भाभी का बदला
- SATISH
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Re: भाभी का बदला
शानदार अपडेट
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लंगडा प्रेत(coming soon)
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- Rohit Kapoor
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Re: भाभी का बदला
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(संयोग का सुहाग)....(भाई की जवानी Complete)........(खाला जमीला running)......(याराना complete)....
(संयोग का सुहाग)....(भाई की जवानी Complete)........(खाला जमीला running)......(याराना complete)....
- rajsharma
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Re: भाभी का बदला
धन्यवाद दोस्तो
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(शिद्द्त - सफ़र प्यार का ) ......(प्यार का अहसास ) ......(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
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- rajsharma
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Re: भाभी का बदला
"लेकिन उस मूवी में तो टार्जन के पास बस एक ही लड़की थी," तान्या उसको चिढ़ाते हुए बोली, और प्यार से उसके गालों को चूम लिया.
"हां, ये बात तो सही है," डॉली ने राज के दूसरे गाल पर किस करते हुए कहा. “तुम्हारे पास तो दो-दो लड़कियाँ हैं.” एक तरफ से बीवी और दूसरी तरफ से दीदी की इस प्यार की बरसात ने राज के लंड में फिर से हलचल मचा दी, और उसका चेहरा शरम से लाल हो गया.
"एम्म्म. तुमको मज़ा आ रहा है, है ना?" डॉली ने कहा, उसका हाथ स्वतः ही उसके खड़े हो चुके लंड की तरफ चला गया. जब डॉली के हाथ की उंगलियों ने राज के गीले लंड को पकड़ा, तान्या मुस्कुरा उठी और उसने अपनी जीभ राज के मूँह में घुसा दी. डॉली ये सब देख कर बेहद उत्तेजित हो रही थी, और उस वक़्त जब तान्या राज को किस कर रही थी, वो बेसब्र होकर अपने छोटे भाई का लंड चूसने के लिए लालायित हो रही थी. डॉली ने नज़र घुमा कर आसवस्त होने के लिए, अपने पति की तरफ देखा, ताकि पता चल सके कहीं उसको कोई आपत्ति तो नही है. डॉली ने देखा धीरज के लंड में भी राज को उत्तेजित होते हुए देख कर हलचल होने लगी थी.
“तुम अपने आप को अकेला तो महसूस नही कर रहे हो ना?” डॉली ने अपने दूसरा हाथ धीरज के लंड की तरफ ले जाते हुए पूछा. हे भगवान! डॉली के दिमाग़ में कहीं से आवाज़ सुनाई दी, ये ही तो उसका सपना था! एक हाथ में अपने पति का लंड हो और दूसरे में अपने छोटे भाई का, डॉली का सपना आज साकार हो रहा था, और वो दोनो के लंड को हिलाकर बेहद रोमांचित हो रही थी. ये तो सर्व विदित था कि उसका पति धीरज इस शेरिंग से बेहद उत्तेजित हो रहा था, और डॉली ने भी अपनी सहमति जताते हुए, उसके लंड को अपने हाथ से छोड़ा, और सोफे पर ही घोड़ी बन गयी. अपने घुटने और हथेली को सोफे पर टिकाते हुए, डॉली ने अपने छोटे भाई के लंड को अपने मूँह में भरने के लिए अपना सिर नीचे कर लिया, और अपनी गान्ड को अपने पति के लिए हवा में उपर उठा दिया. धीरज उसकी गान्ड की गोलाईयों को सहलाने लगा, और मन ही मन उसकी वीर्य से भरी चूत के चाटने के बारे में सोचने लगा.
राज बेहद गरम हो चुका था, और जैसे ही उसकी दीदी ने उसके लंड को अपने मूँह में भरकर चूसने और चाटना चालू किया, वो मन ही मन सोचने लगा, कि वो सभी किस हद तक जा रहे हैं. हे भगवान, एक तरफ राज अपनी बीवी को किस कर रहा था, और दूसरी तरफ उसकी डॉली दीदी.....राज अपनी गान्ड को उछालने लगा, और अपने लंड को अपनी दीदी के मूँह में और ज़्यादा अंदर तक पेलने लगा.
