Hindi Sex Stories By raj sharma

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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

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बहुत बहुत धन्यवाद
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Hindi Sex Stories By raj sharma पिज्जा डेलिवरी

Post by rajsharma »

पिज्जा डेलिवरी


लेखक- अज्ञात




मैनेजर- “आशफ...”

आशफ- “जी सर...”

मैनेजर- “यह लो पता, और आधे घंटे में आपने यहाँ डेलिवरी देनी है। और हाँ देखो इस बार लेट नहीं होना, वरना नौकरी से जाओगे...”

आशफ- “जी सर, इस बार कोई शिकायत नहीं होगी..” कहकर मैंने मालिक से पता लिया और काउंटर से अपना आर्डर लेने लगा। मैं बी.काम. का छात्र हैं और अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए शाम को पिज्जा की दुकान पर डिलिवरी-मैन का काम करता हूँ। अंतिम बार जब पिज्जा डेलिवर करने पहुँचा तो लेट हो गया था, जिसकी वजह से बास ने मुझे इस बार वार्निग दी थी कि समय पर पहुँचना, वर्ना यह नौकरी चली जाएगी।

मैंने जल्दी-जल्दी आर्डर लिया और बाइक स्टार्ट करके गंतव्य की ओर दौड़ा दिया। बास ने जो पता दिया था वह क्षेत्र अमीरों का क्षेत्र था, जहां लोग ज्यादातर फास्ट फूड खाते थे। समय से पहले ठीक पते पर पहुँच गया और दरवाजा बजाने लगा, लेकिन कोई नहीं आया। फिर मैं बगल में लगी बेल, फोनबेल बजाई।

तब अंदर से किसी लड़की की आवाज आई- “कौन है?”

मैंने कहा- “जी पिज्जा लेकर आया हूँ, जो आपने आर्डर किया था...” मैंने पते की स्लिप पर नाम देखा तो लड़की का नाम अंजली था। मैंने पूछा- “आप मिस अंजली हैं?
वो बोली- “जी मैं ही हूँ...” फिर मिस अंजली ने अंदर से बटन दबाया और दरवाजा खुल गया। उन्होंने मुझे अंदर आने के लिए कहा और रिसीवर रख दिया।

मैं अंदर गया और फिर अंदर वाला दरवाजा बजाया तो एक खूबसूरत लड़की ने दरवाजा खोला, वही अंजली थी। उसने मुझे अपने साथ अंदर आने को कहा। मैं उसके पीछे-पीछे चला गया। वह सीढ़ियों से मुझे नीचे अंडरग्राउंड स्विमिंग पूल पर ले गई। वहाँ पहले से दो लड़कियां स्विमिंग सूट में स्विमिंग कर रही थीं। उनका सूट बहुत टाइट था, जिसमें से उनकी ब्रा और रंग के निशान दिखायी दे रहे थे। मैं थोड़ा घबरा भी रहा था कि पिज्जा लेना था तो ऊपर ही रिसीव कर लेतीं, मुझे यहाँ लाने की क्या जरूरत थी?
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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Post by rajsharma »

वह मुझे पूल के किनारे बने हुए रूम में ले गई . यहाँ भी पहले से एक लड़की मौजूद थी जिसके हाथ में पिस्टल थी उसने मेरे अंदर आते ही पिस्टल मेरे ऊपर तान दी . और मुझे पिज़्ज़ा टेबल पर रखने को कहा मैने पिज़्ज़ा टेबल पर रखा , इतने मे दरवाजे से वे दोनों लड़कियाँ भी
अंदर आ गई जो पूल में स्विम्मिंग कर रही थी .

अब मुझे एसी की ठंडी हवा में भी पसीने आने लगे . मैने कहा '' मैडम मैने क्या किया है मैं तो पिज़्ज़ा देने आया था जो आपने ऑर्डर किया था
प्लीज़ मुझे जाने दीजिए वरना मेरी नौकरी चली जाएगी .

लड़की १- '' शटअप '' चुपचाप खड़े रहो और जैसा हम कहते हैं वैसा करो वरना यहाँ से तुम्हारी लाश ही बाहर जाएगी .

मैं - प्लीज़ मेडम मुझे जाने दीजिए

इतने मैं दूसरी लड़की आगे आई और मुझे एक जोरदार थप्पड़ मारा

मैं रोने लगा और रोते हुए कहने लगा '' प्लीज़ मेडम मुझे जाने दीजिए प्लीज़ मेडम ''

लेकिन इन लड़कियों के इरादे ही ग़लत थे . जो लड़की स्विम्मिंग करके अंदर आई थी उसने अपना सूट उतारना शुरू कर दिया .

