वतन तेरे हम लाडले complete
- Ankit
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Re: वतन तेरे हम लाडले
superb update bhai
- rajsharma
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Re: वतन तेरे हम लाडले
dhanyawad dosto
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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`·.¸.·´ -- raj sharma
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Re: वतन तेरे हम लाडले
कुछ देर चुदाई के बाद फ़िरोज़ ने हिना से पूछा कि मज़ा आ रहा है तो हिना ने कहा, हां बहुत मज़ा आ रहा है ....तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है, ऐसा मज़ा तो पहले कभी नहीं आया मुझे .... और तेज तेज चोदो मुझे, मेरी चूत को कुछ कुछ हो रहा है, तेज तेज चुदाई करो, सारी प्यास बुझा दो आज मेरी ... आह ह ह ह ह ..... उफ़ एफ एफ एफ एफ .... क्या लंड है तुम्हारा .... आह ह ह ह ह ह .... यह सुनकर फ़िरोज़ ने अपने धक्कों की गति और बढ़ा दी और 3 मिनट तक लगातार बिना रुके हिना की चूत में अपने लंड से चुदाई करता रहा। फिर उसने हिना की चूत से लंड निकाला, उसकी टांग थक चुकी थी, अब फ़िरोज़ ने हिना को नीचे लेटने को कहा तो हिना नीचे फर्श पर लेट गई, फ़िरोज़ उसके ऊपर आ गया और उसकी टाँगें उठा कर लंड उसकी चूत में घुसा कर के धक्के लगाना शुरू कर दिए। उसकी पहले की तरह ही सिसकियाँ निकलना शुरू हो गई थी। जबकि दूसरी ओर शकीला भी फर्श पर लेट गई थी और शाजिया उसके ऊपर 69 की स्थिति में लेटी हुई थी और दोनों एक दूसरे की चूत चाट चाट कर मजे ले रही थीं।कुछ देर और चुदाई के बाद हिना को लगा कि अब वह छूटने वाली है तो उसने खुद भी अपनी गाण्ड को ऊपर नीचे हिलाना शुरू कर दिया और फ़िरोज़ को भी चुदाई में तेजी लाने को कहा। फ़िरोज़ ने फुल स्पीड से धक्के लगाने शुरू कर दिए और कुछ धक्कों के बाद हिना की चूत ने बहुत सारा पानी छोड़ दिया जिससे एक बार फिर फ़िरोज़ लंड भीग गया था।
हिना को फारिग होते देख शाजिया फुर्ती से शकीला की चूत को छोड़कर फ़िरोज़ के पास आ गई थी क्योंकि वह जानती थी अब उसकी बारी है। जब फ़िरोज़ ने लंड बाहर निकाला तो शाजिया ने बिना कुछ कहे फ़िरोज़ का लंड अपने मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी उसके लंड पर लगी सारी मलाई को चाट कर साफ कर दिया। फिर वह खड़ी हुई और अपनी आंखों में लंड की तड़प लिए फ़िरोज़ से बोला, कैसे चोदना चाहते हैं मुझे ???
फ़िरोज़ ने शाजिया को देखा और बोला तुम्हारी तो मैं गाण्ड मारनी है ... यह सुनकर शाजिया ने कहा गाण्ड भी मार लेना मगर पहले मेरी चूत का कुछ करो। फ़िरोज़ ने कहा चूत का भी हो जाएगा मगर पहले तुम्हारी गाण्ड। यह सुनकर शाजिया ने कहा, चलो जैसे तुम्हारी इच्छा, लेकिन जरा आराम से। में गाण्ड तो मरवा चुकी हूँ पहले भी मगर इतना बड़ा लंड मेरी गाण्ड में पहले कभी नहीं गया इसलिए जरा ध्यान से करना। फ़िरोज़ ने कहा, तुम चिंता मत करो, ऐसे गाण्ड मारूँगा कि तुम बाद में जब भी गाण्ड मरवाओगी तुम्हें मेरे लंड की याद जरूर आएगी। यह कर कर फ़िरोज़ ने शाजिया को दूसरी ओर मुँह करने को कहा।