अपने पति को गहरी साँसें लेते हुए सुनकर, तान्या ने किस को तोड़ दिया, अपनी ननद की इस बोल्डनेस को देखकर वो अचंभित थी. उसने धीरज की तरफ देखा, वो अपनी बीवी की गान्ड के साथ खेल रहा था.
जैसे ही धीरज ने उसकी तरफ देखा, तान्या ने उसको कहा "फक हर,फक हर आस." धीरज ने नज़र उठा कर उपर देखा, और फिर सोफे पर अपनी बीवी के पीछे उसने पोज़िशन बना ली. अपने लंड को डॉली की गीली पनिया रही चूत की सीध में ले आया, और फिर उसकी गान्ड की गोलाईयों को पकड़ कर उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया.
"म्ंम्प्प्पफह!" डॉली अपने छोटे भाई राज के लंड को मूँह में लिए हुए कराह उठी, और अपने सिर को उपर नीचे कर उसको चूसने लगी. जिस तरह से उसका पति उसकी चूत में अपने लंड को अंदर बाहर कर रहा था, उसके कारण वो और ज़्यादा जोश से अपने भाई के लंड को चूसने लगी, और अपनी जीभ को लंड पर गोल गोल घुमाने लगी. राज कराह उठा, और वो खींच कर तान्या के होंठों को अपने होंठों के पास ले आया, और आवेश में अपनी जीभ उसके मूँह में घुसा दी. तान्या को किस से कहीं ज़्यादा कुछ और ज़रूरत महसूस हो रही थी, और उसको लगा ये सही मौका है जब राज आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका है, उसको भी अपनी चूत राज से चटवा लेनी चाहिए.
“तुम अपनी जीभ वहाँ घुसाओ ना प्लीज़,” तान्या ने राज के सिर को पीछ धकेलते हुए, और खुद सोफे पर खड़े होते हुए कहा. अपनी एक टाँग को डॉली और सोफे की बॅक के बीच, राज के पेट की दूसरी तरफ ले जाते हुए, तान्या ने अपनी पनिया रही चूत को राज के चेहरे के सामने ले आई, और अपनी चूत को उसके मूँह के उपर रख दिया.
"राज अपनी जीभ अंदर घुसाओ, अपनी जीभ," वो धीरे से बुदबुदाई. तान्या की चूत की मादक खुसबू का नशा राज पर चढ़ने लगा, और वो पागलों की तरह अपनी बीवी की पनिया रही गीली चूत में अपनी जीभ घुसाने लगा, और साथ ही साथ अपनी डॉली दीदी की मूँह में अपने लंड को हर झटके के साथ और ज़्यादा अंदर तक पेलने लगा.
डॉली की साँसें तेज तेज चल रही थी, वो चाहते हुए भी अपने भाई का लंड को मूँह से बाहर नही निकाल पा रही थी. उसके पति ने उसकी चूत में लंड को पेलते हुए उसको ना जाने कितनी बार झडने पर मजबूर कर दिया था. अपने एक हाथ से अपने भाई के लंड को उपर नीचे कर मुठियाते हुए, जैसे ही एक बार डॉली ने अपना सिर थोड़ा उपर किया, उसका चेहरा तान्या की गान्ड से जा टकराया, एक बार को डॉली को कुछ समझ में नही आया???
एक बार को डॉली की समझ में नही आया कि उसके भाई राज के चेहरे की जगह, यहाँ तान्या की गान्ड क्या कर रही है, लेकिन फिर वो समझ गयी कि वो दोनो क्या कर रहे हैं. हे भगवान. अपने कंधे के उपर से उसने धीरज को देखा, और फिर जिस तरहा वो चारों इंटर-कनेक्टेड थे, वो देख कर सब कुछ समझ गयी. भगवान भला करे, उसने ये सब पहले पॉर्न वीडियोस में ही देखा था, और सोचा करती थी, कि ये सब वीडियोस में ही होता होगा. उसने कभी सपने में भी नही सोचा था, कि असल जिंदगी में भी लोग ऐसा कुछ करते होंगे, लेकिन आज वो उसको अपनी आँखों के सामने होता हुआ दिखाई दे रहा था.