मैं ये देख कर हैरान था और ये देख कर और भी घबराने लगा कि पता नहीं ये मेरे साथ क्या करेंगी और आज तो मेरी नौकरी भी जाएगी

थोड़ी देर मे दोनो लड़कियों ने भी अपने सूट उतार दिए और वो दोनो अब केवल ब्रा और पैंटी में थी मैं दहशत से उन्हें देख रहा था . एक
लड़की तो दुबली पतली थी और उसके चुचे भी छोटे थे . लेकिन दूसरी वाली मुझे दहशत में भी सेक्सी दिखाई दे रही थी उसके मम्मे उसकी ब्रा से बाहर हो रहे थे

फिर पहली लड़की बोली ; '' अब क्या करना है क्या अब भी जाना चाहते हो ''

मैं - मेडम आप लोग मुझसे क्या चाहते हो प्लीज़ मुझे जाने दीजिए .

यह बोल ही रहा था कि वह लड़की जिसने थप्पड़ मारा था, वो मेरे पास आई और मेरे हाथ मेरी कमर पर मोड़कर पकड़ लिया और दूसरी लड़की ने मुझे बांधना शुरू किया। मैं उछलने लगा, लेकिन जिसके हाथ में पिस्तौल थी उसने मुझसे कहा- “अगर जरा भी हिले तो गोली मार दूंगी...”
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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Post by rajsharma »

मैं अब सीधा खड़ा हो गया और उन्होंने मेरे हाथ पीछे किए लेकिन फिर उन्हें कुछ विचार आया तो उन्होंने मुझे शर्ट उतारने को कहा।
मैंने नहीं उतारी, तो पिस्तौल वाली लड़की ने चीखकर कहा, तो मैंने तुरंत अपनी शर्ट उतार दी। अब उसने मेरे दोनों हाथ पीछे करके बांध दिए।
इतने में अंजली एक गिलास पानी और दो कैप्सूल लेकर आई। अंजली ने मुझे मुँह खोलने को कहा, लेकिन मैंने नहीं खोला।
पिस्तौल वाली लड़की मेरे पास आई और पिस्तौल मेरे मुँह में घुसा दी। अब मैं बोल भी नहीं पा रहा था। उसने कहा- “अगर यह कैप्सूल नहीं खाए तो यह गोली खानी पड़ेगी..." यह कहकर उसने पिस्तौल निकाल ली।
फिर अंजली ने मेरे मुँह में दोनों कैप्सूल डाल दिए और ऊपर से पानी पिला दिया। मैं दोनों कैप्सूल पी गया। मुझे नहीं पता था कि किसका कैप्सूल था। मैं अब बहुत घबरा रहा था। फिर वे लोग मुझे बाहर स्विमिंग पूल के पास ले गई और बेंच पर बिठा दिया। अब वह चारों लड़कियां मेरे सामने आ गई। और जो दोनों पैन्टी में थी एक दूसरे के गले लगकर प्यार करने लगीं। वे दोनों एक दूसरे की चूचियां दबाने लगीं और लिप-टु-लिप किस करने लगीं।
मैं यह सब देखकर घबरा तो रहा था, लेकिन उनके सेक्सी बदन मेरे अंदर भी कुछ हलचल मचा रहे थे। फिर उन दोनों ने एक दूसरे की कमर में हाथ डालकर ब्रा के हुक खोल दिए। फिर दोनों ने अपनी-अपनी ब्रा पकड़कर उतार दिए। मैं यह सब बड़ी हैरानी से देख रहा था। मेरी पैन्ट में मेरा लण्ड अकड़ने लगा था, लेकिन अंडरवेर की वजह से वह खड़ा नहीं हो पा रहा था। अब मेरी बेचैनी बढ़ रही थी।
बाकी की दो लड़कियां भी धीरे-धीरे अपने कपड़े उतारने लगी। वे दोनों भी पैन्टी और ब्रा में आ गई और एक दूसरे को प्यार करने लगीं। अब वह चारों मेरे सामने थी। और मेरी नजरें उनके सेक्सी बदन को घूर रही थीं। एक साथ चार-चार लड़कियां मेरे सामने बारी-बारी नंगी हो रही थीं। अब मेरा अंडरवेर गीला हो रहा था।
इन चारों में से दो लड़कियां पैर खोलकर खड़ी हो गई और शेष दो अपने-अपने घुटनों पर बैठकर उनकी चूत को चाटने लगीं। यह दृश्य देखकर मुझे तो ऐसा लग रहा था जैसे मैं अंदर ही खत्म हो जाऊँगा। अब मुझे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। आधे घंटे से अधिक हो गया था। अब मुझे पता चला था कि वह कैप्सूल किसके थे। मेरा लण्ड मेरे अंडरवेर में अकड़कर सर्वोपरि हो गया था और आज तक वो इतना सख्त नहीं हुआ था। मुझे खुद महसूस हो रहा था जैसे मेरा अंडरवेर फट जाएगा।
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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Post by rajsharma »