शाजिया भी शकीला की तरह दीवार की तरफ मुँह करके खड़ी हो गई और अपनी गाण्ड बाहर निकाल ली, फ़िरोज़ ने शाजिया की गाण्ड पर थोड़ा थूक लगाया और उसके बाद अपने लंड की टोपी उसकी गाण्ड के छेद पर रख कर दबाव डाला मगर लंड ने अंदर जाने से इनकार कर दिया। जबकि शाजिया की फिर भी हल्की सी चीख निकली हालांकि अभी लंड अंदर नहीं गया था। हिना ने पहले कभी गाण्ड नहीं मरवाई थी, वह बहुत ध्यान से शाजिया को देख रही थी जिसकी गांड में अब फ़िरोज़ का लंड जाने वाला था, फिर फ़िरोज़ ने एक जोरदार धक्का शाजिया की गाण्ड में लगाया तो उसकी एक दिलख़राश चीख निकली मगर उसने अपना मुंह नहीं खुलने दिया और चीख उसके मुँह में ही रह गई जबकि फ़िरोज़ के लंड की मोटी टोपी उसकी गाण्ड के छेद में जा चुकी थी। फिर फ़िरोज़ ने एक और धक्का लगाया तो आधा लंड शाजिया की गाण्ड को फाड़ता हुआ उसमें घुस चुका था। शाजिया ने कहा आराम से करो यार ... बहुत मोटा लंड है तुम्हारा ... फ़िरोज़ ने कहा मादर चोद मुझे गालियां दे रही थी तू तेरी तो ऐसी गाण्ड मारूँगा तुझे नानी याद आ जाएगी
यह कर कर फ़िरोज़ ने लंड बाहर निकाला मगर टोपी को अंदर ही रहने दिया और एक और पूर्ण शक्ति के साथ धक्का लगाया तो फ़िरोज़ 8 इंच लंड शाजिया की गाण्ड के अंदर खो चुका था। फिर फ़िरोज़ ने धीरे धीरे शाजिया की गाण्ड में लंड अंदर बाहर करना शुरू किया, लेकिन शाजिया अब तक हल्की हल्की चीखें मार रही थी। दर्द से उसका बुरा हाल हो रहा था जबकि फ़िरोज़ को भी कुछ खास मज़ा नहीं आ रहा था। क्योना उसकी गाण्ड पूरी सुखी थी, न तो उस में तेल लगाया था और न ही उसके लंड पर चिकनाहट थी।
थोड़ी देर तक धीरे धीरे धक्के लगाने के बाद फ़िरोज़ ने अपना पूरा लंड उसकी गाण्ड से निकाल लिया और शकीला को लंड चूसने को कहा। शकीला तुरंत आगे बढ़ी और फ़िरोज़ के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। जब लंड अच्छी तरह शकीला के थूक से गीला हो गया तो उसने अब फिर से शाजिया की ओर मुंह किया मगर इस बार उसने लंड गाण्ड में डालने की बजाय शाजिया की चूत पर रखा और एक ही धक्के में लंड उसकी चूत में घुस गया . गाण्ड मरवाने के कारण शाजिया चूत भी कुछ हद तक सूख चुकी थी मगर कुछ ही धक्कों ने शाजिया की चूत को चिकना कर दिया था। और उसका चिकना पानी अब फ़िरोज़ के लंड भी चिकना कर रहा था। 5 मिनट तक फ़िरोज़ शाजिया की चूत में तूफानी धक्के मारता रहा फिर उसने अपना लंड शाजिया की चूत से बाहर निकाल लिया और उसकी चूत पर हाथ फेर कर उसकी चूत से अपने हाथ और उंगलियों को भी चिकना कर लिया और फिर वही हाथ शाजिया की गाण्ड पर फेरने लगा। फिर अपनी एक गीली उंगली उसने शाजिया की गाण्ड में डाल दी और अपना लंड फिर से शाजिया की चूत में डाल दिया .