डॉली को महसूस हुआ उसकी चूत ने एक बार फिर से पानी छोड़ दिया है, और उसने फिर से अपना मूँह नीचे कर के अपने भाई राज का लंड अपने मूँह में भर लिया. धीरज को महसूस हुआ कि उसकी बीवी पूरी तरह गरम हो चूक है, तो उसने अपनी एक उंगली को मूँह में डाल कर थूक से गीला किया, और उसको डॉली की गान्ड के छेद में घुसाने लगा. वो बार बार पानी उंगली को थूक से गीला कर के डॉली की गान्ड में तब तक घुसाता रहा, जब तक कि डॉली की गान्ड का छेद उसके थूक से पूरी तरह गीला नही हो गया, और उसमें उसकी उंगली आसानी से अंदर बाहर ना होने लगी. धीरज ने अपनी मिड्ल फिंगर को डॉली की गान्ड में घुसा दिया, और उसमे पेच्कस की तरह घुमाते हुए अंदर बाहर करने लगा, साथ ही साथ वो डॉली की चूत में अपने लंड को पेले जा रहा था.
जैसे ही धीरज ने डॉली की गान्ड में उंगली के साथ छेड़ छाड़ शुरू की, डॉली आनंद में कराह उठी, और इस आनंद की तरंगें उसकी चूत तक जा रही थी, डॉली मस्ती में डूब गयी और उसकी दोनो टाँगें अपने आप और ज़्यादा फैल कर चौड़ी हो गयी. अपने भाई का लंड चूसते हुए उसको यकायक एहसास हुआ मानो एक लंड तो उसकी चूत में घुसा हुआ है, और दूसरा उसकी गान्ड में घुसा हुआ हो, वो धीरज की उंगली के उपर अपनी गान्ड को उछालने लगी. डॉली मन ही मन सोचने लगी शायद दो मर्दों से एक साथ चुदने में ऐसा ही मज़ा आता होगा.
धीरज अपनी किस्मत पर प्राउड फील कर रहा था, और मन ही मन डॉली के इस तरह गान्ड उछालने से खुश भी हो रहा था. अब जबकि डॉली फुल मूड में आ चुकी थी, तभी उसने दोनो छेदों में से उंगली और लंड को बाहर निकाला और फिर लंड को डॉली की थूक से चिकनी हो रही गान्ड की सीध में ले आया. चूत के पानी से चिकने हो रहे लंड के सुपाडे को गान्ड के छेद पर दबाते हुए, उसने गान्ड की गोलाईयों को अपने हाथों से कस कर पकड़ा और फिर झटके से अपना लंड डॉली की गान्ड में घुसा दिया.
जैसे ही अपने छोटे भाई राज के लंड ने डॉली के मूँह में वीर्य की पिचकारी छोड़े, डॉली ज़ोर से चीखी , “आगगगगगघह!. डॉली ने अपनी गान्ड पर से ध्यान हटाकर, अपने छोटे भाई के लंड से निकल रहे वीर्य को चाटना और निगलना शुरू कर दिया, राज के लंड से वीर्य की दना दन पिचकारी निकले जा रही थी, और डॉली वीर्य की हर बूँद को चाट कर निगल रही थी. कुछ देर बाद राज निढाल होकर सोफे पर बैठ गया. डॉली ने उसके मुरझा रहे लंड को अपने मूँह से निकाल दिया, और अपने आप को धीरज के प्रहारों के लिए तय्यार करने लगी.
अब तक डॉली की गान्ड काफ़ी लूज हो चुकी थी, और डॉली को गान्ड मरवाने में मज़ा भी आने लगा था, लेकिन उसकी चूत के दाने को कुछ भी घिस नही रहा था, वो इस चीज़ को मिस कर रही थी. वो अपने मन ही मन अपने दोनो छेदो में दो दो लंड की कल्पना कर रही थी, उसके भाई राज का लंड उसकी चूत में हो, और उसके पति धीरज का लंड उसकी गान्ड में. डॉली ने एक गहरी लंबी साँस ली, लेकिन दूसरे लंड को मिस करते हुए, वो अपना ही हाथ अपनी जांघों के बीच अपनी चूत को सहलाने के लिए ले गयी.