अब वह मुझे दूसरे कमरे में ले गईं जो बेडरूम था। उन्होंने मुझे बेड पर लेटने को कहा तो मैं लेट गया। एक लड़की ने मेरे बंधे हाथों को पीछे बेड से बांध दिया और दूसरी लड़की ने मेरी पैन्ट उतार दी। मैं बुरी तरह फैस चुका था। मुझे पता था अब मेरे साथ क्या होने वाला है।
वे जबरन मुझसे अपनी हवस पूरी करना चाहती थीं। यह बड़े घर की लड़कियां होती ही ऐसी हैं। और यह तो मुझे एक गंदे परिवार की लग रही थीं। बहरहाल मैं अब कुछ नहीं कर सकता था। मेरे पास दो रास्ते थे- या तो मैं खुद बारी-बारी सबकी इच्छा पूरी कर दें, या फिर वो मेरे साथ जबरदस्ती करें। मेरी पैंट हटाने के बाद अब मैं सिर्फ अंडरवेर में था, और मेरा लण्ड अंडरवेर में एकदम सीधा खड़ा हो गया, जिसे देखकर वे एक दूसरे को मुश्कुरा कर देखने लगी।
उनके खिलाए हुए कैप्सूल ने काम दिखा दिया था। मेरा लण्ड लोहे की तरह अकड़ा हुआ था और मुझे खुद भी विश्वास नहीं हो रहा था।

अब उनमें से वह लड़की जिसके हाथ में पिस्तौल थी बेड पर चढ़ गई। वह लड़की सबसे सुंदर थी। उसका गोरा बदन ऐसा था कि अगर उंगली लगाई तो निशान पड़ जाएं। मैं उसके मम्मों पर फिदा हो रहा था। उसके गुलाबी गुलाबी स्तन भी सख्ती के मारे सीधे खड़े थे। वो मेरे ऊपर आ गई और अपने हाथ की उंगलियों से मेरे होंठों को, मेरे बदन को, मेरे निप्पल को छूने लगीं, और मैं उसके चूचियों को घूरे जा रहा था।

उसने देखा तो मुझसे पूछा- “क्या उन्हें चूसना चाहते हो?”
मैंने हाँ में गर्दन हिला दी। फिर वह मेरे पास आई और अपने मम्मे मेरे मुँह के पास ले आई और जैसे ही मैंने मुँह खोला उसने पीछे हटा लिया। फिर वे चारों जोर-जोर से हँसने लगीं। मैं शर्मिंदा सा हो गया। फिर वह मेरे पैरों के पास आई और मेरा अंडरवेर नीचे कर दिया। मेरा लण्ड भी एक छड़ी की तरह अकड़ा हुआ था, जो लहराता हुआ बाहर निकल आया। अब वह लड़की मेरे लण्ड को मसलने लगी। फिर उसने दूसरी लड़की से एक बोतल ली जिसमें कोई तेल या लोशन था, जो उसने बोतल से निकालकर मेरे पूरे लण्ड पर मसल दिया।
उधर अंजली मेरे पास आ गई और अपने मम्मे मेरे मुँह के आगे कर दिए, लेकिन मैंने उन्हें नहीं चूसा।
अंजली बोली- “मैं पीछे नहीं करूंगी, लो चूसो इन्हें प्लीज...” फिर उसने खुद ही मेरे मुँह में जबरन अपने मम्मे घुसा दिये और मचलने लगी।
अब मैंने मुँह खोला और उन्हें चूसने लगा। अंजली के मम्मे मेरे मुँह में थे जिन्हें मैं मस्ती में चूसे जा रहा था। अंजली की आहें निकलने लगीं। मेरे हाथ बंधे हुए थे, नहीं तो मैं उसकी चूत को सहलाता। अंजली ने सफाई नहीं की हुई थी। उसके बालों ने उसकी चूत को छुपाया हुआ था।
बाकी की दो लड़कियां सोफे पर लेटी हुई एक दूसरे को प्यार कर रही थीं। वह अपनी बारी का इंतजार कर ही थीं।
अंजली अब मेरे ऊपर मेरे पेट पर बैठ गई। मुझे कुछ गीला-गीला महसूस हो रहा था कि शायद अंजली की चूत का पानी था। वह बुरी तरह परेशान थी। मैंने उसकी चूचियों को चूस-चूसकर पूरा गीला कर दिया था।
उधर गोरी वाली लड़की ने मेरे लण्ड पर कंडोम चढ़ाया और मेरे ऊपर मेरे लण्ड पर बैठने लगी। उसने अपने हाथ से मेरा लण्ड पकड़कर अपनी चूत के छेद पर रखा और अपने शरीर को नीचे करने लगी। मेरा लण्ड स्लिप होता हुआ उसकी चूत में चला गया और उसके मुँह से केवल आहहह... निकली।
शायद यह लड़कियां यह काम पहले से करती रही हैं। क्योंकी इस लड़की की चूत से खून नहीं निकला और मेरा लण्ड भी आसानी से अंदर चला गया।
उधर अंजली पूरी तरह बेचैन थी। अंजली बेड पर खड़ी हुई थी और मेरे मुँह पर अपनी चूत ले आई। उसने दोनों हाथों से अपनी चूत को खोला तब मुझे उसकी चूत दिखी। वह अंदर से गुलाबी-गुलाबी थी। उसने चूत मेरे मुँह पर मसलना शुरू कर दिया। मैं न चाहते हुए भी उसकी चूत चाटने लगा। उसका नमकीन-नमकीन स्वाद मुझे अच्छा नहीं लगा रहा था लेकिन मैं कुछ भी नहीं कर सकता था।
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