अब शाजिया की गाण्ड में फ़िरोज़ की उंगली थी जबकि उसकी चूत में फ़िरोज़ का लंड था जिसकी वजह से उसकी चूत में एक तूफान मचा था और वह सिसकियाँ ले लेकर फ़िरोज़ के लंड महसूस कर रही थी। मगर यह काम भी फ़िरोज़ ने थोड़ी ही देर ही किया और दुबारा लंड शाजिया की गाण्ड पर रखा और एक ही धक्के में आधा लंड शाजिया की गाण्ड में उतार दिया फिर एक और जोरदार धक्का लगा और फ़िरोज़ का पूरा लंड शाजिया की गाण्ड में उतर गया।
शाजिया की गाण्ड को फ़िरोज़ पहले ही चिकना कर चुका था अब उसका लंड भी शाजिया की चूत के पानी से चिकना था तो अब उसकी गाण्ड मारने का भी फ़िरोज़ को मज़ा आ रहा था और अब की बार फ़िरोज़ की गति भी काफी तेज थी। फ़िरोज़ के धक्कों से शाजिया को अपनी गाण्ड में उठते दर्द से बुरा हो रहा था। वह लगातार फ़िरोज़ को कह रही थी कि धीरे चोदो मेरी गाण्ड को मगर फ़िरोज़ उसकी एक नहीं सुन रहा था। वह शाजिया के बड़े चूतड़ों को अपने हाथ से पकड़ कर लगातार उसकी गाण्ड में धक्के लगा रहा था, जबकि शाजिया अपनी चूत में उंगली फेर कर मजे लेने की कोशिश कर रही थी। 5 मिनट तक फ़िरोज़ लगातार शाजिया की गाण्ड में धक्के मारता रहा। उसकी गाण्ड सूज चुकी थी और उसमें काफी दर्द भी हो रहा था मगर फ़िरोज़ था कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।
फिर फ़िरोज़ को महसूस हुआ कि उसका लंड अब पानी छोड़ने वाला है तो उसने अपने धक्कों की गति को और भी तेज कर दिया। जबकि शाजिया को भी अपनी चूत में खुजली होती महसूस हो रही थी। कुछ देर के और धक्कों के बाद शाजिया की चूत ने भी पानी छोड़ दिया मगर लंड उसकी गाण्ड में लगातार तूफानी धक्के लगा रहा था। शाजिया को चूत का पानी निकाल कर आराम तो मिला मगर उसे लग रहा था कि जैसे फ़िरोज़ ने उसकी गाण्ड मारी है वह 2 दिन सही तरह से चल भी नहीं सकेगी।
हिना को फारिग होते देख शाजिया फुर्ती से शकीला की चूत को छोड़कर फ़िरोज़ के पास आ गई थी क्योंकि वह जानती थी अब उसकी बारी है। जब फ़िरोज़ ने लंड बाहर निकाला तो शाजिया ने बिना कुछ कहे फ़िरोज़ का लंड अपने मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी उसके लंड पर लगी सारी मलाई को चाट कर साफ कर दिया। फिर वह खड़ी हुई और अपनी आंखों में लंड की तड़प लिए फ़िरोज़ से बोला, कैसे चोदना चाहते हैं मुझे ???
फ़िरोज़ ने शाजिया को देखा और बोला तुम्हारी तो मैं गाण्ड मारनी है ... यह सुनकर शाजिया ने कहा गाण्ड भी मार लेना मगर पहले मेरी चूत का कुछ करो। फ़िरोज़ ने कहा चूत का भी हो जाएगा मगर पहले तुम्हारी गाण्ड। यह सुनकर शाजिया ने कहा, चलो जैसे तुम्हारी इच्छा, लेकिन जरा आराम से। में गाण्ड तो मरवा चुकी हूँ पहले भी मगर इतना बड़ा लंड मेरी गाण्ड में पहले कभी नहीं गया इसलिए जरा ध्यान से करना। फ़िरोज़ ने कहा, तुम चिंता मत करो, ऐसे गाण्ड मारूँगा कि तुम बाद में जब भी गाण्ड मरवाओगी तुम्हें मेरे लंड की याद जरूर आएगी। यह कर कर फ़िरोज़ ने शाजिया को दूसरी ओर मुँह करने को कहा।
शाजिया भी शकीला की तरह दीवार की तरफ मुँह करके खड़ी हो गई और अपनी गाण्ड बाहर निकाल ली, फ़िरोज़ ने शाजिया की गाण्ड पर थोड़ा थूक लगाया और उसके बाद अपने लंड की टोपी उसकी गाण्ड के छेद पर रख कर दबाव डाला मगर लंड ने अंदर जाने से इनकार कर दिया। जबकि शाजिया की फिर भी हल्की सी चीख निकली हालांकि अभी लंड अंदर नहीं गया था। हिना ने पहले कभी गाण्ड नहीं मरवाई थी, वह बहुत ध्यान से शाजिया को देख रही थी जिसकी गांड में अब फ़िरोज़ का लंड जाने वाला था, फिर फ़िरोज़ ने एक जोरदार धक्का शाजिया की गाण्ड में लगाया तो उसकी एक दिलख़राश चीख निकली मगर उसने अपना मुंह नहीं खुलने दिया और चीख उसके मुँह में ही रह गई जबकि फ़िरोज़ के लंड की मोटी टोपी उसकी गाण्ड के छेद में जा चुकी थी। फिर फ़िरोज़ ने एक और धक्का लगाया तो आधा लंड शाजिया की गाण्ड को फाड़ता हुआ उसमें घुस चुका था। शाजिया ने कहा आराम से करो यार ... बहुत मोटा लंड है तुम्हारा ... फ़िरोज़ ने कहा मादर चोद मुझे गालियां दे रही थी तू तेरी तो ऐसी गाण्ड मारूँगा तुझे नानी याद आ जाएगी