झडने के बाद राज के दिमाग़ में खुराफात शुरू हो गयी, और वो सोचने लगा कि अपनी जीभ से कुछ अलग किया जाए. लेकिन ये क्या? जैसे ही उसने अपना सिर थोड़ा पीछे किया, तान्या उसके सिर को अपने हाथों से पकड़ कर, और अपनी चूत उसके मूँह पर लाकर, उसके उपर घिसते हुए ज़ोर से बोली, “प्लीज़ जानू, ऐसे ही करते रहो.” तान्या कोशिश करने लगी कि राज की जीभ फिर से उसकी चूत के दाने को छू जाए. राज ने अपनी जीभ को अपनी बीवी की चूत में अंदर तक घुसा दिया, और वो वही करने लगा, जो तान्या चाहती थी.
तान्या उसकी जीभ को अपनी चूत में घुस्वाकर उसकी सवारी करने लगी, लेकिन वो कुछ और चाहती थी. वो अपना एक हाथ अपनी चूत पर ले जाकर, चूत के बाहरी होंठ को अपने लंबे नाख़ून से घिसते हुए, जैसे ही उसने अपनी चूत के दाने को थोड़ा सा घिसा, उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. झडते हुए जैसे ही उसने अपनी गान्ड को हिलाया, उसकी गान्ड की गोलाइयाँ डॉली के चेहरे से जा टकराई, और डॉली ने प्यार से उसकी गान्ड को अपने दाँतों से काट लिया, तान्या तो सातवें आसमान पर पहुँच गयी.
अपने दाँतों से काटने से तान्या के शरीर को ऐंठता हुआ देखने के बाद डॉली ने अपनी उंगलियों से अपनी चूत को सहलाते हुए, अपनी चूत का पानी निकाल दिया, और तभी धीरज ने भी उसकी गान्ड में लंड से वीर्य की पिचकारी छोड़ दी.
चारों ने अपने अपने हाथ पैर सीधे किए, और अपनी साँसें संयत करने लगे, सबको इस अवस्था में देखकर धीरज को हँसी आ गयी.
"हां, ये बात तो सही है," डॉली ने राज के दूसरे गाल पर किस करते हुए कहा. “तुम्हारे पास तो दो-दो लड़कियाँ हैं.” एक तरफ से बीवी और दूसरी तरफ से दीदी की इस प्यार की बरसात ने राज के लंड में फिर से हलचल मचा दी, और उसका चेहरा शरम से लाल हो गया.
"एम्म्म. तुमको मज़ा आ रहा है, है ना?" डॉली ने कहा, उसका हाथ स्वतः ही उसके खड़े हो चुके लंड की तरफ चला गया. जब डॉली के हाथ की उंगलियों ने राज के गीले लंड को पकड़ा, तान्या मुस्कुरा उठी और उसने अपनी जीभ राज के मूँह में घुसा दी. डॉली ये सब देख कर बेहद उत्तेजित हो रही थी, और उस वक़्त जब तान्या राज को किस कर रही थी, वो बेसब्र होकर अपने छोटे भाई का लंड चूसने के लिए लालायित हो रही थी. डॉली ने नज़र घुमा कर आसवस्त होने के लिए, अपने पति की तरफ देखा, ताकि पता चल सके कहीं उसको कोई आपत्ति तो नही है. डॉली ने देखा धीरज के लंड में भी राज को उत्तेजित होते हुए देख कर हलचल होने लगी थी.
“तुम अपने आप को अकेला तो महसूस नही कर रहे हो ना?” डॉली ने अपने दूसरा हाथ धीरज के लंड की तरफ ले जाते हुए पूछा. हे भगवान! डॉली के दिमाग़ में कहीं से आवाज़ सुनाई दी, ये ही तो उसका सपना था! एक हाथ में अपने पति का लंड हो और दूसरे में अपने छोटे भाई का, डॉली का सपना आज साकार हो रहा था, और वो दोनो के लंड को हिलाकर बेहद रोमांचित हो रही थी. ये तो सर्व विदित था कि उसका पति धीरज इस शेरिंग से बेहद उत्तेजित हो रहा था, और डॉली ने भी अपनी सहमति जताते हुए, उसके लंड को अपने हाथ से छोड़ा, और सोफे पर ही घोड़ी बन गयी. अपने घुटने और हथेली को सोफे पर टिकाते हुए, डॉली ने अपने छोटे भाई के लंड को अपने मूँह में भरने के लिए अपना सिर नीचे कर लिया, और अपनी गान्ड को अपने पति के लिए हवा में उपर उठा दिया. धीरज उसकी गान्ड की गोलाईयों को सहलाने लगा, और मन ही मन उसकी वीर्य से भरी चूत के चाटने के बारे में सोचने लगा.
