क्या कर रहे हो, हाथ क्यों बांध रहे हो?

राज बोला-मेरी जान आज तुझे बहुत मजा दूँगा ।

रजनी भाभी बोली-राज प्लीज़ यार, जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो आज, फिर से अपना लो मुझे।

राज बोला-“बस दो मिनट…” और भाभी के हाथ ऊपर बांध दिए। राज ने फिर एक तकिया लिया और भाभी की गाण्ड के नीचे लगा दिया। अब मुझे भाभी की लाल गोरी चूत सॉफ दिख रही थी। फिर राज खड़ा हुआ और तेल की बोतल लाया और भाभी की चूत पर थोड़ा सा तेल डालकर उंगली से चूत में डालने लगा।

मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था कि ये क्या कर रहा है?

फिर राज ने भाभी की चूत में एक और फिर दो और फिर 3 उंगली घुसा दी भाभी फिर से गरम होने लगी और राज ने फिर से चूत को चाटना शुरू किया।
और भाभी बस-“ओह्ह… अह्ह… उम्म्म्मम… राज, मेरे राजा चोद दे… अब और रुका नहीं जाता…” बोल रही थी।

फिर राज ने भाभी की पैंटी उठाई और लण्ड को सॉफ किया। भाभी के पैरों को पकड़कर उठा दिया और कंधों पर टिका लिए और अपना मोटा लण्ड भाभी की चूत पर टिका दिया।

लण्ड चूत से टकराते ही भाभी सिसकार उठी-“ओह्ह… राज पेल्ल्ल दे लौड़ा चूत में फाड़ दे मेरी आज्ज…”

राज ने हल्के से लण्ड का सुपाड़ा भाभी की चूत पर दबा दिया। लण्ड चूत के पानी से गीला होने के कारण आसानी से टोपा घुस गया।
टोपा घुसते ही भाभी की आवाज निकल गई-“उईई माँ ऽऽ…”

राज ने भाभी को कस के पकड़ा और एक जोरदार झटका दिया और लण्ड सीधा भाभी की चूत को फाड़ता हुआ भाभी की चूत में पूरा घुस गया।

भाभी जोर से चीखी-“ओह्ह… माँ ऽ मार दिया साले” और भाभी छूटने की कोशिस करने लगी। हाथ बंधे होने के कारण छूट नहीं पाई। भाभी की आँखे फट गईं, आूँस आ गये, और वो चीखती रही-“राज प्लीज़्ज़… बाहर निकाल्ल अपना लौड़ा… कुत्ते हरामी भोसड़ी के फाड़ दी चूत … बाहर निकाल्ल…”

और राज उसकी चुची को मुँह में लेकर किस करने लगा और चूस ने लगा और भाभी बस पड़ी पड़ी छटपटा रही थी और लण्ड पूरा चूत में था।
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