यह कर कर फ़िरोज़ ने लंड बाहर निकाला मगर टोपी को अंदर ही रहने दिया और एक और पूर्ण शक्ति के साथ धक्का लगाया तो फ़िरोज़ 8 इंच लंड शाजिया की गाण्ड के अंदर खो चुका था। फिर फ़िरोज़ ने धीरे धीरे शाजिया की गाण्ड में लंड अंदर बाहर करना शुरू किया, लेकिन शाजिया अब तक हल्की हल्की चीखें मार रही थी। दर्द से उसका बुरा हाल हो रहा था जबकि फ़िरोज़ को भी कुछ खास मज़ा नहीं आ रहा था। क्योना उसकी गाण्ड पूरी सुखी थी, न तो उस में तेल लगाया था और न ही उसके लंड पर चिकनाहट थी।
थोड़ी देर तक धीरे धीरे धक्के लगाने के बाद फ़िरोज़ ने अपना पूरा लंड उसकी गाण्ड से निकाल लिया और शकीला को लंड चूसने को कहा। शकीला तुरंत आगे बढ़ी और फ़िरोज़ के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। जब लंड अच्छी तरह शकीला के थूक से गीला हो गया तो उसने अब फिर से शाजिया की ओर मुंह किया मगर इस बार उसने लंड गाण्ड में डालने की बजाय शाजिया की चूत पर रखा और एक ही धक्के में लंड उसकी चूत में घुस गया . गाण्ड मरवाने के कारण शाजिया चूत भी कुछ हद तक सूख चुकी थी मगर कुछ ही धक्कों ने शाजिया की चूत को चिकना कर दिया था। और उसका चिकना पानी अब फ़िरोज़ के लंड भी चिकना कर रहा था। 5 मिनट तक फ़िरोज़ शाजिया की चूत में तूफानी धक्के मारता रहा फिर उसने अपना लंड शाजिया की चूत से बाहर निकाल लिया और उसकी चूत पर हाथ फेर कर उसकी चूत से अपने हाथ और उंगलियों को भी चिकना कर लिया और फिर वही हाथ शाजिया की गाण्ड पर फेरने लगा। फिर अपनी एक गीली उंगली उसने शाजिया की गाण्ड में डाल दी और अपना लंड फिर से शाजिया की चूत में डाल दिया .
अब शाजिया की गाण्ड में फ़िरोज़ की उंगली थी जबकि उसकी चूत में फ़िरोज़ का लंड था जिसकी वजह से उसकी चूत में एक तूफान मचा था और वह सिसकियाँ ले लेकर फ़िरोज़ के लंड महसूस कर रही थी। मगर यह काम भी फ़िरोज़ ने थोड़ी ही देर ही किया और दुबारा लंड शाजिया की गाण्ड पर रखा और एक ही धक्के में आधा लंड शाजिया की गाण्ड में उतार दिया फिर एक और जोरदार धक्का लगा और फ़िरोज़ का पूरा लंड शाजिया की गाण्ड में उतर गया।
शाजिया की गाण्ड को फ़िरोज़ पहले ही चिकना कर चुका था अब उसका लंड भी शाजिया की चूत के पानी से चिकना था तो अब उसकी गाण्ड मारने का भी फ़िरोज़ को मज़ा आ रहा था और अब की बार फ़िरोज़ की गति भी काफी तेज थी। फ़िरोज़ के धक्कों से शाजिया को अपनी गाण्ड में उठते दर्द से बुरा हो रहा था। वह लगातार फ़िरोज़ को कह रही थी कि धीरे चोदो मेरी गाण्ड को मगर फ़िरोज़ उसकी एक नहीं सुन रहा था। वह शाजिया के बड़े चूतड़ों को अपने हाथ से पकड़ कर लगातार उसकी गाण्ड में धक्के लगा रहा था, जबकि शाजिया अपनी चूत में उंगली फेर कर मजे लेने की कोशिश कर रही थी। 5 मिनट तक फ़िरोज़ लगातार शाजिया की गाण्ड में धक्के मारता रहा। उसकी गाण्ड सूज चुकी थी और उसमें काफी दर्द भी हो रहा था मगर फ़िरोज़ था कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।
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- shubhs
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- Joined: 19 Feb 2016 06:23
Re: वतन तेरे हम लाडले
बिंदास
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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