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जैसे ही धीरज ने उसकी तरफ देखा, तान्या ने उसको कहा "फक हर,फक हर आस." धीरज ने नज़र उठा कर उपर देखा, और फिर सोफे पर अपनी बीवी के पीछे उसने पोज़िशन बना ली. अपने लंड को डॉली की गीली पनिया रही चूत की सीध में ले आया, और फिर उसकी गान्ड की गोलाईयों को पकड़ कर उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया.
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“तुम अपनी जीभ वहाँ घुसाओ ना प्लीज़,” तान्या ने राज के सिर को पीछ धकेलते हुए, और खुद सोफे पर खड़े होते हुए कहा. अपनी एक टाँग को डॉली और सोफे की बॅक के बीच, राज के पेट की दूसरी तरफ ले जाते हुए, तान्या ने अपनी पनिया रही चूत को राज के चेहरे के सामने ले आई, और अपनी चूत को उसके मूँह के उपर रख दिया.
"राज अपनी जीभ अंदर घुसाओ, अपनी जीभ," वो धीरे से बुदबुदाई. तान्या की चूत की मादक खुसबू का नशा राज पर चढ़ने लगा, और वो पागलों की तरह अपनी बीवी की पनिया रही गीली चूत में अपनी जीभ घुसाने लगा, और साथ ही साथ अपनी डॉली दीदी की मूँह में अपने लंड को हर झटके के साथ और ज़्यादा अंदर तक पेलने लगा.
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डॉली को महसूस हुआ उसकी चूत ने एक बार फिर से पानी छोड़ दिया है, और उसने फिर से अपना मूँह नीचे कर के अपने भाई राज का लंड अपने मूँह में भर लिया. धीरज को महसूस हुआ कि उसकी बीवी पूरी तरह गरम हो चूक है, तो उसने अपनी एक उंगली को मूँह में डाल कर थूक से गीला किया, और उसको डॉली की गान्ड के छेद में घुसाने लगा. वो बार बार पानी उंगली को थूक से गीला कर के डॉली की गान्ड में तब तक घुसाता रहा, जब तक कि डॉली की गान्ड का छेद उसके थूक से पूरी तरह गीला नही हो गया, और उसमें उसकी उंगली आसानी से अंदर बाहर ना होने लगी. धीरज ने अपनी मिड्ल फिंगर को डॉली की गान्ड में घुसा दिया, और उसमे पेच्कस की तरह घुमाते हुए अंदर बाहर करने लगा, साथ ही साथ वो डॉली की चूत में अपने लंड को पेले जा रहा था.
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तान्या उसकी जीभ को अपनी चूत में घुस्वाकर उसकी सवारी करने लगी, लेकिन वो कुछ और चाहती थी. वो अपना एक हाथ अपनी चूत पर ले जाकर, चूत के बाहरी होंठ को अपने लंबे नाख़ून से घिसते हुए, जैसे ही उसने अपनी चूत के दाने को थोड़ा सा घिसा, उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. झडते हुए जैसे ही उसने अपनी गान्ड को हिलाया, उसकी गान्ड की गोलाइयाँ डॉली के चेहरे से जा टकराई, और डॉली ने प्यार से उसकी गान्ड को अपने दाँतों से काट लिया, तान्या तो सातवें आसमान पर पहुँच गयी.
अपने दाँतों से काटने से तान्या के शरीर को ऐंठता हुआ देखने के बाद डॉली ने अपनी उंगलियों से अपनी चूत को सहलाते हुए, अपनी चूत का पानी निकाल दिया, और तभी धीरज ने भी उसकी गान्ड में लंड से वीर्य की पिचकारी छोड़ दी.
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Re: भाभी का बदला
Masssst update....... Mitra
मैं वो बुरी चीज हूं जो अक्सर अच्छे लोगों के साथ होती है।
** Viraj Raj **
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